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इम्फाल. किर्गिस्तान गणराज्य के खिलाफ ड्रा से भी भारतीय टीम मंगलवार को तीन देशों के अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट जीत लेगी लेकिन मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने कहा कि मेजबान टीम जीत के इरादे से मैदान पर उतरेगी। भारतीय टीम ने पिछले बुधवार को म्यांमा पर 1-0 की जीत हासिल की। उन्हें टूर्नामेंट जीतने के लिये महज एक ड्रा की जरूरत है क्योंकि किर्गिस्तान गणराज्य ने शनिवार को टूर्नामेंट के दूसरे मैच में म्यांमा के खिलाफ 1-1 से ड्रा खेला। वहीं किर्गिस्तान गणराज्य को अगर टूर्नामेंट की ट्राफी हासिल करनी है तो उसे भारत के खिलाफ जीत की दरकार होगी। स्टिमक ने मैच पूर्व आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हम जीत के इरादे से मैदान में उतरेंगे। हमारे पास स्टेडियम में समर्थक मौजूद हैं और हमारे पास खुद को साबित करने का मौका है। यह पहले मैच की तुलना में ज्यादा मजबूत टीम होगी। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैं सही था जब मैंने कहा था कि म्यामां ऐसी टीम है जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है। हमने किर्गिस्तान गणराज्य के खिलाफ यह देखा भी। किर्गिस्तान की टीम के खिलाफ यह एक अलग चुनौती होगी क्योंकि उनके पास जीत के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। 'गोलकीपर अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जब भी मौका मिलता है, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करता हूं। कोचों ने मुझे पिच के अंदर और बाहर काफी आत्मविश्वास बढ़ाया है। मैं ट्रेनिंग में कड़ी मेहनत करता हूं, आराम करता हूं और अच्छा खाता हूं। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं और मैं इसे जारी रखना चाहता हूं। किर्गिस्तान गणराज्य की टीम 94वीं रैंकिंग पर काबिज है जबकि भारत की रैंकिंग 106 है।
म्यामां के खिलाफ अपनी टीम के शुरूआती मैच में ड्रा नतीजे से किर्गिस्तान गणराज्य के कोच एलेक्जैंडर क्रेस्टिनिन ने कहा, ‘‘हमने मैच की समीक्षा की। काफी कुछ रणनीति के अनुसार नहीं हुआ। हमने भारत के मैचों का भी आकलन किया था और कल हम अपनी पिछली गलतियों में सुधार करना चाहेंगे। हम टीम में कुछ बदलाव करेंगे। -
इम्फाल. अपने कैरियर के आखिरी पड़ाव पर पहुंचने के बावजूद 38 वर्ष के सुनील छेत्री की गोल करने की भूख कम नहीं हुई है और भारतीय फुटबॉल स्टार हर मैच में गोल करना चाहते हैं । सक्रिय फुटबॉल खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी के बाद सर्वाधिक (132 मैचों में 84 गोल) गोल कर चुके छेत्री ने कहा ,‘‘ मेरा मानना है कि गोल करने की मेरे जैसी भूख बहुत खिलाड़ियों में नहीं होती है ।'' किर्गीज गणराज्य के खिलाफ त्रिकोणीय अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट में भारत के मैच से पहले उन्होंने कहा ,‘‘ गोल करने की मेरी भूख हमेशा से ऐसी ही थी और आगे भी ऐसी ही रहेगी ।'' पहले मैच में म्यामां को 1 . 0 से हरा चुकी भारतीय टीम को बस एक ड्रॉ की जरूरत है ।
छेत्री ने कहा कि इंडियन सुपर लीग फाइनल में उनकी टीम बेंगलुरू एफसी को मिली हार के बाद राष्ट्रीय शिविर से जुड़ना वरदान की तरह था । उन्होंने कहा, राष्ट्रीय शिविर से हमारा मनोबल बढता है । अगर शिविर नहीं होता तो मेरे लिये उस हार को पचाना और मुश्किल होता । - नयी दिल्ली। इंडियन ताइक्वांडो प्रीमियर लीग (टीपीएल) रविवार को यहां लांच की गयी जिसमें 12 टीमें खिताब के लिए एक दूसरे के आमने सामने होंगी। फ्रेंचाइजी आधारित यह लीग इस साल जून में दिल्ली में करायी जायेगीइसमें हैदराबाद, राजस्थान, महाराष्ट्र, असम, दिल्ली, बेंगलुरु, देहरादून, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, चेन्नई और गुजरात की फ्रेंचाइजी हिस्सा लेंगी। लीग के संस्थापक निदेशक गणेश दुवुरी ने कहा, ‘‘टीपीएल टीम प्रारूप में खेली जायेगी, जिसमें प्रत्येक टीम में शीर्ष पांच खिलाड़ी होंगे। हमने टूर्नामेंट को रोमांचक और तेज बनाये रखने के लिये 58.1 किग्रा से 67.9 किग्रा तक ही सीमित रखा है।
- पुणे ।.सेना की टीम ने 33वीं सीनियर राष्ट्रीय तलवारबाजी चैम्पियनशिप में पुरूषों की फॉइल टीम स्पर्धा में खिताब जीता । पुरूषों के व्यक्तिगत एपी वर्ग में भी सेना का दबदबा रहा जिसके दो खिलाड़ियों भूपेन सिंह लिशाम और सुनील कुमार ने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीते । एकतरफा मुकाबले में सेना की फॉइल टीम ने मणिपुर को 45 . 32 से हराया । सेना की टीम में अर्जुन, बिबिश कार्तिरेसन, इस्माइल मोहम्मद खान और बिकी थोकचोम थे । सेना ने महाराष्ट्र को सेमीफाइनल में 45 . 29 से हराया था जबकि मणिपुर ने छत्तीसगढ को 45 . 39 से मात दी । महाराष्ट्र और छत्तीसगढ को कांस्य पदक मिले । सीनियर पुरूष एपी वर्ग में भूपेन ने सुनील को 15 . 11 से हराकर स्वर्ण जीता ।
- नयी दिल्ली। स्टार आल राउंडर रविंद्र जडेजा को अपने शानदार प्रदर्शन का पुरस्कार बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध के एलीट ग्रेड ‘ए प्लस' में प्रवेश कर मिला जबकि अक्षर पटेल को भी ‘ए' ग्रेड में शामिल किया गया। आस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी में संयुक्त ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज' रहे 34 वर्षीय जडेजा ‘ए प्लस' वर्ग में शामिल चार खिलाड़ियों में से एक हैं जिसमें कप्तान रोहित शर्मा, पूर्व कप्तान विराट कोहली और चोटिल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह मौजूद हैं। बीसीसीआई ने रविवार को अपने सालाना अनुबंध की घोषणा की।शीर्ष क्रम के बल्लेबाज केएल राहुल को लगातार खराब प्रदर्शन के कारण ‘ग्रेड बी' में खिसका दिया गया।बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) ने चार ग्रुप - ‘ए प्लस' (सात करोड़ रुपये), ‘ए' (पांच करोड़ रुपये), ‘बी' (तीन करोड़ रुपये) और ‘सी' (एक करोड़ रुपये) - में 26 क्रिकेटरों को ‘रिटेनरशिप' सौंपी। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, अजिंक्य रहाणे और ईशांत शर्मा को अनुबंध नहीं मिला।इस अनुभवी तिकड़ी को अनुबंध सूची से बाहर किये जाने से संकेत मिलता है कि अब राष्ट्रीय टीम में उनकी जरूरत नहीं होगी। स्पिन आल राउंडर अक्षर काफी खुश होंगे जिन्हें ‘ए' वर्ग में प्रोमोट किया गया जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत को भी पहली बार केंद्रीय अनुबंध में जगह मिली, उन्हें ग्रुप ‘सी' में शामिल किया गया। स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पिछले साल दिसंबर में कार दुर्घटना में लगी चोटों का उपचार कराने के बाद उबरने की प्रक्रिया में हैं, वह ‘ए' वर्ग में बरकरार हैं जिसमें हार्दिक पंड्या, रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी शामिल हैं। ग्रुप ‘बी' में छह क्रिकेटर शामिल हैं जिसमें चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, मोहम्मद सिराज, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल मौजूद हैं। ग्रुप ‘सी' में 11 क्रिकेटर उमेश यादव, शिखर धवन, शार्दुल ठाकुर, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह क अलावा भरत शामिल हैं। एलीट ‘ए प्लस' वर्ग में ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो सभी तीन प्रारूपों में निश्चित उम्मीदवार होते हैं जबकि ‘ए' वर्ग में ऐसे क्रिकेटर होते हैं जो टेस्ट और वनडे के लिये निश्चित होते हैं। वहीं ग्रुप बी में ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनका सीमित ओवर के क्रिकेट के लिए विचार किया जाता है जबकि ग्रुप ‘सी' के खिलाड़ियों को आमतौर पर नियमित रूप से तीनों से एक प्रारूप में के लिए विचार किया जाता है।
- मुंबई। मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स पर सात विकेट की जीत से शुरूआती महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की ट्राफी हासिल करने के बाद कहा कि मैच को जीतने के बजाय मुकाबले के महत्वपूर्ण मौकों पर दबदबा बनाने पर ध्यान देना ही उनकी टीम के लिये कारगर रहा। मुंबई इंडियंस ने बीती रात ब्रैबोर्न स्टेडियम में तीन गेंद रहते 132 रन के लक्ष्य का पीछा कर लिया जिसमें इंग्लैंड की आल राउंडर नैट स्किवर ब्रंट ने नाबाद 60 रन की पारी का अहम योगदान रहा। डब्ल्यूपीएल की ट्राफी जीतने के बाद हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘शुरु से ही हम महत्वपूर्ण मौकों को अपने नाम करने के बारे में बात कर रहे थे। हम ट्राफी पर ध्यान नहीं लगाये थे, हम इन सभी मौकों को जीतने की कोशिश कर रहे थे। हमने सोचा कि अगर हम इन मौकों को जीत लेंगे तो ट्राफी स्वत: ही हमारी झोली में आ जायेगी। '' उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से कप्तान के तौर पर ट्राफी जीतने के इस पल का इंतजार कर रही थीं। उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत तौर पर काफी अच्छा महसूस हो रहा है। मैं लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रही थी कि मैं कब कप्तान के तौर पर कोई खिताब जीत पाऊंगी। यह महिला क्रिकेट के लिये बहुत महत्वपूर्ण रहा। '' हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘कभी कभार हम ऐसा (ट्राफी जीतने के) करने के करीब पहुंचे लेकिन नहीं कर पाये। लेकिन यहां टूर्नामेंट अलग था इसलिये टीम भी अलग थी। हर टीम काफी संतुलित थी और टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया। ''रविवार को हरमनप्रीत के रन आउट होने से उनके टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके आउट होने की याद तरोताजा हो गयी लेकिन मुंबई इंडियंस की कप्तान ने कहा कि उनकी टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिये काफी खिलाड़ी मौजूद थीं। उन्होंने कहा, ‘‘दोनों रन आउट काफी निराशाजनक रहे। मैं पिछले मैच (भारत बनाम आस्ट्रेलिया) में काफी आत्मविश्वास से खेल रही थी क्योंकि हमारे हाथ में काफी विकेट थे। मुझे लगा था कि हम लक्ष्य तक पहुंच जायेंगे। '' हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘लेकिन यहां माहौल पूरी तरह अलग था, हमारे पास मध्यक्रम में नैट मौजूद थीं और वह क्रीज पर डट गयी थीं। मैं जानती थी कि कौन गेंदबाजी करने वाला था और किस तरह से। हम मैच खत्म करने के लिए काफी सकारात्मक थे और दो ओवर बचे थे। लेकिन जब मैं आउट हुई तो हमने सोचा कि हमें परिस्थिति के हिसाब से खेलना होगा। '' उन्होंने कहा कि गुजरात जायंट्स के खिलाफ एलिमिनेटर खेलने से उनकी टीम को फाइनल के लिये लय हासिल करने में मदद मिली। हरमनप्रीत ने कहा कि शुरुआती डब्ल्यूपीएल में सभी पांचों टीमों ने अच्छा खेल दिखाया और सभी के लिये खिताब जीतने का मौका था। दिल्ली कैपिटल्स के कोच जोनाथन बैटी ने लगातार विकेट गंवाने पर निराशा व्यक्त की।उन्होंने कहा, ‘‘शुरूआती तीन विकेट गिरना आपके लिये नुकसानदायक हो सकता है। कप्तान मेग लैनिंग और मरिजाने काप के बीच भागीदारी ने हमें वापसी करायी लेकिन फिर हमने विकेट गंवा दिये। इससे चीजें मुश्किल हो गयीं। ''
- मुंबई । हीली मैथ्यूज की अगुवाई में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद नेट स्किवेर ब्रंट के 55 गेंद में नाबाद 60 रन की मदद से मुंबई इंडियंस ने रविवार को दिल्ली कैपिटल्स को सात विकेट से हराकर पहला महिला प्रीमियर लीग खिताब जीत लिया । शिखा पांडे और राधा यादव के बीच दसवें विकेट के लिये 52 रन की साझेदारी की मदद से दिल्ली कैपिटल्स नौ विकेट पर 131 रन बनाये । जवाब में मुंबई ने तीन गेंद बाकी रहते तीन विकेट पर 134 रन बनाये । स्किवेर ब्रंट ने एक छोर संभालकर 55 गेंद की अपनी पारी में सात चौके लगाये । कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी 39 गेंद में 37 रन की पारी खेली । आखिर में एमेलिया केर ने आठ गेंद में नाबाद 14 रन बनाकर टीम को जीत तक पहुंचाया । इससे पहले मुंबई के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया । दिल्ली का स्कोर 11वें ओवर में तीन विकेट पर 74 रन था । इसके बाद छह विकेट पांच रन के भीतर गिर गए और 16वें ओवर के बाद स्कोर नौ विकेट पर 79 रन हो गया । मुंबई के विदेशी गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया जिनमें से हीली मैथ्यूज ने चार ओवर में सिर्फ पांच रन देकर तीन विकेट लिये जबकि इसाबेल वोंग ने 42 रन देकर तीन और एमेलिया केर ने 18 रन देकर दो विकेट चटकाये । दिल्ली के लिये शिखा और राधा ने 52 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को 100 रन के पार पहुंचाया । शिखा ने 17 गेंद में नाबाद 27 और राधा ने 12 गेंद में नाबाद 27 रन की पारी खेली । शिखा ने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया जबकि राधा ने दो चौके और दो छक्के जड़े ।इससे पहले मैथ्यूज , वोंग और केर ने आपस में आठ विकेट लेकर मुंबई को मजबूत स्थिति तक पहुंचाया ।कैरेबियाई हरफनमौला मैथ्यूज ने टूर्नामेंट में 16 विकेट लेकर यूपी वारियर्स की सोफी एक्सेलेटोन की बराबरी कर ली । वोंग और केर ने टूर्नामेंट में 15 . 15 विकेट लिये । ब्रेबोर्न स्टेडियम पर फाइनल की शुरूआत नाटकीय रही जब मुंबई ने वोंग की फुलटॉस गेंदों पर पहले तीन विकेट लिये । पहले दो फैसले तीसरे अंपायर ने दिये । शेफाली वर्मा ने लांग आन पर छक्का और अगली गेंद पर वोंग को चौका लगाकर शुरूआत की लेकिन केर की गेंद पर प्वाइंट में कैच दे बैठी । वोंग ने इसके बाद एलिस कैपसी को खाता खोले बिना रवाना किया जिनका शानदार कैच एक्स्ट्रा कवर पर अमजोत कौर ने लपका । जेमिमा रौड्रिग्स ने पहली गेंद पर चौका लगाकर शुरूआत की । उन्होंने तीसरे ओवर में नेट स्किवेर ब्रंट को दूसरा चौका लगाया । इससे पहले लानिंग ने पहली दो गेंद पर दो चौके जड़े । वोंग की फुलटॉस पर हालांकि जेमिका प्वाइंट में हीली मैथ्यूज को कैच देकर लौटी ।पावरप्ले के आखिर में दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 38 रन था । दस ओवर में स्कोर तीन विकेट पर 68 रन था । दिल्ली की पारी का पतन 11वें ओवर के बाद शुरू हुआ और नौ विकेट 79 रन पर गिर गए जिसके बाद राधा और शिखा ने मोर्चा संभाला ।
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सात्विक . चिराग ने स्विस ओपन खिताब जीता
बासेल. भारत के सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने चीन के रेन शियांग यू और तान कियांग को हराकर स्विस ओपन सुपर 300 बैडमिंटन पुरूष युगल खिताब जीत लिया । विश्व चैम्पियनशिप 2022 कांस्य पदक विजेता दूसरी वरीयता प्राप्त भारत जोड़ी ने दुनिया की 21वें नंबर की जोड़ी को 54 मिनट में 21 . 19, 24 . 22 से हराया । भारत के लिये सत्र का यह पहला खिताब है । पिछले सप्ताह ही सात्विक और चिराग की जोड़ी आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के दूसरे दौर से बाहर हो गई थी । भारतीय जोड़ी के लिये यह पांचवां विश्व टूर खिताब है जिन्होंने पिछले साल इंडिया ओपन और फ्रेंच ओपन भी जीता था । इससे पहले 2019 में थाईलैंड ओपन और 2018 में हैदराबाद ओपन जीता था । सात्विक और चिराग ने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था । -
बासेल. सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने शनिवार को यहां एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए स्विस ओपन सुपर सीरीज 300 बैडमिंटन प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश किया। सात्विक और चिराग ने ओंग यू सिन और टियो ई यी की तीसरी वरीयता प्राप्त मलेशियाई जोड़ी को एक घंटे नौ मिनट तक चले सेमीफाइनल में 21-19 17-21 21-17 से पराजित किया। अब इस भारतीय जोड़ी का सामना रविवार को चीन के रेन जियांग यु और टान कियांग की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी से होगा। इससे पहले भारतीय जोड़ी ने शुक्रवार की रात को खेले गए तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में डेनमार्क के जेपी बे और लासे मोल्हेडे को 54 मिनट में 15-21, 21-11, 21-14 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। -
भोपाल. ओलंपियन निशानेबाज मनु भाकर ने शनिवार को यहां आईएसएसएफ पिस्टल/राइफल विश्व कप की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता जिससे भारत के पदकों की संख्या सात हो गयी है जिसमें एक स्वर्ण शामिल है। विश्व कप में कई पदक जीत चुकी भाकर ने शुक्रवार को प्रीसिशन दौर में 290 अंक जुटाये और दूसरे दिन रैपिड दौर में प्रवेश किया। शनिवार को रैपिड दौर में उन्होंने फिर 98, 99 और 97 की तीन शानदार सीरीज से कुल 294 अंक जुटाये जिससे वह तीसरे स्थान से रैंकिंग दौर में पहुंची। एक अन्य भारतीय निशानेबाज ईशा सिंह ने रैपिड दौर में 289 अंक से कुल 581 अंक (प्रीसिशन में 292) से आठवें स्थान पर रहकर रैंकिंग दौर में जगह बनायी। रैंकिंग दौर के पहले मैच में भाकर ने कुल 14 अंक से तीसरे क्वालीफायर के तौर पर जर्मनी की डोरीन वेनेकैम्प (14 अंक) के साथ पदक दौर के लिए क्वालीफाई किया। ईशा इस दौर से बाहर हो गयी। रैकिंग दौर के दूसरे मैच से दो निशानेबाजों ने क्वालीफाई किया।
पदक दौर में भाकर (20 अंक) डोरीन (30 अंक) और चीन की जियू डु (29 अंक) को चुनौती नहीं दे सकीं जिन्होंने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीते। भारतीय निशानेबाज ने कांस्य पदक जीता। इस विश्व कप में यह भाकर का पहला पदक है, वह अपनी पसंदीदा एयर पिस्टल स्पर्धा में प्रभावित नहीं कर सकीं और शुरूआती दिन 16वें स्थान पर रहीं। -
नई दिल्ली। विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में आज शाम नई दिल्ली में 45 से 48 किलोग्राम भार वर्ग में नीतू घणघस और 75 से 81 किेलोग्राम भार वर्ग में स्वीटी बूरा अपने फाइनल मैच खेलेंगी। न्यूनतम भार श्रेणी में नीतू का मुकाबला मंगोलिया की एलटेंट सेटसेग लूसाईखान से और लाइट हेवीवेट श्रेणी में स्वीटी का मुकाबला चीन की लीना वांग से होगा।
कल नीतू ने कज़ाकिस्तान की बाल्कीबेकोवा को और स्वीटी ने ऐम्मा सू ग्रीनट्री को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।कल निकहत ज़रीन ने कोलंबिया की इंग्रिट वेलेन्सिया को और मिड्लवेट श्रेणी में लवलीना बोरगोहेन ने चीन की ली कियान को हराकर फाइनल में जगह बनाई। - नयी दिल्ली। एशियाई हॉकी महासंघ (एएचएफ) ने हॉकी इंडिया को इस साल की शुरुआत में भुवनेश्वर और राउरकेला में एफआईएच पुरुष विश्व कप की सफल मेजबानी के लिए गुरुवार को सर्वश्रेष्ठ आयोजक के पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार कोरिया के मुंगयोंग में आयोजित एएचएफ कांग्रेस के दौरान हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने प्राप्त किया। भुवनेश्वर के कलिंग हॉकी स्टेडियम ने इससे पहले 2018 में भी एफआईएच विश्व कप की मेजबानी की थी लेकिन राउरकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम में पहली बार इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उसने दर्शकों की अपनी क्षमता के कारण लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने यहां जारी बयान में कहा,‘‘ हम एशियाई हॉकी महासंघ से मिली इस मान्यता के प्रति आभारी हैं। हॉकी इंडिया के लिए स्वदेश में विश्वकप हमेशा से विशेष रहा है। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता इसमें भाग लेने वाली प्रत्येक टीम, अधिकारी या दर्शकों के लिए इसे यादगार बनाना था।'' उन्होंने कहा,‘‘ हमारा यह प्रयास माननीय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, सभी हित धारकों और इस आयोजन के सफल आयोजन से जुड़े कई लोगों के सहयोग के बिना संभव नहीं होता।''
- नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज निकहत ज़रीन, लवलीना बोरगोहाई, स्वीटी बूरा और नीतू घणघस विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में फाइनल में पहुंच गई हैं। नई दिल्ली में कल सेमीफाइनल में निकहत ने 50 किलोग्राम वर्ग में कोलंबिया की इंग्रिड वेलेंसिया को, लवलीना ने 75 किलोग्राम वर्ग में चीन की ली कियान को, नीतू घणघस ने कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा को और स्वीटी बूरा ने 81 किलोग्राम वर्ग में ऑस्ट्रेलिया की सू ग्रीनटी को हराया।
- नयी दिल्ली। प्रबल दावेदार निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने बुधवार को यहां उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन करते हुए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए पदक पक्के किये। इन दोनों के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन नीतू गंघास (48 किलो) और अनुभवी स्वीटी बूरा (81 किग्रा) भी अंतिम चार में पहुंच गयीं। नये वजन वर्ग में खेलते हुए मौजूदा चैम्पियन निकहत (50 किग्रा) ने थाईलैंड की चुथामाट रकसात को 5-2 से हराकर अपना दूसरा विश्व चैम्पियनशिप पदक पक्का किया जबकि लवलीना (75 किग्रा) ने मोजाम्बिक की एडोसिंडा राडी ग्रामाने पर 5-0 से जीत हासिल की। हालांकि भारत के लिए साक्षी चौधरी (52 किग्रा) और पिछले चरण की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किग्रा) हालांकि अंतिम चार चरण तक पहुंचने में विफल रही। राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैसमीन लम्बोरिया (60 किग्रा) और नुपूर श्योराण (+81) को भी हार सामना करना पड़ा। निकहत का सामना अब सेमीफाइनल में कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से होगा जो रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता हैं। हरियाणा की 22 वर्ष की नीतू रिंग में उतरने वाली पहली भारतीय रहीं, उन्होंने दूसरे राउंड में आरएससी (रैफरी के द्वारा मुकाबला रोके जाना) के आधार पर जापान की माडोका वाडा को हराया। इस तरह उन्होंने अपने और भारत के लिये कम से कम एक कांस्य पदक पक्का किया। वहीं टूर्नामेंट में अपना पहला मुकाबला खेल रही स्वीटी ने अपनी शीर्ष वरीयता के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए 2018 कांस्य पदक विजेता बेलारूस की विक्टोरिया केबिकावा पर 5-0 से जीत हासिल कर विश्व चैम्पियनशिप का अपना दूसरा पदक पक्का किया। उन्होंने 2014 में रजत पदक जीता था। नीतू ने पूरी आक्रामकता के साथ खेलते हुए विरोधी पर जमकर घूंसे बरसाये । रैफरी ने मुकाबला रोककर नीतू के पक्ष में फैसला दिया । नीतू ने तीनों मुकाबले आरएससी फैसले पर जीते हैं। उन्होंने मुकाबले के बाद कहा, ‘‘मुझे सतर्क रहना था और आक्रामक नहीं हो सकती थी। लेकिन मुकाबले के अंत में मैंने सोचा कि मैं ऐसा कर सकती हूं। '' उन्होंने कहा, ‘‘अपने तीनों मुकाबले ‘आरएससी' से जीतने का यही फायदा है कि मेरी प्रतिद्वंद्वी अब दबाव में होंगी। '' वहीं कई बार की राष्ट्रीय चैम्पियन स्वीटी को पहले दौर में बाई मिली थी, वह पदक से महज एक जीत दूर थीं और इस 30 साल की मुक्केबाज ने आसान जीत से पदक पक्का कर दिया। दोनों ‘लाइट हेवीवेट' मुक्केबाजों के बीच मुकाबला शरीर पर हमले करने वाला ज्यादा रहा। स्वीटी ने अच्छा बचाव करते हुए हमला किया और आसानी से मुक्के जड़े। साक्षी को चीन की यु वु से 0-5 से हारी जबकि मनीषा को फ्रांस की अमीना जिदानी से 1-4 से शिकस्त मिली। जैसमीन फिर क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं पहुंच सकी और कोलंबिया की पाओला वाल्डेज से 0-5 से जबकि नुपुर कजाखस्तान की लज्जात कुगेबाएवा से रिव्यू में 3-4 से हार गयीं।
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इम्फाल. अनिरूद्ध थापा के पहले हाफ के इंजुरी समय में किये गये गोल की मदद से भारत ने बुधवार को यहां तीन देशों के अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में म्यामां पर 1-0 से जीत दर्ज की। भारत ने पूरे मैच में दबदबा बनाया जिसे देखते हुए जीत का अंतर थोड़ा बड़ा होना चाहिए था लेकिन मौके चूकने के साथ भाग्य का साथ नहीं देने से मेजबान टीम ज्यादा गोल नहीं दाग सकी। भारतीय विंगर बिपिन सिंह और लालियानजुआला चांगटे शुरू से ही फुर्तीले रहे और उन्होंने प्रतिद्वंद्वी के खेम में लगातार सेंध लगायी। भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के प्रयास भी विफल रहे। मैच के आधे घंटे बाद छेत्री को स्वर्णिम मौका मिला जब चांगटे ने उन्हें पास दिया लेकिन भारतीय कप्तान का शॉट सीधे विकेटकीपर के हाथों में चला गया। पर भारत ने आखिरकार पहले हाफ के इंजुरी टाइम में बढ़त बनाने में सफलता हासिल की जब थापा ने बॉक्स के अंदर से ‘रिबाउंड' पर काफी करीब से इसे गोलपोस्ट में पहुंच दिया।
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लंदन। महान टेनिस खिलाड़ी मार्तिना नवरातिलोवा ने कहा है कि वह गले और स्तन के कैंसर से उबर चुकी हैं और मियामी ओपन के जरिये टीवी चैनल के लिये अपने काम पर लौट आई हैं । 18 बार की ग्रैंड स्लैम एकल चैम्पियन ने कहा ,‘‘ वापसी करके अच्छा लग रहा है । यहां आकर रोमांचित हूं । काम करके खुश हूं ।'' उन्होंने कहा कि कैंसर के उपचार के दौरान उनका स्वाद चला गया और 15 पाउंड वजन भी कम हो गया ।
वह आस्ट्रेलियाई ओपन और बीएनपी परीबस ओपन में टीवी पर नजर नहीं आई । उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा ,‘‘ जहां तक मुझे डॉक्टरों ने बताया है कि अब मुझे कैंसर नहीं है । मैं चेकअप कराती रहूंगी । '' नवरातिलोवा को 2010 में स्तर के कैंसर का पता चला था । -
ब्यूनस आयर्स। यहां पालेरमो में हजारों फुटबॉलप्रेमियों ने एक रेस्त्रां को घेर लिया जब उन्हें पता लगा कि स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी उसमें डिनर कर रहे हैं । मेस्सी की एक झलक पाने के लिये लोग डॉन जूलियो रेस्त्रां के पास पहुंच गए । मेस्सी को बाहर निकलने के लिये पुलिस की मदद लेनी पड़ी ।
सड़क पर खड़े प्रशंसक ‘ मेस्सी मेस्सी' चिल्ला रहे थे । कतर में हुए विश्व कप में मेस्सी ने अर्जेंटीना को तीसरा खिताब दिलाया । विश्व कप जीतने से मेस्सी का अर्जेंटीना में वह दर्जा मिल गया जो सिर्फ माराडोना को हासिल था । लेकिन विश्व कप से पहले हालात दीगर थे और टीम की नाकामी के लिये उन्हें ही कसूरवार ठहराया जा रहा था । वह 2016 में लगभग संन्यास ले चुके थे लेकिन फिर अपना फैसला बदला । अब आलम यह है कि मेस्सी का खुमार अर्जेंटीना के फुटबॉलप्रेमियों के सर चढकर बोल रहा है । वह जहां भी जाते हैं, भीड़ उनके पीछे खिची चली आती है । -
पुणे. ओलंपियन सीए भवानी देवी यहां 25 से 28 मार्च तक चलने वाली 33 वीं सीनियर राष्ट्रीय तलवारबाजी चैम्पियनशिप में भाग लेने वाले देश भर के 700 से अधिक खिलाड़ियों में मुख्य आकर्षण होगी। इस स्पर्धा का आयोजन भारतीय तलवारबाजी संघ कर रहा है। इसमें महाराष्ट्र तलवारबाजी संघ और डीवाई पाटिल अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में सहयोग कर रहे है। चैंपियनशिप का आयोजन महालुंगे-बालेवाड़ी में श्री शिव छत्रपति खेल परिसर में किया जाएगा। चैंपियनशिप का आयोजन तीन श्रेणियों फॉइल, एपी और साबरे में होगा जिसमें व्यक्तिगत और टीम मुकाबले खेले जायेंगे। भवानी देवी महिला व्यक्तिगत साबरे स्पर्धा में भाग लेंगी। एफएआई के अध्यक्ष सतेज पाटिल ने कहा, हम तलवारबाज़ों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। टूर्नामेंट के दौरान आहार विशेषज्ञों की सलाह के मुताबिक खिलाड़ियों को पौष्टिक भोजन मुहैया कराया जायेगा।
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नयी दिल्ली. पिछले साल फिनलैंड में विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 94 वर्ष की उम्र में फर्रांटा दौड़ जीतने वाली भगवानी देवी डागर अब पोलैंड में होने वाली विश्व मास्टर्स इंडोर चैम्पियनशिप में भाग लेंगी और उन्हें पिछले प्रदर्शन को दोहराने की पूरी उम्मीद है । फिनलैंड में एक स्वर्ण और चक्काफेंक तथा गोलाफेंक में कांस्य पदक जीतने वाली एथलीट दादी के नाम से मशहूर भगवानी देवी पोलैंड के तोरून में विश्व इंडोर चैम्पियनशिप खेलेंगी । नजफगढ के मालिकपुर गांव की रहने वाली भगवानी ने अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद जताते हुए कहा ,‘‘ मुझे इस उम्र में ट्रैक पर उतरने में डर नहीं लगता । मैने भरपूर जिंदगी जी ली है और अब देश का नाम रोशन करने में पीछे नहीं हटना चाहती । खेल के लिये उत्साह चाहिये, उम्र बाधा नहीं होती ।'' कभी स्कूल नहीं गई भगवानी देवी की खेलों में रूचि थी और बचपन में वह कबड्डी खेलती थी लेकिन पारिवारिक हालात के कारण अपने शौक को परवान नहीं चढा सकी । उनके पोते और कोच विकास ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और 2022 में पहली बार उन्होंने दिल्ली प्रदेश मास्टर्स एथलेटिक्स में तीन स्वर्ण पदक जीते । इसके बाद चेन्नई में 42वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स में तीन और स्वर्ण जीतकर फिनलैंड मास्टर्स में 90 से 94 आयुवर्ग के लिये क्वालीफाई किया । उनके जोश को देखते हुए पोलैंड में 25 से 31 मार्च तक होने वाले टूर्नामेंट के लिये दैनिक सन्मार्ग की पहल अपराजिता ने उनका प्रायोजन करने का फैसला किया है । अपराजिता की कार्यकारी निदेशक रूचिका गुप्ता ने इस मौके पर भगवानी देवी के लिये तैयार की गई विशेष जर्सी का भी अनावरण किया । भगवानी देवी के साथ उनके कोच विकास डागर भी पोलैंड जायेंगे ।
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नयी दिल्ली. भारत की स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन ने रविवार को यहां अल्जीरिया की बोआलम रोमायसा को हराकर महिला विश्व चैम्पियनशिप के प्री क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। पिछली बार की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किलो) ने भी आस्ट्रेलिया की राहिमी टीना को 5 . 0 से हराकर अंतिम 16 में जगह बनाई । 50 किग्रा स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर रही निकहत ने मौजूदा अफ्रीकी चैम्पियन को 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से हराकर टूर्नामेंट में दूसरी जीत दर्ज की। दोनों मुक्केबाजों ने सतर्क शुरुआत करते हुए सुरक्षित दूरी बनाये रखी। पिछले चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली निकहत ने पहला अंक जुटाया। अल्जीरियाई मुक्केबाज को इसके बाद अंक मिला जिसके बाद दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे को पछाड़ने का प्रयास किया। निकहत ने जहां ‘कॉम्बिनेशन' (सभी तरीकों के मुक्के) मुक्के जड़कर अंक जुटाये, वहीं रोमायसा ने भारतीय मुक्केबाज के ‘ओपन गार्ड' (गार्ड नीचे करके खेलना) से फायदा उठाकर कई मुक्के जड़े। पहला राउंड निकहत के पक्ष में रहा और दूसरे में भी उन्होंने रोमायसा को कोई मौका नहीं दिया जो आक्रामक होने की कोशिश कर रही थीं। फिर दोनों आक्रामक होने के बाद एक दूसरे को जकड़े रहीं लेकिन अंत में केडी जाधव स्टेडियम में निकहत जीतीं। निकहत ने मुकाबले के बाद कहा, ‘‘आज मेरी रणनीति दबदबा बनाने की थी क्योंकि रोमायसा शीर्ष वरीय मुक्केबाज थीं। वरीयता का फायदा होता है। मुझे भी वरीयता मिली। अगर मैं शीर्ष वरीय को हराती हूं तो इससे ‘जजों' पर प्रभाव पड़ता है। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसके मुकाबले देखे हैं। अगर आप उसके करीब से खेलो तो वह काफी हावी हो जाती है। इसलिये मेरा लक्ष्य दूर से ही मुक्के जड़ने का था, हालांकि ‘क्लिंचिंग' (एक दूसरे को जकड़ना) हुई।
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नई दिल्ली। भारत की स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन ने रविवार को यहां अल्जीरिया की बोआलम रोमायसा को हराकर महिला विश्व चैम्पियनशिप के प्री क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। 50 किग्रा स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर रही निकहत ने मौजूदा अफ्रीकी चैम्पियन को 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से हराकर टूर्नामेंट में दूसरी जीत दर्ज की। दोनों मुक्केबाजों ने सतर्क शुरुआत करते हुए सुरक्षित दूरी बनाये रखी। पिछले चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली निकहत ने पहला अंक जुटाया। अल्जीरियाई मुक्केबाज को इसके बाद अंक मिला जिसके बाद दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे को पछाड़ने का प्रयास किया। निकहत ने जहां ‘कॉम्बिनेशन' (सभी तरीकों के मुक्के) मुक्के जड़कर अंक जुटाये, वहीं रोमायसा ने भारतीय मुक्केबाज के ‘ओपन गार्ड' (गार्ड नीचे करके खेलना) से फायदा उठाकर कई मुक्के जड़े। पहला राउंड निकहत के पक्ष में रहा और दूसरे में भी उन्होंने रोमायसा को कोई मौका नहीं दिया जो आक्रामक होने की कोशिश कर रही थीं। फिर दोनों आक्रामक होने के बाद एक दूसरे को जकड़े रहीं लेकिन अंत में केडी जाधव स्टेडियम में विजेता बनी निकहत। निकहत ने मुकाबले के बाद कहा, ‘‘आज मेरी रणनीति दबदबा बनाने की थी क्योंकि रोमायसा शीर्ष वरीय मुक्केबाज थीं। वरीयता का फायदा होता है। मुझे भी वरीयता मिली। अगर मैं शीर्ष वरीय को हराती हूं तो इससे ‘जजों' पर प्रभाव पड़ता है। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसके मुकाबले देखे हैं। अगर आप उसके करीब से खेलो तो वह काफी हावी हो जाती है। इसलिये मेरा लक्ष्य दूर से ही मुक्के जड़ने का था, हालांकि ‘क्लिंचिंग' (एक दूसरे को जकड़ना) हुई। '' दिन में एक अन्य मुकाबले में 2022 विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किग्रा) अपने अभियान की शुरूआत आस्ट्रेलिया की रहीमी टीना के खिलाफ करेंगी।
- इंडियन वेल्स (अमेरिका)। भारत के रोहन बोपन्ना यहां बीएनपी परिबास ओपन टेनिस टूर्नामेंट में अपने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैट एबडेन के साथ पुरुष युगल का खिताब जीतकर एटीपी मास्टर्स 1000 प्रतियोगिता जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। बोपन्ना अभी 43 वर्ष के हैं। उन्होंने और 35 वर्षीय एबडेन ने शनिवार को फाइनल में वेस्ले कूलहोफ और ब्रिटेन के नील स्कूपस्की की नीदरलैंड की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी को 6-3, 2-6, 10-8 से हराया।अपने 10वें एटीपी मास्टर्स 1000 फाइनल में खेल रहे बोपन्ना ने कहा,‘‘वास्तव में विशेष। इसलिए इसे टेनिस का स्वर्ग कहा जाता है। मैं बरसों से यहां आ रहा हूं और लोगों को यहां खिताब जीतते हुए देख रहा हूं। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि मैं और मैट यहां खिताब जीतने में सफल रहे।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हमने कड़े और करीबी मैच खेले। आज हमारा सामना यहां मौजूद सर्वश्रेष्ठ टीम से था। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि हम ट्रॉफी जीतने में सफल रहे।’’ बोपन्ना ने इस तरह कनाडा के डेनियल नेस्टर को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 2015 में सिनसिनाटी मास्टर्स में 42 साल की उम्र में खिताब जीता था।उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा,‘‘मैंने डैनी नेस्टर से बात की और मैंने उनसे कहा कि मुझे खेद है कि मैं उनका रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा हूं। यह खिताब हमेशा मेरे साथ रहेगा और मैं वास्तव में इससे बहुत खुश हूं।’’बोपन्ना का का यह कुल पांचवा और 2017 में मोंटेकार्लो ओपन के बाद पहला मास्टर्स 1000 युगल खिताब है। भारत और ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी का यह इस साल तीसरा फाइनल था। बोपन्ना अब तक टूर स्तर पर कुल 24 खिताब जीत चुके हैं।बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने सेमीफाइनल में गत चैंपियन और दो बार के खिताब विजेता जॉन इस्नर और जैक सॉक को हराया। इससे पहले क्वार्टर फाइनल में उन्होंने कनाडा के फेलिक्स ऑगर अलीसिमे और डेनिस शापोवालोव को पराजित किया था।भारत और ऑस्ट्रेलिया की इस जोड़ी ने अपने शुरुआती मैच में राफेल माटोस और डेविड वेगा हर्नांडेज़ को हराया था। विश्व में पूर्व नंबर तीन खिलाड़ी बोपन्ना इस जीत से एटीपी युगल रैंकिंग में चार पायदान चढ़कर 11वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
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नयी दिल्ली. भारतीय मुक्केबाजों का महिला विश्व चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन जारी है और शनिवार को तीन मुक्केबाजों ने अपने अपने मुकाबले जीतकर प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई । राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किलो) ने कोरिया की डोयोन कांग को आरएससी फैसले पर हराया जबकि प्रीति ने 54 किलोवर्ग में रोमानिया की लाकरामियोआरा पेरिजोक को बंटे हुए फैसले के आधार पर 4 . 3 से शिकस्त दी । मंजू बाम्बोरिया (66 किलो) ने न्यूजीलैंड की सारा वेरेयू को 5 . 0 से हराया ।
नीतू पिछले चरण में क्वार्टरफाइनल में हार गयी थीं, उन्होंने इस बार पहले राउंड में ही मुकाबला जीत लिया। पहले मिनट में उन्होंने अपने ‘हुक' और ‘क्रास' का बखूबी इस्तेमाल किया लेकिन अंक जुटाने वाले मुक्के नहीं जड़ सकीं। फिर दोनों मुक्केबाजों ने दोनों हाथों से एक दूसरे को मुक्के जड़ना शुरू कर दिया। तुरंत ही कोरियाई मुक्केबाज कांग को पहला ‘स्टैंडिंग काउंट' मिला। नीतू ने फिर दबदबा जारी रखा और कांग को दूसरा ‘स्टैंडिंग काउंट' 20 सेकेंड बाद मिला जिससे रैफरी ने मुकाबला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में कर दिया। पहले दौर में आरएसी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीत दर्ज करने वाली प्रीति को हालांकि दूसरी जीत के दौरान मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस मुकाबले की तैयारी की थी, वह पिछली बार रजत पदक जीती थी। मैं भी साबित करना चाहती थी कि मैं किसी से कम नहीं हूं। '' 2022 एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता प्रीति ने कहा, ‘‘मैं शुरू में उसकी रणनीति समझने की कोशिश कर रही थी। अंतिम राउंड में मैंने रणनीति बदली। वह आक्रामक थी और संतुलन खो रही थी।प्रीति ने रोमानियाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहले राउंड में 3-2 से बढ़त बनायी। फिर हरियाणा की इस मुक्केबाज ने अपने पैरों का इस्तेमाल करते हुए रोमानियाई मुक्केबाज पर मुक्के जड़े। हालांकि दूसरे राउंड को वह 2-3 से गंवा बैठी। पर अंतिम तीन मिनट में प्रीति ने जवाबी हमले किये। इसमें दोनों मुक्केबाजों के अंक बराबर रहे जिससे मुकाबले का फैसला ‘रिव्यू' से किया गया। अंत में फैसला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में रहा।
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मुंबई। इंडियन प्रीमियर लीग का 16वां सत्र शुरू होने से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और चैम्पियन बल्लेबाज विराट कोहली समेत इसके नामी गिरामी सितारे स्टार स्पोटर्स के शो ‘स्टार्स आन स्टार' पर पहली बार अपने प्रशंसकों के साथ रोचक अनुभव साझा करेंगे । टाटा आईपीएल के आधिकारिक टीवी प्रसारक स्टार स्पोटर्स के इस कार्यक्रम का लक्ष्य क्रिकेट के बड़े सितारों को उनके प्रशंसकों से जोड़ना है।
इसमें वे अपने निजी जीवन से लेकर कैरियर तक के कई अनछुए पहलुओं पर बात करेंगे जिसमें उनकी कामयाबी, नाकामी, मुस्कान से लेकर निराशा तक शामिल होगी । चैनल द्वारा जारी विज्ञप्ति में ‘प्रिव्यू शो' की बानगी दी गई जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स के हरफनमौला रविंद्र जडेजा ने कहा ,‘‘ मैने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तो मैं तेज गेंदबाज बनना चाहता था।
मुझे दूसरे तेज गेंदबाजों को बाउंसर डालते देखने में मजा आता था। लेकिन मेरे पास वह रफ्तार नहीं थी ।'' उन्होंने आगे कहा ,‘‘ मैने माही भाई (महेंद्र सिंह धोनी) को बताया कि मेरा क्रिकेट का सफर दो महेंद्र के बीच का है । महेंद्र सिंह चौहान जो जामनगर में मेरे कोच थे और चेन्नई में मेरे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी।'' वहीं मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने ‘प्रिव्यू शो' में आईपीएल की पहली नीलामी के अपने अनुभव के बारे में कहा ,‘‘ पहले मुझे पता भी नहीं था कि साढे सात लाख डॉलर कितने होते हैं।
हमने पहले कभी नीलामी में भाग नहीं लिया था और न ही इसके बारे में सुना था । '' उन्होंने कहा ,‘‘ नीलामी में मेरा नंबर काफी बाद में आया । शायद डेढ घंटे बाद । मुझे बताया गया कि मेरी कीमत साढे सात लाख डॉलर है जो तीन या साढे तीन करोड़ रूपये था । मैं बहुत खुश था और सोचने लगा कि कौन सी कार खरीदूंगा , वगैरह । उस समय मैं बीस साल का ही था ।' - कोलकाता। एटीके मोहन बागान ने हैदराबाद एफसी को रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में पेनल्टी शूट आउट में 4-3 से हराकर इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना बेंगलुरू एफसी से होगा। पहले चरण का मुकाबला गोल रहित बराबर रहने के बाद दूसरे चरण में भी नियमित और अतिरिक्त समय के 120 मिनट के बाद दोनों टीम गोल करने में नाकाम रही जिसके बाद नतीजे के लिए पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया। एटीके मोहन बागान के कप्तान प्रीतम कोटल ने सफल प्रयास के साथ पेनल्टी शूटआउट में अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। जेवियर सिवेरियो के प्रयास को विफल करने का श्रेय एटीके मोहन बागान के गोलकीपर विशाल कैथ जाता है।विजेता टीम के लिए दिमित्री पेट्राटोस, फेडेरिको गैलेगो और मनवीर सिंह अन्य स्कोरर रहे।हैदराबाद एफसी ने एक और मौका गंवाया जब बार्थोलोमेव ओगबेचे का शॉट पोस्ट से टकराया और दो मौके चूकने से टीम को हार झेलनी पड़ी। हैदराबाद की टीम के लिए जोआओ विक्टर, दानू और रीगन ने गोल किए लेकिन यह पर्याप्त नहीं थे। फाइनल शनिवार को गोवा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होगा।