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- अनानास ना सिर्फ एक स्वादिष्ट फल है बल्कि इसमें मौजूद विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। यह पाचन सुधारने, इम्यूनिटी बढ़ाने और स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन अक्सर लोग इसे खाने से पहले काटने में हिचकिचाते हैं क्योंकि इसकी मोटी छाल और कांटेदार बाहरी परत के कारण इसे काटना थोड़ा मुश्किल लगता है। अगर आपको सही तरीका पता हो तो अनानास को छीलना और काटना बहुत आसान है। घर पर थोड़े से ध्यान और सही कदम अपनाकर आप मिनटों में इसे साफ-सुथरे टुकड़ों में काट सकते हैं। यहां जानें अनानास काटने का सही तरीका और सिंपल स्टेप्स।1. पका हुआ अनानास चुनें: अनानास का रंग हल्का पीला और हरा मिश्रित होना चाहिए। नीचे की तरफ से मीठी खुशबू आने पर समझिए यह खाने के लिए तैयार है।2. ऊपरी और निचला हिस्सा काटें: एक मजबूत चाकू की मदद से अनानास का ऊपर का पत्ता वाला हिस्सा और नीचे का हिस्सा लगभग ½ इंच काट दें। इससे अनानास को बोर्ड पर खड़ा करना आसान हो जाता है।3. छिलका हटाएं: अब अनानास को सीधा खड़ा करें और ऊपर से नीचे की ओर पतली परतों में छिलका काटें। ध्यान रखें कि भूरे रंग के 'आंख जैसे दाग' (eyes) भी साथ में निकल जाएं।4. आंखों को साफ करें: अगर कुछ छोटे दाग बचे हों तो छोटे चाकू से तिरछे पैटर्न में उन्हें निकाल दें।5. चार हिस्सों में काटें: अब अनानास को बीच से लंबाई में काटें, फिर हर टुकड़े को आधा करें। आपको कुल चार हिस्से मिलेंगे।6. बीच का सख्त हिस्सा निकालें: हर टुकड़े के बीच का सख्त हिस्सा चाकू से निकाल दें क्योंकि यह खाने योग्य नहीं होता।7. छोटे टुकड़ों में काटें: अब आप चाहें तो अनानास को चौकोर टुकड़ों या लम्बे स्लाइस में काट लें।8. रेफ्रिजिरेटर में रखकर कुछ देर ठंडा करें और फिर मसाला या काला नमक छिड़ककर खाएं।
- केसर दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक है जो अपनी खुशबू, रंग और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसे भोजन, मिठाइयों, स्किन केयर और औषधियों में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन बाजार में केसर की ऊंची कीमत के कारण नकली और मिलावटी केसर भी बड़ी मात्रा में बिकता है जिससे असली और नकली में फर्क करना बहुत मुश्किल हो जाता है। असली केसर ना केवल महंगी होती है बल्कि उसकी खुशबू और स्वाद भी बेहद खास होते हैं। इसलिए, अगर आप केसर खरीद रहे हैं तो इन सरल घरेलू परीक्षणों की मदद से असली और नकली केसर की पहचान आसानी से कर सकते हैं।असली केसर पहचानने के उपयोगी टिप्स (Useful Tips to Identify Real Saffron)पानी में डालकर जांचें: थोड़ी सी केसर को गर्म पानी में डालें। अगर कुछ देर बाद पानी का रंग धीरे-धीरे सुनहरा या हल्का पीला हो जाए और धागे का रंग न बदले, तो वह असली है। नकली केसर तुरंत गाढ़ा लाल रंग छोड़ती है।खुशबू से पहचानें: असली केसर की खुशबू तेज और मीठी होती है जिसमें मिट्टी और शहद जैसी हल्की महक आती है। नकली केसर में अक्सर आर्टिफिशियल सुगंध मिलाई जाती है।स्वाद से करें टेस्ट: असली केसर का स्वाद कड़वा और हल्का कसैला होता है जबकि नकली केसर में मीठापन महसूस होता है।पेपर टेस्ट करें: केसर के कुछ धागों को सफेद पेपर पर रखें और थोड़ा पानी डालें। अगर धागे लाल रंग छोड़ते हैं और दाग बनता है तो वह नकली है। असली केसर का रंग प्राकृतिक और धीरे-धीरे घुलता है।दूध टेस्ट: गर्म दूध में केसर डालें। अगर दूध धीरे-धीरे पीला या सुनहरा रंग ले और धागे अपनी आकृति बनाए रखें तो वह असली है। नकली केसर तुरंत दूध को गहरा नारंगी कर देती है।केसर की बनावट देखें: असली केसर के धागे मुड़े हुए और हल्के खुरदरे होते हैं, जबकि नकली केसर चिकनी और सीधी दिखती है।
- अगर आपके बाल भी घुंघराले हैं या फिर हमेशा उलझे-उलझे रहते हैं तो अलसी के बीज आपके बेहद काम के हैं। दरअसल, अलसी के बीज न सिर्फ हेल्दी भोजन के लिए ही नहीं, बल्कि बालों की देखभाल में भी बेहद फायदेमंद होते हैं। ऐसे में बालों में अलसी के बीज से बने घरेलू हेयर जेल का इस्तेमाल करने से बाल मुलायम, चमकदार बन सकते हैं।बाजार में मिलने वाले हेयर जेल में अक्सर कैमिकल्स होते हैं, जो बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन अलसी के बीजों से बना ये हेयर जेल सिर्फ 10 रुपये में तैयार किया जा सकता है और इसे बनाने में अधिक समय भी नहीं लगता। प्राकृतिक तरीके से बालों की देखभाल करना चाहते हैं तो यह सरल और किफायती उपाय आपके लिए परफेक्ट है। ये जेल बालों को स्टाइल करने के साथ-साथ उन्हें पोषण भी देता है।अलसी का जेल बनाने का सामानइसे बनाने के लिए आपको सिर्फ दो बड़े चम्मच अलसी की बीजों की और एक कप पानी की जरूरत पड़ेगी।हेयर जेल बनाने की विधिअलसी के बीजों से हेयर जेल बनाने के लिए सबसे पहले तो अलसी के बीज को पानी में 10–15 मिनट के लिए भिगो दें। कुछ देर बाद इसे गैस पर रखकर उबाल लें। उबालने से ये चिपचिपा सा होने लगेगा। जब बीज पानी में जेल जैसा हो जाए, तो इसे कुछ देर के लिए साइड में रख दें, ताकि ये ठंडा हो जाए। मिश्रण के ठंडा होने के बाद इसे मिक्सर में अच्छी तरह ब्लेंड करें। ब्लैंड करने के बाद एक सूती कपड़े में रखकर इसे छान लें। छानने के बाद जो चिपचिपा पदार्थ निकला है, वही अलसी का जेल है।ऐसे करें उपयोगइसका इस्तेमाल बेहद आसान है। इस जेल के इस्तेमाल के से पहले अपने बालों को धो लें। जब बाल हल्के गीले हों, तभी इसे अपने हाथों की मदद से इसे बालों के सिरों से लेकर स्कैल्प तक पर अप्लाई करें। बस बालों को अब ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद आपके बाल न तो उलझेंगे और न ही बेजान दिखेंगे।एक्सट्रा टिपआप चाहें तो खुशबू और ज्यादा फायदे के लिए इसमें लैवेंडर या रोजमेरी का एसेंशियल ऑयल भी मिला सकते हैं। इसकी वजह से आपके बालों में खुशबू भी आने लगेगी।--
- प्लाजो-सूट आजकल ज्यादातर महिलाएं प्रिफर करती हैं। कारण है इनका सुंदर फ्लोई डिजाइन और कंफर्टेबल फिट। तभी तो डेली वियर हो या कोई खास मौका, ये हमेशा ही अच्छे लगते हैं। अगर आप भी सूट सिलवाने की सोच रही हैं, तो प्लाजो एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यहां हम आपके लिए कुछ फैंसी डिजाइन ले कर आए हैं, जो एक स्टाइलिश सूट खरीदने में आपकी मदद करेंगे। सूट की स्टिचिंग के लिए भी आप यहां से आइडियाज ले सकती हैं। (All Images Credit-Pinterest)ऑल टाइम क्लासिक रेड सूटरेड सूट हर लेडीज की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है। आने वाले त्योहारों के लिए आप एक रेड रंग का सिंपल फैब्रिक के कर प्लाजो सूट स्टिच करा सकती हैं। डिजाइनर लुक के लिए लटकन, लेस जैसे विकल्पों का इस्तेमाल करें। सूट बहुत ही ज्यादा क्लासी और एलिगेंट लुक देगा।जॉर्जेट का सूट लेंडेली वियर के लिए या फिर कुछ हल्का-फुल्का पहनना है, तो जॉर्जेट का सूट स्टिच करा लें। इस तरह का प्लेन वाइट सूट विद थ्रेड एंब्रॉयड्री वर्क, देखने में बहुत सुंदर लगेगा। आप प्लेन फैब्रिक और मैचिंग लेस ले कर भी इस तरह का फ्लोई और क्लासी सूट स्टिच करा सकती हैं।घेरदार प्लाजो स्टिच कराएंघेरदार प्लाजो एकदम फेस्टिव परफेक्ट लुक देता है। सूट को थोड़ा है हेवी दिखाना चाहती हैं, तो घेरदार प्लाजो रखें। ये एकदम लहंगे वाला लुक देगा। लुक बैलेंस रहे, इसके लिए ध्यान रखें कि प्लाजो सिंपल हो। अगर सूट और प्लाजो दोनों की हेवी एंब्रॉयडरी वाले होंगे, तो लुक थोड़ा आउटडेटेड लग सकता है।शॉर्ट कुर्ती विद प्लाजोआजकल शॉर्ट कुर्ती के साथ घेरदार प्लाजो काफी ट्रेंड में है। ये काफी मॉडर्न लुक देते हैं और पहनने में भी कंफर्टेबल रहते हैं। गर्ल्स के लिए खासतौर से ये स्टाइल परफेक्ट रहेगा। आप फैब्रिक ले कर भी कुछ इस तरह का सूट सेट स्टिच करा सकती हैं।नैरो प्लाजो स्टिच कराएंआजकल नैरो प्लाजो भी खूब चलन में है। स्टाइलिश लुक चाहती हैं, तो इस तरह का प्लाजो स्टिच करा लें। साथ में सूट की लैंथ थोड़ी कम ही रखें, ताकि प्लाजो हाइलाइट हो सके। फेस्टिव सीजन के लिए आप इस तरह का सूट सिलवा सकती हैं, एकदम अलग हटकर लुक मिलेगा।नेट लगवाकर प्लाजो बनाएंडिजाइनर सूट वाला लुक चाहिए, तो इस तरह नेट और मैचिंग लेस लगवाकर सूट स्टिच करा सकती हैं। ये बहुत ही फैंसी लुक देगा। सूट की स्लीव्स और प्लाजो पर नेट फैब्रिक अटैच कराएं। इससे आपके सूट में डिटेलिंग एड होगी, जो देखने में काफी एलिगेंट और स्टाइलिश लगती है।हेवी कढ़ाई वाला सूटहेवी कढ़ाई वाला एक सूट आपके वॉर्डरोब में जरूर होना चाहिए। ये देखने में बेहद सुंदर लगता है और इसे पहनने के बाद यकीनन पूरे फंक्शन की जान आप ही बन जाएंगी। दो कॉन्ट्रास्ट रंगों वाला सूट चुनें, जिसपर हेवी गोल्डन एंब्रॉयडरी हो; इससे एकदम परफेक्ट फेस्टिव वाइब आएगी।सिंपल क्लासी सूटकहते हैं ना सूट जितना सिंपल होगा, उतना ही क्लासी लगेगा। बात बिल्कुल सच है। फेस्टिव सीजन के लिए आप कुछ इस तरह का सिंपल सूट स्टिच करा सकती हैं। प्लेन फैब्रिक ले कर भी ये बनवाया जा सकता है। इसके साथ कॉन्ट्रास्ट शेड का दुपट्टा रखें। स्लीव्स चाहें तो जॉर्जेट या शिफॉन फैब्रिक की बनवा लें, सूट में और जान आ जाएगी।
- कई बार व्यक्ति बिना कुछ कहे ही बहुत कुछ कह जाता है, बस सामने वाले को इसे भांपना आना चाहिए। नीति शास्त्र की ज्ञान भरी बातें लक्षणों के आधार पर व्यक्ति के मन का भेद बताती हैं, जिन्हें जानकर बिना जन्मकुण्डली या ग्रहदशा देखे ही यह अनुमान लगाया जा सकता है कि व्यक्ति का कार्य सामने वाले व्यक्ति से बनेगा या नहीं। अक्सर हम किसी से कुछ मांगते हैं या कोई आग्रह करते हैं, पर सामने वाला व्यक्ति ‘हां’ कहेगा या ‘न’, यह उसकी आंखों, मुखमुद्रा और व्यवहार से पहले ही समझा जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को किसी को कुछ देने की भावना होती है, तो उसके चेहरे पर सहज सौम्यता दिखाई देती है, उसकी आंखों में स्नेह और प्रसन्नता झलकती है। ऐसा लगता है मानो मन की सहमति चेहरे से प्रकट हो रही हो। यह वही क्षण होता है जब हमें विश्वास हो जाता है कि हमारी इच्छा पूरी होने वाली है। किसी कवि ने कहा है,नयना देत बताय सब, जियको भेद अभेद। जैसे निर्मल आरसी, भली बुरी कहि देत।।आंखें मन की बातों को प्रकट कर देती हैं, जैसे दर्पण मुख की हर विकृति को साफ़ दिखा देता है। जब व्यक्ति ‘ना’ कहना चाहता है, तब उसका व्यवहार एकदम बदल जाता है। प्राचीन ग्रंथों में “न कार षट् लक्षणम”, यानी ‘न’ के छह लक्षण बताए गए हैं, मौन हो जाना, कल परसों आना, आसमान को देखना, आंखें नीची कर लेना, चलने को उद्यत हो जाना, अन्य व्यक्ति से बात प्रारम्भ कर देना।मौनं काल विलम्बश्च, भृकुटि भूमि-दर्शनम्। प्रयाणान्य वार्ता च, न कार षट् लक्षणम्।।इनमें से एक भी लक्षण यदि दिख जाए, तो समझ लेना चाहिए कि व्यक्ति का मन ‘ना’ कह चुका है, चाहे उसके होंठ अब तक मौन हों। वास्तव में, मनुष्य का मौन, दृष्टि और आचरण में उसके मनोभावों की सच्ची अभिव्यक्ति छिपी होती है। शब्द तो केवल औपचारिकता हैं, निर्णय तो चेहरे की झलक, आंखों की भाषा और व्यवहार के संकेत पहले ही दे देते हैं। यही मनोविज्ञान की वह सूक्ष्म कला है, जो हमें दूसरों को समझने की शक्ति प्रदान करती है।--
- सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए बादाम का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। बादाम में विटामिन E, फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम और हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं जो दिमाग, दिल और त्वचा तीनों के लिए लाभकारी हैं। लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या सर्दियों में बादाम भिगोकर खाना चाहिए या सूखा ही खाना बेहतर है? दरअसल, दोनों ही तरीकों के अपने फायदे हैं लेकिन अगर आप बादाम को सही तरह से और सही समय पर खाते हैं तो इसके पोषक तत्वों का असर कई गुना बढ़ जाता है। आइए जानते हैं सर्दियों में बादाम खाने का सही तरीका और भिगोए बनाम बिना भिगोए बादाम के फायदे–भिगोए हुए बादाम खाने के फायदे–आसानी से पचते हैं: भिगोए हुए बादाम की बाहरी परत मुलायम हो जाती है जिससे इन्हें चबाना और पचाना आसान होता है।पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण: भीगने से बादाम में मौजूद एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं जिससे शरीर विटामिन और मिनरल्स को आसानी से अवशोषित कर पाता है।त्वचा और बालों के लिए बेहतर: विटामिन E की मात्रा भीगे बादाम से ज्यादा असर दिखाती है जिससे त्वचा मुलायम और बाल मजबूत बनते हैं।इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है: भिगोए बादाम सर्दी-जुकाम और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं।बिना भिगोए बादाम खाने के फायदे –गर्माहट प्रदान करते हैं: सर्दियों में सूखे बादाम खाने से शरीर को गर्मी मिलती है।लंबे समय तक एनर्जी देते हैं: सूखे बादाम में मौजूद हेल्दी फैट्स धीरे-धीरे ऊर्जा छोड़ते हैं जिससे दिनभर एक्टिव रहते हैं।रोजमर्रा की स्नैकिंग के लिए अच्छे: इन्हें कहीं भी आसानी से खाया जा सकता है – जैसे काम के बीच, ट्रैवल करते समय या चाय के साथ।क्या है सही तरीका?अगर आपका पाचन कमजोर है या मुंहासों की समस्या रहती है तो भिगोए हुए बादाम खाना बेहतर रहेगा।अगर आप ऊर्जा और गर्माहट चाहते हैं तो 2–3 सूखे बादाम सुबह दूध के साथ खाएं।बेहतर परिणाम के लिए सर्दियों में 4–6 बादाम रोजाना सेवन करें।सर्दियों में बादाम भिगोकर खाना बेहतर माना जाता है क्योंकि यह आसानी से पचते हैं और शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों का पूरा लाभ देते हैं। हालांकि, सीमित मात्रा में सूखे बादाम भी शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं। इसलिए आप दोनों तरीकों से बादाम का सेवन कर सकते हैं, बस मात्रा और समय का ध्यान रखें।
- सरसों का तेल भारतीय घरों में रसोई का जरूरी हिस्सा है. ये अपने स्वाद, खुशबू और सेहतमंद फायदों के लिए जाना जाता है. लेकिन बाजार में मिलने वाला हर सरसों का तेल शुद्ध नहीं होता. अक्सर इसमें सस्ते तेल या सिंथेटिक चीजों की मिलावट की जाती है, जो खाने का स्वाद बिगाड़ सकती है और सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकती है. हालांकि ये पता करना मुश्किल लगता है कि तेल असली है या नहीं, लेकिन कुछ आसान और असरदार घरेलू तरीके हैं, जिनकी मदद से आप खाना बनाने से पहले सरसों के तेल की शुद्धता टेस्ट कर सकते हैं.फ्रीजिंग टेस्टसरसों के तेल की शुद्धता जांचने का आसान तरीका फ्रीजिंग टेस्ट है. ये टेस्ट करने के लिए एक कटोरी में थोड़ा सा सरसों का तेल लें और इसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रखें. शुद्ध सरसों का तेल लिक्विड ही रहेगा या उसमें बहुत कम बदलाव होगा. लेकिन अगर तेल में किसी तरह की मिलावट होगी तो उसमें सफेद धब्बे या जमावट दिखाई देगी. अगर ऐसा हो तो इसका मतलब इसमें पाम ऑयल मिला हो सकता है. पाम ऑयल ठंड में जम जाता हैं. ये बिना किसी केमिकल के अशुद्ध तेल का पता लगाने का आसान तरीका है.रगड़कर टेस्टशुद्ध सरसों के तेल की पहचान करने का एक और तरीका रगड़कर परीक्षण है. अपनी हथेली पर कुछ बूंदें तेल की लें और हाथों को आपस में रगड़ें. शुद्ध सरसों के तेल में तेज तीखी खुशबू होनी चाहिए, स्किन पर कोई रंग नहीं छोड़ना चाहिए और तेज गंध के कारण आंखों में हल्की जलन हो सकती है. अगर तेल स्किन पर रंग छोड़ता है या उसमें आर्टिफिशियल गंध आती है, तो ये मिलावटी हो सकता है. ये घर पर सस्ते तेल या सिंथेटिक मिलावट का पता लगाने का आसान तरीका है.नाइट्रिक एसिड टेस्टये सरसों के तेल को टेस्ट करने का एक कैमिकल बेस्ड तरीका है और इसे सावधानी से करना चाहिए. इसे करने के लिए एक साफ कांच के बर्तन में सरसों का तेल और नाइट्रिक एसिड बराबर मात्रा में मिलाएं और धीरे से हिलाएं. देखें कि कलर बदलाव तो नहीं हुआ है. शुद्ध सरसों के तेल में रंग नहीं बदलता, जबकि मिलावटी तेल किसी दूषित पदार्थ के कारण नारंगी-पीले से लाल रंग में बदल सकता है. ये टेस्ट खतरनाक मिलावट का पता लगाने का भरोसेमंद तरीका है.
- बाजार की भारी और शक्कर से भरी मिठाइयों के बजाय आप बना सकती हैं इंस्टेंट ओट्स का हलवा, जो न सिर्फ झटपट तैयार होगा, बल्कि दिल और शरीर दोनों को भाएगा। ओट्स में फाइबर और पोषण भरपूर होता है, जो भाई को देगा एनर्जी और त्योहार को बनाएगा guilt-free। ये हलवा खासतौर पर उन लोगों के लिए भी परफेक्ट है जो शुगर या वजन को लेकर सतर्क रहते हैं। तो इस भाई दूज पर परंपरा में मिलाएं थोड़ा हेल्थ का तड़का और तैयार करें ओट्स हलवाओट्स का हलवा बनाने की आसान रेसिपीओट्स – 1 कप (भुने हुए)दूध – 2 कपघी – 2 बड़े चम्मचखजूर या गुड़ – 2-3 बड़े चम्मचड्राय फ्रूट्स – बादाम, काजू, किशमिशइलायची पाउडर – 1/4 छोटा चम्मचविधिइस हलवे को बनाना काफी आसान है। इसके लिए एक पैन में घी गर्म करें और उसमें भुने हुए ओट्स डालकर 1–2 मिनट भूनें। इसके बाद अब पैन में दूध डालें और धीमी आंच पर चलाते हुए पकाएं। इसके बाद जब हलवा गाढ़ा होने लगे, तो उसमें खजूर का पेस्ट या गुड़ डालें। आखिर में इसमें ड्राय फ्रूट्स और इलायची पाउडर डालें। 2–3 मिनट पकाकर गरमा गरम सर्व करें।
- घर पर बेसन के लड्डू बनाना आसान होता है। ऐसी विधि अपनाएं ताकि कई दिनों तक बेसन के लड्डू सुरक्षित रह सके। अगर आप दिवाली के दिनों में कामों की अधिकता के कारण भोग की तैयारी भूल जाती हैं, तो इस बार बेसन के लड्डू बनाकर सुरक्षित रख लीजिए।बेसन के लड्डू के लिए सामग्रीदो कप बेसन, एक कप घी, एक कप पिसी शक्कर या बूरा, आधा चम्मच इलायची पाउडर, स्वादानुसार काजू बादाम एकत्र कर लें।बेसन के लड्डू बनाने की विधिस्टेप 1- सबसे पहले एक कड़ाही में घी गर्म करें और उसमें बेसन डालें।स्टेप 2- धीमी आंच पर लगातार चलाते रहें जब तक बेसन का रंग सुनहरा न हो जाए और खुशबू आने लगे।स्टेप 3- अब गैस बंद कर दें और मिश्रण को ठंडा होने दें।स्टेप 4- जब बेसन हल्का ठंडा हो जाए, तब उसमें बूरा और इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं।स्टेप 5- अब हथेलियों से लड्डू बनाएं और ऊपर से मेवा लगाकर सजाएं।लड्डू को ताजा कैसे बनाए रखें?लड्डुओं को एयरटाइट डिब्बे में रखकर ठंडी, सूखी जगह पर रखें।घी की मात्रा थोड़ी अधिक रखने से लड्डू ज्यादा दिन तक नरम बने रहते हैं।ये लड्डू 10–15 दिन तक आसानी से सुरक्षित रखे जा सकते हैं।
- दिवाली का त्योहार खुशियों और रोशनी भरा होता है। ये त्योहार पटाखों के बिना भी लोग अधूरा ही मानते हैं। पटाखों से न सिर्फ सेहत पर बुरा असर होता है बल्कि त्वचा पर भी नुकसान होता है। पटाखों का जहरीला धुआं त्वचा को काला और खुश्क कर देता है। अगर आपकी स्किन सेंसिटव है, तो पटाखों के धुएं से दूरी बनाकर रखें। चलिए आपको बताते हैं दिवाली के बाद स्किन की केयर कैसे करनी है और पटाखों से त्वचा को बचाने के लिए क्या करें।क्या है नुकसानपटाखों के धुएं में सल्फर, नाइट्रेट और भारी धातुएं होती हैं, जो स्किन को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे स्किन पर रैशेस, ड्राईनेस, रेडनेस की समस्या हो जाती है। सिर्फ यही नहीं पटाखों के धुएं से स्किन के पोर्स भी ब्लॉक हो जाते हैं।क्या करेंपटाखों से थोड़ा दूर रहें और कोशिश करें कि फेस पर कपड़ा लपेटकर ही पटाखें जलाएं। स्किन केयर के लिए आप मॉइश्चराइजर या कोई तेल चेहरे पर लगाएं। इससे धुएं का असर कम नुकसान पहुंचायेगा।दिवाली के बाद क्लीनिंगदिवाली के बाद स्किन को क्लीन करने के लिए पहले गुलाब जल से चेहरा साफ करें। फिर माइल्ड फेस वॉश से चेहरा धोएं। इसके बाद टोनर लगाएं और मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें।हेल्दी डायट-पानीस्किन को हेल्दी रखने के लिए खूब सारा पानी पिएं और अच्छा खाना खाएं। अपनी डायट में खट्टे फल, जूस, सलाद शामिल करें।नारियल तेलनारियल तेल की तासीर ठंडी होती है और ये स्किन को नमी प्रदान करता है। अगर चेहरे पर जलन पड़ रही हो तो नारियल तेल लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें। सुबह गुनगुने पानी से फेस क्लीन करें।गाजर का रसस्किन ड्राईनेस हो रही है, तो गाजर का रस लगाएं। विटामिन ए से भरपूर गाजर का रस स्किन को रिपेयर करता है और इसे जल्दी हील करने में हेल्प करता है। गाजर के रस से त्वचा को ठंडक भी मिलेगी।जलने पर क्या करेंअगर स्किन पटाखों से जल जाए तो पानी से धोएं और एलोवेरा जेल लगाएं। ज्यादा दिक्कत होने पर फौरन डॉक्टर की सलाह लें।
- फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो गई है और कुछ दिनों बाद शादियां भी शुरू हो जाएंगी। यानी एक के बाद एक फंक्शन, गेट टुगेदर और भी बहुत मौके आएंगे जब आपको नए-नए आउटफिट्स पहनकर तैयार होना पड़ेगा। ऐसे मौकों के लिए सूट एकदम परफेक्ट रहते हैं। देखने में भी स्टाइलिश और पहनने में भी कंफर्टेबल। ऐसे में यहां हम आपके लिए ट्रेंडी डिजाइन ले कर आए हैं, शॉपिंग के वक्त आप कुछ ऐसा ही अपने लिए सिलेक्ट कर सकती हैं।फारसी सलवार सूटफारसी सलवार सूट का क्रेज तो आपने देखा ही होगा। तो क्यों ना इस शादी और फेस्टिव सीजन आप भी एक फारसी और सलवार सेट ले लें। ये सिंपल होते हैं और इनका ढीला फिट काफी कंफर्टेबल होता है। स्टाइलिश ऑप्शन चाहती हैं, तो ये आपके लिए परफेक्ट चॉइस है।हेवी शरारा सूटशरारा सूट का फैशन अभी भी आउटडेटेड नहीं होता। स्पेशल मौकों पर ये और सुंदर लगते हैं। कोई खास शादी अटैंड करनी है या दिवाली जैसा बड़ा त्योहार, तो एक हेवी शरारा सूट अपने वॉर्डरोब में इस बार जरूर एड कर लें।गोटा पट्टी अनारकलीअनाकरली सूट में जो रॉयल लुक आता है, उसकी बात ही अलग है। कन्फ्यूज हैं कि क्या पहनें, तो एक अनारकली सूट ले लें, ये हमेशा ही अच्छा लगता है। ट्रेंडी डिजाइन की बात करें तो आजकल सिंपल सूट ट्रेंड में हैं, जिनके दुपट्टे पर हेवी वर्क होता है। गोटा-पट्टी या लेस वर्क वाला दुपट्टा सूट में जान डाल देता है।सिल्क सूट सेटसिल्क के सूट काफी रॉयल और क्लासी लुक देते हैं। खासतौर से फेस्टिवल और वेडिंग फंक्शन अटेंड करने के लिए इनसे बेस्ट चॉइस कुछ नहीं। आप अलग से सिल्क का फैब्रिक ला कर भी सूट स्टिच करा सकती हैं। बाकी मार्केट में आपको कई रेडीमेड ऑप्शन भी मिल जाएंगे।क्लासिक रेड सूटकलर को ले कर कन्फ्यूज हैं, तो क्लासिक रेड चूज कर लें। ये हर स्किन टोन पर सुंदर लगता है। मौका जरा खास है, तो इसके साथ गोल्डन का कॉम्बिनेशन ट्राई करें। बहुत ही क्लासी और एलिगेंट लुक आएगा।थ्रेड वर्क शरारा सूटथ्रेड वर्क वाला ये सुंदर सा शरारा सूट भी पार्टी फंक्शन के लिए बेस्ट रहेगा। इसका ब्राइट येलो कलर आपको भीड़ में सबसे अलग दिखाएगा। इसका दुपट्टा सबसे आई कैचिंग है क्योंकि कलर कॉन्ट्रास्ट में है। आप भी सूट की शॉपिंग करते हुए, कॉन्ट्रास्ट दुपट्टा पिक कर सकती हैं।लहंगा सूटलहंगा ज्यादा हेवी हो जाता है और सूट थोड़ा लाइट। अगर बीच का कुछ पहनना चाहती हैं, तो लहंगा सूट परफेक्ट ऑप्शन हो सकता है। ब्राइट शेड में सुंदर सा लहंगा सूट पिक करें, ये आपको एकदम अलग हटकर लुक देगा।घेरदार प्लाजो सूटघेरदार प्लाजो भी वेडिंग और फेस्टिव वाइब के लिए परफेक्ट है। ये काफी कंफर्टेबल भी होता है और ओवर भी नहीं लगता। थोड़ा लाइट लुक चाहती हैं, तो हल्की एंब्रॉयडरी चुन सकती हैं। कलर की बात करें तो मेंहदी ग्रीन आजकल काफी ट्रेंड में बना हुआ है। इसके आपका रंग काफी ब्राइट लगेगा।
- अक्सर त्योहार आते ही ऐसी खबरें भी सामने आने लगती हैं और हम खुद को ठगा हुआ तब महसूस करते हैं, जब किसी ऐसी दुकान का नाम सामने आता है, जिस पर हम सालों से भरोसा करते आ रहे थे। मिठाई या कोई भी अन्य खाद्य पदार्थ का सीधा संबंध सेहत से है। ऐसे में इनकी गुणवत्ता का ध्यान तो रखना ही होगा। त्योहार आते ही बाजार गरम हो जाता है और ऊंची दुकानों के भी पकवान नकली होने की खबरें आने लगती हैं। इस मामले में आपकी सतर्कता जरूरी है।नकली कैसे?फूड अडल्ट्रेशन यानी खाने में उन चीजों की मिलावट जिसे सेवन के लिए सुरक्षित नहीं माना गया है। उन चीजों की खाद्य पदार्थों में जरूरत से ज्यादा मिलावट, जिनके लिए एक मानक तय किया गया है, भी फूड अडल्ट्रेशन है! यह मानक खाद्य सुरक्षा विभाग और खाद्य मंत्रालय की तरफ से तय किया जाता है और इन पर खरा उतरने वाले खाद्य पदार्थों को एफएसएसएआई का प्रमाण पत्र मिलता है। इसे डिब्बा बंद फूड में तो देखा जा सकता है, लेकिन किसी आम दुकान से मिलने वाली मिठाई के डिब्बे या नमकीन के पैकेट में आपको यह प्रमाण छपा नहीं दिखता। अब ऐसे में जरूरी है कि आपको भी वे तरीके पता हों, जिनसे आप पहचान कर सकें कि आप जो खा रही हैं, वह आपके लिए सुरक्षित है या नहीं।इनमें होती है सबसे ज्यादा मिलावटत्योहार पर मिठाइयां धड़ल्ले से खरीदी-बेची जाती हैं। ये मिठाइयां सबसे ज्यादा खोए या मावा से बनती हैं। इसी में सबसे ज्यादा हेरफेर की आशंका भी होती है। कई बार दुकानदार नकली मावा इस्तेमाल करते हैं, जो दूध में मिलावट से बना होता है या वह सिंथेटिक मिल्क का होता है या फिर रिफांइड ऑयल से तैयार होता है। इसके अलावा मिठाइयों को आकर्षक बनाने के लिए फूड कलर या सस्ते रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। मिठाइयों पर लगी वर्क भी कई बार चांदी की न होकर एल्युमिनियम की होती है, जो एक भारी धातु है। कुछ लोग मिठाइयों या अन्य पकवान को बनाने के लिए नकली देसी घी का इस्तेमाल करते हैं।यों करें जांचमिठाई या अन्य कोई भी खाद्य पदार्थ लेते समय सबसे पहले अपनी नाक पर भरोसा करें। अगर मिठाई से महक सही नहीं आ रही है, तो उसे न खरीदें। ऐसा खासतौर पर जल्द खराब होने वाली चीजों जैसे छेना या उससे बने सामान के साथ होता है। इसके बाद उन खाने की चीजों से भी बचें, जो ज्यादा चटख रंग की हों। इनमें इस्तेमाल किया जाने वाला रंग सुरक्षित नहीं होता है।चांदी का वर्क पहचानने के लिए मिठाई पर लगे वर्क को रगड़कर देखें। अगर रगड़ने से वर्क पूरी तरह हट जाता है, तो असली है और अगर हाथ में आता है या मिठाई में लगा रह जाता है, तो नकली है। खोए को सूंघ कर देखें। उससे देसी घी की महक आनी चाहिए। खोए पर आयोडीन डालकर भी देख सकती हैं। नकली खोया आयोडीन से रिएक्ट करके नीला पड़ जाता है।ये बातें भी समझेंउन दुकानों से सामान न लें, जो सिर्फ त्योहार के लिए खुलती हैं या सिर्फ त्योहार के लिए ही मिठाई बेचती हैं। ये सिर्फ मुनाफा कमाने की जुगत में होते हैं।कुछ मिठाइयां केवल एक या दो दिन चलती हैं। खरीदते वक्त यह पता कर लें कि उन्हें कब बनाया गया है।किसी भी दुकान पर शक होने या खराब अनुभव होने पर फूड सेफ्टी के हेल्पलाइन नंबर 18001805533 पर शिकायत दर्ज कराएं।घी या अन्य पैक किए खाद्य पदार्थों में बारकोड होता है। उसे स्कैन करके पता लगाएं कि वह असली है या नहीं।-file photo
- अक्सर लोग घर में चूहों से बहुत परेशान हो जाते है क्योकि चूहें घर में रखी चीजों को नुकसान पहुंचाते है चीजों को कुतर जाते है जिससे बहुत नुकसान होता है कई बार कुछ लोग चूहों को मारने के लिए दवाओं का इस्तेमाल करते है। जिसे चूहें खा कर किसी भी कोने में ऐसी जगह मर जाते है जहां से उन्हें ढूंढ़ कर निकालकर साफ करना मुश्किल हो जाता है और मरे हुए चूहे की बदबू से पूरे घर का वातावरण ख़राब हो जाता है। ऐसे में अगर आप चूहों को बिना मारे उनसे मुक्ति पाना चाहते है तो आप इस घरेलू उपाय का प्रयोग कर सकते है। ये एक सस्ता, सरल और असरदार उपाय है जो बहुत लाभकारी साबित होता है। तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते है।5 रुपए की ये चीज दिखाएगी अपना कमालघर, गोदाम, दुकान जैसी कई जगहों से चूहों को हमेशा के लिए भागने के लिए हम आपको बिस्किट, बेकिंग सोडा, विनेगर और सरसों के तेल के उपयोग से आप चूहों को हमेशा के लिए भगा सकते है। ये एक प्राकृतिक उत्कृष्ट तरीका है। बिस्किट और सरसों के तेल की महक चूहों को अपनी और आकर्षित करती है। जिससे चूहें इस विनेगर और बेकिंग सोडा वाले बिस्किट को खाने के लिये आते है और बेकिंग सोडा पेट के एसिड के साथ मिलकर गैस बनाता है जिससे चूहे को असहजता महसूस होती है और वह बेचैन होकर घर से बाहर की ओर भागते है। और दोबारा घर में कभी नहीं नहीं आते है।कैसे करें उपयोगइनका उपयोग करने के लिए सबसे पहले एक बिस्किट को लेना है उस में एक चम्मच बेकिंग सोडा, 3 बूंद सरसों का तेल और 3 बूंद विनेगर से बने पेस्ट को बिस्किट के ऊपर फैला-फैला कर लगा देना है। फिर इस बिस्किट को ऐसी जगह रखना है जहां चूहों का आना जाना ज्यादा होता है। ऐसा करने से चूहें मरेंगे भी नहीं और हमेशा के लिए घर में कभी नहीं आएंगे।
- भारत में दिवाली केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि भावनाओं और रिश्तों को जोड़ने का अवसर है। रोशनी, मिठास और पारिवारिक मेलजोल से सजी यह रात हर किसी के जीवन में खुशी भर देती है। अगर आप इस दिवाली परिवार के साथ यात्रा करने का सोच रहे हैं, तो देश के कुछ शहर ऐसे हैं जो दिवाली के उत्सव को दोगुना कर देते हैं। चाहे बनारस की गंगा आरती हो, जयपुर की जगमगाती हवेलियां, अमृतसर का स्वर्ण मंदिर या अयोध्या की दीपोत्सव की भव्यता हर जगह दिवाली का जादू अलग और अविस्मरणीय होता है। इन खास जगहों पर दिवाली मनाना जीवन का यादगार अनुभव बन सकता है।अयोध्याअयोध्या में दिवाली का महत्व सबसे खास है क्योंकि यह भगवान राम की जन्मभूमि है। हर साल यहां लाखों दीपों से राम की पैड़ी और सरयू तट जगमगा उठते हैं। दीपोत्सव का यह नजारा विश्वभर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। रंग-बिरंगी झांकियां, रामलीला और आतिशबाजी इस दिवाली को अविस्मरणीय बना देती हैं। परिवार संग यहां जाना आध्यात्मिकता और उत्सव का अनोखा अनुभव देता है।वाराणसीवाराणसी की दिवाली जगमगाती गलियों और घाटों के कारण बेहद प्रसिद्ध है। खासकर देव दीपावली के समय गंगा तट लाखों दीयों से चमक उठते हैं। गंगा आरती का दिव्य दृश्य, आतिशबाजी और घाटों पर सजावट मन को भाव-विभोर कर देती है। यहां दिवाली पर रहना परिवार के साथ जीवनभर की यादें संजोने जैसा है। दीपावली के बाद यहां देव दीपावली का भव्य आयोजन भी होता है।जयपुरजयपुर की दिवाली अपने शाही अंदाज और रोशनी के लिए मशहूर है। चौड़ी सड़कों, हवेलियों और बाजारों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। जोहरी बाजार और हवा महल के आस-पास की जगमगाहट देखने लायक होती है। यहां खरीदारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक मिठाइयां दिवाली को यादगार बना देती हैं।अमृतसरअमृतसर का स्वर्ण मंदिर दिवाली पर दीपों और रोशनी से ऐसा जगमगाता है मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो। इस दिन गुरुनानक जयंती भी पास-पास होती है, जिससे पूरे शहर में अद्भुत उमंग रहती है। मंदिर के सरोवर में जलते दीयों का प्रतिबिंब मन को शांति और सुकून देता है। परिवार संग यहां दिवाली मनाना आध्यात्मिक और भावनात्मक अनुभव होता है।
- दीपावली केवल एक दिन का त्योहार नहीं है, बल्कि ये पूरे पांच दिनों तक चलने वाला उत्सव है। इन पांच दिनों में हर दिन का एक विशेष महत्व होता है। हर दिन पूजा-पाठ, सफाई, सजावट के साथ-साथ खास पकवानों की भी परंपरा होती है। ऐसे में अगर आप अभी से प्लानिंग कर लें कि किस दिन क्या बनाना है।ऐसा करके आप पांच दिन के इस त्योहार का मजा दोगुना कर सकते हैं। यहां हम आपको पांचों दिन के हिसाब से सुबह के ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक के लिए मेन्यू के विकल्प देने जा रहे हैं। तो इसे अभी से सेव करके रख लें।पहला दिन: धनतेरसपहले दिन धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सुबह के नाश्ते की शुरुआत एक अच्छी अदरक वाली चाय और इंदौरी पौहे के साथ करें। आज त्योहार का पहला दिन है, इसलिए पहले दिन के लंच की शुरुआत दाल की कचौड़ी और आलू की मसालेदार सब्जी के साथ करें। इस दिन डिनर में आप वेज पुलाव को रायते के साथ तैयार कर सकते हैं। इसके साथ हरी चटनी परोसकर लोगों को खुश करें।दूसरा दिन: नरक चतुर्दशी / छोटी दिवालीदूसरे दिन नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है, जिसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इस दिन सुबह के नाश्ते की शुरुआत चना चाट और दही जलेबी के साथ करें। ये दोनों चीजें खाने में स्वादिष्ट लगती हैं। इस दिन के लंच में कुछ हल्का खाएं, ताकि दिवाली पर आपको दिक्कत न हो। इसके लिए इडली और सांभर तैयार कर सकती हैं। इसके साथ नारियल की चटनी भी बनाएं। इस दिन डिनर में मटर पनीर की सब्जी के साथ रीजा राइस और नान तैयार करें। इससे आपका मन और पेट दोनों खुश होंगे।तीसरा दिन: दीपावलीतीसरा दिन सबसे खास होता है, क्योंकि इस दिन दिवाली मनाई जाती है। इस दिन सुबह के नाश्ते की शुरुआत आलू के पराठे के साथ करें। अदरक वाली चाय के साथ आलू या पनीर के पराठे काफी स्वादिष्ट लगते हैं। नाश्ता काफी हैवी हो गया है, इसलिए लंच में वेज बिरयानी और रायता तैयार करें। बात करें डिनर की तो ज्यादा पकवानों की जरूरत नहीं है। डिनर में आप दाल मखनी के साथ मिस्सी रोटी को अचार के साथ परोस सकती हैं।चौथा दिन: गोवर्धन पूजा / अन्नकूटइस दिन हर घर में गोवर्धन पूरा होती है, इसलिए इस दिन की शुरुआत सूजी के उपमे के साथ करें। ये नाश्ता काफी हल्का है। इसके बाद लंच में अन्नकूट की सब्जी के साथ, कढ़ी पकौड़ा, चावल, पालक की सब्जी और रोटी जैसे पकवानों के साथ वेज थाली तैयार करें। इस दिन डिनर में आप गोभी के पराठे को खीर के साथ परोस सकते हैं। खीर दिन के समय ही बनाकर रख लें।पांचवां दिन: भाईदूजइस पांच दिन के उत्सव का आखिरी दिन भाईदूज का होता है, जिसमें सुबह के नाश्ते में आप उत्तपम या डोसा तैयार कर सकते हैं। इसे ज्यादा हैवी न करते हुए सिर्फ चटनी के साथ परोसें। इस दिन के लंच में तवा पुलाव, पनीर मखनी, नान और सलाद के साथ तैयार करें। इस दिन के डिनर में भी कुछ खास बनाएं। इसके लिए चाइनीज पकवान बेस्ट रहेंगे। नूडल्स से लेकर फ्राइड राइस और चिली पनीर बनाक घरवालों का दिल जीतें।
- करवाचौथ का व्रत पति-पत्नी के रिश्ते की सबसे खूबसूरत मिसाल है। जब पत्नी पूरे दिन व्रत रखती है, तो उसके प्यार का जवाब पति भी किसी खास अंदाज में दे सकता है। करवाचौथ पर पत्नी को सिर्फ तोहफे देकर खुश न करें, बल्कि छोटे-छोटे सरप्राइज देकर अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति करें। इस वर्ष 10 अक्तूबर 2025 को करवाचौथ का पर्व मनाया जा रहा है। महिलाएं उपवास रखने से पहले सरगी में कुछ मीठा जरूर खाती हैं, वहीं उपवास खोलते समय भी मूंह मीठा करती हैं।अगर यही मीठा पति अपने हाथों से पत्नी के लिए घर पर तैयार करें तो इससे बेहतर क्या हो सकता है। इस करवाचौथ, क्यों न आप अपनी पत्नी का मुंह मीठा कराने के लिए खुद से मिठाई बनाएं? न ज़्यादा मेहनत, न ज्यादा सामग्री बस थोड़ी कोशिश और ढेर सारा प्यार। पत्नी के चेहरे की मुस्कान इन झटपट मिठाइयों से दोगुनी मीठी हो जाएगी।मिल्क पाउडर की झटपट बर्फीसामग्री में एक कप मिल्क पाउडर, आधा कप कंडेंस्ड मिल्क, दो बड़े चम्मच घी, दो बड़े चम्मच दूध, सजावट के लिए पिस्ता और बादाम।मिठाई की रेसिपीमिठाई बनाने के लिए कढ़ाई में घी गर्म करके, उसमें मिल्क पाउडर डालकर एक मिनट भून लें। फिर कंडेंस्ड मिल्क और दूध डालें और धीमी आंच पर मिलाते रहें। जब मिश्रण थोड़ा गाढ़ा हो जाए, तो उसे घी लगी प्लेट में फैलाएं। ठंडा होने पर काटकर ऊपर से ड्राई फ्रूट्स सजाएं। इस मिठाई को बनने में कुल 10-12 मिनट का वक्त लगेगा।इंस्टेंट चॉकलेट लड्डूचाकलेट लड्डू बनाने के लिए एक कप बिस्किट क्रश (कोई भी बिस्किट), दो बड़े चम्मच कोको पाउडर, 1/4 कप कंडेंस्ड मिल्क और एक बड़ा चम्मच घी एकत्र कर लें।चाकलेट लड्डू की रेसिपीअब इस तरह की मिठाई बनाने के लिए सभी चीजें एक बाउल में डालकर अच्छे से मिला लें। फिर हाथों से छोटे-छोटे लड्डू बना लें। चाहें तो इन्हें फ्रिज में 10 मिनट ठंडा करें। इसे बनकर तैयार होने में लगभग 7 से 10 मिनट का ही वक्त लगेगा।नारियल की मिठाईनारियल की मिठाई बनाने के लिए एक कप नारियल बुरादा, आधा कप कंडेंस्ड मिल्क, एक चम्मच घी और इलायची पाउडर की जरूरत होती है।विधिये भी 10 मिनट में बनने वाली मिठाई है। जिसे बनाने के लिए एक कढ़ाई में घी गर्म करके नारियल का बुरादा और कंडेंस्ड मिल्क डालें। धीमी आंच पर 5 मिनट चलाएं, जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो उतार लें। इसमें इलायची पाउडर डालें और प्लेट में फैला दें। आप चाहें तो नारियल के लड्डू का शेप भी दे सकते हैं। ठंडा करके बर्फी के शेप में काट लें।
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आजकल बालों को कलर करना एक ट्रेंड बन गया है। जहां कुछ लोग स्टाइलिश लुक के लिए अलग-अलग हेयर कलर ट्राई करते हैं, वहीं कुछ लोग अपने सफेद बालों को छिपाने के लिए डाई लगाते हैं। लेकिन एक बात आपने हेयर कलर के बारे में जरूर सुनी होगी, जिसके चलते कई लोग डाई लगाने से डरते हैं। लोगों का मानना है कि अगर आप बालों में कलर करते हैं, तो बाकी के बचे हुए बाल भी सफेद होने लगते हैं। ऐसे में अगर कोई डाई लगाता है, तो कुछ ही दिनों में उसके बाल पूरी तरह से सफेद हो जाते हैं। अब सवाल उठता है कि क्या वाकई ये सच है? तो चलिए आज आपकी इसी कंफ्यूजन को दूर करते हैं।
आखिर क्यों सफेद होते हैं बाल?
हेयर कलर कराने से बाल सफेद होते हैं या नहीं, ये जानने से पहले समझना जरूरी है कि आखिर बाल सफेद क्यों होते हैं। दरअसल हमारे बालों के रंग के लिए मेलेनिन नामक पिगमेंट जिम्मेदार होता है। अब जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, ये कम होता जाता है और बाल सफेद होने लगते हैं। इसके अलावा कई बार गलत खानपान, अधिक तनाव, ज्यादा धूप में रहने और बीमारियों या जेनेटिक कारणों की वजह से भी बाल जल्दी सफेद होना शुरू हो जाते हैं।
क्या हेयर कलर लगाने से सफेद हो जाते हैं बाल?
अब मेन सवाल पर आते हैं कि क्या वाकई हेयर कलर या डाई लगाने से बाकी के बाल भी सफेद हो जाते हैं। हालांकि ये भी एक मिथ है। दरअसल बाल जड़ों से सफेद होते हैं, जबकि डाई सिर्फ बालों पर अप्लाई की जाती है। चूंकि हमारे रोम छिद्र काफी छोटे होते हैं, इसलिए उनमें किसी चीज का जाना भी पॉसिबल नहीं है। हालांकि हेयर कलर में मौजूद कई तरह के केमिकल आपके बालों को रूखा-सूखा और बेजान बना सकते हैं। इस वजह से आपको लग सकता है कि आपके बाल खराब हो रहे हैं और पहले से ज्यादा सफेद हो रहे हैं।
तो क्या हेयर कलर ना करें?
अब सवाल है कि अगर हेयर कलर से बाल रूखे-सूखे और बेजान हो जाते हैं, तो क्या बाल कलर ही ना करें। देखिए ये पूरी तरह आपकी चॉइस पर निर्भर है, आप चाहें तो नेचुरल विकल्प जैसे हीना और इंडिगो भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि अगर हेयर डाई इस्तेमाल करनी ही है तो बार-बार कलर कराने से बचें। अच्छी क्वालिटी की डाई ही इस्तेमाल करें। हेयर कलर वाले बालों को खास देखभाल की जरूरत होती है, इसलिए उसी हिसाब से अपना हेयर केयर रूटीन बनाएं। साथ ही अच्छी डाइट लेना ना भूलें। -
गंदे गैस बर्नर साफ करने के आसान टिप्स
दिवाली का समय नजदीक आते ही घर की ज्यादातर महिलाएं सबसे पहले किचन की साफ-सफाई से शुरुआत करती हैं। रसोई में सबसे ज्यादा गंदा गैस बर्नर होता है। रोजाना तीन समय का भोजन पकाने से तेल और मसालों के जिद्दी दाग गैस बर्नर से चिपककर उसके छेद बंद कर देते हैं। जिसकी वजह से गैस ज्यादा लगती है और खाना पकाने में भी समय अधिक लगता है। लेकिन गैस बर्नर की नियमित सफाई से बर्नर की लौ नीली और स्थिर रहती है, और रसोई भी साफ बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं गैस बर्नर को साफ करने के क्या है आसान उपाय।
बर्नर को ठंडा होने दें
सफाई शुरू करने से पहले सुनिश्चित करें कि गैस बर्नर पूरी तरह ठंडा हो। गर्म बर्नर की सफाई करने से जलने का खतरा हो सकता है।
बर्नर के हिस्सों को अलग करें
बर्नर के टॉप, नॉब्स और अन्य हिस्सों को सावधानी से हटाएं और एक तरफ रखें। हिस्सों को सही क्रम में रखें ताकि दोबारा जोड़ने में आसानी हो।
धूल और सूखी गंदगी हटाएं
पुराने टूथब्रश या साफ ड्राई ब्रश से बर्नर के छेद और सतह को साफ करें। छोटे छेदों को साफ करने के लिए टूथपिक या पिन का उपयोग करें, लेकिन सावधानी बरतें।
गर्म पानी और डिटर्जेंट से सफाई
बर्नर के हटाने योग्य हिस्सों को गर्म पानी और डिशवॉश लिक्विड से साफ करें। इसके लिए एक टब में गर्म पानी लें और उसमें 1-2 चम्मच डिशवॉश लिक्विड मिलाएं। बर्नर के हिस्सों को 15-20 मिनट के लिए भिगोकर छोड़ दें। अब स्क्रब या स्पंज से ग्रीस और दाग हटाएं। जिद्दी दाग के लिए पुराने टूथब्रश का उपयोग करें।
विनेगर और बेकिंग सोडा का उपयोग
जिद्दी ग्रीस और दाग हटाने के लिए प्राकृतिक क्लीनर का उपयोग करें। इसके लिए बर्नर पर व्हाइट विनेगर छिड़कें और 10 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद बेकिंग सोडा छिड़कें, इससे बुलबुले बनेंगे जो गंदगी को ढीला करते हैं। स्पंज या कपड़े से रगड़कर साफ करें और गर्म पानी से धो लें।
बर्नर के छेद साफ करें
बर्नर के छोटे छेदों को साफ करें ताकि लौ एकसमान रहे। इसके लिए टूथपिक, पिन या बर्नर क्लीनिंग ब्रश से छेदों में जमी गंदगी हटाएं। इसके बाद गर्म पानी और डिशवॉश लिक्विड के घोल में कपड़ा भिगोकर सतह को पोंछें।
- जब आप अपने दरवाजे से घर के अंदर कदम रखती हैं, तो अपने हाथों से सजा घर सुकून और अपनेपन का अहसास देता है। तभी तो नेचर मेंटल हेल्थ की रिपोर्ट बताती है कि जब हम घर को अपनी पसंद की तस्वीरों, कलाकृतियों और अन्य सजावट के सामान से खुद सजाते हैं, तो सबसे ज्यादा खुशी मिलती है। ऐसा करने से आप तनावमुक्त महसूस करेंगी। घर की साज-सज्जा यानी होम डेकोर के हजारों तरीके हो सकते हैं, लेकिन उसमें पर्सनल टच देने से घर आकर्षक और मनमोहक तो बनता ही है, हर कोने में आपका व्यक्तित्व झलकता है। कैसे करें, इस काम की शुरुआत, आइए जानें:रसोई से करें शुरुआतइंटीरियर डेकोरेटर रुचि देव बताती हैं कि रसोई सभी का पेट भरती है, इसलिए शुरुआत यहां से की जा सकती है। यदि रसोई को पर्सनल टच देना है, तो यहां के हार्डवेयर को अपडेट करना, रसोई में रखे सामान की जगह बदलना किचन को सजाने-संवारने का एक सस्ता और आसान तरीका हो सकता है। किचन कैबिनेट्स के नॉब आदि को अनोखे और चमकदार डिजाइनों से अपडेट करके आप पूरी रसोई का लुक बदल सकती हैं।खुशियों वाला कोनाअपने कमरे और घर में बनाए गए ऑफिस स्पेस को ‘मूड बूस्टर स्पेस’ बनाया जा सकता है। तस्वीरों, पोस्टकार्ड और पत्रिकाओं के कटआउट लगाकर उन्हें क्रिएटिव कोने का रूप दिया जा सकता है। जो भी आपको अच्छा लगता है या प्रेरणा देता है, उसी तरह उस जगह को सजाएं। इस जगह मूड बूस्टर स्पेस का इस्तेमाल आप मौसम, अपनी जीवनशैली या किसी ऐसे प्रोजेक्ट को दर्शाने के लिए कर सकती हैं, जिस पर आप अभी काम कर रही हैं। इससे कमरा आकर्षक तो लगेगा ही, आपके बारे में भी बहुत कुछ बताएगा।कला को भी दें जगहरुचि देव के अनुसार, ‘बड़े आकार का आकर्षक और एब्सट्रैक्ट आर्टवर्क आपके व्यक्तित्व के बारे में बताता है। अपने लिविंग रूम में ऐसा आर्टवर्क दीवारों पर लगाएं, जिन पर घर में घुसते ही नजर पड़े। आपकी पसंद का आर्टवर्क कोने को जीवंत कर देगा। घर में ऐसे क्षेत्र का चुनाव करें, जहां रंग चमकदार दिखें, जैसे कोई खाली कोना या जहां सूर्य की रोशनी समान रूप से आती हो। आकर्षक आर्टवर्क जगह को जीवंत कर देता है और नीरसता भी दूर करता है।पालतू जानवर की लगाएं तस्वीरअपने पालतू की खूबसूरत तस्वीर को फ्रेम करके घर की दीवार पर लगाएं। यदि पालतू जानवर नहीं हैं, तो अपने पसंदीदा पशुओं या मछली की भी तस्वीर या पेंटिंग लगा सकती हैं। यह एक आम पेंटिंग हो सकती है या मजेदार कैरिकेचर भी। पशुओं के चित्र लगाने से सुखद अहसास होता है।पुरानी चीजों का जादूकुछ लोगों को पुरानी अनोखी चीजों का जुनून होता है। वे इसे चैरिटी शॉप, सेल और ऑनलाइन मार्केट में खोजते रहते हैं। यदि आपको भी कुछ इस तरह का शौक है, तो अपने घर को सजाने में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। यह कोई एक बहुत पुराना आईना भी हो सकता है। रेट्रो लैंप या कोई अनोखा पुराना फर्नीचर भी हो सकता है। पुरानी चीजें आपको पुरानी यादों में ले जा सकते हैं। ये आपको इतिहास से जोड़ देते हैं।दिखाएं अपनी कलाकारीअपनी रचनात्मकता को निखारें और खुद से कुछ बनाने की कोशिश करें। खुद से तैयार की गई पेंटिंग या हाथ से बनाया भित्ति चित्र, कस्टम शेल्फिंग या अनोखे सजावटी सामान तैयार करके बेडरूम की दीवार पर लगाएं। अपने हाथों से कुछ बनाकर सजाने से आपको न सिर्फ खुशी मिलेगी, बल्कि आपका घर और भी खास बन जाएगा।न भूलें किताबों की अलमारीकिताबों के शौकीनों के लिए यह बहुत खुशी की बात होती है कि मेहमान उनके संग्रह को ध्यान से देखें। किताबों की अलमारी पर विशेष कोटेशन वाला पेज चिपकाएं। अपनी सबसे पसंदीदा किताबों पर हाइलाइटर, स्टिकी नोट और खुद से बनाए बुकमार्क लगाकर रखें। आप किताबों वाले कोने में एंटीक कुर्सी और टेबल भी रख सकती हैं।
- करवाचौथ का दिन हर महिला के लिए बहुत स्पेशल होता है। इस दिन वो खूब सज-संवरकर, पूरे सोलह शृंगार कर अपने पतिदेव के लिए तैयार होती हैं। जाहिर है इस दिन के लिए उनका आउटफिट, मेकअप से ले कर ज्वैलरी तक, सब कुछ स्पेशल होता है। वो चाहती हैं इस दिन सबसे स्पेशल दिखें। अगर आप अभी कन्फ्यूज हैं कि करवाचौथ पर आपको कैसे रेडी होना है, ताकि अलग हटकर एकदम स्टाइलिश अंदाज दिखे, तो बॉलीवुड हसीनाओं के लुक्स आपकी इंस्पिरेशन बन सकते हैं। फ्यूजन लुक से ले कर, ट्रेडिशनल आउटफिट को उन्होंने बखूबी कैरी किया है, जो आप भी ट्राई कर सकती हैं। आइए एक्ट्रेसेज के कुछ चुनिंदा लुक्स देखते हैं।कैटरीना का मिनिमल लुककरवाचौथ पर कैटरीना का लुक हमेशा सुर्खियां बटोरता है। उनका सादगी भरा अंदाज फैंस खूब पसंद करते हैं। इस करवाचौथ आप भी उनकी तरह मिनिमल लुक फ्लॉन्ट कर सकती हैं। हेवी साड़ी के साथ ज्वैलरी और मेकअप लाइट रखें, ताकि लुक बैलेंस रहे। पारंपरिक टच एड करने के लिए सिंदूर, बिंदी और मंगलसूत्र जरूर हाइलाइट करें।अदिति का स्टाइलिश अंदाजइस करवाचौथ थोड़ा मॉडर्न और स्टाइलिश लगना है, तो अदिति का लुक ट्राई कर सकती हैं। स्लीवलेस ब्लाउज पीस के साथ उनकी सिंपल साड़ी बहुत एलिगेंट लग रही है। इसके साथ उन्होंने ट्रेडिशनल गोल्ड ज्वैलरी वियर की है, जो ट्रेडिशनल टच एड कर रही है। इसके साथ अदिति की मांग में लगा सिंदूर, बिंदी और न्यूड मेकअप; उनके लुक को बहुत परफेक्टली बैलेंस कर रहा है।परी की तरह हेवी सूट पहनेंपरिणीति का करवाचौथ लुक भी फैंस को काफी पसंद आया था। उन्होंने साड़ी की जगह एक कंफर्टेबल सूट चूज किया था, जो देखने में काफी एलिगेंट था। इसके साथ ही हाथों में पिंक चूड़ा, स्टेटमेंट इयरिंग्स, गले में मंगलसूत्र और मांग में लगा सिंदूर। ओवरऑल कहें तो परिणीती का लुक एकदम परफेक्ट है, अगर आप ऑफिस जाती हैं या खुद को कंफर्टेबल रखना चाहती हैं।पारंपरिक लुक में हों तैयारकरवाचौथ पर इससे बेहतर लुक शायद ही कोई हो। लाल सिल्क की साड़ी, बालों में गजरा, हाथों में मेंहदी या आलता, गले में स्टेटमेंट नेकलेस और लाइट मेकअप। इस लुक में आप किसी दुल्हन से कम नहीं लगेंगी और लुक ज्यादा ओवर भी नहीं होगा। करवाचौथ पर एकदम पारंपरिक लुक चाहती हैं, तो इसे ट्राई जरूर करें।पंजाबी कुड़ी लुकप्रीति की तरह आप करवाचौथ पर पंजाबी कुड़ी लुक भी फ्लॉन्ट कर सकती हैं। हेवी दुपट्टे वाले पंजाबी सूट में लुक एकदम खिलकर आएगा। इसके साथ एक स्टेटमेंट मांगटीका जरूर शामिल करें। लुक को बैलेंस रखने के लिए मेकअप को जरा लाइट साइड पर ही रखें, बाकी इसके साथ आप हेवी ज्वैलरी आराम से पेयर कर सकती हैं।
- ऐसी कई छोटी-छोटी आदतें हैं, जो हमारी हेल्थ पर बड़ा गहरा असर डालती हैं। ऐसी ही एक आदत है बाहर वाले जूते-चप्पल घर में पहनकर घूमने की। आपने देखा होगा कि कई लोग जिन फुटवियर को पहनकर बाहर घूमते हैं, उन्हें तुरंत ले कर घर में घुस जाते हैं और ऐसे ही घूमते रहते हैं। आजकल खासतौर से ये बहुत कॉमन हो गया है और लगता भी काफी नॉर्मल है। लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसा कर के आप अपनी और बच्चों की सेहत खतरे में डाल रहे हैं। डॉक्टर रवि गुप्ता ने एक पोस्ट के जरिए बताया है कि कैसे अगर आप बाहर के जूते ले कर घर में घूम रहे हो, तो ये आपके लिए बड़ा डेंजर हो सकता है। आइए जानते हैं।कैसे खतरनाक है ये आदत?डॉ रवि कहते हैं कि जो जूते आप बाहर पहनकर जाते हैं, अगर उन्हें घर में पहनकर घूम रहे हैं, तो आप सिर्फ गंदगी ही नहीं बल्कि लगभग 4 लाख से ज्यादा बैक्टीरिया अपने घर में ला रहे हैं। दरअसल जूतों के नीचे ई. कोलाई, मल में पाए जाने वाले बैक्टीरिया और कई तरह के एलर्जन मौजूद होते हैं। इनमें से लगभग 90 प्रतिशत तक बैक्टीरिया आपके फ्लोर पर ही रह जाते हैं। ऐसे में जब आपके बच्चे या आप नंगे पैर इस फर्श पर खेलते या चलते हैं, तो ये आपकी हेल्थ के लिए काफी खतरनाक हो सकता है।फिर क्या है सॉल्यूशन?हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जूते हमेशा घर के बाहर ही उतारने चाहिए। इसके लिए आप एंट्रेंस पर एक अलग से रैक रख सकते हैं। जब भी बाहर से आएं, तो जूतों को इस रैक में उतारें। घर में घूमने के लिए अलग से फुटवियर रखें, जिन्हें आप सिर्फ घर के भीतर ही इस्तेमाल करेंगे। इसके अलावा फ्लोर नियमित की साफ-सफाई का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। खासतौर से अगर आपके घर में छोटे बच्चे, बड़े-बुजुर्ग या सांस की बीमारी से पीड़ित कोई व्यक्ति मौजूद है, तो इन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना जरूरी है।
- सुबह का नाश्ता पूरा दिन एनर्जी देने के लिए बेहद जरूरी होता है. ऐसे में कहा जाता है कि सुबह ऐसा नाश्ता करना चाहिए तो पोषण से भरपूर हो. हालांकि, भारतीय घरों में सुबह काफी हैवी नाश्ता किया जाता है. जैसे आलू के पराठे, छोले भटूरे, पूरी सब्जी आदि. वहीं, कुछ लोग सुबह की शुरुआत हेल्दी और लाइट नाश्ते के साथ करते हैं. जिसमें वो पोहा, इडली, उपमा जैसी चीजें लेते हैं. इडली और उपमा दो ऐसे नाश्ते हैं तो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. ये दोनों ही नाश्ते दक्षिण भारत में काफी खाए जाते हैं. वहीं, अब भारत के कई हिस्सों में इन्हें पसंद किया जाने लगा है.इडली और उपमा हेल्दी नाश्ते की लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. इन दोनों नाश्ते को फिटनेस फ्रीक लोग बड़े चाव से खाते हैं. हालांकि, दोनों में पोषक तत्वों को लेकर कुछ अंतर होता है. तो चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं कि इडली और उपमा में से कौन सा नाश्ता ज्यादा हेल्दी ऑप्शन है और किसे आपको अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करना चाहिए.पोषक तत्वों से भरपूर इडलीइडली चावल के आटे और सूजी से बनने वाला नाश्ता है. ये काफी हल्का होता है और पोषक तत्वों से भरपूर भी. इडली कार्बोहाइड्रेट का बेहतरीन सोर्स है. इसके अलावा इसमें प्रोटीन, डायटरी फाइबर , आयरन, विटामिन बी और कैल्शियम भी पाया जाता है. वजन घटाने वालों के लिए इडली एक अच्छा ऑप्शन है, क्योंकि इसे बिना तेल के स्टीम करके पकाया जाता है. साथ ही इसमें कैलोरी की मात्रा भी कम होती है. एक मीडियम साइज की इडली में 35-39Kcal होती है.फाइबर रिच है उपमाउपमा की बात करें तो, इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके अलावा इसमें कई तरह की सब्जियों का यूज किया जाता है, जिसकी वजह से पोषक तत्व बढ़ भी सतते हैं. उपमा फाइबर का भी एक बेहतरीन स्त्रोत है, जिसकी वजह से पचने में आसान है और पेट को लंबे समय तक भरा रखता है. फाइबर होने की वजह से ये वजन कम करने वालों के लिए भी फायदेमंद है. आयरन होने की वजह से ये एनिमिया के मरीजों के लिए भी हेल्पफुल है. 1 कप उपमा में करीब 120kcal हो सकती हैं. हालांकि, उपमा में क्या-क्या इंग्रिडियंट्स डाले जा रहे हैं, इससे कैलोरी की मात्रा कम ज्यादा हो सकती है.इडली और उपमा में क्या है ज्यादा हेल्दी ?वैसे तो इडली और उपमा दोनों ही हेल्दी ऑप्शन है. लेकिन अगर किसी एक को चुनने की बात आए तो इडली उपमा की तुलना में थोड़ा ज्यादा बेहतर है. ऐसे इसलिए क्योंकि इडली को बनाने के लिए तेल की जरूरत नहीं पड़ती है और फर्मेंटेड बेटर का यूज किया जाता हैं. वहीं, इसे बनाने के लिए सूजी का यूज करते हैं जो ग्लूटेन फ्री होता है. इसके अलावा इडली लो-फैट और प्रोबायोटिक रिच होती है. ऐसे में इसे खाना ज्यादा बेहतर है. हालांकि, आप उपमा को भी एक अच्छा ऑप्शन मान सकते हैं. उपमा को भी सूजी से बनाया जाता है. इसमें कई तरह की सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से इसके न्यूट्रिशन बढ़ जाते हैं. फाइबर से भरपूर होने की वजह से वेट लॉस के लिए उपमा एक अच्छा ऑप्शन है. इडली और उपमा को आप अपनी जरूरत के हिसाब से खा सकते हैं.
- जब भी कुछ स्पेशल खाना खाए तो अक्सर लोगों को डाइजेशन की समस्या हो जाती है। फिर वो चाहे आलू का पराठा ही क्यों ना हो। काफी सारे लोग इसे भी खाकर ब्लोटिंग फील करते हैं। ऐसे में न्यूट्रिशनिस्ट से जानें इन फूड्स को आसानी से डाइजेस्ट करने का आसान फार्मूला। जिसकी मदद से कढ़ी पकौड़ा से लेकर सेव पूरी जैसी डिश भी पच जाएगी।आलू का पराठाआलू का पराठा खाने के बाद काफी सारे लोगों को स्लो डाइजेशन का इशू हो जाता है। काफी सारे लोगों को ब्लॉटिंग होने लगती है। इस समस्या से निपटने के लिए अदरक और काली मिर्च की चाय बनाकर पिएं। ये चाय पाचन अग्नि को जलाएगी जिससे सारा खाना आसानी से पच जाएगा।पावभाजीपाव भाजी का टेस्ट किसे पसंद नहीं आता और जब भी घर में बनता है तो इसे तो लोग जरूर ज्यादा खा लेते हैं। जिसकी वजह से एसिडिटी और स्टमक में हीट की प्रॉब्लम हो जाती है। जिससे निपटने के लिए खाने के बाद सौंफ की चाय बनाकर पिएं। ये चाय डाइजेस्टिव सिस्टम को कूल करने और एसिडिटी को दूर करने में मदद करेगा।सेव पूरीमुंबई की फेसम सेव पुरी या भेल पूरी का स्वाद तो लाजवाब लगता है। लेकिन खाने के बाद एसिडिटी, ब्लोटिंग की परेशानी होने लगती है। जिससे निपटना है तो जीरा, सौंफ और सोंठ को मिक्स कर खाने के बाद लें। इससे खाने के बाद लें। ये पित्त को कम करने और खाने के बाद होने वाली एसिडिटी को कम करता है।कढ़ी चावलकढ़ी चावल का काम्बिनेशन तेजी से एसिडिटी और गैस बनाता है। कमजोर डाइजेशन वाले अक्सर कढ़ी खाकर परेशान हो जाते हैं। कढ़ी को आसानी से पचाने के लिए जीरा और सोंठ की चाय को खाने के बाद पिएं। गैस, एसिडिटी और ब्लॉटिंगकी समस्या को दूर करेगा।दही चावलदही और चावल को अगर मिलाकर रात में खा लिया जाए तो इससे कफ ज्यादा बनने लगती है। साथ ही पाचन मुश्किल हो जाता है। दही और चावल आसानी से साथ में पच जाए इसके लिए दही में राई, करी पत्ता और अदरक का तड़का लगाएं।ढोकलाबेसन से बने ढोकले कई बार पेट में गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी बढ़ाते हैं। इनसे निपटने के लिए अजवाइन और सेंधा नमक का पानी पीने से फायदा होता है। ये फर्मेंटेड फूड को पचने में मदद करता है।
- लोगों में श्रद्धा और उत्साह भरने वाला गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व इस साल 27 अगस्त से शुरू हो रहा है। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में बप्पा के भक्त अपने घरों, दफ्तरों और पंडालों में गणपति की स्थापना करके विधि-विधान से उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। गणेश चतुर्थी पर महाराष्ट्रीयन महिलाएं पारंपरिक परिधानों और आभूषणों, विशेष रूप से महाराष्ट्रीयन नथ जरूर पहनती हैं। बता दें, महाराष्ट्रीयन नथ शुभता, समृद्धि और सुंदरता का प्रतीक मानी जाती है। अगर इस गणेश चतुर्थी पर आप महाराष्ट्रीयन नथ पहनकर ट्रेडिशनल लुक कैरी करना चाहते हैं तो ये ट्रेंडी महाराष्ट्रीयन नथ डिजाइन आइडिया आपकी मदद कर सकते हैं।पेशवाई नथपेशवाई नथ महाराष्ट्रीयन संस्कृति की समृद्ध विरासत को दर्शाती है। यह नथ खूबसूरत पारंपरिक डिजाइन वाली सोने की नथ होती है। जिसका आकार बड़ा और एक लटकन या मोतियों की माला जुड़ी होती है। इस तरह की नथ को नौवारी साड़ी या पाटनी साड़ी के साथ कैरी किया जा सकता है।रूबी स्टोन नथरूबी स्टोन नथ उन लोगों के लिए एक शानदार ऑप्शन है जो अपने महाराष्ट्रीयन लुक को पारंपरिक और मॉडर्न, दोनों तरह का टच देना चाहते हैं। रूबी स्टोन नथ का बेस सोने से बना हुआ होता है। जिसके चारों ओर छोटे-छोटे मोती या हीरे की सजावट की गई होती है। आप इस तरह की नथ को सुनहरी रेशम की नौवारी साड़ी या पाटनी साड़ी के साथ हरे रंग की चूड़ियों और गजरा लगाकर पूरा कर सकते हैं।सिल्वर मोटिफ नथअगर आप गणेश चतुर्थी पर मिनिमल लेकिन स्टाइलिश लुक चाहती हैं, तो सिल्वर मोटिफ नथ एक बढ़िया आप्शन हो सकता है। इस नथ का डिजाइन अर्धचंद्राकार होता है, जिसमें चांदी की बारीक नक्काशी होती है। इस तरह की नथ मॉडर्न जंक ज्वेलरी जैसा लुक देती है। वेस्टर्न कपड़ों के साथ भी पहना हुआ अच्छा लगता है।लूप-स्टाइल नथलूप-स्टाइल नथ एक आधुनिक और पारंपरिक डिजाइन का मिश्रण है, जो आपके लिए गणेश चतुर्थी के उत्सव को और ज्यादा खास बना सकता है। यह एक लूप-शेप्ड सोने की नथ होती है, जिसमें छोटे-छोटे मोती और लाल मनके लटके हुए रहते हैं।पारंपरिक स्टोन नथपारंपरिक स्टोन नथ महाराष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है और गणेश चतुर्थी के लिए एकदम परफेक्ट हो सकती है। यह नथ भारी और पारंपरिक होती है, जो शाही लुक देती है। आप इस तरह की नथ को पैठणी या चंदेरी साड़ी के साथ पहन सकती हैं।मोती और हरे पत्थरों वाली नथयह नथ पारंपरिक महाराष्ट्रीयन लुक को और आकर्षक बनाती है। नथ में लगे हरे रंग के पत्थर और लटकते हुए हरे मनके इसे शाही और रंगीन बनाते हैं। नथ का अर्धचंद्राकार डिजाइन चेहरे को खूबसूरत बनाता है।नथ को स्टाइल करने के टिप्समहाराष्ट्रीयन नथ का लुक तब खिलकर आता है जब इसे नौवारी साड़ी के साथ पहना जाता है। इस साड़ी के लिए आप सुनहरा, लाल, हरा, या बैंगनी रंग चुन सकते हैं। बात अगर ट्रेडिशनल ज्वेलरी की करें तो आप नथ के साथ ठुसी हार, हरे रंग की चूड़ियां, और गजरा पहनकर अपना महाराष्ट्रीयन लुक पूरा कर सकती हैं। चांद के आकार की बिंदी आपके महाराष्ट्रीयन लुक में चार चांद लगा सकती है।
- दस दिन तक चलने वाले गणेश उत्सव की शुरुआत इस बार 27 अगस्त से हो रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी। हिंदू धर्म के लोगों के लिए गणेश चतुर्थी का दिन बेहद खास होता है, क्योंकि इस दिन बप्पा का जन्मदिन भी होता है।इसी के चलते लोग गणेश उत्सव के दिन खूब अच्छे से सज-संवर के बप्पा को अपने घर लाते हैं। इसके साथ-साथ घरों में बप्पा का पसंदीदा मोदक भी तैयार किया जाता है। अगर इस बार गणेश चतुर्थी पर आप अपने गणपति को अलग तरह के मोदक का भोग लगाना चाहते हैं तो चॉकलेट मोदक अच्छा विकल्प है। यहां हम आपको चॉकलेट मोदक बनाने की रेसिपी भी बताएंगे।मोदक बनाने का सामानमिल्क पाउडर – 1 कपकोको पाउडर – 2 टेबलस्पूनकंडेंस्ड मिल्क – ½ कपपिघली हुई चॉकलेट – ¼ कपघी – 1 टेबलस्पूनवनीला एसेंस – ½ टीस्पूनस्टफिंग के लिएमावा (खोया) – ½ कपपिसी चीनी – 2 टेबलस्पूनकटे हुए ड्रायफ्रूट्स – 2 टेबलस्पून (काजू, बादाम, पिस्ता)इलायची पाउडर – ¼ टीस्पूनविधिमोदक बनाने के लिए आपको सबसे पहले स्टफिंग तैयार करनी है। इसके लिए एक पैन में थोड़ा सा घी डालकर मावा हल्का भून लें जब तक हल्का सुनहरा रंग आ जाए। जब ये भुन जाए तो उसमें एकदम बारीक पिसी चीनी, ड्रायफ्रूट्स और इलायची पाउडर डालें। सभी चीजों को अच्छी तरह से मिक्स करें और फिर गैस बंद कर दें।अब इसे साइड में रख दें ठंडा होने के लिए क्योंकि स्टफिंग हमेशा ठंडा करके ही भरी जाती है। जब स्टफिंग तैयार हो जाए तो दोबारा से एक पैन में घी गरम करें, उसमें कंडेंस्ड मिल्क, मिल्क पाउडर और कोको पाउडर डालें। अब इसे लगातार चलाते हुए मिक्स करें।सबसे आखिर में इसमें चॉकलेट डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें। बस अब मिश्रण थोड़ा ठंडा होने दें ताकि सांचे में भरने लायक हो जाए। आखिर में मोदक बनाने की तैयारी शुरू करें। इसके लिए मोदक के सांचे को घी से ग्रीस करें।अब इसमें थोड़ा चॉकलेट मिश्रण लेकर सांचे में भरें और बीच में हल्का गड्ढा करें। इस गड्ढे में मावा की स्टफिंग डालें और फिर ऊपर से चॉकलेट का मिश्रण डालकर इसे बंद कर दें। इसे कुछ देर के लिए फ्रिज में रख दें, ताकि ये अच्छे से सेट हो जाए। बस तैयार है आपका चॉकलेट मोदक।























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