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- नई दिल्ली। यूरोपीय संघ के आठ देशों ने कोविशील्ड को स्वीकृत टीकों की सूची में शामिल कर लिया है। इन देशों में जर्मनी, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रिया, स्विटजरलैंड, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड और स्पेन शामिल हैं। इस कदम से कोविशील्ड टीका लगा चुके लोगों को इन देशों की यात्रा प्रतिबंधों से छूट मिलेगी।भारत ने कल कहा था कि वह यूरोपीय संघ के डिजिटल कोविड प्रमाण पत्र को तभी मान्यता देगा जब यूरोपीय संघ भी भारतीय टीकों-कोविशील्ड और को-वैक्सीन को मान्यता देगा। यूरोपीय संघ के देशों में यात्रा के लिए आज से ग्रीन पास की जरूरत होगी। जिन लोगों ने टीकों की दोनों डोज ले ली हैं उन्हें अनिवार्य रूप से क्वारंटीन में रहने के नियम से छूट मिलेगी।
- बरेली । उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के मीरगंज इलाके के गांव संजरपुर निवासी प्राथमिक विद्यालय के पूर्व अध्यापक ने सूदखोरों (ब्याज पर पैसा देने वालों) से परेशान हो जहर खा कर आत्महत्या कर ली । पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आत्महत्या से पहले उन्होंने आरोपियों के नाम लिखकर सुसाइड नोट छोड़ा था।पुलिस के अनुसार मंगलवार की शाम गंभीर हालत में चंद्रपाल (65) अपने गन्ने के खेत में पड़े मिले थे ,परिवार वालों ने उन्हें इलाज हेतु जिला अस्पताल बरेली में भर्ती कराया था जहां बुधवार को उनकी मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि पूर्व अध्यापक की जेब में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें बरेली के किन व्यक्तियों द्वारा लेन देन का मामला लिखा हुआ पाया गया हैं । पुलिस ने बताया कि सूदखोरों का पता लगाया जा रहा है।
- मैसूर। संस्कृत समाचार पत्र ‘सुधर्मा' के संपादक के वी संपत कुमार का मैसूर में बुधवार दोपहर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके परिवार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। संपत कुमार 64 साल के थे। बताया जाता है कि ‘सुधर्मा' विश्व का एकमात्र संस्कृत समाचार पत्र है। संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार में योगदान और कई चुनौतियों के बावजूद समाचार पत्र का प्रकाशन जारी रखने के लिए संपत कुमार और उनकी पत्नी के एस जयलक्ष्मी को 2020 में ‘पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार ‘सुधर्मा' की शुरुआत कुमार के पिता वरदराजा अय्यंगर ने 15 जुलाई 1970 को की थी। संपत कुमार ने बाद में यह बीड़ा अपने कंधों पर उठाया और समाचार पत्र के रिपोर्टर, संपादक तथा प्रकाशक के रूप में कार्य किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘श्री के वी संपत कुमार जी एक प्रेरणादायी शख्सियत थे जिन्होंने संस्कृत के संरक्षण और खासकर युवाओं में उसे लोकप्रिय बनाने के लिए अथक प्रयास किया। उनका जुनून और समर्पण प्रेरणादायी है। उनके निधन की खबर से दुखी हूं। उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।'' केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संपत कुमार के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘के वी संपत कुमार जी का जीवन संस्कृत भाषा के संरक्षण व संवर्धन के प्रति समर्पित रहा। संस्कृत भाषा को आम बोलचाल का हिस्सा बनाने में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका निधन संस्कृत व पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति है। प्रभु दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें।'' कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी संपत कुमार के निधन पर शोक जताया है।
- अवैध संबंधों में हुई थी विवाहिता की हत्या, दो आरोपी गिरफ्तारकानपुर। यूपी के गांव खनिगवां में महिला की हत्या अवैध संबंधों के चलते उसके कथित प्रेमियों ने की थी। पुलिस ने घटना का खुलासा कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। एक और आरोपी की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।एएसपी (पश्चिमी) कपिल देव सिंह ने बताया कि बेहटा गोकुल थाना क्षेत्र के गांव खनिगवां निवासी रवि कुमार की पत्नी सीमा उर्फ रेनू (35) की सोमवार की रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। मंगलवार की सुबह उसका शव झोपड़ी के पीछे 20 मीटर दूर पड़ा मिला था।एएसपी (पश्चिमी) कपिल देव सिंह ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की थी। उन्होंने मामले के खुलासे के लिए पुलिस की दो टीमें गठित की थी। पूरे मामले में अवैध संबंधों में हत्या की बात सामने आ रही थी। घटना का खुलासा पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही कर दिया।बेहटा गोकुल थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार राय ने बताया कि मृतका के पुत्र सचिन ने आरोपी विशाल, आरोपी अरविंद और आरोपी अंकित के घर आने जाने और घटना की रात भी घर आने की जानकारी दी थी। इसी आधार पर एफआईआर भी दर्ज की गई थी। आरोपी विशाल और आरोपी अंकित को गिरफ्तार कर लिया गया है।बेहटा गोकुल थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार राय ने बताया कि आरोपी विशाल के अवैध संबंध सीमा उर्फ रेनू के साथ थे। इधर, कुछ समय से सीमा उर्फ रेनू की नजदीकियां आरोपी अंकित और आरोपी अरविंद के साथ भी हो गई थीं। एक दिन तीनों कथित प्रेमियों को आपस में चर्चा के दौरान इसका पता चला तो सभी ने मिलकर हत्या की योजना बना ली। इसके बाद सोमवार रात झोपड़ी से बाहर बुलाकर रेनू की हत्या कर दी गई।-file photo
- खंडवा। मध्यप्रदेश में एक महिला अवैध संबंध के चक्कर में पति की ही कातिल बन गई। शामली में एक महिला ने अपने प्रेमी जीजा के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या करा दी। सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा सीएसपी ललित गठरे ने किया। इस दौरान एफएलसी अधिकारी मुजाल्दे और सिटी कोतवाली थाना प्रभारी बीएल मंडलोई भी मौजूद थे।सीएसपी ने बताया कि आरोपी महिला शबाना का आरोपी जीजा से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बात की जानकारी होने पर आरोपी शबाना का पति संजू आए दिन अपनी पत्नी से मारपीट करता था। ऐसे में एक दिन आरोपी ने अपने प्रेमी जीजा के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची। सीएसपी ललित गठरे ने बताया कि एक रात आरोपी शबाना ने पहले पति संजू का गला दबाया फिर सिलबट्टे से मारा। इसके बाद दोनों हाथों की नसें ब्लेड से काट दी। संजू की मौत होने के बाद उसे चटाई में लपेटकर तालाब किनारे फेंक आए। जब लोगों ने शव देखा तो पुलिस को खबर दी। सनसनीखेज हत्याकांड के लिए एसपी ने सीएसपी ललित गठरे के नेतृत्व में टीम गठित की और फिर हत्याकांड का खुलासा हुआ। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
- अजीबो-गरीब मकसद का खुलासाकन्नूर। केरल में लैपटॉप की चोरी करने में किसी चोर को महारत हासिल होना कोई असामान्य बात नहीं है लेकिन अपनी प्रेमिका की खातिर मेडिकल के विद्यार्थियों से पुरानी दुश्मनी निकालने के लिए उनका लैपटॉप चुराना सुनने में अजीब लग सकता है। एक चोर के इस अजीबो-गरीब मकसद का खुलासा उस वक्त हुआ जब पुलिस ने पड़ोस के तमिलनाडु से इंजीनियरिंग के एक छात्र, 25 वर्षीय आरोपी तमिल सेल्वम को सोमवार को यहां परियरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल से हाल में हुई लैपटॉप चोरी के सिलसिले में गिरफ्तार किया।अस्पताल के स्नातकोत्तर मेडिकल विद्यार्थी की शिकायत पर पुलिस ने इस आरोपी को सलेम से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने विभिन्न राज्यों में सैकड़ों मेडिकल विद्यार्थियों के लैपटॉप चुराए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, आरोपी के बयान के मुताबिक, उसे और उसकी प्रेमिका को 2015 में अपने गृह राज्य में कुछ मेडिकल विद्यार्थियों से समस्या हुई थी। उन्होंने बताया, मेडिकल समुदाय के कुछ लोगों ने उसकी प्रेमिका के साथ कथित तौर पर दुव्र्यवहार किया था और तभी से आरोपी सेल्वम मेडिकल छात्रों को निशाना बना रहा था। उसने ऐसा दावा किया है। ऐसा बताया गया कि उसका मकसद मेडिकल छात्रों की कीमती वस्तुओं को चुराकर और उन्हें बेचकर उनको मानसिक परेशानी देना था। अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने बताया है कि वह चोरी के सिलसिले में अन्य राज्यों में भी पुलिस की हिरासत में रहा है। उन्होंने कहा, हमें पक्का नहीं पता है कि उसके दावे कितने सच हैं। हमें पहले चीजों को प्रमाणित करना होगा। हम उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने पर और ब्योरों के खुलासे की उम्मीद कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि आरोपी को रविवार को गिरफ्तार किया गया और स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया गया जिसने उसे जेल भेज दिया।
- जींद। जींद में एक युवक ने अपनी मां की कथित तौर पर हत्या करके पुलिस और परिजनों को जानकारी दिए बिना उसका अंतिम संस्कार कर दिया। यह जानकारी पुलिस ने दी।शहर थाना प्रभारी डॉ. सुनील कुमार के अनुसार हिसार जिले के गामड़ा गांव निवासी विनोद (22) अपनी मां व बहन सपना के साथ शहर के शर्मा नगर में रहता था। उन्होंने बताया कि सपना ने शहर थाना पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि उसके पिता आजाद की करीब 15 साल पहले मौत हो गई थी और ढाई साल पहले उसकी मां बिमला उसे साथ लेकर जींद में किराये के मकान में डेयरी चलाने लगी। शहर थाना प्रभारी डॉ. सुनील कुमार ने सपना की शिकायत के हवाले से बताया कि उसका छोटा भाई आरोपी विनोद गांव में ही दादा धर्मपाल और दादी रोशनी के पास रहता था। सपना के मुताबिक आरोपी विनोद अपने विवाह के लिए लगातार अपनी मां पर दबाव डाल रहा था। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले अट्टा-सट्टा अपने रिश्ते के बदले बहन का रिश्ता देने की शर्त में शादी की बात सामने आयी तो मां ने इससे इनकार कर दिया। शिकायत के अनुसार इसी के कारण से आरोपी विनोद अपनी मां के साथ अक्सर झगड़ा करता था।थाना प्रभारी श्री कुमार के अनुसार मंगलवार सुबह आरोपी विनोद दादा-दादी के बुलाने की बात कहकर सपना को गांव में छोड़ आया और खुद किसी काम के सिलसिले में गुरुग्राम जाने की बात कहकर निकल गया। उन्होंने शिकायत के हवाले से बताया, आरोपी विनोद शाम को फोन करके भैंस के दूध नहीं देने की बात कहकर सपना को वापस जींद ले आया। गेट बंद होने के चलते आरोपी विनोद दीवार फांदकर अंदर घुसा और बाहर आकर कहा कि मां ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। सपना का आरोप है कि जब उसने अंदर जाकर देखना चाहा तो आरोपी विनोद ने कुछ नहीं दिखाया। बाद में आरोपी अपने दोस्त आरोपी आंशु के साथ मिलकर मां के शव को कपड़े में बांधकर गांव ले गया और वहां पर रिश्तेदारों को सूचित किए बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। उन्होंने बताया कि सपना ने भाई आरोपी विनोद पर मां की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी विनोद और उसके दोस्त आरोपी आंशु के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी है।
- नयी दिल्ली। केंद्र ने राज्यों को कहा कि पांबदियों को हटाना और राहत देना अहम है लेकिन इसे ध्यानपूर्वक किया जाना चाहिए और कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित रखने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 28 जून को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा कि एकरूपता लाने के लिए जरूरी है कि पाबंदियों को लागू करने या ढील देने के मौजूदा ढांचे का अनुपालन जारी रहे, जो बीमारी के बोझ और स्वास्थ्य आधारभूत अवसंरचना पर आधारित है । यह अब भी महत्वपूर्ण है। भूषण ने उन लक्षित कार्यों को भी सूचीबद्ध किया है जिन्हें राज्यों द्वारा लागू करने की जरूरत है जिनमें जिले को प्रशासन इकाई मानकर मामलों की नियमित निगरानी और नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदम उठाने और स्वास्थ्य अवसरंचना को अद्यतन बनाने का कार्य शामिल है। उन्होंने कहा कि संक्रमण दर की गणना सप्ताह में जांचे गए कुल नमूनों में संक्रमितों के आधार पर किया जाना चाहिए जो जिले में संक्रमण के फैलने का एक अहम संकेतक है। उच्च संक्रमण दर होने पर सख्त निषिद्ध और पांबदी नियमों को लागू किया जाना चाहिए ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।पत्र में उन्होंने कहा कि इसी प्रकार प्रत्येक जिले को उपलब्ध बिस्तरों के अनुपात में भर्ती मरीजों का विश्लेषण करना चाहिए ताकि उपलब्ध स्वास्थ्य अवंसरचना का आकलन किया जा सके और सुनिश्चित किया जा सके कि उनपर भारी दबाव न आ जाए और मरीजों की भर्ती सुनिश्चित हो सके। अधिक बिस्तरों पर मरीजों की भर्ती संकेत है कि जिले को उपलब्ध बिस्तरों को अपग्रेड करने के लिए खास कदम उठाने की जरूरत है जबकि संक्रमण को नियंत्रित करने के कार्य भी तेजी से करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अवंसचना को अद्यतन करने में काफी समय लगता है (महीना या इससे ज्यादा) इसलिए जिले को नियमित आधार पर मामलों का विश्लेषण कर और मरीजों की संख्या में संभावित वृद्धि का आकलन कर इस अवसंरचना को उन्न्त करने की योजना बनानी चाहिए। स्वास्थ्य सचिव ने पत्र में कहा कि जिलों को प्राथमिकता देने के लिए गहन अनुवर्ती कार्य करने की जरूरत है। राज्य और केंद्रशासित प्रदेश उन जिलों की पहचान कर सकते हैं जहां पर अधिक पाबंदी की जरूरत है जबकि बाकी जिलों में कम साप्ताहिक मामलों और उपलब्ध बिस्तरों के अनुपात में मरीजों की कम संख्या के आधार पर पाबंदियों में अधिक ढील दे सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन जिलों में साप्ताहिक संक्रमण दर अधिक है और बिस्तर अधिक भरे हुए हैं वहां पर गहन निगरानी की जरूरत है, ऐसे में राज्य, राज्य मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त करने पर विचार कर सकते हैं। पत्र में कहा गया कि जिला नोडल अधिकारी जिलाधिकारी/नगर आयुक्त से समन्वय कर नए मामलों के क्लस्टर की पहचान करने और जरूरी निषिद्ध नियमों को लागू करने का काम करेगा। स्वास्थ्य सचिव ने साफ तौर पर लिखा है कि जिन इलाके में पाबंदी लगाई गई है वहां पर यह न्यूनतम 14 दिनों तक लागू रहेगा जबकि जिले के बाकी इलाके जहां पर प्रतिबंध की कार्रवाई नहीं की गई, वहां पर ढील दी जा सकती है।
- नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वास्थ्य अनुसंधान क्षेत्र में भारत और नेपाल के बीच समझौता ज्ञापन को बुधवार को अनुमति प्रदान कर दी । एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस समझौता ज्ञापन के बारे में अवगत कराया गया ।एक सरकारी बयान के अनुसार, इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) एवं नेपाल स्वास्थ्य अनुसंधान परिषद (एनएचआरसी) के बीच क्रमश: 17 नवंबर, 2020 तथा 4 जनवरी, 2021 को हस्ताक्षर किये गये थे । इसमें कहा गया है कि इस एमओयू का उद्देश्य सीमा-पार स्वास्थ्य मुद्दों, आयुर्वेद/पारंपरिक औषधि एवं चिकित्सा पादपों, जलवायु परिवर्तन एवं स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोगों, मानसिक स्वास्थ्य, जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री, उष्णकटिबंधीय रोगों (डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, जेई आदि) जैसे क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान क्रियाकलापों पर सहयोग करना है। बयान के अनुसार, इसके अलावा इंफ्लूएंजा, क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री, स्वास्थ्य अनुसंधान आचार नीति, ज्ञान के आदान-प्रदान के जरिये क्षमता निर्माण, कौशल विकास तथा सहयोग सहित स्वास्थ्य अनुसंधान से संबंधित सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों जैसे पारस्परिक हित से जुड़े विषयों पर संयुक्त अनुसंधान कार्य में सहयोग किया जायेगा । इसमें कहा गया है कि प्रत्येक पक्ष अपने देश में इस एमओयू के तहत अनुमोदित अनुसंधान के घटकों का वित्तपोषण करेगा या संयुक्त रूप से तीसरे पक्ष से वित्त पोषण (थर्ड पार्टी फंडिंग) के लिए आवेदन करेगा। बयान के अनुसार मंजूर की गयी सहयोगात्मक परियोजनाओं के तहत वैज्ञानिकों के आदान-प्रदान के लिए भेजने वाला पक्ष यात्रा करने वाले वैज्ञानिकों की यात्रा की लागत का वहन करेगा जबकि मेजबान पक्ष वैज्ञानिक/शोधकर्ताओं के ठहरने और रहने का व्यय करेगा। file photo
- नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीके से पुरुषों और महिलाओं की प्रजनन क्षमता कम होने का कोई वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं मिला है। मंत्रालय ने कहा कि टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया कि ‘कोविड-19 टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय विशेषज्ञ दल' (एनईजीवीएसी) ने स्तनपान कराने वाली सभी महिलाओं को भी टीका लगवाने का सुझाव दिया है और कहा है कि यह सुरक्षित है तथा टीका लगवाने से पहले या उसके बाद स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। मंत्रालय की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब मीडिया में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर नपुंसकता और बांझपन की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसी खबरें भी सामने आई जिनमें कहा गया कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए टीका लगवाना सुरक्षित नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने वेबसाइट पर डाले गए प्रश्नोत्तर में स्पष्ट किया है कि उपलब्ध किसी भी टीके से पुरुषों या महिलाओं में प्रजनन क्षमता प्रभावित होने का साक्ष्य नहीं मिला है। बयान में कहा गया कि सभी टीकों और उनके घटकों का परीक्षण पहले पशुओं पर किया गया तथा उसके बाद मानवों पर किया गया ताकि किसी भी दुष्प्रभाव का पता लगाया जा सके। टीकों के प्रभाव और सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद ही उनके इस्तेमाल की मंजूरी दी गई। बयान में कहा गया, “इसके अतिरिक्त, कोविड-19 टीकाकरण से प्रजनन क्षमता प्रभावित होने की अफवाह पर लगाम लगाने के लिए भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई वैज्ञानिक साक्ष्य उपलब्ध नहीं है जिससे साबित हो सके कि टीका लगवाने से पुरुषों में नपुंसकता या महिलाओं में बांझपन जैसी समस्या हो सकती है। टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं।” हाल में दिए गए एक साक्षात्कार में ‘टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह' के कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने ऐसी आशंकाओं पर स्पष्टीकरण दिया था। उन्होंने कहा था कि पोलियो टीकाकरण के दौरान भी ऐसी ही अफवाहें फैलाई गई थीं। उन्होंने कहा था कि सभी टीके वैज्ञानिक अनुसंधान के बाद बनते हैं और इस प्रकार का दुष्प्रभाव किसी में नहीं होता।
- नयी दिल्ली। केंद्र ने राजस्थान, त्रिपुरा, असम, पश्चिम बंगाल और केरल सहित 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं जहां 21 से 27 जून के बीच संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक रही। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पत्र में कहा कि देश में लगतार संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है और ऐसे में जरूरी है कि जिला और उप जिला स्तर पर हालात पर कड़ी निगरानी रखी जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 29 जून को लिखे पत्र में कहा, ‘‘इसलिए, पूरे राज्य में नियंत्रित और सतर्कता के साथ पाबंदियों में ढील और गतिविधियों की अनुमति दी जानी चाहिए।'' यह पत्र राजस्थान, मणिपुर, सिक्किम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, ओडिशा, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, केरल, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और असम को भेजा गया है। पत्र में कहा गया है, ‘‘इसलिए, आपसे अनुरोध किया जाता है कि कृपया कर इन जिलों में संक्रमण दर कम करने के लिए और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं और उसके अनुरूप हस्तक्षेप करें।'' भूषण ने पत्र में कहा, ‘‘जिला कार्य योजना के तत्वों, जैसे मामलों की निगरानी, वार्ड और ब्लॉक वार संकेतों की समीक्षा, प्रभावी निगरानी और त्वरित आधार पर संक्रमित को पृथक करना या अस्पताल में भर्ती कराना, 24 घंटे आपात केंद्र का संचालन, कमान प्रणाली और निषिद्ध क्षेत्र में सख्त मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) की रणनीति को भी विस्तृत तरीके से और सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।'' गौरतलब है कि 21 से 27 जून के बीच कुछ राज्यों में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक रही। इनमें राजस्थान के भरतपुर, राजसमंद, बारां, चितौड़गढ़, सीकर, धौलपुर, मणिपुर के पश्चिमी इम्फाल और तेंगनाउपाल, सिक्किम के पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी जिला, त्रिपुरा के उनाकोटी और धलाई, पश्चिम बंगाल का जलपाईगुड़ी, पुडुचेरी का माहे, ओडिशा के भद्रक और बालेश्वर, केरल के कोल्लम, त्रिशूर, पलक्कड, मलाप्पुरम और तिरुवनंतपुरम और असम के मोरीगांव और नलबाड़ी जिले शामिल हैं।
- नयी दिल्ली। शाहदरा के फर्श बाजार इलाके में बुधवार को एक घर में सिलेंडर में विस्फोट होने से 45 वर्षीय महिला और उसके दो बेटों और एक बेटी की दम घुटने से मौत हो गई। दिल्ली दमकल सेवा के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार मध्यरात्रि को सिलेंडर में धमाके की सूचना मिली थी जिसके बाद दमकल की नौ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। अधिकारियों के मुताबिक विस्फोट के कारण घर की छत का एक हिस्सा ढह गया। उन्होंने बताया कि घर के सामने के हिस्से में गैस स्टोव मरम्मत की दुकान थी। दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, “एलपीजी गैस सिलेंडर में रिसाव होने के कारण एक घर में आग लग गई जिसके धुएं में दम घुटने से चार लोगों की मौत हुई जबकि अन्य व्यक्ति झुलस गया और उसे हेडगेवर अस्पताल भेजा गया।” पुलिस ने बताया कि घटना में मुन्नी देवी और उनके बेटे नरेश (23), ओमप्रकाश (22) और बेटी सुमन (18) की मौत हो गई जबकि लाल चंद (29) आग में 30 फीसदी जल गया है। शाहदरा के पुलिस उपायुक्त आर एस सुंदरम ने कहा, '' पुलिस की मदद से घर के दरवाजे और खिड़कियों को तोड़कर अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने पांचों सदस्यों को बाहर निकाला। सभी को एम्बुलेंस के जरिए डॉ हेडगेवार अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित किया।'' उन्होंने कहा कि अपराध जांच दल को भी मौका मुआयना के लिए भेजा गया। साथ ही कहा कि बिजली के शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगने का संदेह है। पुलिस के मुताबिक, गैस स्टोव मरम्मत की दुकान के मालिक और उसकी भांजी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
- मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक गांव में बुधवार को मामूली बात पर 50 वर्षीय किसान की उसके भतीजे ने कथित रूप से गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि घटना शाहपुर थाना क्षेत्र के कुटबा गांव में हुई। पुलिस के अनुसार घटना के वक्त देवेदर सिंचाई के लिए खेत पर गया हुआ था। पुलिस ने बताया कि इस दौरान उसके आरोपी भतीजे ने उसे रोका और कहा कि वह पहले ट्यूबवेल का इस्तेमाल करेगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद दोनों में विवाद हो गया और आरोपी ने देवेंदर को गोली मार दी। पुलिस ने बताया कि देवेंदर को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।-file photo
- बुलंदशहर। जिले में एक अज्ञात वाहन ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिसके कारण उस पर सवार एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गयी। मृतकों में एक दो साल का बच्चा भी शामिल है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक यह हादसा मंगलवार को खुर्जा नगर कोतवाली में मीरपुर गांव में उस समय हुआ जब सुनील (26), उसकी पत्नी स्नेहा (22) और उनका बेटा अंश मोटरसाइकिल पर दिल्ली से एटा की ओर जा रहे थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि सुनील और अंश की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि स्नेहा गंभीर रूप से घायल हो गयी। गंभीर रूप से घायल स्नेहा को खुर्जा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे अलीगढ़ के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया, लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गयी।
- नयी दिल्ली। नगालैंड राज्य के पूरे क्षेत्र को सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) कानून (अफ्सपा) के अंतर्गत छह और माह के लिए ''अशांत क्षेत्र'' घोषित किया गया है। यह अवधि दिसंबर अंत तक लागू रहेगी। अफ्सपा के अंतर्गत सुरक्षा बलों को कहीं भी अभियान चलाने और किसी को भी बिना वारंट के गिरफ्तार करने का अधिकार रहता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक अधिसूचना में कहा कि सरकार का यह विचार है कि नगालैंड राज्य का पूरा क्षेत्र ऐसे अशांत एवं खतरनाक हालात में है कि सशस्त्र बलों का उपयोग आवश्यक है। मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पीयूष गोयल द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया कि अफ्सपा, 1958 की धारा तीन के अंतर्गत प्राप्त शक्तियों का उपयोग करते हुए केंद्र सरकार छह और माह के लिए नगालैंड राज्य के पूरे इलाके को अशांत क्षेत्र घोषित करती है जो 30 जून 2021 से प्रभावी होगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हत्या, लूट और फिरौती के मामलों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। नगालैंड में दशकों से अफ्सपा लागू है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 टीके की 73 लाख से अधिक खुराक अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध है, जबकि 24,65,980 से अधिक खुराक उन्हें अगले तीन दिन के भीतर प्राप्त हो जाएंगी। भारत सरकार द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक टीके की 32,13,75,820 खुराक मुफ्त चैनल और प्रत्यक्ष राज्य खरीद के माध्यम से प्रदान की गई हैं। बुधवार सुबह 8 बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इसमें से बर्बादी सहित कुल खपत 31,40,75,654 खुराक है।मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 टीके की कुल 73,00,166 खुराक अभी भी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध है। उसने कहा, ‘‘इसके अलावा, टीके की 24,65,980 से अधिक खुराक प्रक्रिया में है और यह उन्हें अगले तीन दिन के भीतर प्राप्त हो जाएंगी।'' केंद्र सरकार पूरे देश में कोविड-19 टीकाकरण की गति को तेज करने और इसके दायरे का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड-19 टीकाकरण के तहत सभी के लिए टीके का नया चरण 21 जून को शुरू हुआ था। अधिक टीकों की उपलब्धता के जरिये टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत भारत सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में कोविड के टीके उपलब्ध कराकर उनकी मदद कर रही है।
- नयी दिल्ली। दिल्ली समेत उत्तर भारत से दक्षिण पश्चिम मानसून के लगातार दूर रहने के बावजूद जून में देश में सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी। वर्तमान में दक्षिण पश्चिम मानसून बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होते हुए सदूरवर्ती उत्तरी सीमा से गुजर रहा है। आईएमडी ने बताया, ‘‘19 जून से मानसून में कोई प्रगति नहीं हुई है जबकि तीन जून से 19 जून के बीच मानसून में अधिकतर प्रगति का अनुमान रहता है।'' दक्षिण पश्चिम मानसून दो दिन की देरी के साथ केरल में तीन जून को आ चुका है। आईएमडी के अनुसार राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मानसून में प्रगति सात जुलाई को होने की संभावना है। मध्य एवं उत्तर भारतीय मैदानी इलाकों में जबरदस्त गर्मी है, जहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक चला गया है। मध्य, प्रायद्वीपीय और उत्तर पश्चिम भारत में मानसून अभी कमजोर है जबकि पूर्वोत्तर भारत, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हो रही है। आईएमडी ने कहा, ‘‘इस वर्ष देश में दक्षिण पश्चिम मानसून से 30 जून तक कुल बारिश दीर्घावधि औसत के हिसाब से सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक रही।'' मौसम विभाग ने कहा, ‘‘इस दौरान वास्तविक वर्षा सामान्य 16.69 सेमी की तुलना में 18.29 सेमी हुई है।
- नयी दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर देश के चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों को संबोधित करेंगे। भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत को अपने सभी चिकित्सकों के प्रयासों पर गर्व है। एक जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। कल तीन बजे भारतीय चिकित्सा संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में चिकित्सक समुदाय को संबोधित करूंगा।'' हर साल एक जुलाई को देश भर में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। इसी दिन देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्मदिन और पुण्यतिथि होती है। यह दिन उन्हीं की याद में मनाया जाता है। चिकित्सक समुदाय ने कोविड-19 महामारी से लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है और इस समय भी डॅाक्टर अपनी जान की परवाह किए बगैर देश सेवा में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री अक्सर अपने संबोधनों में इसके लिए चिकित्सकों और अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले अन्य लोगों की सराहना करते रहे हैं।
- नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2021 ने अब तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के भागों को छोड़कर देश के अधिकांश भागों को कवर कर लिया है।एक द्रोणीका उत्तर पूर्व उत्तर प्रदेश से उत्तर पूर्व असम तक बिहार और उप हिमालयन पश्चिम बंगाल तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। एक द्रोणिका विदर्भ से दक्षिण तमिलनाडु तक तेलंगाना और अंदरूनी तमिलनाडु होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। छत्तीसगढ़ में 1 जुलाई को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने और आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है ।मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) इस समय 26ए उत्तरी अक्षांश और 70ए पूर्वी देशांतर तथा बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजऱ रही है। 19 जून के बाद से मॉनसून आगे नहीं बढ़ा है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि उत्तर-पश्चिम भारत पर लगातार पश्चिमी दिशा से शुष्क हवाएं चलती रहीं, मॉडन जूलियन ओशीलेशन (एमजेओ) अनुकूल नहीं रहा और बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों पर कोई भी निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित नहीं हुआ।एमजेओ वर्तमान समय में भूमध्य रेखा पर पूर्वी अफ्रीका के पास चरण-1 में है और इसका एम्प्लिट्यूड 1 से अधिक है। यह 2 जुलाई तक दूसरे चरण में (हिन्द महासागर के पश्चिमी भागों और इससे सटे अरब सागर पर) पहुंच जाएगा और इसका एम्प्लिट्यूड इस दौरान भी लगभग 1 रहेगा। इसके 7 जुलाई तक तीसरे चरण में (हिन्द महासागर के पूर्वी भागों और इससे सटे बंगाल की खाड़ी पर) पहुंचने की संभावना है। एमजेओ के प्रभाव से हिन्द महासागर के उत्तरी भागों पर जुलाई के दूसरे सप्ताह लगभग 7 जुलाई के आसपास से भूमध्य रेखा पर हवाओं का प्रवाह बढ़ेगा और मॉनसून के घने बादल विकसित होंने लगेंगे। हवाओं से जुड़े मॉडल से जो संकेत मिल रहे हैं उसके अनुसार उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में 7 जुलाई से पहले बंगाल की खाड़ी से ट्रोपोस्फीयर के निचले स्तर पर पूर्वी आद्र्र हवाएँ निरंतर चलनी शुरू नहीं होंगी। इसलिए राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के बाकी हिस्सों तथा दिल्ली में 7 जुलाई से पहले मॉनसून के पहुंचने की संभावना फिलहाल नहीं है।
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- देश के सभी शेष राज्यो में भारतनेट कनेक्टिविटी का विस्तार करने के लिए भी मंजूरी प्रदान की गई
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज देश के 16 राज्यों में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से भारतनेट की संशोधित कार्यान्वयन रणनीति को मंजूरी प्रदान की। भारतनेट का अब इन 16 राज्यों में ग्राम पंचायतों (जीपी) से अलग सभी आबादी वाले गांवों तक विस्तार किया जाएगा। संशोधित रणनीति में रियायत के साथ भारतनेट का निर्माण, उन्नयन, संचालन, रख-रखाव और उपयोग भी शामिल है, जिसका चयन प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय बोली प्रक्रिया द्वारा किया जाएगा। इस पीपीपी मॉडल के लिए अनुमानित अधिकतम व्यवहार्यता अंतर कोष के लिए 19,041 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।आज कैबिनेट की मंजूरी के दायरे में आने वाले राज्य केरल, कर्नाटक, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश हैं। इसके तहत ग्राम पंचायतों सहित अनुमानित 3.61 लाख गांवों को शामिल किया जाएगा। मंत्रिमंडल ने शेष राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी आबादी वाले गांवों को शामिल करने के लिए भारतनेट का विस्तार करने को सैद्धांतिक मंजूरी भी दी। दूरसंचार विभाग इन (शेष) राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए अलग से तौर-तरीके तैयार करेगा।पीपीपी मॉडल के तहत संचालन, रख-रखाव, उपयोग और राजस्व सृजन के लिए निजी क्षेत्र की दक्षता का लाभ उठाया जाएगा और इसके परिणामस्वरूप भारतनेट की सेवा तेजी से प्राप्त होने की उम्मीद है। - नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल न् आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत सोमवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन द्वारा घोषित छह लाख 28 हजार करोड रूपये के प्रोत्साहन पैकेज को मंजूरी दे दी है। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आज मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो लाख साठ हजार करोड रूपये की ऋण गारंटी योजना को भी स्वीकृति दे दी गई है। इसमें कोविड प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक लाख दस हजार करोड रूपये और आपात क्रेडिट लाईन गारंटी योजना के लिए डेढ लाख करोड़ रूपये की राशि शामिल है। श्री जावडेकर ने बताया कि इस ऋण पर ब्याज की दर 7 से 8.25 प्रतिशत होगी।सूचना और प्रसारण मंत्री ने बताया कि सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को इस वर्ष मई से बढ़ाकर नवंबर तक किए जाने की घोषणा को भी मंजूरी दे दी है। इस योजना पर वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 93 हजार करोड रूपये से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। मत्रिमंडल ने डीएपी और फास्फोरस तथा पोटाशियम उर्वरकों के लिए घोषित 14 हजार करोड़ रूपये से अधिक की अतिरिक्त सब्सिडी को भी स्वीकृति दे दी गई है।
- नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा बुधवार जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि सभी वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 31 जुलाई तक निलंबित रहेंगी। हालांकि यह प्रतिबंध माल ढुलाई की अंतरराष्ट्रीय और विशेष रूप से अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होंगे।इससे पहले, एक परामर्श में महानिदेशालय ने कहा है कि हवाई अड्डा निदेशक या टर्मिनल मैनेजर को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी यात्री मास्क पहने हुए हैं और सुरक्षित दूरी के मानदंडों का पालन कर रहे हैं। अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि ऐसा नहीं करने पर यात्रियों को या तो चेतावनी दी जाएगी या कानून के अनुसार कार्रवाई के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दिया जाएगा।
- बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने राज्य में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सात अधिकारियों का तबादला किया है। एक सरकारी आदेश के मुताबिक, डॉ अजय नागभूषण एम एन का स्थानांतरण बेंगलुरु स्थित शहरी विकास विभाग में किया गया है। वह तुषार नाथ गिरि के स्थान पर सरकार के सचिव का पदभार संभालेंगे। बेंगलुरु महानगरीय परिवहन निगम (बीएमटीसी) की निदेशक शिखा सी. को वाणिज्यिक कर आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया है। सलमा के. फहीम को तत्काल प्रभाव से अवसंरचना विकास विभाग में अतिरिक्त सचिव बनाया गया है। इसके अलावा कनागा वल्ली एम, रघुनंदन मूर्ति, अर्चना एम एस और रम्या एस का भी तबादला किया गया है।
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एक ही परिवार के पांच सदस्यों के कंकाल खेत में 10 फुट गहरे गड्ढे से बरामद
देवास (मध्यप्रदेश)। मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर में पुलिस ने दो माह से लापता एक ही परिवार के पांच सदस्यों के कंकाल मंगलवार को एक खेत में 10 फुट गहरे गड्ढे से बरामद किये हैं। इन सभी लोगों की हत्या कर खेत में 10 फुट का गड्ढा खोद कर दबा दिया गया था। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।, जो रिश्ते में भाई हैं।यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी है। देवास जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने मंगलवार को बताया कि 13 मई को नेमावर बस स्टैंड के पीछे रहने वाले मोहन लाल कास्ते की पत्नी ममता बाई कास्ते (45), बेटी रूपाली (21), दिव्या (14) और रवि ओसवाल की बेटी पूजा (15) एवं बेटा पवन (14) लापता हो गए थे। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में गुमशुदा रिपोर्ट दर्ज कर परिवार की तलाश सरगर्मी से कर रही थी।शर्मा ने बताया कि मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली की नेमावर निवासी हुकुम सिंह चौहान के आत्माराम बाबा मेला मार्ग पर स्थित खेत में काम कर रहे व्यक्ति को इस संबंध में कुछ जानकारी है। पुलिस उसे थाने लाई और उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने खेत मालिक के पोते आरोपी सुरेन्द्र सिंह चौहान और उसके छोटे भाई आरोपी भुरू के बारे में जानकारी दी। पुलिस दोनों भाइयों को थाने लाई और कड़ाई से पूछताछ की तो वे टूट गए। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पांचों को मारकर उनकी लाश खुद के खेत में गड्ढा खोदकर गाड़ दिया गया है। शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी एवं नगर परिषद के सफाई कर्मियों की मदद से गड्ढे की मिट्टी निकाल कर पांचों के कंकाल बाहर निकाले। उन्होंने कहा कि सभी कंकाल फॉरेंसिक जांच के लिए अस्पताल भेज दिए गये हैं। शर्मा ने बताया कि पुलिस मामले में जांच कर रही है। हत्याकांड में अन्य आरोपियों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। अधिकारी ने कहा कि हत्या क्यों की गई? इसके बारे में पुलिस तफ्तीश कर रही है। - नयी दिल्ली। कोविड-19 टीकाकरण अभियान में 21 जून से उल्लेखनीय तेजी आयी है और आठ दिनों में करीब 4.61 करोड़ खुराकें दी गयी हैं जो इराक (4.02 करोड़), कनाडा (3.77 करोड़), सऊदी अरब (3.48 करोड़) और मलेशिया (3.23 करोड़) की आबादी से भी अधिक है। सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि औसतन प्रतिदिन 57.68 लाख खुराकें दी गयीं जो फिनलैंड (55.41 लाख), नॉर्वे (54.21 लाख) और न्यूजीलैंड (48.22 लाख) की आबादी से अधिक है। देश में 21 जून से प्रभावी कोविड-19 टीकाकरण के नए संशोधित दिशानिर्देश के मुताबिक केंद्र देश में निर्मित 75 प्रतिशत टीका खरीदेगा। नए दिशानिर्देश के अनुसार, टीका निर्माताओं द्वारा उत्पादन को प्रोत्साहित करने और नए टीकों को प्रोत्साहित करने के लिए घरेलू टीका निर्माताओं को भी निजी अस्पतालों को सीधे टीके उपलब्ध कराने का विकल्प दिया गया है। यह उनके मासिक उत्पादन का 25 प्रतिशत होगा। अग्रवाल ने बताया कि 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र की करीब 49 फीसदी आबादी को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लग चुकी है। अग्रवाल ने बताया कि 18 से 44 वर्ष उम्र वर्ग के करीब 59.7 करोड़ लोगों में से 15 फीसदी को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। सरकार ने कहा कि देश में अभी तक कुल 33.1 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो चुका है। अग्रवाल ने बताया कि 21 से 28 जून के बीच रोजाना औसत 57.68 लाख लोगों का टीकाकरण हुआ। एक मई से 24 जून के बीच 56 फीसदी खुराक ग्रामीण इलाकों में दी गई, जबकि 44 फीसदी खुराक शहरी क्षेत्रों में लगाई गई। सरकार ने बताया कि 45 वर्ष से 59 वर्ष के बीच के लोगों की आबादी करीब 20.9 करोड़ है जिनमें से 42 फीसदी लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। दस मई को कोविड-19 के सर्वाधिक मामले दर्ज किए जाने के बाद कोरोना वायरस के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 85 फीसदी की कमी आई है।-file photo