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- नयी दिल्ली. स्टार भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू का 49 किग्रा का भार वर्ग 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों से हटा दिया गया है और अब उन्हें 53 किग्रा वजन वर्ग में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा लेकिन वह इसके लिए तैयार हैं। चानू ने तोक्यो ओलंपिक में 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने ओलंपिक में भारोत्तोलन स्पर्धाओं की कुल संख्या 12 कर दी है जिससे 2028 में लॉस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक खेलों में महिलाओं के लिए न्यूनतम वर्ग अब 53 किग्रा है। भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा का मानना है कि 53 किग्रा तक वजन बढ़ाना चानू के लिए फायदेमंद होगा लेकिन उन्होंने कहा कि मणिपुर की यह खिलाड़ी अगले साल एशियाई खेलों तक अपने पुराने वजन वर्ग में ही खेलती रहेगी। शर्मा ने कहा, ‘‘यह (49 किग्रा वजन वर्ग को हटाना) मीराबाई के लिए अच्छी बात है क्योंकि अपना वजन 48 किग्रा तक कम करना काफी कठिन प्रक्रिया थी।'' अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने सोमवार देर रात एक बयान में कहा, ‘‘आईओसी द्वारा लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों में भारोत्तोलन कार्यक्रम को बढ़ाने के उत्साहजनक फैसले के बाद अब 12 स्पर्धाएं (छह पुरुष, छह महिलाएं) आयोजित की जाएंगी।‘‘ यह दूसरी बार है जब आईडब्ल्यूएफ ने एक वर्ष से भी कम समय में श्रेणियों में बदलाव किया है। चानू इस साल की शुरुआत में 48 किग्रा वर्ग में आ गई थीं, जब आईडब्ल्यूएफ ने ओलंपिक से 49 किग्रा वर्ग को हटा दिया था। हालांकि अब 49 किग्रा वर्ग को विश्व चैंपियनशिप जैसी प्रतियोगिताओं में फिर से शामिल कर लिया गया है, लेकिन यह ओलंपिक में शामिल नहीं होगा। चानू ने इस वर्ष राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण और विश्व चैंपियनशिप में 48 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था। यह 31 वर्षीय खिलाड़ी अगले साल होने वाले एशियाई खेलों तक 48 किग्रा/49 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती रहेंगी। उसके बाद, ओलंपिक की तैयारी के लिए धीरे-धीरे 53 किग्रा वर्ग में आगे बढ़ने के लिए उनके पास दो साल का समय होगा। शर्मा ने कहा, ‘‘फिलहाल वह एशियाई खेलों तक इसी भार वर्ग में खेलेंगी, उसके बाद हम वजन को 53 किलोग्राम में बदलने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। महिला ओलंपिक श्रेणियों में अब 53 किग्रा, 61 किग्रा, 69 किग्रा, 77 किग्रा, 86 किग्रा, 86 किग्रा से अधिक शामिल है, जबकि पुरुष 65 किग्रा, 75 किग्रा, 85 किग्रा, 95 किग्रा, 110 किग्रा, 110 किग्रा से अधिक भार वर्गों में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
- मुंबई. विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष ने कहा है कि भारत की विश्व कप विजेता टीम विश्वास और अपनी भूमिका को लेकर स्पष्टता की नींव पर बनी है जिसमे कोच अमोल मजूमदार ने उन्हें ‘फिनिशर' की भूमिका सौंपी है । दो बार फाइनल में हारी भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली बार विश्व कप जीता ।रिचा ने जियो स्टार के ‘फॉलो द ब्लू' कार्यक्रम में कहा ,‘‘ मेरा मुख्य काम मैच में आखिर तक टिककर तेजी से रन बनाने का था । मुझे जब भी बल्लेबाजी का मौका मिला तो मैने यही करने की कोशिश की । मैने स्ट्राइक रेट ऊंचा रखकर विरोधी गेंदबाजों पर दबाव बनाने का प्रयास किया ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ ये अतिरिक्त रन बनाने से टीम का दबाव कम हुआ और हमें जीतने का बेहतर मौका मिला ।उन्होंने कोच अमोल मजूमदार की भी तारीफ की जिन्होंने ऐसा माहौल तैयार किया कि हर खिलाड़ी को अपनी भूमिका के बारे में पता था । रिचा ने कहा, अमोल सर ने टीम में सभी की भूमिका स्पष्ट कर दी थी । मेरा काम बेखौफ क्रिकेट खेलना, बड़े शॉट लगाना और अंत तक डटे रहना था ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैने विश्व कप से पहले क्रीज पर टिककर बड़ी पारी खेलने का काफी अभ्यास किया । जब भी खेलने का मौका मिला तो मैने जमीनी शॉट लगाये और अपना विकेट फेंकने से बचती रही । मैने एक दो रन लेने के मौके भी नहीं गंवाये ।'' रिचा ने आठ पारियों में 133 . 52 की स्ट्राइक रेट से 235 रन बनाये । इसके साथ ही उन्होंने महिला विश्व कप में सर्वाधिक छक्कों के वेस्टइंडीज के डिएंड्रा डोटिन (12) के रिकॉर्ड की भी बराबरी की ।
- होबार्ट. सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड को एशेज श्रृंखला की तैयारी के लिये भारत के खिलाफ आखिरी दो टी20 मैचों से फारिग कर दिया गया है और वह आस्ट्रेलिया में शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट में खेलेंगे । हेड यहां दस नवंबर से तस्मानिया के खिलाफ साउथ आस्ट्रेलिया के लिये खेलेंगे । एशेज श्रृंखला 21 नवंबर से पर्थ में शुरू होगी । जुलाई में वेस्टइंडीज दौरे के बाद से यह उनका पहला प्रथम श्रेणी मैच है । वह पिछले महीने सफेद गेंद के क्रिकेट में कुछ खास नहीं कर सके और आठ पारियों में सर्वोच्च स्कोर 31 रन रहा । हेड आस्ट्रेलिया की टी20 टीम के उन तीन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने पांच मैचों की एशेज टेस्ट श्रृंखला की तैयारी को प्राथमिकता दी है । जोश हेजलवुड और सीन एबोट अन्य दो खिलाड़ी हैं । आस्ट्रेलिया डॉट कॉम डॉट एयू के अनुसार चयनकर्ताओं ने शेफील्ड शील्ड या भारत के खिलाफ आखिरी दो टी20 खेलने का फैसला खिलाड़ियों पर छोड़ा था और हेड ने घरेलू टूर्नामेंट को चुना ।
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नई दिल्ली। हाल में संपन्न महिला विश्व कप की शीर्ष स्कोरर रहीं दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट आईसीसी द्वारा जारी बल्लेबाजों की वनडे रैंकिंग में नंबर वन बन गई हैं। वोल्वार्ड्ट ने भारत की स्मृति मंधाना से नंबर दो पर हैं।
लौरा वोल्वार्ड्ट के वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने में वनडे विश्व कप 2025 में उनके प्रदर्शन का बेहद अहम रोल रहा। वोल्वार्ड्ट ने दक्षिण अफ्रीका के लिए कप्तान के साथ-साथ एक सफल बल्लेबाज की भूमिका भी निभाई। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 169 रन की पारी खेलने वाली इस खिलाड़ी ने फाइनल में भारत के लिए 101 रन की पारी खेली। अफ्रीकी कप्तान ने 9 मैचों में 2 शतक और 3 अर्धशतक की मदद से टूर्नामेंट में सर्वाधिक 571 रन बनाए।मंधाना दूसरे नंबर पर रहीं। मंधाना ने 9 मैचों में 1 शतक और 2 अर्धशतक लगाते हुए 434 रन बनाए। वह टूर्नामेंट की दूसरी शीर्ष स्कोरर रहीं।आईसीसी की वनडे की बल्लेबाजों की रैंकिंग में मंधाना 811 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर चली गई हैं। मंधाना के अलावा शीर्ष 10 में भारत की जेमिमा रोड्रिग्स हैं। 9 स्थान की छलांग लगाते हुए रोड्रिग्स दसवें स्थान पर पहुंच गई हैं। इसमें सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 127 रन की नाबाद पारी का अहम योगदान रहा।ऑस्ट्रेलिया की एश्ले गार्डनर तीसरे, इंग्लैंड की नेट सेवियर ब्रंट चौथे, ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी पांचवें, ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हिली छठे, न्यूजीलैंड की सोफी डिवाइन सातवें, ऑस्ट्रेलिया की एल्सी पेरी आठवें, और वेस्टइंडीज की हिली मैथ्यू नौवें नंबर पर हैं। वनडे रैंकिंग में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का दबदबा है। शीर्ष 10 में ऑस्ट्रेलिया की 4 बल्लेबाज हैं, दक्षिण अफ्रीका की 1, भारत की 2, इंग्लैंड, श्रीलंका और वेस्टइंडीज की 1-1 बल्लेबाज हैं। - कैरारा (ऑस्ट्रेलिया). । ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर मैट कुहनेमन ने भारत के सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा को बेहद कुशल बल्लेबाज करार देते हुए उम्मीद जताई कि उनकी टीम पांच मैच की टी20 श्रृंखला के बाकी बचे दो मैच में उन्हें जल्दी आउट करने में सफल रहेगी। अभिषेक ने एशिया कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उन्हें टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान श्रृंखला के मेलबर्न में खेले गए दूसरे मैच में एक छोर से विकेट गिरने के बावजूद 37 गेंद पर 68 रन की शानदार पारी खेली थी। पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 की बराबरी पर है और शेष दो मैचों में अभिषेक पर काफी कुछ निर्भर है।बाएं हाथ के स्पिनर कुहनेमन ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, ‘‘उम्मीद है कि जेवियर बार्टलेट या कोई तेज गेंदबाज, बेनी (बेंजामिन) ड्वारशुइस शुरुआती ओवरों में उन्हें आउट करने में सफल रहेगा। अभिषेक बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज है और पहली गेंद से ही आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करता है। गुरुवार का मैच काफी रोमांचक होगा लेकिन हमें उम्मीद है कि हम उन्हें सस्ते में आउट कर देंगे।'' कुहनेमन ने कहा कि भारत भी अब ऑस्ट्रेलिया की शैली में ही क्रिकेट खेल रहा है।उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि जिस तरह से वे खेल रहे हैं, वह कुछ-कुछ वैसा ही है जैसा हम खेल रहे हैं। भारत भी शुरू से ही आक्रामक रवैया अपना रहा है। मुझे लगता है कि बीच के ओवर में विकेट लेना दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण होगा।''
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नई दिल्ली। नई दिल्ली में भारतीय सेना ने मंगलवार को ‘आर्मी स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन किया। इसके साथ ही सेना ने ओलंपिक मिशन 2036 के तहत विश्वस्तरीय खिलाड़ियों को तैयार करने में अग्रणी भूमिका निभाते रहने की प्रतिबद्धता दोहराई। यहां लेफ्टिनेंट जनरल अजय रामदेव ने मिशन ओलंपिक विंग, पैरा-एथलीट्स और कोचों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना अब वैज्ञानिक, डेटा-आधारित और मानसिक रूप से सशक्त प्रशिक्षण की दिशा में निरंतर अग्रसर है। उन्होंने सभी हितधारकों से ओलंपिक मिशन 2036 को सफल बनाने के लिए सामूहिक संकल्प का आह्वान किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खेल मंत्रालय के सचिव हरिरंजन राव ने भारतीय सेना की भूमिका को राष्ट्र की खेल भावना और गौरव का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि सेना ने न केवल विश्वस्तरीय खिलाड़ियों को तैयार किया है, बल्कि पैरा और एडवेंचर स्पोर्ट्स को भी नई पहचान दी है। उन्होंने सरकार की प्रमुख पहलों का उल्लेख किया और कहा कि भारत के ओलंपिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए दीर्घकालिक योजना, समावेशिता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अनिवार्य हैं।लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर, उप सेना प्रमुख (सूचना प्रणाली एवं प्रशिक्षण) ने कहा कि सेना और खेलों के बीच संबंध अनुशासन, फिटनेस और टीम भावना पर आधारित है। उन्होंने सेना की प्रमुख खेल पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि अब प्रशिक्षण को और अधिक वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी-संचालित बनाया जा रहा है। उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण, निजी क्षेत्र और शिक्षण संस्थानों के साथ समन्वय को मजबूत करने का आह्वान किया ताकि भारत के ओलंपिक मिशन 2036 को सफल बनाया जा सके।कॉन्क्लेव में दो प्रमुख सत्र आयोजित किए गए। इनमें खेल नीतियों, संस्थागत ढांचे, प्रौद्योगिकी नवाचार और एथलीट विकास पर गहन चर्चा हुई। प्रतिभागियों ने विचार साझा किए कि कैसे समन्वित प्रयासों और एकीकृत नीति दृष्टिकोण के माध्यम से भारत को सतत ओलंपिक सफलता के पथ पर आगे बढ़ाया जा सकता है।एक विशेष सत्र में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, प्रतिष्ठित खिलाड़ियों और खेल प्रशासकों ने भारत के ओलंपिक रोडमैप पर खुली चर्चा की। इसमें इस बात पर बल दिया गया कि सशस्त्र बलों, नागरिक खेल संस्थाओं और निजी क्षेत्र के बीच घनिष्ठ सहयोग से ही उच्च प्रदर्शन वाला खेल पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया जा सकता है।इससे अलग लेकिन कॉन्क्लेव के अंतर्गत ही आयोजित सम्मान समारोह में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने तीन महान खिलाड़ियों को आर्मी स्पोर्ट्स लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया। इनमें कर्नल बलबीर सिंह कुल्लर (सेवानिवृत्त)—ओलंपिक कांस्य पदक विजेता, हॉकी (1968), मुरलीकांत पेटकर, पैरा ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता (1972) और 2012 में शूटिंग में ओलंपिक रजत पदक विजेता, कैप्टन विजय कुमार शर्मा शामिल हैं। यह सम्मान समारोह साउथ ब्लॉक में आयोजित हुआ, जिसमें इन खिलाड़ियों की साहस, समर्पण और उत्कृष्टता की प्रेरणादायक यात्रा को नमन किया गया।इस अवसर पर आर्मी रोडमैप 2032, राष्ट्रीय खेल विकास विधेयक और खेल नीति 2025 के साथ सेना के संरेखण को भी रेखांकित किया गया। इन पहलों के माध्यम से सेना और सरकार मिलकर भारत के खेल ढांचे में परिवर्तनकारी प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं। - कोलकाता.। ईस्ट बंगाल क्लब नवी मुंबई में महिला विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाली दीप्ति शर्मा और ऋचा घोष को सम्मानित करेगा। सात सत्र तक बंगाल का प्रतिनिधित्व करने वाली दीप्ति को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। दीप्ति ने नौ मैच में 22 विकेट लेकर गेंदबाजी सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया और तीन अर्द्धशतक के साथ 215 रन भी बनाए जिसमें फाइनल में महत्वपूर्ण 58 रन की पारी भी शामिल है। विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋचा ने 39.16 की औसत और 133.52 के स्ट्राइक रेट के साथ 235 रन बनाए। उन्होंने टूर्नामेंट में संयुक्त रूप से सर्वाधिक छक्के (12) लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
- पणजी. भारत के एस एल नारायणन ने दक्षिण अफ्रीका के स्टीवन रोजास को हराया और फिडे विश्व कप 2025 के अंतिम 128 के राउंड के लिये क्वालीफाई करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए । पहले गेम में काले मोहरों से खेलते हुए नारायणन ने 22 चाल में जीत दर्ज की । दिप्तायन घोष ने चीन के पेंग शियोंगलियान के खिलाफ टाइब्रेकर के पहले सेट के दोनों मुकाबले जीते ।
- नयी दिल्ली. भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सोमवार को घोषणा की कि बहरीन में हाल में समाप्त हुए एशियाई युवा खेलों (एवाईजी) में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: पांच लाख, तीन लाख और दो लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा चौथे स्थान पर रहने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को 50,000 रुपये जबकि स्वर्ण जीतने वाली पुरुष और महिला कबड्डी टीमों को 10-10 लाख रुपये मिलेंगे। पदक विजेता खिलाड़ियों के कोचों को भी एक-एक लाख रुपये मिलेंगे। भारत 23 से 31 अक्टूबर के बीच आयोजित किए गए खेलों में 48 पदकों (13 स्वर्ण, 18 रजत और 17 कांस्य) के साथ अंतिम तालिका में छठे स्थान पर रहा था। भारत ने मुक्केबाजी में सर्वाधिक चार स्वर्ण पदक जीते। इसके अलावा वह कुश्ती में तीन और कबड्डी में दो स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा। आईओए ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘आईओए मानता है कि इस तरह के प्रदर्शन निरंतर प्रयास, कठोर प्रशिक्षण और कोचों तथा सहयोगी स्टाफ के उचित मार्गदर्शन का परिणाम हैं। आईओए ने शीघ्र ही एक विशेष समारोह में सभी पदक विजेताओं, कोचों और चौथे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किया है।''
- प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम भी शामिलनयी दिल्ली। भारतीय बधिर क्रिकेट संघ (आईडीसीए) ने सोमवार को बधिरों के लिए टी20 राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप के नौवें सत्र का उद्घाटन किया। यह चैम्पियनशिप तीन से नौ नवंबर तक यहां आयोजित की जाएगी और इसमें 20 टीमें भाग लेंगी।चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह में दिल्ली के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीमों में केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, राजस्थान, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, तेलंगाना, मुंबई, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, पंजाब, ओडिशा, दिल्ली और बंगाल शामिल हैं।
- नवी मुंबई. शेफाली वर्मा ने अगर ‘गॉड्स प्लान' टैटू बनवाया तो महिला वनडे विश्व कप में भारत की खिताबी जीत के बाद साबित हो गया कि वाकई ईश्वर ने उनके लिये कुछ अच्छा ही सोचकर रखा था । फॉर्म में चल रही सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल के चोटिल होने के कारण सेमीफाइनल से पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम में आई शेफाली फाइनल में अर्धशतक और दो विकेट से साथ ‘प्लेयर आफ द मैच' रहीं । मुंबई में अगस्त के महीने में भारत की विश्व कप टीम का ऐलान करते हुए पूर्व मुख्य चयनकर्ता नीतू डेविड ने मीडिया को आश्वासन दिया था कि 21 वर्ष की शेफाली के लिये रास्ते बंद नहीं हुए हैं । वनडे टीम में प्रतिका रावल के अच्छे प्रदर्शन से शेफाली के लिये राह मुश्किल जरूर हो गई थी । लेकिन प्रतिका की चोट ने उनके लिये रास्ते खोल दिये जब वह सूरत में सीनियर महिला टी20 टूर्नामेंट खेल रहीं थीं ।वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले टीम से जुड़ीं । उन्होंने सेमीफाइनल से पहले डी वाई पाटिल स्टेडियम और उसके यूनिवर्सिटी मैदान पर एक एक घंटे के दो अभ्यास सत्रों में भाग लिया । सेमीफाइनल से पहले उन्होंने मीडिया से कहा था ,‘‘ प्रतिका के साथ जो हुआ, वह अच्छा नहीं था । कोई नहीं चाहता कि खिलाड़ी चोटिल हो लेकिन भगवान ने मुझे कुछ अच्छा करने के लिये भेजा है ।'' आस्ट्रेलिया के खिलाफ वह पांच गेंद में दस रन ही बना सकी लेकिन फाइनल में 87 रन बनाकर भारत के सात विकेट पर 298 रन के विशाल स्कोर की नींव रखी । रविवार के फाइनल से पहले 30 वनडे में उन्होंने सिर्फ पांच बार गेंदबाजी की थी लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जब उन्हें गेंद सौंपी को सभी को हैरानी हुई । हरमनप्रीत ने मीडिया से कहा ,‘‘ जब शेफाली टीम से जुड़ी तो हमें प्रतिका की गेंदबाजी की कमी भी महसूस हो रही थी । हमने देखा कि घरेलू क्रिकेट में शेफाली गेंदबाजी भी कर रही है । मैने उससे बात की तो उसने कहा कि वह पूरे दस ओवर भी डाल सकती है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ जब लौरा वोल्वार्ट और सुने लूस के बीच चौथे विकेट के लिये 52 रन की साझेदारी हो गई तो मुझे लगा कि शेफाली को गेंद देनी चाहिये । मुझे लगा कि आज उसका दिन है और गेंदबाजी में भी वह कुछ कर सकती है ।'' यह तो समय ही बतायेगा कि शेफाली टीम में जगह बनाये रखेंगी या प्रतिका के आने पर बाहर होंगी लेकिन उन्होंने अपना नाम तो इतिहास में दर्ज करा लिया है ।
- शिमला. विश्व चैंपियन भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर की मां सुनीता ने कहा कि उनकी बेटी को बचपन में क्रिकेट का बहुत शौक था और वह अपने इलाके के लड़कों के साथ घर में बने लकड़ी के बल्ले और कपड़े से बनी गेंदों से खेलती थीं। सुनीता ने यह भी कहा कि उनके दिवंगत पति क्रिकेट प्रेमी थे और चाहते थे कि रेणुका इस खेल में देश का नाम रोशन करे। सुनीता ने सोमवार को कहा, ‘‘मेरे पति क्रिकेट प्रेमी थे और उनकी इच्छा थी कि उनके बच्चों में से कोई एक खेल में जाए। आज भले ही वह हमारे साथ नहीं है लेकिन मेरी बेटी ने उनके सपनों को पूरा किया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ रेणुका को शुरू से ही क्रिकेट खेलने का शौक था और वह बचपन से ही लड़कों के साथ यह खेल खेलती थीं। जब वह छोटी थी तब कपड़े से गेंद बनाकर लकड़ी के बल्ले से खेला करती थीं।''शिमला जिले के रोहड़ू तहसील के पारसा गांव की रहने वाली रेणुका ने भारतीय टीम की विश्व कप की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई। नवी मुंबई में रविवार को खेले गए फाइनल में जब भी दक्षिण अफ्रीका का विकेट गिरता तो रेणुका के परिवार के सदस्य जयकारा लगाते। ठाकुर परिवार ने विश्व कप में जीत का जश्न मनाने के लिए सोमवार को पूरे गांव को दावत दी। सुनीता ने फाइनल से पहले रेणुका से बात की थी और कहा था, ‘‘आज अपने लिए नहीं, बल्कि देश के लिए खेलो और विश्व कप जीतो।‘‘ रेणुका जब केवल तीन वर्ष की थी तब उनके पिता केहर सिंह ठाकुर का निधन हो गया था। सुनीता ने बताया कि रेणुका के चाचा ने ही उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें क्रिकेट में आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने रेणुका को धर्मशाला स्थित क्रिकेट अकादमी में डाला जहां से इस तेज गेंदबाज के क्रिकेट करियर की शुरुआत हुई।
- पेरिस. यानिक सिनर पेरिस मास्टर्स का खिताब जीतने के बाद फिर से दुनिया के नंबर एक पुरुष टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने फाइनल में फेलिक्स ऑगर अलियासिमे को 6-4, 7-6 (4) से हराया। इटली के चार बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन सिनर ने छह बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन कार्लोस अल्काराज़ की जगह शीर्ष स्थान हासिल किया है। सिनर ने फाइनल में ब्रेक प्वाइंट का एक भी मौका नहीं गंवाया और एक भी सेट गंवाए बिना टूर्नामेंट जीता। सिनर ने कहा, ‘‘पिछले कुछ महीने शानदार रहे हैं। मैंने एक खिलाड़ी के तौर पर खुद को बेहतर बनाने की कोशिश की और इस तरह का नतीजा देखकर मुझे बेहद खुशी होती है। यह साल शानदार रहा।''
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नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को भारत महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर को 1 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि देने का ऐलान किया। शिमला जिले के रोहड़ू क्षेत्र की रहने वाली रेणुका ठाकुर विश्व चैंपियन भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने खिताब जीतने पर रेणुका ठाकुर से फोन पर बात की। इसके साथ ही उन्होंने पूरी भारतीय टीम को अपना पहला विश्व कप जीतकर इतिहास रचने के लिए बधाई दी।मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य को रेणुका ठाकुर की उपलब्धि पर गर्व है, जिन्होंने विश्व स्तर पर हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है।” इसी के साथ मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि अन्य लड़कियां अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए रेणुका से प्रेरणा लेंगी।परसा गांव की रहने वाली रेणुका के परिवार ने भारत की ऐतिहासिक विश्व कप जीत का जमकर जश्न मनाया। रेणुका की मां सुनीता ठाकुर बेटी की उपलब्धि से उत्साहित नजर आईं। उन्होंने बताया कि रेणुका बचपन में कपड़े से बनी गेंद से खेलती थीं।सुनीता ठाकुर ने कहा, “ईश्वर सभी को रेणुका जैसी बेटी दे। हम सभी माता-पिता से कहना चाहते हैं कि अगर आपकी बेटियां आगे बढ़ना चाहती हैं, तो उन्हें कभी पीछे न खींचे। उनका साथ दें, उन्हें प्रोत्साहित करें।”क्रिकेटर के भाई विनोद ठाकुर ने कहा, “मुझे अपनी बहन पर गर्व है। हमने पूरा मैच देखा। उनकी गेंदबाजी और विकेट हासिल करने की क्षमता असाधारण थी। हमने उन्हें फोन पर बधाई दी है।” भारत ने रविवार को नवी मुंबई में खेले गए फाइनल मैच को 52 रन से अपने नाम किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। इसके जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट (101) की शतकीय पारी के बावजूद 45.3 ओवरों में महज 246 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने सर्वाधिक 5 विकेट हासिल किए।सोमवार को हुई : -
चक दे इंडिया के कबीर खान की याद दिलाते हैं अमोल मजूमदार
नयी दिल्ली/ लगभग पांच दशक के इंतजार के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जब पहली बार विश्व कप थामा तो खिलाड़ियों के साथ पूरा देश खुशी से झूम उठा लेकिन वहीं मैदान पर खड़े एक इंसान की आंखों में आंसू, चेहरे पर मुस्कुराहट के साथ संतोष का भाव था मानो यह जीत कई पुराने जख्मों पर मरहम लगा गई । यह थे भारतीय महिला टीम के कोच अमोल मजूमदार । घरेलू क्रिकेट में 20 सत्र और 11000 से अधिक प्रथम श्रेणी रन बनाने के बावजूद भारत की जर्सी पहनने का उनका सपना अधूरा ही रहा । बतौर खिलाड़ी कई बार दिल टूटा , कई मलाल रह गए लेकिन इस जीत ने उनके सफर को मुकम्मिल कर दिया । कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जीत के बाद ‘गुरू' मजूमदार के पैर छूए और गले लगकर रो पड़ी तो टीवी के आगे नजरे गड़ाये जीत का जश्न देख रहे हर क्रिकेटप्रेमी की आंख भी भर आई । इसी महीने अपना 51वां जन्मदिन मनाने जा रहे मजूमदार की कहानी शाहरूख खान की फिल्म ‘चक दे इंडिया' के हॉकी कोच कबीर खान की याद दिलाती है जो हर कयास को गलत साबित करके टीम को विश्व कप दिलाता है और यह जीत उसके अतीत के कई घावों पर मरहम भी लगा जाती है । जीत मिलने के बाद वह जश्न के बीच अपने भीतर जज्बात के तूफान को समेटने की कोशिश करता नजर आता है लेकिन चेहरे पर सुकून साफ दिखाई देता है । मजूमदार ने फाइनल में जीत के बाद कहा, ‘‘ मैंं उनसे (भारतीय खिलाड़ियों) यही कहता था कि हम हार नहीं रहे हैं। बस उस बाधा को पार करने से चूक जा रहे हैं। हम उन तीनों मैचों (लीग चरण में दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ मैच) में काफी प्रतिस्पर्धी रहे और ये सभी मैच काफी करीबी थे।'' दो साल पहले टीम के कोच बने मजूमदार की नजरें हमेशा से इस विश्व कप पर थी लेकिन तब यह असंभव सा लग रहा था क्योंकि भारतीय महिला क्रिकेट कठिन दौर से गुजर रहा था । खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहीं थी लेकिन नतीजे नहीं मिल रहे थे। पिछले पांच साल में रमेश पोवार, डब्ल्यू वी रमन और फिर पोवार कोच रह चुके थे । रमन के कार्यकाल में भारत आस्ट्रेलिया में 2020 में टी20 विश्व कप के फाइनल में जरूर पहुंचा लेकिन उसके अलावा वैश्विक स्पर्धाओं में निराशा ही हाथ लगी । यही नहीं टीम के भीतर गुटबाजी, विश्वास की कमी और अनुशासनहीनता की भी खबरें गाहे बगाहे आ रही थी । मजूमदार के आने से पहले करीब दस महीने तक भारतीय टीम के पास पूर्णकालिक कोच नहीं था । पोवार को दिसंबर 2022 में हटा दिया गया था और बीच में रिषिकेश कानिटकर तथा नूशीन अल कादिर अंतरिम तौर पर काम देख रहे थे । सबसे पहले उन्होंने अपनी टीम का भरोसा जीता । सभी खिलाड़ियों से स्पष्ट संवाद रखा । अच्छे प्रदर्शन पर पीठ थपथपाई तो बुरे दौर में साथ खड़े दिखे । आलोचनाओं के बीच अपने खिलाड़ियों के लिये ढाल बनकर खड़े नजर आये और यहीं से नींव पड़ी विश्वास के ऐसे रिश्ते की जिसकी परिणिति विश्व कप ट्रॉफी के रूप में ‘गुरूदक्षिणा' के साथ हुई । पूरे टूर्नामेंट में टीम एकजुट नजर आई । खिलाड़ी एक दूसरे की सफलता का जश्न मनाते और कठिन दौर में एक दूसरे का सहारा बने दिखे । एक चैम्पियन टीम बनने के लिये आखिर पहली शर्त को यही होती है । बतौर खिलाड़ी भी मजूमदार ने अपने हुनर का लोहा मनवाया था । नब्बे के दशक में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय अंडर 19 टीम के उपकप्तान रहे मजूमदार को ‘नया तेंदुलकर' कहा जाने लगा था । तेंदुलकर की ही तरह शारदाश्रम स्कूल में रमाकांत आचरेकर के शिष्य रहे मजूमदार ने 1994 . 95 में भारत ए के लिये राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के साथ खेला । लेकिन भारत के लिये खेलने का सपना पूरा नहीं हो सका जबकि उनके समकालीन तेंदुलकर, द्रविड़ और गांगुली भारतीय क्रिकेट के लीजैंड बन गए । मुंबई टीम के दिग्गजों में से रहे मजूमदार बाद में वह असम और आंध्र के लिये भी खेले । मुंबई के लिये 1993 . 94 रणजी सत्र में पदार्पण करने वाले मजूमदार ने हरियाणा के खिलाफ 260 रन बनाये थे जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण पर सबसे बड़ी पारी का विश्व रिकॉर्ड था । बाद में इसे 2018 में अजय रोहेरा ने तोड़ा । मुंबई टीम के मुख्य कोच रह चुके मजूमदार राजस्थान रॉयल्स, भारत की अंडर 19 और अंडर 23 टीमों , नीदरलैंड क्रिकेट टीम और भारत दौरे पर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच रह चुके हैं । कोच कबीर खान ने विश्व कप फाइनल मुकाबले से पहले मशहूर ‘70 मिनट' वाली स्पीच दी थी , वहीं मजूमदार ने अपने खिलाड़ियों से सिर्फ इतना कहा कि इतिहास रचने के लिये बस एक रन अधिक बनाना है । टीम पर विश्वास इतना कि ग्रुप चरण में लगातार तीन हार के बावजूद किसी खिलाड़ी पर ठीकरा नहीं फोड़ा । लगातार कहते रहे कि टूर्नामेंट लंबा है और टीम अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी । उनकी 15 जांबाज खिलाड़ियों ने अपने कोच के हर भरोसे को सही साबित कर दिखाया । -
-भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराया
- इतिहास में 52 साल के सूखे को किया खत्म
मुंबई। भारत ने शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा के हरफनमौला खेल से रविवार को यहां महिला आईसीसी वनडे विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली बार इस खिताब को जीत कर इतिहास रच दिया। शेफाली ने पारी का आगाज करते हुए 78 गेंद में 87 रन की आक्रामक पारी खेलने के बाद अपनी स्पिन गेंदबाजी से सुने लुस और मारिजान काप (चार) जैसी अनुभवी बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई तो वहीं बीच के ओवरों में विकेटों के पतन के बीच 58 गेंद में 58 रन का योगदान देने वाली दीप्ति ने लगातार दूसरे मैच में शतक जड़ने वाली दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट (101) सहित पांच विकेट झटकर मैच का पासा पलट दिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर सात विकेट पर 298 रन बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका को 246 रन पर रोककर इस टूर्नामेंट के इतिहास में 52 साल के सूखे को खत्म किया। वोल्वार्ड्ट 41वें ओवर तक एक छोर से डटी रही लेकिन दूसरे छोर से लगातार विकेट के पतन से जरूरी रनगति बढ़ने से दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों पर दबाव हावी हो गया। दीप्ति की गेंद पर जैसे ही हरमनप्रीत ने नाडिन डि क्लार्क (18) का कैच पकड़ा वैसे ही दर्शकों की नीली जर्सी के समंदर से पटे स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गयी।भारतीय खिलाड़ियों ने भावनाओं पर काबू रखने की कोशिश की लेकिन पूरा स्टेडियम जब ‘वंदेमातरम, मां तुझे सलाम और लहरा दो सरकशी का परचम लहरा दो'.. गाने को एक सुर में गाना शुरू किया तो यहां मौजूद किसी के लिए भी भावनाओं को काबू में रखना मुश्किल था। स्टेडियम में मौजूद पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और वीवीएस लक्ष्मण भी भारतीय तिरंगे को लहराते दिखे।
शानदार लय में चल रही सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल के चोटिल होने से टीम में आई शेफाली ने कहा था कि शायद भागवन ने उनके लिए कुछ अच्छी योजना बनाई है। उन्होने सेमीफाइनल में कम स्कोर की निराशा को पीछे छोड़ते हुए फाइनल में इसे सही साबित किया तो वहीं दीप्ति ने भी टूर्नामेंट में 22 विकेट लेने के साथ 200 से अधिक रन बनाकर नया रिकॉर्ड कायम किया। भारत के लिए सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (58 गेंद में 45) और विकेटकीपर रिचा घोष (24 गेंद में 34 रन) ने अहम योगदान दिये। दक्षिण अफ्रीका ने लक्ष्य का पीछा सधे हुए अंदाज में शुरू किया, ताजमिन ब्रिट्स (35 गेंद में 23 रन) ने क्रांति गौड़ के खिलाफ चौके से हाथ खोलने के बाद रेणुका सिंह की गेंद पर छक्का जड दिया। लौरा वोल्वार्ड्ट आठवें ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी अमनजोत कौर के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौके के साथ पिछले मैच की शानदार पारी को आगे बढ़ना जारी रखा। ब्रिट्स ने अगले ओवर में दीप्ति पर चौके साथ पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी पूरी लेकिन ब्रिट्स रन चुराने की कोशिश में अमनजोत के शानदार थ्रो पर रन आउट हो गयी। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 169 रन की शानदार पारी खेलने वाली वोलवार्ड्ट ने दीप्ति के खिलाफ छक्का जड़ आक्रामक तेवर दिखाये। श्री चरणी ने अपने पहले ही ओवर में ऐनेक बॉश को पगबाधा कर दक्षिण अफ्रीका को दूसरा झटका दिया।
सुने लुस ने दूसरे छोर से राधा के खिलाफ लगातार दो चौके लगाये वोल्वार्ड्ट के खिलाफ अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की लेकिन शेफाली ने गेंद से जादू बिखरते हुए अपने शुरुआती दो ओवरों में लुस और काप को आउट कर भारत का बड़ी सफलता दिलाई। उन्होंने अपनी गेंद पर लुस का कैच लपकने के बाद काप को विकेट के पीछे रिचा घोष के हाथों कैच करवाया।
भारतीय गेंदबाजों ने इसके बाद शिकंजा कसना शुरू किया जिससे दक्षिण अफ्रीका ने 22वें से 29वें ओवर तक सिर्फ 25 रन बनाये और इसका फायदा 30वें ओवर में दीप्ति शर्मा को मिला जिन्होंने सिनालो जाफ्ता (16) को राधा के हाथों कैच कराया। एनेरी डर्कसन ने राधा की नोबॉल पर छक्का लगाने के बाद फ्री हिट पर भी गेंद को दर्शको के पास भेजकर 32वें ओवर से 17 रन बटोर कर दबाव कम कर दिया। दीप्ति ने 36वें ओवर में रेणुका की गेंद पर डर्कसन का आसान कैच टपकाकर जीवनदान दिया लेकिन उन्होंने इस बल्लेबाज को 40वें ओवर बोल्ड कर छठे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी को तोड़कर ज्यादा नुकसान होने से बचा लिया। वोल्वार्डट ने इसी ओवर में एक रन चुराकर लगातार दूसरे मैच में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने अपने अगले ओवर में वोल्वार्ड्ट को अमनजोत के हाथों कैच करा कर मैच में भारत का शिकंजा कस दिया। भारत के खिलाफ लीग मैच में नाबाद 84 रन की पारी खेलने वाली डि क्लार्क ने एक बार फिर आक्रामक तेवर दिखाने शुरू किये थे लेकिन दूसरे छोर से उन्होंने किसी का साथ नहीं मिला और उनके आउट होते ही भारत ने खिताबी सूखे को खत्म किया। बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर शेफाली ने मंधाना के साथ पहले विकेट के लिए शतकीय (106 गेंद में 104 रन) और जेमिमा रोड्रिग्स (37 गेंद में 24 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 62 गेंद में 62 रन की साझेदारी कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने धीमी होती पिच पर बीच के ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी से भारत को 300 रन से अंदर रोक दिया। चोटिल सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल की जगह टीम में आयी शेफाली की इससे पहले सर्वश्रेष्ठ पारी श्रीलंका के खिलाफ 2022 में 71 रन की थी। उन्होंने 21वें ओवर में सुने लुस की गेंद पर ऐनेक बॉश से मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए सात चौके और दो छक्के लगाये। भारतीय टीम 26वें ओवर के बाद लगातार अंतराल पर विकेट गंवाते रही जिससे टीम शानदार शुरूआत के बावजूद रन गति को तेज करने में नाकाम रही। दीप्ति शर्मा इस दौरान वनडे विश्व कप में 15 विकेट और 200 रन पूरे करने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनी। उन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया जबकि रिचा ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए तीन चौके और दो छक्के जड़े। दक्षिण अफ्रीका के लिए आयोबोंगा खाका सबसे सफल गेंदबाज रही। उन्होंने 58 रन देकर तीन विकेट लिये।
भारत ने शुरुआती 10 ओवर में बिना किसी नुकसान के 64 रन के साथ इस विश्व कप में पावरप्ले का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। पावरप्ले के बाद भारत की रनगति पर थोड़ा अंकुश लगा लेकिन नाडिन डि क्लार्क (52 रन पर एक विकेट) की गेंद पर शेफाली ने अपनी पारी का पहला छक्का जड़ दबाव कम किया। मंधाना ने 18वें ओवर में क्लो ट्रायोन की गेंद पर चौके से साथ पहले विकेट के लिए 104 गेंद में शतकीय साझेदारी पूरी की। वह हालांकि इसी ओवर में दो गेंद बाद ही विकेटकीपर सिनालो जाफ्ता को कैच देकर पवेलियन लौट गयी। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विजयी गाथा लिखने वाली का स्वागत दर्शकों ने शोर मचाकर किया। शेफाली ने इसी ओवर में एक रन चुराकर लगभग तीन साल के अंतराल पर वनडे में अपना पहला अर्धशतक पूरा करने के बाद 25वें ओवर में लुस की गेंद पर उनके सिर के ऊपर से पारी का दूसरा छक्का लगाकर टीम के स्कोर को 150 रन पर पहुंचा दिया। पारी की शुरुआत में तीन ओवर में 29 रन लुटाने वाली खाका ने इसके बाद लगातार दो ओवरों में शेफाली और जेमिमा को चलता कर मैच में दक्षिण अफ्रीका की वापसी की कोशिश की। शेफाली ने कवर क्षेत्र में लुस को आसान कैच दिया तो वहीं जेमिमा के करारे प्रहार पर वोल्वार्ड्ट ने शानदार कैच लपका। कप्तान हरमनप्रीत कौर (29 गेंद में 20 रन) और दीप्ति ने इसके बाद सतर्कता बरती जिससे भारत ने 27वें से 32वें ओवर के बीच 17 रन ही बटोरे। दीप्ति ने काप के खिलाफ टूर्नामेंट का पहला छक्का जड़कर रनगति को पटरी पर लाने की कोशिश लेकिन म्लाबा ने हरमनप्रीत को बोल्ड कर खतरनाक होती इस साझेदारी को तोड़ा। अमनजोत कौर (14 गेंद में 12 रन) डि क्लार्क की गेंद पर उन्हीं को कैच देकर पवेलियन लौटी तो वहीं रिचा ने क्रीज पर आते ही छक्का लगाकर खाता खोला जिससे टीम ने 44वें ओवर में 250 रन पार कर लिये। रिचा ने इसके बाद खाका, डि क्लार्क और म्लाबा के खिलाफ लगातार ओवरों में चौके जड़ने के बाद काप की गेंद को दर्शकों के पास भेजा तो वहीं दीप्ति ने 48वें ओवर में 53 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। रिचा अगले ओवर में खाका का तीसरा शिकार बन गयी।
इससे पहले बारिश के कारण मैच दो घंटे देर से शुरू हुआ लेकिन ओवरों में कटौती नहीं की गयी। - कोलकाता । अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी ‘जीओएटी भारत दौरे 2025' पर हैदराबाद भी जायेंगे जिसे केरल में अर्जेंटीना टीम का प्रस्तावित दोस्ताना मैच रद्द होने के बाद कार्यक्रम में शामिल किया गया है । अर्जेंटीना टीम का कोच्चि में प्रस्तावित दोस्ताना मैच रद्द हो गया है । केरल के खेलमंत्री वी अब्दुरहमान ने पहले कहा था कि यह मैच 17 नवंबर को होगा । नये कार्यक्रम के तहत अब मेस्सी देश के चारों कोनों पूर्व (कोलकाता), दक्षिण (हैदराबाद), पश्चिम (मुंबई) और उत्तर (दिल्ली) जायेंगे । इस दौरे के आयोजक सताद्रू दत्ता ने कहा ,‘‘ अब वह दक्षिण भारत भी जायेंगे । दक्षिण भारत के लाखों फुटबॉलप्रेमियों को यह तोहफा होगा । इसके साथ ही भारत के हर कोने को इसमे शामिल किया गया है । मैं चाहता हूं कि पूरा भारत इसका हिस्सा हो । केरल का मैच रद्द होने के कारण दक्षिण भारत के लोगों को मेस्सी को देखने के मौके से वंचित नहीं किया जाना चाहिये ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ दक्षिण भारत के लोग हैदराबाद जाकर उन्हें देख सकते हैं । हैदराबाद के कार्यक्रम की बुकिंग एक सप्ताह के भीतर शुरू होगी । यह कार्यक्रम गाचिबोली या राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होगा ।'' संशोधित कार्यक्रम के बारे में दत्ता ने कहा कि अहमदाबाद चरण की जगह हैदराबाद ने ली है । अहमदाबाद में होने वाला प्रायोजकों का कार्यक्रम अब मुंबई में होगा । उन्होंने कहा ,‘‘ मेस्सी 12 दिसंबर की मध्यरात्रि या 13 दिसंबर को तड़के पहुंचेंगे । वह मियामी से दुबई आकर एक या दो दिन आराम करेंगे जिसके बाद निजी जेट से कोलकाता आयेंगे ।'' इससे पहले वह 2011 में वेनेजुएला के खिलाफ एक मैत्री मैच के लिये भारत आये थे । इस बार उनके साथ उनके साथी खिलाड़ी लुईस सुआरेज और रौड्रिगो डि पॉल भी आ रहे हैं । मेस्सी 13 दिसंबर को कोलकाता से हैदराबाद जायेंगे और 14 दिसंबर को मुंबई पहुंचेंगे । वह 15 दिसंबर को दिल्ली जायेंगे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे । केरल में होने वाला मैच जरूरी मंजूरी मिलने में विलंब के कारण फीफा की अगली विंडो तक स्थगित कर दिया गया है ।
- नवी मुंबई। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी वनडे विश्व कप में इतिहास रचने से एक जीत दूर है और ऐसे में प्रशंसकों के बीच इस मैच को लेकर जबरदस्त उत्साह है लेकिन टिकट नहीं मिलने से उन्हें निराशा का सामना करना पड़ रहा है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच फाइनल रविवार को खेला जाना है और सेमीफाइनल में सात बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया को रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करके पांच विकेट से हराने वाली मेजबान टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है । सेमीफाइनल में भारतीय टीम के प्रदर्शन के बाद फाइनल के लिये डी वाई पाटिल स्टेडियम के बाहर टिकट के लिये प्रशंसकों की भीड़ देखी जा सकती है । स्टेडियम में दर्शकों को आकर्षित करने के लिए टिकट की कीमत महज 100 रुपये थे शुरू थी लेकिन शनिवार दोपहर तक स्टेडियम में दर्शकों के लिए टिकट उपलब्ध नहीं थे।ठाणे जिले के पंडियन परिमल ने बताया कि वह सुबह ही स्टेडियम आ गये थे लेकिन यहां किसी को टिकट नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सुबह नौ बजे से ही यहां आया हूं लेकिन यहां काफी भीड है और किसी को टिकट नहीं मिल रहा है। ऑनलाइन माध्यम से भी टिकट नहीं मिल पा रहा है। यहां बड़ी संख्या में लोग आये है इसमें कम से कम दो तीन प्रशंसकों को भी टिकट मिलना चाहिये। '' वहीं एक अन्य प्रशंसक शिफ्तैन इफ्तार ने कहा कि वह दो दिनों से टिकट के लिए यहां आ रहे है लेकिन यहां कोई भी जवाब नहीं मिला। महिला प्रशंसक भी स्टेडियम के बाहर टिकट खरीदने का इंतजार करते दिखी। मुंबई से आयी प्रशंसक किशोरी धौलपुरिया ने टिकटों की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ हमें यहां कुछ भी जानकारी नहीं दी जा रही है। हम धूप और बारिश में यहां खड़े है लेकिन तीन दिन से कोशिश के बावजूद टिकट का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। टिकटों की उपलब्धता की स्थिति जानने के लिए जब स्टेडियम के प्रबंधकों से बात करने कोशिश की गयी लेकिन उन से भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। कक्षा नौवीं की छात्र लावण्या ने भी इसी तरह की शिकायत करते हुए कहा कि वह टीम को ट्रॉफी जीतते देखना चाहती है लेकिन टिकट नहीं मिल पा रहा है। क्रिकेट खेलने वाली पूर्वा ने कहा कि उनका सपना भारत को चैंपियन बनते देखने का है लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण लगता है कि यह अधूरा ही रह जायेगा ।
- पणजी.। भारत के ग्रैंडमास्टर रौनक साधवानी और एस एल नारायणन को शनिवार को यहां विश्व शतरंज विश्व कप के पहले दौर की पहली बाजी में क्रमश: दक्षिण अफ्रीका के डैनियल बैरिश और पेरू के स्टीवन सालास रोजस ने ड्रॉ पर रोक दिया। पहले दौर के चुने गए 156 खिलाड़ियों के मुकाबले में ज्यादातर नतीजे रैंकिंग के हिसाब से हुए। लेकिन कुछ उलटफेर भी देखने को मिले। चार खिलाड़ी खेलने नहीं आए तो उनके प्रतिद्वंद्वियों को वॉकओवर मिल गया। भारत के एलीट खिलाड़ी विश्व चैंपियन डी गुकेश, अर्जुन एरिगेसी, आर प्रज्ञानानंदा, पी हरिकृष्णा, विदित गुजराती और निहाल सरीन सभी को दूसरे दौर में सीधे प्रवेश मिला है। दूसरे दौर में 128 खिलाड़ी होंगे। हर दौर नॉकआउट प्रारूप में होगा।
- नवी मुंबई,। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने भारत के खिलाफ महिला विश्व कप फाइनल मैच से पहले शनिवार को कहा कि उनकी टीम ने लीग चरण में भारत को हराया जरूर था लेकिन खिताबी मुकाबले का माहौल बिल्कुल अलग स्तर का होगा। तीसरी बार विश्व कप फाइनल में पहुंचे भारत ने दक्षिण अफ्रीका को इस वैश्विक प्रतियोगिता में 2005 में हराया था। इसके बार इन दोनों टीमों के बीच 2017, 2022 और 2025 में हुए मैचों दक्षिण अफ्रीका ने जीत दर्ज की। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान ने अपनी बात को सही साबित करने के लिए भारतीय बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में अविश्वसनीय नाबाद 127 रनों की पारी का हवाला दिया। मौजूदा टूर्नामेंट की शीर्ष स्कोरर (470) वोल्वार्ड्ट ने कहा, ‘‘नॉकआउट चरण लीग चरण से पूरी तरह अलग है। हमने देखा है कि लोग नॉकआउट मैचों में कुछ बहुत खास करने में सक्षम होते हैं जैसा कि हमने परसों रात जेमी से देखा था।'' वोल्वार्ड्ट ने खुद भी इंग्लैंड के खिलाफ 169 रन की पारी खेलकर टीम का सेमीफाइनल में जीत दिलाई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि हम अब लीग चरण में भारत के खिलाफ मिली जीत के बारे में सोच रहे हैं। हम जानते हैं कि हमें वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेलना होगा। भारत एक बहुत मजबूत टीम है और उनकी टीम शानदार जीत के साथ यहां आयी है। इसलिए उनका आत्मविश्वास बहुत ऊंचा होगा।'' उन्होंने कहा कि स्टेडियम भारतीय दर्शकों से पटा पड़ा होगा और ऐसे में उनके लिए परिस्थितियां और कठिन होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ दर्शक भारत समर्थन कर रहे होंगे, शायद पूरा स्टेडियम भरा हुआ हो। यह एक बहुत कठिन मैच होने वाला है। यह एक बहुत ही रोमांचक अवसर होगा, लेकिन भारत पर भी दबाव होगा। महिला विश्व कप के फाइनल में यह पहला मौका है जब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम फाइनल में नहीं है।वोल्वार्ड्ट ने कहा, ‘‘यह सिर्फ दिखाता है कि महिलाओं का खेल कितना विकसित हो रहा है और कैसे विभिन्न देश नयी संसाधनों का उपयोग करने और वास्तव में अच्छी गुणवत्ता वाले क्रिकेटर विकसित करने में सक्षम हो रहे हैं।
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नयी दिल्ली. भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी और दो बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन रोहन बोपन्ना ने शनिवार को पेशेवर टेनिस को अलविदा कह दिया जिससे एटीपी टूर पर उनके दो दशक से अधिक के कैरियर पर विराम लग गया । 45 वर्ष के बोपन्ना ने आखिरी बार इस सप्ताह पेरिस मास्टर्स में खेला जिसमे वह कजाखस्तान के अलेक्जेंडर बुबलिक के साथ पहले दौर में हार गए । कर्नाटक के कूर्ग के रहने वाले बोपन्ना ने ‘ अलविदा ..लेकिन अंत नहीं ' शीर्षक से अपने भावुक बयान में लिखा,‘‘ आधिकारिक रूप से खेल से विदा ले रहा हूं ।'' उन्होंने लिखा ,‘‘ भारत के छोटे से शहर कूर्ग से सफर की शुरूआत करने से लेकर , सर्विस दमदार बनाने के लिये लकड़ी के टुकड़े कांटने, स्टेमिना बढाने के लिये कॉफी के बागानों के बीच से जॉगिंग करने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े कोर्ट पर दूधिया रोशनी में अपने सपनों को पूरा करने तक । सब सपने जैसा लगता है ।'' बोपन्ना ने पेरिस ओलंपिक के बाद अंतरराष्ट्रीय कैरियर से संन्यास ले लिया था । उन्होंने 2023 में डेविस कप से विदा ली थी और आखिरी बार लखनऊ में मोरक्को के खिलाफ खेला था ।
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वेलिंगटन. न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में 222 रन पर समेटने के बाद दो विकेट से हराकर श्रृंखला 3 . 0 से जीत ली । न्यूजीलैंड ने 32 गेंद बाकी रहते आठ विकेट पर 226 रन बनाये । जाक फोकेस 14 और ब्लेयर टिकनेर 18 रन बनाकर नाबाद रहे । न्यूजीलैंड ने पहला मैच चार विकेट से और दूसरा पांच विकेट से जीता था ।
इंग्लैंड के कप्तान हैरी ब्रूक ने जोफ्रा आर्चर, ब्रायडन कार्स और जैमी ओवरटन से सारे ओवर करा लिये थे लिहाजा निर्णायक आखिरी ओवरों में सैम कुरेन और आदिल रशीद के ही विकल्प बचे थे । इंग्लैंड के बल्लेबाज श्रृंखला में तीसरी बार नाकाम रहे और टीम 50 ओवरों के भीतर ही आउट हो गई । एक समय पर पहले दस ओवर के भीतर उसके चार विकेट 44 रन पर गिर गए थे । इस महीने से आस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली एशेज श्रृंखला से पहले जैमी स्मिथ, बेन डकेट, जो रूट और जैकब बेथेल का खराब फॉर्म चिंता का सबब है । स्मिथ पांच और डकेट आठ रन ही बना सके जबकि रूट दो और बेथेल 11 रन बनाकर आउट हुए । ब्रूक भी छह रन का योगदान ही दे पाये । जोस बटलर ने 38 रन बनाये । ओवरटन और कार्स ने आठवें विकेट के लिये 58 रन जोड़े । -
नवी मुंबई. आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में रविवार को यहां जब मैदान पर उतरेगी तो उसे पिछले सात में से छह मैच जीत कर पहली बार इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में पहुंची दक्षिण अफ्रीका की कड़ी चुनौती से पार पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना होगा। यह मुकाबला सिर्फ एक खिताब के लिए जंग नहीं हैं, बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है क्योंकि इस फाइनल से नया विश्व चैंपियन मिलने वाला है। भारतीय टीम तीसरी बार (2005 और 2017 के बाद) इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है, जबकि दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली बार खिताबी मुकाबले में पहुंची है। दोनों टीमें शानदार फॉर्म में हैं और जबरदस्त आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेंगी। भारत पर एक समय लीग चरण से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन बल्लेबाजों ने अहम समय पर लय हासिल कर टीम को खिताबी मुकाबले में पहुंचाया तो वहीं दक्षिण अफ्रीका को अपने अभियान के दौरान लीग चरण के शुरुआती मैच में इंग्लैंड और आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। इन दोनों मैचों के अलावा उसने हर मुकाबले में दबदबे वाला प्रदर्शन किया। मेजबान भारत ने सेमीफाइनल में सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया पर ऐतिहासिक जीत के साथ फाइनल में प्रवेश किया है। टीम ने जीत के लिए मिले 339 रन के विशाल लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर अपने बढ़ते मनोबल और बल्लेबाजी में असाधारण प्रतिभा का नमूना पेश किया। टीम के ज्यादातर बल्लेबाज लय में है और डीवाई पाटिल स्टेडियम की बल्लेबाजों की मुफीद पिच पर किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने का माद्दा रखते हैं। टीम ने लीग चरण के अहम मैच में न्यूजीलैंड और फिर सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रमश तीन विकेट पर 340 और पांच विकेट पर 341 रन बनाकर इसे साबित भी किया है। सेमीफाइनल में भारतीय जीत की नायिका रहीं जेमिमा रोड्रिग्स (नाबाद 127 रन) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (89 रन) से टीम इस तरह की एक और पारी की उम्मीद करेगी तो वहीं शीर्ष क्रम में स्मृति मंधाना भी शानदार लय में है। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों बल्लेबाजों की सूची में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वुलवार्ड्ट (470 रन) के बाद 389 रन के साथ दूसरे स्थान पर है। मंधाना को हालांकि शीर्ष क्रम पर प्रतिका रावल (308 रन) की कमी खलेगी जो चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गयी है। उनकी जगह टीम में शामिल हुई युवा शेफाली वर्मा सेमीफाइनल में बल्ले से उपयोगी योगदान देने में नाकाम रही लेकिन वह किसी भी गेंदबाजी के खिलाफ तेजी से रन बना सकती है। शेफाली विश्व कप के लिए रिजर्व खिलाड़ियों की सूची में भी नहीं थी ऐसे में वह इस चयन को सही साबित करने की पूरी कोशिश करेंगी। हरफनमौला दीप्ति शर्मा, विकेटकीपर रिचा घोष और अमनजोत कौर ने टूर्नामेंट में कई मौकों पर तेजी से रन जुटाये हैं और फाइनल में भी उन्हें इसे जारी रखना होगा। भारत की असल चिंता गेंदबाजी है और खासकर इस मैदान पर गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंदबाजों ने काफी रन लुटाए थे। दीप्ति (17 विकेट) ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड के साथ टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज है और टीम को बीच के ओवरों में उनसे कसी हुई गेंदबाजी की उम्मीद होगी। तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर पर पावरप्ले और आखिरी ओवरों में विकेट निकालने का बड़ा दारोमदार होगा। श्री चरणी ने सेमीफाइनल में अहम समय पर दो ओवर में दो विकेट चटकाकर बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही ऑस्ट्रेलिया की पारी की धार कुंद की थी लेकिन खिताबी मुकाबले में इस युवा गेंदबाज के अलावा अनुभवी राधा यादव से भी टीम बीच के ओवरों में विकेट की उम्मीद करेगी। भारतीय टीम फाइनल में युवा तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ की जगह हरफनमौला अरुंधती रेड्डी या स्नेह राणा को एकादश में शामिल कर सकती है। दक्षिण अफ्रीका को ऑस्ट्रेलिया की स्पिनरों ने परेशान किया था ऐसे भारतीय टीम को उनकी इस कमजोरी का फायदा उठाने का तरीका ढूंढना होगा। भारत को घरेलू मैदान का फायदा मिलेगा और दर्शकों का शोर टीम के लिए ‘बारहवें खिलाड़ी' का काम करेगा।
दक्षिण अफ्रीका ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड की मजबूत टीम को 125 रनों के बड़े अंतर से हराकर अपनी क्षमता साबित की है। उनकी यह जीत बताती है कि वे किसी भी टीम को पछाड़ने की ताकत रखते हैं। प्रोटियाज टीम की कप्तान और सलामी बल्लेबाज वोल्वार्ड्ट इस समय विश्व की सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं। इंग्लैंड के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ 169 रन बनाने वाली वोल्वार्ड्ट फाइनल में भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती होंगी। अनुभवी हरफनमौला मरिजान काप का प्रदर्शन शानदार रहा है और उन्होंने सेमीफाइनल में पांच विकेट लेकर इंग्लैंड की बल्लेबाजी को ध्वस्त किया था। उनकी तेज गेंदबाजी और मध्यक्रम की बल्लेबाजी टीम को संतुलन प्रदान करती है। दक्षिण अफ्रीका ने पूरे टूर्नामेंट में एक अनुशासित गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण इकाई के रूप में प्रदर्शन किया है। नादिन डी क्लार्क और क्लो ट्रायोन जैसी खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण मौकों पर टीम को मुश्किलों से निकाला है। टीम लीग चरण में भारत पर मिली जीत से आत्मविश्वास हासिल करना चाहेगी। भारत के खिलाफ डी क्लार्क और ट्रायोन ने आक्रामक साझेदारी कर मैच का रुख मोड़ा था। डी क्लार्क ने इस मुकाबले में 54 गेंद में नाबाद 84 रन की यादगार पारी खेली थी। यह विश्व कप के पिछले तीन मैच में दक्षिण अफ्रीका की भारत के खिलाफ तीसरी जीत थी। भारत ने नवी मुंबई में बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड बनाया है ऐसे में टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी का विकल्प चुन सकती है। लेकिन फाइनल का दबाव लक्ष्य का पीछा करने को कठिन बना सकता है। मैच पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है और तीन नवंबर को इसके लिए रिजर्व-डे रखा गया है। रिजर्व-डे को भी अगर मैच नहीं हो पाता है दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जायेगा। इसकी संभावना हालांकि कम है। घरेलू परिस्थितियों के कारण भारतीय टीम को फाइनल में जीत का दावेदार माना जा सकता है लेकिन जो भी टीम दबाव को झेलकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी, वही इतिहास रचेगी और महिला क्रिकेट की नयी विश्व विजेता बनेगी। टीमें :
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप-कप्तान), उमा छेत्री (विकेटकीपर), ऋचा घोष (विकेटकीपर), हरलीन देयोल, शेफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, अमनजोत कौर, स्नेह राणा, दीप्ति शर्मा, क्रांति गौड़, अरुंधति रेड्डी, रेणुका सिंह ठाकुर, श्री चरणी, राधा यादव। दक्षिण अफ्रीका: लौरा वोल्वार्ड्ट (कप्तान), एनेके बॉश, तजमिन ब्रिट्स, नादिन डी क्लार्क, एनेरी डर्कसन, सिनालो जाफ्ता, मारिजान काप अयाबोंगा खाका, मसाबाता क्लास, सुने लुस, कराबो मेसो, नॉनकुलुलेको म्लाबा, तुमी सेखुखुने, नोंडुमिसो टंगारियोन। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर तीन बजे शुरू होगा। -
नयी दिल्ली. युवा शतरंज खिलाड़ी इलमपार्थी ए आर बृहस्पतिवार को बोस्निया और हर्जेगोविना में जीएम4 बिजेलजीना 2025 शतरंज महोत्सव में अपना अंतिम नॉर्म हासिल करने के बाद भारत के 90वें ग्रैंडमास्टर बन गए। चेन्नई के 16 वर्षीय खिलाड़ी इलमपार्थी ने दिसंबर 2023 में वियतनाम में हनोई टूर्नामेंट में अपना पहला ग्रैंडमास्टर नॉर्म और इसके बाद 2024 में सिंगापुर इंटरनेशनल ओपन में उन्होंने दूसरा नॉर्म हासिल किया। अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के अध्यक्ष नितिन नारंग ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘भारत के लिए 90वां ग्रैंडमास्टर। देश के 90वें ग्रैंडमास्टर बनने के लिए सभी जरूरी योग्यता पूरी करने पर इलमपार्थी ए आर को बधाई। आपको और भी कई उपलब्धियां और देश को गौरवान्वित करने में निरंतर सफलता की कामना करता हूं। '' इलमपार्थी ने रिल्टन कप (2024-25) के दौरान 2500 ईएललो रेटिंग का आंकड़ा पार किया और बोस्निया में अंतिम नॉर्म ने उनके ग्रैंडमास्टर खिताब को पक्का कर दिया। पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने ‘एक्स' पर लिखा, ''इलमपार्थी को ग्रैंडमास्टर के रूप में घोषित करते हुए खुशी हो रही है। वह कुछ मौकों पर खिताब से चूक गए थे, लेकिन हर बार उन्होंने वापसी की और कड़ी मेहनत की। ''
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नवी मुंबई. जेमिमा रोड्रिग्स की 127 रन की नाबाद शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के बाद खुशी के आंसू पोछते हुए भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि इस टीम पर फक्र है और बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा, ‘‘हम यही चर्चा कर रहे थे कि किसी भी परिस्थिति में हों, टीम के लिए डटे रहना है। हमारे पास टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो किसी भी परिस्थिति से मैच में जीत दिला सकते हैं। '' उन्होंने रोड्रिग्स की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘वह ऐसी खिलाड़ी है जो हमेशा टीम के लिए बेहतर करना चाहती है। वह हमेशा जिम्मेदारी लेना चाहती है। पिच पर हमने अच्छी साझेदारी की। उसके काफी श्रेय जाता है जिसने संयम बनाए रखा और टीम के लिए बल्लेबाजी करती रही। '' हरमनप्रीत ने फाइनल के बारे में कहा, ‘‘आज हम अच्छा खेले, नतीजे से खुश हूं। हमने अगले मैच के बारे मेंअभी से बात करना शुरू कर दिया है। घरेलू सरजमीं पर विश्व कप खेलना विशेष है। एक और मैच है और हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। '' ‘प्लेयर ऑफ द मैच' रोड्रिग्स ने कहा, ‘‘इस पारी का श्रेय ‘जीसस' को। उनके बिना यह संभव नहीं था। अपने माता-पिता की शुक्रगुजार हूं। मुझे पांच मिनट पहले ही पता चला कि मैं नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने जा रही हूं। पिछली बार मैं विश्व कप में जगह नहीं बना पाई थी लेकिन इस बार मुझे मौका मिला। '' शतक जड़ने के बाद भी रोड्रिग्स ने इसका जश्न नहीं मनाया तो इस उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे बारे में नहीं था, मैं भारत के लिए यह मैच जीतना चाहती थी। पहले भी कई अहम मैचों में हार चुके थे तो इसमें जीत दिलाकर फाइनल में पहुंचाना चाहती थी। आज मेरे अर्धशतक या शतक की बात नहीं थी बल्कि भारत को जीत दिलाने की बात थी। '' ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने कहा, ‘‘अच्छा मुकाबला रहा। बल्लेबाजी में अच्छा नहीं कर पाए, अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए। मैदान पर कई मौके गंवाए। अंत में हमें हार मिली। ''

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