नवरात्रि के चौथे दिन इन उपायों को करने से मां कुष्मांडा की प्राप्त होती है कृपा, मिलता है लंबी आयु का वरदान
बालोद से पंडित प्रकाश उपाध्याय
आज चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है. नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा अर्चना की जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जब सृष्टि नहीं थी, चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा था, तब इसी देवी ने अपने हास्य से ब्रह्मांड की रचना की थी. अपनी मंद, हल्की हंसी के द्वारा ब्रह्मांड की रचना करने के कारण इस देवी को कूष्मांडा कहा गया है. मां कुष्मांडा की आठ भुजाएं हैं, इसलिए इन्हें अष्टभुजा भी कहा जाता है. इनके सात हाथों में कमण्डल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र और गदा हैं. माता के आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जप माला है. इस देवी का वाहन सिंह है. मां के इस स्वरूप की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और उन्नति आती है. ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में मां के इस रूप का तेज व्याप्त है.
नवरात्रि के चौथे दिन के उपाय
-नवरात्रि के चौथे दिन मां दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की विधीपूर्वक पूजा-अर्चना करें. मां को नारियल, लाल फल और मालपुए का भोग लगाएं इसके बाद घी का दीपक जला कर आरती करें. लंबी आयु के लिए मां कूष्मांडा से प्रार्थना करें.
-आज रात में पीपल के पेड़ के नीचे की थोड़ी सी मिट्टी लाएं और उसे अपने घर में रखें. इस मिट्टी पर दूध, दही, घी, अक्षत, रोली चढ़ाए और उसके आगे दिया जलाएं. फिर अगले दिन इस मिट्टी को वापस पीपल के पेड़ के नीचे डालें दें. ऐसा करने से किसी भी कार्य में आ रही सारी बाधाएं समाप्त होती हैं.
-नवरात्रि के चौथे दिन मिट्टी की पूजा करने के बाद बाधा निवारण मंत्र की एक माला यानि 108 बार जप करें. इससे कार्य में आ रही बाधाएं दूर होती हैं.
-संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है तो नवरात्रि के चौथे दिन कुछ खास उपाय जरूर करें. लौंग और कपूर में अनार के दाने मिला कर मां दुर्गा को आहुति दें. इससे संतान सुख की प्राप्ति का वरदान मिलता है. आहुति से पहले इस सामग्री पर बाधा निवारण मन्त्र जरुर पढ़ना चाहिए.
-कारोबार में तरक्की के लिए लौंग और कपूर में कोई भी पीले रंग का फूल मिलाएं और इससे मां दुर्गा को आहुति दें. आहुति से पहले इस सामग्री पर बाधा निवारण मंत्र की एक माला जप करें.
-परिवार में किसी का स्वास्थ्य अक्सर ही खराब रहता हो तो 152 लौंग और 42 कपूर के टुकड़े लें. नारियल की गिरी, शहद और मिश्री मिला कर इससे हवन करें. इससे व्यक्ति की सेहत में तेजी से सुधार होने लगता है.
-विवाह में रुकावट के लिए भी नवरात्रि के चौथे दिन के उपाय लाभकारी माने जाते हैं. इसके लिए 36 लौंग और 6 कपूर के टुकड़े लें में हल्दी और चावल मिलाकर मां दुर्गा को आहुति दें. आहुति से पहले लौंग और कपूर पर बाधा निवारण मंत्र का ग्यारह माला जप करें. इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं.
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