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0जलजनित रोगो की रोकथाम हेतु दिये निर्देश0
0आगामी ग्रीष्म ऋतु तक शहर को टैंकर मुक्त बनाने पाईप लाईन डालने सहित आवश्यक उपाय करने के दिये निर्देश0
रायपुर/नगर पालिक निगम रायपुर के मुख्यालय महात्मा गांधी सदन के तृतीय तल सभाकक्ष में नगर निगम जलकार्य विभाग सलाहकार समिति की बैठक में नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे विशेष रूप से उपस्थित हुई। महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने बैठक में इस वर्ष गर्मी के दौरान नागरिको को अच्छी पेयजल व्यवस्था देने पर संतोष व्यक्त किया एवं शहर को आगामी ग्रीष्म ऋतु तक टैंकर मुक्त बनाने पाईप लाईन डालने सहित अन्य आवश्यक उपाय प्राथमिकता से करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। महापौर ने राजधानी शहर में जलजनित रोगो की रोकथाम के प्रभावी उपाय अभियान चलाकर प्राथमिकता से करने के निर्देश दिये।
नगर निगम जलकार्य विभाग की सलाहकार समिति की बैठक में विभाग के अध्यक्ष श्री संतोष सीमा साहू ने अध्यक्षता की एवं बैठक में समिति सदस्य जोन 3 अध्यक्ष श्रीमती साधना प्रमोद साहू, पार्षद श्री प्रदीप वर्मा, श्री रमेश सपहा, श्रीमती मीना ठाकुर, श्रीमती रेणु जयंत साहू सहित प्रभारी अपर आयुक्त जल विभाग श्रीमती कृष्णा खटीक, अधीक्षण अभियंता श्री संजय बागडे, सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता श्री बद्री चंद्राकर, कार्यपालन अभियंता श्री नरसिंह फरेन्द्र सहित सभी जोनो के जलविभाग प्रभारियों की उपस्थिति रही।
बैठक में सलाहकार समिति ने जोन अंतर्गत डिस्ट्रीब्यूशन पाईप लाईन विस्तार हेतु भेजे गये प्रस्ताव के संबंध में स्थल के नाम सहित पाईप लाईन की लंबाई एवं व्यास की जानकारी प्राप्त की। जोन के अंतर्गत किराये के टैंकरों के माध्यम से पेयजल वितरण की जानकारी सहित 30 जून की स्थिति में अब तक व्यय की जानकारी प्राप्त की।
बैठक में जलकार्य विभाग अध्यक्ष श्री संतोष सीमा साहू ने जलसंकट ग्रस्त क्षेत्र में बोर खनन उपरांत पेयजल आपूर्ति की स्थिति की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की। साथ ही जोन के अंतर्गत बोरवेल, हैण्डपंप में किये गये ट्रीटमेंट की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक निर्देश दिये। जलकार्य विभाग अध्यक्ष ने अधिकारियों को शहर में नालियों से गुजर रही पाईप लाईन की शिफ्टिंग की कार्यवाही के संबंध में जानकारी प्राप्त कर इस कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिये। वहीं वाल्व चेम्बर में लिकेज, डैमेज, खुला होने की स्थिति में अब तक की गई कार्यवाही के संबंध में जानकारी सलाहकार समिति ने प्राप्त की। साथ ही जल विभाग में कार्यरत् नियमित और प्लेसमेंट कर्मचारियों की जानकारी प्राप्त की,बैठक में समिति सदस्य पार्षदों ने जोन से संधारण मद से जल कार्य सम्बंधित छोटे- मोटे कार्य तत्काल करवाने का जनहित में सुझाव दिया, जिस पर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश विभाग के अध्यक्ष ने अधिकारियों को दिए।
सलाहकार समिति की बैठक में अध्यक्ष एवं सदस्य पार्षदों ने यदि वार्डो में पेयजल समस्या है तो कारण एवं उपाय, कोई स्थल जहां अब तक पाईप लाईन नही बिछाई गई हो के संबंध में जानकारी प्राप्त की। विभागीय टैंकर की वर्तमान स्थिति पूर्व में अधिकतम संचालित टैंकर की संख्या के साथ तथा वर्तमान में कहा कहा संचालित हो रही है की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त कर विभाग के अध्यक्ष ने आवश्यक निर्देश दिये।
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- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में रजक समाज के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य भेंट की। रजक समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री श्री साय को आगामी 20 जुलाई को बिलासपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय युवा सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री श्री साय से समाज के युवाओं के उत्थान एवं कौशल विकास के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की तथा राज्य सरकार द्वारा समाज के कल्याणार्थ किए जा रहे कार्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने रजक समाज की एकजुटता और प्रगति की सराहना करते हुए सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रह्लाद रजक उपस्थित थे।
- -छात्र जीवन अपने जीवन में सर्वश्रेष्ठ पल होता है : किरण देव-सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु कटिबद्ध है : किरण देव--नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर एवं मिष्ठान खिलाकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव व विधायक विनायक गोयल व अतिथियों ने किया स्वागतजगदलपुर। जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में आज दरभा विकासखण्ड में ग्राम चिंगपाल में विकासखण्ड स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम मनाया गया। शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक (चित्रकोट) विनायक गोयल ने की। शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक श्री देव व विधायक गोयल ने शाला प्रवेशोत्सव में नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर व मुंह मीठा कराकर शुभकामनाएं एवं बधाई दी।चिंगपाल शासकीय विद्यालय में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते श्री देव ने कहा कि शिक्षा से ही सशक्त समाज का निर्माण संभव है। इसलिए सभी छात्र नियमित रूप से शाला आकर मन लगाकर पढ़ाई कर अपने शाला, क्षेत्र का नाम रोशन करें। जीवन में छात्र जीवन सबसे श्रेष्ठ होता है। श्री देव ने कहा हमारी सरकार शिक्षा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कटिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहे हैं। हमारी सरकार का लक्ष्य है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले। सभी बच्चों को शिक्षा प्रदान करने सरकार ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया है। शिक्षकों से आह्वान करते हुए श्री देव ने कहा कि बस्तर में प्रतिभा की कमी नहीं है। उन्हें उचित अवसर देकर सँवारने की आवश्यकता है। छात्र जीवन अपने जीवन में सर्वश्रेष्ठ जीवन होता है। कार्यक्रम में नवप्रवेशी बच्चों को गणवेश एवं पाठ्य पुस्तकें एवं बच्चों को जाति प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया। साथ ही छात्रों को पुरस्कार भी वितरित किया गया।विधायक श्री गोयल ने नवप्रवेशी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बच्चे पढ़ाई में मन लगाकर मेहनत कर पढ़ाई करें। अपने जीवन में सफल हो। पढ़ाई में लक्ष्य निर्धारित कर अपना बेहतर प्रदर्शन करें। हमारे बस्तर में प्रतिभा की कमी नहीं है । इस दौरान शाला प्रांगण में एक पेड़ माँ के नाम का पौधारोपण अतिथियों के द्वारा किया गया। इस मौरे पर विद्याशरण तिवारी, जनपद अध्यक्ष मानकदई कश्यप, उपाध्यक्ष हरिप्रसाद, जिला पंचायत सदस्य संपत्ति नाग, जनपद पंचायत सदस्य गागराराम, जयमनी मौर्य, राजू सोढ़ी, सरपंच जयराम बघेल, सूबेदार बघेल, रैतूराम, मंडल अध्यक्ष देवीप्रसाद बेंजाम, संतोष बघेल, फूलसिंह सेठिया, अंनत राम, बाबुल नाग, महेन्द्र बघेल, सीईओ वीरेन्द्र बहादुर, डीईओ बलिराम बघेल, डीएमसी अखिलेश मिश्रा, बीईओ जगदीश पात्र एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व स्कूल के शिक्षक तथा ग्रामीण उपस्थित थे।
- -भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक देव एवं विधायक गोयल ने दरभा के चिंगपाल में सीसी सड़क, व्यावसायिक परिसर, सांस्कृतिक भवन, सायकल स्टैंड, नवीन शाला भवन निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजनजगदलपुर। जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में दरभा विकासखण्ड में आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव व विधायक विनायक गोयल ने ग्राम चिंगपाल में लाखों रुपए के विकास कार्यों का विधिवत भूमिपूजन किया। इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक श्री देव ने मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ योजना, बस्तर विकास प्राधिकरण के तहत ग्राम चिंगपाल में माशा मांझी गुड़ा में सायकल स्टैंड निर्माण लागत 10.50 लाख, ग्राम लेण्ड्रा में सीसी सडक लागत 7.80 लाख, व्यावसायिक परिसर निर्माण लागत 15 लाख रुपए, ग्राम ककनार में सांस्कृतिक भवन निर्माण लागत 05 लाख, सीसी सडक निर्माण लागत 05.20 लाख रुपए, कोयनार में सीसी सडक निर्माण 5.20 लाख ररुपए, ग्राम कोटमसर में प्रतीक्षा शेड निर्माण लागत 12.77 लाख, ग्राम कान्दानार सीसी सडक निर्माण लागत 02.70 लाख, ग्राम छिन्दपुर प्राथमिक शाला नवीन भवन निर्माण लागत 20.30 लाख , ग्राम सेड़वा में सी सी सडक निर्माण लागत 08 लाख रूपए विभिन्न विकास कार्यों का कुल लागत 92.37 लाख रूपए का विधिवत भूमिपूजन किया।भूमिपूजन कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक श्री देव ने कहा कि क्षेत्र में विकास कार्य अनवरत जारी रहेगा। हमारी सरकार के नेतृत्व में प्रदेश में चौमुखी विकास कार्य हो रहे हैं। हमारी देवतुल्य जनता के मांग के अनुरूप हर क्षेत्र में विकास कार्य हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में लगातार विकास हो रहा है। प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचे, यह हमारा दायित्व है। शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले, यह हमारा लक्ष्य है। श्री देव ने कहा जनता को मूलभूत सुविधाएं देना हमारा कर्तव्य है। इस पर हम खरा उतरने का कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में लगातार विकास की बयार बह रही है। क्षेत्र की जनता की मांग के अनुरूप आज सीसी सड़क निर्माण, व्यावसायिक परिसर, सायकल स्टैंड, प्रेक्षा भवन, नवीन शाला भवन निर्माण कार्यों का विधिवत भूमिपूजन किया गया। जनता को मूलभूत सुविधा सड़क, नाली, पेयजल, शिक्षा, विद्युत व अन्य सुविधाओं को पूरा करने का कार्य कर रहे हैं। जनता की मांग के अनुरूप क्षेत्र में विकास कार्य किया जायेगा। सभी कार्य समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ किया जाएगा। क्षेत्र में लोगों की वर्षो पुरानी मांग पूरी हो रही है। विकास अनवरत जारी रहेगा।विधायक श्री गोयल ने कहा आज दरभा क्षेत्र में लाखों के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया । हमारे सरकार के नेतृत्व में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। इस दौरान विद्याशरण तिवारी, जनपद अध्यक्ष श्रीमती मानकदई कश्यप, उपाध्यक्ष हरिप्रसाद, जिला पंचायत सदस्य संपत्ति नाग, जनपद सदस्य गागराराम, जयमनी, मंडल अध्यक्ष देवीप्रसाद बेंजाम सरपंच जयराम बघेल, सूबेदार बघेल, संतोष बघेल, फूलसिंह सेठिया, अंनत राम, महेन्द्र बघेल, जनपद सीईओ वीरेन्द्र बहादुर, डीईओ बलिराम बघेल, बीईओ जगदीश पात्र एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
- -कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन कक्ष में सप्ताह के पांचों दिन सुनी जाती है समस्याएंरायपुर, / रायपुर के शासकीय छात्रावास में रहने वाले श्री अभय प्रताप सिंह जांगड़े आज भविष्य के प्रति नई उम्मीदों से भरे हुए हैं। निजी नर्सिंग कॉलेज के चौथे सेमेस्टर में पढ़ाई कर रहे अभय को जब यह खबर मिली कि उनकी परीक्षा फीस में 50 प्रतिशत की छूट दी गई है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह सिर्फ एक आर्थिक सहायता नहीं थी, बल्कि उनके सपनों को उड़ान देने वाली एक सुनहरी चाबी थी।अभय एक साधारण परिवार से आते हैं। सीमित संसाधनों के बीच उन्होंने नर्सिंग जैसे जिम्मेदार पेशे को चुना, ताकि न केवल खुद का भविष्य बना सकें, बल्कि समाज और देश के लिए भी योगदान दे सकें। लेकिन परीक्षा फीस की राशि उनके लिए एक बाधा बन गई थी। ऐसे में उन्होंने रायपुर कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन कक्ष में आवेदन देकर अपनी समस्या रखी।कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कॉलेज प्रबंधन से बात की, और नतीजा यह हुआ कि अभय को फीस में 50 प्रतिशत की छूट मिल गई। इस निर्णय ने अभय को फिर से आत्मविश्वास और प्रेरणा से भर दिया।उत्साहित अभय ने कहा कि "अब मैं परीक्षा दे पाऊंगा और नर्सिंग के क्षेत्र में समाज की सेवा करूंगा।" उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते कहा कि ये सब प्रशासन की संवेदनशीलता के कारण ही संभव हो पाया।जनदर्शन कक्ष, जो रायपुर कलेक्टोरेट में सप्ताह के पांचों दिन आम नागरिकों की समस्याएं सुनता है, एक ऐसी व्यवस्था बन चुका है जो वास्तव में लोगों की समस्याओं का समाधान कर रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा और कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के नेतृत्व में यह पहल आमजनों को राहत देने के लिए प्रारंभ की गई है। जिसमें प्रतिदिन एक नोडल अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाती है। यह जिला प्रशासन रायपुर की आमजनों के समस्याओं के समाधान की सशक्त पहल है।
- -चार नगरीय निकायों में अटल परिसर का लोकार्पण, करोड़ों की योजनाएं स्वीकृतसारंगढ़-बिलाईगढ़। राज्य के उप मुख्यमंत्री एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री अरुण साव के एक दिवसीय दौरे ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले को विकास की नई दिशा दी। इस अवसर पर उन्होंने सारंगढ़, पवनी, भटगांव, सरसीवा सहित चार नगरीय निकायों में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का अनावरण कर अटल परिसरों का भव्य लोकार्पण किया। उप मुख्यमंत्री ने अटल परिसर को स्वच्छ, सुंदर और गरिमामय बनाए रखने का आव्हान करते हुए कहा कि अटल जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ, और उन्हीं के कारण आज प्रदेश विकास के नए आयाम छू रहा है। इस दौरे में उन्होंने करोड़ों की योजनाओं की सौगात दी। पवनी नगर पंचायत को 5.30 करोड़ की जल आवर्धन योजना, 26 पीएम आवास, 1.64 करोड़ पार्षद निधि एवं 1 करोड़ विकास कार्यों की मंजूरी मिली। भटगांव में 14 करोड़ की जल योजना पूर्ण होने के साथ 5.76 करोड़ की अतिरिक्त योजनाएं और 99 परिवारों को 3.05 करोड़ की पीएम आवास स्वीकृति दी गई।सरसीवा को 2 करोड़ के विकास कार्य, 8.50 करोड़ की नल-जल योजना और 31 पीएम आवास की सौगात मिली। वहीं सारंगढ़ नगरपालिका को 8.18 करोड़ विकास कार्यों, 6.40 करोड़ नाली निर्माण, 4.41 करोड़ की 250 सीटर नालंदा लाइब्रेरी और 2 करोड़ के अन्य कार्यों की मंजूरी दी गई। बारिश के बीच भी उप मुख्यमंत्री का यह दौरा सरकार की जनकल्याणकारी प्रतिबद्धता और अटल विजन के प्रति समर्पण का प्रतीक बन गया। इस दौरे ने जिले के चारों नगरीय निकायों को समग्र विकास की ठोस सौगात दी है।
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- पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष राजा पांडे की पहल पर मुख्यमंत्री ने दिया आदेश
रायपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष राजा पाण्डेय ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री मा. विष्णु देव साय जी छात्रों के हित में प्रदेश भर से पहली से 10 वीं तक किताबे मुफ़्त में छात्रों तक पहुंचे तथा यह जिम्मेदारी पाठ्यपुस्तक निगम की है ।पिछले शिक्षा सत्र में कुछ अनियमितताएं ध्यान में आया जिसके तहत सभी किताबों में दो बार कोड डाला गया । एक बार कोड से प्रिंटर का पता चलेगा तथा दूसरी बार कोड से स्कूल का पता चलेगा । कुल 2 करोड़ 41 लाख किताबे छापी गई तथा 17-18 जून 2025 तक डिपो में पहुँच गई । शा. स्कूल 9 वीं-10 वीं की किताबे स्कूल तक पहुंचा के दी गई तथा स्कूल में बारकोड स्कैन किया गया जो कि 90 % पूर्ण हो गया । आत्मानंद स्कूलों की किताबे भी पहुंचा कर दी गई जिसका बारकोड स्कैनिंग स्कूल में जारी है । 60% पहुँच गई व दो-चार दिन में पहुँच जाएगी । प्राइवेट स्कूलों को पिछले बार जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से दिया गया था । कुछ अनियमितताए ध्यान में आई तब यह निर्णय लिया गया । इस सत्र में प्राइवेट स्कूलों को डिपो में बारकोड स्कैन कर किताब दिया जाएगा । विगत तीन दिनों से यह ध्यान में आया कि डिपो में जगह की कमी तथा स्कैन करने में सभी की सिद्धता नहीं होने के कारण परेशानी बढ़ गई । आज माननीय मुख्यमंत्री जी को जब सभी परेशानियों से अवगत कराया गया तथा प्राइवेट स्कूलों में 1100 विद्यालय सरस्वती शिक्षा मंदिर के है तथा और भी प्राइवेट स्कूल है । मान. मुख्यमंत्री जी ने कहा सत्र शुरू हो चुका है एवं विद्यालय से शिक्षक डिपो में बैठकर स्कैनिंग करना संभव नहीं लगता तथा स्कैनिंग में जो समय लग रहा है इससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है अतएव सभी प्राइवेट स्कूलों को जिलेवार अपनी संख्या की किताबे डिपो से ले जाए तथा 7 दिवस के अंदर बारकोड अपने स्कूलों में स्कैन करें । मान. मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी का यह निर्णय शिक्षा जगत व प्राइवेट स्कूल के लिए स्वागतेय है तथा शिक्षा के प्रति उनकी सहृदयता यह बताती है कि छत्तीसगढ़ सरकार उनके नेतृत्व में शिक्षा के प्रति संपूर्ण सजग है व समय पर अध्यापन शुरू हो जाए ऐसी मान. मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में पाठ्यपुस्तक निगम की मंशा है । - -पाठ्यपुस्तक वितरण प्रक्रिया में आई तकनीकी समस्याओं पर लिया गया त्वरित निर्णयरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के छात्रों को समय पर पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री राजा पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि कक्षा पहली से दसवीं तक के सभी विद्यार्थियों को मुफ्त पाठ्यपुस्तकें वितरित की जा रही हैं। यह जिम्मेदारी पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा पूरी गंभीरता से निभाई जा रही है।श्री पाण्डेय ने बताया कि पिछले शिक्षा सत्र में सामने आई कुछ अनियमितताओं को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष प्रत्येक पुस्तक पर दो बारकोड लगाए गए हैं।एक प्रिंटर की पहचान के लिए और दूसरा पुस्तक के गंतव्य विद्यालय की पहचान के लिए।इस वर्ष कुल 2 करोड़ 41 लाख किताबें मुद्रित की गईं, जो 17-18 जून 2025 तक सभी डिपो में पहुँचा दी गईं। शासकीय विद्यालयों की कक्षा 9वीं, 10वीं की पुस्तकें स्कूलों तक पहुंचा दी गई है तथा स्कूलों में बारकोड स्कैनिंग का कार्य भी 90 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। इसी तरह आत्मानंद विद्यालयों में भी पुस्तकों का वितरण तेजी से किया जा रहा है और 60 प्रतिशत किताबें पहुँच चुकी हैं, शेष कुछ ही दिनों में पहुँचा दी जाएंगी।प्राइवेट विद्यालयों को इस बार बारकोड स्कैनिंग के पश्चात ही पुस्तकें डिपो से प्रदान की जा रही हैं, जबकि पूर्व में जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से यह प्रक्रिया की जाती थी। हालांकि, बीते तीन दिनों में डिपो में स्थान की कमी और स्कैनिंग प्रक्रिया में तकनीकी दक्षता की कमी के कारण समस्याएं उत्पन्न हुईं।इस संबंध में जब मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को अवगत कराया गया और बताया गया कि 1100 से अधिक सरस्वती शिक्षा मंदिर सहित बड़ी संख्या में प्राइवेट विद्यालयों को पुस्तकें मिलनी हैं, तब मुख्यमंत्री जी ने शीघ्र निर्णय लेते हुए निर्देशित किया कि सभी प्राइवेट विद्यालय अपनी आवश्यकता अनुसार जिलेवार किताबें डिपो से प्राप्त करें तथा 7 दिवस के भीतर अपने विद्यालय में बारकोड स्कैनिंग पूर्ण करें।मुख्यमंत्री जी के इस निर्णय की सराहना करते हुए अध्यक्ष श्री पाण्डेय ने कहा कि यह शिक्षा के प्रति उनकी संवेदनशीलता और तत्परता को दर्शाता है। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि सभी बच्चों की पढ़ाई समय पर शुरू हो सके और कोई भी छात्र पुस्तक के अभाव में पीछे न रह जाए। छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल एक बार फिर यह साबित करती है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित और सजगता से कार्य कर रहा है।
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-पालकों में खुशी की लहर, बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर जागी उम्मीद
-खपरखोल बना बदलाव की मिसाल, ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
बिलासपुर /जिले के कोटा विकासखंड अंतर्गत एक छोटा सा गाँव खपराखोल, जो शिक्षकविहीन था, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए युक्तियुक्तकरण से यहां ज्ञान का उजियारा फिर से फैल रहा है। गाँव के सरकारी प्राथमिक स्कूल में लगभग विगत कुछ वर्षों से कोई शिक्षक नहीं था, बल्कि आस-पास के गांवों से उधार में लिए गए शिक्षकों से काम चलाया जा रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में लागू की गई युक्तियुक्तकरण से इस गाँव की किस्मत बदल गई। शिक्षकविहीन इस स्कूल में शिक्षकों श्री अशोक क्षत्री और सुनील सिंह पैकरा को पदस्थ किया गया।विद्यालय में जान फूंकी -
पदस्थ होते ही दोनों शिक्षकों ने विद्यालय को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों के साथ मीटिंग ली। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए उन्हें प्रेरित किया। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। गाँव में घर-घर जाकर पालकों को बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया। अब स्कूल में 46 बच्चे नियमित रूप से पढ़ाई कर रहे हैं। इस साल 07 नए बच्चों ने प्रवेश लिया है। बच्चों के चेहरों पर पढ़ाई की उत्सुकता साफ़ देखी जा सकती है।
युक्तियुक्तकरण से बदली तस्वीर -
यिुक्तियुक्तकरण नीति से पूरे जिले में ऐसा ही सकारात्मक असर देखा गया है। युक्तियुक्तकरण के जरिए जिले में अब कोई भी स्कूल शिक्षकविहीन नहीं है।
पालकों में उत्साह, बच्चों के खिले चेहरे, मुख्यमंत्री का जताया आभार -
शिक्षकविहीन स्कूल खपराखोल में नियमित शिक्षकों की पदस्थापना से बच्चों के साथ-साथ पालकों और ग्रामीणों में उत्साह देखा जा रहा है। वे अब बच्चों की शिक्षा को लेकर आशान्वित नजर आए। श्री मेलूराम जगत की बेटी इसी स्कूल में तीसरी में पढ़ती हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों को अच्छे से पढ़ा रहे हैं। अब हम उनकी बेहतर शिक्षा को लेकर आश्वस्त हैं। श्री सुखसागर मरावी की बेटी आरुही यहां कक्षा पहली में पढ़ती हैं। वे कहते हैं कि अभी शिक्षक नियमित रूप से आ रहे हैं। बच्चे भी खुशी-खुशी पढ़ाई कर रहे हैं। इसी प्रकार की प्रतिक्रिया मनहरण दास मानिकपुरी और मंगलिन नेताम ने भी दी। उनके घर के बच्चे भी यहां पढ़ते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार जताते हुए कहा कि हमारे इतने दूरस्थ गांव की उन्होंने सुध ली। हमारे गांव में शिक्षक की तैनाती कर हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा देने की व्यवस्था की है। बच्चे आंचल, कुमकुम भूमिका आदि भी बहुत खुश हैं कि उन्हें नियमित शिक्षक मिल गए हैं जो उन्हें बहुत अच्छे से पढ़ा रहे हैं।
खपराखोल की कहानी बनी प्रेरणा -
खपराखोल की कहानी यह दर्शाती है कि एक शिक्षक और एक सशक्त नीति मिलकर किस तरह शिक्षा के अंधेरे कोनों को रोशन कर सकते हैं। अब ये स्कूल न केवल बच्चों को पढ़ा रहा है, बल्कि पूरे गाँव को यह संदेश दे रहा है कि जब शिक्षक आता है, तो सिर्फ ज्ञान नहीं उम्मीद भी लाता है। -
बिलासपुर /जवाहर नवोदय विद्यालय मल्हार में सत्र 2026-27 में कक्षा 6वीं में प्रवेश हेतु चयन परीक्षा में शामिल होने 29 जुलाई 2025 तक विभागीय वेबसाईट https://navodaya.gov.in पर ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए है। चयन परीक्षा 13 दिसंबर 2025 को होगी है। वे अभ्यर्थी जिन्होंने शासकीय स्कूल या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय से सत्र 2025-26 में कक्षा 5वीं की परीक्षा उत्तीर्ण हो और जिनकी आयु 01.05.2014 से पहले तथा 31.07.2016 के बाद का नहीं होने चाहिए।
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बिलासपुर, /जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से वित्तीय वर्ष 2025-26 में जिले की छः विधानसभा क्षेत्रों 25-कोटा, 28-तखतपुर, 29-बिल्हा, 30 बिलासपुर, 31-बेलतरा एवं 32-मस्तूरी के लिये फोटोयुक्त मतदाता सूचियां मुद्रण कर, प्रदाय करने हेतु दर निर्धारण हेतु इच्छुक मुद्रकों एवं फर्मों से मोहरबंद निविदाएं आमंत्रित की जाती है। निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 25 जुलाई 2025 को दोपहर 3.00 बजे तक है। अपूर्ण तथा नियत तिथि के बाद प्राप्त निविदाओं पर विचार नहीं किया जायेगा।
प्राप्त निविदाएं दिनांक 25.07.2025 को सायं 04.00 बजे गठित समिति के द्वारा उपस्थित निविदाकारों एवं उनके अधिकृत प्रतिनिधियों के समक्ष खोली जायेगी। निविदा प्रपत्र, शर्ते एवं उसके संबंध में विस्तृत विवरण जिला निर्वाचन कार्यालय बिलासपुर से रूपये 500.00, रू. पांच सौ मात्र (शीर्ष मांग संख्या 0070 अन्य प्रशासनिक सेवाएं 02-निर्वाचन फीस एवं 800 अन्य प्राप्तियों) चालान के माध्यम से जमा कर 14 जुलाई 2025 तक दोहपर 3.00 बजे तक कार्यालयीन दिवस में प्राप्त किया जा सकता है। -
-जल संरक्षण की दिलाई शपथ
बिलासपुर, /संभागायुक्त श्री सुनील कुमार जैन ने जिला पंचायत के सभाकक्ष में कलश में जल उड़ेलकर 03 दिवसीय जल संवर्धन कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला में संभागायुक्त ने सभी को जल संरक्षण के संबध में शपथ दिलाई गई तथा सभी शपथकर्ताओं को शपथ अनुसार आचरण करने कहा। कार्यशाला में कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल एवं सीईओ श्री संदीप कुमार अग्रवाल की उपस्थिति में भू-जल संरक्षण के विषय में रिजनल डायरेक्टर सी जी. डब्ल्यू, वी एनसीसीआर रायपुर से आये डॉ. प्रवीर के. नायक के द्वारा भू-जल संरक्षण और पानी की एक बूंद बचाओ कल को सुरक्षित बनाओ के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। जल दोहन एवं उसके बचाव कर भविष्य के लिए जल संरक्षण के उपायों पर चर्चा की गई। कृषि कार्यों में जल की उपयोगिता एवं संरक्षण के बारे में, वर्षा जल के उपयोग एवं संरक्षण के विषय में विचार-विमर्श किया गया।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल द्वारा जिले में चल रहे मोर गाँव मोर पानी के अंतर्गत जल संरक्षण अंतर्गत निर्माण एवं नवाचार के तहत डिफक्ट बोरवेल, रिचार्ज पिट इंजेक्शन वेल, सेंट फिल्टर के कार्यों के विषय में अवगत कराया गया। उक्त कार्यशाला में जिले के एसडीओ फॉरेस्ट, एसईसीएल के अधिकारीगण, सभी जनपद सीईओ, कृषि विभाग से समस्त विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा, आरईएस, जल संसाधन एवं पीएचई के सभी एसडीओ, नगर निगम, नगर पालिका, पंचायत और मनरेगा के समस्त तकनीकी सहायक उपस्थित थे। -
-सरकारी सब्सिडी लेकर बैंकों ने गरीबों को नहीं दिए लोन
-कलेक्टर ने जताई नाराजगी, कार्रवाई के दिए निर्देश
बिलासपुर / कलेक्टर संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में बैंक की जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (डीएलसीसी) एवं जिला स्तरीय पुनरीक्षा समिति (डीएलआरसी) की बैठक मंथन सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 13532 करोड़ रूपये की जिले की वार्षिक ऋण योजना (एनुअल क्रेडिट प्लान) का अनुमोदन किया गया। जो कि पिछले साल की वार्षिक योजना से 1 हजार करोड़ रूपया ज्यादा है। कलेक्टर ने कृषि क्षेत्र के अंतर्गत डेयरी एवं मछलीपालन क्षेत्र के लिए लोन देने में कंजूसी बरतने पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने लंबित सभी प्रकरणों की जांच कर त्वरित निर्णय लेते हुए ऋण स्वीकृति प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में डेयरी एवं मछलीपालन अतिरिक्त आमदनी का सुगम जरिया है। उन्हें लोन मिलने पर उनकी आमदनी जहां बढ़ेगी, देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
कलेक्टर ने कुछ बैंकों द्वारा सरकारी सबसिडी उठाने के बावजूद गरीब हितग्राहियों को लोन स्वीकृत नहीं करने पर कड़ा एतराज जताया। संबंधित बैंक प्रबंधन के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि अंत्यावसायी योजना के तहत कोटा विकासखण्ड के दौ बैंक - सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया एवं पंजाब नेशनल बैंक तथा एसबीआई लखराम शाखा को लोन स्वीकृति की प्रत्याशा में एडवांस में सब्सिडी जारी किया गया था। लगभग दो साल से वे सरकारी सब्सिडी राशि को दबाकर बैठे हुए हैं। सरकारी सब्सिडी की राशि तीनों बैंक मिलाकर 8 लाख रूपये की है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के गरीब लोगों को छोटे-छोटे रोजगार के लिए ऋण एवं सरकारी अनुदान दिया जाना था। उनके द्वारा न तो हितग्राहियों को लोन दिया गया और न ही सब्सिडी को अंत्यावसायी समिति को वापस किया। कलेक्टर ने इस पर गहरी नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि बैंको के जरिए संचालित सरकारी योजनाओं में आमतौर पर गरीब वर्ग के लोग होते हैं। उन्हें छोटे-छोटे ऋण की जरूरत होती हैं। सहानुभूति पूर्वक समय-सीमा में ऐसे प्रकरणों को निपटाया जाना चाहिए। काफी लम्बे समय तक ऋण प्रकरण दबाकर न बैंठे रहें। यदि कोई प्रकरण ऋण देने योग्य नहीं है तो कारण सहित उन्हें वापस किया जाए ताकि कमियों को सुधारकर पुनः प्रकरण भेजा जा सके।
श्री अग्रवाल ने बैंकर्स से कहा कि लोन लेने वाले लोगों पर भरोसा करें। ऋण लेकर लोग जरूर पटाएंगे। बैंक से डिफाल्टर हो जाने पर जीवन में अन्य क्षेत्रों में सफलता मुश्किल होगी। प्रधानमंत्री मुद्रा लोन से लाभान्वित होकर लोगों की जिंदगी संवर गई है। लेकिन अभी भी और ज्यादा मात्रा में लोन देने की जरूरत है। उन्होंने इन दो महीनों में अभियान चलाकर लोन बांटने के निर्देश दिए। स्वनिधि योजना के अंतर्गत दूसरी बार लोन लेने में आ रही कठिनाईयां दूर करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के बारे में लोगों में जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपेक्षाकृत कम संख्या में बीमा दावा कर रहे हैं। दोनों योजनाओं के अंतर्गत केवल 1541 दावा किये गये हैं। इनमें से 1139 दावों का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने वित्तीय साक्षरता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, आरबीआई रायपुर के सहायक महाप्रबंधक दीपक तिवारी, नाबार्ड के डीडीएम अशोक साहू, लीड बैंक मैनेजर दिनेश उरांव सहित सभी बैंकों के नियंत्रक अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। - -22 पीड़ितों को 26 लाख की राहत राशि का भुगतानबिलासपुर /कलेक्टर संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानीटरिंग समिति की बैठक जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण नियम के तहत दर्ज मामलों की समीक्षा की गई। बैठक में विशेष रूप से केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, विधायक श्री धर्मजीत सिंह, श्री सुशांत शुक्ला, श्री दिलीप लहरिया, श्री अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में बताया गया कि इस साल 1 जनवरी ऐ 20 जून तक छह महीनों में 22 पीड़ित व्यक्तियों के लिए 26 लाख रूपए की राहत राशि स्वीकृत की गई। इस राशि का भुगतान भी पीड़ित व्यक्तियों को कर दिया गया है। पीड़ित 22 लोगों में 19 अनुसूचित जाति एवं 3 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं। सहायक आयुक्त ने बताया कि अपराध पीड़ित 22 लोगों में हत्या के 2, दैहिक शोषण के 8, छेड़छाड़ के 2 तथा अपमान एवं मारपीट के 10 प्रकरण शामिल हैं। कलेक्टर ने दर्ज मामलों के अंतर्गत पीड़ितों को समय पर राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री पीसी लहरे ने अजा-जजा अत्याचारण निवारण नियम 1995 के प्रावधानों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि अजा, जजा वर्ग के ऐसे जरूरत मंद व्यक्ति को तुरंत सहायता एवं राहत पहुंचाना है जो सवर्ण वर्ग के व्यक्ति अथवा समूह द्वारा प्रताड़ित हुआ हो तथा गरीबी के कारण संकटापन्न स्थिति में हो। अत्याचार पीड़ित की मौत पर 8.25 लाख, बलात्कार पर 4 लाख, छेड़छाड़ एवं मारपीट पर 2 लाख एवं अपमानित किये जाने पर 1 लाख रूपए की राहत राशि प्रदान किया जाता है। राहत राशि एकमुश्त ना दिया जाकर किश्तों में दी जाती है। बैठक में जिला पंचायत सदस्य निरंजन पैकरा, दामोदर कांत, श्रीमती रजनी पिन्टू मरकाम, उप पुलिय अधीक्षक अजाक, संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एवं उप संचालक रोजगार उपस्थित थे। बैठक के अंत में सहायक आयुक्त पीसी लहरे ने आभार व्यक्त किया।
- रायपुर / प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और संतुलित बनाने की दिशा में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से बेहतर परिणाम मिले हैं। प्रदेश में युक्तियुक्तकरण के पूर्व कुल 453 विद्यालय शिक्षक विहीन थे। युक्तियुक्तकरण के पश्चात एक भी विद्यालय शिक्षक विहीन नहीं है। इसी प्रकार युक्तियुक्तकरण के पश्चात प्रदेश के 5936 एकल शिक्षकीय विद्यालयों में से 4728 विद्यालयों में शिक्षकों की पदस्थापना की गई है जो कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक सार्थक कदम है, जिससे निःसंदेह उन विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा और अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा।बस्तर एवं सरगुजा संभाग के कुछ जिलों में शिक्षकों की कमी के कारण लगभग 1208 विद्यालय एकल शिक्षकीय रह गये हैं। निकट भविष्य में प्रधान पाठक एवं व्याख्याता की पदोन्नति तथा लगभग 5000 शिक्षकों की सीधी भर्ती के द्वारा शिक्षकों की कमी वाले विद्यालयों में पूर्ति कर दी जावेगी, जिससे कोई भी विद्यालय एकल शिक्षकीय नहीं रहेगा तथा अन्य विद्यालयों में भी जहां शिक्षकों की कमी है, शिक्षकों की पूर्ति की जाएगी।युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया, शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में निहित प्रावधानों के तहत की गई है, प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक स्तर पर 2008 के सेटअप की प्रासंगिकता नहीं रह गई है। ऐसे अधिकारी-कर्मचारी जो किसी भी प्रकार की अनियमितता में संलिप्त पाये गये, उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है।
- -केंद्र सरकार की योजनाओं की जिले में प्रगति की समीक्षा, पारदर्शिता और समन्वय पर जोरबेमेतरा। केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के जिले में क्रियान्वयन की समीक्षा हेतु आज कलेक्टोरेट के दिशा सभाकक्ष में लोकसभा सांसद श्री विजय बघेल (दुर्ग) की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं मूल्यांकन समिति (दिशा) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले में संचालित केंद्र प्रवर्तित योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने बैठक की शुरुआत में जिले में विभिन्न योजनाओं की वर्तमान स्थिति और प्रगति की जानकारी सांसद बघेल को दी।विभागवार योजनाओं की समीक्षा: कृषि, खाद्य, जल मिशन, मनरेगा पर विशेष जोरबैठक की शुरुआत एजेंडा अनुसार विभागवार समीक्षा से हुई। सर्वप्रथम कृषि विभाग से जानकारी ली गई, जिसमें श्री बघेल ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अधिक से अधिक किसानों को जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत लाभान्वित किसानों की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि योजनाओं की पहुंच अंतिम पात्र हितग्राहियों तक सुनिश्चित करने हेतु नियमित शिविरों का आयोजन कर जन-जागरूकता बढ़ाई जाए। खाद्य विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की प्रगति और तीन माह के राशन वितरण की स्थिति की समीक्षा की। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पीएचई विभाग से जिले में पाइपलाइन विस्तार, जल प्रदाय एवं वर्षा ऋतु को देखते हुए सभी घरों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग निर्माण के निर्देश दिए।मनरेगा, जल संरक्षण और अमृत सरोवर योजना की समीक्षा करते हुए सांसद ने कहा कि जल संचयन एवं वृक्षारोपण जैसे कार्य सतत रूप से चलते रहने चाहिए। जिला पंचायत सीईओ द्वारा चल रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। पीएम आवास योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देशित किया कि सभी पात्र हितग्राहियों को समय पर आवास स्वीकृत किया जाए। सांसद ने लखपति दीदी योजना, स्वच्छ भारत मिशन, महिला-बाल विकास विभाग के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट आपूर्ति की स्थिति की भी समीक्षा की।स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास पर भी रहा फोकसश्री बघेल ने स्वास्थ्य विभाग से स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण, सम्पूर्ण टीकाकरण, कुपोषण की स्थिति और बच्चों के लिए पोषण संबंधी प्रयासों की जानकारी ली। शिक्षा विभाग से पीएम श्री योजना, शासकीय-अशासकीय स्कूलों में गणवेश एवं पुस्तकों के वितरण, शिक्षक उपलब्धता, पढ़ाई की स्थिति, व जर्जर भवनों की मरम्मत हेतु डीएमएफ व विधायक निधि से प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने की आवश्यकता जताई। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की समीक्षा करते हुए लंबित पेंशन भुगतान, अपूर्ण कार्यों में आ रही कठिनाइयों, और ठेकेदारों द्वारा कार्यों में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। सांसद श्री बघेल ने अधिकारियों से पारदर्शिता और समयबद्धता से कार्य करते हुए केंद्र की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की अपील की। साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी योजनाओं के कार्यों की मॉनिटरिंग में भागीदारी निभाने को कहा, विशेषकर ग्रामीण एवं अंदरूनी क्षेत्रों में।जनहित योजनाओं की प्रगति पर समेकित जानकारी प्रस्तुतबैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सर्व शिक्षा अभियान, मध्यान्ह भोजन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना सहित अन्य योजनाओं के अंतर्गत जिले में चल रहे कार्यों की जानकारी जिला अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की गई। सांसद श्री बघेल ने कहा कि ये सभी योजनाएं जनता की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाने हेतु केंद्र सरकार की प्राथमिकता हैं, और इनके क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
- बिलासपुर, /केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने बुधवार को जिला कार्यालय परिसर में शहर की दो श्रमिक महिलाओं को ई-रिक्शा की चाबी सौंपी। श्रम विभाग की दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना के अंतर्गत श्रीमती सुनीता गोंड एवं चित्ररेखा देवांगन को चाबी सौंपकर शुभकामनाएं दी। श्रम विभाग की इस कल्याणकारी योजना के तहत जिले में पिछले लगभग डेढ़ साल में 33 श्रमिक महिलाओं को ई-रिक्शा वाहन प्रदान किया गया है। महिलाएं इससे प्राप्त आमदनी से अपने बच्चों की बेहतर पढ़ाई के साथ ही सुगमता से अपनी आजीविका चला रही हैं। योजना के तहत प्रत्येक महिला को श्रम विभाग के सौजन्य से एक-एक लाख रूपए की अनुदान सहायता राशि मिली है। सहायक श्रमायुक्त श्रीमती ज्योति शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल में कम से कम तीन वर्ष पूर्व पंजीकृत महिला श्रमिकों को ई-रिक्शा खरीदने के लिए अनुदान राशि प्रदान की जाती है। महिला का ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, बैंक खाता, ऋण स्वीकृति प्रमाण पत्र एवं शपथ पत्र के साथ ऑनलाईन आवेदन करना होता है। इस अवसर पर विधायक श्री धर्मजीत सिंह, श्री सुशांत शुक्ला, श्री दिलीप लहरिया, श्री अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
- -"रक्त दानवीर डॉ. नेरल की विदाई पर भावुक हुआ संस्थान"-"जिन्दगी का अंतिम दिन मेरा अंतिम क्रियाशील दिन होगा डॉ. नेरल", रायपुर। पं. ज.ने. स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर के वरिष्ठतम चिकित्सा शिक्षक डॉ. अरविन्द नेरल को सेवानिवृत्ति पर भाव-भीनी विदाई दी गयी। महाविद्यालय और मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में यह संवेदनशील विदाई समारोह महाविद्यालय परिसर में स्थित अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में आयोजित किया गया। डॉ. अरविन्द नेरल पैथालॉजी विभाग में प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष रहे हैं। उनके सम्मान में आयोजित इस समारोह में महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने कहा कि डॉ. नेरल ने अपने लंबे सेवाकाल में न सिर्फ शिक्षा, चिकित्सा एवं रिसर्च के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया, बल्कि महाविद्यालय के सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और सामाजिक कार्यों की भी कमान सम्हाली। हम उनके सेवा-भाव को नमन करते हैं।कार्यक्रम के प्रारंभ में पैथालॉजी विभाग की सह-प्राध्यापक डॉ. वर्षा पाण्डेय ने डॉ. नेरल के जीवन और सेवाओं पर आधारित ऑडियो विजुअल प्रस्तुति दी जिसमें उन्होने डॉ. नेरल के समर्पण, कार्यशैली, सामाजिक कार्यों और मानवीय संवेदनाओं को बहुत सुन्दर तरीके से दर्शाया। साथ ही "कभी अलविदा ना कहना" शीर्षक से वीडियो द्वारा डॉ. नेरल के कार्यों को उजागर किया। तत्पश्चात् डॉ. देवप्रिया लकरा, डॉ. संतोष सोनकर, डॉ. जया लालवानी, डॉ. राबिया परवीन सिद्दीकी, डॉ. ओंकार खण्डवाल, डॉ. आकाश लालवानी और डॉ. विजय कापसे ने डॉ. नेरल के बहुआयामी व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपने विचार और संवेदनायें व्यक्त की। इसके पूर्व पैथालॉजी विभाग के शिक्षकों, टेक्निशियन और अन्य कर्मचारियों की ओर से भी विदाई समारोह का पृथक से आयोजन किया गया था।अपने विदाई संदेश में डॉ. अरविन्द नेरल ने कहा कि इस महाविद्यालय में 41 वर्ष का लंबा कार्यकाल बहुत संतोषजनक और उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा है। इस महाविद्यालय में गुजारे लम्हें, वरिष्ठों, सहपाठियों और सभी शिक्षकों, कर्मचारियों से मिला साथ, सहयोग और सहभागिता मेरे जीवन की अमूल्य धरोधर है और चीर-स्मरणीय रहेगी। उन्होंने कहा रक्तदान, एड्स जागरूकता और कोविड-19 एपिडेमिक काल में किये गये उल्लेखनीय कार्यों के लिये छत्तीसगढ शासन द्वारा सम्मानित किया जाना विशेष उपलब्धि रही है। विदाई समारोह में डॉ. नेरल को शॉल-श्रीफल, प्रतीक चिन्ह, उपहार और यादगार फोटो फ्रेम दिये गये।
डॉ. अरविन्द नेरल के चिकित्सा शिक्षकीय सेवाओं की विशेषतायें(1) न्यूनतम 24 वर्ष की उम्र से 65 वर्ष की उम्र तक 41 वर्षों तक लगातार एक ही चिकित्सा महाविद्यालय में शिक्षक के रूप में सेवायें।(2) 31 वर्ष की उम्र से 34 वर्षों तक विभागाध्यक्ष के रूप में सेवायें।(3) फॉरेन्सिक मेडिसीन, माइक्रोबायोलॉजी एवं पैथालॉजी तीन अलग-अलग विभागों का विभागाध्यक्ष के रूप में संचालन और शिक्षण।(4) 05 वर्षों तक दो विभागों का एक साथ संचालन।(5) फॉरेन्सिक मेडिसीन और माइक्रोबायोलॉजी विभागों की लगभग शून्य से स्थापना।(6) तीन-तीन चिकित्सा विषयों में आंतरिक एवं बाह्य विश्वविद्यालयीन परीक्षक के रूप में सेवायें।सेवानिवृत्ति पर मातृशिक्षण संस्थान को उपहार1. अपने मातृ शिक्षण संस्थान जहां से शिक्षा ग्रहण की उस संस्थान के प्रति आभार व्यक्त करते हुये डॉ. अरविन्द नेरल ने विगत 41 वर्षों से अपने खून-पसीने से (44 लीटर खून 126 बार रक्तदान के माध्यम से) अपनी सेवायें देने के पश्चात् मृत्यु उपरांत अपना शरीर भी संस्थान को दान किये जाने का शपथ-पत्र एनाटामी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जागृति अग्रवाल को वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षकों के साक्ष्य उपस्थिति में प्रदान किया। उनकी मंशा है कि उनका शरीर मृत्यु पश्चात् भी महाविद्यालय परिसर में ही रहे और यथासंभव काम आता रहे।2. ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की फाईबर से एक कलाधार द्वारा बनायी गयी आकर्षक मूर्ति महाविद्यालय के अधिष्ठाता कक्ष के लिये प्रदान की।3. डॉ. अरविन्द नेरल ट्रॉफी के रूप में नौ रनिंग ट्रॉफियाँ महाविद्यालय को प्रदान की गयी। ये ट्रॉफियाँ प्रत्येक वर्ष प्राणीण्य सूची में प्रथम आने वाले मेधावी विद्यार्थियों के खेलकूद, साहित्य एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को दिये जायेंगे। - रायपुर । कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने आज रेडक्रॉस हॉल, कलेक्ट्रेट परिसर में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) की गहन समीक्षा बैठक ली। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि सफाई, चौकीदार और ऑपरेटर जैसी बुनियादी व्यवस्थाओं में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने एक्सपायरी डेट वाली दवाओं का उपयुक्त प्रबंधन करने के भी निर्देश दिए।बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों एवं डॉक्टरों के रिक्त पदों की स्थिति की जानकारी ली गई और भर्ती की दिशा में जल्द कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया।कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि सभी CHC का विश्लेषण कर यह तय किया जाए कि कहां कौन-से पद उपयोगी नहीं हैं और उन्हें सरेंडर किया जाए। वहीं जिन पदों की जरूरत है, उनकी रिक्ति की जानकारी प्रस्तुत की जाए।बैठक में सभी CHC में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाने के निर्देश दिए गए हैं और उसकी रोज़ाना रिपोर्ट अनिवार्य रूप से भेजने को कहा गया है।उन्होंने आयुष्मान कार्ड ब्लॉकिंग की स्थिति की ब्लॉकवार समीक्षा की और संस्थागत प्रसव, सिजेरियन डिलीवरी, परिवार कल्याण कार्यक्रम एवं जीवनदीप समिति की बैठक की प्रगति की जानकारी ली।दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर देते हुए निर्देश दिए कि सभी आवश्यक दवाएं हमेशा स्टॉक में रहें। विभिन्न स्वास्थ्य सॉफ्टवेयर के संचालन की स्थिति पर भी चर्चा हुई और तत्काल प्रभाव से सभी सॉफ्टवेयर पूर्ण रूप से चालू करने को कहा गया।जिले में कुल 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, जो अभनपुर, गोबरा नवापारा, आरंग, मंदिरहसौद, तिल्दा, खरोरा, धरसींवा, बीरगांव, गुड़ियारी, 50 बेडेड आयुर्वेद अस्पताल एवं खोखोपारा में स्थित हैं।कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने मौसमी बीमारियों से बचाव की तैयारी का जायजा लिया जिसमें अधिकारियों ने बताया दस्त एवं पीलिया हेतु बचाव के लिए विकासखंड शहरी क्षेत्र में महामारी रोकथाम एवं बचाव हेतु जिला स्तरीय टीम गठित किया गया है | प्रत्येक ग्रामों में मितानिनों के पास औषधि पर स्टॉक सुनिश्चित करने को कहा गया है | मुख्यमंत्री मितानिन दवा पेटी के अलावा क्लोरीन टैबलेट, ब्लीचिंग पाउडर, ओआरएस पैकेट, पेरासिटामाॅल, फ्लरोजोलाडीन, दी जाएगी | पीने योग्य जल स्रोतों का नियमित जल शुद्धीकरण किया जाएगा | वर्षा ऋतु में संभावित महामारी एवं मौसमी बीमारियों बचाव एवं रोकथाम हेतु व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा | अधिकारियों ने डेंगू/स्वाइन फ्लू से बचाव के बारे में बताया कि डॉ. बी.आर अंबेडकर अस्पताल एवं जिला चिकित्सालय रायपुर में डेंगू एवं स्वाइन फ्लू के जांच उपचार भर्ती एवं आवश्यक दवाइयां की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है तथा रोकथाम एवं बचाव हेतु व्यापक प्रचार प्रसार कराया गया है | बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन, जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी सहित स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे |
- -धान के साथ नगदी फसल बोने के लिए प्रेरित करें और स्टार्टअप की संभावना पर कार्य करें: डॉ गौरव सिंहरायपुर /कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने कृषि और संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि बीज और उर्वरक के भंडारण का आकलन करते रहे और किसानों को आवश्यकतानुसार उठाव कराएं। जिले में बोनी का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसे पूर्ण कराएं। जो विकासखंड इसमें पीछे है वह कार्ययोजना बनाकर पूर्ण करें। साथ ही उन्होंने आरईओ और एडीईओ को निर्देशित करते कहा कि किसानों को श्री पद्धति से बोनी के लिए भी प्रेरित किया जाए।कलेक्टर ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी फील्ड में निरंतर दौरा करें किसानों से संपर्क रखें और उन्हे योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें। उन्हें धान के साथ अन्य नगदी फसल बोने के लिए प्रेरित करें, ऐसे फसल के लिए भी तैयार करें जो परंपरागत रूप छत्तीसगढ़ में ना बोई जाती हो मगर यहां के जलवायु के अनुकूल हो, फसल परिवर्तन के लाभ बताकर प्रेरित करें। यहीं नहीं ऐसे फसलों के बाजार की संभावनाएं भी बताएं और उपलब्ध कराएं। उन्होने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अच्छे स्टार्टअप आ रहे हैं।कृषि के विद्यार्थी जो इस क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक है उनसे चर्चा कर किसानों से संपर्क कराएं जिससे किसानों का अपने उत्पादों का बाजार भी मिलेगा। जिलें के प्रगतिशील किसान का चयन करें उन्हें अन्य किसानों से मिलाए ताकि वे भी अच्छी खेती करने के लिए प्रेरित हो। उद्यानिकी विभाग नवाचार करें, ताकि उनके किसानों के उत्पादों का प्रदेश के बाहर में अच्छी मांग हो। इससेे जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति सृदृढ़ होगी। मत्स्य विभाग बंद खदानों में केज कल्चर के माध्यम से मछली पालन को बढ़ावा दें। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
- -पीएचई द्वारा एफटीके किट से जल परीक्षण की दी जाएगी जानकारी-सभी शासकीय व निजी स्कूल भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाने के निर्देशबलौदाबाजार / बरसात के मौसम में जलजनित एवं दूषित खाद्य पदार्थों के कारण फैलने वाली बीमारियों से सतर्क रहने व स्वच्छता के प्रति लोगों क़ो जागरूक करने गांव -गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस सम्बन्ध में कलेक्टर दीपक सोनी ने गुरुवार क़ो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मैदानी अमलों व सरपंच -सचिव की सम्पर्क केंद्र से ऑनलाइन बैठक लेकर जरुरी दिशा निर्देश दिये। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री दिव्या अग्रवाल एवं सीएमएचओ डॉ.राजेश कुमार अवस्थी भी उपस्थित थे।कलेक्टर श्री सोनी ने कहा कि सरपंच -सचिव अपने पंचायतों क़ो मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रखने में लोगों क़ो जागरूक करें। लोगों क़ो आगामी 2 से 3 माह पानी क़ो उबालकर उपयोग करने,पानी रखने वाले बर्तन में कलोरिन की गोली डालने,गरम व ताजा भोजन ग्रहण करने, जल स्रोतों के पास साफ- सफाई रखने के लिए प्रेरित करें। उन्होने कहा कि हर पंचायत में पीएचई द्वारा नामित जल वाहिनी हैं। जल वाहिनी एवं तकनिशियन के नाम व मोबाइल नंबर का दीवाल लेखन कराएं।गांव में किसी क़ो पेट दर्द या उल्टी की शिकायत हो तो तत्काल मितानिन से मिलें और उससे दवाई लें। जरुरी हो तो ईलाज के लिए मितानिन के साथ नजदीकी अस्पताल जाएं। जल वाहिनी व तकनिशियन क़ो तत्काल जल परीक्षण के लिए सूचित करें। जल जीवन मिशन के तहत हर -घर जल के पानी का उपयोग करने पर बोर का पानी, टंकी एवं नल इन तीन स्रोत से पानी क़ा परीक्षण कराएं। पानी में बैक्टिरिया की पुष्टि होने पर तत्काल पानी का उपयोग बंद कर दें और स्रोत क़ो भी बंद कर दें। पानी के उच्च स्तरीय परीक्षण के लिए पीएचई लैब क़ो सैंपल भेजें। पीएचई द्वारा पानी का परीक्षण कर पॉजिटीव पाए जाने पर गांव में उपयोग में लाने वाले पानी का आवश्यक उपचार किया जाएगा जिसमें टंकी की सफाई,जल स्रोतो का क्लोरीनिकरण, पाइप की जांच आदि शामिल है। इसीतरह मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग, घर के आस -पास के गड्ढों में जल भराव न होने दें , कूलर के पानी क़ो खाली करने की समझाईश दें।कलेक्टर ने ग्रामीणों क़ो जल वाहिनी के माध्यम से एफटीके किट जांच परीक्षणअभियान चलाने हेतु पीएचई के अधिकारियों क़ो निर्देश दिये। उन्होने कहा की पीएचई अपने मैदानी अमलों क़ो एक्टिव करे और एसडीओ व सब इंजिनीयर क़ो भी वाटर टेस्टिंग की जानकारी हो। उन्होंने वर्षा जल संचयन पर जोर देते हुए अगले एक माह में जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा की छत में जिस स्थान पर पानी क़ा जमाव होता हो वहीं से वाटर हार्वेस्टिंग के लिए पाइप लगवाएं।कलेक्टर श्री सोनी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 ग्रामीण अंतर्गत बेहतर स्वछता रैकिंग के लिए ग्रामीणों क़ो शौचालय का उपयोग, स्वच्छता तथा सामुदायिक शौचालयों का निरंतर उपयोग सुनिश्चित करने कहा। उन्होने बताया कि इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में भी सर्वेक्षण होगा। जिले में मोर गांव मोर पानी महाअभियान के तहत सोखता गड्ढा, वाटर हार्वेस्टिंग, जलशयों का सफाई के कार्य हुए हुए है जिसे आगे भी जारी रखें।बताया गया कि मोर गांव मोर पानी महाअभियान के तहत अब तक 8600 सोखता गड्ढा का निर्माण तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियो के द्वारा 8813 आवासो में रैन वाटर हार्वेस्टिंग बनवाया है।
- -तीन शिक्षकों की नियुक्ति से बच्चों के साथ पालकों के चेहरों पर भी खिली मुस्कानबलौदाबाजार / युक्तियुक्तकरण से स्कूलों की तस्वीर बदलने लगी है। शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ- साथ उनके माता पिता के माथे पर अब चिंता की लकीरें नहीं बल्कि चेहरे पर राहत की मुस्कान खिल रही है।इस क्रांतिकारी बदलाव के लिए बच्चों के साथ- साथ उनके अभिभावकों ने भी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है। विकासखंड बलौदाबाजार अंतर्गत ग्राम पुरैना खपरी स्थित शासकीय माध्यमिक शाला में शिक्षा विभाग द्वारा युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के तहत 3 शिक्षकों की पदस्थापना की गई है, जिससे विद्यालय के विद्यार्थियों को पढ़ाई में अब बेहतर सुविधा मिल रही है।विद्यालय में वर्तमान में कक्षा 6वीं एवं 7वीं का संचालन हो रहा है जिसमें कुल 66 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनमें कक्षा 6वीं में 34 तथा कक्षा 7वीं में 32 विद्यार्थी हैं। पूर्व में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी, लेकिन अब नई व्यवस्था से शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल रहा है। नवपदस्थ शिक्षकों में अनुपा मंडावी (सामाजिक विज्ञान) प्रभारी हेड मास्टर के रूप में शासकीय माध्यमिक शाला रवान से, हेमलता मिश्रा (हिंदी) शासकीय माध्यमिक शाला चंडी से तथा जयश्री कलेत (विज्ञान) शासकीय माध्यमिक शाला माता देवालय, भाटापारा से प्रतिनियुक्त हुई हैं। इन शिक्षकों की उपस्थिति से अब विद्यार्थियों को विषयवार नियमित पढ़ाई मिल पा रही है। विद्यालय का संचालन समय दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित है। शिक्षकों ने अपनी जिम्मेदारी निभाना प्रारंभ कर दिया है और बच्चों में भी पढ़ाई के प्रति उत्साह देखा जा रहा है। शिक्षा विभाग में की गई इस पहल से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर मिल रहा है, जिससे निश्चित ही उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।युक्तियुक्तकरण से मिले तीन शिक्षक बेहतर हुई पढ़ाई- कक्षा 7 वीं में पढ़ने वाली रागिनी निषाद कहती हैं पहले टीचर नहीं थे तो अच्छे से पढ़ाई नहीं हो पाती थी लेकिन युक्तियुक्तकरण के बाद अब हमारे स्कूल में तीन विषयों के टीचर मिल गए हैं जिसके कारण बेहतर पढ़ाई हो रही है।परिजन साध राम टांडेकर ने जताया संतोष, कहा – अब बच्चों की पढ़ाई होगी व्यवस्थितविद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति से प्रसन्न होकर छात्र के परिजन श्री साध राम टांडेकर ने कहा, "पहले यहां शिक्षक नहीं थे, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। अब मिडिल स्कूल के लिए शिक्षक आ गए हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई अच्छे से हो सकेगी। हम अभिभावक बहुत खुश हैं कि अब हमारे गांव के बच्चों को भी नियमित और विषय अनुसार शिक्षा मिल रही है। यह बहुत ही अच्छी पहल है।"
- बलौदाबाजार / स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर बुधवार क़ो विकासखंड कसडोल तथा पलारी के डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य संचालनालय से आईडीएसपी के उप संचालक डॉ खेमराज सोनवानी तथा सलाहकार श्वेता शर्मा ने भ्रमण कर स्थिति का जायज़ा लिया।राज्य कार्यालय से आये अधिकारियों ने पलारी में भर्ती मरीजों से मिलकऱ उनका कुशल क्षेम पूछा, इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अर्जुनी ब सहित ग्राम बरबसपुर में लगे डायरिया स्वास्थ्य शिविर सहित बल्दा कछार का भी निरीक्षण किया। पलारी में इस समय केवल चार मरीज ही भर्ती हैं शेष ठीक होकर जा चुके हैं। उपचार बाद भर्ती चार मरीज पूरी तरह से सामान्य हैं । कसडोल के ग्राम बरबसपुर में मिले कुल केस में 4 ही वर्तमान में भर्ती हैं जिसमें 3 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अर्जुनी तथा एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में भर्ती हैं। डायरिया के शेष अन्य केस उपचार लेकर ठीक हो चुके हैं तथा अपने घर जा चुके हैं ।उप संचालक डॉ सोनवानी ने सभी प्रभावित ग्राम में मेडिकल स्टाफ की शिफ्ट अनुसार ड्यूटी को निरंतर करने ,गांव में क्लोरीन टेबलेट वितरित करने को भी कहा। आवश्यक दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही उन्होंने डिस्चार्ज मरीजों को काउंसलर के माध्यम से टेलीफोन के ज़रिए डायरिया के सम्बंध में फीडबैक लेने तथा स्वास्थ्य संबंधी सलाह देने के भी निर्देश दिए । रोकथाम हेतु त्वरित प्रतिक्रिया हेतु निगरानी बढ़ाने को भी कहा गया। ग्राम बरबसपुर में इंडेक्स मरीज (पहला केस) के घर का भ्रमण कर जानकारी भी ली गई । ग्राम में अन्य मौसमी बीमारियों जैसे मलेरिया के लिए भी एहतियातन फीवर सर्वे करने को कहा गया ।भ्रमण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश अवस्थी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर के. के. टेम्भूरने, आईडीएसपी के जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर अभिजीत बैनर्जी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
- -बलौदाबाजार जिले 524 ग्रामों में 15 अगस्त से प्रारम्भ होगा डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण-राजस्व अमले को मिला डिजिटल क्रॉप सर्वे व एग्रीस्टैक एप का व्यवहारिक प्रशिक्षणबलौदाबाजार-भाटापारा, 3 जुलाई 2025/अब भूमि चिन्हांकन और फसल सर्वेक्षण का कार्य डिजिटल तरीके से अधिक आसान और सटीक हो सकेगा। एग्रीस्टैक एप और जियो रेफरेंसिंग तकनीक के माध्यम से खेतों का वास्तविक सर्वेक्षण कर भू-संबंधी विवादों का समाधान तेज़ी से किया जा सकेगा। इसी क्रम में आज जिला पंचायत सभाकक्ष में डिजिटल क्रॉप सर्वे विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जो दो पालियों में संपन्न हुई। कलेक्टर दीपक सोनी ने राजस्व अमले को प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को फील्ड में पूरी गंभीरता और निष्ठा से लागू करनें तथा सीमांकन से जुड़े सभी लंबित प्रकरणों को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये।कार्यशाला में मास्टर ट्रेनरों ने जिले के राजस्व अमले को डिजिटल क्रॉप सर्वे की सम्पूर्ण प्रक्रिया का व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। इस तकनीक के माध्यम से हर खसरे और भू-खंड में जाकर फसल की जियो-टैग्ड तस्वीरें ली जाएंगी, जो ऑनलाइन एग्रीस्टैक पोर्टल में दर्ज होंगी। किसानों का पंजीयन सर्वेयर द्वारा किया जाएगा, जिसके उपरांत उन्हें एक फार्मर आईडी प्रदान की जाएगी।वर्तमान खरीफ सीजन 2025 में जिले के सभी तहसीलों के 524 ग्रामों में 15 अगस्त 2025 से डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक ग्राम से अधिकतम 20 स्थानीय युवाओं का चयन किया जाएगा। यह चयन पटवारी के माध्यम से तहसीलदार द्वारा किया जाएगा। सर्वेयर चयन हेतु ग्राम के निवासी युवा जिनके पास न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण व एंड्रॉइड मोबाइल फोन उपलब्ध हो सर्वेयर के रूप में कार्य हेतु पात्र होंगे।
- बलौदाबाजार / जिला प्रशासन एवं खेल एवं युवा कल्याण विभाग बलौदाबाजार द्वारा जिला मुख्यालय बलौदाबाजार के योग भवन में गुरुवार क़ो मल्लखंब खेल प्रशिक्षण हेतु ट्रायल आरम्भ किया गया।प्रशिक्षण ट्रायल के प्रथम दिवस में 25 बालक एवं बालिकाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण के इच्छुक खिलाड़ी दिनांक 05-जुलाई 2025 तक उक्त ट्रायल में भाग ले सकते है। ज्ञात हो कि मल्लखम्ब भारत की एक प्राचीन खेल विधा है जिसका अभ्यास जिमनास्टिक योग एवं एक्रोबेटिक्स के आयामों के साथ किया जाता है जिसमें जिमनास्ट का एक समूह एक स्थिर ऊर्ध्वाधर पोल के साथ कुश्ती की पकड़ का उपयोग करके हवाई योग और जिमनास्टिक आसन करता है।