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- कोलकाता। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-खड़गपुर ने शनिवार को कहा कि इस साल उसने आईआईटी के इतिहास में सबसे ज्यादा प्लेसमेंट ऑफर दर्ज किए हैं, जिसमें अधिकतम पैकेज 2.40 करोड़ रुपये प्रति वर्ष का है। एक बयान के अनुसार, आईआईटी-खड़गपुर ने 1,100 से अधिक प्लेसमेंट ऑफर दर्ज किए हैं।बयान में कहा गया, “मौजूदा महामारी की स्थिति के बावजूद, आईआईटी-खड़गपुर में बड़ी संख्या में प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) आए, जो भारत के अन्य सभी शीर्ष उच्च शैक्षणिक संस्थानों में सबसे अधिक संख्या है।” छात्रों को 35 अंतरराष्ट्रीय ऑफर मिले।बयान में कहा गया है कि दो प्रमुख नियोक्ताओं ने 2-2.4 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के पैकेज के साथ दो बड़े प्रस्ताव दिए। संस्थान ने कहा, ‘‘अब तक हमारे छात्रों को एक करोड़ रुपये के पैकेज वाले 20 से ज्यादा ऑफर मिले हैं।'' भर्ती करने वाली मुख्य कंपनियों में क्वालकॉम, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, उबर, इंटेल, अमेरिकन एक्सप्रेस, हनीवेल, सैमसंग और आईबीएम थी। प्लेसमेंट सत्र तीन दिनों तक शुक्रवार तक चला।आईआईटी-खड़गपुर के एक प्रवक्ता ने कहा कि सॉफ्टवेयर, एनालिटिक्स, कंसल्टिंग, कोर इंजीनियरिंग, बैंकिंग, फाइनेंस समेत सभी क्षेत्रों की 100 से अधिक कंपनियों ने भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
- ग्वालियर।केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा कि केन्द्र सरकार ने तीन कृषि सुधार बिल वापस ले लिया है और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित अन्य मुद्दों पर विचार के लिए कमेटी बनाने की घोषणा हो चुकी है। इसलिए किसानों को आंदोलन समाप्त करके घर लौटना चाहिए और अपने सामान्य कामकाज करने में जुट जाना चाहिए। तोमर ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘जो कृषि सुधार बिल सरकार लेकर आई थी, उसे प्रधानमंत्री ने वापस ले लिया है। इसके साथ एमएसपी, फसल विविधता और जीरो बजट खेती जैसे कई मुद्दों पर विचार करने के लिए समिति बनाने की घोषणा हो गई है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अब इसके बाद कोई विषय बचा नहीं है, इसलिए किसानों से अनुरोध है कि वे आंदोलन समाप्त करें और अपने घरों को लौटकर सामान्य कामकाज में जुट जाएं।
- देवघर। झारखंड में देवघर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस ने शनिवार को छापेमारी कर सात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। यहां साइबर थाने में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) मंगल सिंह जामुदा ने बताया कि देवघर जिले में मधुपुर थाना क्षेत्र के ग्राम- गुनियासोल और केसरगढ़ा, पालाजोरी थाना क्षेत्र के ग्राम लेटो और पथरड्डा थाना क्षेत्र के ग्राम गोबरशाला में छापेमारी कर सात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया। जामुदा ने बताया कि गिरफ्तार ठगों के पास से पुलिस ने दस मोबाइल, 17 सिमकार्ड, चार एटीएम कार्ड और दो पासबुक के साथ ही 45000 हजार रुपये बरामद किये है।
- सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में बदमाशों ने एक दुकान से लगभग आठ लाख रुपये की नकदी चोरी कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (देहात) अतुल शर्मा ने बताया कि बेरीबाग निवासी पवन कालरा की मोरगंज में स्थित दुकान पर यह वारदात हुई है। उन्होंने बताया कि शनिवार को कालरा को आसपास के दुकानदारों ने फोन करके सूचित किया कि उनकी दुकान का शटर टूटा हुआ है। उन्होंने बताया कि कालरा अपनी दुकान पर पहुंचे तो पता चला कि उनके काउंटर की दराज में रखी आठ लाख 85 हजार रुपये की नकदी गायब है। शर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही कोतवाल पुलिस और सर्विंलास टीम मौके पर पहुंची और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करने पर बदमाशों की तस्वीरें नजर आई। उन्होंने बताया कि कालरा ने मामले की तहरीर कोतवाली में दी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
- नयी दिल्ली।देश में शनिवार को एक दिन में कोविड-19 के एक करोड़ से अधिक टीका लगाए गए, जिससे अभी तक टीके की 127.5 करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी है। भारत में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के अभी तक चार मामले सामने आए हैं।दक्षिण अफ्रीका में नया स्वरूप आने के बाद पिछले एक हफ्ते से अधिक समय से देश में टीकाकरण की गति ने जोर पकड़ा है। इस स्वरूप को डब्ल्यूएचओ ने ‘चिंताजनक' करार दिया है। देश में शनिवार की रात सवा आठ बजे तक एक करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में आज कोविड-19 के एक करोड़ टीके लगाए गए। हर घर दस्तक अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान नई ऊंचाइयों को छू रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है।'' रोजाना टीकाकरण के आंकड़े शनिवार देर रात तक अंतिम रिपोर्ट आने के बाद बढ़ने की उम्मीद है।सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष नवंबर में प्रति दिन औसतन टीके की 59.32 लाख खुराकें लगाई जा रही थीं जबकि मई में प्रति दिन औसतन 19.69 लाख खुराक लगाई जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि भारत की आबादी के करीब 84.8 फीसदी वयस्कों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है, जबकि 50 फीसदी वयस्कों को दूसरी खुराक भी लग गई है।
- मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में शामली जिले के कुडाना गांव में शनिवार को अपनी पत्नी से विवाद को लेकर एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपने दो बच्चों की हत्या कर दी तथा बाद में आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि कुडाना गांव के निवासी सवित कुमार का 29 नवंबर को अपनी पत्नी के साथ झगड़ा हुआ था और तब से वह अपने घर से लापता था। उन्होंने कहा कि वह आठ और पांच साल के अपने बच्चों को भी अपने साथ लेकर गया था। पुलिस ने बताया कि उस व्यक्ति के भाई ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शनिवार को उनके शव एक ट्यूबवेल के पास से बरामद किये गये। उन्होंने कहा कि बच्चे झिंझाना थाना क्षेत्र में एक ट्यूबवेल के फर्श पर मृत पाए गए, जबकि व्यक्ति का शव ट्यूबवेल की छत से लटका मिला।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और मिजोरम को पत्र लिखकर कोविड-19 के प्रसार पर नियंत्रण के लिए ‘जांच- पता लगाना- उपचार करना- टीका लगाना- कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने' की नीति के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। कुछ जिलों में संक्रमण के बढ़ते मामलों, साप्ताहिक संक्रमण दर और साप्ताहिक मृत्यु के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। नए ओमीक्रोन स्वरूप को देखते हुए सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 27 नवंबर को लिखे पत्र का जिक्र करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को कहा कि सभी राज्यों को सलाह दी गई है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी नजर रखें, उभरते हॉटस्पॉट की निगरानी करें, संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का तुरंत पता लगाएं। साथ ही सभी संक्रमित नमूने को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने, मामलों की तुरंत पहचान करने और स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए भी कहा गया है। प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि कर्नाटक में तीन दिसंबर तक एक महीने के अंदर 8073 नए मामले सामने आए हैं। भूषण ने बताया कि यह भी गौर करना महत्वपूर्ण है कि राज्य में साप्ताहिक नए मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है जो 26 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 1664 नए मामलों से बढ़कर तीन दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 2272 तक पहुंच गया है। इसी दौरान साप्ताहिक मौतों की संख्या 22 से बढ़कर 29 हो गई। पत्र में बताया गया है कि केरल में तीन दिसंबर तक एक महीने में 1,71,521 नए मामले सामने आए जो कि पिछले महीने देश में नए मामलों का 55.8 फीसदी है। भूषण ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में तीन दिसंबर तक 4806 नए मामले सामने आए और कठुआ, जम्मू, गांदेरबल और बारामूला में पिछले हफ्ते की तुलना में नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इस अवधि में तमिलनाडु में 23,764 नए मामले सामने आए हैं। भूषण ने बताया कि ओडिशा में इस अवधि के दौरान 7445 नए मामले सामने आए हैं। मिजोरम में चार दिसंबर तक एक महीने के अंदर 12,562 नए मामले सामने आए हैं। उनहोंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय कोविड-19 के खिलाफ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को आवश्यक सहयोग मुहैया कराता रहेगा।
- जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में फर्जी शादी रचाकर 1.26 लाख रुपये ठगने के आरोप में एक दंपति को गिरफ्तार किया गया है। इस दंपति पर पांच-पांच हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी है।लॉर्डगंज पुलिस थाने के निरीक्षक प्रफुल्ल श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी सुमन जैन (20) और उसके पति आरोपी भानु (22) ने दुल्हन की तलाश में आए पन्ना जिले के रहने वाले जयप्रकाश तिवारी (33)के साथ कथित धोखाधड़ी की थी। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश द्वारा इस साल जुलाई में की गई शिकायत के आधार पर इस आरोपी दंपति को शुक्रवार को शताब्दीपुरम इलाके से गिरफ्तार किया गया।श्रीवास्तव ने बताया कि जयप्रकाश को ठगने के लिए इस आरोपी दंपति ने अपने आप को भाई-बहन बताया और अदालत के बाहर वकील बने एक व्यक्ति के सामने एक रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवाकर आठ जुलाई को आरोपी भानु ने आरोपीसुमन की फर्जी शादी जयप्रकाश से रचाई थी।श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आरोपी भानु एवं आरोपी सुमन इस मामले में फरार थे और उनको पकडऩे के लिए पांच-पांच रुपए का इनाम घोषित किया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में एक अन्य आरोपी फरार है और उसे पकडऩे के प्रयास जारी हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि कपड़े और जेवर आदि खरीदने के तौर पर जयप्रकाश से इन आरोपियों ने ये पैसे मांगे थे और पैसे लेने के बाद आरोपी सुमन एवं आरोपी भानु मौके से फरार हो गये थे।
- प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ रेलवे जंक्शन पर शनिवार की शाम एक ट्रेन में कथित तौर पर बम होने की सूचना पर पुलिस ने ट्रेन की सघन तलाशी ली लेकिन कोई बम या विस्फोटक नहीं मिला। इस कार्रवाई में ट्रेन करीब 45 मिनट विलंब से रवाना हुई। प्रतापगढ़ के स्टेशन अधीक्षक एसके यादव ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के नौतनवा से चलकर छत्तीसगढ़ के दुर्ग जाने वाली ट्रेन संख्या 18206 नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस में किसी व्यक्ति ने फोन पर बम होने की सूचना दी जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई। उन्होंने बताया कि ट्रेन के शाम सता बजकर 45 मिनट पर पहुंचने पर पुलिस के उच्चाधिकारी ने जवानों के साथ ट्रेन को प्रतापगढ़ स्टेशन (जंक्शन) पर रोक कर सघन तलाशी ली मगर कोई आपत्तिजनक विस्फोटक आदि बरामद नहीं हुई। उन्होंने बताया कि ट्रेन 45 मिनट देर से दुर्ग के लिए रवाना हुई।
- हैदराबाद। अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कोनिजेति रोसैया का शनिवार को निधन हो गया। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। रोसैया 88 वर्ष के थे। सूत्रों ने बताया कि आज सुबह रोसैया बीमार पड़े और एक निजी अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। वह 31 अगस्त 2011 से 30 अगस्त 2016 तक तमिलनाडु के राज्यपाल भी रहे। रोसैया ने अपनी राजनीतिक यात्रा 1968 में विधान परिषद के सदस्य के रूप में की थी। वाई एस राजशेखर रेड्डी के निधन के बाद वह तीन सितंबर से 25 नवंबर तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने रोसैया के निधन पर शोक व्यक्त किया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि राव ने रोसैया को एक ऐसा नेता बताया जिन्होंने उस पद की शोभा बढ़ाई जिस पर वह आसीन हुए। राव ने कहा कि दिवंगत नेता के परिजन के प्रति संवेदना जताई। तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी समेत पार्टी के कई नेताओं ने रोसैया के निधन पर शोक व्यक्त किया।
- भुवनेश्वर।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग - राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) और भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) की रविवार को होने वाली प्रवेश परीक्षा, चक्रवात ‘जवाद' के कारण ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ केंद्रों में स्थगित कर दी गई है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शुक्रवार को एक नोटिस में कहा कि यूजीसी-नेट 2020, जून 2021 का परीक्षा कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, ओडिशा के पुरी, भुवनेश्वर, कटक, गंजम जिले के बरहामपुर और रायगढ़ जिले के गुनुपुर केंद्रों के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है। एनटीए ने कहा कि आईआईएफटी के एमबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दुर्गापुर; ओडिशा में भुवनेश्वर, कटक और संबलपुर; और आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा तथा विशाखापत्तनम केंद्रों पर स्थगित कर दी गई है। एजेंसी ने कहा कि जिन उम्मीदवारों की परीक्षा उक्त शहरों के परीक्षा केंद्रों में होनी थी, ऐसे उम्मीदवारों के लिए परीक्षा की तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। हालांकि, उसने कहा कि उम्मीदवारों को यह ध्यान देने की सलाह दी जाती है कि परीक्षा का स्थगन केवल उक्त शहरों पर लागू होता है, वहीं ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों के अन्य सभी शहरों में परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी। एनटीए ने कहा कि ताजा जानकारियों के लिए उम्मीदवार एजेंसी की वेबसाइट देख सकते हैं और किसी तरह की पूछताछ के लिए हेल्पडेस्क या ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं।=
- नयी दिल्ली। श्याम-श्वेत युग में दूरदर्शन के साथ अपना करियर शुरू करने और बाद के दशकों में डिजिटल दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले मशहूर पत्रकार विनोद दुआ का शनिवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वह 67 वर्ष के थे। उनकी बेटी एवं अभिनेत्री-हास्य कलाकार मल्लिका दुआ ने बताया कि प्रसिद्ध पत्रकार का अंतिम संस्कार रविवार को यहां लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में किया जाएगा। इस साल की शुरुआत में कोविड के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते इसी साल जून में उन्होंने अपनी पत्नी, रेडियोलॉजिस्ट पद्मावती 'चिन्ना' दुआ को खो दिया था। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि अपोलो अस्पताल के गहन देखभाल कक्ष में भर्ती विनोद दुआ जिगर की पुरानी बीमारी से पीड़ित थे। मल्लिका दुआ ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, “हमारे निर्भीक, निडर और असाधारण पिता विनोद दुआ का निधन हो गया है। उन्होंने एक अद्वितीय जीवन जिया, दिल्ली की शरणार्थी कॉलोनियों से शुरु करते हुए 42 वर्षों तक पत्रकारिता की उत्कृष्टता के शिखर तक बढ़ते हुए, हमेशा सच के साथ खड़े रहे।” उन्होंने लिखा, “वह अब हमारी मां, उनकी प्यारी पत्नी चिन्ना के साथ स्वर्ग में हैं, जहां वे गीत गाना, खाना बनाना, यात्रा करना और एक दूसरे से लड़ना-झगड़ना जारी रखेंगे।” विनोद दुआ ने दूरदर्शन और एनडीटीवी जैसे चैनल में काम किया और वह हिंदी टीवी पत्रकारिता में अग्रणी थे। उनकी राजनीति से लेकर खाना पकाने तक में व्यापक दिलचस्पी थी। उन्होंने एनडीटीवी के लिए लोकप्रिय पाक कार्यक्रम "ज़ायका इंडिया का" को प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने भारत के विभिन्न शहरों और कस्बों की अलग-अलग खाद्य संस्कृतियों की खोज की। उन्होंने ‘द वायर' (हिंदी) के लिए ‘जन गण मन की बात' कार्यक्रम की एंकरिंग भी की।कोविड की दूसरी लहर के चरम पर रहने के दौरान विनोद दुआ और उनकी पत्नी गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती थे। पत्रकार का स्वास्थ्य तब से खराब था और उन्हें बार-बार अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था। इस हफ्ते की शुरुआत में, सोमवार को, मल्लिका दुआ ने कहा कि उनके पिता की हालत "बहुत गंभीर" है।उन्होंने मंगलवार को अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “उन्हें कल रात अपोलो अस्पताल के आईसीयू में ले जाया गया, जहां उनकी बेहतर देखभाल की जा सकती है। वह बेहद नाजुक और गंभीर हालत में हैं। वह जीवन भर एक योद्धा रहे हैं। अडिग और अथक। उनका परिवार हमेशा उनके साथ है।” विनोद दुआ ने हंस राज कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में डिग्री प्राप्त की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से साहित्य में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की। उन्होंने बीते वर्षों में कई पुरस्कार जीते। साल 2008 में विनोद दुआ को पत्रकारिता के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। दुआ दंपति की बड़ी बेटी बकुल दुआ हैं, जो क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं।वह पत्रकारिता में रामनाथ गोयनका उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त करने वाले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पहले पत्रकार भी थे।
- नयी दिल्लीl कोविड-19 के नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन' पर बढ़ती चिंताओं के बीच संसदीय समिति ने कोविड-रोधी टीकों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन किये जाने तथा कोरोना के नये स्वरूप पर काबू पाने के लिए बूस्टर खुराक की आवश्यकता की जांच के लिए अधिक अनुसंधान करने की सिफारिश की है। स्वास्थ्य पर संसदीय स्थायी समिति ने शुक्रवार को पेश अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि ‘इम्यूनोस्केप' तंत्र विकसित कर रहे नए स्वरूप से गंभीरता से निपटा जाना चाहिए। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान हुई जानमाल की क्षति के मद्देनजर समिति ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सार्स-कोव-2 के प्रसार पर अंकुश लगाने या रोकने के लिए किए गए उपाय पूरी तरह से अपर्याप्त साबित हुए हैं। समिति ने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा ऑक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर सरकार को इस समय का इस्तेमाल सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में करना चाहिए। समिति ने पाया कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में परीक्षण सुविधाओं में सुधार की सख्त आवश्यकता है। इसने राज्यों में वीआरडीएल के साथ पीएचसी/सीएचसी के बीच समन्वय स्थापित करने की भी सिफारिश की है। पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘‘समिति का मानना है कि महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए संभावित संक्रामक लोगों का समय पर पता लगाना और उन्हें अलग-थलग करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए निदान संबंधी परीक्षण के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।'' इसके अलावा, समिति ने अपनी अन्य सिफारिशों में सरकार को अधिक टीकों को मंजूरी देना, वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाना, वितरण क्षमता बढ़ाने और टीकाकरण दर में वृद्धि के साथ इस कार्यक्रम को आक्रामक रूप से आगे बढ़ाना शामिल है। समिति ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर के चरम के लगभग छह महीने बाद आई, लेकिन भारत का जांच संबधी बुनियादी ढांचा “बेहद कमजोर और अत्यधिक अपर्याप्त” रहा। समिति ने महामारी की तैयारियों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के वास्ते आवंटित 64,179.55 करोड़ रुपये के इस्तेमाल के संबंध में 'कार्य योजना' से भी अवगत कराने की मांग की है।
- भोपाल।मध्य प्रदेश सरकार ने नक्सलवाद से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए नक्सल प्रभावित तीन जिलों को बालाघाट पुलिस जोन में शामिल किया है। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ राजेश राजोरा ने शनिवार को कहा कि माओवादी विरोधी प्रभावी अभियानों के लिए प्रदेश के नक्सल प्रभावित सभी तीन जिलों को एक पुलिस जोन में मिला दिया गया है। ये तीन जिले डिंडोरी, बालाघाट और मंडला हैं। उन्होंने कहा कि अब तक डिंडोरी जिला शहडोल पुलिस जोन में था लेकिन अब यह बालाघाट पुलिस जोन का हिस्सा बन गया है। इससे तीनों नक्सल प्रभावित जिलों को एक ही-बालाघाट पुलिस जोन में मिला लिया गया है। उन्होंने कहा कि बालाघाट पुलिस जोन में अब डिंडोरी, मंडला और बालाघाट जिले शामिल रहेंगे।राजोरा ने बताया कि इस आशय का गजट नोटिफिकेशन एक दिसंबर को जारी कर दिया गया है। इससे पहले, 29 नवंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में बताया गया कि पिछले दो वर्षों में सात कट्टर माओवादी (एसीएम के एरिया कमेटी के सदस्य) पुलिस मुठभेड़ में मारे गए और तीन को गिरफ्तार किया गया। इससे हथियार और गोला बारूद की बरामदगी तो हुई ही, तेंदूपत्ता ठेकेदारों से जबरन वसूली की गतिविधियों पर भी अंकुश लगा है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस दौरान माओवादियों को हथियार आपूर्ति करने के आरोप में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- नयी दिल्ली. विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत ने कुछ अन्य देशों की तरह कोई यात्रा प्रतिबंध नहीं लगाया है, जिन्होंने उन क्षेत्रों या देशों से उड़ानें रोक दी हैं जहां कोविड-19 के नये स्वरूप ओमीक्रोन के मामले सामने आये हैं। मंत्रालय ने कहा कि लेकिन उन लोगों के लिए निगरानी तंत्र और प्रोटोकॉल को बढ़ा दिया गया है जो ‘जोखिम वाले देशों' से आ रहे हैं। भारत की 'जोखिम वाले देशों' की सूची और ओमीक्रोन खतरे के बारे में पूछे जाने पर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह एक उभरती स्थिति है। उन्होंने कहा कि ‘जोखिम वाली देशों' सूची में 11 प्रविष्टियां थीं और पहली ब्रिटेन सहित यूरोपीय देशों की थीं और इसलिए, सूची में देशों की कुल संख्या बहुत अधिक थी। बागची ने कहा कि सूची भारत के स्वास्थ्य नियामक अधिकारियों के साक्ष्य के आधार पर ‘‘तकनीकी निर्णय'' का नतीजा थी। ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल 'जोखिम वाले देशों' की सूची में शामिल हैं। बागची ने कहा कि सूची ओमीक्रोन से पहले मौजूद थी इसलिए इसे ‘‘एक ओमीक्रोन सूची'' नहीं कहा जा सकता है। जब उनसे पूछा गया कि क्या किसी देश ने भारत के साथ उस सूची में होने का मामला उठाया था, तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि किसी देश ने इस तथ्य को उठाया है ।
- झांसी। सड़क हादसे में युवक व उसके मौसेरे भाई की मौत हो गई। दोनों अपने तीसरे साथी के साथ बाइक से तेरहवीं में शामिल होने के लिए जा रहे थे। रास्ते में अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसा शुक्रवार रात मऊरानीपुर हाइवे पर बंगरा व घुपसी के बीच हुआ। शनिवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए।पुलिस ने बताया कि हीरापुर निवासी सचिन (21) दूधिया का काम करता था। कुछ समय पहले उसके फूफा की मौत हो गई थी। शुक्रवार को उनकी तेरहवीं थी। इसलिए सचिन, उसके चाचा का बेटा अशीष (20) और मौसा का बेटा अरुण (25) पुत्र मन्नू शुक्रवार रात को बाइक से तेरहवीं में शामिल होने के लिए मैलोनी गांव जा रहे थे। बंगरा व घुपसी के बीच सामने से आ रहे अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में अरुण की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर घायल सचिन को झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया था। परिजन देर रात करीब 12 बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर डॉक्टर ने सचिन को मृत घोषित कर दिया।
- बीकानेर बीकानेर में सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। देर रात एक बाइक पर दंपती अपने दो बच्चों के साथ जा रहे थे। इसी दौरान पिकअप ने टक्कर मार दी। हादसे में पति-पत्नी और उनकी बेटी की माैत हो गई, सिर्फ चार साल का बेटा जिंदा बचा है।पुलिस ने बताया कि चूरू के पास परसनेऊ के एक ही परिवार के चार सदस्य रात 10 बजे बाइक पर राजलदेसर से वापस परसनेऊ लौट रहे थे। इसी दौरान पिकअप ने बाइक को टक्कर मारी। एक्सीडेंट में मंगलाराम नायक, उसकी पत्नी मंजू देवी, 2 वर्षीय पुत्री प्रियंका व 4 वर्षीय पुत्र अनिल घायल हो गए। जिस पिकअप ने बाइक सवारों को टक्कर मारी। वही उन्हें बीकानेर के पीबीएम अस्पताल लेकर पहुंचा। जहां चिकित्सकों ने मंगलाराम व उसकी पुत्री प्रियंका को मृत घोषित कर दिया। इलाज के दौरान मंजू देवी की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि इस हादसे में अनिल बचा है, जिसका इलाज पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
- नई दिल्ली। ओडिसा सरकार ने चक्रवात जवाद को देखते हुए राज्य के सभी तटीय जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव का केन्द्र ओडिसा में गोपालपुर के करीब 850 किलोमीटर दक्षिण -दक्षिण पूर्व में केन्द्रित है। इसके अगले 24 घंटे में उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने और चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। मौसम विभाग ने राज्य के तटीय जिलों में आज शाम से भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है। तूफान को देखते हुए संवेदनशील स्थानों पर बचाव और राहत कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, ओडिसा आपदा मोचन कार्यबल और अग्निशमन सेवा दल के 3 सौ कार्मिक तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, सभी तटीय जिलों में तूफान से बचने के लिए आश्रय स्थलों को सभी आवश्यक वस्तुओं के साथ तैयार रहने के लिए कहा गया है।
- नयी दिल्ली,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश के हर नागरिक के लिए वित्तीय सशक्तिकरण सुनिश्चित करने की खातिर वित्त प्रौद्योगिकी पहल को वित्त प्रौद्योगिकी क्रांति में बदलने की जरूरत है।प्रधानमंत्री ने 'इन्फिनिटी मंच' का उद्घाटन करते हुए कहा कि वित्त प्रौद्योगिकी (फिनटेक) उद्योग का स्तर व्यापक हो गया है और इसने जनता के बीच स्वीकार्यता पायी है।उन्होंने कहा, "अब, इन वित्त प्रौद्योगिकी (फिनटेक) पहल को वित्त प्रौद्योगिकी क्रांति में बदलने का समय आ गया है। वह क्रांति जो देश के हर एक नागरिक के वित्तीय सशक्तिकरण में मदद करेगी।"मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी वित्त में एक बड़ा बदलाव ला रही है, और पिछले साल मोबाइल से किया जाने वाला भुगतान, एटीएम कार्ड से की जाने वाली पैसों की निकासी से अधिक था।उन्होंने एक और उदाहरण देते हुए कहा कि प्रत्यक्ष शाखा कार्यालयों के बिना काम करने वाले डिजिटल बैंक पहले से ही एक वास्तविकता हैं तथा एक दशक से भी कम समय में ये आम हो सकते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा, “जैसे-जैसे इंसान ने प्रगति की, वैसे-वैसे हमारे लेनदेन का रूप भी बदला। वस्तु विनिमय प्रणाली से धातु तक, सिक्कों से नोटों तक, चेक से लेकर कार्ड तक, आज हम यहां पहुंच गए हैं।”यह देखते हुए कि भारत ने दुनिया के सामने यह साबित कर दिया है कि प्रौद्योगिकी अपनाने के मामले में वह किसी से पीछे नहीं है, उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया के तहत परिवर्तनकारी पहल ने शासन में लागू होने वाले नवोन्मेषी वित्त प्रौद्योगिकी समाधानों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं।प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी के नेतृत्व में भारत के वित्तीय समावेशन अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि 2014 में 50 प्रतिशत से कम भारतीयों के पास बैंक खाते थे, भारत ने पिछले सात वर्षों में 43 करोड़ जन धन खातों के साथ इसे लगभग सार्वभौमिक बना दिया है।उन्होंने 69 करोड़ रुपे कार्ड जैसी पहल का भी उल्लेख किया जिसमें पिछले साल 1.3 अरब लेनदेन हुए थे।प्रधानमंत्री ने इसके अलावा यूपीआई की भी बात की और कहा कि यूपीआई के जरिए पिछले महीने लगभग 4.2 अरब लेनदेन हुए। उन्होंने यह भी बताया कि जीएसटी (माल एवं सेवा कर) पोर्टल पर हर महीने 30 करोड़ बिल अपलोड किए जा रहे हैं।उन्होंने वित्तीय समावेशन को वित्तीय प्रौद्योगिकी क्रांति का चालक बताते हुए कहा कि वित्तीय प्रौद्योगिकी चार स्तंभों - आय, निवेश, बीमा और संस्थागत ऋण पर टिकी हुई है।प्रधानमंत्री ने कहा, “जब आय बढ़ती है, तो निवेश संभव हो जाता है। बीमा कवरेज अधिक जोखिम लेने की क्षमता और निवेश को सक्षम बनाता है। संस्थागत ऋण विस्तार का मौका देता है। और हमने इनमें से हर स्तंभ पर काम किया है। जब ये सभी कारक एक साथ आते हैं, तो आप अचानक देखते हैं कि और भी लोग वित्तीय क्षेत्र से जुड़ चुके हैं।"उन्होंने जनता के बीच इन नवोन्मेषों की व्यापक स्वीकृति के आलोक में वित्त प्रौद्योगिकी में विश्वास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आम भारतीय ने डिजिटल भुगतान और ऐसी तकनीकों को अपनाकर पारिस्थितिकी तंत्र में काफी विश्वास दिखाया है।प्रधानमंत्री ने कहा, "यह विश्वास एक जिम्मेदारी है। विश्वास का मतलब है कि आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि लोगों के हित सुरक्षित हैं। वित्त प्रौद्योगिकी नवोन्मेष, वित्त प्रौद्योगिकी सुरक्षा संबंधी नवोन्मेष के बिना अधूरा होगा।"उन्होंने कहा कि भारत अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने और उनसे सीखने में भी विश्वास रखता है।प्रधानमंत्री ने कहा, "सार्वजनिक बुनियादी ढांचे संबंधी हमारे डिजिटल समाधान दुनिया भर के लोगों के जीवन में सुधार कर सकते हैं। यूपीआई और रुपे जैसे साधन हर देश के लिए एक असाधारण अवसर प्रदान करते हैं। यह अवसर एक किफायती और विश्वसनीय 'रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली' के साथ-साथ घरेलू कार्ड योजना और धन प्रेषण प्रणाली प्रदान करने से जुड़ा है।"प्रधानमंत्री ने कहा कि वित्त एक अर्थव्यवस्था की जान है और प्रौद्योगिकी उसका वाहक है, मोदी ने कहा कि दोनों ही 'अंत्योदय और सर्वोदय' हासिल करने के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।उन्होंने कहा, "हमारा प्रमुख इन्फिनिटी मंच, उद्योग के असीम भविष्य का पता लगाने के लिए वैश्विक फिनटेक उद्योग के सभी प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाने के हमारे प्रयास का हिस्सा है।"
- नयी दिल्ली। आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक सर्बदीप सिंह विर्क सहित कई जानीमानी हस्तियों ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया।केंद्रीय मंत्री एवं पार्टी के पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने यहां संवाददाता सम्मेलन कर पार्टी में शामिल हुए नेताओं का स्वागत किया और कहा कि इनके आने से पंजाब में भाजपा की स्थिति और मजबूत होगी। विर्क के अलावा उद्योगपति हरचरण सिंह रनौता, पंजाब सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह जीरा, शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ और पंजाब की कुछ अन्य हस्तियां भाजपा में शामिल हुई हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा भाजपा में शामिल हुए थे। कांग्रेस शासित पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
- चंडीगढ़। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की उपस्थिति में शुक्रवार को यहां कांग्रेस में शामिल हो गए। सिद्धू ने मूसेवाला को युवा प्रतीक और एक “अंतरराष्ट्रीय हस्ती’’ बताया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “सिद्धू मूसेवाला हमारे परिवार में शामिल हो रहे हैं। मैं कांग्रेस में उनका स्वागत करता हूं।” चन्नी ने पार्टी में गायक का स्वागत करते हुए कहा कि मूसेवाला "अपनी कड़ी मेहनत से एक बड़े कलाकार बने और अपने गीतों से लाखों लोगों का दिल जीता।” मूसेवाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू है और वह मानसा जिले के मूसा गांव के रहने वाले हैं। उनकी मां एक गांव की मुखिया हैं। गायक को इससे पहले अपने गानों में हिंसा और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था।
- नयी दिल्ली। दिल्ली सरकार ने बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर के बीच राष्ट्रीय राजधानी में अगले आदेश तक सभी स्कूलों को बंद करने की गुरुवार को घोषणा की। दिल्ली सरकार ने कहा कि हालांकि, बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित समय के अनुसार जारी रहेंगी और पठन-पाठन की गतिविधियां ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। इससे पहले, उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बीच स्कूलों में प्रत्यक्ष कक्षाएं शुरू करने को लेकर दिल्ली सरकार को गुरुवार को फटकार लगाई, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला किया। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में आगामी आदेश आने तक स्कूल शुक्रवार से बंद रहेंगे। बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित समय के अनुसार जारी रहेंगी और पठन-पाठन की गतिविधियां ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। राय ने कहा कि दिल्ली में प्रत्यक्ष कक्षाएं अगले आदेश तक शुक्रवार से बंद रहेंगी। राय ने कहा, ‘‘हमने वायु गुणवत्ता में सुधार का पूर्वानुमान जताए जाने के कारण स्कूल फिर से खोल दिए थे, लेकिन वायु प्रदूषण फिर से बढ़ गया है और हमने आगामी आदेश आने तक शुक्रवार से स्कूल बंद करने का फैसला किया है।'' दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘‘सभी बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित समय पर जारी रहेंगी।'' दिल्ली में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान 13 नवंबर से बंद थे, लेकिन उन्हें सोमवार से खोल दिया गया था। कोविड-19 के नए स्वरूप से उत्पन्न चुनौतियों का हवाला देते हुए राय ने कहा कि बैठने की पूरी क्षमता के साथ मेट्रो ट्रेनों और बसों को चलाने के लिए स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘सम-विषम (सड़कों पर कार की संख्या सीमित करने की योजना) पर कोई चर्चा नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने पूर्व में आवश्यक सेवाओं में लगे ट्रकों को छोड़कर बाकी ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सात दिसंबर तक बढ़ा दिया था। सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति है। उच्च वायु प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली में निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर भी अगले आदेश तक प्रतिबंध जारी रहेगा। राय ने कहा कि सेंट्रल विस्टा के बारे में केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय को सूचित किया कि यह काम राष्ट्रीय महत्व का है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उन रिपोर्टों की प्रतीक्षा है जिनके आधार पर दिल्ली सरकार आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार निर्माण स्थलों पर भी धूल-रोधी मानदंडों के उल्लंघन के संबंध में रिपोर्ट को लेकर जांच करेगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार पिछले सात साल में नवंबर के दौरान इस बार दिल्ली की वायु गुणवत्ता सबसे खराब रही। राष्ट्रीय राजधानी में 11 दिन ‘गंभीर' प्रदूषण रहा और एक भी दिन हवा की गुणवत्ता ‘‘अच्छी'' नहीं रही। विशेषज्ञों ने इसके लिए लंबे समय तक मॉनसून के मौसम के कारण पराली जलाने की सबसे ज्यादा घटनाओं वाली अवधि करीब एक सप्ताह आगे बढ़ने को जिम्मेदार ठहराया है।
- भोपाल। दुनिया की भीषण औद्योगिक आपदा, भोपाल गैस त्रासदी के 37 साल गुजर जाने के बाद पीड़ितों के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन ने कहा है कि पीड़ित और उनके परिजन अभी भी उचित मुआवजे की प्रतीक्षा कर रहे हैं। संगठन ने दावा किया कि प्रत्येक पीड़ित को अब तक जो सहायता (निपटान) राशि दी गई वह आवंटित राशि के पांचवें हिस्से से भी कम है और यह एक दिखावा है। भोपाल में दो और तीन दिसंबर 1984 की दरम्यानी रात को यूनियन कार्बाइड के कीटनाशक संयंत्र से जहरीली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट के रिसाव से तीन हजार से अधिक लोग मारे गए थे और 1.02 लाख लोग अन्य प्रभावित हुए थे। हालांकि बाद में प्रभावितों की संख्या बढ़कर 5.70 लाख से अधिक हो गई। मध्य प्रदेश के भोपाल गैस त्रासदी राहत और पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, ‘‘ 1984 में मध्य प्रदेश और केंद्र में कांग्रेस सत्ता में थी। दोनों सरकारों ने पीड़ितों के मामले को सही तरीके से नहीं रखा ताकि उन्हें अधिक मुआवजा मिल सके।'' भोपाल गैस पीड़ित संघर्ष सहयोग समिति (बीजीपीएसएसएस) के सह-संयोजक एनडी जयप्रकाश ने कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय ने 14-15 फरवरी, 1989 को 705 करोड़ रुपऐ की राशि के निपटान इस आधार पर किया कि केवल लगभग 3000 पीड़ितों की मृत्यु हुई थी और अन्य 102,000 लोगो को अलग-अलग तरह के अस्वस्थता के परिणाम भुगतने पड़े। उन प्रत्येक गैस पीड़ित को जो सहायता (निपटान) राशि दी गई वह आवंटित राशि के पांचवें हिस्से से भी कम है जो एक दिखावा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पीड़ितों की संख्या बढ़कर 5.73 लाख हो गई और यह राशि उनके बीच बांट दी गई। इसलिए, प्रत्येक पीड़ित को मुआवजे का पांचवां हिस्सा मिला।'' उन्होंने कहा कि 14 -15 फरवरी, 1989 के अन्यायपूर्ण निपटारे के खिलाफ लंबे समय से लंबित पुनरीक्षा याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट की विफलता का गैस पीड़ितों के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। जयप्रकाश ने कहा कि पुनरीक्षा याचिका भारत सरकार द्वारा तीन दिसंबर 2010 को मुआवजे के रुप में कम से कम 7,724 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि की मांग करने के लिए दायर किया गया था और 29 जनवरी, 2020 को अदालत की संविधान पीठ के समक्ष अंतिम बार मुआवजे के रूप में 7,724 करोड़ रुपये सूचीबद्ध किए गए थे। हालांकि, सुनवाई 11 फरवरी, 2020 तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। अफसोस की बात है कि इस मामले को उस तारीख पर या उसके बाद से कभी सूचीबद्ध नहीं किया गया था। एक स्थानीय अदालत ने सात जून 2010 को यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के सात अधिकारियों को घटना के सिलसिले में दो साल की कारावास की सजा सुनाई थी। तत्कालीन यूसीसी अध्यक्ष वारेन एंडरसन मामले में मुख्य आरोपी था, लेकिन मुकदमे के लिए उपस्थित नहीं हुआ और एक फरवरी 1992 को भोपाल सीजेएम कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। वर्ष 2014 में अमेरिका में उसका निधन हो गया।
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नयी दिल्ली। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की कक्षा 12वीं की परीक्षा में गुजरात दंगों पर सवाल के संबंध में विशेषज्ञों ने मिलीजुली राय व्यक्त की है। बोर्ड ने इस सवाल को एक त्रुटि करार दिया है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान किया है। पूर्व में प्रश्नपत्र बनाने में शामिल रहे एक स्कूल शिक्षक ने कहा, ‘‘यदि एक ही विषय को पाठ्यक्रम में पढ़ाया जा सकता है, तो उससे एक प्रश्न क्यों नहीं पूछा जा सकता है। प्रश्न पाठ्यक्रम से था।'' रामजस कॉलेज में राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर तनवीर एजाज ने कहा, ‘‘यदि पाठ्यपुस्तक में स्पष्ट रूप से कहा गया है, तो कोलाहल किस बारे में है? यदि छात्रों को इसके बारे में पढ़ाया जा रहा है, तो प्रश्नपत्र बनाने वाले को प्रश्न पूछने का अधिकार है। शिक्षा तथ्यों पर आधारित है।'' बुधवार को आयोजित सीबीएसई कक्षा 12वीं के समाजशास्त्र के पेपर में छात्रों से उस पार्टी का नाम बताने के लिए कहा गया जिसके कार्यकाल में ‘‘2002 में गुजरात में मुस्लिम विरोधी हिंसा'' हुई थी। इस सवाल को बोर्ड ने बाद में ‘‘अनुचित'' और उसके दिशानिर्देशों के खिलाफ बताया था। सीबीएसई ने भी कहा कि ‘‘जिम्मेदार व्यक्तियों'' के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि 2002 में गोधरा रेलवे स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के दो डिब्बे जलाने के बाद राज्य में दंगे भड़क उठे थे, जिसमें 59 हिंदू ‘कारसेवक' मारे गए थे। दंगों में एक हजार से अधिक लोग मारे गए थे। ऐतिहासिक अध्ययन केंद्र, जेएनयू के प्रोफेसर उमेश अशोक कदम ने कहा, ‘‘एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा करने की आवश्यकता है। यह सही समय है कि इस काम को किया जाना चाहिए। ऐसे मामलों के लिए जो विचाराधीन हैं, सीबीएसई और एनसीईआरटी को संवेदनशील होने की जरूरत है।'' कदम इतिहास की पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा के लिए एनसीईआरटी की समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।जामिया मिलिया इस्लामिया में राजनीति विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर नावेद जमाल ने कहा, ‘‘इस तरह का सवाल अच्छा नहीं है। आप दंगों पर अलग-अलग विचार रख सकते हैं। आपको वास्तव में समग्र रूप से समझना होगा। दंगों पर सवाल पूछने से राजनीति होगी। जब हम दंगों की ऐतिहासिकता के बारे में बात करते हैं, तो हमें यह समझना होगा कि वे अच्छे ढंग में नहीं हैं और राष्ट्रीय एकता तथा राष्ट्र के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के खिलाफ हैं।' - नयी दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने देहरादून और टिहरी के बीच 30 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने को लेकर परियोजना की व्यवहार्यता का पता लगाने के साथ विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए बोलियां आमंत्रित की है। एनएचएआई ने अपने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एनएचएआई ने देहरादून और टिहरी के बीच सुरंग बनाने को लेकर परियोजना के व्यावहारिक होने का पता लगाने के साथ ही इस पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं।'' प्राधिकरण के मुताबिक, इस परियोजना में करीब 30 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण शामिल है। यह सुरंग दुनिया की लंबी सुरंगों में से एक होगी।