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अलग-अलग सब्जियों से बने कोफ्ते तो आपने कई बार खाएं होगें, लेकिन पालक मलाई कोफ्ता बाकी सभी कोफ्ता रेसिपी से हटकर है। इस रेसिपी की खासियत यह है कि आप इसे फटाफट बिना किसी परेशानी के आसानी से घर पर भी बना सकते हैं। यब डिश पराठे और रोटी दोनों के साथ खाने में अच्छी लगती है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाएं जाते हैं टेस्टी पालक मलाई कोफ्ता करी।
पालक मलाई कोफ्ता बनाने के लिए सामग्री-
-500 ग्राम पालक
-200 ग्राम पनीर (कद्दूकस किया हुआ)
-10 ग्राम काजू (कटे हुए)
-2 चम्मच पीली मिर्च पाउडर
-2 चम्मच शाही जीरा
-नमक स्वाद के अनुसार
-2 बढ़ा चम्मच तेल
-मेथी दाना आधी चम्मच
-50 ग्राम प्याज
-5 ग्राम अदरक
-5 ग्राम लहसुन
-2 चम्मच जीरा पाउडर
-2 चम्मच लाल मिर्च
-2 चम्मच धनिया पाउडर
-डेड़ चम्मच हल्दी पाउडर
-आधी कटोरी दही
-एक चम्मच गर मसाला
-आधा कटोरी मलाई
पालक मलाई कोफ्ता बनाने की विधि-
पालक मलाई कोफ्ता बनाने के लिए सबसे पहले पालक को पानी में उबालकर 2 मिनट तक ठंडे पानी में डालकर रखें। फिर इसके बाद पालक को पीसकर पेस्ट बना लें। एक कटोरे में पनीर, काजू, पीली मिर्च, शाही जीरा, और नमक डालकर अच्छे मिक्स कर लें। इसके बाद इस मिश्रण को आंटे की तरह गूंथकर इसकी छोटी-छोटी लोइयां बना लें। वहीं जब लोई बन जाएं तो इन लोइयों को फ्राई कर लें। इसके बाद इसे बाहर निकालकर पैन में मेथी के दाने डालने के बाद प्याज डालकर भूनें। फिर इसमें अदरक लहसुन और जीरा पाउडर, लाल मिर्च, धनिया, और हल्दी पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें। इसके बाद इसमें पीसी हुई पालक, मलाई और नमक डालकर कुछ समय के लिए पकने दें। बाद में इसमें फ्राई किए हुए कोफ्ते डाल दें। आपके टेस्टी पालक मलाई कोफ्ता बनकर तैयार हैं। आप इसे रोटी पराठे के साथ सर्व कर सकते हैं। - नाश्ते में पराठा एक कॉमन डिश है। वैसे तो हर घर में ब्रेकफास्ट में डिफरेंट चीजें बनती हैं, लेकिन पराठा कॉमन और ज्यादा पसंद कि जाने वाली चीज है। कई बार सिंपल पराठे तो कई बार आलू के पराठे, गोभी के पराठे, पनीर के पराठे बनाए जाते हैं। नाश्ते के अलावा लंच या डिनर में रोजाना सब्जी-रोटी खाकर अक्सर लोग बोर हो जाते हैं, ऐसे में अगर कुछ अलग और टेस्टी खाने का मन करे तो आप मसाला पराठा बना सकते हैं।मसाला पराठा बनाने की सामग्रीमसाला पराठा बानाने के लिए आपको नमक, हल्दी, कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर, अमचूर और जीरा पाउडर, गरम मसाला पाउडर, अजवायन, धनिया, कलौंजी की जरूरत और घी होगी।कैसे बनाएं मसाला पराठाइसे बनाने के लिए एक आटे का पेड़ा बनाएं और फिर इसे बेलें। फिर इस पर घी लगाएं। इस पर नमक, हल्दी, कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर, अमचूर पाउडर और जीरा पाउडर, गरम मसाला पाउडर, अजवायन फैलाएं। इसे हाथ से अच्छे से मिक्स करें। फिर इसे लपेट लें। इसके ऊपर से थोड़ा हरा धनिया और कलौंजी भी छिड़क सकते हैं और इसे फिर से रोल करें। अब पराठें को बेल लें और फिर इसे घी की मदद से अच्छे से सेक लें। टेस्टी पराठा तैयार है इसे दही, सब्जी या चटनी के साथ सर्व करें।
- अगर आप भी अपने वीकेंड को टेस्टी और स्पेशल बनाने की सोच रहे हैं तो पालक कढ़ी की ये रेसिपी ट्राई कर सकते हैं। ये रेसिपी पंजाब की फेमस और ट्रेडिशनल डिश है, जिसे अधिकतर वहां के लोग लंच में सर्व करते हैं। कढ़ी को बनाने के लिए इसमें डाला गया पालक इसका स्वाद और बढ़ा देता है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाई जाती है ये टेस्टी पालक कढ़ी पकौड़ा रेसिपी।गुणों से भरपूर पालक कढ़ीपालक में विटामिन-ए, विटामिन बी 2, सी, ई, के, कैल्शियम, सेलेनियम, प्रोटीन फास्फोरस, जस्ता, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फाइबर और फोलेट होता है। इससे इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है। वहीं, बेसन साथ ही आप वजन कम कर सकते हैं। वहीं, बेसन में कई अन्य पोषक तत्व होते है, जिनमें मैग्नीशियम, तम्बा, फोलेट और मैग्नीज आदि शामिल है, साथ इसमें आयरन, जिंक, फास्फोरस, कैल्शियम और पोटेशियम भी उपस्थित होता है। पालक और बेसन में जब दही और छाछ मिलाकर कढ़ी बनाई जाती है, तो इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। दही में प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6 और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है।पालक कढ़ी पकौड़ा बनाने के लिए सामग्री--पालक - 1/2 किलो-दही- 1 कटोरी-बेसन- 4 चम्मच-मेथी दाना- 8 चम्मच-हींग चुटकी भर-सौंफ - 1 चम्मच-सूखी लाल मिर्च- 4-नमक - स्वादानुसार-हल्दी- 1/2 चम्मच-तेल- 2 चम्मचपालक कढ़ी बनाने की विधि-पालक कढ़ी बनाने के लिए सबसे पहले पालक को अच्छी तरह साफ करके धोने के बाद बारीक काट लें। कड़ाही में तेल गर्म करके उसमें हींग, मेथी, लाल मिर्च, सौंफ और हल्दी डालें। एक दो मिनट बाद कड़ाही में पालक डालकर मध्यम आंच पर भून लें। इस बीच एक बर्तन में दही, बेसन और पानी डालकर अच्छी तरह से फेंटें।जब पालक का पानी सूख जाए तो बेसन वाला यह मिश्रण कड़ाही में डालकर लगातार चलाते हुए मध्यम आंच पर कढ़ी को पकाएं। नमक डालकर मिलाएं। जब कढ़ी गाढ़ी हो जाए तो गैस बंद करें। आप इस कढ़ी को चावल या रोटी के साथ गर्मागर्म सर्व कर सकते हैं।
- आजकल के बिजी लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादातर लोग न तो अपने खानपान पर उचित ध्यान दे पाते हैं और न ही अपनी स्किन केयर पर। जिसकी वजह से रूखी बेजान त्वचा आपके लिए परेशानी की वजह बनने लगती है। एक हेल्दी और ग्लोइंग स्किन के पीछे खानपान के साथ उचित देखभाल की भी बेहद जरूरत होती है। ऐसे में अगर आप भी अपनी डल स्किन से परेशान रहते हैं तो त्वचा पर निखार लाने के लिए इमली की मदद लीजिए। स्वाद में खट्टी-मिट्ठी इमली न सिर्फ मुंह का जायका अच्छा कर देती है बल्कि इससे बना फेस पैक व्यक्ति की रंगत निखारकर उसे हेल्दी बनाए रखने में भी मदद करता है।इमली के गूदे में मौजूद पोषक तत्व स्किन को एक्सफोलिएट करने का काम करते हैं, जिससे त्वचा की रंगत निखारने में मदद मिलती है। दरअसल, इमली के गूदे में हाइडॉक्सी एसिड पाया जाता है, जो स्किन लाइटिंग का काम करता है। इसके अलावा इमली के एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी चेहरे की रंगत को निखारने का काम करते हैं। इमली से बनने वाले इस फेस पैक में मौजूद मुल्तानी मिट्टी चेहरे पर मौजूद एक्सट्रा ऑयल को खत्म करने में मदद करती है। ऐसे में आइए जानते हैं त्वचा पर चांद सा निखार लाने के लिए कैसे बनाकर लगाएं मुल्तानी मिट्टी और इमली से बना फेस पैक।मुल्तानी मिट्टी और इमली का फेस पैक बनाने के लिए जरूरी चीजें--इमली का गूदा - 2 चम्मच-मुल्तानी मिट्टी - 1 चम्मच-एलोवेरा जेल - 1 चम्मचमुल्तानी मिट्टी और इमली का फेस पैक बनाने का तरीका-मुल्तानी मिट्टी और इमली का फेस पैक बनाने के लिए सबसे पहले 2 से 3 चम्मच पानी में इमली के गूदे को घोलकर इसका पानी छान लें। अब इमली के पानी में मुल्तानी मिट्टी और एलोवेरा जेल को अच्छी तरह मिला लें। इसके बाद चेहरे को पानी से धोकर मुल्तानी मिट्टी और इमली से बना फेस पैक लगाएं। इस फेस पैक को चेहरे पर 10 से 15 मिनट लगा रहने दें। जब फेस पैक सूख जाए तो चेहरे को नॉर्मल पानी से धो लें। ऑयली स्किन वाले लोग इस फेस पैक का इस्तेमाल हफ्ते में 2 बार कर सकते हैं।
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सर्दियां शुरू होते ही घर की महिलाएं परिवार के सदस्यों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए कई तरह के लड्डू बनाती हैं। आपने भी बेसन, आटे और बूंदी से बने लड्डू का स्वाद कई बार चखा होगा। लेकिन आज जो लड्डू की रेसिपी आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं वो थोड़ी अलग है।
जी हां, इस यूनिक रेसिपी का नाम है कटहल के लड्डू। ये लड्डू न सिर्फ खाने में टेस्टी हैं बल्कि सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद माने जाते हैं। डायबिटीज रोगी भी इन लड्डूओं को खा सकते हैं। तो आइए जान लेते हैं कैसे बनाए जाते हैं कटहल के लड्डू और क्या हैं इनके फायदे।
कटहल के लड्डू बनाने के लिए सामग्री-
-कटहल का आटा - 3 कप
-बादाम - 3 कप
-जैतून का तेल - 1/2 कप
-अदरक पाउडर - 2 बड़े चम्मच
-काली मिर्च - 1 छोटी चम्मच
-इलायची पाउडर - 1 छोटी चम्मच
-स्वीटनर - 2 कप
-गोंद - 1 कप
-घी - 1 बड़ा चम्मच
कटहल के लड्डू बनाने की विधि-
कटहल के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन गर्म करके उसमें कटहल का आटा डालकर अच्छे से गोल्डन ब्राउन होने तक भूनकर ठंडा होने के लिए अलग रख दें। इसके बाद इसमें जैतून का तेल, अदरक पाउडर, काली मिर्च, इलायची पाउडर, गोंद डालकर मिला लें। अब इस आटे में बादाम और स्वीटनर डालकर अच्छे से मिलाने के बाद इसके लड्डू बना लें। आपके टेस्टी और हेल्दी कटहल के लड्डू बनकर तैयार हैं।
ब्लड शुगर में कटहल खाने के फायदे-
एक्सपर्टस के मुताबिक कटहल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अच्छी मात्रा पाई जाती है। डायबिटीज मरीजों को कच्चा कटहल खाने से लाभ मिलता है। इसका नियमित सेवन शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करता है। इतना ही नहीं मोटापे से परेशान लोग भी कटहल का सेवन करके इस समस्या को कम कर सकते हैं। कटहल में कैलोरी की मात्रा काफी कम पाई जाती है। लेकिन कच्चा कटहल खाने के बाद अपने शुगर लेवल को जांचते रहे। -
जीवन में कई बार लोगों के जीवन में अचानक से विपत्ति आ जाती है, जिसमें उन्हें आने वाली उस आपदा या फिर कहें कठिनाई से भरे समय का जरा भी अंदाजा नहीं होता है। विपत्ति अक्सर इंसान के धैर्य और साहस की परीक्षा लेने के लिए उसके जीवन में आती है।
इस कठिन समय में अपने और गैर दोनों की परीक्षा हो जाती है। अमूमन विपत्ति के समय साथ खड़े होने वालों की संख्या बहुत कम होती है। ऐसे समय में सिर्फ सच्चा साथी ही आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होता है।
ऐसा नहीं है कि विपत्ति सिर्फ आम आदमी पर आती है. यह अमीर-गरीब, मजबूत-कमजोर सभी पर किसी न किसी रूप में आती है। आप अपने जीवन में कितने भी सफल हो जाएं, यह कभी न कभी, किसी ना किसी रूप में आती है। जिसे धैर्य के साथ सामना करना चाहिए। आइए संकट से भरे समय से उबारने वाले प्रेरक वाक्य को जानने के लिए पढ़ते हैं सफलता के मंत्र।
कष्ट और विपत्ति किसी इंसान को जीवन का सबसे अनमोल ज्ञान देकर जाते हैं।
विपत्ति में धैर्य, वैभव में दया और संकट के समय में सहनशीलता ही सच्चे इंसान के लक्षण है।
विपत्ति में साथ देने वाले और विपत्ति में साथ छोड़ने वाले को कभी नहीं भूलना चाहिए।
विपत्तियां व्यक्ति को आत्मज्ञान कराती कि आखिर वह कितना मजबूत है। विपत्ति जब आती है कायर को ही दहलाती है, जबकि मजबूत आदमी उसका डटकर सामना करता है।
जो लोग अपने जीवन के कठिन समय में भी अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ते और आपदा को अवसर में बदलते हैं, उन्हें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता मिलती है। -
टेस्टी और स्पाइसी खाना तो हर किसी को पसंद होता है। खासतौर पर वीकेंड को स्पेशल बनाने के लिए लोग कुछ ना कुछ टेस्टी खाना पसंद करते हैं। अगर आप भी वीकेंड पर टेस्टी डिश ट्राई करना चाहती हैं तो बनाएं पनीर के साथ छोले। काले या सफेद चने के साथ पनीर को मिलाकर बनाने से इसका स्वाद बढ़ जाता है। तो चलिए जानें कैसे बनेंगे पनीर के ट्विस्ट के साथ छोले।
पनीर वाले छोले बनाने की सामग्री--
काला या सफेद चना- 100 ग्राम
पनीर के टुकड़े- 100 ग्राम
बारीक कटा प्याज- 1
टमाटर- 3-4
हरी मिर्च -2
धनिया की पत्ती
काजू- 100 ग्राम
1 चम्मच धनिया पाउडर
1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
आधा चम्मच हल्दी
सब्जी मसाला- एक चम्मच
हींग एक चुटकी
गरम मसाला एक चौथाई चम्मच
अमचूर एक चम्मच
लौंग, जीरा, तेजपत्ता
देसी घी, तेल, नमक स्वादानुसार।
पनीर वाले छोले बनाने की विधि----
लंच या डिनर में छोले बनाने वाली हैं तो ये रेसिपी बिल्कुल परफेक्ट है। चने को रातभर पानी में भिगोकर अगले दिन साफ कर लें। कूकर में डालकर उबाल लें। टमाटर को काटकर मिक्सी के जार में पलट दें। इसमे काजू और हरी मिर्च डालें। तीनों चीज को पीसकर पेस्ट बना लें और किसी बर्तन में पलट लें। कड़ाही में तेल गर्म करें। गर्म तेल में जीरा चटकाएं। साथ में लौंग, तेजपत्ता, दालचीनी डालें। फिर हरा लहसुन और बारीक कटा प्याज डालकर भूनें।
अच्छी तरह से भूनने के बाद टमाटर डालें। हल्दी, धनिया, लाल मिर्च और गरम मसाला डाल कर चलाएं। धीमी आंच पर भूनते हुए हरी मेथी के पत्ते काटकर डाल दें। स्वादानुसार नमक डालें और साथ में पके हुए चने डाल दें। कुछ देर पकने दें और बटर डालकर ग्रेवी को रिच बना लें। सबसे आखिर में पनीर को फ्राई कर छोटे टुकड़े में डाल दें। बस तैयार है स्वादिष्ट पनीर वाले छोले, इन्हें रोटी या परांठे के साथ सर्व करें। -
भारत में घूमने के लिए काफी सारी जगह हैं। जो बेहद खूबसूरत है। आने वाला महीना फरवरी का है और इसे प्यार का महीना भी कहा जाता है। इस महीने में ज्यादातर लोग अपने पार्टनर के साथ घूमने की डेस्टिनेशन देखते हैं। ऐसे में यहां हम बता रहे हैं कुछ शानदार प्लेसेस जो कपल के लिए बेस्ट हैं। अच्छी बात यह है कि यहां पर सस्ते में ट्रिप निपटाया जा सकता है। यहां जानिए 5000 रुपये के बजट में पूरी होने वाली जगहों के नाम-
जयपुर
दिल्ली के सबसे पास की डेस्टिनेशन में से एक जयपुर घूमने के लिए अच्छी जगह है। यहां पर जाने के बारे में अक्सर लोग प्लानिंग करते हैं। इस जगह पर आप आसानी से और सस्ते में पहुंच सकते हैं। दिल्ली से जयपुर तक जाने के लिए आप ट्रेन में जाएं। पिंक सिटी में आपको कई बजट फ्रेंडली होटल आसानी से मिल जाएगें। पार्टनर के साथ आप इस जगह को यकीनन खूब एंजॉय करेंगे।
ऋषिकेश
धार्मिक प्लेस होने के साथ ही ये यंगस्टर्स के बीच काफी ज्यादा फेमस है। यहां पर नदी किनारे आपको बहुत लोग योगा प्रेक्टिस करते दिख जाएंगे। दिल्ली से ऋषिकेश की यात्रा करने में 200-300 रुपये का खर्चा आएगा और यहां नदी के किनारे पार्टनर के साथ टेंट में समय बिताना एक अद्भुत एक्सपीरियंस होगा।
उदयपुर
अगर आप पार्टनर के साथ किसी रॉयल डेस्टिनेशन पर जाने के बारे में सोच रहे हैं। तो उदयपुर जा सकते हैं। यहां के खूबसूरत झील और किले आपको काफी पसंद आएंगे। उदयपुर पहुंचने के लिए ट्रेन सबसे बेस्ट है।
ऊटी
भारत के कुछ बेहतरीन हिल स्टेशन में ऊटी शामिल है। नीलगिरी, हरे-भरे चाय के बागान, घुमावदार सड़कें और खड़ी चोटियों पर पार्टनर के साथ घूमने की शुरुआत करें। भारत में सबसे अच्छे किफायती जगहों में से एक, ऊटी में प्रकृति की ताजगी और सुगंध प्राप्त करने के लिए एक साथ रहें।
कैसे करें बजट ट्रिप
बजट में ट्रिप करने के लिए आपको कुछ चीजों को ध्यान में रखना होगा जैसे सस्ते ट्रैवल मोड को चुनना या फिर सस्ते होटल। इसी के साथ खान पान के बारे में भी स्पेसिफिक होना होगा। महंगे रेस्तरां में न जाने की कोशिश करें। -
दही एक ऐसा डेयरी प्रोडक्ट है जिसे कई तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी मदद से रायता तो बनता ही है, साथ ही कुछ सब्जियों का स्वाद बढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। हर महीने में लोग इसे खाना पसंद करते है। वैसे तो बाजार से लाकर लोग इसे खा लेते हैं, लेकिन घर में जमे हुए दही की मिठास अलग ही होती है। गर्मी में तो दही 2 से 3 घंटे में तैयार हो जाता है, लेकिन सर्दियों के मौसम में इसे बनाना थोड़ा मुश्किल होता है। कुछ लोगों की शिकायत होती है कि ठंड के मौसम में दही बिखरा हुआ सा जमता है जिसका स्वाद भी अलग होता है।
घर पर हलवाई की तरह दही जमाना चाहती तो यहां देखें ट्रिक्स-
सर्दी के मौसम में दही जमाने के लिए अपनाएं ये ट्रिक्स
सर्दियों के मौसम में दही अच्छे से सेट नहीं हो पाता है। इसी के साथ इसे बनाने में काफी ज्यादा समय भी लग जाता है। ऐसे में एक सबसे आसान ट्रिक जो सर्दी के मौसम में आप अपना सकते हैं वह है कि इसे गर्म जगह पर रखें। इसी के साथ आप कुछ और तरीकों को अपना सकते हैं जैसे-
कपड़े से लपेटकर रखें बर्तन
घर पर हलवाई जैसा थक्केदार दही जमाने के लिए बर्तन को किसी कपड़े से अच्छे से लपेटकर रखें। दही जिस बर्तन में जम रहा है उसे आप माइक्रोवेव, आटे की टंकी या फिर कैसरोल में रख सकते हैं।
गर्म कमरे में जमेगा जल्दी
इसके अलावा आप बर्तन को उस कमरे में भी रख सकते हैं जिसमें हीटर चल रहा होगा। हालांकि, इस बात का ध्यान भी रखें कि कोई उसे हिलाए न।
हरी मिर्च आएगी काम
ठंड के मौसम में दही जमाने के लिए आप हरी मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं। जब दही जमाने का प्रोसेस पूरा हो जाए उसके बाद ही साफ की हुई मिर्टच को दूध में डालकर रखें।
जमने के लिए दें समय
दही जमने के लिए दें अच्छा समय। गर्मियों के मौसम में 2-3 घंटों में अच्छा दही जम जाता है, लेकिन सर्दी में ये समय बढ़ जाता है। इसलिए कम से कम 7 से 8 घंटे का समय दही जमने के लिए दें। -
मीठा खाना लगभग हर किसी को पसंद आता है। बच्चे हो या बड़े मीठे के नाम से ही खुश हो जाते हैं। अगर आपके घर में भी मीठे के शौकीन रहते हैं तो रबड़ी बनाएं। रबड़ी का टेस्ट लाजवाब लगता है। वहीं आप इसकी मिठास को कम भी कर देंगी तो स्वाद में फर्क नहीं आएगा। दूध से तैयार रबड़ी को ड्राई फ्रूट्स और केसर की मदद से बिल्कुल बाजार जैसा बना सकती है। वैसे भी सर्दियों में इसकी डिमांड और भी बढ़ जाती है। गाजर के हलवे से लेकर जलेबी के साथ लोग रबड़ी का टेस्ट पसंद करते हैं। तो चलिए जानें कैसे बनेगी केसर के स्वाद वाली टेस्टी रबड़ी।
रबड़ी बनाने की सामग्री--
2 लीटर दूध
50 ग्राम बादाम
20 ग्राम पिस्ता
आधा चम्मच इलायची पाउडर
4-5 केसर के रेशे
चीनी स्वादानुसार
रबड़ी बनाने की रेसिपी--
रबड़ी बनाने के लिए किसी मोटे तले के बर्तन को ही लें। कड़ाही में रबड़ी अच्छी तरीके से बनकर तैयार होगी। कड़ाही को गैस पर चढ़ाएं और फुल फैट दो लीटर दूध को पलट दें। तेज आंच पर पहले दूध में उबाल आ जाने दें। जब दूध उबल जाए तो गैस को धीमा करे दें। थीमी आंच पर करीब दस मिनट तक पकने के बाद इसे करछी की मदद से चलाएं। धीरे-धीरे इसे चलाते रहें नहीं तो दूध तली में लगकर जल जाएगा। दूध पर पड़ने वाली मलाई को करछी की मदद से कड़ाही के किनारे पर कर दें। इसी तरह से जितनी बार दूध पर मलाई बैठे उसे हटाकर किनारे कर दें। जब दूध पकते हुए रंग बदल दें और एक तिहाई हो जाए तो उसमे स्वादानुसार चीनी डाल दें। साथ में केसर के रेशे और इलायची पाउडर भी डालें। चीनी और दूध को कुछ देर पकने दें।
निकालें कड़ाही की खुरचन--
दूध जब चीनी के साथ अच्छी तरह पक जाए तो कड़ाही के किनारे पर जमा की गई मलाई को निकाल दें। इससे रबड़ी का स्वाद बढ़ जाएगा। दो से तीन मिनट और पकाएं रबड़ी फिर गैस बंद कर दें। जब रबड़ी ठंडी हो जाए तो ऊपर से बारीक कटा पिस्ता और बादाम के टुकड़े को डालकर बाउल में सर्व करें। -
सर्दियों का मौसम त्वचा को जरा भी रास नहीं आता। सर्द हवाएं त्वचा को बिल्कुल रूखा और बेजान बना देती है। जरा सी देखभाल की कमी होते ही हाथ-पैरों के साथ ही गाल और होठों पर दरारें पड़ने लगती हैं। कई बार ये रूखापन इतना बढ़ जाता है कि खिंचाव की वजह से खून रिसने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि त्वचा की अच्छी तरह से मॉइश्चराइज करके रखा जाए। वैसे तो बाजार में कई सारे मॉइश्चराइजर मिलते हैं जिन्हें आप हाथ-पैर और चेहरे पर लगा सकती हैं। लेकिन इनसे रूखी त्वचा का स्थाई समाधान नहीं मिलता। अगर आप चाहती हैं कि सर्दियों में भी त्वचा शाइन करें तो आयुर्वेद के इन नियमों को अपनाकर देखें। कुछ ही दिनों में फर्क महसूस होने लगेगा।
चुनें नेचुरल बटर
सर्दियों में त्वचा की अच्छे से देखभाल के लिए हमेशा नेचुरल चीजों को चुनें। हाथ-पैर पर लगाने के लिए प्राकृतिक बटर को इस्तेमाल में लाएं। शिया बटर, कोकम, नारियल का तेल, बादाम का तेल ये सारे नेचुरल बटर होते हैं। जिन्हें सीधा त्वचा पर लगाने से रूखापन खत्म होता है। ग्लिसरीन और शहद को मिलाकर चेहरे पर लगाने से ड्राई स्किन से छुटकारा मिलने के साथ ही त्वचा में नेचुरल ग्लो देखने को मिलता है।
नहाने से पहले लगाएं तेल
आयुर्वेद के नियम के मुताबिक नहाने के पहले शरीर को मॉइश्चराइज करना जरूरी है। इसलिए रोजाना शॉवर लेने के पहले तेल लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे त्वचा में लचीलापन बढ़ता है और सर्दियों में दिखने वाली सिकुड़न कम होती है। नहाने के पहले नारियल या तिल के तेल से शरीर की मसाज करें और नहाने के बाद तौलिए की मदद से पूरे शरीर को पोंछ लें। ऐसा करने से त्वचा को नेचुरल मॉइश्चर मिल जाएगा और अतिरिक्त तेल तौलिए की मदद से साफ हो जाएगा।
पैरों की करें मसाज
कई सारी महिलाएं सर्दियों में फटी एड़ियों की समस्या से ग्रस्त रहती हैं। जिसकी वजह से पैर देखने में भद्दे लगते हैं बल्कि इन फटी एड़ियों में दर्द भी होता है। रोजाना पैर के तलवों में तेल की मालिश फटी एड़ियों से आराम दिलाने के साथ ही त्वचा को भी पोषण देता है।
नाइट सीरम का करें इस्तेमाल
त्वचा की देखभाल के लिए नाइट स्किन केयर रूटीन को जरूर फॉलो करें। रोजाना सोने के पहले नाइट सीरम त्वचा को रिपेयर करने में मदद करता है। जिससे सर्दियों में भी त्वचा खिली-खिली नजर आती है। गुलाबजल, ग्लिसरीन और नींबू के रस की कुछ बूंदों से तैयार मिक्सचर चेहरे पर लगाएं। नहाने के बाद केमिकल फ्री मॉइश्चराइजर त्वचा को पोषण देता है और पोर्स को बंद होने से रोकता है। -
लोगों के बीच इस वक्त किचन और रूफ गार्डनिंग का चलन तेजी से बढ़ा है. इससे आपके घर के अंदर की हवा साफ बना रहती है. साथ ही आपकी घर की खूबसूरती में भी चार चांद लगते हैं. कई पौधे ऐसे हैं जिन्हें, अपनी बालकनी में लगाकर सेहत लाभ भी ले सकते हैं. वहीं कुछ पौधे के फल या सब्जी का इस्तेमाल रसोई में पकवान बनाने का काम भी किया जा सकता है.
किचन गार्डन में लगाएं रोजमेरी का पौधा
रोजमेरी का पौधा आप अपने किचन गार्डन में लगा सकते हैं. इस फ्रूट में आयरन, कैलशियम और विटामिन बी6 की भरपूर. इसे गमले में लगाने के बाद ऐसी जगह लगाएं, जहां डायरेक्ट सूरज की रोशनी नहीं पड़े.
गमले में लगाएं पुदीना का पौधा
पुदीना किचन का सबसे जरूरी हर्ब माना जाता है. घर की बालकनी में इसे गमले में लगा सकते हैं. मिन्ट या पुदीने की चटनी लोग बड़े चाव से खाते हैं. साथ ही इसका उपयोग हर्बल टी बनाने में भी किया जाता है. इसका उपयोग सलाद वगैरह में भी किया जाता है.
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद लेमन बाम
लेमन बाम आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. यह अनिद्रा के खिलाफ काफी कारगर हर्बल है. साथ ही पेट भी साफ रखने में ये अहम भूमिका निभाता है.. यह पौधा एक पेस्ट कन्ट्रोलर के तौर पर काम करता है. ये कीटाणुओं को दूर रखने में मदद करता है.
तुलसी के पौधे में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं
तुलसी के पौधे में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटीबायोटिक गुण होते हैं. इसकी पत्तियां शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं. यह शरीर को अंदरूनी रूप से भी मजबूती प्रदान करता है. - सर्दी के मौसम में स्किन से जुड़ी परेशानियां ज्यादा हो जाती हैं। इस मौसम में चेहरे की स्किन पर तो रूखापन आता ही है, साथ ही एड़ियों के फटने की समस्या भी बढ़ जाती है। फटी एड़ियों की समस्या को क्रैक हील भी कहा जाता है, इस समस्या में आपको तेज दर्द और ब्लीडिंग भी हो सकती है। फटी एड़ियों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लोग तमाम तरह के नुस्खों का इस्तेमाल करते हैं। इस परेशानी को दूर करने के लिए आज के समय में मार्केट में भी तमाम तरह के प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे। लेकिन इन प्रोडक्ट्स में केमिकल का इस्तेमाल होने से इनका इस्तेमाल नुकसानदायक होता है। आप फटी एड़ियों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सरसों के तेल से बना मास्क आपको कई गंभीर समस्याओं से छुटकारा दिलाने में बहुत फायदेमंद होता है।फटी एड़ियों से छुटकारा पाने के लिए सरसों के तेल का मास्कमहिला हो या पुरुष सभी को फटी एड़ियों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्या में न सिर्फ आपको जूते या हील्स वाली सैंडल पहनने में परेशानी होती है बल्कि इसकी वजह से होने वाला दर्द असहनीय हो सकता है। ऐसे लोग जिन्हें यह समस्या लंबे समय से हैं उन्हें ब्लीडिंग का भी सामना करना पड़ता है। फटी एड़ियों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरसों के तेल से बने मास्क का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है।सरसों के तेल में मौजूद गुण आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में बहुत फायदेमंद होते हैं। सरसों के तेल में विटामिन ई की पर्याप्त मात्रा होती है और इसका इस्तेमाल करने से स्किन अंदर तक हाइड्रेट होती है। नियमित रूप से सरसों के तेल से बने मास्क का इस्तेमाल करने से आपको तेजी से फटी एड़ियों की समस्या से छुटकारा मिलता है।कैसे बनाएं सरसों के तेल का मास्क?फटी एड़ियों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरसों के तेल का मास्क बहुत उपयोगी होता है। इसे बनाने के लिए आपको सरसों का तेल और पैराफिन वैक्स या सफेद मोम की जरूरत होती है। इसे तैयार करने के लिए आप 2 चम्मच सफेद मोम लें और इसमें आधा कप सरसों का तेल मिलाएं। इन दोनों चीजों को थोड़ी देर तक गैस पर गर्म करें और किसी बर्तन में स्टोर कर लें। इसके बाद रात में सोने से पहले अपनी एड़ियों पर इस मास्क को अच्छी तरह से लगाएं और मोजे पहन लें। सुबह उठने के बाद पैरों को अच्छी तरह से गर्म पानी से धुलें और साफ कर लें। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से आपको बहुत फायदा मिलेगा।
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हम में से ज्यादातर लोगों को स्टार फ्रूट के बारे में शायद न पता हो. स्टार फ्रूट देखने में भले ही खूबसूरत न लगे, लेकिन यह फायदों से भरपूर है. साउथ-ईस्ट एशिया के ट्राॅपिकल देशों में पाया जाने वाला स्टार फ्रूट अक्सर अपने अपीयरेंस के कारण साइड-ट्रैक हो जाता है. दिखने में चाहे ये आपको बहुत बेहतर न लगे, लेकिन इसकी भरपाई ये कई फायदों से करता है. आप इस फल को भारत, मलेशिया और फिलीपींस जैसे देशों में भारी मात्रा में देख सकते हैं.
आईए जानते हैं इसके फायदों के बारे में.
एक स्वादिष्ट फल होने के अलावा स्टार फ्रूट के हमारी हेल्थ के कई सारे फायदे हैं. यह विटामिन सी से भरपूर है. यह फाइबर का एक अच्छा सोर्स माना जाता है. इसमें कसैले गुण होते हैं, यह एंटीऑक्सिडेंट और हाइपोग्लाइसेमिक से भरपूर होता है. इसके अलावा ये हमारी त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद होता है
स्किन के लिए फायदेमंद
हर कोई अपनी स्किन को खूबसूरत देखना चाहता है.स्किन को चमकदार बनाने के लिए स्टार फ्रूट का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है. आपको बता दें कि स्टार फ्रूट में विटामिन सी पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. विटामिन सी का सेवन करने से स्किन काे रंग में निखार आता है.
मुंहासों को ठीक करने में फायदेमंद
अक्सर लोग अपनी त्वचा पर कील-मुहांसों की शिकायत करते हैं. स्टार फ्रूट त्वचा के मुहांसे ठीक करने में मदद करता है. मुंहासों की समस्या असल में विटामिन सी की कमी के कारण होती है. स्टार फ्रूट में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसके सेवन से मुंहासों की समस्या को दूर किया जा सकता है.
बालों की करे ग्रोथ
स्टार फ्रूट बहुत सारे फायदों के साथ साथ बालों केी ग्रोथ में भी मददगार है. स्टार फ्रूट में विटामिन बी पाया जाता है. विटामिन बी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बाल जड़ से मजबूत होते हैं. अगर आप भी डैंड्रफ की समस्या से परेशान हैं, तो स्टार फ्रूट का प्रयोग कर सकते हैं. - चेहरे पर नजर आने वाले मस्से और तिल न सिर्फ देखने में खराब लगते हैं बल्कि ये व्यक्ति का आत्मविश्वास भी कम कर देते हैं। अगर आप भी अपने चेहरे पर नजर आने वाले इन तिल से छुटकारा पाना चाहते हैं तो अपनाएं लहसुन का ये असरदार नुस्खा। लहसुन आपकी स्किन में मेलानिन के स्तर को कम करके तिल और मस्से का रंग हल्का कर सकता है। आइए जानते हैं चेहरे पर नजर आने वाले अनचाहे मस्से और तिल से लहसुन की मदद से कैसे पाएं छुटकारा।बैंडेज के साथ लगाएं लहसुन-त्वचा के किसी भी हिस्से से मस्से या तिल हटाने के लिए 1 लहसुन की कलियां लेकर उसे अच्छी तरह से छिलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अब इन टुकड़ों को बैंडेज के साथ प्रभावित हिस्से पर लगा लें। करीब 4-5 घंटे के लिए इसे लगा हुआ रहने दें। इसके बाद बैंडेज को हटाकर इसे पानी से धो लें। कुछ दिनों तक त्वचा पर इस तरह लहसुन लगाने से तिल को कम किया जा सकता है।लहसुन और सिरका-तिल को हटाने के लिए लहसुन और सिरका का इस्तेमाल करें। इसका इस्तेमाल करने के लिए लहसुन की कुछ कलियां पीसकर पेस्ट बना लें। इसके बाद इसे सिरके में मिक्स कर लें। अब इस पेस्ट को तिल या मस्से पर लगाएं। करीब 30 मिनट बाद इसे पानी से धो लें। इससे तिल का निशान हट सकता है।प्याज और लहसुन-तिल को हटाने के लिए प्याज का रस और लहसुन का प्रयोग भी कारगर उपाय है। इसका इस्तेमाल करने के लिए लहसुन और प्याज को बराबर मात्रा में मिक्स करके पीस लें। अब इससे रस निकालकर कॉटन बॉल की मदद से इसे तिल के स्थान पर लगाएं। करीब 15 मिनट के बाद इसे धो लें। इससे तिल के निशान हट सकते हैं।
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आपने ऐसे कई लोगों को देखा होगा, जिन्हें बहुत ज्यादा ठंड लगती है। ऐसे में खुद को गरम रखने के लिए ये लोग क्या-क्या नहीं करते। कुछ लोग तो कपड़ोंं की इतनी लेयर पहन लेते हैं, कि उनका चलना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आपको भी बहुत ठंड लगती है, तो आपको कुछ विंटर टिप्स जरूर फॉलो करने चाहिए, जिससे कि आप सर्दी से बचे रह सकें। आइए, जानते हैं कुछ खास टिप्स, उनके लिए जिन्हें ज्यादा सर्दी लगती है।
बॉडी वॉर्मर पहनें
आप अगर अंदर बॉडी वॉर्मर पहनेंगे, तो आपको कम सर्दी लगेगी। इसके ऊपर आप जैकेट या ब्लेजर पहन सकते हैं। असल में बॉडी वॉर्मर आपकी बॉडी में हीट प्रॉड्यूस करते हैं और ठंडी हवाओं को शरीर में जाने से रोकते हैं।
ड्राय फ्रूट्स खाएं
खानपान का भी ठंड से डायरेक्ट कनेक्शन है। आप अगर बॉडी को गरम रखना चाहते हैं, तो फिर ड्राय फ्रूट्स खाना शुरू कर दें। इससे आपकी बॉडी गरम रहेग। आप बादाम, अखरोट, छुहारे, मूंगफली का ज्यादा सेवन करें।
ऑयल मसाज करें
आप अगर नहाने के बाद बॉडी लोशन लगाते हैं, तो इसकी जगह शरीर पर ऑयल यानी तेल लगाएं। इससे आपकी बॉडी गरम रहेगी। सर्दी के मौसम में नारियल का तेल सबसे अच्छा नेचुरल बॉडी लोशन है।
जुराब और कैप पहनें
आप अगर पैरों में जुराब नहीं पहनते तो इससे आपको ज्यादा ठंड लगेगी इसलिए ठंड से बचना चाहते हैं, तो हमेशा टोपी पहनें, जिससे सिर ढका रहे और पैरों में जुराबें पहनकर रखें। पैरों और सिर में सबसे ज्यादा सर्दी लगने का खतरा होता है। -
ठंड में बॉडी को गरम रखने के लिए बनाकर पिएं केसर की चाय
---प्रीति निगम से जानिए रेसिपी
सर्दियों के मौसम में कश्मीरी कहवा पीना बहुत से लोगों को पसंद होता है। कहवा तो आपने कई बार पीया होगा लेकिन क्या आपने कभी सेफ्रॉन यानी केसर की चाय ट्राई की है? अगर आपका जवाब नहीं है, तो देर किस बात की है? इन सर्दियों में आप केसर की चाय जरूर ट्राई करें। केसर की तासीर गरम होती है इसलिए यह चाय भी बहुत गरम होती है। आप कड़ाके की सर्दी में इस चाय को पी सकते हैं। यह चाय बहुत ही लाजवाब लगती है। आइए, जानते हैं कि कैसे बनाएं सेफ्रॉन टी यानी केसर की चाय।
केसर की चाय बनाने की विधि- ---
सेफ्रॉन यानी केसर की चाय बनाने के लिए सबसे पहले गरम पानी में 6-7 केसर के टुकड़ों को भिगोकर रख दें। आपको एक अलग कटोरे में किशमिश को भी भिगाना है। अब एक चाय बनाने वाले बर्तन में पानी डाल दें। अब इसमें चायपत्ती, चीनी डाल दें। जब यह अच्छी तरह उबल जाए, तो इसे छान लें। छानने के बाद इसे वापस आपको बर्तन में रखकर कटे हुए बादाम, किशमिश, इलायची और दालकहीनी पाउडर डालकर उबालना है। अब इसमें भिगाएं हुए केसर का पानी केसर सहित डाल दें। आपकी केसर की चाय तैयार है। इसे खुद भी पिएं और मेहमानों को भी पिलाएं।
सावधानियां- ---
केसर की चाय बहुत गरम होती है, इसलिए दिन में सिर्फ एक या दो कप चाय ही पिएं।
बच्चों को यह चाय न पिलाएं क्योंकि यह चाय बहुत गरम होती है।
कड़ाके की ठंड में ही केसर की चाय पिएं।
आप ज्यादा केसर चाय में न डालें। -
सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोगों को सर्दी-जुकाम और गले में दर्द जैसी प्रॉब्लम्स होने लग जाती हैं। ऐसे में हर बार दर्द की गोलियां खाना सॉल्यूशन नहीं है बल्कि आपको नेचुरल तरीकों से इसका ट्रीटमेंट करना चाहिए। जैसे, तुलसी की चाय ठंड के मौसम में होने वाली इन प्रॉब्लम्स को रोकने में बहुत कारगर हैं। ऐसे में आप अपनी रोजाना की नॉर्मल चाय को तुलसी चाय के साथ रिप्लेस कर सकते हैं। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण हैं, जो न सिर्फ बुखार, कफ जैसी प्रॉब्लम्स को दूर करते हैं बल्कि इससे इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। ऐसे में आप रोजाना एक कप तुलसी चाय तो जरूर ही पिएं।
आइए, जानते हैं कैसे बनाएं तुलसी चाय-
तुलसी की चाय बनाने का तरीका
एक पतीले में चार कप पानी लेकर इसमें दालचीनी पाउडर डाल दें। आप दालचीनी स्टिक डालकर भी इसे उबाल सकते हैं। अब इसमें जायफल, नींबू के स्लाइस डालें। इसके बाद 6-7 तुलसी के पत्तों को डाल दें। इसे ढक दें और 4-5 मिनट तक इसे पकाएं। पक जाने पर शहद या पिघला हुआ गुड़ डालकर सर्व करें। आप चाहें, तो इसमें अदरक, इलायची और काली मिर्च भी डाल सकते हैं।
सावधानियां
-तुलसी की चाय ज्यादा न पिएं क्योंकि इसमें कई सूखे मसाले भी डाले गए हैं और कुछ लोगों को मसाले सूट नहीं करते।
-आपको अगर खाली पेट चाय पीने से दिक्कत होती है, तो आप इसके साथ ओट्स बिस्किट या पराठा भी खा सकते हैं।
-तुलसी चाय में अपनी पसंद के कुछ और मसाले भी मिला सकते हैं। -
ग्रेवी को ज्यादा स्वादिष्ट और गाढ़ी बनाने के लिए इसमें दही का इस्तेमाल भी किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्रेवी में दही मिलाने का भी एक तरीका होता है। आप दही को दो-दो चम्मच डालकर ग्रेवी में डालें। फिर इसे अच्छी तरह से मिलाते जाएं, इससे ग्रेवी में दही अच्छी तरह से मिक्स हो जाएगी। आइए, जानते हैं कुछ और कुकिंग टिप्स-
चावल और दाल को भिगाकर रखें
आप अगर जल्दी में हैं, तो चावल और दाल को जल्दी पकाने के लिए इसे धो कर रख दें। इससे यह जल्दी पकेगा।
दाल में नमक कब डालें
दाल में नमक डालने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि दाल पूरी तरह पक जाने पर ही इसमें नमक मिलाएं। इसके अलावा दाल में हल्दी जरूर डालें। इससे दाल का स्वाद बढ़ जाता है।
राजमा, चना और मटर को उबालने का सही तरीका
राजमा, चना और मटर को जल्दी पकाने के लिए इन्हें भिगाते समय इसमें बेकिंग सोडा जरूर मिलाएं। इससे इन चीजों को पकने में कम समय लगेगा।
पनीर को नरम कैसे रखें
पनीर को नरम रखने के लिए इसे गुनगुने पानी में रखें। इस पानी में एक चुटकी नमक भी मिला लें। इससे पनीर नरम रहेगा और इस पर मोटी लेयर भी नहीं बनेगी। आपको पनीर पहले जितना ही फ्रेश लगेगा।
टमाटर प्यूरी कैसे बनाएं
टमाटर प्यूरी बनाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि टमाटर को थोड़ा नमक मिलाकर उबालें और फिर ठंडा करके उसे मिक्सर में पीस लें। इसके बाद इसे एयर टाइट कंटेनर में डालकर रख दें। - चेहरे पर ब्लैकहेड्स यानी कील होना आम बात है। ब्लैक हेड्स ऐसी ही स्किन प्रोब्लम्स में से एक है, जो आपकी खूबसूरती पर धब्बा लगा देता है। ब्लैक हेड्स अक्सर चेहरे पर, नाक के आसपास नजर आते हैं। यह भूरे रंग के छोटे धब्बे होते हैं, जो हमारे पोर्स में तेल और डेड स्किन के भर जाने से उभर जाते हैं और चेहरे पर काले-काले दाग के रूप में नजऱ आने लगते है। कई लोगों को यह परेशानी पीठ, छाती, गर्दन और हाथ में भी हो जाती है। यह मुख्य रूप से नाक के ऊपर और आस-पास और ठुड्डी के आस-पास सबसे अधिक दिखाई देती है। आइये जान लेते हैं कि कैसे इस परेशानी से बचा जा सकता है और क्या-क्या उपाय किये जा सकते हैं।ब्लैकहेड्स स्किन में सीबम के उत्पादन के कारण अधिक होता है। स्किन में सिबेशियस ग्लैंड्स होते हैं, जो सीबम का उत्पादन करती है। यही तेल स्किन को सुरक्षित बनती है, लेकिन स्किन पर कभी-कभी डेड सेल्स के कारण पोर्स बंद हो जाते हैं। ऐसे में सीबम स्किन के अंदर बनता है, लेकिन बाहर नहीं निकल पाता है, जिसके कारण ब्लैकहेड्स होते हैं। इसके अलावा, हार्मोनल चेंज, कॉस्मेटिक्स के प्रयोग, दवाइयों के प्रयोग के कारण भी ये परेशानी हो सकती है।ब्लैक हेड्स हटाने के घरेलू उपाय :स्ट्रॉबेरीस्ट्रॉबेरी स्किन के लिए हर लिहाज़ से अच्छा होता है। यह स्किन को स्मूद और जवां बनाता है। इसमें मौजूद अल्फा हाइड्रोक्सिल एसिड ब्लैकहेड्स को दूर करने में कारगर साबित होते हैं। यह स्किन से एक्स्ट्रा ऑयल को भी बाहर निकालता है। स्ट्रॉबेरी के पल्प में अगर नीम्बू का रस मिला कर प्रभावित एरिया में लगाने से ब्लैक हेड्स से छुटकारा मिल सकता है। स्ट्रॉबेरी के पेस्ट में दूध मिलाएं और चेहरे पर मास्क की तरह इस्तेमाल करें।दालचीनीदालचीनी स्किन के लिए फ़ायदेमंद है और ब्लैकहेड्स हटाने में कारगर। एक चम्मच दाल चीनी का पाउडर लेकर, उसमें एक चुटकी हल्दी और नींबू का रस मिला कर चेहरे पर लगाएं। इसे स्किन पर अगर काला धब्बा हो गया है, तो उन स्थानों पर भी लगाया जा सकता है। इससे यह जड़ से बाहर निकाला जा सकता है। दाल चीनी को शहद के साथ मिला कर रोज़ाना 15 मिनट तक स्किन पर लगाकर रखा जाए तो इससे काफी फायदा होता है।ग्रीन टीग्रीन टी सेहत के साथ स्किन के लिए भी बेहद अच्छा होता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो स्किन के लिए फ़ायदेमंद होते हैं। ग्रीन टी की पत्तियों को पानी में मिला कर पेस्ट बना लें और ब्लैकहेड्स वाली जगह पर लगाकर उंगलियों से मालिश करें, इससे काले धब्बे आसानी से निकल जायेंगे। यह एक तरह का स्क्रब भी है, जो पोर्स में से तेल निकाल देता है। इसके अलावा ग्रीन टी के साथ एलो वेरा जेल मिलाकर स्किन पर लगाने से भी फायदा होता है। इस पेस्ट को 10 से 15 मिनट तक लगा कर रखें और फिर फ़ेस धो लें।केले का छिलकाकम लोगों को ही यह जानकारी होगी कि ब्लैकहेड्स से छुटकारा पाने के लिए केले के छिलके का उपयोग करना अच्छा होता है। केले के छिलके के रेशे वाले हिस्से को अपने चेहरे के उस जगह पर रगड़ें, जहां पर ब्लैकहेड्स हैं और फिर कुछ देर बाद धो लें। कुछ दिन तक ऐसा करने से ब्लैकहेड्स खत्म हो जाएंगे. साथ ही, चेहरा मुलायम और चमकदार बन जायेगा।आलूआलू चेहरे पर मौजूद ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को दूर करने के साथ-साथ झुर्रियों से भी बचाव कर सकती है। इसके लिए आलू को छीलकर, उसकी स्लाइस को ब्लैकहेड्स वाली जगहों पर लगा लें या फिर आलू का रस निकालकर लगाएं। इससे ब्लैकहेड्स पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं और स्किन साफ़ हो जाती है।नींबूनींबू स्किन के लिए बेहद अच्छा होता है। यही कारण है कि ब्लैकहेड्स को हटाने के लिए जितने भी फेस पैक बनाये जाते हैं, उसमें नींबू के रस को मिलाया ही जाता है। इसमें मौजूद विटामिन सी स्किन के लिए बेहद अच्छा होता है। एक चम्मच शुगर यानी चीनी में आधा चम्मच शहद और कुछ बूंदे नींबू के रस की मिलाएं और फिर ब्लैकहेड्स वाली जगह पर लगा लें। चाहे तो पूरे चेहरे पर भी लगा सकती हैं। आधे घंटे बाद चेहरे को पानी से धो लें। ध्यान रहे कि इसके बाद चेहरे पर साबुन या किसी अन्य चीज का इस्तेमाल न करें। नींबू के रस को चार गुना ग्लिसरीन में मिलाकर चेहरे पर रगडऩे से ब्लैकहेड्स मिट जाते हैं और त्वचा कोमल व मुलायम हो जाती है। आधा-आधा चम्मच नींबू का रस और हल्दी लें. इसमें एक चौथाई चम्मच नमक और एक चम्मच पानी मिलाकर गर्म करके चेहरे पर लगाएं फिर सूखने के बाद चेहरा धोएं। चेहरे के दाने, ब्लैकहेड्स व उनके निशान मिट जाएंगे।बेकिंग सोडाबेकिंग सोडा चेहरे से निशान मिटाने के साथ रंगत भी निखारता है। एक बाउल में एक बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा और दो बड़े चम्मच संतरे के छिलके का पेस्ट मिला लें। अब चेहरे पर फेस मास्क की तरह इस मिश्रण को लगाएं। 15 मिनट बाद चेहरे पर पानी की छीटें डालकर एक मिनट तक हल्के-हल्के हाथों से मसाज करें। फिर ठंडे पानी से चेहरे को धो लें।बेकिंग सोडा में पानी मिलाकर ब्लैकहेड्स पर लगाएं और पांच मिनट के बाद चेहरा धो लें। इससे ब्लैक हेड्स दूर हो जाते हैं। यह चेहरे की गंदगी को पूरी तरह साफ़ कर देता है।शहदशहद स्किन को मोइश्चराइज़ करता है, ये तो आप जानते ही हैं, लेकिन साथ ही यह ब्लैकहेड्स को भी हटाता है। शहद को अगर ब्लैकहेड्स पर लगाया जाए, तो इससे भी स्किन साफ होती है और ब्लैकहेड्स खत्म होने लगते हैं।शहद, चीनी और नींबू का रस बराबर मात्रा में लेकर, ब्लैकहेड्स पर स्क्रब करें, इससे फायदा होगा। चीनी, शहद, जैतून का तेल और नींबू का रस मिला कर चेहरे पर लगाने से ब्लैकहेड्स की परेशानी दूर हो जाती है।मुल्तानी मिट्टीमुल्तानी मिटटी त्वचा के रोम छिद्रों के आकार को कम करने ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को दूर करने में मदद करती है। मुल्तानी मिटटी में चंदन पाउडर और पानी मिला कर पेस्ट बनाएं, फिर इसे चेहरे पर लगाएं और फिर 15 मिनट बाद धो दें, इससे ब्लैकहेड्स की परेशानी ज़रूर कम हो जाएगी। मुल्तानी मिट्टी में नीम पाउडर, गुलाब जल और नींबू का रस डालें।अच्छे से मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें और अपने चेहरे पर अच्छे से लगाएं। 15 से 20 मिनट के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें। ऐसा हफ्ते में दो बार करें।
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चेहरा धीरे-धीरे निखार खोने लग जाता है। ऐसे में आपको चेहरे पर हाइड्रेशन की जरूरत पड़ती है। हाइड्रेट रखने के लिए सबसे अच्छा उपाय है कि आप घरेलू तरीकों का इस्तेमाल करें
सर्दियों में कितनी बार करना चाहिए फेसवॉश, जानें ये विंटर स्किन केयर टिप्स
सर्दियों के मौसम में स्किन ड्राय हो जाती है। ऐसे में चेहरा धीरे-धीरे निखार खोने लग जाता है। ऐसे में आपको चेहरे पर हाइड्रेशन की जरूरत पड़ती है। हाइड्रेट रखने के लिए सबसे अच्छा उपाय है कि आप घरेलू तरीकों का इस्तेमाल करें क्योंकि इनसे कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते और चेहरा भी ग्लोइंग बन जाता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप कुछ टिप्स को फॉलो करें।
जेल बेस्ड फेसवॉश
आपकी स्किन अगर ऑयली है और पिम्पल्स जल्दी निकल जाते हैं, तो आपको जेल बेस्ड फेसवॉश का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे स्किन से एक्सट्रा ऑयल नहीं निकलता है और चेहरा भी ग्लोइंग नजर आता है।
दो बार से ज्यादा न लगाएं फेसवॉश
आपकी स्किन ड्राय हो या फिर ऑयली लेकिन कभी भी इस पर दो बार से ज्यादा फेसवॉश नहीं लगाना चाहिए। इससे स्किन से नेचुरल ऑयल निकल जाते हैं और स्किन ड्राय दिखने लग जाती है।
कोकोनट मिल्क के साथ स्क्रबिंग
सर्दियों के मौसम में स्किन पहले से ड्राय होती है, इसलिए ज्यादा देर तक स्क्रबिंग नहीं करनी चाहिए। आप अगर स्क्रबिंग कर रहे हैं, तो स्क्रबिंग के बाद कोकोनट मिल्क को चेहरे पर 10 मिनट तक लगाकर रखें। इससे स्किन ज्यादा ड्राय भी नहीं होगी।
नाइट क्रीम का इस्तेमाल
जैसा कि आप जानते ही है कि रात के समय स्किन नेचुरल तरीके से खुद रिपेयर होती है। ऐसे में अगर आप स्किन पर नाइट क्रीम लगाते हैं, तो स्किन बहुत तेजी से रिपेयर होती है। सेलिसिलिक एसिड वाली नाइट क्रीम स्किन के लिए बहुत अच्छी होती है। -
पंडित प्रकाश उपाध्याय
घर में वास्तु के अनुसार मनी प्लांट लगाना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसके फलने फूलने से घर में खुशहाली और सुखसमृद्धि आती है। इसके विपरीत इसके सूख जाने से घर में दरिद्रता का वास होता है। इसके अलावा कुछ ऐसे पौधे भी हैं जो घर में नहीं बिल्कुल नहीं रखने चाहिए। इन्हें घर में रखने से घर में सुखसमृद्धि नहीं आती।वास्तु के अनुसार घर में कुछ पौधे नहीं लगाने चाहिए। इनमें मेंहंदी, बोनसाई, इमली और कांटेदार पौधे नहीं लगाने चाहिए। यह भी कहा जाता है कि कपास और नींबू का पौधा भी घर में लगाने से घर में नकारात्मक एनर्जी घर में आती है, जिससे घर में तनाव और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है।कुछ लोग घर में कपास, कैक्टस और मिर्च का पौधा भी लगा लेते हैं, यह पौधा दिखने में भले ही खूबसूरत हों या कितने भी इस्तेमाल करने वाले, लेकिन हमें , इसको घर पर कभी भी नहीं लगाना चाहिए। वास्तु शास्त्र में कुछ पौधे को अशुभ बताया गया है, जिसे घर पर लगाने से नेगेटिव एनर्जी आती है और घर में तनाव का माहौल बन जाता है। -
उदास होने पर लम्बे लगने लगते हैं सर्दियों के छोटे दिन, जानें कैसे करें अपनी हेल्प
सर्दियों के मौसम में दिन बहुत छोटे होते हैं लेकिन अगर आप दुखी हैं और अकेले रहते हैं, तो ये छोटे दिन भी आपको बहुत बड़े लगने लग जाते हैं। आप कुछ देर तो काम में बिजी रहते हैं लेकिन काम से फ्री होते ही आपको ये दिन सदियों से लंबे लगने लग जाते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप दुखी रहकर अपनी मेंटल हेल्थ को खराब करने की बजाय इस सिचुएशन को थोड़ा बेहतर बनाने की कोशिश करें। आइए, जानते हैं कुछ हेल्पफुल टिप्सपहले हेल्दी डाइट लेंहेल्दी डाइट बनाने और फिर इसे खाने से हम अच्छा रहता है। साथ ही आप काफी एक्टिव भी फील करते हैं, इसलिए सुबह की शुरुआत आप हेल्दी डाइट से करें। इसके लिए आप कई रेसिपी विडियोज देख सकते हैं।दोस्तों से बातें करेंअपने आपको पूरी तरह से आइसोलेट ना करें। इससे आप और भी ज्यादा स्ट्रेस फील करेंगे, इसलिए अपने खास दोस्तों से बातें करें। इससे आपको इमोशनल सपोर्ट मिलेगा। आप दोस्तों से मिलने भी जा सकते हैं। इससे आपको अकेलापन फील नहीं होगा।घूमने निकलेंऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आप घूमने के लिए हमेशा किसी का साथ ही तलाशें बल्कि आप अकेले भी घूमने जा सकते हैं। लोकल मार्केट में शॉपिंग करें और आसपास की जगहों को एक्सप्लोर करें।मेडिटेशन करेंमेडिटेशन करने के कई फायदे होते हैं। इसके आपकी इच्छाशक्ति तो बढ़ती ही है। साथ ही आप काफी फोकस्ड भी हो जाते हैं इसलिए जब भी आपको टाइम मिले तो ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं। इससे मन शांत भी रहता है। - आमतौर पर सर्दियां आते ही हमारा रूटीन, फूड और लाइफस्टाइल की चीजों में बदलाव आता है। इसी तरह आपको बच्चों की केयर करते वक्त भी कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए। जैसे, आपको उनके पहनावे से लेकर खाने-पीने से जुड़ीं बातों तक का ध्यान रखना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि बहुत ध्यान रखने के बाद भी कुछ छोटी-छोटी गलतियां हम पर भारी पड़ जाती हैं, इनकी वजह से बच्चे बीमार पड़ जाते हैं। फिर उन्हें ठीक होने में काफी वक्त लग सकता है। ऐसे में आपको कुछ बातों का ख्याल जरूर रखना चाहिए। आइए, जानते हैं कुछ विंटर केयर टिप्सलेयरिंग में पहनाएं कपड़ेबच्चों को एक भारी जैकेट पहनाने की बजाय उन्हें लेयरिंग में कपड़े पहनाएं। इससे बच्चा ठंड से बचा रहेगा। बच्चों को बॉडी वॉर्मर पहनाएं। इसके बाद पतला स्वेटर और फिर जैकेट पहनाएं। इसी तरह गरम पाजामा पहनना न भूलें।हेल्दी सूपबच्चों के लिए हेल्दी फूड बहुत जरूरी है। ऐसे में उनके शरीर को गरम रखने के लिए आपको हेल्दी सूप जैसे टमाटर, पालक, वेजिटेबल बनाना चाहिए। याद रखें कि बच्चों को कभी भी पैकेट वाला सूप न दें। इनमें कई तरह के प्रिजर्वेटिव होते है, जो बच्चों के लिए ठीक नहीं है।बेबी क्रीमसर्दियों में बच्चों की स्किन भी ड्राय हो जाती है। ऐसे में आप बच्चों को बेबी क्रीम या ऑयल ही लगाएं, जिससे कि उनकी स्किन पर रफनेस के कारण रेशैज न हो जाए। बच्चों की सॉफ्ट स्किन पर कभी भी केमिकल वाली चीजें न लगाएं।बॉडी मसाजबच्चों के शरीर को मजबूत बनाने के लिए बॉडी मसाज भी बेहद जरूरी है। इससे बच्चा फिट रहता है और उसे नींद भी अच्छी आती है इसलिए बच्चों के शरीर की मालिश जरूर करें।
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बादाम प्रोटीन, फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ये आपके कोलेस्ट्रॉल के खतरे को कम करता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। हेल्थ के लिए कई फायदों से भरपूर बादाम ब्यूटी के लिए भी फायदेमंद होता है। भीगे बादाम के छिलकों को अक्सर फेंक दिया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी मदद से भी आप फेस पैक और स्क्रब तैयार कर सकते हैं। यहां सीखें बादाम छिलके का स्क्रब कैसे बनाया जाए।
बादाम के छिलके से कैसे करें स्क्रबिंग...
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए बादाम के छिलके, ओट्स, बेसन, कॉफी, दही
कैसे बनाएं फेस पैक
इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले एक कप बादाम के छिलके धूप में सुखाएं। और फिर इसे पीस कर पाउडर बना लें। इसी के साथ ब्लेंडर में ओट्स, बेसन और कॉफी डालें। अब सभी चीजों को दरदरा पीस लें। इस पाउडर को एक एयर टाइट कंटेनर में रखें। जब भी फेस या बॉडी को स्क्रब करना हो तो इसा पाउडर में थोड़ा दही मिक्स करें। और स्क्रब तैयार है।
कैसे करें स्क्रब
स्क्रब करने के लिए सबसे पहले स्क्रब को अपने हाथों में लें। फिर इसमें एक से दो बूंद पानी मिलाएं और उसे अपनी हथेली पर फैलाएं। इसके बाद सर्कुलर मोशन में आधे से एक मिनट तक उससे अपने चेहरे की मालिश करें। ध्यान रखें कि यह मसाज हल्के हाथों से ही करें, ज्यादा जोर से करने से चेहरा छिल सकता है। इसके बाद ठंडे पानी से चेहरा धोकर पोंछ लें और एंड में चेहरे पर मॉइश्चराइजर लगा लें।