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- संध्या शर्मा
पाव भाजी महाराष्ट्र का फेमस स्ट्रीट फूड है। हालांकि, ये डिश अब हर रेस्तरां के मेन्यू में शामिल हो चुकी है। भाजी को बनाने में कई सारी सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इसे काफी हद तक हेल्दी डिश माना जाता है। लोग इसे घर पर बनाना भी पसंद करते हैं। हालांकि कई बार ऐसा होता है कि आप घर बनी पावभाजी में बाहर वाला टेस्ट नहीं आता। इसका मुख्य कारण मसाला है। पावभाजी माला स्वाद को पूरी तरह से बदल सकता है।
यहां हम बता रहे हैं घर पर स्पेशल पावभाजी मसाला बनाने की रेसिपी।
पाव भाजी मसाला बनाने के लिए आपको चाहिए...
8-10 सूखी लाल मिर्च
1 कप सूखा धनिया
3 बड़ी इलायची
1 चम्मच हल्दी
2 चम्मच अमचूर पाउडर
1 टेबल स्पून काली पिसी मिर्च
1 चम्मच काला नमक
7 लौंग
2 छोटे चम्मच जीरा
2 छोटे चम्मच सौंफ
1 छोटी दालचीनी स्टिक
कैसे बनाएं मसाला
पाव भाजी मसाला बनाने के लिए सबसे पहले पैन गर्म करें। फिर इसमें धनिया, जीरा, सौंफ, लाल सूखी मिर्च, काली मिर्च डालें और 3 से 4 मिनट तक भून लें। अब इसे आंच से हटा दें और मसाले को ठंडा होने दें। ठंडा हो जाने के बाद अच्छी तरह से पीस लें और फिर इसे छलनी से छान लें। पाव भाजी मसाला तैयार है। इसे डिब्बे में स्टोर करें और फिर इस्तेमाल करें। इस मसाले को किसी एयर टाइट कंटेनर में या फिर किसी कांच के बॉक्स में रखें। -
सत्तू में मौजूद ढेर सारे पोषक तत्व ही उसे सुपर फूड बनाते हैं। यह सुपर फूड अपने आप में संपूर्ण भोजन है। साथ ही सत्तू में एक ठंडक प्रदान करने वाला एजेंट मौजूद रहता है, जो स्वभाविक रूप से शरीर के तापमान को कम करता है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में यह प्रमुख व्यंजन है। गर्मियों में इसकी डिमांड बहुत बढ़ जाती है। सत्तू मुख्यत: यह एक सूखा पाउडर है, जिसे चने और जौ आदि अनाजों को भूनकर और पीसकर बनाया जाता है। चने का सत्तू गर्मियों में ज्यादा उपयोग में लाया जाता है। यह एक ऐसा पाउडर है, जिससे नमकीन या मीठा शर्बत, चीला, लड्डू, परांठे आदि बनाना आसान होता है। सत्तू का जिक्र तो आयुर्वेद में भी है। इसको गर्मियों का टॉनिक कहा गया है।
कैसे तैयार होता है सत्तू?
बाजार में कई कंपनियों के सत्तू उपलब्ध हैं। अकसर चने को पीसकर इसका पाउडर पैक कर दिया जाता है, जबकि असलियत में सत्तू तैयार करने की प्रक्रिया थोड़ी अलग है। सत्तू बनाने के लिए चने को पहले पानी में भिगोकर रखा जाता है, फिर उसे सुखाकर भूना जाता है। उसके बाद छिलके सहित या छिल्का उताकर उसे पीसा जाता है।
सेहत का रखवाला
सत्तू प्रोटीन,फाइबर, कैल्शियम,आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह ऊर्जा का शानदार स्रोत है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा को तुरंत रिलीज करता है। गर्मी में ज्यादा मेहनत का काम करने वालों के लिए यह पावर हाउस की तरह काम करता है। इसके सेवन से शुगर को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है। सत्तू गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करता है। पर, ध्यान रखें खाना खाने के बाद कभी भी सत्तू न खाएं। दूसरा, अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करें।
सत्तू का यूं करें सेवन--
1 आवश्यकतानुसार पानी में थोड़ा-सा सत्तू, नीबू का रस, थोड़ा सा काला व सफेद नमक, भुना हुआ जीरा पाउडर और ठंडा पानी डालकर मिलाएं और सर्व करें। गर्मी के मौसम में इस शर्बत को पीने से पेट ठंडा रहता है। मैं पानी की जगह कभी-कभी सोडा डाल देती हूं और साथ में पुदीना पीसकर भी मिला देती हूं। स्वाद बहुत अच्छा हो जाता है।
2 कम घी डालकर कम मेहनत में सत्तू से आप लड्डू और बर्फी भी बना सकती हैं। इसके अलावा सत्तू के चीले भी बहुत स्वादिष्ट बनते हैं।
3 आलू का सांबर बनाते समय मैं उसमें थोड़ा-सा सत्तू मिला देती हूं। झटपट बढ़िया स्वादिष्ट सांबर तैयार हो जाता है।
4 सत्तू के इस शर्बत में मैं घर का बना थोड़ा सा जलजीरा पाउडर ,मिश्री पाउडर, नीबू का रस आदि भी डालती हूं। अच्छा स्वाद मिलता है।
5 सत्तू में प्याज, गाजर, शिमला मिर्च और थोड़ी सी सूजी और नमक और मिर्च डालकर अप्पे बनाएं। स्वाद और सेहत दोनों ठीक रहते हैं। आप सत्तू वाले पराठे और कचौड़ी आदि भी बना सकती हैं।
6 लिट्टी के भरावन के रूप में सत्तू का ही इस्तेमाल होता है। आप इसमें अपने हिसाब से मसाला डाल लें।
7 सत्तू से आप कढ़ी भी बना सकती हैं। स्वाद तो अच्छा मिलेगा ही पोषक तत्व भी भरपूर मिलेंगे। इसके लिए आपको रेसिपी में बेसन के विकल्प के रूप में सत्तू को इस्तेमाल करना होगा।
ऐसे करें स्टोर--
• जब भी सत्तू को स्टोर करें तो उस डिब्बे में लौंग डाल दें। इसे कीड़े नहीं लगेंगे और सत्तू हमेशा फ्रेश रहेगा। • आप कंटेनर के अंदर नीम के पत्तों को कपड़े में बांधकर भी रख सकती हैं । • सत्तू को हमेशा एयर टाइट कंटेनर में ही स्टोर करें। • हमेशा कम-कम मात्रा में ही सत्तू की खरीदारी करें। • सत्तू निकालने के लिए कभी भी गीले हाथ या चम्मच का इस्तेमाल नहीं करें। • अगर आपके फ्रिज में जगह हो तो जिप पाउच में भी सत्तू को रख सकती हैं। -
- संध्या शर्मा
पनीर को ज्यादातर डिश में इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में ये आपके फ्रिज में हमेशा ही रखी रहती होगी। लेकिन अगर आप पनीर के कड़े हो जाने से परेशान हो जाती हैं। तो ये टिप्स आपके काम आ सकता है। जिसकी मदद से पनीर को कड़ा और च्यूई होने से बचाया जा सकता है।
हाइजीन है जरूरी
पनीर को मार्केट से घर लाने के बीच में काफी सारे लोगों का हाथ लगा होता है। घर लाने के बाद जरूरी है इसे कम से कम दो से तीन बार पानी से अच्छे से धो लिया जाए। जिससे कि सारी गंदगी निकल जाए। पनीर प्रोटीन का भी सोर्स होता है और प्रोटीन जल्दी खराब होता है। इसलिए हाइजीन बेहद जरूरी है।
पनीर को इस तरीके से करें स्टोर
पनीर को अच्छी तरह से पानी से धो लें। फिर किसी बाउल में साफ पानी लें और उसमे नमक और हल्दी पाउडर मिक्स करें। फिर इस पानी में पनीर डालें और फ्रिज में ऐसे ही स्टोर कर लें। फ्रिज में पनीर को इस तरह से स्टोर करने से फ्रेश बनी रहती है और सॉफ्ट रहती है। साथ ही ये कम से कम दो से तीन दिन तक खराब नहीं होती और खाने की स्थिति में रहती है। अगर आप पनीर को इस तरह से स्टोर नहीं करते हैं तो फ्रिज में भी पनीर खराब हो जाती है और खाने लायक नहीं रह जाती।
ऐसे दूर करें फ्रिज में रखी पनीर का कड़ापन
अगर सब्जी बनाने के लिए पनीर के क्यूब्स काट लिए हैं। लेकिन ये क्यूब्स काफी कड़े हैं तो एक बाउल में पानी गर्म कर उसमे नमक डालें। फिर पनीर के क्यूब्स को पानी में दस मिनट के लिए छोड़ दें। फिर सारा पानी हटाकर पनीर क्यूब्स को उंगलियों से दबाएं। इससे पनीर फिर से स्ंपजी और सॉफ्ट हो जाएगा। -
-सीमा उपाध्याय
पुदीने की बात आते ही गर्मियों में पिया जाने वाला चटकारेदार जलजीरा मन में घूम जाता है। हम लोग बचपन में शाम होते ही मटकी में जलजीरा बेचने वाले की आवाज सुनते ही खुश हो जाते थे। कुल्हड़ में जलजीरे के ऊपर जब बूंदी होती थी, तो स्वाद और अच्छा हो जाता था। आज भी मार्केट में ठेलों पर जलजीरा मिलता है और मटके के चारों ओर व ऊपर हरी-हरी पुदीने की पत्तियां सजी रहती हैं। उन्हें देखते में मन में राहत आती है और साथ ही पीने का भी मन करता है।
पुदीने की भीनी खुशबू और स्वाद से तो सभी परिचित हैं। चटनी हो या आम पन्ना, रायता हो या पुलाव, पुदीने वाले आलू हों या काशीफल और उनमें ऊपर से डला पुदीना। यकीन मानिए, पुदीने की कुछ पत्तियां स्वाद को कई गुना बढ़ा देती हैं। इसके स्वाद को सभी पसंद करते हैं। हर किसी के साथ पुदीने की संगत स्वाद को बेहतर बनाती है। गर्मियों के लिए तो पुदीना रामबाण है। विभिन्न मिनरल्स के अलावा यह विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत है। ताजा हो या सूखा, पुदीने का इस्तेमाल कई तरह से कुकिंग में किया जाता है। मीठी चीजों में भी इसका इस्तेमाल होता है। इसकी तेज गंध के कारण इसका प्रयोग कम मात्रा में होता है। पुदीने का कैसे बनाएं अपने कुकिंग का हिस्सा, आइए जानें:
सेहत से संबंध
●गर्मी के मौसम में पुदीने वाली शरबत और चटनी खाने से गैस की शिकायत दूर होती है।
●जुकाम-खांसी में पुदीने वाली चाय पिएं। कफ निकल जाएगा। इसके अलावा पुदीना वाले पानी से भाप लेने से बंद नाक खुलता है।
●मुंह का स्वाद बिगड़ जाए तो पुदीना की ताजी पत्तियों को छुहारा, काली मिर्च, मुनक्का और जीरा के साथ पीस लें। नीबू का रस मिलाकर खाएं।
●खांसी हो तो पुदीने के रस में उतनी ही मात्रा में शहद और अदरक का रस मिलाकर पिएं।
●पुदीना वजन घटाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ऐसे करें स्टोर--
00 पुदीने को अच्छी तरह से पानी से साफ करके इसकी पत्तियों को अलग करके किसी किचन टॉवल पर कमरे में पंखे के नीचे रख दें। जब पानी सूख जाए तो पेपर नैपकिन में लपेटकर किसी एयरटाइट डिब्बे में रख दें। एक सप्ताह तक पत्तियां काली नहीं पड़ेंगी।
00 पुदीने को सुखाकर 6 महीने के लिए भी स्टोर कर सकते हैं। पुदीने को अच्छी तरह से धोकर रात भर पंखे में सुखाएं। अब उसका पाउडर बनाकर या हाथों से क्रश करके एयर टाइट डिब्बे में डालकर फ्रिज में रखें। खुशबू बरकरार रहेगी।
00 पत्तियां अगर गीली हैं और उन्हें सुखाने का समय नहीं है, तो उन्हें चाकू से काटकर आइस क्यूब की तरह फ्रीजर में जमा दें। जरूरत के मुताबिक निकालें और इस्तेमाल करें। शरबत आदि में इस्तेमाल करने के लिए पुदीने को ऐसे स्टोर कर सकती हैं।
ऐसे करें इस्तेमाल--
●पुदीने की ताजी पत्तियों को धोकर क्रश करके चुटकी भर नमक व हींग के साथ आटे में मिलाएं और आटा गूंदें। रोटी और परांठे का ना सिर्फ स्वाद बेहतर हो जाएगा बल्कि पाचन तंत्र भी ठीक रहेगा। यदि ताजी पत्तियां उपलब्ध न हों तो सूखी पत्तियों को क्रश करके भी आटे में मिला सकती हैं।
●पुदीने की आप ड्रेसिंग भी बना सकती हैं। इसके लिए एक कटोरी में पुदीना, नीबू का रस और थोड़ा-सा शहद डालकर मिलाएं। इस ड्रेसिंग का इस्तेमाल फलों के सलाद और बींस वाले सलाद आदि में करें।
●घर में अगर चाट मसाला बना रही हैं, तो उसमें सूखा पुदीना मिलाना ना भूलें। जलजीरा में भी ताजी पत्तियों को पीसकर डालने से बढ़िया स्वाद आता है। पैनकेक बनाते समय पुदीना के पत्तों को बारीक काटकर ऊपर से डालें।
●चटनी आप आम की बना रही हैं या फिर आंवले की, उसमें पुदीने की पत्तियां जरूरी डालें। रायते में पुदीने की सूखी पत्तियों को क्रश करके ऊपर से मिलाएं।
●आलू की तरी वाली सब्जी ,कद्दू की सब्जी व अन्य सब्जियों में भी पुदीने की पत्तियों का इस्तेमाल करें। स्वाद बेहतर हो जाएगा। बिरयानी और पुलाव में भी पुदीने की पत्तियां जरूर डालें। -
क्या कुछ दिनों से आपको अपनी त्वचा ढीली और बेजान महसूस हो रही है? रूखी,डल और बेजान स्किन व्यक्ति को उम्र से पहले ही बूढ़ा बना देती है। बढ़ती उम्र के साथ चेहरे पर झुर्रियां और फाइन लाइंस नजर आने लगती हैं। जिसकी वजह से त्वचा अपना निखार खोने लगती है। ऐसे में त्वचा का खोया निखार वापस लाने के लिए महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स की नहीं बल्कि त्वचा को भीतर से पोषण देने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं 7 ऐसे फू्ड्स के बारे में जो त्वचा को परमानेंट ग्लोइंग बनाए रख सकते हैं।
त्वचा के लिए एंटी-एजिंग फूड्स-
अंगूर
अंगूर जैसे फल में कोलाजन को प्रोटेक्ट करने वाले गुण पाए जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति रोजाना मुट्ठीभर अंगूर खा ले तो उसकी स्किन चमकदार और स्वस्थ नजर आने लगेगी।
टमाटर-
वैज्ञानिकों के अनुसार टमाटर सब्जी नहीं बल्कि एक फल है, जिसे रोजाना खाने की सलाह दी जाती है। टमाटर अपने क्लींजिंग गुणों से भरपूर होता है। टमाटर को अपनी डेली डाइट में शामिल करने से त्वचा के पोर्स को छोटा करने में मदद मिलती है। टमाटर एक अच्छे डी-टेनर के रूप में भी काम करता है। जिससे त्वचा की रंगत साफ होती है।
प्रोबायोटिक्स-
दही, छाछ, किमची, आदि में प्रोबायोटिक्स मौजूद होते हैं जो, शरीर के अंदर सही बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं। जिससे स्किन हेल्दी बनती है। यह त्वचा की नमी और ग्लो को प्रोमोट कर सकते हैं।
तरबूज-
चेहरे की चमक बढ़ाने में तरबूज का सेवन भी बेहद फायदेमंद हो सकता है। तरबूज में मौजूद पानी की मात्रा स्किन हाइड्रेट रखने के साथ चेहरे की चमक भी बनाए रखती है। तरबूज में मौजूद विटामिन-सी चेहरे को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से भी बचाता है।
बादाम-
बादाम विटामिन्स, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट का अच्छा सोर्स माने जाते हैं। जो सेहत को ही नहीं व्यक्ति की त्वचा को भी निखारने का काम कर सकते हैं। नियमित रूप से बादाम का सेवन चेहरे की चमक बढ़ने के साथ त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं भी दूर कर सकता है। बादाम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। जबकि इसमें मौजूद विटामिन-ई स्किन सेल्स को रिपेयर करने में मदद करता है।
खीरा-
गर्मियों में शरीर की ठंडक बनाए रखने के साथ बॉडी को हाइड्रेट रखने में भी खीरा बेहद फायदेमंद है। खीरे में विटामिन सी,विटामिन के और कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स के साथ एंटी-एजिंग गुण भी शामिल होते हैं। जो त्वचा का निखार बनाए रखने में काफी मदद कर सकते हैं। खीरे के ब्यूटी बेनिफिट लेने के लिए आप उसे खाने के साथ चेहरे पर लगा भी सकते हैं। खीरे के टुकड़ों को आंखों पर रखने से काले घेरे दूर होते हैं जबकि इसका रस स्किन पर लगाने से गंदगी साफ होती है।
अनार-
त्वचा को लंबे समय तक जवां और चमकदार बनाए रखना चाहते हैं तो अनार को अपनी डाइट का हिस्सा बना लीजिए। अनार में मौजूद विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के साथ त्वचा का निखार भी बनाए रखने में मदद करते हैं। -
स्किन को साफ और हेल्दी रखने के लिए महिलाएं तरह-तरह की चीजों का इस्तेमाल करती हैं। चेहरे के कील-मुहांसे, काले धब्बे और रूखी त्वचा आपकी खूबसूरती बिगाड़ देती है लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप अपनी स्किन को हेल्दी बनाने के लिए घर पर ही एक फेस पैक तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको जरूरत होगी 4 चीजों की, जिसमें चावल का आटा और चुकंदर का रस जरूरी है। घर पर बने इस फेस पैक से स्किन ग्लोइंग और शानदार दिखने लगती है। आइए जानते है कैसे बनाएं ये फेस पैक
गुलाबी निखार के लिए फेस पैक-
सामग्री
एक चम्मच एलोवेरा
एक चम्मच चावल का आटा
एक चम्मच चुकंदर का रस
आधा छोटा चम्मच तिल के बीज
कैसे बनाएं फेस पैक
एक ताजा एलोवेरा लें, और फिर उसके चारों कोने काट लें। इसमें से एलोवेरा जेल निकालकर अलग रख लें। अब चावल का आटा, चुकंदर का रस और तिल को एक साथ मिला लें। इस मिक्स में एलोवेरा जेल मिलाएं और इसे ब्लेंडर में डालकर ब्लेंड कर लें। अब फेस पैक तैयार हैं, इसे चेहरे पर लगाएं।
कैसे लगाएं फेस पैक
स्किन पर गुलाबी चमक पाने के लिए ये फेस पैक लगा रहे हैं तो चेहरे को सबसे पहले साफ कर लें। फिर इस फेस पैक को ईवनली अप्लाई करें। कम से कम 15 मिनट के लिए इसे लगा रहने दें और फिर चेहरे को धो लें। बाद में चेहरे पर बादाम का तेल या फिर अपना फेवरिट सीरम लगाएं। -
-संध्या शर्मा
अचारी पनीर, छोले और आलू की सूखी सब्जी बनाते समय थोड़ा-सा मेथी पाउडर डालें, स्वाद बढ़ जाएगा। वर्षों पहले बच्चों को सर्दियों में यदि हल्का बुखार या सर्दी-जुकाम हो जाया करती थी तो मां हमेशा मेथी दानों को चाय की तरह उबालकर छानकर शहद व नींबू मिलाकर पीने को देती थीं। मेथी दाना बहुत कड़वा होता था, इसलिए इसकी तीखी गंध अच्छी नहीं लगती थी। पर, धीरे-धीरे समझ में आने लगा कि यह एक ऐसा मसाला है जो हमारी सेहत के लिए भी अच्छा होता है। यह सच है कि हम सब दैनिक जीवन में हरी मेथी की सब्जी खाते हैं। सूखी मेथी जिसे कसूरी मेथी के नाम से जाना जाता है, उसका उपयोग भी पनीर,छोले,पराठे आदि में करते हैं। पर, मेथी दाने का उपयोग उसके कड़वे होने के कारण बहुत कम करते हैं। मेथी के बीज छोटे आकार और भूरे-पीले रंग के होते हैं। इसकी खुशबू और स्वाद दोनों भोजन को स्वादिष्ट बनाते हैं। मेथी दाना प्रोटीन,आयरन, विटामिन्स,मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
यूं करें मेथी का इस्तेमाल
-लाल और हरी मिर्च का अचार सर्दियों में डालते वक्त अन्य मसालों के साथ उसमें मेथी दाने को भी हल्का भूनकर दरदरा पीसकर मिला दें।
-घर में सांबर पाउडर बनाते वक्त या भरवां सब्जियों के लिए सूखा मसाला पाउडर बनाते वक्त मैं उसमें संतुलित मात्रा में मेथी पाउडर जरूर डालती हूं। इससे मसाले को एक अच्छा स्वाद व सुगंध मिलती है।
-स्वादिष्ट करी ,दाल का सूप या मैरिनेड के लिए खुद का मसाला तैयार करते समय जीरा,धनिया, अजवाइन के साथ मेथी दाने को भी हल्का भूनकर और पीसकर पाउडर तैयार करें। बेहतरीन स्वाद मिलेगा।
-मेथी दाने की तासीर गर्म होती है, अत: सर्दियों में इसके लड्डू भी बनते हैं। रातभर मेथी दाने को दूध में भिगोकर सुबह उसे सुखा कर और पीस कर पहले भूना जाता है। फिर उसे तरह-तरह के मेवे व चीनी आदि के साथ मिलाकर स्वादिष्ट लड्डू बनाया जाता है।
-मेथी दाने की लौंजी भी बनती है। इसे बनाने के लिए आधा कप मेथी दाने को रात भर पानी में भिगोकर फिर किशमिश,सौंफ, लाल मिर्च, सोंठ पाउडर और गुड़ आदि के साथ पीसकर थोड़ा अमचूर डालें। खट्टी-मीठी स्वादिष्ट लौंजी तैयार है।
अंकुरित मेथी दाना इस तरह करें इस्तेमाल-
क्या आप जानती हैं कि मेथी दाने से स्प्राउट्स भी बनाया जा सकता है? इसके लिए मेथी दाने को 7- 8 घंटे भिगोकर फिर पानी से निथार कर एक साफ-सूती कपड़े में बांधकर लटका दें। एक दिन में इनमें स्प्राउट्स निकल जाएंगे। इसका इस्तेमाल आप सैंडविच के भरावन में अन्य सामग्री के साथ मिलाकर कर सकती हैं। अंकुरित मेथी दाने को एक कप अंकुरित मूंग के साथ छौंककर अन्य मसाले मिलाकर आप भरवां पराठा भी बना सकती हैं। साथ ही मेथी स्प्राउट्स का इस्तेमाल सलाद व सूप आदि की ड्रेसिंग में भी किया जा सकता है।
ऐसे तैयार करें मेथी का तड़का-
अधिकांशत: मैं तड़के में मेथी दाने का उपयोग सब्जी व दाल आदि बनाने से पहले करती हूं। मसलन मूली की सब्जी बनाते समय पंचफोड़न का तड़का लगाकर बनाएं तो सब्जी का स्वाद ही अलग होता है। पंचफोड़न में मेथी का उपयोग होता है। कढ़ी को पकाने से पहले थोड़े से मेथी दाने, जीरा, हींग व साबुत लाल मिर्च का मैं तड़का लगा देती हूं। इससे बीज भी गल जाते हैं और कढ़ी का स्वाद भी अच्छा हो जाता है । कद्दू की सब्जी बनानी हो या बैंगन की... मैं मेथी दाने का तड़का लगाकर ही पकाती हूं। -
-सीमा उपाध्याय
पंजाबी डिश का स्वाद काफी स्पाइसी होता है। ऐसे में जब सब्जी अदरक और लहसुन की बनी हो तो इसका स्वाद भी बिल्कुल अलग होगा। आमतौर पर अदरक और लहसुन खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होते हैं। लेकिन इन दोनों चीज को मिलाकर सब्जी भी बनती है। कैसे बता रही हैं शेफ गुंतास।
अदरक-लहसुन की सब्जी की सामग्री
5 लहसुन की कलियां
एक चौथाई टुकड़ा अदरक
दो हरी मिर्च
दो चम्मच घी
एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर
एक चम्मच हल्दी पाउडर
नमक स्वादानुसार
पानी आवश्यकतानुसार
दूध आवश्यकतानुसार
अदरक-लहसुन की सब्जी की रेसिपी
-सबसे पहले अदरक, लहसुन और हरी मिर्च को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
-अब एक छोटी सी कड़ाही में घी गर्म करें और उसमे अदरक लहसुन के पेस्ट को डाल दें।
-अच्छी तरह से दोनों को भूनें, जब तक ये घी ना छोड़ दे।
-इसमे हल्दी और लाल मिर्च डालें। दोनों एक चम्मच मिलाकर डालें।
-साथ में स्वादानुसार नमक भी डाल दें।
-आवश्यकतानुसार पानी और थोड़ा सा दूध डालकर इसे चलाएं और कुछ देर पकाएं।
-बस सबसे आखिर में थोड़ा कसूरी मेथी डाल दें। तैयार है टेस्टी सब्जी।
-इसे रोटी, चावल-दाल, सब्जी के साथ सर्व करें। इसका स्वाद लाजवाब लगता है। -
-संध्या शर्मा
संतरे की खीर की यह रेसिपी ना सिर्फ खाने में बेहद टेस्टी है बल्कि बनाने में भी बेहद आसान है। तो चलिए बिना देर किए जान लेते हैं संतरे की खीर बनाने के लिए फॉलो करने होंगे क्या-क्या टिप्स।
संतरे की खीर बनाने के लिए सामग्री-
संतरा – 1/2 किलो
दूध – 1 लीटर
मिल्क मेड – 100 ग्राम
केसर – 1 चुटकी
मावा – 100 ग्राम
इलायची पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
ड्राई फ्रूट्स – 2 बड़ा चम्मच
चीनी – स्वादानुसार
संतरे की खीर बनाने का तरीका-
संतरे की खीर बनाने के लिए सबसे पहले ड्राई फ्रूट्स के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर अलग रख लें। इसके बाद एक बर्तन में दूध डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। दूध को तब तक उबालें जब तक वह उबलकर आधा न रह जाए। इस बीच संतरे के छिलके निकालकर उसकी फांकों के ऊपर की स्किन हटाकर अंदर के गूदे को एक बर्तन में निकालकर रख लें।
जब दूध उबलकर आधा रह जाए तो उसमें मिल्क मेड और मावा डालकर मिलाकर दूध को दो मिनट तक और उबलने दें। इसके बाद इस मिश्रण में आधा चम्मच इलायची पाउडर, कटे ड्राई फ्रूट्स और केसर के कुछ धागे डालकर मिलाएं। अब गैस बंद करके मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें। जब दूध का मिश्रण पूरी तरह से ठंडा हो जाए तो उसमें संतरे का गूदा डालकर अच्छी तरह से मिक्स करके थोड़ी देर बाद 15 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें। आपकी टेस्टी संतरे की खीर बनकर तैयार है। -
-सीमा उपाध्याय
आप चाय पीने से शौकीन हैं और सुबह और शाम की चाय के साथ हेल्दी टेस्टी स्नैक्स रेसिपी की तलाश में रहते हैं तो आपकी तलाश पूरी हो चुकी है। जी हां, आज के किचन टिप्स में आपको बताने वाले हैं ऑयल फ्री क्रिस्पी पालक चिप्स बनाने का आसान तरीका। बाजार में मिलने वाले ज्यादातर स्नैक्स या तो बहुत ऑयली होते हैं या फिर अनहेल्दी। लेकिन पालक के ये क्रिस्पी चिप्स टेस्टी होने के साथ हेल्दी भी हैं। पालक के इन क्रिस्पी चिप्स की खासियत यह है कि इन्हें बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता और ये स्वाद में भी बहुत बेमिसाल होते हैं। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं क्रिस्पी पालक चिप्स बनाने के लिए फॉलो करने होंगे क्या टिप्स।
पालक के क्रिस्पी चिप्स बनाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स-
पालक के टेस्टी क्रिस्पी चिप्स बनाने के लिए सबसे पहले 1/2 गुच्छा केल और 1 गुच्छा पालक के पत्तों को अच्छे से धोकर किसी सूखे कपड़े से पोछ लें।
दूसरे स्टेप में, जब पालक और केल के पत्ते सूख जाएं तो उन्हें एक बाउल में डाल दें।
तीसरे स्टेप में, एक बड़ा बाउल लेकर उसमें एक बड़ा चम्मच पीनट बटर, एक बड़ा चम्मच ऑलिव ऑयल, एक चुटकी हल्दी, एक संतरे का रस और स्वादानुसार नमक मिलाकर इसका पेस्ट तैयार कर लें।
चौथे स्टेप में, पालक और केल के पत्तों पर अच्छे से यह पेस्ट फैला दें, ताकि पत्तों पर इस पेस्ट की कोटिंग अच्छी तरह लग जाए।
पांचवें स्टेप में, इन पत्तों को एयर फ्रायर में 170 डिग्री पर 12 मिनट के लिए रख दें। आपके क्रिस्पी पालक चिप्स बनकर तैयार हैं। -
घरों में अक्सर माउथ फ्रेशनर से लेकर अचार और सब्जी का स्वाद बढ़ाने तक के लिए सौंफ का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं सेहत के लिए सौंफ के फायदों को देखते हुए कई लोग धूप और गर्मी से बचने के लिए भी समर सीजन में सौंफ का शरबत बनाकर पीते हैं। बता दें, सौंफ में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, विटामिन-ए और सी के साथ ही पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो सेहत को अनजाने में कई फायदे पहुंचाते हैं। सेहत के लिए इतना फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं सौंफ का जरूरत से ज्यादा सेवन आपकी सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाता है। आइए जानते हैं सौंफ के अधिक सेवन से सेहत को होते हैं क्या साइड इफेक्ट्स।
जरूरत से ज्यादा सौंफ खाने के नुकसान-
एलर्जी की समस्या-
सौंफ का अधिक सेवन व्यक्ति के लिए एलर्जी की समस्या पैदा कर सकता है। अगर आप किसी दवा का सेवन कर रहे हैं तो उसके साथ जरूरत से ज्यादा सौंफ ना खाएं। ऐसा करने से आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है। आयुर्वेदिक दवाओं के साथ भी सौंफ का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करना चाहिए।
त्वचा से जुड़ी समस्याएं-
कई बार सौंफ का अधिक सेवन त्वचा से जुड़ी समस्याओं का कारण बनने लगता है। दरअसल, जरूरत से ज्यादा सौंफ खाने से त्वचा में सेंसिटिविटी बढ़ जाती है। जिससे चेहरे पर लाल चकत्ते पड़ने लगते हैं और धूप में निकलना मुश्किल हो जाता है। त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सौंफ का सीमित मात्रा में सेवन करें।
स्तनपान कराने वाली महिला के लिए नुकसानदेह-
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सौंफ का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां ही नहीं बल्कि शिशु की सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है। सौंफ का सेवन करने से दूध बनने में दिक्कत पैदा होने के साथ महिलाओं में अनेक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।
छींक और पेट दर्द होना-
सौंफ की तासीर ठंडी होने के साथ इसके बीजों में कुछ ऐसे यौगिक पाए जाते हैं, जो ज्यादा खाने पर आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं। इन्हीं बीजों का ज्यादा सेवन करने से आपको बार-बार जुकाम की वजह से छींक आना और पेट दर्द जैसी शिकायत भी हो सकती है।
कब करना चाहिए सौंफ का सेवन-
आप सौंफ को एक माउथ फ्रेशनर के तौर पर कभी भी खा सकते हैं। लेकिन पाचन संबंधी समस्या को ठीक करने से लेकर मुंह की दुर्गंध तक को दूर करने के लिए आप डिनर के बाद सोने से पहले 1 चम्मच सौंफ जरूर खाएं। -
गर्मियों में अक्सर कभी खाने की मीठी चीजों पर तो कभी घर के कोने और दीवारों पर काली-लाल चींटियां चलती हुई नजर आ ही जाती हैं। ये चींटियां किचन में रखी खाने की चीज को तो खराब करती ही है लेकिन कई बार बिस्तर में चढ़कर बहुत जोर से काट भी लेती हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति को खुजली और परेशानी होने लगती है। घर में इधर-उधर घूमने वाली इन चींटियों से निजात पाने के लिए महिलाएं बाजार में मिलने वाले केमिकल प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन ये केमिकल प्रॉडक्ट आपके हाथों के साथ आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपकी परेशानी को समझते हुए मास्टर शेफ पंकज भदौरिया ने अपने इंस्टाग्राम पर इन आंतकी चींटियों को भगाने का असरदार नुस्खा शेयर किया है। आइए जानते हैं उसके बारे में।
चींटियों को भगाने का शेफ पंकज का हींग और डेटॉल का नुस्खा-
चींटियों को भगाने के लिए सबसे पहले एक स्प्रे बोतल में एक कप पानी भरकर उसमें दो चम्मच लिक्विड डेटॉल और एक चम्मच हींग पाउडर डालकर बोतल का ढक्कन लगाकर अच्छी तरह हिला लें। चींटियों को भगाने के लिए आपका नुस्खा तैयार हैं। आप इस लिक्विड को हर उस जगह स्प्रे करें, जहां आपको लगता है चींटियां बहुत आती हैं।
चींटियों को भगाने में ये नुस्खे भी हैं असरदार -
नींबू की लें मदद-
चींटियों से छुटकारा पाने के लिए नींबू का उपाय भी कारगर साबित हो सकता है। इस उपाय को करने के लिए नींबू के छिलके उस जगह रखने हैं, जहां चींटियां सबसे ज्यादा आती हैं। चींटियों को खट्टी चीजें बिल्कुल अच्छी नहीं लगती। नींबू की खुशबू से चींटियां भागने लगेंगी।
नमक-
चींटियां नमक से भी दूर भागती हैं। घर के कोने के पास या जहां चीटियां आती हैं वहां नमक छिड़क दें। ये प्राकृतिक तौर पर चींटियों से छुटकारा दिलाने का सस्ता तरीका है। इस उपाय को करने के लिए नमक को पानी में उबालकर स्प्रे बोतल में भरकर घर की हर जगह पर छिड़क दें जहां से चींटियां आ सकती हैं।
पुदीना-
पुदीने की महक आपको भले ही अच्छी लगे, लेकिन चींटियों को यह बिल्कुल पसंद नहीं होती। पुदीना एक नेचुरल इनसेक्ट रिपेलेंट है। यह चींटी सहित कई कीड़ों को दूर भगाने के में काम आ सकता है। इस उपाय को करने के लिए आप पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें कॉटन पर डालकर उस जगह रखें,जहां चींटियां सबसे ज्यादा नजर आती हैं। -
-संध्या शर्मा
स्वाद और सेहत से भरपूर मखाने को स्नैक्स में खाया जा सकता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं वह भी मखाने को खा सकते हैं। इसमें आयरन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, मिनरल्स, फास्फोरस, सोडियम, मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होते हैं। रोजाना के स्नैकिंग टाइम पर आप सीमित मात्रा में मखाने खा सकते हैं। हालांकि, मखाने को रोस्ट करने के बाद ही इनका स्वाद अच्छा लगता है। अगर इन्हें रोस्ट ना किया जाए तो ये खाने में बेकार लग सकते हैं। आप चाहें तो कुछ ट्रिक्स को अपनाकर मखाना रोस्ट कर सकते हैं।
मखाना रोस्ट करने के लिए अपनाएं ये ट्रिक्स
- अगर आप डायट का ख्याल रखते हैं और मखाना को बिना घी या तेल के रोस्ट करना है तो इसके लिए एक कढ़ाई लें और गर्म होने के लिए रख दें। इसके लिए एक भारी तले वाली कढ़ाई लें। फिर इसमें मखाने और थोड़ा नमक डालें। अब मखाने को मीडियम आंच पर चलाते हुए भूनें। कुछ देर में मखाने भुन जाएंगे तब आप इसमें नमक मिला सकते हैं।
- बाजार जैसे रोस्टेड मखाने खाने हैं तो इसके लिए कढ़ाई में घी गर्म करें, जब ये गर्म हो जाए तो इसमें मखाने डालें। अब मीडियम आंच पर रखते हुए मखाने को रोस्ट करें और फिर इसमें थोड़ा सा नमक, काली मिर्च पाउडर और चाट मसाला मिलाएं। अच्छे से मिक्स करें और फिर इसे एक प्लेट में निकाल लें, जब मखाने ठंडे हो जाएं तब एयरटाइट कंटेनर में डालकर स्टोर करें। -
-सीमा उपाध्याय
गर्मियां शुरू होते ही अक्सर व्यक्ति की भूख कम होने के साथ मुंह का स्वाद भी बिगड़ने लगता है। ऐसे समय में व्यक्ति का मन कुछ चटपटा खाने का करने लगता है। जिससे मुंह का स्वाद बेहतर बनाया जा सके। अगर आप भी आजकल कुछ ऐसा महसूस कर रहे हैं तो टेंशन छोड़कर किचन में मौजूद कुछ चीजों की मदद से झटपट बनाएं बाजार जैसा चटपटा आम पापड़।
बाजार जैसा चटपटा आम पापड़ बनाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स-
बाजार जैसा चटपटा आम पापड़ बनाने के लिए सबसे पहले पके हुए 1 किलो आम धोकर उनका छिलका उतारने के बाद गूदा काटकर अलग बर्तन में रख लें। इसके बाद 5 से 6 काली मिर्च और 4 इलायची को अलग-अलग बारीक पीस लें। अब आम के गूदे और शक्कर को मिक्सी में डालकर बारीक पीस लें।
आम के रस को उबालें-
अब एक पैन में आम का घोल डालकर गैस पर मीडियम आंच पर पकाएं। पैन में आम के साथ काली मिर्च पाउडर, छोटी इलायची पाउडर और काला नमक भी डाल दें। जब आम के रस में उबाल आने लगे तो उसे लगभग 10 मिनट तक चम्मच से चलाते हुए गूदा गाढ़ा होने तक पकाएं। इसके बाद गैस बंद कर दें।
आम पापड़ को धूप में सूखाएं-
अगले स्टेप में, एक प्लेट में एक छोटा चम्मच घी लगाकर उसे चिकना कर लें। चिकनी प्लेट में आम का घोल डालते हुए उसे चम्मच की मदद से बराबर फैल दें। आम के घोल की इस प्लेट को धूप में सूखने के लिए रख दें। तेज धूप में आम पापड़ एक दिन में सूखकर तैयार हो जाता है। लेकिन अगर आपको लगे कि आम पापड़ एक दिन में नहीं सूख पाया है तो अगले दिन फिर से आम पापड़ की प्लेट को धूप में रख दें।
मनचाही शेप दें -
पूरी तरह सूखे हुए आम पापड को प्लेट से निकालकर तेज चाकू की मदद से मनचाही शेप में काट लें। आप चाहे तो आम पापड़ को कांच के एयर टाइट जार में भी महीने भर तक के लिए स्टोर करके रख सकते हैं।
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-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
दाल तो भारतीय थाली का मुख्य आहार है. लेकिन हर राज्य में इसे अलग-अलग तरीकों से पसंद किया जाता है. यूपी हो या बिहार, गुजरात हो या महाराष्ट्र हर जगह दाल को अलग-अलग ट्विस्ट देकर बनाया जाता है. आज हम आपको अमृतसरी सूखी दाल की रेसिपी बताने जा रहे हैं. यह पंजाबी स्वाद से भरपूर होने के साथ ही काफी पौष्टिक भी है. इसे बनाने के लिए आपको उड़द की दाल, घी, मसाले और नींबू के रस की जरूरत होती है. इस स्वादिष्ट दाल को आप लंच या डिनर में रोटी या परांठे के साथ खा सकते हैं.
अमृतसरी सूखी दाल के लिए इंग्रीडिएंट
1 कप उड़द दाल
1 प्याज, बारीक कटा हुआ
2 टमाटर, कटे हुए
2 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई
1 चम्मच जीरा
1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
1 चम्मच गरम मसाला
नमक स्वाद अनुसार
2 बड़े चम्मच तेल या घी
सजावट के लिए ताज़ा हरा धनिया
1 चम्मच नींबू का रस
अमृतसरी सूखी दाल कैसे बनायें?
1. दाल को अच्छी तरह धो लें और तीन कप पानी के साथ प्रेशर कुकर में नरम और गूदेदार होने तक पकाएं.
2. एक अलग पैन में, मध्यम आंच पर तेल या घी गर्म करें.
3. जीरा डालें और इन्हें फूटने दें.
4. बारीक कटा प्याज और हरी मिर्च डालें. प्याज को सुनहरा भूरा होने तक भूनें.
5. हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और गरम मसाला मिलाएं. एक मिनट तक पकाएं ताकि मसाले अपना स्वाद छोड़ दें.
6. कटे हुए टमाटर डालें और तब तक पकाएं जब तक वे नरम न हो जाएं और तेल अलग न होने लगे.
7. पकी हुई दाल को छान लें और पैन में डाल दें.
8. दाल को उबलने दें. धीमी आंच पर 5 मिनट के लिए रखें, जिससे स्वाद एक साथ मिल जाएं. स्वादानुसार नमक डालें.
9. ताजा धनिया पत्ती और नींबू के रस से गार्निश करें. आपकी अमृतसरी सूखी दाल परोसने के लिए तैयार है! -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
भारत में प्यास बुझाने और मन को तसल्ली देने के लिए कूलिंग ड्रिंक्स की कोई कमी नहीं है. छाछ, लस्सी, शर्बत समेत और भी कई सारे विकल्प हैं. इन सभी का अपना एक अलग स्वाद है. लेकिन गर्मी के मौसम में शिकंजी का स्वाद बेजोड़ है. नींबू के रस और मसालों के मिश्रण से बनी शिकंजी न केवल स्वादिष्ट है बल्कि काफी आरामदायक भी है. इसका आनंद लेने का सबसे आसान तरीका है कि शिकंजी का प्रीमिक्स तैयार कर लिया जाए, ताकि जब भी आपका मन करे, तो तुरंत इसका आनंद लिया जा सके.
शिकंजी प्रीमिक्स के लिए इंग्रीडिएंट
4 बड़े चम्मच भुना जीरा
4 बड़े चम्मच भुनी हुई काली मिर्च
2 बड़े चम्मच सूखा अदरक पाउडर
2 बड़े चम्मच अमचूर पाउडर
2 बड़े चम्मच काला नमक
11-13 बड़े चम्मच मिश्री (रॉक शुगर)
शिकंजी प्रीमिक्स कैसे बनाएं?
1. सभी सामग्री को ग्राइंडर में डालें.
2. बारीक पाउडर बना लें.
3. एक एयरटाइट कंटेनर में रखें और लॉक कर लें.
4. एक गिलास में 1 बड़ा चम्मच (ढेर सारा) पाउडर डालें.
6. पानी डालें और थोड़ा नींबू का रस निचोड़ें.
7. अच्छी तरह मिलाएं और पी लें!
गर्मियां बस आ ही गई हैं और इस दौरान मसाला शिकंजी का आनंद लेने का भी समय आ गया है. गर्मियों की इस पसंदीदा डिश को घर पर आज़माएं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ आनंद लें. शिकंजी कुछ और नहीं बल्कि 'भारतीय निम्बू पानी' है, जो पिसे हुए मसालों और नींबू के रस से बनाया जाता है. शिकंजी ताजगी देने के अलावा, पाचन के लिए भी अच्छा है क्योंकि इसमें जीरा, पुदीना और यहां तक कि चाट मसाला भी होता है. इस शिकंजी प्रीमिक्स को तैयार करके रख लें, ताकि आप जब भी थका हुआ महसूस करते हैं या एनर्जी की कमी महसूस करते हैं तो मसाला शिकंजी का इंस्टेंट आनंद ले सकते हैं. - ब्लड शुगर का स्तर बढ़े रहने के कारण संपूर्ण स्वास्थ्य पर कई प्रकार से नकारात्मक असर हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिन लोगों का शुगर लेवल अक्सर बढ़ा हुआ रहता है उनमें टाइप-2 डायबिटीज की समस्या होने का खतरा रहता है। वहीं जिन लोगों को पहले से ही मधुमेह की दिक्कत है उनमें शुगर बढ़े रहने की स्थिति आंखों, तंत्रिका, हृदय और कि़डनी जैसे अंगों के लिए गंभीर समस्याकारक हो सकती है। यही कारण है कि सभी लोगों को लगातार शुगर की जांच करते रहने और इसके कंट्रोल करने के उपाय करने की सलाह दी जाती है।क्या आप भी डायबिटीज के शिकार हैं? विशेषज्ञ कहते हैं, आहार में सुधार करना आपकी समस्याओं को कम करने में मददगार हो सकता है। शोधकर्ता बताते हैं, भिंडी का पानी पीना शुगर को बेहतर तरीके से कंट्रोल में रखने में मददगार तरीका हो सकता है।भिंडी के पानी से मिल सकता है लाभस्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, भिंडी की सब्जी हो या इसका पानी पीना, दोनों को ही शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता रहा है। भिंडी कई प्रकार के पोषक तत्वों के साथ फाइबर, मैंगनीज, मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है, जिसे अध्ययनों में मेटाबॉलिज्म और रक्त शर्करा को कंट्रोल में रखने वाला माना जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं, रात में भिंडी के टुकड़ों को पानी में भिगाकर सुबह खाली पेट अगर इसका सेवन किया जाता है तो इससे ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है।डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंदकई शोध इस बात को प्रमाणिकता देते हैं कि भिंडी का पानी पीना डायबिटीज रोगियों के लिए काफी लाभप्रद हो सकता है। एक समीक्षा में पाया गया कि भिंडी में कई फायदेमंद यौगिक जैसे पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनोइड्स होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। सुबह खाली पेट इसके सेवन से अधिकतम लाभ पाया जाता है अध्ययन में क्या पता चला?टाइप-2 डायबिटीज वाले 60 लोगों पर 8 सप्ताह तक अध्ययन करके शोधकर्ताओं ने ये जानने की कोशिश की गई कि भिंडी का पानी किस प्रकार से डायबिटीज रोगियों की सेहत को लाभ पहुंचा सकती है। अध्ययन में पाया गया कि भिंडी का पानी पीने या इसके पाउडर के सेवन से इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार हुआ, जो बेहतर रक्त शर्करा प्रबंधन के लिए आवश्यक है। इसी तरह एक अन्य टेस्ट-ट्यूब अध्ययन में पाया गया कि भिंडी का अर्क मधुमेह से संबंधित नेफ्रोपैथी, किडनी से संबंधित जटिलताओं को रोकने में मदद करने के लिए कुछ एंजाइमों और प्रोटीन को बढ़ावा दे सकती है।
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-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
दाल फ्राई एक बेहद ही पसंदीदा चीज मानी जाती है। किसी भी मौसम में अगर खाने में गरमागर्म दाल मिल जाए और उसके साथ चावल मिल जाएं, तो किसी और चीज की तो कमी लगेगी ही नहीं। ऐसे में आज हम आपको घर पर ढाबा स्टाइल में दाल बनाना सिखाएंगे।
दरअसल, ढाबे पर मिलने वाली फ्राई दाल हर किसी को पसंद आती है। ऐसे में हमारी रेसिपी की मदद से आप भी घर पर ये स्वादिष्ट दाल बनाकर अपने घरवालों को परोस सकती हैं। दाल फ्राई करने के लिए आप अपनी या अपने परिवार की पसंदीदा दाल ले सकती हैं। हम आपको इस लेख में चने की दाल फ्राई करना बताएंगे।
दाल फ्राई बनाने का सामान
चने की दाल (अपनी पसंद के हिसाब से) - 150 ग्राम
टमाटर - 2
प्याज - 1
देसी घी - 2 बड़े चम्मच
अदरक
हरी मिर्च- 2
मसाले --
धनिया पाउडर - 1 छोटा चम्मच
नमक - स्वादानुसार
तेज पत्ता
लाल मिर्च
गरम मसाला - 1/2 छोटा चम्मच
हल्दी पाउडर - 1 छोटा चम्मच
हींग - 1/8 छोटी चम्मच
जीरा - 1/2 छोटा चम्मच
विधि--
दाल फ्राई बनाने के लिए सबसे पहले चार से पांच घंटे के लिए दाल को भिगो कर रख दें। अच्छी तरह से इसे भिगोने के बाद कुकर में दो कप पानी, हल्दी और स्वादानुसार नमक डालकर इसको गैस पर चढ़ा दें। पहली सीटी आने के बाद गैस मीडियम कर दें और फिर 4 सीटी और लगने दें। जब ये पक जाए तो दाल को गैस से उतार कर निकाल लें।
जब तक दाल ठंडी हो रही है, इसे फ्राई करने के लिए मसाला तैयार करें। इसका मसाला तैयार करने के लिए कढ़ाई में दो चम्मच घी डालकर गर्म करें। घी जब गर्म हो जाए तो उसमें तेज पत्ता डालकर भूनें। इसके बाद इस कढ़ाई में बारीक कटी हुई प्याज, हरी मिर्च, कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर सुनहरा होने तक सही से भूनें। मसाला भुन जाने के बाद इसमें कटे हुए टमाटर डालें।
इसके बाद कढ़ाई में गरम मसाला, धनिया पाउडर और हल्दी पाउडर डालकर सही से पकाएं। जब टमाटर गलकर मसालों में मिक्स हो जाए तो इस कढ़ाई में पकी हुई चने की दाल डाल दें।
इसके बाद सबसे आखिर में एक पैन में घी गर्म करें। गर्म घी में लाल मिर्च, हींग और जीरा डालकर भूनें। बस दाल फ्राई तैयार है। इसे चावल या रोटी के साथ परोसें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
नाश्ते में अक्सर बाजार की गर्मागर्म खस्ता कचौड़ियां घर पर आ ही जाती हैं। उनका स्वाद इतना लजीज और क्रिस्पी होता है कि चाय के साथ कचोरी खाने की बात ही अलग हो जाती है। कुछ महिलाएं घर पर ही कचौड़ी बनाती हैं, हालांकि घर पर बनी कचौड़ी बाजार जैसी क्रिस्पी नहीं होती। गर्म गर्म तो फिर भी एक बार खाई जा सकती है लेकिन कुछ देर बाद कचौड़ी एक दम सॉफ्ट हो जाती है। मजबूरन उन्हें बाजार की कचौड़ी ही मंगवानी पड़ती है। सवाल है कि दुकानवाले अपनी कचौड़ी में ऐसा क्या डालते हैं कि उनकी कचौड़ी खस्ता बनती है पर घर पर नहीं? दरअसल कचौड़ी बनाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कचौड़ी के लिए आटा गूंथने से लेकर स्टफिंग करने और बेलने व सेंकने तक कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। घर पर क्रिस्पी कचौड़ी बनाने के कुछ आसान से टिप्स और ट्रिक्स हैं। चलिए जानते हैं खस्ता कचौड़ी बनाने के टिप्स।
खस्ता कचौड़ी बनाने के टिप्स:
- आटे की कचौड़ी ज्यादा दिन तक रखने वाली नहीं होती। उसे बनाइए और झटपट खाइए। लेकिन मैदा से बनी कचौड़ी आप 10- 15 दिनों तक स्टोर करके रख सकते हैं।
कचौड़ी के लिए आटा कैसे गूंदें
-कचौड़ी का आटा तैयार करने के लिए 2 कप मैदा, 10 से 12 चम्मच रिफाइन ऑयल, 2 चुटकी बेकिंग सोडा और पानी चाहिए होता है।
- आटा गूंथने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में मैदा निकालकर उसमें तेल मिला लें। अब इसमें 2 चुटकी बेकिंग सोडा और पानी मिलाकर अच्छे से आटा गूंथ लें।
-ध्यान रखें आटे में मोयन जितना अच्छे से पड़ा होगा, कचौड़ी उतनी ही खस्ता बनेंगी। इसलिए आटा में मोयन की मात्रा को चेक कर लें। इसके लिए सबसे पहले आटे में जब तेल मिलाएं तो आटें को उसी से गुंथे। अगर आटा लड्डू की तरह बंधने लगे तो समझिए आटे में मोयन की मात्रा सही है।
-कचौड़ी का आटा थोड़ा टाइट होना चाहिए। गूंथते समय इस बात का ध्यान रखें।
-अक्सर महिलाएं कचौड़ी के आटे को गीले कपड़े से ढक देती हैं। आटा ढकना तो है लेकिन गीले कपड़े से नहीं बल्कि किसी प्लेट से कम से कम 10 मिनट के लिए ढक कर रख दें। तब तक आप कचौड़ी की स्टफिंग तैयार कर लें।
-कचौड़ी को सही से बेलना भी जरूरी है। कचौड़ी बेलते समय किनारों को पतला करना चाहिए। वहीं बीच का भाग मोटा रखें।
-कचौड़ी को मध्यम आंच में सेंके। अधिक तेज या धीमी आंच से कचौड़ी खस्ता नहीं बनती है। - अप्रैल के महीने की शुरुआत होने वाली है। ये ऐसा समय होता है, जब गर्मी भी अपना असर दिखाने लगती है। ऐसा माना जाता है कि यदि आप कहीं घूमने जाना चाहते हैं, तो अप्रैल का महीना इसके लिए सबसे परफेक्ट होता है। अप्रैल के महीने में न तो ज्यादा सर्दी पड़ती है, और न ही ज्यादा गर्मी। ऐसे में ये महीना घूमने के लिए सबसे सही रहता है।इस महीने में भारत के कई महीने काफी गर्म हो जाते हैं, लेकिन कई जगहें ऐसी भी हैं, जो इस महीने में भी न तो ज्यादा गर्म होती हैं, और न ही ज्यादा ठंडी। ऐसे में अगर आप अप्रैल के महीने में कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं, तो हम आपको इसके लिए कुछ विकल्प बताने जा रहे हैं। इन जगहों पर आप अपने परिवार, दोस्तों के साथ जा सकते हैं। अगर चाहें तो आप इन जगहों पर सोलो ट्रिप पर भी जा सकते हैं।डलहौजीहिमाचल प्रदेश में स्थित डलहौजी इतना खूबसूरत स्थान है कि अगर आप यहां गए तो कुछ दिन तक तो आपका वापस आने का मन नहीं करेगा। अप्रैल में डलहौजी में तापमान 14.0°C से 3.5°C के बीच रहता है। इस हिसाब से वहां आपको ठंड का एहसास होगा।अल्मोड़ाउत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में मौसम हमेशा काफी खुशनुमा रहता है। अगर आप कुछ दिन शांति से बिताना चाहते हैं, तो अल्मोड़ा जाकर अपने दोस्तों या परिवार के साथ समय व्यतीत कर सकते हैं। ये जगह वाकई काफी खूबसूरत है।मसूरीपहाड़ों की रानी मसूरी जाने के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। अप्रैल में मसूरी में तापमान 14°C से 29°C के बीच रहता है। यहां घूमने के लिए काफी जगहें हैं। ऐसे में आप आराम से कुछ दिन यहां गुजार सकते हैं।ऊटीतमिलनाडु के इस पहाड़ी शहर का तापमान अप्रैल में 22 डिग्री से अधिकतम 27 डिग्री तक रहता है। ऐसे में आप आराम से यहां बिना सर्दी या गर्मी से परेशान हुए घूम सकते हैं। यहां के नजारे काफी प्राकृतिक होते हैं।चेरापूंजीमेघालय में स्थित चेरापूंजी बेहद ही खूबसूरत स्थान है। अप्रैल में चेरापूंजी का तापमान 13°C से 23°C के बीच रहता है। यहां हर दिन सैंकड़ों पर्यटक घूमने आते हैं। ऐसे में आप भी अप्रैल के महीने में यहां घूमने का प्लान कर सकते हैं।गंगटोकसिक्किम की राजधानी गंगटोक की खूबसूरती की चर्चा दूर-दूर तक होती है। अप्रैल के महीने में गंगटोक का तापमान 16.6°C से 21.1°C तक रहता है। ऐसे में अगर आप चाहें तो यहां जाने का प्लान बना सकते हैं।
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सब्जी का स्वाद बढ़ाने से लेकर सलाद की प्लेट सजाने तक, आपने कई बार टमाटर का इस्तेमाल किया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं यही टमाटर आपके पार्लर के महंगे खर्च को आधा करके आपके चेहरे पर निखार बिखेर सकता है। टमाटर में विटामिन-ए, विटामिन-बी, विटामिन-सी, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई गुण मौजूद होते हैं, जो त्वचा को टाइट और ग्लोइंग बनाए रखने के साथ इस्टेंट ग्लो भी देते हैं। टमाटर का पल्प चेहरे से एक्स्ट्रा ऑयल निकालकर टैनिंग,एक्ने जैसी कई स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं चेहरे पर टमाटर लगाने से क्या-क्या ब्यूटी बेनिफिट्स मिलते हैं।
ये हैं टमाटर के ब्यूटी बेनिफिट्स-
रूखी त्वचा को बनाएं सॉफ्ट-
जर्नल ऑफ डर्माटोलॉजिकल साइंस के मुताबिक शरीर में पोटेशियम की कमी की वजह से ड्राई त्वचा और एक्जिमा की शिकायत हो सकती है। ऐसे में टमाटर एक नेचुरल हीलर की तरह काम करते हुए त्वचा को रूखेपन से बचाते हुए स्किन को माइश्चराइज बनाए रखने में मदद करता है। इस उपाय को करने के लिए 1 चम्मच टमाटर के रस में बराबर मात्रा में शहद मिलाएं। अब इस घोल को ब्रश की मदद से चेहरे पर लगाएं। इस उपाय को करने से स्किन सॉफ्ट ने के साथ चेहरे का नेचुरल ग्लो भी बना रहता है।
डेड स्किन से छुटकारा-
टमाटर का इस्तेमाल त्वचा की साफ-सफाई के लिए भी किया जा सकता है। टमाटर एंजाइमों से भरपूर होता हैं, जो स्किन पर एक्सफोलिएटर की तरह काम करता है। यह डेड स्किन से राहत दिलाने में फायदेमंद हो सकता है। त्वचा की डेड स्किन साफ करने के लिए आप टमाटर के गूदे को सीधे अपने चेहरे पर लगाएं और कुछ देर बाद पानी से धो लें।
एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज-
टमाटर में एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज मौजूद होने से यह चेहरे के दाग,धब्बे,झाइयां,झुर्रियां आदि को कम करने में मदद कर सकता है। इस उपाय को करने के लिए टमाटर के जूस को दूसरे इनग्रेडिएंट्स के साथ मिलाकर फेस पैक की तरह इस्तेमाल करें।
सनबर्न से राहत-
टमाटर में मौजूद विटामिन-सी और विटामिन-ए स्किन को फ्रेश और फेयर लुक दे सकते हैं। इतना ही नहीं इसके नियमित इस्तेमाल से सनबर्न को भी दूर किया जा सकता है। इस उपाय को करने के लिए आपको टमाटर के जूस के साथ बटरमिल्क को मिलाकर चेहरे पर 10 से 15 मिनट लगाना है। जिसके बाद चेहरा नॉर्मल पानी से धो लें। -
महिलाओं को अपनी डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल करना बेहद जरूरी होता है। बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव कई सारी समस्या को पैदा करने लगते हैं। खासतौर पर जब महिलाएं मेनोपॉज की स्थिति में पहुंचती हैं तो उन्हें कई दिक्कतें झेलने पड़ती है। जिसमे से एक समस्या है घुटनों और जोड़ों में दर्द की। ज्यादातर महिलाएं 50 की उम्र के बाद जोड़ों और घुटनों में दर्द की शिकायत करती हैं। ऐसे में ये हेल्दी ड्रिंक जरूर उनकी मदद सकती है।
मेनोपॉज के बाद जोड़ों के दर्द की समस्या
महिलाओं में पीरियड्स के रुक जाने के बाद यानी मेनोपॉज होने के बाद ऑस्टियोपिरोसस का खतरा बढ़ जाता है। जिसका कारण है शरीर में एस्ट्रोजन लेवल का कम हो जाना। एस्ट्रोजन महिलाओं के लिए जरूरी हार्मोंस है। जो प्रजनन क्षमता बढ़ाने के साथ ही हड्डियों की मजबूती के लिए भी जरूरी होता है।
मेनोपॉज में एस्ट्रोजन लेवल कम हो जाना
शरीर में एस्ट्रोजन लेवल के कम हो जाने पर ही पीरियड्स बंद हो जाते हैं। लेकिन साथ ही दूसरी समस्याएं जैसे हॉट फ्लैशेज और हड्डियों में दर्द की समस्या होने लगती है। ऐसे में इस ड्रिंक को पीने से जोड़ों और घुटनों के दर्द में राहत मिल सकती हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया देसी ड्रिंक
इंस्टाग्राम पर न्यूट्रिशनिस्ट ने 50 के बाद महिलओं के घुटनों और जोड़ों में दर्द के लिए असरदार ड्रिंक बताई है। जिससे कि हड्डियों को मजबूती मिल सके।
कैसे बनाएं ड्रिंक
एक कप भुना हुआ मखाना
एक कप भुना चना
5-6 छुहारा
इन तीनों चीजों को मिलाकर पीस लें और पाउडर बना लें। रोज सुबह-शाम एक कप गर्म दूध में इस पाउडर को मिलाकर पिएं। महिलाओं को होने वाले घुटनों और जोड़ों के दर्द में राहत मिलेगी। -
-संध्या शर्मा
सर्दियों में खाना खाने के बाद गर्मा-गर्म गुलाब जामुन खाने को मिल जाए तो पूरा दिन अच्छा गुजरता है। अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं और गुलाब जामुन को खासतौर पर खाना पसंद करते हैं। तो कुकिंग टिप्स खास आपके लिए हैं। जी हां, अकसर महिलाएं शिकायत करती हैं कि घर पर उनसे बाजार जैसे परफेक्ट शेप वाले गुलाब जामुन नहीं बन पाते हैं। गुलाब जामुन को फ्राई करते समय वो तेल में ही फटकर बिखर जाते हैं। अगर आपको भी गुलाब जामुन बनाते समय यह परेशानी होती है तो आइए सबसे पहले जान लेते हैं गुलाब जामुन बनाते समय आप कौन सी गलती करते हैं, जिसकी वजह से आपके गुलाब जामुन तलते समय फट जाते हैं।
बाजार जैसे परफेक्ट गुलाब जामुन बनाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स-
आटे पर दें ध्यान-
गुलाब जामुन को तलते समय फटने से बचाने के लिए आपको उसके आटे पर खास ध्यान देना चाहिए। अगर गुलाब जामुन का आटा बहुत अधिक गीला या बहुत सूखा है,तो वो तलते समय फट सकता है। ऐसे में हमेशा परफेक्ट गुलाब जामुन बनाने के लिए आटा गांठ रहित और स्मूथ होना चाहिए। इसके लिए आप चाहे तो आटे में एक चुटकी बेकिंग पाउडर,कॉर्नफ्लोर या अरारोट मिला सकते हैं। ऐसा करने से गुलाब जामुन फ्राई करते समय टूटने से बच जाएंगे।
शेप पर भी दें ध्यान-
गुलाब जामुन बनाते समय उसकी शेप का भी ख्याल रखें। गोल या बेलनाकार शेप वाले गुलाब जामुन अच्छी तरह बंध जाते हैं। जिससे उन्हें तलने में आसानी होती है। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि गुलाब जामुन के आटे में छोटे क्रैक्स ना हो, वरना ऐसे गुलाब जामुन तलते समय टूट जाते हैं।
तापमान का रखें ध्यान-
इस बात का खास ख्याल रखें कि गुलाब जामुन को जल्दी तलने के लिए कभी भी आंच को तेज ना रखें। गुलाब जामुन को तलने के लिए गैस की आंच पहले कम रखें। उसके बाद जैसे ही आप देखेंगे कि गुलाब जामुन का रंग गहरा हो गया है,तापमान को बढ़ाया जा सकता है।
तलते समय बार-बार ना हिलाएं-
गुलाब जामुन को तलते समय बार-बार हिलाने से वो फट सकते हैं। इसके अलावा तैयार गुलाब जामुन को देर तक चाशनी में भी ना डाले रखें। ज्यादा देर तक गुलाब जामुन चाशनी में रखने से उनका टेक्सचर खराब होकर वो टूटने लगते हैं। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
अगर आपके घर आने वाले मेहमान मीठा खाकर बोर हो चुके हैं तो उनके मुंह का स्वाद सुधारने के लिए खाने में कुछ चटपटा बनाकर सर्व करें। चटपटी सेव पूरी...
सेव पूरी बनाने के लिए सामग्री-
-मैदा
-सूजी
-उबला मैश किया आलू
-प्याज कटा हुआ
-टमाटर
-स्वादानुसार नमक
-लाल चटनी
-इमली चटनी
-हरी चटनी
-तेल जरूरत के अनुसार
-अजवाइन
-चाट मसाला
-एक चुटकी जीरा पाउडर
-नींबू का रस
सेव पूरी बनाने का तरीका-
सेव पूरी बनाने के लिए सबसे पहले एक बाउल में मैदा, सूजी, नमक अजवाइन और तेल डालकर अच्छी तरह मिक्स करें। इसके बाद पानी डालकर एक डो तैयार कर लें। इस डो को रोटी की तरह बेलकर एक छोटे गोल कटर की मदद से छोटी-छोटी पूरी काट लें। अब एक कढ़ाही में तेल गरम करके पूरियों को क्रिस्पी और गोल्डन होने तक फ्राई करें। अब एक प्लेट में पूरियां लगाकर उसके ऊपर उबला मैश आलू,प्याज,टमाटर डालकर तीनों चटनियां, सेव,चाट मसाला,नमक और जीरा पाउडर डालें। आखिर मे नींबू का रस डालकर घर आए मेहमानों को सेव पूरी सर्व करें। -
होली के बाद त्वचा को काफी केयर की जरूरत होती है। इस दौरान रंगों के इस्तेमाल से स्किन को भी नुकसान पहुंचता है। रंगों के कारण त्वचा काफी ज्यादा बेजान और रूखी हो जाती है। ऐसे में होली खेलने के बाद अगर आपकी स्किन भी रूखी हो गई है, और निखार खत्म हो गया है तो आप इस फेस पैक को लगाकर चेहरे की खोई चमक भी वापस पा सकती हैं। देखिए कैसे बनाएं ये फेस पैक-
चन्दन पाउडर से बनाएं फेस पैक
चेहरे की चमक पाने के लिए एक चम्मच चावल के आटे में आधा चम्मच चन्दन का पाउडर मिला लें और एक चम्मच गुलाब जल के साथ मिला कर एक पेस्ट बना लें। इस फेस पैक को चेहरे पर हल्के हाथ से मसाज करते हुए लगाएं और सूखने तक इसे लगाकर रखें और फिर इसे ठंडे पानी से धो लें। इस पैक को लगाने के बाद स्किन को ठंडक महसूस होगी और चेहरे की रौनक लौट आएगी।
मुलतानी मिट्टी से बनाएं फेस पैक
इस फेस पैक को बनाने के लिए मुलतानी मिट्टी में 2 चम्मच टमाटर का रस मिला लें और बादाम का तेल मिला कर फेस पैक बना लें। फिर इस पैक को चेहरे पर सूखने तक लगाकर रखें। जब ये सूख जाए तो चेहरे को धो लें। नियमित तौर पर इस फेस पैक को लगाएं। कुछ ही दिन में चेहरे का निखार फिर से लौट आएगा।
दही से बना लें फेस पैक
दही स्किन से डेड स्किन सेल्स हटाने में असरदार होता है। इस फेस पैक को बनाने के लिए दही में शहद मिला लें। इसके साथ थोड़ी सी हल्दी को मिलाकर पेस्ट बनाएं। अब साफ चेहरे पर फेस पैक लगाएं, कुछ देर रखने के बाद धो लें।