- Home
- खेल
-
म्यूनिख. शीर्ष भारतीय निशानेबाज सिफत कौर सामरा ने बृहस्पतिवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच कांस्य पदक जीता। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में मौजूदा विश्व रिकॉर्ड धारक 23 वर्षीय सिफत ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 453.1 अंक बनाए। नॉर्वे की जीनेट हेग ड्यूस्टेड ने 466.9 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि स्विट्जरलैंड की एमिली जैगी ने 464.8 अंक के साथ रजत पदक हासिल किया। एमिली 590 अंक के साथ क्वालीफिकेशन में नौवें स्थान पर रहीं थी लेकिन फाइनल में जगह बनाने में सफल रहीं क्योंकि शीर्ष आठ में शामिल दो निशानेबाज केवल रैंकिंग अंक (आरपीओ) के लिए निशानेबाजी कर रहीं थी। क्वालीफिकेशन में सिफत ने नीलिंग, प्रोन और स्टैंडिंग के तीन चरण में कुल 592 अंक हासिल करके दूसरा स्थान हासिल किया। इस साल की शुरुआत में ब्यूनस आयर्स में हुए विश्व कप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था जिससे 2024 पेरिस ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इस सत्र की शानदार शुरुआत हुई। फ्रांस की अगाथे सेसिल कैमिली गिरार्ड ने भी क्वालीफिकेशन में 592 अंक हासिल किए लेकिन 10 अंक के अंदरूनी हिस्से (एक्स) में अधिक निशाने के कारण शीर्ष पर रहीं। स्विट्जरलैंड की ऑड्रे गोगनियाट क्वालीफिकेश में तीसरे स्थान पर रहीं। अन्य भारतीयों में आशी चौकसे क्वालीफिकेशन में 589 अंक के साथ 11वें स्थान पर रहीं जबकि अंजुम मौदगिल ने 586 अंक के साथ 27वां स्थान हासिल किया। श्रीयंका सदांगी 582 अंक के साथ 53वें स्थान पर रहीं और निश्चल 60वें स्थान पर रहीं।
- मुंबई,। श्रेयस अय्यर की मुंबई फाल्कन्स और सिद्धेश लाड की अगुवाई वाली मराठा रॉयल्स के खिलाड़ियों ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए यहां टी20 मुंबई के फाइनल मैच से पहले एक मिनट का मौन रखा और बांह पर काली पट्टी बांध कर मैदान पर उतरे। अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का एक यात्री विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। लीग से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘ सोबो मुंबई फाल्कन्स और मुंबई साउथ सेंट्रल मराठा रॉयल्स के खिलाड़ियों ने एमसीए अधिकारियों के साथ मिलकर अहमदाबाद में हुई दुखद विमान दुर्घटना की घटना के पीड़ितों से एकजुटता दिखाने के लिए एक मिनट का मौन रखा।''बयान में कहा गया, ‘‘वानखेड़े स्टेडियम में टी20 मुंबई लीग 2025 फाइनल की शुरुआत से पहले बड़ी स्क्रीन पर एक शोक संदेश प्रदर्शित किया गया और सभी खिलाड़ियों ने बांह पर काली पट्टियां बांधी थी।'' पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव, रोहित शर्मा, दिलीप वेंगसरकर और डायना एडुल्जी भी वानखेड़े स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले के दौरान मौजूद थे। रोहित ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘अहमदाबाद से वाकई दुखद और परेशान करने वाली खबर मिली है। सभी मृतकों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना।''विराट कोहली ने पोस्ट किया, ‘‘आज अहमदाबाद में विमान दुर्घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। सभी प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।'' ब्रिटेन के बेकेनहम में मौजूद भारतीय खिलाड़ियों के साथ-साथ मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया के जरिये पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की। गंभीर ने लिखा, ‘‘अहमदाबाद में हुए हादसे से बेहद दुखी हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं।'' टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने कहा, ‘‘अहमदाबाद में हुए दिल दहला देने वाले हादसे से स्तब्ध हूं। दुख की इस घड़ी में प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं। राहत और बचाव कार्य में लगे लोगों को और ताकत मिले। '' अनुभवी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा, ‘‘अहमदाबाद में हुए दुखद विमान हादसे के बारे में सुनकर परेशान हूं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं प्रभावित सभी लोगों और उनके परिजनों के साथ हैं।'' तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने लिखा, ‘‘अहमदाबाद में आज जो कुछ हुआ वह बहुत दुखद है। इससे मैं बहुत दुखी हूं। जीवन बहुत कीमती है। इस घटना से प्रभावित सभी परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करे और इस कठिन समय में उनके परिवारों, मित्रों और प्रियजनों को शक्ति प्रदान करे।''
-
म्यूनिख. भारत की दिग्गज निशानेबाज इलावेनिल वलारिवान को मंगलवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में प्रतियोगिताओं के पहले दिन महिला 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में एक समय शीर्ष पर रहने के बावजूद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। पच्चीस साल की भारतीय निशानेबाज इलावेनिल ने 231.2 अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। चीन की 18 साल की वैंग झिफेई ने 252.7 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि कोरिया की क्वोन युनजी ने 252.6 अंक के साथ रजत पदक अपने नाम किया। इलावेनिल ने फाइनल में 10.7 अंक के साथ शुरुआत की और फिर अपने अगले प्रयास में 10.8 अंक जुटाए।
दो बार की ओलंपियन इलावेनिल शुरुआती पांच शॉट के बाद कोरिया की ओलंपिक चैंपियन युनजी से 0.3 अंक पीछे थी। वह 10.8 अंक के साथ शीर्ष पर पहुंची। इलावेनिल 12 शॉट के बाद 127.2 अंक के साथ शीर्ष पर थीं। इस समय वैंग दूसरे स्थान पर थी। यहां 2018 में हुए विश्व कप में चौथे स्थान पर रहीं इलावेनिल ने 10.7 अंक के साथ अपनी बढ़त बरकरार रखी। भारतीय निशानेबाज हालांकि इसके बाद 9.8 अंक के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गई और अंतत: उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। इससे पहले क्वालीफिकेशन की छह सीरीज के बाद इलावेनिल 635.9 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वैंग ने 637.9 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। नॉर्वे की जेनेट हेग डुएस्टेड 635.7 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। वैंग का स्कोर क्वालीफिकेशन का विश्व रिकॉर्ड है।
युनजी क्वालीफिकेशन में 635.6 अंक के साथ चौथे जबकि तुर्की की एलिफ बेर्फिन अल्तुन (634.6) पांचवें स्थान पर रहीं। चीन की विश्व और एशियाई चैंपियन हेन जिआयु ने 634.2 अंक के साथ छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। भारत की राष्ट्रीय चैंपियन अनन्या नायडू 632.4 अंक के साथ 15वें पायदान पर रहीं। केवल रैंकिंग अंक के लिए चुनौती पेश कर रहीं रमिता जिंदल ने 632.6 अंक के साथ 13वां स्थान हासिल किया। मेघना सजनार (केवल रैंकिंग अंक) और आर्या बोर्से ने क्रमश: 25वां और 60वां स्थान हासिल किया। - लंदन. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी मैथ्यू हेडन और दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज हाशिम अमला के साथ वर्ष 2025 के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। आईसीसी अपने हॉल ऑफ फेम 2025 में सात क्रिकेटरों को शामिल करेगी जिसमें पांच पुरुष और दो महिला खिलाड़ी हैं। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘‘दबाव में अपने शांत स्वभाव और बेजोड़ रणनीतिक कौशल के लिए मशहूर, साथ ही छोटे प्रारूपों में एक अग्रणी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी की खेल के सबसे महान फिनिशर, नेतृत्वकर्ता और विकेटकीपर के रूप में विरासत को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल करके सम्मानित किया गया है।'' बयान के अनुसार, ‘‘भारत के लिए 17,266 अंतरराष्ट्रीय रन, 829 शिकार और विभिन्न प्रारूपों में 538 मैच के साथ धोनी के आंकड़े ना केवल उत्कृष्टता बल्कि असाधारण स्थिरता, फिटनेस और लंबे करियर को दर्शाते हैं।'' भारत को 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले धोनी ने आईसीसी द्वारा साझा किए गए बयान में कहा, ‘‘आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना सम्मान की बात है जो दुनिया भर के विभिन्न पीढ़ियों के क्रिकेटरों के योगदान को मान्यता देता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे सर्वकालिक महान खिलाड़ियों के साथ आपका नाम याद किया जाना एक अद्भुत एहसास है। यह कुछ ऐसा है जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगा।
- लंदन. वैश्विक टूर्नामेंटों में बादशाहत कायम करने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम बुधवार से शुरू हो रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उतरेगी तो उसके सामने मजबूत इरादे वाले दक्षिण अफ्रीका की चुनौती होगी जो खिताबी सूखे को खत्म करने के लिए बेकरार है। ऑस्ट्रेलिया इकलौती टीम है जिसने आईसीसी की चारों ट्रॉफी (वनडे विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी, टी20 विश्व कप और डब्ल्यूटीसी) जीती है। वैश्विक टूर्नामेंटों के फाइनल में उसे हराना और मुश्किल होता है। टीम आईसीसी टूर्नामेंटों में 13 बार फाइनल में पहुंची है और इसमें से 10 बार खिताब जीतने में सफल रही है। दक्षिण अफ्रीका की टीम अहम मैचों में जीत के करीब पहुंच कर फिसलने के लिए जानी जाती है। टीम ने अब तक आईसीसी का सिर्फ एक टूर्नामेंट जीता है। टीम ने 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। दक्षिण अफ्रीका की इस टीम में अनुभव और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और टीम तटस्थ स्थल पर खेले जाने वाले इस मैच को जीत कर ‘चोकर्स' के तमगे से पीछा छुड़ाना चाहेगी। टीम ने डब्ल्यूटीसी के 2023-25 चक्र में सबसे ज्यादा 30 खिलाड़ियों का इस्तेमाल किया। इसमें से ज्यादातर खिलाड़ी सही समय पर रन बनाने वाले या विकेट लेने वाले निकले। टीम लगातार सात टेस्ट में जीत के साथ डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलने के लिए तैयार है। उसने पिछले साल दिसंबर में ही इसका टिकट पक्का कर लिया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती पारी का आगाज करने के लिए उस्मान ख्वाजा के साथी को तय करने की होगी। टीम के पास भारत के खिलाफ पिछले डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलने वाले अंतिम एकादश से डेविड वार्नर को छोड़कर बाकी के 10 खिलाड़ी मौजूद है। मध्यम गति के गेंदबाज जोश हेजलवुड उस मैच को चोट के कारण नहीं खेल पाये थे। वह हालांकि उस टीम में शामिल रहे स्कॉट बोलैंड की जगह लेने के लिए तैयार है। हेजलवुड ने कंधे की चोट से उबरते हुए पिछले सप्ताह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को आईपीएल चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभई। उन्होंने आईपीएल में 12 मैचों में 22 विकेट लेकर दमदार प्रदर्शन किया। सलामी बल्लेबाज के तौर पर वॉर्नर की जगह लेने वाले का फैसला अब भी नहीं हुआ है। 19 साल के सैम कोंस्टास ने भारत के खिलाफ आक्रामक तेवर से प्रभावित किया लेकिन लेकिन फरवरी में श्रीलंका में ट्रेविस हेड ने इस भूमिका को निभाया । माना जा रहा कि हेड एक बार भी इस भूमिका में दिखेंगे। टीम के लिए मध्यक्रम में मार्नस लाबुशेन की फॉर्म चिंता की विषय है लेकिन हरफनमौला कैमरून ग्रीन ने सर्जरी से वापसी करते हुए काउंटी क्रिकेट में ग्लूस्टरशर का प्रतिनिधित्व करते हुए तीन शतक जड़ कर शानदार वापसी की है। ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में अनुभव की कोई कमी नहीं है। टीम में ऑस्ट्रेलिया के सर्वकालिक शीर्ष 10 विकेट लेने वालों में से चार गेंदबाज शामिल है। इसमें नाथन लियोन (553, तीसरे), मिशेल स्टार्क (382, चौथे), कप्तान पैट कमिंस (294, आठवें) और हेजलवुड (279, 10वें) का नाम हैं। स्मिथ 36 साल के हो जायेंगे और उन्होंने मार्च के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है। यही हाल कोनस्टास, सलामी बल्लेबाज ख्वाजा, लियोन, बोलैंड और विकेटकीपर एलेक्स कैरी का भी है। स्मिथ ने हालांकि पिछले पांच टेस्ट मैचों में चार शतक जड़े है और उन्होंने 10,000 रनों का आंकड़ा भी पार कर लिया है। यह आंकड़ा दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम के रनों के लगभग बराबर है। लॉर्ड्स उनका औसत 58 के आसपास का है। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती कैगिसो रबाडा से निपटने की होगी। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाजों के लिए भी रबाडा मुश्किलें खड़ा करेंगे। उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में ख्वाजा को पांच बार चलता किया है। रबाडा के नाम 327 टेस्ट विकेट है। उन्हें मार्को यानसेन से बेहतर मदद की उम्मीद होगी। वामहस्त तेज गेंदबाज यानसेन ने डब्ल्यूटीसी चक्र में छह मैचों में 29 विकेट चटकाये हैं। टीम में लुंगी एनगिडी और डेन पैटरसन तेज गेंदबाजी के तीसरे विकल्प होंगे। एनगिडी आईपीएल खेल कर वहां पहुंच है तो वही पेटरसन ने हाल में काउंटी क्रिकेट खेला है। एडेम मारक्रम और रयान रिकेल्टन दक्षिण अफ्रीका के लिए पारी का आगाज करेंगे जबकि कप्तान बावुमा चौथे स्थान पर बल्लेबाजी करेंगे। मौजूदा डब्ल्यूटीसी चक्र में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले डेविड बेडिंघम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अभ्यास मैच में साबित कर दिया कि वह अप्रैल में अंगुली के फ्रैक्चर से उबर चुके हैं। लॉर्ड्स के मैदान पर हालांकि दोनों टीमों का रिकॉर्ड शानदार रहा है। दक्षिण अफ्रीका ने सात मैचों में सिर्फ एक हार का सामना किया है जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम इस मैदान पर पिछले 10 साल में एक भी मैच नहीं गंवाया है।
- लंदन. कैमरून ग्रीन की पीठ की सर्जरी की पूर्व संध्या पर भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के एक ‘विशेष' संदेश ने ऑस्ट्रेलिया के इस हरफनमौला को सर्जरी करवाने के उनके फैसले को लेकर आश्वस्त कर दिया। ग्रीन को पिछले साल ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर' हुआ था। यह चोट हालांकि नौ से बारह महीनों में स्वाभाविक रूप से ठीक हो सकती थी, लेकिन उन्होंने अक्टूबर में सर्जरी करवाने का फैसला किया। ग्रीन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जसप्रीत बुमराह ने सर्जरी करवाने से एक रात पहले मुझसे संपर्क किया था। वह उस समय भारतीय टीम के लिए एक टेस्ट मैच खेल रहे थे।'' ग्रीन ने कहा, ‘‘ ऐसी कुछ चीजें वाकई बहुत खास होती हैं और आपको इससे बहुत अच्छा महसूस होता है। उनके जैसे किसी व्यक्ति का साथ मिलना और फिर उन्हें ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करते देख कर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है।'' ग्रीन 2023 आईपीएल सत्र में मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे। उस समय बुमराह सर्जरी से उबरने के लिए टीम से बाहर थे। वह इस सर्जरी के कारण 2022 टी20 विश्व कप खेलने से भी चूक गये थे। उन्होंने हालांकि सर्जरी के बाद शानदार वापसी की और भारत को 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के बाद पिछले साल टी20 विश्व कप चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया। बुमराह इसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पांच मैचों में 32 विकेट लेकर श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने। छब्बीस साल के ग्रीन को जेसन बेहरेनडॉर्फ इसी तरह की सर्जरी से गुजरने वाले अन्य गेंदबाजों से भी उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। ग्रीन ने ‘क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू' के ‘अनप्लेएबल पॉडकास्ट' को बताया, ‘‘(ऑपरेशन का) मुख्य कारण हड्डी के कुछ अतिरिक्त भाग को अलग करना था। जाहिर है कि मेरे ‘एल4' में थोड़ी परेशानी थी और रीढ़ के उस हिस्से पर अतिरिक्त हड्डी विकसित हो गई थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘मझे इस हड्डी के कारण झुकने में भी परेशानी हो रही थी। इस अतिरिक्त हड्डी का दूसरी हड्डियों पर दबाव पड़ा जिससे वहां भी समस्या हो गयी। यह पीठ की चोट के मामले में बेहद दुर्लभ है।'' ग्रीन के इस सप्ताह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलने की उम्मीद है। वह ग्लूस्टरशायर के लिए पांच काउंटी क्रिकेट मैचों में तीन शतकों के दम पर टेस्ट टीम में वापसी करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पीठ की चोट का एक सकारात्मक पहलू यह है कि मुझे बल्लेबाज बनने के लिए केवल चार मौके मिले हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि मेरा खेल उस समय (टीम में बतौर बल्लेबाज शामिल होगा) और अच्छा रहता है। मैं हमेशा गेंदबाजी करता रहूंगा, लेकिन ऐसी स्थिति में आपको अपने खेल के सिर्फ एक पहलू पर पूरा ध्यान लगाना होता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ जब आप गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों कर रहे होते हैं, तो आपको खुद को फिट और खेलने के लिए तैयार रखने के लिए गेंदबाजी के लिहाज से बहुत कुछ करना पड़ता है। इससे बल्लेबाजी थोड़ी प्रभावित होती है। ऐसे में सिर्फ बल्लेबाजी करना निश्चित रूप से अच्छा है।''
-
ताइपे सिटी. भारत ने रविवार को ताइवान ओपन अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे और अंतिम दिन दबदबा बनाते हुए महिलाओं के 800 मीटर फाइनल और लंबी कूद प्रतियोगिता में दोहरे पदक सहित छह स्वर्ण पदक जीते। तीन बार की राष्ट्रीय चैंपियन विथ्या रामराज, रोहित यादव, पूजा, अन्नू रानी और कृष्ण कुमार ने अपने-अपने मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीते जिससे भारतीय दल ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। संतोष टी, विशाल टीके, धर्मवीर चौधरी और मनु टीएस की पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने भी तीन मिनट 5.58 सेकेंड के चैंपियनशिप रिकॉर्ड समय के साथ स्वर्ण पदक जीतते हुए भारत के अभियान का सकारात्मक अंत किया। यशास पलाक्ष ने पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में 42.22 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ रजत पदक जीता। इस परिणाम से 2025 एशियाई चैंपियनशिप से चूकने के बाद उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलेगा। विथ्या ने महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में 56.53 सेकेंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता जो इस साल का उनका तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे इस एथलीट को आगामी विश्व चैंपियनशिप के लिए कुछ उपयोगी रैंकिंग अंक हासिल करने में मदद मिली। तमिलनाडु की इस एथलीट ने फेडरेशन कप फाइनल में 56.04 सेकेंड और एशियाई चैंपियनशिप फाइनल में 56.46 सेकेंड का समय लिया था। रोहित पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में 75 मीटर का आंकड़ा पार नहीं कर सके लेकिन 74.42 मीटर का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास उन्हें इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक दिलाने के लिए पर्याप्त था। ताइपे के हुआंग शिह फेंग ने 74.04 मीटर के प्रयास से रजत जबकि उनके हमवतन चेंग चाओ टीसुन ने 73.95 मीटर के प्रयास से कांस्य पदक जीता। पूजा ने महिलाओं के 800 मीटर फाइनल में दो मिनट 2.79 सेकेंड के चैंपियनशिप रिकॉर्ड समय के साथ जीत हासिल की और हमवतन ट्विंकल चौधरी को पीछे छोड़ दिया जिन्होंने दो मिनट 6.96 सेकेंड के समय से रजत पदक जीता। कृष्ण कुमार ने पुरुषों के 800 मीटर फाइनल में एक मिनट 48.46 सेकेंड के समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल की। उनका यह प्रदर्शन नया चैंपियनशिप रिकॉर्ड भी है। महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में अन्नू रानी ने 56.82 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। भारतीय खिलाड़ी अपने इस सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार नहीं कर सकीं लेकिन श्रीलंका की रजत विजेता हैटराबेज लेकामलागे (56.82 मीटर) और ताइपे की पिन-ह्सुन चू (53.03 मीटर) को पछाड़ने में सफल रहीं। महिलाओं की लंबी कूद स्पर्धा में भारत की शैली सिंह (6.41 मीटर) और ऐंसी सोजन (6.39 मीटर) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते। ऑस्ट्रेलिया की डेल्टा अमिडजोवस्की (6.49 मीटर) ने स्वर्ण पदक जीता।
- लंदन। भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से लीड्स में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले लॉर्ड्स में अभ्यास करके दौरे की शुरुआत की। जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह की तेज गेंदबाजी चौकड़ी के अलावा नवनियुक्त कप्तान शुभमन गिल, ऋषभ पंत और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने मुख्य कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में अभ्यास किया। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के संन्यास लेने के बाद गिल को भारत का 37वां टेस्ट कप्तान बनाया गया। वह एक अपेक्षाकृत युवा टीम की अगुआई कर रहे हैं जिसका लक्ष्य 2007 के बाद से इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीतना है। श्रृंखला हेडिंग्ले में शुरू होगी जिसके बाद एजबेस्टन, लॉर्ड्स, ओल्ड ट्रैफर्ड और ओवल में टेस्ट मैच खेले जाएंगे। भारतीय टेस्ट टीम में शामिल कुछ खिलाड़ी अभी भारत ए की तरफ से नॉर्थम्पटन में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दूसरे अनधिकृत टेस्ट मैच में खेल रहे हैं।
-
एम्सटलवीन। भारतीय पुरुष हॉकी टीम को अगर नीदरलैंड के खिलाफ वापसी करनी है और एफआईएच प्रो लीग में शीर्ष स्थान की दौड़ में बने रहना है तो उसे सोमवार को यहां होने वाले महत्वपूर्ण मैच में आखिरी क्षणों में गोल खाने से बचना होगा। भारत शनिवार को नीदरलैंड के खिलाफ 1-2 से हार के बाद प्रो लीग तालिका में चौथे स्थान पर खिसक गया है।
नीदरलैंड नौ मैचों में 17 अंक लेकर शीर्ष पर है। उसके बाद इंग्लैंड (आठ मैचों में 16 अंक), बेल्जियम (आठ मैचों में 16 अंक) और भारत (नौ मैचों में 15 अंक) का नंबर आता है। प्रो लीग का यूरोपीय चरण भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शीर्ष स्थान पर रहने से भारत अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड की संयुक्त मेजबानी में होने वाले विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई कर जाएगा। भारतीय टीम अगर इसमें नाकाम रहती है तो उसे पांच से 14 सितंबर तक बिहार के राजगीर में होने वाले एशिया कप के जरिए विश्व कप में जगह बनाने का एक और मौका मिलेगा। नीदरलैंड के खिलाफ पहले मैच में भारतीय टीम ने पहले हाफ के शुरू में अच्छा प्रदर्शन किया और कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर टीम को बढ़त दिला दी। नीदरलैंड ने हालांकि शानदार वापसी की तथा थिज वान डैम के दो गोल की मदद से जीत हासिल की। डैम के गोल में 58वें मिनट में किया गया विजयी गोल भी शामिल था। प्रतियोगिता में अभी सात मैच और खेले जाने बाकी हैं और भारत फिलहाल 15 अंकों के साथ अंक तालिका में चौथे स्थान पर है। भारत के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने मैच के बाद कहा, ‘‘हमने पहले हाफ में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन तीसरा क्वार्टर उतना अच्छा नहीं रहा। चौथे क्वार्टर में हमने फिर से अच्छा प्रदर्शन किया और गेंद पर कब्ज़ा करने में सफल रहे, लेकिन हम गोल पर कोई शॉट नहीं लगा पा रहे थे। '' उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह से हारना दुर्भाग्यपूर्ण था, क्योंकि मुझे लगा था कि हम ड्रॉ के लिए प्रयास कर सकते हैं। हम विशेष कर नीदरलैंड जैसी टीम के खिलाफ जितना हो सके उतना अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं।'' अगले वर्ष होने वाले विश्व कप में स्थान पक्का करने के लिए भारत का लक्ष्य शेष मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना तथा अपने मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अधिकतम अंक हासिल करना होगा। भारत ने इस साल की शुरुआत में प्रो लीग का घरेलू चरण भुवनेश्वर में खेला था, जहां उसने आठ मैचों में पांच जीत के साथ 15 अंक हासिल किए थे। -
कार्स ने खुलासा किया, चोट की समस्या के कारण उन्होंने पैर का अंगूठा कटवाने पर विचार किया था
लंदन. इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ब्राइडन कार्स ने अपनी हाल की चोट के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने लगातार दर्दनाक समस्या से उबरने के लिए पैर का अंगूठा कटवाने पर विचार किया था। इस समस्या के कारण वह महीनों तक खेल से दूर रहे। केवल पांच टेस्ट मैच में 27 विकेट लेने के बाद इंग्लैंड के सबसे उभरते हुए तेज गेंदबाजों में से एक कार्स को 20 जून से लीड्स में भारत के खिलाफ शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया है। इस 29 वर्षीय तेज गेंदबाज के बाएं पैर के अंगूठे पर गेंदबाजी करते हुए गहरा संक्रमित कट लग गया था।इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के भारत दौरे के दौरान यह समस्या सामने आई थी जिसके कारण उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होना पड़ा और तीन महीने तक मैदान से दूर रहना पड़ा। ‘बीबीसी' ने कार्स के हवाले से कहा, ‘‘एक समय मैं यह सोचकर बिस्तर पर जा रहा था कि मुझे लगता है कि मैं वास्तव में ऐसा कर सकता हूं - मुझे लगता है कि मैं अपने पैर के अंगूठे से छुटकारा पा सकता हूं लेकिन फिर मेडिकल कर्मियों ने कहा कि आपको संतुलन के लिए इसकी जरूरत है इसलिए इस विचार को तुरंत खारिज कर दिया गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब ड्रेसिंग रूम में अपने पैर के अंगूठे का जिक्र नहीं करने की कोशिश करता हूं क्योंकि लोग इससे ऊब चुके हैं। ड्रेसिंग रूम में यह एक तरह का मजाक बन गया है, मेरा अंगूठा।'' - अहमदाबाद,। पंजाब किंग्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने कहा कि भावुक विराट कोहली को नम आंखों के साथ घुटनों के बल बैठना दिखाता है कि पिछले 18 वर्षों से वह आईपीएल खिताब के लिए कितना बेकरार थे और यह टूर्नामेंट जीतना खिलाड़ियों के लिए कितना मायने रखता है। कोहली मंगलवार को आईपीएल फाइनल के आखिरी पलों अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके। उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर 2008 में शुरू हुई इस लीग का खिताब पहली बार जीता। पोंटिंग ने फाइनल के बाद कहा, ‘‘आप आखिरी ओवर में उनकी आंखों में देख सकते हैं, उनकी आंखों से आंसू आ रहे थे। खिलाड़ियों के लिए इसका यही मतलब है, सभी के लिए इसका यही मतलब है।'' ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘ ‘‘चेन्नई (सुपर किंग्स) ने कई बार खिताब जीता है, मुंबई (इंडियंस) ने भी कई बार, लेकिन इस टूर्नामेंट को जीतना आसान नहीं है। यह उतना ही कठिन है जितना आप सोच सकते हैं। इस लीग का चैंपियन बनना काफी मुश्किल है।'' कोहली ने चैंपियन बनने के बाद युवा क्रिकेटरों से टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करने की सलाह देते हुए कहा था कि खेल का पारंपरिक प्रारूप सर्वोपरि है। पोंटिंग ने अपना खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि वह समझ सकते हैं कि कोहली का क्या मतलब था। कोहली ने प्रसारकों से कहा, ‘‘ मेरे कैरियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से यह एक है । लेकिन फिर भी यह टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे है । मेरी नजर में टेस्ट क्रिकेट की इतनी इज्जत है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैं युवाओं से इतना ही आग्रह करूंगा कि टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करें । अगर आप टेस्ट क्रिकेट में अच्छा खेलोगो तो दुनिया में कहीं भी जाओगे तो लोग तुम्हारा सम्मान करेंगे ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ अगर दुनिया में क्रिकेट में सम्मान पाना है तो टेस्ट क्रिकेट खेलो और अपना सब कुछ उसे दे दो । '' खेल के महानतम खिलाड़ियों में से एक पोंटिंग ने क्रिकेट के पारंपरिक प्रारूप को लेकर कोहली की बतों से सहमति जताई। उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैं इसे समझता हूं। मैं शायद खेल के सबसे बड़े शुभचिंतकों में से एक हूं। चाहे मैं कोचिंग कर रहा हूं या कमेंट्री कर रहा हूं, मेरा पहला प्यार टेस्ट क्रिकेट है। वह हमेशा रहेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैं काफी भाग्यशाली था कि कुछ विश्व कप और खेल के सर्वोच्च स्तर पर खेल सका। मैं अब और नहीं खेल सकता लेकिन अगर खेलने में सक्षम हुआ तो मेरी पसंद टेस्ट ही होगी।'' पोंटिंग ने कहा, ‘ मैं पूरी तरह से समझता हूं कि उनका क्या मतलब है। आप जानते हैं, उनका टेस्ट मैच करियर शानदार था और सीमित ओवरों में उनका करियर और भी बेहतर रहा है। यह अब भी जारी है।''पोंटिंग ने कहा कि श्रेयस अय्यर की नेतृत्व क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने तीन अलग-अलग टीमों को आईपीएल फाइनल तक पहुंचाया है। इस सत्र में एक व्यक्ति, खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर अय्यर का कद काफी बढ़ा है। अय्यर ने इस सत्र में 17 मैचों में छह अर्धशतकों की मदद से 604 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 50.33 और स्ट्राइक रेट 175 का रहा। पोंटिंग ने कहा, ‘‘श्रेयस इस सत्र का बहुत अहम हिस्सा रहा है, इसमें कोई शक नहीं। व्यक्ति, खिलाड़ी और एक कप्तान के रूप में उसका बढ़ा है।” पोंटिंग ने अय्यर की प्रतिबद्धता की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास था कि दायें हाथ के इस बल्लेबाज को इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम में चुना जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सोचा था कि उसे उस टेस्ट टीम में चुना जाएगा, लेकिन चयनकर्ताओं ने दूसरा विकल्प चुना।'' उन्होंने कहा, ‘‘ आप कुछ लोगों की आंखों में प्रतिबद्धता महसूस कर सकते हैं। अय्यर की शुरुआत से ही बेहद दृढ़ नजर आ रहा था। टेस्ट टीम के चयन से पहले भी उसने काफी प्रभावित किया था।” उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरी तरह ही एक नयी टीम, नयी फ्रेंचाइजी के साथ आकर तुरंत असर डालने के लिए तैयार था और उसने ऐसा कर दिखाया।'' कई विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा, ‘‘ वह अब इकलौता कप्तान है जिसने तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमों को आईपीएल फाइनल तक पहुंचाया है। यह अपने-आप में उसके नेतृत्व की कहानी बयां करता है।''
- अहमदाबाद,।नयी आईपीएल चैम्पियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को ट्रॉफी के साथ इनाम के तौर पर 20 करोड़ रूपये मिले जबकि उपविजेता पंजाब किंग्स की झोली में 12 करोड़ 50 लाख रूपये आये । आरसीबी ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर पहली बार आईपीएल खिताब जीता ।तीसरे स्थान पर रही मुंबई इंडियंस को सात करोड़ रूपये और चौथे स्थान पर रही गुजरात टाइटंस को साढे छह करोड़ रूपये मिले । आईपीएल के पहले सत्र 2008 में विजेता टीम को चार करोड़ 80 लाख और उपविजेता को दो करोड़ 40 लाख रूपये मिले थे । दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ को अरूण जेटली स्टेडियम के लिये सर्वश्रेष्ठ पिच और मैदान का पुरस्कार मिला । इनाम के तौर पर उसे 50 लाख रूपये दिये गए । इस स्टेडियम में इस सत्र में सात मैच हुए । डीडीसीए अध्यक्ष रोहन जेटली ने कहा ,‘‘ यह पुरस्कार हमारे क्यूरेटरों, स्टाफ और प्रबंधन के अथक परिश्रम की वजह से मिला है । हम आगे भी क्रिकेट के बुनियादी ढांचे का उच्चतम स्तर बनाये रखने के लिये काम करते रहेंगे ।''पुरस्कार की सूची इस प्रकार है ।विजेता आरसीबी : 20 करोड़ रूपयेउपविजेता पंजाब किंग्स : 12 करोड़ 50 लाख रूपयेतीसरे स्थान पर रही मुंबई इंडियंस : सात करोड़ रूपयेचौथा स्थान गुजरात टाइटंस : साढे छह करोड़आरेंज कैप विजेता(साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेपरपल कैप विजेता (प्रसिद्ध कृष्णा) : 10 लाख रूपयेउदीयमान खिलाड़ी (साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेसबसे बेशकीमती खिलाड़ी (सूर्यकुमार यादव) : 15 लाख रूपयेसुपर स्ट्राइकर (वैभव सूर्यवंशी): 10 लाख रूपये और एक टाटा कर्व कारफैंटेसी किंग (साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेसर्वश्रेष्ठ कैच (कामिंडु मेंडिस): 10 लाख रूपयेसर्वाधिक डॉट गेंद (मोहम्मद सिराज) : 10 लाख रूपयेसुपर सिक्सेस (निकोलस पूरन) : 10 लाख रूपयेसबसे ज्यादा चौके (साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेफेयरप्ले पुरस्कार (चेन्नई सुपर किंग्स) : 10 लाख रूपयेपिच और मैदान (डीडीसीए) : 50 लाख रूपयेआरसीबी और पंजाब के फाइनल में पुरस्कार विजेता :प्लेयर आफ द मैच : कृणाल पंड्या , पांच लाख रूपयेसुपर स्ट्राइकर : जितेश शर्मा, एक लाख रूपयेसर्वाधिक डॉट गेंद : कृणाल पंड्या , एक लाख रूपयेसर्वाधिक चौके : प्रियांश आर्य, एक लाख रूपयेफैंटेसी किंग : शशांक सिंह, एक लाख रूपयेसर्वाधिक छक्के : शशांक सिंह, एक लाख रूपये ।
-
अहमदाबाद, । जोश हेजलवुड ने 20वें ओवर की दूसरी गेंद डाली और कोहली की आंखें भर आई । मोटेरा की पिच को चूमते हुए कोहली को देखकर उनके प्रशंसक भी खुशी के आंसू रोक नहीं सके होंगे । आईपीएल इस साल 18 बरस का हो गया और इस खिताब के साथ कोहली का कद कुछ और बढ गया । जीत के बाद कोहली ने कहा ,‘‘ यह टीम उतनी ही प्रशंसकों की है, जितनी की टीम की । 18 साल का लंबा समय । मैने अपनी जवानी, प्राइम और अनुभव सब कुछ इस टीम को दिया । मैने हर सत्र में जीतने की कोशिश की । जो भी मेरे पास था, दिया ।'' फाइनल के बाद कोहली ने अपनी पत्नी अनुष्का को गले लगाया ।
उन्होंने कहा ,‘‘ आखिरकार खिताब जीतना अविश्वसनीय अनुभव है । कभी सोचा नहीं था कि यह दिन आयेगा । आखिरी गेंद डाले जाने के समय मैं बहुत भावुक हो गया था । मैने अपनी पूरी ऊर्जा झोंक दी थी और यह अद्भुत अहसास है ।'' उनके जिगरी दोस्त उस समय सीमा रेखा के पास खड़े थे।कोहली ने उनके बारे में कहा ,‘‘ एबीडी ने जो इस टीम के लिये किया, वह अद्भुत है । मैने उससे कहा कि यह जीत उतनी ही उसकी है , जितनी कि हमारी । मैं चाहता हूं कि तुम हमारे साथ जश्न में शामिल हो । वह चार साल पहले रिटायर होने के बाद भी सबसे ज्यादा बार प्लेयर आफ द मैच रहा । यह बताता है कि लीग पर, टीम पर और मुझ पर उसका क्या प्रभाव है । वह पोडियम पर रहने का हकदार है ।'' कमेंटेटर मैथ्यू हेडन ने जब उनसे पूछा कि वनडे विश्व कप, टी20 विश्व कप और चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने के बाद इस खिताब को वह कहां रखते हैं, कोहली ने कहा ,‘‘ यह भी ऊपर है । मैने पिछले 18 साल में इस टीम को सब कुछ दिया । इस टीम के साथ ही रहा । मैं टीम के साथ रहा और टीम मेरे साथ । मैने हमेशा इस टीम के साथ जीतने का सपना उेखा था । मेरा दिल बेंगलुरू में है और आत्मा भी । मैं जब तक आईपीएल खेलूंगा , बेंगलुरू के लिये ही खेलूंगा ।'' - - नयी दिल्ली,है।' कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के 10 साल के खिताबी सूखे को पिछले बरस खत्म करने वाले श्रेयस अय्यर पंजाब किंग्स को पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग चैंपियन बनाने से बेहद मामूली अंतर से चूक गये लेकिन उन्होंने खुद को एक ऐसे कप्तान के रूप में स्थापित कर लिया है जिसकी भारत को शायद भविष्य में आवश्यकता हो सकती है । महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा के बाद अय्यर आईपीएल के तीन फाइनल में पहुंचाने वाले तीसरे कप्तान बन गए हैं। उनकी यह उपलब्धि बेहद ही खास है क्योंकि उन्होंने पिछले पांच सालों में तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमों के साथ ऐसा किया है। यह एक ऐसे खिलाड़ी के लिए काफी बड़ी बात है, जिसे इस महीने इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है। केकेआर ने पिछले साल उन्हें जाने दिया क्योंकि फ्रेंचाइजी को बड़ी रिटेंशन फीस (टीम में बनाये रखने की रकम) की उनकी मांग उचित नहीं लगी। केकेआर का यह नुकसान पंजाब किंग्स के लिए एक बड़ा फायदा साबित हुआ। पंजाब की टीम को 30 वर्षीय खिलाड़ी के रूप में एक समझदार और जज्बे वाला कप्तान मिला। ऐसा कप्तान जो करियर के उतार-चढ़ाव को शालीनता से संभालना जानता हो। शुभमन गिल की कप्तानी की परीक्षा अभी नहीं हुई है। उन्हें इंग्लैंड में कप्तान के रूप में कड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ेगा। लेकिन तीन जून 2025 के बाद श्रेयस संतोष अय्यर को भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक माना जाना चाहिए। अय्यर की कप्तान में अपनी समझदारी के साथ करिश्माई महेंद्र सिंह धोनी जैसा संयम और विराट कोहली जैसा आक्रामक रवैया के साथ मुंबई के उनके सीनियर रोहित शर्मा की तरह एक ‘बिंदास मुंबईकर' के मिश्रण का पुट दिखा। आईपीएल के फाइनल में मंगलवार को आरसीबी के खिलाफ छह रन की हार के बावजूद अय्यर के आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं दिखी। उन्होंने निराशा को पीछे छोड़ते हुए कहा, ‘‘अभी काम आधा बाकी है, हमें अगले साल जीतना है।''इंग्लैंड के लिए टीम में उनका न होना पंजाब किंग्स के कोच रिकी पोंटिंग के लिए भी काफी हैरानी भरा रहा। पोंटिंग ने आईपीएल प्लेऑफ से पहले ‘आईसीसी रिव्यू' में कहा था, ‘‘मैं वास्तव में बहुत दुखी था लेकिन उसने इसे बहुत अच्छे से स्वीकार कर लिया है और वह आगे बढ़ गया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘उनकी आंखों में हर बार अच्छा प्रदर्शन करने की ललक रहती है। वह हर मैच को जीतना चाहता है और एक सर्वश्रेष्ठ कप्तान के रूप में विकसित होना चाहता है।'' दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान का यह बयान काफी मायने रखता है। पोंटिंग ने यह बात सिर्फ अपने फ्रैंचाइजी कप्तान का समर्थन करने के लिए नहीं कही। इन दोनों के बीच काफी पुराना रिश्ता है। साल 2017 में जब गौतम गंभीर ने बीच सत्र में कप्तानी छोड़ने का फैसला किया, तो पोंटिंग की सलाह पर ही अय्यर दिल्ली आईपीएल फ्रैंचाइजी के कप्तान बने। दिल्ली की फ्रेंचाइजी 2020 में आईपीएल फाइनल में पहुंची जो इस टीम की इस लीग की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। चोट के कारण ब्रेक लेने के बाद कैपिटल्स ने फैसला किया कि वे उन्हें टीम में बरकरार रख ऋषभ पंत को खोने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं। पंत उस समय के उभरते सितारे थे और कप्तानी की महत्वाकांक्षा रखते थे। अय्यर इसके बाद केकेआर के कप्तान बने और टीम 2024 में चैंपियन बनी। अय्यर को हालांकि इस खिताब का ज्यादा श्रेय नहीं मिला क्योंकि उन्होंने टीम की जरूरतों के हिसाब से निचले क्रम में बल्लेबाजी की। टीम के तत्कालीन मेंटोंर और भारतीय टीम के मौजूदा कोच गंभीर को रणनीतिक सूझबूझ के लिए ज्यादा श्रेय मिला। कप्तान के सहज निर्णय और समझदारी की गयी तैयारियों पर किसी का ज्यादा ध्यान नहीं गया। कोई खिलाड़ी हालांकि दो अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमों का नेतृत्व करते हुए अलग-अलग प्रबंधन, अलग-अलग विचारधारा और खिलाड़ियों की बदलती सूची के साथ लगातार दो सत्र में फाइनल तक पहुंचता है तो उसकी रणनीतिक प्रतिभा को लंबे समय तक अनदेखा नहीं किया जा सकता है। अय्यर को आखिरकार इस सत्र में उसका हक मिल गया। इससे यह भी साफ हो गया कि मैच की परिस्थितियों की समझ और रणनीति पर उसकी पकड़ बेजोड़ थी। उन्हें पता था कि जिन पिचों पर उछाल की कमी है, वहां काइल जैमीसन की ‘बैक ऑफ द लेंथ' गेंदें कारगर साबित होंगी और यह मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। गुजरात टाइटन्स के खिलाफ उन्होंने विजयकुमार विशाख से बार-बार वाइड यॉर्कर डालने को कहा और यह कारगर साबित हुआ। क्वालीफायर दो में मुंबई इंडियंस के खिलाफ उन्होंने उनसे नकल बॉल से अपनी गेंदों की गति कम करने को कहा और यह कारगर भी रहा। उन्होंने दिखाया है कि रोहित शर्मा के वनडे से संन्यास लेने के बाद उन्हें टीम की कप्तानी के लिए मजबूत उम्मीदवार माना जा सकता है। वह 50 ओवर के प्रारूप में बेहतरीन बल्लेबाज हैं और जब टी20 या टेस्ट की बात आती है तो वह जल्द ही दोनों प्रारूपों की टीम में जगह बनाने का माद्दा रखते है। ''
- बेंगलूरु । रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु का पहला आईपीएल खिताब जीतने का जश्न बुधवार को मातम में बदल गया जब जश्न में शामिल होने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों की संख्या में प्रशंसकों के उमड़ने से मची भगदड़ में 11 लोग मारे गए और लगभग 30 लोग घायल हो गए । खिलाड़ियों का सम्मान समारोह हालांकि स्टेडियम के भीतर जारी रहा। टीम की एक झलक पाने के लिये स्टेडियम के बाहर हजारों की संख्या में प्रशंसक उमड़ पड़े जिन पर पुलिस नियंत्रण नहीं रख सकी। इसके लिए हल्का बलप्रयोग भी करना पड़ा। ये प्रशंसक स्टेडियम के भीतर घुसने की कोशिश में प्रवेश द्वार के बाहर ही भगदड़ का शिकार हो गए।मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बताया कि चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ के कारण 11 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए। सिद्धरमैया ने कहा, ‘चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास 2 से 3 लाख से अधिक लोग आए थे, किसी को भी इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी।’ उन्होंने कहा, ‘आरसीबी के जश्न में मरने वालों में से अधिकांश युवा हैं। सरकार मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देगी।’ उन्होंने घोषणा की कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी। गंभीर रूप से घायलों का इलाज वैदेही अस्पताल और बोवरिंग अस्पताल में चल रहा है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा, ‘भीड़ अनियंत्रित हो गई और पुलिस के लिए मुश्किल हो गया था जिससे हमें जुलूस रोकना पड़ा।’ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा कि आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न की बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए थी। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, ‘इस स्तर के जीत के जश्न के आयोजन के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जानी चाहिए थी और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखना था। कहीं न कहीं तो कोई चूक हुई है।’ सैकिया ने कहा, ‘यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकप्रियता का नकारात्मक पहलू है। लोग अपने क्रिकेटरों के लिए जज्बाती हैं। आयोजकों को इसकी बेहतर योजना बनानी चाहिए थी। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं।’उन्होंने कहा, ‘इस स्तर के जीत के जश्न के आयोजन के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जानी चाहिए थी और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखना था। कहीं न कहीं तो कोई चूक हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘आईपीएल के इतने शानदार अंत के बाद यह रंग में भंग हो गया। पहले भी आईपीएल जीत के जश्न हुए हैं जैसे पिछले साल केकेआर के जीतने पर कोलकाता में हुआ था लेकिन वहां कुछ नहीं हुआ।’ आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल ने भी इसी तरह की भावना व्यक्त करते हुए कहा, ‘जो भी जांच की जानी है, संबंधित अधिकारी करेंगे। यह बीसीसीआई का कार्यक्रम नहीं था। यह दुखद है।’राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने स्थिति को ठीक से न संभालने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए जल्द ही राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू कर दी। चिन्नास्वामी स्टेडियम के भीतर हालांकि खिलाड़ियों का सम्मान समारोह जारी रहा जिसमें खिलाड़ियों ने भाषण दिए, संगीत बजा और आतिशबाजी भी हुई। कोहली ने कहा, ‘यह आप सभी के लिए है, प्रशंसकों के लिए और इस शानदार शहर के लिए, उन लोगों के लिए जिन्होंने कठिन समय में भी आरसीबी का साथ दिया। मैंने दुनिया में किसी भी टीम के ऐसे प्रशंसक नहीं देखे हैं।’
- बेंगलुरु। 18 साल के लंबे इंतजार के बाद पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के जश्न में भाग लेने के लिए बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बड़ी संख्या में क्रिकेटप्रेमियों के जुटने के उपरांत मची अफरातफरी में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।भगदड़ में 4 लोगों की हुई मौतअस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि इस भगदड़ में चार लोग मारे गये हैं। हालांकि, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरु में RCB के जश्न में हुई मौतों की उन्हें कोई जानकारी नहीं है, ब्योरा मिलने पर इस बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह युवा और जोश से भरी भीड़ थी, हम लाठी का इस्तेमाल नहीं कर सकते थे।’’ वैसे, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) द्वारा RCB टीम के लिए स्टेडियम में आयोजित विशेष सम्मान समारोह से पहले पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने और स्थिति पर काबू पाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कैसे मची अफरातफरी?प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब प्रशंसक सम्मान समारोह स्थल पर उमड़ पड़े तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। सामने आये वीडियो/तस्वीरों में पुलिस घायलों और बेहोश हुए लोगों को एंबुलेंस से पास के अस्पतालों में ले जाती दिख रही है। इन वीडियो/तस्वीरों में कुछ ऐसे लोग नजर आ रहे हैं जो बेहोशी की हालत में थे और आसपास के लोगों द्वारा उन्हें ‘कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दिया जा रहा था।भीड़ संभालने में जूझती रही पुलिसपुलिस को भीड़ नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि एक ही समय पर बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रहे थे। बेंगलुरु पुलिस ने परामर्श जारी करके कहा था कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में केवल वैध टिकट और पास (प्रवेश पत्र) वाले लोगों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। इसमें कहा गया था, ‘‘चूंकि चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास सीमित पार्किंग सुविधा उपलब्ध है, इसलिए कार्यक्रम में भाग लेने वालों को सार्वजनिक परिवहन और मेट्रो का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। जनता से सहयोग करने का अनुरोध किया जाता है।’’
-
बेंगलुरू/ जोश हेजलवुड ने जैसे ही मैच की आखिरी गेंद फेंकी , बेंगलुरू की सड़कों पर लाल जर्सी पहने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के समर्थकों का मानो सैलाब उमड़ पड़ा और ‘आरसीबी और कोहली ' के शोर से आसमान गूंज गया । बड़े बड़े सितारों से सजी आरसीबी की टीम को पिछले 18 साल में यह मौका नहीं मिला था । कभी चेन्नई में जश्न मना तो कभी मुंबई में । कोलकाता, हैदराबाद और जयपुर में भी जीत का यह जश्न मनता आया लेकिन बेंगलुरू में निराशा छाई रही । तीन जून को पहली बार बेंगलुरू के लोगों ने इसे अनुभव किया । ‘ई साला कप नामडे (इस साल कप हमारा होगा) का नारा ‘ई साला कप नामुडु (इस साल कप हमारा है) में बदल गया ।
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने एक्स पर लिखा, आपने कर्नाटक के हर व्यक्ति का सपना इस जीत से साकार कर दिया है । पूरी आरसीबी आर्मी के लिये यह भावुक पल । कर्नाटक को गर्व है ।'' आरसीबी के पूर्व कप्तान और भारत के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने लिखा ,‘‘ आरसीबी को बधाई । इतने लंबे इंतजार के बाद शानदार जीत ।' सड़कों पर बाइक और कार पर लोग आरसीबी के बैनर और झंडे लेकर निकल पड़े । -
अहमदाबाद। आईपीएल खिताब जीतने के लिये 18 साल का इंतजार खत्म होने पर विराट कोहली अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके लेकिन टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना प्यार एक बार फिर जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि पारंपरिक क्रिकेट को अभी भी वह टी20 से पांच पायदान ऊपर रखते हैं ।
पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके कोहली ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि अगर सम्मान पाना है तो पारंपरिक प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करें । उन्होंने आरसीबी के खिताब जीतने के बाद मैथ्यू हेडन से कहा ,मेरे कैरियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से यह एक है । लेकिन फिर भी यह टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे है । मेरी नजर में टेस्ट क्रिकेट की इतनी इज्जत है । उन्होंने कहा, मैं युवाओं से इतना ही आग्रह करूंगा कि टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करें । अगर आप टेस्ट क्रिकेट में अच्छा खेलोगो तो दुनिया में कहीं भी जाओगे तो लोग तुम्हारा सम्मान करेंगे । उन्होंने कहा , अगर दुनिया में क्रिकेट में सम्मान पाना है तो टेस्ट क्रिकेट खेलो और अपना सब कुछ उसे दे दो । -
अहमदाबाद/ 11 बजकर 20 मिनट : पसीने से सराबोर विराट कोहली थोड़े अधीर दिखते हैं । आखिर हो भी क्यों नहीं , उनका और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू का पहला आईपीएल खिताब बस एक ओवर दूर था । 11 बजकर 25 मिनट : जोश हेजलवुड ने 20वें ओवर में आरसीबी की जीत सुनिश्चित कर दी ।कोहली की आंखें भर आई और आंसू कपालों पर आ गिरे । अपना चेहरा उन्होंने हथेली में छिपा लिया । आरसीबी के खिलाड़ी उन्हें घेरकर कूदने लगे । आखिर 18 नंबर की जर्सी का 18 साल का इंतजार खत्म हुआ । एक महान खिलाड़ी और उस पर अटूट भरोसा करने वाली एक टीम के लिये यह सबसे भावनात्मक पल था । पिछले 18 साल की नाकामियां और निराशा इस पल में पीछे छूट गई । एकमात्र खिताब जो इस पीढी के महानतम क्रिकेटर की झोली में अभी तक नहीं गिरा था, आखिरकार उसे मिला । कोहली और आरसीबी का सफर तभी शुरू हुआ जब आईपीएल ने क्रिकेट की दुनिया में पहला कदम रखा था । अठारह साल पहले बेचैन और युवा कोहली पश्चिम दिल्ली का वह गोल मटोल सा लड़का था जो जीत का जुनून लेकर उतरा था । उस समय आरसीबी के ड्रेसिंग रूम में राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और जाक कैलिस हुआ करते थे ।
आरसीबी ने कोहली पर भरोसा किया और उसके पूर्व मालिक विजय माल्या ने कोहली को अपने अंदाज में खेलने की छूट दी । फिर 2011 में कोहली आरसीबी के कप्तान बने । बाईस साल की उम्र में इतनी बड़ी जिम्मेदारी और इतना दबाव से भरा माहौल भी उन्हें विचलित नहीं कर सका । बारह साल और 143 मैचों तक कमान संभालने वाले कोहली डटे रहे । बेंगलुरू के क्रिकेटप्रेमियों से उनका दिल का रिश्ता गहरा होता गया । यह कोहली का करिश्मा ही था कि बेंगलुरू का हर क्रिकेटप्रेमी आरसीबी का वफादार प्रशंसक बन गया । महेंद्र सिंह धोनी जब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान बने तब विश्व कप विजेता भारत के कप्तान बन चुके थे लेकिन कोहली और आरसीबी का रिश्ता धीरे धीरे गहरा होता गया । चेन्नई ने पांच बार आईपीएल जीता और रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस ने भी । सनराइजर्स हैदराबाद और डेक्कन चार्जर्स ने भी खिताब जीते । कोहली ने लेकिन कभी आरसीबी से नाता तोड़ने की नहीं सोची । दर्शकों का प्यार उनकी प्रेरणा रहा और जुनून भी । एक सपना हमेशा उनकी आंखों में पलता रहा , आरसीबी के लिये आईपीएल जीतने का । इस दशक के क्रिकेट के सबसे बड़े ‘शो मैन' को आखिरकार आईपीएल का ताज मिला । क्रिकेट के अनगिनत रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके कोहली के साथ ही दुनिया भर के आरसीबी प्रशंसक इस पल को शायद ही कभी भुला सकेंगे । -
नई दिल्ली। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स के बीच आज मंगलवार, 3 जून को अहमदाबाद में आईपीएल-2025 का खिताबी मैच खेला जाएगा। इससे एक बात तो साफ है कि इस बार फैंस को एक नया आईपीएल विजेता मिलना निश्चित है।
कौन रहा किस पर भारी ?बताना चाहेंगे, क्वालीफायर-1 में पंजाब किंग्स को 8 विकेट से मात देकर आरसीबी ने खिताबी मैच में अपनी जगह बनाई है। इस अहम मुकाबले में पंजाब की टीम 14.1 ओवरों में महज 101 रन पर सिमट गई थी।क्वालीफायर-1 में पंजाब किंग्स को मिली थी 8 विकेट से हारपंजाब किंग्स के लिए मार्कस स्टोइनिस ने 17 गेंदों में सर्वाधिक 26 रन की पारी खेली थी। पंजाब की बल्लेबाजी इस मुकाबले में एकदम फ्लॉप रही। आलम ये रहा कि सिर्फ तीन ही बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। विपक्षी टीम की ओर से जोश हेजलवुड और सुयश शर्मा को सर्वाधिक 3-3 सफलता हाथ लगी। इसके जवाब में आरसीबी ने महज 10 ओवरों में ही मुकाबला अपने नाम कर लिया था। टीम के लिए फिलिप सॉल्ट ने 27 बॉल में 56 रन की नाबाद पारी खेली।क्वालीफायर-2 पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को पांच विकेट से शिकस्त दीभले ही पंजाब की टीम आरसीबी के लिए क्वालीफायर-1 मैच गंवा चुकी थी, लेकिन उसने क्वालीफायर-2 में मुंबई इंडियंस को पांच विकेट से शिकस्त दी है। ऐसे में उसे कमजोर नहीं आंका जा सकता।क्वालीफायर-2 में मुंबई इंडियंस ने 6 विकेट खोकर 203 रन बनाए थे। इसके जवाब में पंजाब किंग्स ने एक ओवर शेष रहते जीत दर्ज कर ली थी। पंजाब के लिए कप्तान श्रेयस अय्यर ने 41 बॉल में नाबाद 87 रन बनाए थे, जिसमें 8 छक्के और 5 चौके शामिल थे।आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच अब तक खेले गए कुल 36 मैचहेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच अब तक कुल 36 मैच खेले गए हैं, जिसमें दोनों ही टीमों ने 18-18 मुकाबले अपने नाम किए। ऐसे में आंकड़ों के लिहाज से दोनों ही टीमें बराबरी पर हैं।आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच पिछली 10 भिड़ंत को देखें, तो पंजाब किंग्स ने चार, जबकि आरसीबी ने छह मुकाबलों में जीत दर्ज की है।दोनों टीमें इस प्रकार हैं –रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु: विराट कोहली, रजत पाटीदार (कप्तान), स्वास्तिक चिकारा, जितेश शर्मा, फिलिप साल्ट, मनोज भंडागे, टिम डेविड, क्रुणाल पंड्या, लियाम लिविंगस्टोन, रोमारियो शेफर्ड, स्वप्निल सिंह, भुवनेश्वर कुमार, जोश हेजलवुड, नुवान तुषारा, यश दयाल, रसिख दार सलाम, सुयश शर्मा, मोहित राठी, अभिनंदन सिंह, मयंक अग्रवाल, ब्लेसिंग मुजरबानी, टिम सीफर्ट।पंजाब किंग्स: नेहल वढेरा, हरनूर सिंह, श्रेयस अय्यर, मुशीर खान, पायला अविनाश, प्रभसिमरन सिंह, विष्णु विनोद, जोश इंग्लिस, मार्कस स्टोइनिस, प्रवीण दुबे, प्रियांश आर्य, अजमतुल्ला उमरजई, आरोन हार्डी, हरप्रीत बराड़, सूर्यांश शेडगे, शशांक सिंह, युजवेंद्र चहल, अर्शदीप सिंह, जेवियर बार्टलेट, कुलदीप सेन, विजयकुमार विशाक, यश ठाकुर, मिशेल ओवेन, काइल जैमीसन। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को किशोर शतरंज खिलाड़ी गुकेश डोमराजू की प्रतिष्ठित नॉर्वे शतरंज 2025 टूर्नामेंट के छठे दौर में नॉर्वे के विश्व नंबर एक और पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन पर शानदार जीत की सराहना की।
गुकेश ने अपने करियर में पहली बार क्लासिकल प्रारूप में कार्लसन को हरायाभारत के 19 वर्षीय शतरंज स्टार गुकेश, जो मौजूदा विश्व चैंपियन भी हैं, ने अपने करियर में पहली बार क्लासिकल प्रारूप में कार्लसन को हराया। उन्हें इस उपलब्धि के लिए भारतीय खेल जगत की सराहना मिल रही है।पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर गुकेश की असाधारण उपलब्धि पर दी बधाईप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “गुकेश की असाधारण उपलब्धि! सर्वश्रेष्ठ पर विजय पाने के लिए उन्हें बधाई। नॉर्वे शतरंज 2025 के राउंड 6 में मैग्नस कार्लसन के खिलाफ उनकी पहली जीत उनकी प्रतिभा और समर्पण को दर्शाती है। आगे की यात्रा में उनकी निरंतर सफलता की कामना करता हूं।”कार्लसन ने समय की कमी के कारण एक बड़ी गलती की जिसका फायदा गुकेश ने उठायास्टावेंजर (नॉर्वे) में स्थानीय हीरो कार्लसन के खिलाफ खेलते हुए, गुकेश ने खुद को अंतिम गेम के दौरान मुश्किल में पाया। कार्लसन भारतीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी पर लगातार दूसरी क्लासिकल जीत के साथ टूर्नामेंट में अपनी बढ़त को बढ़ाने के लिए तैयार थे। लेकिन, एक नाटकीय मोड़ में, कार्लसन ने समय की कमी के कारण एक बड़ी गलती की जिसका फायदा गुकेश ने उठाया।गुकेश ने खेल के बाद क्या कहा ?गुकेश ने खेल के बाद कहा, “मैं ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था, मुझे बस इसका पूरा फायदा उठाना था। मैं ऐसे मूव बना रहा था, जो उसके लिए मुश्किल थे, और सौभाग्य से, वह समय की कमी में फंस गया।”उन्होंने कहा, “इस टूर्नामेंट से मैंने एक बात सीखी है कि समय की कमी नियंत्रण से बाहर हो सकती है।”कार्लसन हार के बाद हुए हताशहार से परेशान कार्लसन ने बोर्ड पटक दिया और हताश होकर आयोजन स्थल से बाहर चले गए। वहीं गुकेश ने अपने कोच ग्रेजगोरज गजेवस्की के साथ शांति से जीत का जश्न मनाया।कार्लसन के टेबल पर मुक्का मारने पर प्रतिक्रिया देते हुए गुकेश ने कहा, “यह समझ में आता है। मैंने भी अपने करियर में बहुत सी टेबलों पर मुक्का मारा है!”इससे पहले टूर्नामेंट में कार्लसन ने गुकेश को शुरुआती दौर में ही हरा दिया था। लेकिन इस बार, युवा भारतीय खिलाड़ी ने सबसे अहम समय पर अपना संयम बनाए रखा।नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में छह खिलाड़ियों के बीच डबल राउंड-रॉबिन प्रारूप होता है। गुकेश की जीत उनके अभियान के लिए बड़ी बढ़त है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को उलानबटोर ओपन 2025 में तीसरी रैंकिंग सीरीज में अपने अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए पहलवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, “हमारी नारी शक्ति ने रैंकिंग सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जिससे यह उपलब्धि और भी स्मरणीय बन गई है। यह खेल प्रदर्शन कई उभरते एथलीटों को प्रेरित करेगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “खेलों में भारत की उपलब्धियाँ जारी हैं! उलानबटोर ओपन 2025 में तीसरी रैंकिंग सीरीज में अपने अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए हमारे पहलवानों को बधाई, जिसमें 6 स्वर्ण सहित 21 पदक शामिल हैं। हमारी नारी शक्ति ने रैंकिंग सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जिससे यह उपलब्धि और भी स्मरणीय बन गई है। यह खेल प्रदर्शन कई उभरते एथलीटों को प्रेरित करेगा।”आपको बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने आज सोशल मीडिया एक्स पर अलग-अलग खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तारीफ की है। इससे पहले उन्होंने एक्स पोस्ट में नॉर्वे शतरंज 2025 में मैग्नस कार्लसन पर पहली जीत के लिए डी गुकेश को बधाई दी। वहीं, एक अन्य एक्स पोस्ट में हाल ही में दक्षिण कोरिया में आयोजित एशियाई एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2025 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए भारतीय दल की सराहना की और कहा कि हर खिलाड़ी की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता पूरे टूर्नामेंट में नजर आई । - नयी दिल्ली भारत ने अर्जेंटीना के रोसारियो में चार देशों की जूनियर महिला हॉकी टूर्नामेंट के अपने पांचवें मुकाबले में उरुग्वे पर शूटआउट में 3-1 से जीत दर्ज की। इससे पहले निर्धारित समय में यह मुकाबला 2-2 की बराबरी पर छूटा था। भारत के लिए उप-कप्तान हिना (10वें मिनट) और लालरिनपुई (24वें मिनट) ने मैच के निर्धारित समय में गोल किये जबकि जबकि गीता, कनिका और लालथंतलुगी ने शूटआउट में अपने मौकों को भुनाकर टीम की जीत सुनिश्चित की। भारत ने मैच की आक्रामक शुरुआत के साथ दबदबा कायम किया। हिना ने 10वें मिनट में खाता खोला जबकि लालरिनपुई के गोल से मध्यांतर तक भारत ने 2-0 की बढ़त बना ली। उरुग्वे ने हालांकि आखिरी क्वार्टर में शानदार वापसी की। टीम ने तीन मिनट के अंदर दो गोल कर स्कोर बराबर कर लिया। इनेस डी पोसादास ने 54वें मिनट जबकि मिलाग्रोस सेगल ने 57वें मिनट गोल करके स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। शूटआउट में भारत ने अपना संयम बनाए रखा और गीता, कनिका और लालथंतलुगी ने लगातार तीन गोल किए, जबकि उरुग्वे को केवल एक ही गोल करने का मौका मिला। भारत अब रविवार (भारतीय समयानुसार सोमवार) को मेजबान अर्जेंटीना के खिलाफ खेलेगा।
-
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (आईपीएल 2025) को आठ साल बाद नया चैंपियन मिलने जा रहा है। रविवार रात अहमदाबाद में हुए क्वालिफायर-2 में पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को हराकर फाइनल में जगह बना ली। अब 3 जून को फाइनल मुकाबले में पंजाब का सामना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) से होगा। खास बात यह है कि आईपीएल के इतिहास में न तो आरसीबी और न ही पंजाब कभी खिताब जीत पाई हैं। ऐसे में इस बार ट्रॉफी किसी नई टीम के नाम होगी।
चौथी बार फाइनल खेलेगी आरसीबी, अब तक तीन बार रनर-अप रही हैरॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का यह चौथा आईपीएल फाइनल होगा। इससे पहले टीम 2009, 2011 और 2016 में फाइनल में पहुंच चुकी है, लेकिन तीनों बार हार का सामना करना पड़ा। 2009 में डेक्कन चार्जर्स, 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स और 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों उन्हें खिताब गंवाना पड़ा था।दूसरी बार फाइनल में पहुंची पंजाब किंग्स, बदली किस्मतपंजाब किंग्स (पूर्व नाम किंग्स इलेवन पंजाब) दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंची है। इससे पहले टीम 2014 में फाइनल में पहुंची थी, जहां उसे कोलकाता नाइट राइडर्स से हार का सामना करना पड़ा था। 2011 से प्लेऑफ की शुरुआत के बाद से 2024 तक पंजाब सिर्फ एक बार ही प्लेऑफ में पहुंची थी। इस बार टीम ने लीग स्टेज में दमदार प्रदर्शन कर नंबर-1 पर रहते हुए प्लेऑफ में एंट्री ली और अब फाइनल में पहुंची है।श्रेयस अय्यर ने रचा इतिहास, तीन टीमों को दिलाई फाइनल में जगहपंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया है। वह आईपीएल इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने तीन अलग-अलग टीमों को फाइनल तक पहुंचाया है। 2020 में उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में पहुंचाया था, 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को खिताब जिताया और अब 2025 में पंजाब को फाइनल तक लाने में सफल रहे हैं।लीग स्टेज में टॉप-2 रहीं दोनों टीमें, क्वालिफायर में भी कांटे की टक्करपंजाब और आरसीबी दोनों ने लीग स्टेज में शानदार प्रदर्शन किया। दोनों टीमों ने 14 में से 9 मैच जीते, 4 हारे और एक मैच बेनतीजा रहा। नेट रन रेट में भी दोनों में मामूली अंतर था। लीग स्टेज में पंजाब ने बेंगलुरु को उनके होम ग्राउंड पर हराया था, जबकि आरसीबी ने रिवर्स फिक्सचर में मुल्लांपुर में जीत दर्ज की थी।3 जून को अहमदाबाद में होगा खिताबी मुकाबलाक्वालिफायर-1 में दोनों टीमों की भिड़ंत हुई थी, जहां आरसीबी ने पंजाब को सिर्फ 101 रन पर समेटकर 10 ओवर शेष रहते मैच जीत लिया और सीधे फाइनल में पहुंच गई। वहीं पंजाब ने क्वालिफायर-2 में मुंबई को हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया। अब सभी की निगाहें 3 जून को अहमदाबाद में होने वाले आईपीएल 2025 के फाइनल पर टिकी होंगी, जहां क्रिकेट प्रेमियों को एक नया चैंपियन देखने को मिलेगा। -
नयी दिल्ली. तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन की अकादमी का उद्घाटन मंगलवार को गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा करेंगे। लवलीना ने कहा, ‘‘यह अकादमी सिर्फ प्रशिक्षण सुविधा से कहीं बढ़कर है। यह एक सपना है जो मैंने खुद और असम के उन अनगिनत युवा लड़कों और लड़कियों के लिए देखा है जो रिंग में उतरना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा, लवलीना मुक्केबाजी अकादमी' के साथ मैं ऐसा माहौल बनाना चाहती हूं जहां महत्वाकांक्षी खिलाड़ी न केवल मुक्केबाजी की कला सीखें बल्कि सफल होने के लिए जरूरी जज्बा, अनुशासन और मजबूत आत्मविश्वास भी हासिल करें।'' यह अकादमी युवा प्रतिभा को पोषित कर उन्हें विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचा प्रदान करने की लवलीना की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में खेल और खेल से जुड़े बुनियादी ढांचे के विकास में एक ऐतिहासिक कदम भी है।