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इंदौर. इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में रैगिंग के बहुचर्चित मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस ने 24 वर्षीय महिला आरक्षक को एमबीबीएस छात्रा के भेष में इस संस्थान में भेजा था। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। संयोगितागंज पुलिस थाने के प्रभारी तहजीब काजी ने सोमवार को बताया कि एक पीड़ित छात्र द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की हेल्पलाइन को शिकायत करने के बाद हरकत में आए महाविद्यालय प्रबंधन ने अज्ञात वरिष्ठ विद्यार्थियों के खिलाफ 24 जुलाई की देर रात आपराधिक मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बताया, ‘‘इस शिकायत में रैगिंग की घटनाओं का तो पूरा विवरण था, लेकिन आरोपियों और पीड़ित छात्रों, दोनों के नाम नहीं थे। शिकायत के साथ सोशल मीडिया पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट भी लगाए गए थे, पर संबंधित लोगों के मोबाइल नंबर छिपा दिए गए थे।'' काजी ने बताया कि पुलिस ने रैगिंग के मामले के खुलासे की चुनौती स्वीकार करते हुए 24 साल की एक महिला पुलिस आरक्षक को एमबीबीएस छात्रा के भेष में चिकित्सा महाविद्यालय भेजा, जिसने जासूस की तरह इस कांड की बिखरी कड़ियां जोड़ीं। उन्होंने बताया कि पुलिस की एक अन्य महिला आरक्षक को नर्स के भेष में महाविद्यालय भेजा गया, जबकि दो पुरुष पुलिस कर्मियों को इस संस्थान के भोजनालय के कर्मचारी बनाकर गुप्त जांच कराई गई। थाना प्रभारी ने बताया, ‘‘हमारी विस्तृत जांच के दौरान महाविद्यालय के कनिष्ठ विद्यार्थियों के साथ रैगिंग की पुष्टि हुई और हमने एमबीबीएस पाठ्यक्रम के 11 वरिष्ठ छात्रों की आरोपियों के रूप में पहचान की।'' उन्होंने बताया कि पुलिस की जांच में सुराग मिले कि रैगिंग के दौरान वरिष्ठ छात्रों द्वारा कनिष्ठ विद्यार्थियों को उनके कपड़ों और बर्ताव को लेकर अलग-अलग फरमान सुनाने के अलावा अश्लील कार्य करने को भी कहा जाता था। थाना प्रभारी ने बताया कि रैगिंग के सभी 11 आरोपियों को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के प्रावधानों के तहत नोटिस दिया गया है कि वे पुलिस की जांच में सहयोग करेंगे और आरोप पत्र पेश किए जाने के वक्त अदालत में मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि पुलिस से आरोपियों की सूची मिलने के बाद महाविद्यालय प्रबंधन ने आठ दिसंबर को सभी 11 वरिष्ठ विद्यार्थियों को तीन महीने के लिए संस्थान से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
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अहमदाबाद. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में सोमवार यानी आज गांधीनगर में गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पटेल का यह लगातार दूसरा कार्यकाल है।
साथ ही 16 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली जिनमें से आठ कैबिनेट रैंक के हैं। इनमें 11 पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। कैबिनेट मंत्रियों में कनूदेसाई, ऋषिकेश पटेल, राघवजी पटेल, बलवंत सिंह राजपूत, कुंवरजी बावलिया, मुलुभाई बेरा, कुबेर डिंडोर और भानुबेन बावरिया शामिल हैं। हर्ष सांघवी और जगदीश विश्वकर्मा ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली
राज्य के छह अन्य मंत्रियों में पुरुषोत्तम सोलंकी, बच्चूभाई खाबाद, मुकेश पटेल, प्रफुल्ल पंशेरिया, भीखूसिंह परमार और कुंवरजी हलपति शामिल हैं। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने नए सचिवालय के पास हेलीपैड ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में पटेल को राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ ही केंद्रीय मंत्री और उन राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए जहां पार्टी सत्ता में है। इनमें गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस आर बोम्मई, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला शामिल थे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, रामदास आठवले और सर्बानंद सोनोवाल ने भी शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की। हाल में संपन्न हुए गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 में से रिकॉर्ड 156 सीट जीती हैं। यह गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा की लगातार सातवीं जीत है। कांग्रेस को 17 और आम आदमी पार्टी (आप) को पांच सीट पर जीत मिली है। पटेल (60) ने अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ शु्क्रवार को इस्तीफा दे दिया था, ताकि राज्य में नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो सके। उन्हें शनिवार को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था, जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात करके अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया था। पटेल ने घाटलोडिया सीट पर 1.92 लाख मतों के अंतर से अपने प्रतिद्वंद्वी को मात दी। पटेल को पिछले साल सितंबर में विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद राज्य की कमान मिली थी। -
मुंबई. एक 35 वर्षीय व्यक्ति को उपनगरीय अंधेरी में एक 26 वर्षीय वेब सीरीज अभिनेत्री का उसके सोशल मीडिया मंच पर पीछा करने और परेशान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी सोमवार को दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंदी और बांग्ला वेब सीरीज में काम कर चुकी अभिनेत्री पिछले कुछ महीनों से उत्पीड़न का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक सोशल मीडिया मंच पर लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए अपने प्रशंसकों के साथ बातचीत के दौरान अभिनेत्री को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा अश्लील संदेश भेजे गए थे। अधिकारी ने बताया कि अभिनेत्री ने उस व्यक्ति को सोशल मीडिया मंच पर ब्लॉक कर दिया, लेकिन उसने अभिनेत्री के इंस्टाग्राम अकाउंट पर संदेश भेजना शुरू कर दिया। कुछ दिनों बाद उसने ट्विटर पर भी अभिनेत्री और उसके पति को अपमानजनक सामग्री के साथ ‘टैग' करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि आरोपी व्यक्ति ने हाल ही में अभिनेत्री का नंबर प्राप्त किया और उसे फोन करना शुरू कर दिया और उसे लिखित संदेश भी भेजे। आरोपी ने व्यक्तिगत रूप से अभिनेत्री का पीछा भी किया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभिनेत्री ने डी एन नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर रविवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
- जम्मू,। जम्मू में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यहां तवी कृत्रिम झील का निर्माण कार्य कई बार समय सीमा को चूकने और 2018 से रूके रहने के बाद फिर से शुरू हो गया है। तवी नदी में कृत्रिम झील एवं नदी तट सौंदर्यीकरण का कार्य 280 करोड़ रुपये की लागत से अगले वर्ष अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा। जम्मू के मेयर राजेंद्र शर्मा ने ‘ बताया,“यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो तवी बराज परियोजना कृत्रिम झील के अन्य घटकों पर जारी कार्य के साथ अप्रैल 2023 तक पूरी हो जाएगी, जिनमें नदी तट संरक्षण, साबरमती नदी की तर्ज पर तवी रिवरफ्रंट का विकास भी शामिल है।” उन्होंने कहा, “हमें खुश होना चाहिए कि कम से कम अब यह कार्य फिर से शुरू हो गया है। यह एक कठिन कार्य है। लेकिन हमें उम्मीद है कि यह समय सीमा में पूरा हो जाएगा।” मेयर ने कहा कि झील जम्मू के पर्यटन परिदृश्य को पूरी तरह से बदल देगी।शर्मा ने कहा, “झील के प्रवेश स्थान पर आकर्षण के कई बड़े केंद्र होंगे। यह जम्मू का सौंदर्यीकरण होगा।” झील परियोजनाओं के विशेषज्ञ इन्दिरेश प्रजापति ने कहा कि कार्य जोरों पर चल रहा है।परियोजना की शुरूआत 2009 में कांग्रेस-नेकां सरकार द्वारा शुरू की गई थी। समय सीमा सात बार पार कर गई और 2018 में कार्य रूक गया। राज्य सरकार ने पिछले एक दशक में इस परियोजना पर 58 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा इसकी आधारशिला पांच दिसंबर, 2009 को रखी गई थी। मेयर ने कहा, ‘‘1,500 मीटर लंबी और 600 मीटर चौड़ी झील यहां अपनी तरह की पहली झील है, जो जम्मू शहर में पर्यटन को नया आयाम देगी।''
- नयी दिल्ली। खेती की लागत को कम करने तथा किसानों को ड्रोन जैसी आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाने के लिए जागरूक करने के मकसद से देश की एक प्रमुख ड्रोन निर्माता कंपनी पंजाब से ‘ड्रोन यात्रा' शुरू करने जा रही है। यह यात्रा दिसंबर से जनवरी माह तक देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित की जाएगी। यह यात्रा देश की अग्रणी ड्रोन निर्माता कंपनी आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन प्रा. लि. द्वारा शुरू की जा रही है। इससे पहले कंपनी ने अन्य सहायक नामी-गिरामी कृषि रसायन कंपनियों एवं सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर देशभर में 25,000 किलोमीटर की यात्रा निकाली थी। अब वह पुन: जल्द इस यात्रा को शुरू करने जा रही है, जो खेती के कामकाज में ड्रोन के उपयोग और उसके फायदे से अवगत कराने की मुहिम के रूप में होगी।इस यात्रा के जनवरी के अंत तक चलने की संभावना है। आयोटेकवर्ल्ड के निदेशक एवं सह संस्थापक- दीपक भारद्वाज और अनूप उपाध्याय ने बताया, ‘‘इस यात्रा का मकसद किसानों को खेती के कामकाज में ड्रोन के जरिये खाद, कीटनाशक के समुचित छिड़काव और बीजों के छिड़काव जैसे आसान तरीकों और इससे लागत में कमी लाने जैसे फायदों के प्रति जागरूक करना है।'' ड्रोन से खेती-किसानी को बढ़ावा देने के लिए कृषि एवं नागर विमानन मंत्रालय इस दिशा में परस्पर सहयोग कर रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार ने कृषि कार्यो में ड्रोन के उपयोग को बढ़ाने के मकसद से ड्रोन के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी है। इसके तहत 2022-23 से 2023-24 के दौरान खर्च के लिए 120 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है। राजधानी राजधानी क्षेत्र गुरुग्राम मुख्यालय वाली इस स्टार्टअप कंपनी के निदेशक भारद्वाज ने बताया कि फिलहाल कंपनी देश के 14 राज्यों में अपने व्यवसाय और सेवाओं का परिचालन कर रही है और उसका लक्ष्य पूरे देश में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का है। इन 14 राज्यों में महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश शामिल हैं। खेती के काम में उपयोग होने वाले छोटे ड्रोन का वजन 25 किलो से अधिक नहीं होना चाहिए। इसी के मद्देनजर इस ड्रोन का वजन 14.5 किलो रखा गया है। ड्रोन के नीचे लगे बक्से में 10 लीटर तक कीटनाशक या दवाओं का लदान संभव है और यह बीजों का छिड़काव भी कर सकता है। ड्रोन की मदद से एक एकड़ खेत में कीटनाशक या दवाओं का छिड़काव सात मिनट में किया जा सकता है।
- अगरतला। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की त्रिपुरा इकाई ने अगले साल के शुरू में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 30 समितियां गठित करने का ऐलान किया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी सुनीत सरकार ने रविवार को बताया कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी के बाद आठ सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया गया है, जिसके प्रमुख भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्य हैं। उन्होंने बताया कि कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री रतनलाल नाथ को समिति का संयोजक बनाया गया है।समिति को चुनाव की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा, “चुनाव का काम प्रभावी ढंग से देखने के लिए 30 समितियों का गठन किया गया है। सुचारू रूप से चुनाव प्रचार के लिए समितियों को जिम्मेदारी बांट दी गई है।” मुख्यमंत्री पार्टी की 11 सदस्यीय चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख होंगे जबकि उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद बिप्लब कुमार देब और केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक सहित वरिष्ठ नेताओं को भी समिति में शामिल किया गया है। एक घोषणापत्र समिति भी गठित की गई है जिसका संयोजक प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष अशोक सिन्हा को बनाया गया है। वीआईपी के स्वागत और ठहरने की व्यवस्था, रैलियों के आयोजन और बूथ प्रबंधन के लिए भी अलग-अलग समितियां बनाई गई हैं। इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता महेंद्र सिंह को पूर्वोत्तर राज्य के लिए पार्टी का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया था।
- नयी दिल्ली। राजनीतिक दल महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने की बातें बढ़-चढ़कर करते हैं लेकिन संसद एवं विधानसभाओं में उनका प्रतिनिधित्व निराशाजनक तस्वीर पेश करता है। वास्तविकता यह है कि देश के 19 राज्यों की विधानसभाओं में महिला विधायकों का प्रतिनिधित्व 10 प्रतिशत से भी कम है। लोकसभा में नौ दिसंबर 2022 को विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रिजीजू द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, आंध्र प्रदेश, असम, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, ओडिशा, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, पुडुचेरी, मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश की विधानसभाओं में महिला विधायकों की संख्या 10 प्रतिशत से कम है।आंकड़ों के अनुसार, जिन राज्यों की विधानसभाओं में महिला विधायकों की संख्या 10 प्रतिशत से अधिक है, उनमें बिहार (10.70), छत्तीसगढ़ (14.44), हरियाणा (10), झारखंड (12.35), पंजाब (11.11), राजस्थान (12), उत्तराखंड (11.43), उत्तर प्रदेश (11.66), पश्चिम बंगाल (13.70), दिल्ली (11.43) शामिल हैं। हाल में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में जीतने वाली महिलाओं की संख्या 8.2 प्रतिशत है, जबकि हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में इस बार केवल एक महिला उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहीं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, लोकसभा में महिला सांसदों की हिस्सेदारी 14.94 प्रतिशत और राज्यसभा में 14.05 प्रतिशत है। वहीं, पूरे देश में विधानसभाओं में महिला विधायकों का औसत केवल आठ प्रतिशत है। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने संसद एवं राज्य विधानसभाओं में महिला सांसदों/विधायकों के प्रतिनिधित्व एवं महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी थी। उन्होंने पूछा था कि क्या सरकार का संसद में महिला आरक्षण विधेयक लाने का विचार है? केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रिजीजू ने सदन में कहा था, ‘‘लैंगिक न्याय सरकार की एक महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता है। इस मुद्दे पर संसद के समक्ष संविधान संशोधन विधेयक लाने से पहले सभी राजनीतिक दलों को सहमति के आधार पर सावधानीपूर्वक विचार विमर्श करने की आवश्यक्ता है।'' हाल में बीजू जनता दल, शिरोमणि अकाली दल, जनता दल यूनाइटेड, तृणमूल कांग्रेस जैसे राजनीतिक दलों ने सरकार से महिला आरक्षण विधेयक को नए सिरे से संसद में पेश करने एवं पारित कराने की मांग की है।इस विषय पर बीजू जनता दल के राज्यसभा सदस्य डॉ. सस्मित पात्रा ने कहा कि उनकी पार्टी ने संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने की सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार विधेयक लाती है तो उनकी पार्टी इसका समर्थन करेगी।'' उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के विषय पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बार-बार अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर चुके हैं। कुछ दिन पहले ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने महिला आरक्षण विधेयक के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की तथा शिरोमणि अकाली दल, जदयू, द्रमुक जैसे दलों ने इसका समर्थन किया था। शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि अब समय आ गया है कि महिला आरक्षण विधेयक को पारित किया जाए और महिलाओं को उनका हक दिया जाए। जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह ने कहा कि यह महिलाओं को सशक्त बनाने का समय है और सरकार को यह विधेयक लाना चाहिए । गौरतलब है कि लंबे समय से महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने की मांग हो रही है। इस विधेयक को पहली बार 1996 में संसद में पेश किया गया था। इसके बाद इसे कई बार पेश किया गया। साल 2010 में इस विधेयक को राज्यसभा में पारित किया गया था, लेकिन 15वीं लोकसभा के भंग होने के बाद इस विधेयक की मियाद खत्म हो गई। file photo
- लखनऊ । भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पहचान माने जाने वाले दो सदी पुराने ऐतिहासिक 'रूमी दरवाजे' में पड़ रही दरारों को ठीक करने का काम शुरू कर दिया है। अवध के नवाबों के दौर की इमारत की मरम्मत का काम पूरा होने में करीब छह महीने लगेंगे। स्थानीय प्रशासन ने रूमी गेट के तीन दरों (दरवाजे) से भारी वाहनों के गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है। एएसआई के अधिकारियों के मुताबिक, “वक्त के साथ रूमी गेट की मेहराबों को नुकसान पहुंचा है। उसके मोखों में दरारें पैदा हो गई हैं और बीच के हिस्से में पानी का रिसाव भी देखा गया है।” पुलिस उपायुक्त (यातायात) रईस अख्तर ने रविवार को बताया कि रूमी दरवाजे के पास ट्रक और बस जैसे भारी वाहनों के आवागमन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ दो पहिया गाड़ियों और अन्य छोटे वाहनों को वैकल्पिक रास्ते से जाने की इजाजत दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एएसआई ने पिछले हफ्ते जिला प्रशासन को एक पत्र भेजकर आग्रह किया था कि रूमी दरवाजे की मरम्मत का काम शुरू करने के मद्देनजर गेट के दरों से वाहनों के गुजरने पर पाबंदी लगाई जाए। एएसआई के अधीक्षण अधिकारी आफताब हुसैन ने कहा, “रूमी दरवाजा 238 साल पुराना है और इसकी मरम्मत की सख्त जरूरत है। जरूरी सर्वे करने के बाद हमने जिला प्रशासन से गुजारिश की है कि मरम्मत कार्य शुरू करने से पहले वहां से गुजरने वाले यातायात पर रोक लगाई जाए।” हालांकि, यातायात व्यवस्था में इस परिवर्तन की वजह से लोगों को कुछ परेशानी भी हो रही है, लेकिन वे रूमी दरवाजे की मरम्मत कार्य का समर्थन कर रहे हैं।पुराने लखनऊ इलाके में रहने वाले सरकारी कर्मचारी नरेंद्र नाथ त्रिपाठी ने कहा, “रूमी दरवाजे को मरम्मत की जरूरत है। यह न सिर्फ ऐतिहासिक स्मारक है, बल्कि लखनऊ की तहजीब का हिस्सा भी है। हमें अपनी भावी पीढ़ियों के लिए इसे बचाकर रखने की जरूरत है।” इतिहासकारों के मुताबिक, लखनऊ के हुसैनाबाद इलाके में स्थित रूमी दरवाजा अवध के नवाबों के युग से जुड़ा है और यह शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में भी शामिल है। दरअसल, वर्ष 1775 से 1797 तक अवध पर हुकूमत करने वाले नवाब आसफउद्दौला ने 1775 में अपनी राजधानी को फैजाबाद से लखनऊ स्थानांतरित किया था। लगभग नौ साल बाद 1784 में उन्होंने आसफी इमामबाड़ा (बड़ा इमामबाड़ा) और उसके नजदीक रूमी दरवाजा बनवाने का ऐलान किया। बताया जाता है कि अकाल के बीच इन इमारतों की तामीर कराने का मकसद लोगों को रोजगार देना था। अकाल के दौरान उत्पन्न संसाधनों की कमी से निपटने के लिए नवाबों ने पत्थर और संगमरमर के बजाय स्थानीय स्तर पर उपलब्ध ईटों और चूना पत्थर से इस इमारत का निर्माण करवाया। स्मारकों को सजाने के लिए गजकारी का इस्तेमाल किया गया और लखौरी ईंट के जरिये नक्काशी उकेरी गई। एएसआई अधिकारी आफताब हुसैन ने कहा कि नीचे से भारी वाहनों के गुजरने के कारण रूमी दरवाजे में कंपन उत्पन्न होती है, जिससे उसका ढांचा कमजोर हो गया है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर की एक टीम ने भी रूमी दरवाजे को खस्ताहाल पाया है। हुसैन के अनुसार, रूमी दरवाजे की मरम्मत के लिए उन्हीं सामग्रियों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका प्रयोग इसके निर्माण में किया गया था। इनमें चूना, उड़द दाल का पाउडर, ईंट का पाउडर, बालू, जूट के रेशे और गुड समेत अन्य कुदरती चिपचिपे पदार्थ शामिल हैं। गौरतलब है कि रूमी दरवाजा न सिर्फ लखनऊ, बल्कि उत्तर प्रदेश के लिए भी एक पहचान चिन्ह है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन अपने आधिकारिक लोगो में भी इसका इस्तेमाल करता है।
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नयी दिल्ली. प्रसार भारती के अतिरिक्त महानिदेशक सुनील को सर्वसम्मति से एशिया पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (एबीयू) का उपाध्यक्ष निर्वाचित किया गया है । सुनील तीन साल के कार्यकाल के लिए निर्वाचित हुये हैं ।
प्रसार भारती ने पिछले महीने नई दिल्ली में 59वीं एबीयू महासभा और संबद्ध बैठकों की मेजबानी की थी।
एबीयू एशिया और प्रशांत क्षेत्रों के प्रसारकों का एक गैर-लाभकारी, पेशेवर संघ है। इसकी महासभा में 57 से अधिक देशों के प्रसारण संगठनों के 400 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया । -
अहमदाबाद. गुजरात में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले 182 विधायकों में से कुल 151 विधायक ‘करोड़पति' हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और गुजरात इलेक्शन वॉच द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। वर्ष 2017 के चुनावों में जीत हासिल करने वाले ‘करोड़पति' (एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति) विधायकों की संख्या 141 थी। इस बार विधानसभा में चुनकर आए 83 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं। इस अध्ययन से यह पता चला है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 132 विधायक करोड़पति हैं, उसके बाद कांग्रेस के 14, तीन निर्दलीय के अलावा आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी का एक-एक विधायक करोड़पति है। गौरतलब है कि भाजपा ने 182 सदस्यीय सदन में रिकॉर्ड 156 सीट जीतकर गुजरात में लगातार सातवीं बार जीत हासिल की है। इन 151 'करोड़पति' विधायकों में से 73 विधायकों के पास पांच करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है और 73 के पास दो करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये के बीच की संपत्ति है। गुजरात में विजेता उम्मीदवार की औसत संपत्ति अब 16.41 करोड़ रुपये है, जो 2017 के आंकड़े 8.46 करोड़ रुपये से लगभग दोगुनी है। अध्ययन के मुताबिक 661 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ भाजपा के मनसा से विधायक जे एस पटेल सबसे अमीर विधायक हैं। इसके बाद सिद्धपुर से भाजपा के ही विधायक बलवंतसिंह राजपूत (372 करोड़ रुपये) दूसरे स्थान पर जबकि तीसरे स्थान पर भी भाजपा के राजकोट दक्षिण सीट से विधायक रमेश तिलाला (175 करोड़ रुपये) हैं। एडीआर द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक 74 विधायक फिर से चुने गए और उनकी संपत्ति में औसतन 2.61 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है, जो 2017 की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। एडीआर चुनाव सुधारों के लिए काम करता है और विधायकों के स्व-शपथपत्रों का विश्लेषण करने के बाद ऐसी रिपोर्ट तैयार करता है। अध्ययन से पता चलता है कि इस बार चुन कर आए छह विधायक पीएचडी हैं, 19 विधायक स्नातकोत्तर हैं, 24 स्नातक हैं, छह डिप्लोमा धारक हैं, 86 विधायकों ने कक्षा पांच से 12वीं कक्षा के बीच पढ़ाई की है, जबकि सात विधायकों ने खुद को ‘साक्षर' घोषित किया है। उम्र के मामले में दो विधायक 29 साल के हैं जबकि दो 75 वर्ष की उम्र के हैं।
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क्योंझर .ओडिशा के क्योंझर जिले में अज्ञात बदमाशों ने 45 वर्षीय व्यक्ति और उसकी पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस का दावा है कि जादू टोना करने के संदेह में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उनके खून से लथपथ शव रविवार सुबह दैतारी थाना क्षेत्र के रसूल झुमुकीपतिया साही गांव में उनके घर के बाहर मिले। क्योंझर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मित्रभानु महापात्रा ने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि जादू-टोने के कारण ये हत्याएं हुईं। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। आगे की जांच जारी है।'' दंपती की बेटी सिंगो ने बताया कि शनिवार की रात उसके पिता बहदा मुर्मू और मां धानी (35) अपने कमरे के बाहर सो रहे थे। उसने बताया, ‘‘मैं एक कमरे के अंदर सो रही थी। चीख सुनकर मैं बाहर आई और देखा कि मेरे माता-पिता खून से लथपथ पड़े थे।'' उसने अपने चाचा किशन मरांडी को फोन किया और घटना की जानकारी दी। मरांडी ने कहा, ‘‘मुझे सिंगो ने रात लगभग साढ़े 12 बजे फोन किया। मैं अपने बड़े बेटे के साथ मोटरसाइकिल से गांव पहुंचा।'' सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
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सिवनी. मध्य प्रदेश में सिवनी जिले के एक गांव में रविवार को एक बाघ ने हमला कर एक व्यक्ति को मार डाला और दो अन्य को घायल कर दिया। इस घटना के बाद लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया जिसमें एक पशु चिकित्सक घायल हो गया और छह सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारी ने कहा कि पेंच टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के पशु चिकित्सक अखिलेश मिश्रा को उपचार के लिए संभागीय मुख्यालय जबलपुर ले जाया गया है जबकि बाघ के हमले में घायल दो लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह मरावी ने बताया कि पुलिस बल पीटीआर के बफर क्षेत्र के निकट गोंडे गांव पहुंचा जहां लाठियों और लोहे की छड़ों से लैस स्थानीय लोग बाघ पर हमला करने के लिए तैयार थे। लोगों का दावा था कि बाघ आसपास ही छुपा हुआ है। पीटीआर के उपनिदेशक रजनीश सिंह ने कहा कि बाघ ने चुन्नीलाल पटले (55) को उस समय मार डाला जब वह अपने घर के पिछवाड़े के पास शौच कर रहा था। ग्रामीणों ने वन अधिकारियों पर इलाके में जंगली जानवरों पर नजर नहीं रखने का आरोप लगाते हुए विरोध किया। खेत में छिपे बाघ ने छलांग लगाकर दो और लोगों को नोंच दिया जिससे ग्रामीण और भी नाराज हो गये।
मरावी ने कहा कि जब वन अधिकारी मौके पर पहुंचे तो गुस्साए ग्रामीणों ने लगभग छह वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और पशु चिकित्सक पर लाठियां बरसाई, जिसमें उनके सिर में चोटें आई हैं। अधिकारियों ने कहा कि इस बीच, पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर पहुंचे और बाघ को भगाने या पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। -
भोपाल. मध्य प्रदेश में शनिवार और रविवार की दरमियानी रात चलाए गए तलाशी अभियान में नौ हजार से अधिक वारंट प्राप्त लोगों/ अपराधियों को पकड़ा गया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में रविवार को बताया गया कि अभियान में 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। इस अभियान का उद्देश्य था: फरार अपराधियों को पकड़ना, सभी स्थायी और गिरफ्तारी वारंटों को तामील करना और जिला बदर अपराधियों की चैकिंग सुनिश्चित कर प्रदेश की जनता के लिए सुरक्षा और शांति कायम करना तथा कानून व्यवस्था की सुदृढ़ता बरकरार रखना। इस गश्त में विभिन्न क्षेत्रों के अतिरिक्त महानिदेशकों, उप महानिरीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों और अन्य रैंकों के अधिकारियों ने भाग लिया जिससे नौ हजार से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। उनमें से कुछ भाग हुए थे। इनमें लगभग छह हजार वे अपराधी शामिले हैं जिनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लंबित है। 2,600 के खिलाफ स्थाई वारंट है लगभग 100 फरार आरोपी और 200 इनामी आरोपी भी पकड़े गए हैं। विभिन्न जिलों से निकाले गए एक हजार से अधिक आदतन अपराधियों पर भी नजर रखी जा रही है।
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मुंबई. महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में खोपोली कस्बे के निकट एक पहाड़ी इलाके में रविवार की रात एक बस के पलट जाने से दो छात्रों की मौत हो गयी और 47 अन्य घायल हो गये। ये छात्र लोनावाला में पिकनिक मनाकर लौट रहे थे। पुलिस ने यह जानकारी दी। प्रथमदृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि ब्रेक फेल होने के कारण बस चालक का वाहन से नियंत्रण खो गया।
एक अधिकारी ने बताया कि घटना लोनावाला हिल स्टेशन से लगभग 14 किलोमीटर दूर पुराने मुंबई-पुणे राजमार्ग पर रात करीब आठ बजे ‘मैजिक प्वाइंट' पहाड़ी के निकट हुई। उन्होंने बताया कि निजी बस में उपनगर चेंबूर की एक कोचिंग कक्षा के 49 छात्र सवार थे। उन्होंने कहा कि वे सभी 10वीं कक्षा के छात्र हैं। अधिकारी ने बताया, ‘‘छात्र जब लोनावाला (पुणे जिले में स्थित) में पिकनिक मनाकर लौट रहे थे तभी बस के चालक ने ब्रेक फेल होने के कारण खोपोली के पास घाट (पहाड़ी सड़क) इलाके में वाहन पर अपना नियंत्रण खो दिया।'' उन्होंने कहा कि दुर्घटना में सभी छात्र और चालक घायल हो गए। उन्हें लोनावाला और खोपोली के अस्पतालों में ले जाया गया। अधिकारी ने बताया कि गंभीर रूप से घायल 17 और 16 साल के दो छात्रों को मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान चेंबूर कैंप निवासी हितिका खन्ना और उपनगरीय घाटकोपर के असलफा गांव निवासी राज राजेश म्हात्रे (16) के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। -
चंडीगढ़. पंजाब के मुक्तसर जिले में एक ट्रक से गेहूं की दो बोरी चोरी करने के आरोपी को ट्रक के बोनट से बांधकर पुलिस थाने ले जाया गया। सोशल मीडिया पर वायरल इस घटना के एक वीडियो में देखा गया कि एक शख्स को रस्सी से बांधा हुआ है जबकि उसके बगल में ट्रक चालक का एक सहायक बैठा था। सहायक को एक अन्य अज्ञात व्यक्ति से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि बंधे हुए व्यक्ति ने गेहूं की दो बोरी चुरा ली है और उसे बस स्टैंड थाने ले जाया जा रहा है। इस बीच, मुक्तसर पुलिस ने कहा कि उन्हें घटना से संबंधित दो वीडियो मिले हैं।
एक वीडियो में व्यक्ति को ट्रक से गेहूं की बोरियां चुराते देखा जा सकता है और दूसरे वीडियो में उसी व्यक्ति को ट्रक के बोनट से बांध कर पुलिस थाने ले जाया जा रहा है। मुक्तसर के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। -
नयी दिल्ली. पूर्वी दिल्ली में एक पुल के नीचे कथित तौर पर कचरा बीन रहे 15 वर्षीय एक लड़के के सिर पर रविवार को लोहे का भारी टुकड़ा गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घटना सुबह ठोकर नंबर 18 पुश्ता रोड के पास हुई। उन्होंने बताया कि उन्हें घटना के बारे में सुबह 10 बजकर 21 मिनट पर पता चला। पुलिस के अनुसार, लड़का पुश्ता रोड के निकट एक फुट-ओवर ब्रिज के नीचे कचरा बीन रहा रहा था, तभी भारी लोहे का एक टुकड़ा उसके ऊपर गिर गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि पुल को एक ठेकेदार द्वारा गिराया जा रहा था, जो दिल्ली-देहरादून फ्लाईओवर पर भी काम कर रहा है। पुलिस ने कहा कि लड़के के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसडीएन अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि ठेकेदार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए (लापरवाही के कारण मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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महू. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की महू छावनी में 16 दिसंबर को देश के पहले इंफेंट्री संग्रहालय का शुभारंभ किया जाएगा। सेना के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। लेफ्टिनेंट कर्नल विकास त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया, “महू छावनी में इंफेंट्री अनुसंधान केंद्र एवं संग्रहालय के उद्घाटन की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। संग्रहालय का उद्घाटन 16 दिसंबर को होगा। 17 दिसंबर से इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा।” त्रिपाठी ने कहा कि यह संग्रहालय 1747 से 2020 तक इंफेंट्री कोर के इतिहास को प्रदर्शित करेगा, जिसमें मूर्तियों, भित्ति चित्रों और फोटो गैलरी के जरिये वीर सैनिकों के शौर्य और बलिदान को दर्शाया गया है। उन्होंने बताया कि संग्रहालय में प्लासी, सारागढ़ी, बक्सर और 1965 व 1971 के भारत-पाक युद्ध के इतिहास के साथ-साथ छत्रपति शिवाजी महाराज और सुभाष चंद्र बोस महान जैसी हस्तियों के इतिहास को संरक्षित किया गया है। त्रिपाठी के मुताबिक, करगिल वॉर रूम में फोटो और फतेह गैलरी के जरिये वीरों की गाथाओं को दर्शाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संग्रहालय में सेना की 27 रेजीमेंटों के इतिहास को प्रदर्शित किया गया है। त्रिपाठी के अनुसार, अनुसंधान केंद्र और संग्रहालय का निर्माण 2009 में शुरू हुआ था और 2019 में इसे पूरा कर लिया गया था। उन्होंने बताया कि आगंतुक ऑनलाइन टिकट बुक कर सकेंगे और एक दिन में लगभग 100 लोग इसका दौरा कर पाएंगे। त्रिपाठी के मुताबिक, इस संग्रहालय में घूमने में दर्शकों को कम से कम ढाई घंटे का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि आगंतुकों को 40 के समूह में संग्रहालय का भ्रमण कराया जाएगा।
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प्रयागराज. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस के कांस्टेबल मनोज कुमार के स्थानांतरण पर रोक लगा दी है। कांस्टेबल ने फिरोजाबाद पुलिस लाइन के मेस में परोसे जा रहे घटिया भोजन का विरोध किया था। फिरोजाबाद से गाजीपुर स्थानांतरित किए गए मनोज कुमार द्वारा दायर याचिका पर न्यायमूर्ति पंकज भाटिया ने यह आदेश पारित किया। याचिकाकर्ता के वकील ने दलील दी कि 20 सितंबर 2022 के स्थानांतरण आदेश से भले ही प्रकट होता है कि यह आदेश प्रशासनिक आधार पर दिया गया है, लेकिन वास्तव में याचिकाकर्ता का स्थानांतरण इसलिए किया गया, क्योंकि उसने फिरोजाबाद में मेस में परोसे जा रहे घटिया भोजना का विरोध किया था। दलील पर विचार करते हुए अदालत ने पिछले मंगलवार को कहा, “इस मामले पर विचार किए जाने की जरूरत है। प्रतिवादियों को चार सप्ताह के भीतर जवाबी हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया जाता है। याचिकाकर्ता के पास इसके बाद रिज्वाइंटर हलफनामा दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय होगा।” मामले में अगली सुनवाई के लिए 28 फरवरी 2023 की तिथि निर्धारित की गई है। अदालत ने कहा, “सुनवाई की अगली तिथि तक 20 सितंबर 2022 का स्थानांतरण आदेश प्रभावी नहीं रहेगा, बशर्ते याचिकाकर्ता ने नए स्थान पर सेवा का दायित्व ग्रहण न कर लिया हो।
- कोटा (राजस्थान)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में बूंदी जिल से पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सोमवार को एक बार फिर शुरू हुई। गांधी के साथ पदयात्रा में उनकी बहन एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, पार्टी कार्यकर्ताओं और आसपास के क्षेत्रों की महिलाओं सहित बड़ी संख्या में महिलाएं राहुल और प्रियंका गांधी व अन्य यात्रियों के साथ कोटा-लालसोट मेगा राजमार्ग पर पहुंचीं। वे बाबाई से सवाई माधोपुर जिले के पीपलवाड़ा तक मार्च करेंगे और फिर वहां विश्राम के लिए रुकेंगे। यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई थी। तभी से पदयात्रा कर रहे राहुल राव ने कहा, ‘‘ आज 96वें दिन की ‘भारत जोड़ा यात्रा’ नारी शक्ति के साथ सुबह करीब छह बजे बाबाई गांव में तेजाजी महाराज मंदिर में पूजा-अर्चना करने, राष्ट्रगान गाने और राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद शुरू हुई। ’’उन्होंने बताया कि इस दौरान सड़कों पर बड़ी संख्या में महिलाएं यात्रियों का अभिवादन करने के लिए एकत्रित हुईं और मार्च का हिस्सा भी बनी।राजस्थान में आज यानी सोमवार को यात्रा का सातवां दिन है। बूंदी जिले में इसका आखिरी दिन है।तेजाजी मंदिर से करीब छह किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यात्रा सुबह करीब सवा सात बजे टोंक जिले में प्रवेश करेगी। इसके बाद पीपलवाड़ा से होकर सवाई माधोपुर में प्रवेश करने से पहले टोंक में करीब पांच किलोमीटर का सफर तय करेगी।कांग्रेस के इंदरगढ़ (बूंदी) ब्लॉक अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि आज सुबह जब यात्रा फिर से शुरू हुई तो पांच हजार से अधिक महिलाओं ने राहुल और प्रियंका गांधी के साथ यात्रा में शिरकत की और यात्रा के आगे बढ़ने के साथ भी बड़ी संख्या में कई महिलाएं इसमें शामिल हुईं।उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने पदयात्रियों के साथ बातचीत की।राज्य में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के सह-समन्वयक कपिल यादव ने बताया कि 96वें दिन की यात्रा महिला सशक्तिकरण को समर्पित है और इसीलिए इसे सोमवार को ‘नारी शक्ति पद यात्रा’ कहा जा रहा है।राजस्थान एकमात्र कांग्रेस शासित राज्य है जहां अभी तक यात्रा पहुंची है। यात्रा 21 दिसंबर को हरियाणा में प्रवेश करने से पहले यहां 17 दिन में करीब 500 किलोमीटर का सफर तय करेगी।यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु में कन्याकुमारी से शुरू हुई और अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक तथा तेलंगाना सहित पांच दक्षिणी राज्यों और महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश से होकर गुजर चुकी है। फरवरी की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में यह यात्रा सम्पन्न होगी। यात्रा के तहत 150 दिन में 3,570 किलोमीटर का सफर तय करने का लक्ष्य है।
- भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने रविवार को देश के विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों में आदिवासी समुदायों द्वारा किए गए असाधारण योगदान को प्रमुखता से सामने लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। एक समारोह को संबोधित करते हुए संघ के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को भुला दिया गया था लेकिन अब उनकी प्रशंसा की जा रही है, उन्हें पहचान दी जा रही है और उन्हें उचित सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अन्य क्षेत्रों में आदिवासी लोगों के योगदान को प्रमुखता से सामने लाने एवं और प्रलेखित करने की आवश्यकता है।'' होसबाले ने कहा कि आदिवासी समुदायों ने व्यापार और वाणिज्य, शिक्षा, ज्ञान और स्वास्थ्य सभी क्षेत्रों में असाधारण योगदान दिया है। उन्होंने यहां वनवासी कल्याण परिषद के नए भवन में एक कौशल केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह इतिहास में दर्ज है, लेकिन यह भारत के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारी शिक्षा प्रणाली (उन्हें) समाज के सामने सफलतापूर्वक नहीं ला पाई।'' उन्होंने परिषद परिसर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी तांत्या भील की प्रतिमा का अनावरण भी किया।
- वाराणसी/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बहुत शीघ्र 'टेली कंसल्टेंसी' और 'टेलीमेडिसिन' जैसी सुविधाओं से लैस होंगे। वाराणसी में 'यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (यूएचसी) दिवस 2022' के समापन समारोह को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने यह बात कही। योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने वाराणसी में आयोजित स्वास्थ्य मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह को सम्बोधित किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘ प्रदेश के 4600 से अधिक पीएचसी को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल के साथ ही एसजीपीजीआई तथा केजीएमयू से जोड़ दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जाएगा।'' उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश के हर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को टेली-परामर्श की सुविधा से जोड़ा जाएगा, इसके साथ ही टेलीमेडिसिन के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम भी लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के 4600 से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एटीएम से जोड़ा जाएगा, जिससे एक ही केंद्र पर 60 प्रकार की बीमारियों की जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए पैरामेडिकल स्टाफ को उचित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन की विषय वस्तु 'टू बिल्ड द वर्ल्ड, वी वांट हेल्दी फ्यूचर फॉर ऑल' (दुनिया का निर्माण करने के लिए, हम सभी के लिए एक स्वस्थ भविष्य चाहते हैं) को भारतीय भावना 'सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया' के साथ जोड़ा।
- नयी दिल्ली। भारत जी 20 प्रतिनिधियों को सदियों पुरानी अपनी स्थापत्य विरासत को दिखाने के लिये दिसंबर के मध्य से कई एएसआई संरक्षित स्थलों की सैर कराएगा और उनके लिये रात्रिभोज का आयोजन करेगा। इसमें महाराष्ट्र के अजंता और एलोरा की गुफाओं से लेकर दिल्ली के कुतुब पुरातात्विक पार्क समेत कई स्थल शामिल हैं। भारत ने औपचारिक रूप से एक दिसंबर को जी 20 की अध्यक्षता ग्रहण की। यह अध्यक्षता एक साल तक रहेगी और इस दौरान देश के 55 स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित की जायेंगी । भारत में जी 20 की पहली बैठक दिसंबर के पहले सप्ताह में उदयपुर में हुयी, जब संगठन के शेरपा की बैठक हुयी। एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आतिथ्य का अनुभव कराने के अलावा, इन प्रतिनिधियों को कुम्भलगढ़ किले के आधे दिन के भ्रमण पर भी ले जाया गया, जो यूनेस्को विश्व विरासत में शामिल है।एक अधिकारी ने बताया कि अब भारत में होने वाली जी 20 बैठकों के लिये एक यात्रा कार्यक्रम तैयार किया गया है। (जी 20 के) प्रतिनिधियों को देश की सांस्कृतिक और स्थापत्य संपदा दिखाने के लिए दिसंबर-मार्च में होने वाली बैठकें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित कुछ बेहद प्रसिद्ध स्थलों पर होंगी। इन कार्यक्रमों में स्मारक के भ्रमण के साथ-साथ रात्रिभोज का भी आयोजन शामिल है। अधिकारी ने बताया कि उदयपुर में शेरपा की बैठक के तुरंत बाद दूसरा कार्यक्रम केंद्र द्वारा संरक्षित स्थल पर 12 से 15 दिसंबर तक होने वाला है। इसमें इन प्रतिनिधियों को आधे दिन के लिये महाराष्ट्र की एलीफैंटा गुफाओं का भ्रमण कराया जायेगा। सूत्रों ने बताया कि प्रतिनिधियों को दिखाने के लिये अस्थायी रूप से चुने गए स्मारकों में कर्नाटक का भोग नंदीश्वर मंदिर भी शामिल है, जहां एक भव्य रात्रिभोज का आयोजन किया जायेगा । उन्होंने बताया कि फिलहाल जी 20 प्रतिनिधियों का केवल दिसंबर-मार्च की अवधि का यात्रा कार्यक्रम ज्ञात है। देश में एएसआई संरक्षित विरासत स्थलों की कुल संख्या 3,693 है, जो केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधीन आता है। जी 20 की बैठक केवल महानगरों में नहीं, बल्कि दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में भी होगी, और एएसआई भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के लिये कमर कस रहा है। सूत्रों ने बताया कि 2023 के पहले तीन महीनों के लिए जी 20 प्रतिनिधियों की यात्रा का संभावित कार्यक्रम मध्य जनवरी (16-17 जनवरी) में पुणे के स्थलों के दौरे के साथ शुरू होगा । इसके बाद मध्य प्रदेश में सांची के स्तूप (19-20 जनवरी को) का भी आधे दिन के भ्रमण का कार्यक्रम है। जी 20 प्रतिनिधि पुणे में आगा खान पैलेस, शनिवारवाड़ा और शिवनेरी का किला जाएंगे।उन्होंने बताया कि जी 20 प्रतिनिधि 6-7 मार्च को बिहार की यात्रा पर भी जाएंगे, जहां उन्हें नालंदा विश्वविद्यालय का खंडहर, राजगीर और गया का भ्रमण कराया जायेगा । उन्होंने बताया कि जनवरी से मार्च के बीच जी 20 प्रतिनिधि जिन अन्य प्रमुख स्थानों का दौरा करेंगे, उनमें गुजरात के पाटन में स्थित रानी की वाव, मोढेरा का सूर्य मंदिर, त्रिपोलिया गेट अथवा तीन दरवाजा, हैदाराबाद का चारमीनार, गोलकुंडा का किला, तमिलनाडु के मालप्पुरम स्थित शोर मंदिर शामिल है । उन्होंने बताया कि इसके अलावा राजस्थान का मंडोर किला और मंडोर बाग तथा उत्तर प्रदेश के आगरा का विश्व प्रसिद्ध ताजमहल भी शामिल है। उन्होंने बताया कि इसमें महाराष्ट्र की अजंता और एलोरा की गुफायें तथा लखनऊ का इमामबाड़ा और रेजीडेंसी भी शामिल है । इसके अलावा प्रतिनिधियों के अन्य स्थानों पर भी जाने का कार्यक्रम है ।सूत्रों ने बताया कि यह यात्रा का अस्थायी कार्यक्रम है और इसमें मामूली बदलाव भी किये जा सकते हैं ।
- नयी दिल्ली। प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में सोमवार को शपथ दिलाई।कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश दिवंगत सलिल कुमार दत्ता के पुत्र और उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अमिताव रॉय के रिश्तेदार न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने पूर्वाह्न 10 बजकर 36 मिनट पर न्यायालय के अदालत कक्ष एक में शपथ ग्रहण की। न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता के शपथ ग्रहण करने के साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की कुल संख्या बढ़कर 28 हो गई है। प्रधान न्यायाधीश समेत उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 34 है।
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पणजी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि दुनिया विभिन्न उपचार शैलियों को आजमाकर आयुर्वेद की प्राचीन उपचार पद्धति की ओर लौट रही है। प्रधानमंत्री ने गोवा स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, गाजियाबाद स्थित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान और दिल्ली स्थित राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान का गोवा से उद्घाटन किया। मोदी नौवें विश्व आयुर्वेद सम्मेलन और आरोग्य ‘एक्सपो' के समापन सत्र को संबोधित करने के लिए आज दोपहर गोवा पहुंचे थे। आयुर्वेद सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा, “दुनिया ने उपचार के कई तरीके आजमाए हैं और अब यह आयुर्वेद की प्राचीन पद्धति की ओर लौट रही है। आयुर्वेद न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि समग्र स्वास्थ्य की बात करता है।” प्रधानमंत्री ने 30 से अधिक देशों में आयुर्वेद को एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में स्वीकार किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘ हमें इसका और देशों में प्रसार करना चाहिए और आयुर्वेद को मान्यता देनी चाहिए।'' मोदी ने कहा कि आयुष उद्योग आठ साल पहले (2014 में जब उन्होंने पीएम का पद संभाला था) 20,000 करोड़ रुपये का था, जो बढ़कर 1.50 लाख करोड़ रुपये का हो गया है। उन्होंने कहा, “वैश्विक बाजार और बढ़ रहा है तथा हमें औषधीय पौधरोपण से लाभ उठाने की कोशिश करनी चाहिए।” मोदी कहा कि इससे अधिक रोजगार पैदा होंगे। प्रधानमंत्री ने आयुर्वेद के लिए साक्ष्य-आधारित डेटाबेस के निर्माण की आवश्यकता को भी रेखांकित किया, जो आधुनिक विज्ञान के मापदंडों को पूरा करेगा। उन्होंने कहा, “आधुनिक विज्ञान व उपचार साक्ष्य-आधारित डेटाबेस पर भरोसा करते हैं। आयुर्वेद क्षेत्रों को इस तरह का एक डेटाबेस तैयार करने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार के आयुष पोर्टल पर पहले से ही करीब 40,000 शोध अध्ययन अपलोड किए जा चुके हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दौरान मंत्रालय ने कम से कम 150 विशिष्ट शोध अध्ययन पेश किए।
उन्होंने घोषणा की कि देश में जल्द ही एक राष्ट्रीय आयुष अनुसंधान संघ स्थापित किया जाएगा। -
नागपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश को ‘‘शार्टकट राजनीति'' नहीं, बल्कि सतत विकास की आवश्यकता है। मोदी ने कुछ राजनीतिक दलों पर देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाया। न्होंने कहा कि इससे पहले करदाताओं का धन भ्रष्टाचार एवं वोट बैंक की राजनीति में नष्ट हो जाता था।
मोदी ने यहां 75,000 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण और उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले आठ वर्ष में भारत में बुनियादी ढांचे के विकास में मानवीय पहलू शामिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘विकसित भारत सभी राज्यों की एकजुट ताकत एवं प्रगति से एक वास्तविकता बन सकता है। जब विकास के प्रति हमारा दृष्टिकोण संकीर्ण होता है तो अवसर भी सीमित होते हैं।'' मोदी ने कहा, ‘‘हमने पिछले आठ साल में ‘सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के साथ मानसिकता और दृष्टिकोण को बदला है।'' उन्होंने कहा कि नागपुर में शुरू की गई परियोजनाओं ने विकास के समग्र दृष्टिकोण को पेश किया है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे ‘‘शार्टकट'' राजनीति करने, करदाताओं का पैसा लूटने और झूठे वादों के जरिए सत्ता हासिल करने वाले नेताओं से सतर्क रहें। उन्होंने कहा, ‘‘शॉर्टकट राजनीति से देश का विकास नहीं हो सकता।''
मोदी ने कहा, ‘‘कुछ राजनीतिक दल देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को ऐसे नेताओं एवं दलों को बेनकाब करना चाहिए। मेरा सभी नेताओं से आग्रह है कि वे शॉर्टकट राजनीति के बजाय सतत विकास पर ध्यान दें। आप सतत विकास के साथ चुनाव जीत सकते हैं।'