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- वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर एक नया लक्ष्य रखा है जिसके तहत चार जुलाई से पहले 70 प्रतिशत अमेरिकी वयस्कों को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक अवश्य देना है। बाइडन टीके को लेकर सवाल खड़े करने वालों के अलावा उन लोगों से भी जूझ रहे हैं जो वैक्सीन लगवाने को लेकर उत्साहित नहीं हैं। अमेरिका के अधिकतर प्रांतों में टीके की मांग में कमी आई है। कुछ प्रांत तो ऐसे हैं जहां टीके की उपलब्ध खुराकों का इस्तेमाल भी नहीं हो पा रहा है। टीके को लेकर लोगों में उत्साह पैदा करने के उद्देश्य से बाइडन ने विभिन्न प्रांतों से ऐसी व्यवस्था करने के लिए कहा है जिसमें टीकाकरण केन्द्र पर जाकर लोग सीधे टीका लगवा सकें। बाइडन प्रशासन ऐसी व्यवस्था भी कर रहा है जिसके तहत, जिन प्रांतों में टीके की मांग कम है वहां से उनकी खुराकों को ऐसे प्रांतों में भेजा जाए जहां इसकी अधिक मांग है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को व्हाइट हाउस से युवाओं के लिए जारी अपने संदेश में कहा, ‘‘ आपको टीका लगवाने की जरुरत है। यदि आपकी गंभीर रूप से बीमार पड़ने की संभावना कम हो, फिर भी खतरा मोल नहीं लेना चाहिए। टीका लेने से आपकी और आप जिनसे प्यार करते हैं उनकी जिंदगी बचाई जा सकती है।'' बाइडन का लक्ष्य है कि चार जुलाई से पहले कम से कम 18.1 करोड़ वयस्कों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दे दी जाए जबकि 16 करोड़ लोगों को दोनों खुराक दे दी जाएं । गौरतलब है कि अमेरिका में अब तक 56 प्रतिशत वयस्कों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है जबकि करीब 10.5 करोड़ वयस्कों को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी है। अमेरिका में इस समय एक दिन में करीब 965,000 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है।
- काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार सुबह चिकित्साकर्मियों को ले जा रही एक मिनी बस को निशाना बना कर किए बम हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। काबुल पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में बताया। काबुल पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता फर्दवस फरामर्ज ने बताया कि घटना में तीन चिकित्साकर्मी घायल हो गए और पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि यह बस डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्साकर्मियों को काबुल से पंजशेर प्रांत ले जा रही थी। काबुल प्रांत के कलाकन में यह हमला हुआ। फरामर्ज ने बताया कि फिलहाल किसी भी आंतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और मामले में जांच की जा रही है। यह हमला ऐसे वक्त हुआ है जब अफगानिस्तान से 2500 से 3500 अमेरिकी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया चल रही है।
- मैक्सिको सिटी। मैक्सिको सिटी में सोमवार रात मेट्रो के पुल का एक खंभा ढह जाने से मलबे में दबकर 23 लोगों की मौत हो गयी और करीब 70 लोग घायल हो गये। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। घटनास्थल पर एक क्रेन की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है ताकि आपात एवं बचावकर्मी वहां जाकर फंसे हुए लोगों का पता लगा सकें। मैक्सिको सिटी की मेयर क्लाउडिया शिनबौम ने कहा कि 49 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इनमें से सात की हालत गंभीर है, उनकी सर्जरी हो रही है। शिनबौम ने कहा कि घटनास्थल से एक मोटरचालक को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जो सड़क के किनारे नीचे फंसा हुआ था। कई बचावकर्मी मलबे के नीचे तलाश कर रहे हैं। शिनबौम ने बताया, ‘‘दुर्भाग्य से मरने वालों में बच्चे भी हैं।'' हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी। मेयर ने बताया कि पुल का खंभा गिरने से यह दुर्घटना हुई। खंभा ढहने से पुल का एक हिस्सा सड़क पर गिर गया, जिससे मलबे में कई कारें दब गयीं। उन्होंने आशंका जतायी कि कुछ लोग मेट्रो मार्ग के अंदर भी फंसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें नहीं मालूम वे जिंदा भी हैं या नहीं।'' दुर्घटना स्थानीय समयानुसार रात करीब साढ़े 10 बजे हुई।मैक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो इबरार्ड ने ट्वीट किया, ‘‘बहुत दर्दनाक घटना हुई है।'' घटना के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें ट्रेन का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त दिख रहा है और बचावकर्मी मलबे से लोगों को निकालते नजर आ रहे हैं। मेट्रो लाइन-12 पर यह हादसा हुआ। इस लाइन के निर्माण में कई तरह की अनियमितता बरते जाने के आरोप लगे थे।
- वाशिंगटन। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सह-संस्थापक बिल गेट्स और उनकी पत्नी ने अलग हो जाने का फैसला किया है। बिल गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा ने कहा है कि वे तलाक ले रहे हैं। हालांकि दोनों 'बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन' में मिलकर काम करते रहेंगे। दोनों ने सोमवार को एक जैसे ट्वीट कर यह सूचना सार्वजनिक की। बिल और मेलिंडा गेट्स 27 वर्ष से विवाहित थे। उन्होंने कहा कि अब उन्हें नहीं लगता कि वे एक साथ आगे बढ़ सकते हैं।अमेरिकी उद्योगपति बिल गेट्स दुनिया के तीसरे सबसे अमीर इंसान हैं। तलाक के बारे में अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, "बहुत विचार-विमर्श और अपने रिश्ते पर बहुत काम कर लेने के बाद हमने अपनी शादी को खत्म करने का फैसला किया है। पिछले 27 सालों में हमने तीन अविश्वसनीय बच्चों को बड़ा किया है और एक ऐसी फाउंडेशन बनाई जो पूरी दुनिया में लोगों की बेहतर और ज्यादा उत्पादक जिंदगी जीने में मदद कर रही है। उस मिशन पर हमारा साझा विश्वास बना हुआ है और हम फाउंडेशन में साथ काम करते रहेंगे, लेकिन, हमें नहीं लगता कि जिंदगी के अगले हिस्से में साथ-साथ रहकर आगे बढऩा चाहेंगे। हम चाहेंगे कि जब हम इस नई जिंदगी में ढल रहे हों तो हमारी निजता का सम्मान हो। "बिल और मेलिंडा गेट्स की मुलाकात 1987 में एक बिजनेस डिनर के दौरान हुई थी। तब मेलिंडा गेट्स माइक्रोसॉफ्ट में प्रॉडक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर रही थीं। सात साल बाद दोनों ने शादी कर ली थी। फिलहाल तलाक की औपाचरिकताओं को सार्वजनिक नहीं किया गया है। हालांकि दोनों ही ने वॉरेन बफे की चैरिटी 'गिविंग प्लेज' को अपना अधिकतर धन दान कर देने का वादा कर रखा है। सीएनबीसी के मुताबिक बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के पास 50 अरब डॉलर की संपत्ति है। साल 2000 में शुरुआत के बाद से यह समाजसेवी संस्था स्वास्थ्य और विकास से जुड़े मुद्दों पर काम करती रही है। संस्था ने अमेरिका में शिक्षा पर भी काम किया है। बिल और मेलिंडा गेट्स ने कोरोना वायरस वैक्सीन में काफी धन निवेश कर रखा है और कोविड-19 के इलाज के लिए शोध को दान भी दिया है। (साभार- वीके/एए (एपी, एएफपी, रॉयटर्स)
- लंदन। आपकी रसाई में कोई पाइप टूट गई हो और आपने तुरंत किसी प्लंबर को कॉल करके बुलाया। उसने पाइप ठीक करने के बाद ऐसी रकम मांग ली हो, कि आपके होश उड़ जाए, तो आप क्या कहेंगे? रकम भी कोई सैकड़ों या हजारों में नहीं, बल्कि लाखों में। जी हां, ब्रिटेन का ऐसा ही एक मामला सुर्खियों में बना हुआ है।द सन की खबर के मुताबिक एश्ले डगलस नाम के स्टूडेंट को प्लंबर ने करीब 4 लाख रुपये का बिल थमा दिया है और वो भी सिर्फ पाइप ठीक करने के नाम पर। एश्ले ने खुद पूरी कहानी बताई। एश्ले ने कहा कि वो हैंट्स में रहते हैं। एक दिन उनके किचन में काफी पानी भरा हुआ था। जिसके बाद उन्होंने एम पीएम प्लम्बर सर्विस के प्लंबर मेहदी पैरवी को उसे ठीक करने के लिए बुलाया, लेकिन मेहदी हसन ने काम करने के बाद जो बिल थमाया, उसे देखकर एश्ले के होश उड़ गए, क्योंकि वो रकम करीब 4 लाख रुपयों के बराबर है।एश्ले ने द सन से बातचीत में कहा कि मैंने शुरुआत में इस शख्स से पैसों के बारे में पूछ लिया था, लेकिन इस प्लम्बर ने मेरे सवालों को पूरी तरह से इग्नोर कर दिया और अपने काम में लगा रहा, लेकिन काम पूरा होने के बाद इस शख्स ने मेरा लगभग 3900 पाउंड्स (लगभग चार लाख) का बिल बना दिया।मैं चाहूं तो एक करोड़ का बिल बना दूंइस पूरे मामले में जब प्लंबर मेहदी पैरवी से पूछा कहा गया तो उसने कहा कि मैं अपनी सर्विस के लिए कितना भी चार्ज कर सकता हूं। मैं चाहूं तो एक घंटे के लिए 1 करोड़ की रकम भी ले सकता हूं। इससे किसी को कोई फर्क नहीं पडऩा चाहिए, क्योंकि मैं इसका एक्सपर्ट हूं और एक एक्सपर्ट अपने हिसाब से अपनी कीमत तय कर सकता है। हालांकि दूसरे प्लंबिंग सर्विस से जुड़े नील नाम के युवक ने कहा कि ये काम 250 यूरो से ज्यादा का नहीं था और मेहदी एश्ले से गैरजरूरी वसूली कर रहा था।
- काठमांडू । नेपाल में संकट का सामना कर रहे प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली सत्ता में बने रहने के प्रयास के तहत 10 मई को संसद में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। एक आधिकारिक बयान में रविवार को बताया गया कि राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने सरकार के विश्वास मत हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री ओली की अनुशंसा पर 10 मई को संसद का सत्र आहूत किया है। विश्वास मत हासिल करने के लिए 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में ओली (69) को कम से कम 136 वोट चाहिए क्योंकि चार सदस्य अभी निलंबित हैं। नेपाली मीडिया की खबरों के मुताबिक, रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान ओली ने कहा कि सत्ता बरकरार रखने के लिए संसद में विश्वास मत जीतने का प्रयास करेंगे। पिछले साल प्रतिनिधि सभा को भंग करने के प्रधानमंत्री के विवादास्पद निर्णय के बाद देश में शुरू राजनीतिक गतिरोध के बीच ओली ने यह फैसला किया है। कानून, न्याय और संसदीय कार्य मंत्री लीला नाथ श्रेष्ठ ने ‘काठमांडू पोस्ट' को बताया कि प्रधानमंत्री 10 मई को विश्वास मत प्रस्ताव पेश करेंगे। यह केवल एक दिन का सत्र होगा। श्रेष्ठ ने कहा कि ओली ठप पड़ी राजनीतिक प्रक्रिया को आगे ले जाना चाहते हैं। सरकार को यकीन है कि वह विश्वास मत जीत लेगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो गठबंधन सरकार बनाने की प्रक्रिया होगी। प्रधानमंत्री ओली ने यह फैसला ऐसे वक्त किया है जब नेपाल कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। नेपाल में रविवार को कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 7,137 नए मामले सामने आए। देश में संक्रमितों की संख्या 329,000 हो गयी है जबकि मृतक संख्या 3325 हो गयी है।
- ढाका । बांग्लादेश में क्षमता से अधिक भरी हुई एक स्पीड नौका बालू से लदे एक पोत से टकराने के बाद पलट गई। इस घटना में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य लापता हैं।यह हादसा सोमवार सुबह बांग्लाबाजार फेरी घाट पर हुआ जब क्षमता से अधिक भरी स्पीड नौका की पोत से टक्कर हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने मौके पर पत्रकारों को बताया, “ हमने 26 शवों को निकाला है और पांच लोगों को जीवित बचाया है.... लेकिन स्पीड नौका की कई सवारियों के लापता होने की आशंका है, इसलिए खोज अभियान जारी है।” नजदीकी फेरी टर्मिनल के पुलिस निरीक्षक आशिक-उर-रहमान ने कहा “ चश्मदीदों और पीड़ितों ने बताया कि नौका में 30 सवारियां सवार थीं और पोत मदरीपुर के शिबचर शहर के पास पद्म नदी में बालू ले जा रहा था।” अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान जारी है।
- नियामे (नाइजर)। माली से लगी नाइजर की सीमा के निकट सैन्य गश्त के दौरान घात लगाकर किये गए हमले में नाइजर के 16 सैनिकों की मौत हो गई और एक सैनिक लापता है। सरकार ने यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि गश्ती दल माली सीमा से लगे उत्तरी नाइजर के ताहुआ क्षेत्र के तिल्लिया में सुरक्षा मिशन से लौट रहा था। हमले में छह अन्य सैनिक घायल हो गए। रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार नाइजर की सेना ने शुक्रवार रात राजधानी नियामे से लगभग 100 किलोमीटर दूर बेबांगू गांव पर हमले की तैयारी कर रहे संदिग्ध आतंकवादियों के समूह पर हमला कर कम से कम 24 आतंकवादियों को ढेर कर दिया था।-File photo
- नयी दिल्ली। वैश्विक दवा कंपनी फाइजर के चेयरमैन और सीईओ अल्बर्ट बूर्ला ने सोमवार को कहा कि कंपनी अपनी फाइजर-बायोएटेक वैक्सीन को भारत में जल्द उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के साथ बातचीत कर रही है, ताकि उसे तेजी से मंजूरी मिल सके। फाइजर ने इससे पहले अप्रैल में कहा था कि उसने भारत में सरकारी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए अपनी वैक्सीन को लाभ-रहित मूल्य पर उपलब्ध कराने की पेशकश की है, और वह भारत में वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है। बूर्ला ने कहा, ‘‘फाइजर इस बात से अवगत है कि महामारी को खत्म करने के लिए वैक्सीन की उपलब्धता महत्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से हमारी वैक्सीन भारत में पंजीकृत नहीं है, हालांकि हमने महीनों पहले आवेदन दिया था।’’उन्होंने कहा, ‘‘हम इस समय भारत सरकार के साथ अपनी फाइजर बायोएनटेक वैक्सीन को देश में उपलब्ध कराने के लिए तेजी से मंजूरी देने पर चर्चा कर रहे हैं।’’ कंपनी ने पीटीआई-भाषा को ईमेल के जवाब में बताया, ‘‘फाइजर देश में सरकार के टीकाकरण कार्यक्रम के लिए फाइजर और बायोएनटेक वैक्सीन उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है।’’ भारत सरकार ने पिछले महीने आयातित वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी थी।
- लंदन। ब्रिटेन में भारतीय मूल के चिकित्सकों ने रविवार को कहा कि वे कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए भारतीय अस्पतालों के सहयोग से अपनी टेलीमेडिसिन परियोजना का तेजी से विस्तार कर रहे हैं।बिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (बीएपीआईओ) ने एक ऑनलाइन अपील के जरिए लगभग 1.08 लाख पाउंड जुटाए हैं और कहा कि शुरुआत में जारी की गई धनराशि के जरिए अक्षय पात्र की मदद से भारत में जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा और इसके तुरंत बाद जरूरी उपकरणों की खरीद की जाएगी। इस बीच बीएपीआईओ की टेलीमेडिसिन परियोजना को ब्रिटेन के जनरल मेडिकल काउंसिल (जीएससी) से मंजूरी मिल गई है और नागपुर के अस्पतालों के साथ टेली परामर्श की सुविधा पहले ही शुरू की जा चुकी है। अगले कुछ दिनों में इस सेवा का विस्तार किया जाएगा।बीएपीआईओ के सचिव डॉ पराग सिंघल ने कहा, ''यह प्रयास भारत में काम के दबाव को महसूस कर रहे हमारे सहयोगियों की मदद के लिए किया जा रहा है।'' उन्होंने कहा, ''टेलीमेडिसिन परियोजना बहुत अच्छी चल रही है। हमारे पास सैकड़ों स्वयंसेवक हैं, जिन्होंने इसके लिए अपना समर्थन जताया है और इसका मकसद तीन मोर्चों- सीटी स्कैन समीक्षा,डिजिटल माध्यम से कम गंभीर मामलों में मदद करना और मरीजों की घर में मदद करना। इसके लिए 1,000 डॉक्टरों के साथ आने की उम्मीद है।'' संघ ने कहा कि वह लंदन में भारतीय उच्चायोग और विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है।---
- लॉस एंजिलिस । पॉप स्टार कैमिला कैबेलो ने अपने प्रशंसकों और सोशल मीडिया फॉलोवरों से कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच फंड जुटाकर भारत की मदद करने की अपील की है। उन्होंने रविवार को इंस्टाग्राम पर लिखा कि दुनियाभर के लोगों को स्वास्थ्य संकट से निपटने में भारत की मदद के लिये साथ आना चाहिये। उन्होंने लिखा, ''भारत कोविड-19 की विनाशकारी दूसरी लहर का सामना कर रहा है और उसे लोगों की जान बचाने के लिये संसाधनों तथा मदद की जरूरत है। यदि आप चाहें तो गिव इंडिया के लिये 10 लाख डॉलर जुटाने में जय शेट्टी तथा राधिका देवलुकिया की मदद कर सकते हैं और उनका प्रायोजक इंडियास्पोरा इसकी देखरेख करेगा। हम कुछ अच्छा करने का प्रयास कर सकते हैं।
- यरुशलम। इजराइल ने कोविड-19 के मामलों में बेतहाशा वृद्धि का हवाला देते हुए अपने नागरिकों के भारत और छह अन्य देशों की यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय और स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इजराइली नागरिकों को यूक्रेन, ब्राजील, इथियोपिया, दक्षिण अफ्रीका, भारत, मैक्सिको और तुर्की की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह आदेश तीन मई से लागू होगा और 16 मई तक प्रभावी रहेगा।प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बहरहाल गैर इजराइली नागरिक इन देशों की यात्रा कर सकेंगे बशर्ते उनकी इन देशों में स्थायी रूप से रहने की योजना हो। यह आदेश उन लोगों पर लागू नहीं होगा जो विमान के इंतजार में इन देशों में से किसी में भी हवाईअड्डों पर 12 घंटे तक रुके हों। इजराइली सरकार ने स्वास्थ्य और आंतरिक मामलों के मंत्री को अपील समिति का नेतृत्व करने और विशेष मामलों की समीक्षा करने के लिए प्रतिनिधि नियुक्त करने का भी अधिकार दिया है। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रस्ताव दिया है कि इन सातों देशों में से लौटने वाले व्यक्ति को दो हफ्तों के लिए अनिवार्य रूप से पृथक रखा जाए चाहे उन्हें कोविड-19 रोधी टीका लग गया हो या वे इस महामारी से उबर चुके हों। मंत्रालय ने कहा कि जो कोविड-19 जांच रिपोर्ट में दो बार संक्रमित न पाया गया हो उसे भी 10 दिन के लिए पृथक रहना होगा। ये पाबंदियां तीन मई से लागू हो सकती हैं।-file photo
- बीजिंग। चीन की शीर्ष तकनीक कंपनी बाइडू ने रविवार को बीजिंग में अपनी चालक रहित किराए वाली टैक्सी सेवा शुरू की। इसके साथ ही बाइडू चीन में ऐसा करने वाली पहली कंपनी बन गयी। बाइडू इससे पहले बीजिंग में चालक रहित टैक्सी चालन का प्रदर्शन कर चुकी है लेकिन तब टैक्सी में चालक की सीट पर सुरक्षा चालक बैठे थे। इसके बजाए इस बार आगे की यात्री सीट पर एक सुरक्षा सदस्य बैठा होता है ताकि किसी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके। पश्चिमी बीजिंग के शोउगांग पार्क इलाके में आठ स्टॉप पर यात्री इन टैक्सियों में सवार हो सकते हैं और उतर सकते हैं। यहां एक साथ लगभग तीन वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में करीब 10 अपोलो "रोबोटैक्सी" चल रही हैं। हर सफर का किराया 30 युआन (4.60 डॉलर) रखा गया है और 18 से 60 साल की उम्र के यात्री इसका लाभ उठा सकते हैं। ये टैक्सियां इलाके में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गयी हैं और लोग टैक्सियों के करीब आकर तस्वीरें उतार रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इंडस्ट्री में काम करने वाली केली वैंग और उनके पति ने कहा कि उनका सफर आरामदायक और आसान रहा। केली ने कहा, "मैं लोगों को इसका अनुभव करने की सलाह दूंगी। इससे तकनीक की गहरी भावना जुड़ी है क्योंकि चालक की सीट पर कोई नहीं बैठा है।" केली ने कहा कि उनके पति अपने घर के लिए इसी तरह की कार खरीदने पर विचार कर रहे हैं।यात्री 'अपोलो गो' नाम के ऐप के जरिए रोबोटैक्सी का सफर बुक कर सकते हैं। टैक्सी के आने पर उन्हें अपनी पहचान का सत्यापन करना होगा। टैक्सी तभी चलेगी जब वह डिटेक्ट कर लेगी कि सभी यात्रियों ने सीट बेल्ट लगा लिए हैं। बाइडू आगे और भी शहरों में इस तरह की टैक्सियां चलाएगी।
- काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी में शनिवार देर रात उत्तरी छोर पर ईंधन के कई टैंकरों में आग लगने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक आरियान ने रविवार को बताया कि जांचकर्ता जलकर खाक हो चुके टैंकरों और एक गैस स्टेशन की अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर रहे हैं। इस गैस स्टेशन में भी आग लग गई थी। यह तत्काल नहीं पता चल सका है कि आग दुर्घटनावश लगी या जानबूझकर लगाई गई है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका और नाटो के शेष बचे सैनिकों की देश से वापसी शुरू हो गई है जो अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे बड़े युद्ध को समाप्त कर देगा। सभी 2,500-3,500 अमेरिकी सैनिकों और करीब 7,000 नाटो संबद्ध बलों के 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से वापस बुला लिया जाएगा। अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमलों के बाद सैनिकों को अफगानिस्तान भेजा गया था। अरियान ने कहा कि चिंगारी से ईंधन के एक टैंकर में आग लग गई। इसके बाद पास के कई टैंकर आग की चपेट में आ गए जिसने भीषण रूप ले लिया। काबुल के उत्तरी छोर में लगी आग ने कई घरों और एक गैस स्टेशन को अपनी चपेट में ले लिया। कई ढांचे नष्ट हो गए तथा काबुल के अधिकतर इलाकों की बिजली गुल हो गई। ट्रक चालकों ने रविवार को सड़क बाधित कर सरकार से मुआवजे की मांग की।घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है। घटना के बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए लेकिन उनकी क्षमता सीमित थी और उन्हें आग पर काबू पाने में घंटों लग गए। रविवार सुबह जल कर खाक हो चुके सामान में से आग की लपटे निकल रही थीं।
- ग्रीन बे (अमेरिका। विस्कॉन्सिन के कसीनो रेस्तरां में शनिवार रात एक बंदूकधारी की गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गयी एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने हमलवार को मार गिराया। ब्राउन काउंटी के शेरिफ (काउंटी के शीर्ष अधिकारी) लेफ्टिनेंट केविन पवलाक ने कहा कि जांच अधिकारियों का मानना है कि बंदूकधारी किसी खास आदमी की तलाश में था। पवलाक ने बताया, हमलवार किसी खास व्यक्ति की तलाश में था जो वहां मौजूद नहीं था। इसके बावजूद उसने वहां कुछ लोगों पर गोलीबारी की।'' घटना को अंजाम देने वाले बंदूकधारी या मृत लोगों की पहचान अभी उजागर नहीं की गयी है। ग्रीन बे के पश्चिमी हिस्से में ओनेडा नेशन द्वारा संचालित ओनेडा कसीनो में रात साढ़े सात बजे यह घटना हुई।-file photo
- तोक्यो। उत्तरी जापान में शनिवार तड़के तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, लेकिन इससे सुनामी आने का कोई खतरा नहीं है। इस भूकंप में जान-माल का नुकसान होने की अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।जापान मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 6.6 थी और इसका केंद्र उत्तरी जापान में मियागी के तट के पास 60 किलोमीटर गहराई में था। इसी इलाके में मार्च 2011 में आए भीषण भूकंप और सुनामी से करीब 20,000 लोगों की मौत हो गई थी।
- वाशिंगटन। दुनियाभर के ग्लेशियरों (हिमनदों) के त्रि-आयामी उपग्रह मापन से पता चला है कि वे तेजी से पिघल रहे हैं और 15 साल पहले की तुलना में प्रति वर्ष इनकी 31 प्रतिशत हिम खत्म हो रही है। वैज्ञानिक इसके लिये मानव-जनित जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार मान रहे हैं।बुधवार को 'नेचर' नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्यनन में वैज्ञानिकों ने हाल ही में सामने आए 20 वर्ष के आंकड़ों का इस्तेमाल कर गणना की है कि दुनियाभर के 2 लाख 20 हजार पर्वतीय ग्लेशियर 2015 से प्रतिवर्ष 328 अरब टन बर्फ खो रहे हैं। अध्ययन का नेतृत्व करने वाली ईटीएच ज्यूरिक तथा फ्रांस की यूनिवर्सिटी ऑफ तुलूस में हिमनद विज्ञानी रोमेन ह्यूगोनेट ने कहा कि 2015 से 2019 के बीच बर्फ पिघलने की औसत वार्षिक दर साल 2000 से 2004 के बीच की अवधि की तुलना में 78 अरब टन अधिक है। यह दर बीते 20 साल में दोगुनी हो गई है, जो कि बहुत अधिक है। आधे ग्लेशियरों का ह्रास अमेरिका और कनाडा में हो रहा है। ह्यूगोनेट ने कहा कि अलास्का उन स्थानों में से एक है, जहां ग्लेशियरों के पिघलने की दर सबसे अधिक है। कोलंबिया में प्रतिवर्ष 115 फुट ग्लेशियर बर्फ पिघल जाती है। अध्ययन में पता चला है कि दुनिया के लगभग सभी ग्लेशियर पिघल रहे हैं। तिब्बत में स्थित ग्लेशियर जो स्थिर रहा करता था, वह भी इससे अछूता नहीं रहा है।
- लंदन। भारत में कोरोना वायरस के बेहताशा मामले आने और बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के बीच ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स ने भारत की मदद की अपील करते हुए कहा कि दक्षिण एशियाई देश ने अन्य मुल्कों की मदद की थी अब उसकी मदद करने की जरूरत है।ब्रिटेन के सिंहासन के 72 वर्षीय उत्तराधिकारी ने यह विश्वास जताया कि एक साथ मिलकर यह लड़ाई जीत ली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में जो लोग महामारी का दंश झेल रहे हैं वह उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। क्लेरेंस हाउस की ओर से जारी बयान में राजकुमार चार्ल्स ने कहा, " एक साल से अधिक समय के दौरान इस महामारी ने दुनियाभर में हमपर विनाशकारी प्रभाव डाला है। इस हफ्ते हमने भारत में कोविड-19 की जो भयावह तस्वीरें देखी हैं उससे मैं काफी दुखी हूं।" चाल्र्स के परोपकारी संगठन 'ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट' ने लोगों से भारत की मदद करने की अपील की है।उन्होंने कहा, " मुझे उम्मीद है कि हममें से और लोग जरूरत के समय भारत में लोगों की मदद करने के लिए सहायता देंगे। " ब्रिटेन के तख्त के उत्तराधिकारी ने कहा, " कई अन्य लोगों की तरह मुझे भारत काफी पसंद है और मैंने देश की कई बार शानदार यात्रा की है। भारत ने मुश्किल समय में अन्य देशों की मदद की है। चूंकी भारत ने अन्य की मदद की है, इसलिए हमें भारत की मदद करनी चाहिए।" उन्होंने कहा, " हम एक साथ यह लड़ाई जीतेंगे।"
- काठमांडू। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को सलाह दी कि वे किसी तीसरे देश में जाने के लिए नेपाल रुकने से बचें। नेपाल ने कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए ऐसे विदेशी नागरिकों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो किसी अन्य देश जाने के रास्ते में नेपाल में रुकते हैं। यह प्रतिबंध आज यानी 28 अप्रैल से अगले आदेश तक लागू होगा। भारतीय दूतावास ने इसी अधिसूचना के हवाले से अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे किसी तीसरे देश जाने के लिए नेपाल आने से बचें।
- वाशिंगटन/लंदन। दुनिया के कई देशों ने कोरोना वायरस के अप्रत्याशित मामलों का सामना कर रहे भारत में जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन सिलेंडरों और अन्य मशीनों-उपकरणों की मदद भेजी है। भारत कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और पिछले कुछ दिनों से रोज संक्रमण के तीन लाख से ज्यादा मामले आ रहे हैं तथा कई शहरों में चिकित्सकीय ऑक्सीजन और बेड की किल्लत पैदा हो गयी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, ‘‘हम मदद की पूरी श्रृंखला तत्काल भेज रहे हैं जिसकी उन्हें जरूरत है। इनमें रेमडेसिविर और अन्य दवाएं भी शामिल हैं। '' बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सोमवार को विस्तार से चर्चा की थी और इस घातक बीमारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में देश के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की थी।ब्रिटेन ने पुष्टि की है कि महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की पहली खेप के बाद 400 और ऑक्सीजन सांद्रक भारत भेजे जाएंगे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद के अपने साप्ताहिक ‘प्राइम मिनिस्टर्स क्वेश्चन्स' (पीएमक्यू) सत्र की शुरुआत भारत के साथ एकजुटता के संदेश के साथ की और कहा कि आगे की जरूरतों के बारे में भारत सरकार के साथ चर्चा चल रही है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि ब्रिटेन भारत को सहायता की आपूर्ति करने वाला पहला देश है जहां से 200 वेंटिलेटर और 95 ऑक्सीजन सांद्रकों की खेप मंगलवार को नयी दिल्ली पहुंची और उसे भारतीय अस्पतालों में वितरित किया जा रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि उनका देश कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत को एक करोड़ डॉलर की मदद मुहैया कराएगा। ट्रूडो ने कहा है कि विदेश मंत्री मार्क गार्नो की भारत में अपने समकक्ष एस जयशंकर से बात हुई है कि कनाडा किस तरह की मदद मुहैया करा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम कनाडा रेड क्रॉस के जरिए भारतीय रेड क्रॉस को एक करोड़ डॉलर मुहैया कराने को भी तैयार हैं।''सिंगापुर सरकार ने ऑक्सीजन सिलेंडरों की खेप भारत भेजी है। ‘चैनल न्यूज एशिया' की खबर के अनुसार, सिंगापुर की वायुसेना ने सिंगापुर से पश्चिम बंगाल के लिए दो सी-130 विमानों से ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाये। न्यूजीलैंड कोविड-19 के बढ़ते मामलों से जूझ रहे भारत की मदद के लिए रेड क्रॉस को करीब 7,20,365 अमेरिकी डॉलर की राशि देगा। विदेश मंत्री ननाइया महुता ने बुधवार को यह घोषणा की। महुता ने कहा, ‘‘इस मुश्किल वक्त में हम भारत के साथ हैं और जिंदगियों को बचाने के लिए निरंतर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चा के कर्मियों के प्रयासों की सराहना करते हैं।'' भारतीय-अमेरिकी गैर लाभकारी संगठन (एनजीओ) ‘सेवा इंटरनेशनल यूएसए' ने भारत में कोविड-19 राहत कार्यों के लिए सोशल मीडिया के जरिए करीब 47 लाख डॉलर की धनराशि जुटायी है। निधि जुटाने का अभियान शुरू करने के 100 घंटों से भी कम वक्त में 66,700 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों ने भारत में कोविड-19 राहत कार्यों के लिए 47 लाख डॉलर से अधिक की धनराशि जुटायी।
- न्यूयार्क। अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि पूरी तरह टीकाकरण करवा चुके अमेरिकियों को अजनबियों की बड़ी भीड़ छोड़कर अन्यत्र मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कि जिन लोगों ने टीका नहीं लगवाया है, वे भी कुछ स्थितियों को छोड़कर बिना मास्क लगाये बाहर जा सकते हैं। रोग नियंत्रण एवं रोकथम केंद्र (सीडीएस) ने कोरोना वायरस महामारी से सामान्य जनजीवन की ओर बहुत ही सधे उपायों के तहत मंगलवार को नये दिशानिर्देश जारी किये। इस महामारी के कारण अमेरिका में 5,70,000 लोगों की जान गयी है । पिछले एक साल से सीडीसी अमेरिकियों को बाहर जाने पर किसी भी अन्य व्यक्ति से छह फुट के फासले पर मास्क लगाने की सलाह देता रहा है। सीडीसी के रूख में यह बदलाव तब आया है जब अमेरिका में आधे से अधिक वयस्कों को कोरोना वायरस टीके की कम से कम एक खुराक लग चुकी है और एक तिहाई से अधिक पूरी तरह टीकाकरण से गुजर चुके हैं। बर्मिंघम के अलबामा विश्वविद्यालय में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. माइक साग ने इस बदलाव का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘ यह आजादी की वापसी है। यह हमारा सामान्य जनजीवन की ओर लौट पाना है। ....'' संकट के समय अपने मार्गदर्शन में सावधान रहे सीडीसी ने उन बातों पर मुहर लगायी है जो कई सप्ताहों से अमेरिकी करते आ रहे हैं। सीडीसी के अनुसार ‘‘पूरी तरह टीकाकरण करा चुके हों या नहीं, ऐसे लोग जब बाहर अकेले या परिवार के सदस्यों के साथ जाते हैं, मोटरसाइकिल या पैदल जाते हैं तो उन्हें मास्क लगाने की जरूरत हैं , वे पूरी तरह टीकाकरण करवा चुके अन्य लोगों के साथ बंद सभागार में बिना मास्क जा सकते हैं।'' दिशानिर्देशों के तहत टीकाकरण नहीं करवाये लोग- यानी जिसने फाइजर, मोर्डना, जॉनसन के टीके नहीं लगाये हो, उन्हें बाहरी कार्यक्रम में मास्क लगाना है। ऐसे स्थानों पर अन्य लोग भी बिना टीके वाले हो सकते हैं। उन्हें बाहरी रेस्तरां में मास्क लगाना चाहिए। सीडीसी के अनुसार पूर्ण टीकाकरण करवा चुके लोगों को ऐसी स्थितियों में चेहरा ढंकने की जरूरत नहीं है। हालांकि कंसर्ट या खेलकूद जैसे भीड़भाड़ वाले खुले कार्यक्रमों में सभी को मास्क लगाना चाहिए।
- वैंडेनबर्ग । कैलिफोर्निया से अमेरिका के एक जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया। वैंडेनबर्ग वायु सेना अड्डे से यूनाइटेड लॉन्च अलायंस डेल्टा IV हेवी रॉकेट के जरिये एनआरओएल-82 उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया। प्रक्षेपण के दूसरे चरण के पूरा होने तक पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गयी और उपग्रह पर सुरक्षात्मक कवर लगाया गया था। बाद में नेशनल रिकोनेसंस ऑफिस (एनआरओ) के अनुरोध पर वीडियोग्राफी रोक दी गयी। एनआरओ एक सरकारी एजेंसी है जो अमेरिकी खुफिया उपग्रहों के विकास, निर्माण, प्रक्षेपण और रख रखाव का जिम्मा संभालती है।
- नयी दिल्ली । थाईलैंड ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के चलते भारत से लोगों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। दिल्ली स्थित थाई दूतावास ने एक बयान में कहा कि भारत से थाईलैंड में एक मई से प्रवेश के लिए गैर थाई नागरिकों को जारी किए गए प्रमाणपत्र रद्द किए जा रहे हैं। इसने कहा, ‘‘एक मई से भारत से थाईलैंड में प्रवेश के लिए गैर थाई नागरिकों को जारी किए गए प्रमाणपत्र अगले आदेशों तक निलंबित रहेंगे।'' दूतावास ने पूर्व में कहा था कि वह एक मई, 15 मई और 22 मई को नयी दिल्ली से बैंकॉक के लिए उड़ानों की व्यवस्था करेगा। इसने अपने नवीनतम बयान में कहा है कि इन उड़ानों में गैर थाई नागरिकों को सवार नहीं होने दिया जाएगा।
- लंदन । ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने कोविड रोधी टीकाकरण को विस्तारित करते हुए कहा है कि देश में अब 44 साल और इससे अधिक आयु के हर व्यक्ति को टीका लगाया जाएगा। देश के डॉक्टरों ने लोगों से आग्रह किया है कि वे टीका लगवाने के लिए आगे आएं।एनएचएस के आंकड़ों के अनुसार 45 से 49 साल उम्र की दो तिहाई आबादी का अब तक कोविड रोधी टीकाकरण हो चुका है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा, ‘‘50 साल से अधिक उम्र के 95 प्रतिशत लोग टीके की पहली खुराक ले चुके हैं और 45 से 49 साल तक की उम्र के दो तिहाई लोगों का टीकाकरण हो चुका है। अब हम 44 साल और इससे अधिक आयु के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत कर रहे हैं।'' एनएचएस ने कहा कि 40 से 43 साल तक की उम्र के लोगों का टीकाकरण करने के बारे में आगामी दिनों में निर्णय किया जाएगा।-file photo
- सिंगापुर। सिंगापुर और हांगकांग ने महामारी की स्थिति पर काबू पाने के बाद दोनों वैश्विक विमानन और वित्तीय केंद्रों के बीच सतर्कता के साथ 26 मई से एयर ट्रैवल बबल (एटीबी) को शुरू किए जाने पर सहमति जताई है। एटीबी को कोरोना गलियारा के नाम से भी जाना जाता है, और ये दो ऐसे देशों के बीच विशेष साझेदारी है, जिन्होंने कोरोना वायरस पर काबू पाने में उल्लेखनीय कामयाबी हासिल की है। एटीबी को पिछले साल नवंबर में शुरू किया जाता था, लेकिन हांगकांग में महामारी के प्रसार के मद्देनजर इन्हें रद्द कर दिया गया था। सिंगापुर के परिवहन मंत्रालय ने कहा कि व्यवस्थाओं की समीक्षा के बाद समझौते में कई सुधार किए गए, जिसमें एटीबी को दोबारा शुरू करने के लिए सख्त शर्तें भी शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘हांगकांग में कोविड-19 की स्थिति में सुधार हुआ है और पिछले कुछ हफ्तों में संक्रमण के मामलों में स्थानीय संपर्क के मामले बेहद कम हैं।'' उन्होंने कहा कि दोनों शहरों के जोखिम की आशंका अब एक जैसी है।मंत्रालय ने कहा कि दोनों शहर अब से लेकर 26 मई तक कोविड-19 की स्थिति की बारीकी से निगरानी करेंगे और यदि स्थिति लगातार सामान्य बनी रही तो हवाई यात्रा को सावधानी के साथ शुरू किया जाएगा।