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हमारा जीवन बेहद अनमोल है, जो व्यक्ति अपने जीवन की असली अहमियत समझ लेता है वो जीवन में कुछ कर गुजरता है। लेकिन कई लोग होते हैं, जो अपने जीवन की अहमियत को समझते नहीं हैं और अपना समय बर्बाद ही करते रहते हैं। ऐसे लोगों के अंदर कई गलत आदतें भी होती हैं, जो इनके जीवन को और खराब बनाने का काम करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसी आदतें हैं, जिनकी मदद से आप अपने जीवन को बदल सकते हैं?
शायद नहीं, तो चलिए आपको बताते हैं उन अच्छी आदतों के बारे में।सुबह जल्दी उठेंहमारे दिन की शुरुआत अगर अच्छी होगी तो हमारा पूरा दिन अच्छा बितेगा। इसके लिए हमें सुबह जल्दी उठना चाहिए। कुछ लोग होते हैं जो आधे-आधे दिन तक सोए रहते हैं, ऐसे में उनका पूरा दिन खराब चला जाता है। इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि सुबह जल्दी उठें। अगर आप को सुबह जल्दी उठने में दिक्कत है, तो आपको धीरे-धीरे ही सही लेकिन इसकी कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको सुबह जल्दी उठने की आदत लग जाएगी।व्यायाम/योग करेंअब अगर आप सुबह जल्दी उठने लगे हैं, तो आपको सुबह-सुबह व्यायाम या फिर योग जरूर करना चाहिए। आप जब फिट रहेंगे तो किसी काम को करने में सक्षम होंगे। व्यायाय करने से आपको दिनभर अच्छा महसूस होगा, आपका मन काम में लगेगा और आपको आलास भी नहीं आएगा। इसलिए आपको सुबह व्यायाम या फिर योग करने की आदत डालनी चाहिए।बड़ों का आदर करेंहमारे घर में बड़े-बुजुर्ग तो होते ही हैं, अगर नहीं तो आपके माता-पिता तो घर में होंगे। ऐसे में हमें उनका आदर करना चाहिए, उनकी बातें माननी चाहिए, उनसे जुबान नहीं लड़ानी चाहिए, रोज सुबह उठकर उनके पांव छूने चाहिए, उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए आदि। ऐसा करने से भी लोग आपका सम्मान करेंगे और आपको एक आदर्श व्यक्ति के तौर पर देखेंगे।हर दिन कुछ नया सीखेंहम अपने दिन में कई तरह के काम करते हैं। कोई स्कूल-कॉलेज जाता है, कोई दफ्तर जाता है, कोई अपने काम पर जाता है, तो कोई घर पर ही रहता है आदि। आप अपनी दिनचर्या में जो भी काम करते हो, लेकिन आपको हमेशा ये कोशिश करनी चाहिए कि आप कुछ नया सीखें। अपने काम से हटकर अगर आप कुछ नया सीखेंगे तो इससे आपकी जानकारी बढेगी।गलत आदतों से दूर रहेंहम दिनभर में कई लोगों से मिलते हैं। कुछ अपने जानने वालों से तो कुछ अनजाने लोगों से। लेकिन हमें एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें कभी भी गलत आदतों में नहीं पडऩा चाहिए। अगर हम कभी दोस्तों के कहने पर, कभी किसी अन्य के कहने पर गलत काम करते हैं, तो इसका असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है। उदाहरण के लिए धूम्रपान और शराब जैसी चीजों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इसलिए हमें हमेशा गलत आदतों से बचकर रहना चाहिए। -
सुबह आंख खोलने के बाद ज्यादातर लोग अपना मोबाइल फोन उठाते हैं। वजह चाहे टाइम देखना हो, अलार्म बंद करना या मैसेज या कॉल चेक करना अधिकतर लोगों का हाथ सबसे पहले मोबाइल पर जाता है। मोबाइल स्क्रॉल करना लोगों की आदत में शुमार हो चुका है। इसके कुछ फायदे तो कई नुकसान भी हैं जिनसे लोग वाकिफ नहीं या ज्यादातर इस पर ध्यान नहीं देते। अगर आप भी उठकर सबसे पहले मोबाइल चेक करते हैं तो जानें आप पर इसका क्या असर हो सकता है।
80 फीसदी लोग चेक करते हैं मोबाइल
कुछ दिनों पहले IDC की एक रिपोर्ट चर्चा में थी। इस रिपोर्ट में था कि करीब 80 फीसदी लोग सुबह उठने के 15 मिनट के अंदर अपना मोबाइल चेक करते हैं। हकीकत ये है कि लोग मोबाइल के अडिक्टेड होने लगे हैं और वह चाहकर भी खुद को नहीं रोक पाते। इसका नेगेटिव असर आपके शरीर और दिमाग पर पड़ता है।
सुबह से ही दिमाग में भरती हैं सूचनाएं
आपको इस बात का अहसास नहीं होता लेकिन सबसे पहले उठकर अगर आप ये देखते हैं कि आपने क्या मिस किया या आज पूरे दिन क्या करना है तो इसका असर मूड पर होता है। मान लीजिए उठकर आप ऑफिस के ईमेल सबसे पहले चेक करते हैं तो आपको लगने लगेगा कि दिन बहुत बिजी रहने वाला है। इससे आपका स्ट्रेस बढ़ सकता है। सुबह उठते ही आप दिमाग को इन्फॉर्मेशंस से भरने लगते हैं यह आपकी मन पर अच्छा असर नहीं डालता।
मोबाइल अनजाने में बढ़ा रहा है स्ट्रेस
अगर आप इंस्टाग्राम या फेसबुक भी चेक करते हैं तो भी इनडायरेक्टली नकारात्मक विचारों का शिकार हो सकते हैं। मान लीजिए सोशल मीडिया पर किसी ने अपने घूमने या नई गाड़ी खरीदने का पोस्ट डाला। इस पर आपके दिमाग में आ सकता है कि आपके पास ऐसी चीज क्यों नहीं। ऐसे अनजाने में आप अपना स्ट्रेस बढ़ा लेते हैं।
ऐसे बदल सकते हैं अपनी ये आदत
मोबाइल नहीं थे तब भी लोगों का जीवन चल रहा था, हालांकि अब इसको इमैजिन करना भी मुश्किल है। पूरे दिन मोबाइल से दूर नहीं रहा जा सकता लेकिन सुबह उठते ही इसे चेक करने की आदत को बदला जा सकता है। इसके लिए आप फोन को तकिए के नीचे या साइड टेबल पर रखने के बजाय दूर रखना शुरू कर सकते हैं। सुबह उठते ही किसी और एक्टिविटी में इन्वॉल्व होने की कोशिश करें। उठकर पानी पिएं, मेडिटेशन करें या घरवालों को हंसकर गुड मॉर्निंग विश करें। कुछ दिन तक ऐसा करने से ये आपकी आदत में आ जाएगा। -
गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और इस मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी रहता है. गर्मियों में शरीर को एनर्जी से भरपूर बनाए रखने के लिए फलों का सेवन करना बहुत फायदेमंद माना जाता है. संतरा एक ऐसा फल होता है, जिसका सेवन करने से गर्मियों में बहुत फायदे मिलते हैं. क्योंकि संतरे में बहुत से विटामिन्स पाए जाते हैं जो शरीर में एनर्जी बनाए रखने में मदद करते हैं. इसलिए इस मौसम में संतरा खाना फायदेमंद होता है. हम आपको संतरे से जुड़े ऐसे ही कुछ फायदे बताने जा रहे हैं.
शरीर को रखता है हाइड्रेट
संतरा एक ऐसा फल है जिसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन पाया जाता है, यही वजह है कि संतरा शरीर को हाइड्रेट रखता है. संतरे का सेवन करने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है, संतरे में पाये जाने वाले विटामिन से हड्डियां भी मजबूत रहती है, जिससे शरीर में थकान महसूस नहीं होती है. इसलिए शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए गर्मियों में दिन में कम से कम एक संतरा खाने की सलाह दी जाती है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है संतरा
संतरे का सेवन करने शरीर में पानी की कमी महसूस नहीं होती है, संतरे में पाए जाने वाले विटामिन से गर्मी के मौसम में शरीर को जरूरी पानी का पोषण मिलता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इसके अलावा संतरे का सेवन करने से गर्मी में धूप से होने वाली परेशानियों से भी बचा जा सकता है.
आंखों की रोशनी बढ़ाता है संतरा
संतरा खाने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है, आंखों की रोशनी को हमेशा ठीक रखना है तो संतरा खाना चाहिए। संतरे में विटामिन ए की भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आंखों के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसलिए गर्मियों में लगातार लेपटॉप और कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को दिन में एक संतरा खाने की सलाह दी जाती है. क्योंकि इससे शरीर को विटामिन मिलता है और अपनी आंखों की हेल्थ को अच्छा रखा जा सकता है.
कोलेस्ट्राल रहता है कम
अगर आप हर दिन एक संतरा खाते हैं तो इससे आपका कोलेस्ट्राल लेवल भी कंट्रोल रहता है, संतरे में पाए जाने वाले तत्व शरीर में कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक रहते हैं, इसके अलावा संतरे का सेवन करने से हार्ट की परेशानियां भी नहीं होती है.
ब्लड प्रेशर की बीमारी भी रहती है दूर
संतरे में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी भी पाया जाता है जिससे शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है, ऐसे में संतरे का सेवन करने से ब्लड प्रेशर की बीमारी भी कंट्रोल रहती है. जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या होती है उनके लिए संतरा खाने की सलाह दी जाती है. तो देखा दोस्तों एक संतरा आपको कितनी बीमारियों से बचाकर रखता है. इसलिए गर्मियों में एक संतरा जरूर खाना चाहिए.
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हंसने के फायदों के बारे में आपने खूब सुना या पढ़ा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोने के भी खूब फायदे होते हैं. जी हां, रोना भी इंसान के लिए बहुत जरूरी है और इससे ना सिर्फ उसका मन हल्का होता है बल्कि शरीर को भी इसका फायदा मिलता है. तो आइए जानते हैं कि रोने से इंसान को क्या फायदा मिलता है.
शरीर से टॉक्सिन निकल जाते हैं बाहर
जब इंसान तनाव में होता है तो उसके शरीर में कई टॉक्सिन बनते हैं. अगर ये टॉक्सिन शरीर से बाहर ना निकलें तो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. रोने से यह टॉक्सिन धीरे-धीरे शरीर से बाहर निकल जाते हैं और इंसान का तनाव भी कम हो जाता है.
आती है अच्छी नींद
एक स्टडी में पता चला है कि रोने के बाद नींद अच्छी आती है. दरअसल रोने से इंसान का दिमाग शांत हो जाता है और उसे अच्छी नींद आ जाती है. बच्चों में अक्सर ये देखा भी जाता है कि वह रोने के बाद शांत होकर सो जाते हैं.
तनाव से मिलती है मुक्ति
जब भी व्यक्ति को तनाव होता है तो वह काफी भारीपन महसूस करता है. अगर व्यक्ति इस स्थिति में रो ले तो उससे इंसान हल्का महसूस करता है और उसका तनाव भी खत्म हो जाता है. साथ ही इससे आपके शरीर में ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन नामक केमिकल भी रिलीज होते हैं, जिससे इंसान का मूड बेहतर होता है.
आंखों के लिए फायदेमंद
बढ़ते प्रदूषण और तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल का असर हमारी आँखों पर भी पड़ रहा है. ऐसे में अगर इंसान रो लेता है तो इससे उसकी आंखों से प्रदूषण का असर खत्म हो जाता है और आंखें साफ हो जाती हैं. साथ ही आंखों में तरलता बनी रहती है जो हमारी आंखों के लिए बेहद जरूरी है. - आपके पतले और बेजान बाल हर पार्टी या उत्सव में आपके लिए शर्मिंदगी का कारण बन जाते हैं तो आपको परेशान होने की नहीं बल्कि बालों की सही देखभाल करने की जरूरत है। बालों की अच्छी देखभाल के लिए जरूरी नहीं कि आप पार्लर में जाकर महंगे पैकेज लें आप घर पर रहकर भी कुछ हर्बल तरीके अपनाकर आपने बालों की पुरानी चमक लौटा सकती हैं। ऐसा ही एक हर्बल तरीका है सरसों का हर्बल ऑयल। आइए जानते हैं क्या है इसे बनाने और बालों में लगाने का सही तरीका।सरसों का हर्बल ऑयल बनाने के लिए सामग्री--1 लीटर सरसों का तेल-1 छोटा कप मेथी दानाहर्बल ऑयल के फायदे-सरसों के तेल से बालों को विटमिन्स और आयरन प्राप्त होता है। वहीं, मेथी के बीज में प्रोटीन, फॉस्फोरस और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स पाया जाता है। ये दोनों ही चीजें बालों को पोषण देकर उन्हें रिपेयर करने में भी मदद करती हैं। प्रोटीन बालों की जड़ों को मजबूती देकर उनमें चमक बढ़ाता है। जबकि मेथी में मौजूद निकोटिनिक एसिड स्कैल्प की क्लीनिंग और मॉइश्चराइजेशन में मदद करती है।सरसों का हर्बल ऑयल बनाने का तरीका-सरसों का हर्बल ऑयल बनाने के लिए सबसे पहले रात को सोने से पहले एक बर्तन में सरसों का तेल निकालें और इसमें मेथी दाना डालकर रातभर के लिए रख दें। अगले दिन 5 से 7 मिनट के लिए इस तेल को धीमी आंच पर पकाएं। जब मेथी के बीज काले होने लगें तो आंच बंद करके तेल को ठंडा होने के लिए अलग रख दें। इसके बाद इस तेल को छानकर किसी कंटेनर में भरकर स्टोर कर लें। यह मैजिकल मसटड हर्बल ऑयल गिरते बाल, ड्रेंडफ और गंजेपन जैसी कई समस्याओं से बचाने का सबसे सस्ता और प्रभावी हर्बल उपाय है।हर्बल ऑयल का ऐसे करें इस्तेमाल-रात को सोने से पहले बालों की जड़ों में इस तेल से मालिश करके अपने बाल बांध लें। इसके बाद सुबह अपने बालों को शैंपू कर लें। अच्छे नतीजे के लिए शुरु में सप्ताह में 3 बार इस तेल का उपयोग करें। इस तेल का नियमित इस्तेमाल आपके बालों को मजबूत बनाकर जल्द ही घना कर देगा।
- होली का त्योहार खुशियों का पर्व है। होली पर जब रंग उड़ते हैं तो दिलों की दूरियां मिट जाती हैं। यह त्योहार गुलाल और रंगों के बिना अधूरा है। वास्तु के अनुसार होली को लेकर कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।मान्यता है कि होली पर मोती शंख घर में लाने से जीवन में धन का प्रवाह बढ़ जाता है। घर, दुकान और कार्यस्थल की नजर उतारकर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है। भय से निजात पाने के लिए नरसिंह स्तोत्र का पाठ करें। सफलता प्राप्ति के लिए होलिका दहन स्थल पर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें। होलिका दहन के दूसरे दिन राख लेकर उसे लाल रुमाल में बांधकर पैसों के स्थान पर रखने से व्यर्थ के खर्च रुक जाते हैं। होली पर हनुमानजी को चोला और गुलाब फूल की माला चढ़ाएं। पूजन के वक्त श्रीराम और हनुमान जी का स्मरण करें। होली के दिन घर के मुख्य दरवाजे पर भगवान श्रीगणेश की मूर्ति लगाएं और घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में परिवार की फोटो या सूरजमुखी की तस्वीर लगाएं। घर की दक्षिण दिशा में दौड़ते हुए घोड़ों की फोटो लगाएं। होली पर घर में रंगाई करा रहे हैं तो दीवारों पर काले रंग का इस्तेमाल करने से बचें। घर की पूर्व दिशा में हरे पौधे रखें। होली के अवसर पर अपने घर में श्रीयंत्र लाएं और इसे अपने घर या दुकान की तिजोरी में स्थापित करें। होली के दिन वास्तु यंत्र को पीले रंग के वस्त्र पर स्थापित करें। होली वाले दिन सबसे पहले अपने ईष्ट देव को रंग लगाएं। पितरों के निमित्त गुलाल से तैयार रंग गणपति को अर्पित करें। घर के बुजुर्गों के माथे पर गुलाल का तिलक लगाकर होली पर्व की शुरुआत करें। होली वाले दिन घर में मोती शंख लाना शुभ माना जाता है।
- घर पर दही जमाने की प्रक्रिया सभी जानते हैं लेकिन कई बार घर पर पैक्ड दही जैसा गाढ़ा दही नहीं जम पाता। ऐसे में दही का स्वाद अच्छा लगता और पानी जैसे दही में पोषक भी कम ही होते हैं। ऐसे में हम आपको ऐसे पांच टिप्स दे रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप गाढ़ा दही जमा सकते हैं। ये दही जमाने का सबसे बेसिक तरीका है। इसके लिए जरूरी है कि आपके पास थोड़ा-सा पुराना और थोड़ा खट्टा दही रखा हुआ हो, जिसकी मदद से नया दही जमाया जाएगा। दूध अच्छी तरीके से उबालें। फिर उसे ठंडा कर लीजिए। जब वो गुनगुना हो तो उसमें कुछ चम्मच पुराना दही मिलाएं। उसके बाद उसे रातभर या 7-8 घंटों के लिए जमने के लिए रख दें।मिल्क पाउडर मिलाएंअगर आपका दूध फुल क्रीम नहीं है, तो ऐसे में गाढ़ा दही जमाना थोड़ा मुश्किल काम हो सकता है। आप दूध को उबालने से पहले उसमें थोड़ा सा मिल्क पाउडर अच्छी तरीके से मिला दें। इसकी मदद से आपका दही काफी गाढ़ा जम सकता है। लेकिन ध्यान रखें, मिल्क पाउडर कुछ चम्मच ही मिलाएं, बहुत ज्यादा नहीं।दूध को देर तक उबालेंआमतौर पर लोग घर में दही जमाते हुए पहले दूध को उबालते हैं (200 डिग्री फैरेनहाइट तापमान पर) फिर उसके बाद ठंडा करके उसमें थोड़ी पुरानी या खट्टी दही मिला देते हैं। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपकी दही बहुत गाढ़ी और क्रीम जमें, तो आपको दूध को 200 डिग्री फैरेनहाइट पर तकरीबन 20 मिनट तक पकाना होगा। दूध की मात्रा के हिसाब से ये वक्त बढ़ाया भी जा सकता है। इससे दूध में मौजूद नमी उड़ जाती है और जो बचता है वो सॉलिड होता है। इस तरीके से दूध पकाकर अगर दही जमाया जाएगा, तो वो आम दही से बहुत ज्यादा गाढ़ा होगा।बहुत गर्म दूध में न जमाएं दहीदूध को अच्छी तरह उबालने के बाद इसे रूम टेम्परेचर में आने दें। इसके बाद ही इसमें दही मिलाकर जमने के लिए रखें। खोलते या बहुत गर्म दूध में दही जमने के लिए रखने से इसमें पानी आने लगता है और दही गाढ़ा नहीं जम पाता।जिस बर्तन में दूध उबालें उसमें दही न जमाएंआप जिस भी बर्तन में दूध उबालते हैं, उसमें दही जमने के लिए न रखें। ऐसा करने से न सिर्फ दही गाढ़ी नहीं जमेगी बल्कि दही जमने में भी काफी टाइम लग जाएगा।
- होली का त्योहार आते ही गुझिया की तैयारी हर घर में होने लगती है। लेकिन अगर आप इस होली खोवे की गुझिया में कोई नया स्वाद चाहते हैं तो बनाएं चॉकलेट गुझिया। इसका स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों हर किसी को पसंद आएगा। तो चलिए जानें चॉकलेट गुझिया बनाने की रेसिपी।चॉकलेट गुजिया बनाने के लिए सामग्री:एक कप मैदादो कप मावाडेढ़ कप चीनीआधा टेबल स्पून इलायची पाउडरसौ ग्राम चॉकलेट चिप्सघीपानीफ्रेश क्रीमफाइन चॉकलेटचॉकलेट गुजिया बनाने का तरीका:सबसे पहले मैदे में घी और पानी मिलाकर इसे गूंथ लें और इसे थोड़ी देर के लिए रख दें। इस बात का खास ख्याल रखें कि मैदा ज्यादा नर्म ना गूंथा हों। अब स्टफिंग की तैयारी करेंगे। धीमी आंच पर एक पैन गर्म करें। पैन गर्म होने पर इसमें मावा डालें और ब्राउन होने तक भूनें। मावा के ब्राउन हो जाने पर इसमें चीनी और इलायची पाउडर डालें और थोड़ी देर तक फ्राई करें। अब इस मिक्सचर को ठंडा होने दें। अब इसमें चॉकलेट चिप्स अच्छे से मिला लें।अब मैदे से पूरियां बेलें। पूरियों में तैयार किया हुआ मिक्सचर भरें और गुझिये का आकार देते हुए फोल्ड करें। आपको अगर इसे फोल्ड करने में दिक्कत हो रही है तो इसे सांचे की मदद से आकार दे सकते हैं।अब गुझिया को फ्राई करने के लिए गैस में तेज आंच पर एक कढ़ाई में घी गर्म करें। घी के गर्म होने पर इसमें गुजिया डालें और हल्का ब्राउन होने तक फ्राई करें। आपकी चॉकलेट गुजिया बनकर तैयार है। अब इसे आप चॉकलेट और क्रीम से सजाकर सर्व करें।
- तरबूज़ और ख़रबूज़ का केवल एक टुकड़ा ही काफ़ी होता है गर्मी से राहत पाने के लिए। ये भोजन के बाद डिज़र्ट का काम भी करते हैं। हालांकि सुबह हो या शाम, हम इन्हें कभी भी काटकर खा लेते हैं। इन्हें खाने का एक निश्चित समय होता है। इन्हें कब खाना है और ये कितने स्वास्थ्यवर्धक हैं, ऐसी कई उपयोगी जानकारियां इस लेख में आपको मिलेंगी। साथ ही जानें चंद व्यंजनों की तरक़ीबें।तरबूज़फ़ायदे —तरबूज़ में द्रव प्रचुर मात्रा में होता है जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।कम कैलोरी होने के कारण तरबूज़ हृदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी फ़ायदेमंद है।प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी और ए होता है, जो गंभीर रोगों से बचाता है।इसमें मौजूद पोटैशियम एक सामान्य व्यक्ति की किडनी के लिए अच्छा होता है, लेकिन किडनी रोग से जूझ रहे व्यक्ति के लिए नुक़सानदायक हो सकता है। इसलिए खाने से पहले चिकित्सक की सलाह लें।इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से त्वचा चमकदार और स्वस्थ रहती है।खाने का तरीक़ा —तरबूज़ को गर्म या धूप से तुरंत लाकर न खाएं। इससे पाचन में समस्या और पेट में समस्या हो सकती है। इसे ठंडा करके ही खाएं।कभी भी खाली पेट या सुबह नाश्ते में न खाएं। इससे उल्टी, चक्कर आने जैसी समस्या हो सकती है। कुछ खाककर ही इसका सेवन करें।एक दिन में 100 से 150 ग्राम से अधिक तरबूज़ का सेवन नहीं करें।इसे खाने का उपयुक्त समय नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच का है। अगर नाश्ते के बाद कुछ खाने का मन करे, तो भारी स्नैक्स के बजाय तरबूज़ खाएं। इससे पेट भरा महसूस होगा और अतिरिक्त भूख भी नहीं लगेगी।तरबूज़ को कभी भी रात में न खाएं।तरबूज़ की स्मूदी-----------------क्या चाहिए —तरबूज़- 4 कप टुकड़े बीज निकले हुए, स्ट्रॉबैरी – 1-2 कप कटी हुई, चिया सीड- 2 बड़े चम्मच, केला- 1 कटा हुआ, नींबू का रस- 2 बड़े चम्मच।ऐसे बनाएं —दो कप तरबूज़ के टुकड़े मिक्सर में पीस लें। इसमें स्ट्रॉबैरी, केला और चिया सीड्स डालकर पीसें। फल मीठे होते हैं इसलिए हल्का मीठापन इसमें रहेगा, लेकिन थोड़ी मिठास बढ़ाने के लिए इसमें शक्कर के बजाय शहद मिला सकते हैं। अब बचे हुए दो कप तरबूज़ भी इसमें डालकर पीसें। गिलास में भरकर ऊपर से सूखे मेवे डालकर परोसें।तरबूज़ का सलादक्या चाहिए —तरबूज़- 10 टुकड़े चौकोर और सामान्य आकार में कटे हुए, पनीर- 10 टुकड़े चौकोर और सामान्य आकार में कटे हुए, काले अंगूर- 10, पुदीने की पत्तियां- 10, काला नमक- स्वादानुसार, काली मिर्च पाउडर- स्वादानुसार, आधे नींबू का रस।ऐसे बनाएं —बड़े बोल में तरबूज़ (बीज निकले हुए), पनीर, पुदीने की पत्तियां, अंगूर, काला नमक, नींबू का रस और काली मिर्च डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। एक सींक या टूथपिक में तरबूज़, पनीर, अंगूर, पुदीने को एक-एक करके फंसाएं और ऊपर से ज़रूरत के अनुसार काली मिर्च और काला नमक छिड़कें। इसी तरह सभी टुकड़ों को सींक में पिरोएं और प्लेट में रखते जाएं। चाहें तो इन्हें सीधा बोल में ही परोस सकते हैं। खीरे, संतरा, बैरीज़ आदि के टुकड़े भी सलाद में मिला सकते हैं। पनीर को टुकड़ों में ना डालते हुए कद्दूकस करके ऊपर से भी डाल सकते हैं।
- होली का त्योहार नजदीक है। ऐसे में होली पर रंग खेलने वालों के ऊपर खुमारी छाना शुरू हो रही है। हालांकि पिछले साल की तरह ही इस साल भी कोरोना का साया होली को बेरंग करने को कोशिश कर रहा है। लेकिन अगर आप परिवार और घर में भी रंग खेलने की तैयारी में हैं तो त्वचा के साथ ही बालों का भी ख्याल जरूर रख लें। क्योंकि केमिकल वाले रंग कई बार बालों को भी गहरा नुकसान पहुंचाते हैं। इसके साथ ही रंग खेलने से पहले त्वचा को भी तैयार कर लें। जिससे कि रंगों का असर केवल मन को खुश करने के लिए हो ना कि त्वचा और बालों को खराब करने में। तो चलिए जानें क्या उपाय रंग खेलने से पहले जरूरी है।सबसे जरूरी बात कि रंग खेलने जा रही हैं तो बालों को खुला ना छोड़े। खुले बालों में रंग आसानी से आपके बालों के जड़ों तक पहुंच सकता है और इससे आपके बाल कमजोर हो सकते हैं। इसके अलावा होली खेलने से पहले बालों में तेल की मालिश कर लें। नारियल, जैतून, सरसों या किसी भी अन्य तेल से बालों की मालिश कर सकते हैं।बालों पर तेल की मालिश करने के साथ ही सिर पर टोपी जरूर लगाएं। ये स्टाइलिश दिखने के साथ ही बालों को पूरी तरह से प्रोटेक्ट करेगा। टोपी लगाने से बाल सीधे रंग के संपर्क में नहीं आएंगे। इसके साथ ही बालों को धोने के लिए नेचुरल शैंपू या फिर बेबी शैंपू का उपयोग करें।बालों से रंग को पूरी तरह छुड़ाने के लिए कभी भी गर्म पानी का इस्तेमाल ना करें। इससे बाल खराब हो सकते हैं। दरअसल, गर्म पानी बालों को ड्राई बना देता है। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि गीले बालों को ब्लोअर से ड्राई न करें बल्कि नैचुरली ही बालों को सुखाएं।सूखे रंगों से होली खेलने के बाद बालों को अच्छी तरह से ब्रश कर लें। कंघी या ब्रश करने से सिर पर जमे रंगों को हटाने में काफी मदद मिलेगी। लेकिन अगर आपने होली गीले रंगों से खेला है तो पहले बालों को सादे पानी से धोएं। इसके बाद शैम्पू का इस्तेमाल करें। फिर बालों को सादे पाने से धोएं।(File Image)
- होली पर रंग और गुलाल के साथ खेलना बहुत सारे लोगों को पसंद होता है। लेकिन कई बार लोग पानी वाला या गीला रंग इसलिए नहीं खेलते कि कहीं इसे बाद में छुड़ाने में दिक्कत ना हो। लेकिन अगर आप गीले रंग से होली खेल भी लें तो कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से इन रंगों को छुड़ाया जा सकता है। साथ ही इन घर के नुस्खे त्वचा पर नुकसान भी नहीं करते। तो चलिए जानें क्या हैं वो नुस्खे जो होली खेलने के बाद आपकी त्वचा को साफ करने में मदद करेंगे।केला मैश कर लें और उसमें नींबू का रस मिलाएं। इसे त्वचा पर मलकर छोड़ दें और सूखने के बाद हल्के पानी की छीटे मारकर इसे स्क्रब करें। इससे रंग भी उतर जाएगा और त्वचा की नमीं भी नहीं खोएगी।बेसन में नींबू का रस व मलाई डालकर पेस्ट बनाएं और त्वचा पर स्क्रब की तरह इसकी मसाज करें। फिर हल्के गुनगुने पानी से धो लें। इससे रंग भी उतर जाएगा और त्वचा पर निखार भी आएगा।आटा छानने के बाद जो चोकर निकलता है या जौ के आटे में दूध मिलाकर त्वचा पर मलें। इससे रंग आसानी से निकल जाएगा।मसूर की दाल को रात भर भिगोकर रखें और पीसकर उसमें दूध मिलाएं। इस पैक को त्वचा पर लगाकर छोड़ दें और फिर हल्के गर्म पानी के साथ स्क्रब करें।(File Image)
- अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो खाना खाने के बाद मीठा जरूर चखते हैं तो यह रेसिपी आपके लिए परफेक्ट है। जी हां मीठा खाने के शौकीन लोगों को रसमलाई बेहद पसंद होती है। सॉफ्ट रसमलाई बनाने की इस खास रेसिपी में न तो आपको पनीर की और ना ही छैने की जरुरत पड़ेगी। यह रसमलाई झटपट बनकर तैयार हो जाती है और स्वाद में मार्केट वाली रसमलाई से कम नहीं होती। तो आइए जानते हैं कैसे बनाई जाती है ब्रेड रसमलाई।ब्रेड रसमलाई बनाने के लिए सामग्री--8 पीस ब्रेड-2 गिलास दूध-कन्डेंस्ड मिल्क-चीनी-तलने के लिए देसी घी-काजू-बादाम-पिस्तां-चिरौंजी-केसर-इलायचीब्रेड रसमलाई बनाने की विधि-ब्रेड रसमलाई बनाने के लिए सबसे पहले दूध को उबालकर उसमें केसर डालकर दूध को ढक दें। 2-3 मिनट बाद दूध में केसर का रंग आ जाएगा। केसर का रंग दूध में आने के बाद उसे दोबारा गर्म होने के लिए गैस पर रख दें। अब इसमें काजू, पिस्ता ,बादाम ,चिरौंजी डालकर दूध को धीमी आंच पर पकाते हुए इसमें कन्डेंस्ड मिल्क डालें। इसके बाद इसमें चीनी मिलाकर दूध को अच्छे से पकाएं। अब ब्रेड स्लाडइस को कटोरी या ग्लास से गोल-गोल काट लें। अब एक कढ़ाई में देसी घी गर्म करें। इसमें ब्रेड के गोल कटे हुए पीस गुलाबी होने तक सेक लें। अब तले हुए ब्रेड पीस को दूध में डालकर ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें।
- बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत की 'थलाइवी' नामक एक नई फिल्म आ रही है, जो कि दिवंगत राजनीतिक नेता जयललिता के ऊपर बनी है। इस फिल्म में कंगना जयललिता की भूमिका निभाते हुए दिखेंगी। एएल विजय द्वारा निर्देशित, थलाइवी जयललिता की यात्रा को एक शानदार अभिनेत्री के रूप में चित्रित करेगी, जिनका एक शक्तिशाली राजनीतिक कैरियर था। फिल्म जयललिता के जीवन पर कम और इसके ज्ञात पहलुओं पर ज्यादा प्रकाश डालेगी। फिल्म दो हिस्सा में बनाई जा रही है, इसका पहला पार्ट इस साल स्क्रीन पर नजर आएगा, जिसका ट्रेलर आज कंगना के जन्मदिन पर रिलीज हो गया है। ये फिल्म 23 अप्रैल 2021 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।कंगना अपने हर ऑनस्क्रीन भूमिका को निभाते हुए रोल के साथ पूरा न्याय करती हुई नजर आती हैं। इस बार भी कंगना ने इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की। इस फिल्म की खास बात ये है कि जयललिता के किरदार को पर्दे पर हू-ब-हू उतारने के लिए कंगना ने अपना वजन 20 किलो तक बढ़ा लिया था। फिल्म के पोस्टर्स में कंगना का ये बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन इतना साफ दिख रहा है कि कुछ सीन्स में कंगना को पहचानना भी मुश्किल हो रहा है। हाल ही, में उन्होंने एक ट्वीट के जरिए बताया कि कैसे इस रोल के लिए इतना वजन बढ़ाना और फिर उसे घटाना उनके लिए एक बड़ा चैलेंज था। अभिनेत्री को आखिरी बार स्पोट्र्स ड्रामा फिल्म 'पंगा' में देखा गया था, जहां उन्होंने एक टोन्ड बॉडी को फ्लॉन्ट किया था और वह किसी एथलीट से कम नहीं लग रही थीं।कंगना के पास पाइपलाइन में सर्वेश मेवाड़ा का तेजस भी है, जिसमें वह एक वायु सेना पायलट की भूमिका निभाएंगी। लेकिन कैसे वह इन सभी अलग-अलग लुक में फिट हो जाती है? कंगना की फिट और टोन्ड बॉडी के पीछे क्या राज है? आइए जानते हैं इसके बारे में।कंगना का फिटनेस सीक्रेटआप कंगना को एक शानदार अभिनेत्री और कई राष्ट्रीय पुरस्कारों की विजेता के रूप में जानते हैं। लेकिन आपको यह पता नहीं है कि बॉलीवुड की रानी एक फिटनेस फ्रीक भी हैं। मणिकर्णिका अभिनेत्री अपने टोंड शरीर को बनाए रखने के लिए एक सख्त फिटनेस और आहार व्यवस्था का पालन करती है। वो घंटो जिम में पसीना बहाती हैं और अलग-अलग प्रकारों के एक्सरसाइज करती हैं। वो अक्सर अपने एक्सरसाइज के पैटर्न को बदलती रहती हैं। जैसे कि अगर वो एक ही एक्सरसाइज को करते-करते थक जाती हैं, तो वो इसके पैटर्न को बदलना पसंद करती हैं।कंगना सप्ताह में 5 दिन, दो घंटे जिम में पसीना बहाती हैं। उनके फिटनेस रूटीन की बात करें, तो शक्ति और वजन प्रशिक्षण के लिए वो योग और कार्डियो करती हैं। पुल-अप्स, पुश-अप्स, स्क्वाट्स और जर्मन सेट जैसी एक्सरसाइज उनके नियमित वर्कआउट रिजीम का एक हिस्सा हैं। इसके अलावा, कंगाग लचीलेपन के लिए योग पर काफी हद तक निर्भर करती है। एक दिन में 45 मिनट का योगासन उन्हें आकार में बने रहने में मदद करता है और उनके दिमाग को भी आराम देता है।कंगना का डाइट प्लानअभिनेत्री पसंदीदा खाना शाकाहारी है। उनके दैनिक आहार में बहुत सारे पौष्टिक आहार होते हैं। तैलीय भोजन कंगना के डाइट प्लान में नहीं आता है। उनके नाश्ते के मेनू में एक कटोरी दलिया या एक कटोरी साबुत अनाज अनाज होता है। दलिया फाइबर से भरपूर होता है और शरीर के कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। साबुत अनाज भी फाइबर में उच्च है और उन्हें ये पूरे दिन सक्रिय रहने में मदद करता है।भोजन के बीच में कंगना ताजे फलों पर नाश्ता करती हैं। शरीर की प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए वह प्रोटीन शेक भी पीती है। उसके दोपहर के भोजन में सलाद का एक कटोरा, कुछ चावल और रोटी के साथ दाल और उबली सब्जियां शामिल खाती हैं। कंगना लाइट डिनर खाने में विश्वास रखती हैं। उसके खाने के मेन्यू में आमतौर पर वेजिटेबल सूप, कुछ उबली सब्जियां और सलाद होता है।वर्कआउट के साथ कंगना योगा भी करती है?शरीर की मांसपेशियों में लचीलापन लाने के लिए कंगना रोजाना 45 मिनट योग करती हैं। वह सप्ताह में पांच दिन जिम जाती हैं। उसके वर्कआउट रिजीम में वेट ट्रेनिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और कार्डियो शामिल हैं। अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए कंगना एक दिन में 10 से 12 गिलास पानी पीती हैं। इस तरह कंगना खुद को फिट एंड फाइन रख कर हर रोल में ढल जाती हैं।
- स्किन प्रॉब्लम्स में पिम्पल्स की ऐसी समस्या है जिसके ठीक होने के बाद भी दुबारा पिम्पल होने का खतरा बना रह है। ऑयली स्किन वाले लोग इस समस्या को बेहतर तरीके से जानते हैं। ऑयली स्किन के लिए तो जैसे पिम्पल्स की प्रॉब्लम्स परमानेंट हो। वहीं, पिम्पल्स की समस्या के साथ एक और समस्या जुड़ी होती है कि पिम्पल्स ठीक होने के बाद भी चेहरे पर निशान छोड़ जाते हैं और कई-कई एक्ने तो इतने ज्यादा जिद्दी होते हैं कि महीनों इनका निशान साफ नहीं होता। आज हम आपको ऐस ही फूड्स बता रहे हैं, जो पिम्पल्स को रोकने में कारगर हैं-पानीपानी आपके आंतरिक शरीर को पोषण और ऑक्सीजन पहुंचाता है, अंगों को बहुत पोषण, महत्वपूर्ण और मुंहासे से लडऩे के लिए फिट रखता है।जैतून तेलजैतून तेल लोशन रोम छिद्रों को बंद किए बिना त्वचा में अवशोषित हो जाता है, जिससे त्वचा सांस ले पाती है। यह मुंहासों को रोकने में मददगार हो सकता है।नींबू का रसनींबू का रस एसिड कचरे को खत्म करने और साइट्रिक एसिड के साथ लीवर को साफ करने और रक्त के विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिान्स को खत्म करने के लिए एंजाइमों के निर्माण में मदद करता है। यह छिद्रों को फ्लश आउट भी करता है, जो त्वचा को ताज़ा और चमकदार बनाता है।रसबैरीरसबैरी स्वस्थ आहार हैं, क्योंकि वे विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरे हुए हैं। ये फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं जो त्वचा की सुरक्षा करते हैं।अखरोटनियमित रूप से अखरोट खाने से त्वचा की चिकनाई और कोमलता में सुधार होता है। अखरोट के तेल में लिनोलिक एसिड होता है। इसे वॉटरटाइट और अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखता है।सेबसेब में बहुत सारे पेक्टिन होते हैं और यह मुंहासे का दुश्मन है। तो, याद रखें कि त्वचा को भी खाएं क्योंकि पेक्टिन ज्यादातर वहीं केंद्रित होता है।
- बेदाग निखार सुंदरता में चार चांद लगा देता है। क्योंकि अगर चेहरे की त्वचा साफ नहीं होती तो खूबसूरत चेहरा भी अच्छा नहीं लगता। लेकिन चेहरे पर अनचाहे तरीके से होने वाले छोटे-छोटे दाग और पिग्मेंटेशन कई बार त्वचा को खराब कर देते हैं। ऐेसे में महंगे केमिकल वाले ट्रीटमेंट करने में डर लगता है तो घरेलू तरीकों को आजमाएं। धीरे-धीरे ही सही पर ये तरीका असरदार होता है और त्वचा पर सही से काम करता है।जिसकी वजह से चेहरे पर से पिग्मेंटेशन और दाग-धब्बों से छुटकारा मिल जाता है। सबसे खास बात कि पेस पैक को बनाने के लिए जिन चीजों की जरूरत है वो सब कुछ घर पर आसानी से उपलब्ध हो सकता है। तो चलिए जानें त्वचा के दाग-धब्बे दूर करने के लिए किन चीजों की जरूरत होगी।मुल्तानी मिट्टी, चुकंदर, दही, बादाम का तेल। इन सबका पैक बनाने के लिए एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी लेकर इसमे एक चम्मच दही मिला लें। साथ में चुकंदर को कद्दूकस कर मिला और साथ में थोड़ा सा बादाम का तेल मिलाएं। इस पैक को अच्छे से मिक्स कर लें।त्वचा पर होने वाली झाईं और छोटे-छोटे धब्बों के अलावा डार्क सर्कल पर भी ये असर करेगा। इस फेस पैक को लेकर चेहरे पर लगा लें। मुल्तानी मिट्टी और चुकंदर मिलकर त्वचा में मेलानिन के उत्पादन पर रोक लगाते हैं। जिससे कि त्वचा पर काले धब्बे और झाईंयां खत्म होती हैं।चेहरे को पहले अच्छे से फेशवॉश से साफ कर चुंकंदर और दही का फेस पैक लगाएं। फिर जब ये अच्छे से सूख जाए तो पानी से धोकर चेहरा साफ कर लें। फिर आखिरी में एलोवेरा जेल लेकर इससे चेहरे की मसाज करें। पांच मिनट मसाज करने के बाद चेहरा साफ कर लें। चुकंदर के पैक के बाद एलोवेरा का जेल लगाने से त्वचा के सारे धब्बे और झाईं मिट जाती हैं।
- नई दिल्ली. स्मार्टफोन या टैब का इस्तेमाल करने से पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की गर्दन में दर्द का खतरा ज्यादा होता है। एक स्टडी में सामने आया है कि इलेक्ट्रॉनिक गैजट्स का इस्तेमाल करते हुए महिलाएं अपने चेहरे को छाती तक झुका लेती हैं। इस कारण उनकी गर्दन और जबड़े में ज्यादा दर्द होने का खतरा रहता है। फोन चलाते हुए लंबी हाइट वाले पुरुष जिनकी गर्दन लंबी होती है, वे भी अपनी गर्दन को कम मोड़ते हैं।फोन और टैब का घंटो इस्तेमाल करने से बचेंअनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि स्मार्टफोन और टैब जैसी चीजें यूज करते वक्त पुरुष, अपनी गर्दन वहां से झुकाते हैं जहां सिर, स्पाइन से मिलता है जबकि महिलाएं नीचे देखने के लिए अपनी गर्दन को छाती तक झुका लेती हैं और उनका सिर बाहर की ओर निकल जाता है। इस स्टडी की सीनियर ऑथर डॉ क्लेयर टेर्हुन ने कहा, आम लोगों को हमारी यही सलाह है कि वे घंटों मोबाइल फोन और टैबलेट का इस्तेमाल करने से बचें।फोन यूज करते वक्त सही पोजिशन में बैठना जरूरीइस स्टडी में 10 महिलाओं और 12 पुरुषों के एक्स रे का इस्तेमाल किया गया। स्टडी में शामिल विशषज्ञों का कहना है कि महिलाओं को स्मार्टफोन चलाते हुए सही पोजिशन में बैठना चाहिए और गर्दन को ज्यादा नहीं झुकाना चाहिए। स्टडी में शामिल महिलाओं की हाइट पुरुषों से छोटी थी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कारण हाइट की वजह से भी हो सकता है।गर्दन और जबड़े में दर्द की दिक्कतमहिलाओं में गर्दन और जबड़े में दर्द की दिक्कत उस वक्त और बढ़ जाती है जब वे स्मार्टफोन या इस तरह की किसी डिवाइस का इस्तेमाल करते वक्त लोगों से बातें करती हैं या फिर खा रही होती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्दन और जबड़ा जो पहले से झुकने की वजह से असहज पोजिशन में होता है, मुंह चलाने की वजह उसकी तकलीफ और बढ़ जाती है.(File Photo)
- - वजह- सिर्फ पैसों के लिए काम की बाध्यता नहीं रहीवॉशिंगटन। अमेरिका में कोरोना महामारी से बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। यहां अब तक साढ़े 5 लाख लोग जान गंवा चुके हैं, जिनमें 50 साल से अधिक उम्र के 51 प्रतिशत लोग शामिल हैं। सुखद यह है कि जवानों की तुलना में बुजुर्ग कहीं ज्यादा खुश और सकारात्मक रहे हैं। इसका खुलासा स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च में हुआ है। रिसर्च के मुताबिक, ढलती उम्र के साथ चुनौतियों से निपटने और मुश्किल हालात में सामंजस्य बिठाने की क्षमता बढ़ जाती है। कोरोनाकाल में उन्हें इसका फायदा भी मिला है।सकारात्मक भावों का स्तर अधिक रहारिसर्च टीम का नेतृत्व करने वालीं स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दीर्घायु केंद्र की मनोविज्ञानी लॉरा कास्र्टेंसन का कहना है कि बूढ़े होने के साथ लोगों में भले ही मानसिक तीव्रता का स्तर घटता है या शारीरिक कमजोरी आती हो, लेकिन उनकी खुशी में इजाफा होता है। युवाओं की तुलना में 50 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों में सकारात्मक भावों का स्तर अधिक रहता है। वे बहुत कम नकारात्मकता महसूस करते हैं। इस उम्र के लोग सिर्फ पैसे के लिए काम करने और क्रूर बॉस या मकान मालिक को बर्दाश्त करने के लिए बाध्य नहीं हैं। इस अवस्था में वह बहुत लंबे समय की तुलना में रोजमर्रा की गतिविधियों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करते हैं, जो नि:स्वार्थ आनंद देता है। दादा-दादी बनने के बाद बच्चों की देखरेख, स्कूल लाने-ले जाने जैसे कामों में व्यस्त रहने के कारण उनके जीवन में तनाव नगण्य हो जाता है।कोरोना से बुजुर्गों का जीवन ज्यादा प्रभावित नहीं हुआइस उम्र में अक्सर लोग भविष्य में क्या बन सकते हैं, इसकी तुलना में वर्तमान में वे क्या हैं, इस पर ज्यादा फोकस करते हैं। यही वजह है जो उन्हें युवकों की तुलना में ज्यादा खुश रखती है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की मनोवैज्ञानिक सुजैन चाल्र्स का कहना है कि जब महामारी फैल रही थी तो सभी ने यह माना कि बुजुर्गों पर इसका ज्यादा असर हो रहा है। युवाओं की तुलना में वे ज्यादा जान गंवा रहे थे। लेकिन इन शोधों के बाद अब बुजुर्ग कह सकते हैं कि उनका जीवन इतना प्रभावित नहीं हुआ, जितना उनके बच्चों या नाती-पोतों का हुआ है।रिसर्च का मकसद: चुनौतियों का आसानी से कैसे मुकाबला करते हैं बुजुर्गअप्रैल में हुए शोध में अमेरिका के कई राज्यों के 18 से 76 साल के 1,000 लोगों को शामिल किया गया था। दरअसल, मनोवैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश में थे कि लोग बढ़ती उम्र में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटना सीख जाते हैं या उन्हें नजरअंदाज करने की खूबी पहचान लेते हैं ताकि तनावपूर्ण स्थितियों से आसानी से मुकाबला किया जा सके। इसके लिए वैज्ञानिकों को अनुकूल माहौल की तलाश थी और संयोग से अप्रैल में उन्हें यह मौका मिल भी गया, जब महामारी अमेरिका में तेजी से फैल चुकी थी।
- गर्मियों का मौसम आते ही गला सूखने लगता है। बार-बार मन करता है कि कुछ अच्छा और ठंडा पी लिया जाए। मेहमानों से भी चाय और कॉफी की बजाय ठंडे की मनुहार शुरू हो जाती है लेकिन यदि मेहमान जल्दबाजी करते हैं तो कोशिश यही रहती है कि कुछ ऐसा तैयार कर लिया जाए जो जल्द से जल्द तैयार भी हो जाए और पीने वाले को राहत भी दे। बाहर से लौटने पर यदि आपके पास ही समय कम है और ठंडक के लिए आप कुछ पीना चाह रहे हैं तो यह गुलाबयुक्त दूध कोल्डड्रिंक बनाना आपके लिए होगा बेहद आसान। इस प्रकार है रेसिपी-सामग्री500 मिली दूधदो बड़े चम्मच रोज सिरपशक्कर स्वादानुसारथोड़ी सी गुलाब की पंखुडि़यांविधिएक बाउल में दूध लें और उसमें दो बड़े चम्मच रोज सिरप मिला लें। चीना स्वादानुसार डालें और दूध की मात्रा बढ़ने-घटने पर रोज सिरप और शक्कर का माप भी उसी अनुसार बैठाएं। दूध कोल्डड्रिंक को ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें। सर्व करते वक्त ऊपर से गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सर्व करें। हाथोंहाथ तैयार करने के लिए ठंडे दूध में भी आप सीधा शक्कर और रोज सिरप डालकर सर्व कर सकती हैं।दूध कोल्डड्रिंक पीने के फायदे-दूध कोल्डड्रिंक गर्मियों में न सिर्फ शीतलता का आभास कराता है बल्कि सेहत के लिए भी यह बहुत अच्छा है। इसे पीने से एसिडिटी की समस्या दूर हो जाती है, बेचैनी और घबराहट के लिए भी यह रामबाण इलाज है। अन्य सोडा युक्त कोल्डड्रिंक्स की तरह यह दांतों एवं पेट को नुकसान नहीं पहुंचाता है। इसका सेवन कोई भी कर सकता है।
- कहते हैं जब किसी की शादी होती है, तो इसके बाद उनके दायित्व, उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। लेकिन क्या सारी शादियां लंबा समय बिता पाती हैं? शायद नहीं, कई बार देखा गया है कि कई वैवाहिक जीवन में कई तरह की खटास आने लगती है यानी रिश्ता बिगड़ने लगता है। ऐसे में आगे चलकर कई बार रिश्ता तक टूट जाता है। लेकिन अगर आपके शादीशुदा जीवन में किसी तरह की खटास आ गई है, तो हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जिनसे हो सकता है कि आपका रिश्ता सुधर जाए। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।बातें साझा करेंकई बार इस चीज को देखा जाता है कि पति-पत्नी अपने दिल व मन की बात एक-दूसरे के साथ साझा नहीं करते है, और जब कभी किसी बात को लेकर अनबन होती है तो वो उस बात को बाहर निकालते हैं। इससे बात सुलझने की जगह पर उलझने लगती है। बातें शेयर करने से मन में किसी तरह की गलतफहमी नहीं रहती है, और इससे रिश्ते मजबूत होते हैं।सम्मान जरूर करेंवो कहवात हैं न कि ताली एक हाथ से नहीं बजती। ठीक इसी तरह अगर आपको अपना रिश्ता बेहतर बनाना है, तो भी आपको दोनों यानी पति-पत्नी की जरूरत होती है। हमेशा आपको एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। न तो पति को पत्नी को और न ही पत्नी को पति को छोटा समझना चाहिए। कोशिश करें कि एक-दूसरे के दोस्त बनें, और कुछ भी हो जाए हमेशा एक-दूसरे को इज्जत दें और सम्मान करें।भरोसा बनाए रखेंकई बार देखा जाता है कि पति-पत्नी के रिश्ते में भरोसा नहीं होता है, लेकिन हमें हमेशा ही एक-दूसरे पर भरोसा बनाए रखना चाहिए। अगर आप अपने पति या पत्नी पर शक कर रहे हैं, तो इससे आपका रिश्ता बिगड़ सकता है। इसलिए शक की जगह आपको भरोसा बनाए रखना चाहिए। अगर दोनों में से कोई भी कोई बात कहता है, तो उस पर भरोसा करें। इससे आपका रिश्ता बेहतर हो सकता है।रिश्ते में गुस्से की जगह नहींरिश्ता चाहे भाई-बहन को हो या फिर पति-पत्नी का। गुस्सा तो किसी भी रिश्ते के लिए बिल्कुल ठीक नहीं होता है। कई बार देखा जाता है कि जब बच्चे ठीक से पढ़ते नहीं हैं या शैतानी करते हैं, घर में कुछ काम न हुआ हो आदि। तो पति अपनी पत्नियों पर गुस्सा करते हैं। वहीं, पत्नियां भी अपने पति पर कई अन्य बातों को लेकर गुस्सा करती हैं। लेकिन हमें कोशिश करनी चाहिए कि गुस्से की जगह पर हमें प्यार से बात करनी चाहिए
- हमारे जीवन में कभी न कभी प्यार एक बार ही सही, लेकिन दस्तक जरूर देता है। इसके बाद हम प्यार की जंजीरों में कुछ इस कदर जकड़ जाते हैं कि वहां से निकलना कई बार हमारे लिए काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन कई बार ऐसा भी देखा गया है कि घरवालों की खुशी के लिए कई कपल अपने रिश्ते को तोड़ देते हैं, और अपने-अपने जीवन में अपने नए पार्टनर संग आगे बढ़ जाते हैं। ऐसे में अगर हम अपने प्रेमी की जगह पर किसी और से शादी कर रहे हैं, तो हमें कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए। नहीं तो हमारे जीवन में कई संकट पैदा हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।अपने प्रेमी को शादी में न बुलाएंकई लड़कियों या लड़कों के ब्रेकअप के समय एक चीज देखी जाती है कि वो भले ही प्यार का रिश्ता तोड़ देते हैं, लेकिन एक-दूसरे के दोस्त रहते हैं। ऐसे में एक बात ध्यान देनी चाहिए कि अपनी शादी में अपने इस दोस्त (एक्स प्रेमी) को कभी न बुलाएं। अगर आप उन्हें शादी में बुलाते हैं, तो फंक्शन में आपकी नजर बार-बार उन पर ही जाएगी। इससे आप असहज महसूस कर सकते हैं। साथ ही ये भी हो सकता है कि शादी के समय दोनों के पहले के रिश्ते को लेकर किसी तरह की कुछ परेशानी भी खड़ी हो जाए।पति/पत्नी के साथ कभी अफेयर की चर्चा न करेंकहते हैं किसी भी रिश्ते में जितने प्यार की जरूरत होती है, उससे कहीं ज्यादा विश्वास की जरूरत होती है। शादी के बाद कई लड़िकयां या लड़के अपने पार्टनर पर इतना विश्वास करने लगते हैं कि वो अपने अतीत की बातें भी उनके साथ साझा कर देते हैं। ऐसे में अगर आप अपने पार्टनर संग अपने पुराने प्रेमी के बारे में कुछ साझा करते हैं, तो हो सकता है कि आपके रिश्ते में कुछ खटास आ जाए।बार-बार याद न करें, पार्टनर संग खुश रहेंएक इंसान जब पुरानी यादों को छोड़कर आगे बढ़ता है, तो ये यादें उसका पीछा नहीं छोड़ती। कई लोग अपने पुराने प्रेमी, उसके साथ बिताए गए पलों को खूब याद करते हैं और उन्हीं यादों में खोए रहते हैं। लेकिन आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए, बल्कि आपको अपने पार्टनर संग खुश रहना चाहिए। उसकी खुशी में शामिल होना चाहिए, जिससे आपका नया रिश्ता मजबूत हो।कोई संपर्क न रखेंजब प्रेमी-प्रेमिका अलग होते हैं, तो एक-दूसरे से दोस्त के नाते ही सही लेकिन संपर्क रखते हैं। ऐसे में अगर आपकी शादी किसी और से हो रही है या हो गई है, तो आपको अपने पुराने प्रेमी से कोई संपर्क नहीं रखना चाहिए। न तो अपने मोबाइल फोन में उसकी कोई फोटो-वीडियो रखें, न ही उनसे फोन पर बात करें आदि। क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं, तो इससे आपका रिश्ता अपने नए पार्टनर संग बिगड़ सकता है।
- दुनियाभर में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो मोटापे से परेशान हैं। मोटापे से इंसान के शरीर का शेप एकदम बिगड़ जाता है। हालांकि, कुछ लोग मोटापे को इस तरह कम कर लेते हैं, जिसपर यकीन करना बड़ा मुश्किल हो जाता है। कुछ इसी तरह अमेरिका में एक मोटी लड़की ने खुद को इस तरह से बदल लिया कि मोटापे की वजह से छोड़ने वाला ब्वॉयफ्रेंड अब पछता रहा है।दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर जोसी नाम की लड़की काफी चर्चा में है। जोसी का वजन आज से कुछ समय पहले 137 किलो था। इस कारण उसका ब्वॉयफ्रेंड हमेशा ताना मारा करता था और नीचा दिखाता था। जोसी के मोटापे के कारण उसका ब्रेकअप हो गया। इसके बाद जोसी ने वर्कआउट शुरू किया, डाइट कंट्रोल की और अपना वजन काफी कम कर लिया।जोसी ने बोर्ड पांडा नामक एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में बताया कि मैं 3 साल से रिलेशनशिप में थी। ये बहुत टॉक्सिक रिलेशन था और मैं खुद को पूरी तरह से खो चुकी थी। लेकिन मेरे ब्वॉफ्रेंड ने मोटापे के कारण न्यू ईयर के 2 दिन बाद मुझे छोड़ दिया। इसके बाद इस बात ने मुझे वजन कम करने के लिए प्रेरित किया और मेरी वेट लॉस जर्नी यहीं से शुरू हो गई।ब्रेकअप के दो हफ्ते बाद जोसी ने खुद को बदलने का सफर शुरू किया। इसके लिए उन्होंने पर्सनल ट्रेनर भी रखा। जोसी ने खाने से हेल्दी रिलेशन बनाते हुए फास्ट फूड से एकदम दूरी बना ली। जोसी ने कहा कि जब मैं मोटी थी तब मेरा जो मन होता, जब मन होता, मैं खाती थी. लेकिन वर्कआउट शुरू करने के बाद मैने हेल्दी खाना शुरू किया।जोसी कहती हैं कि वजन कम होने के बाद लोगों का मुझसे बात करने का नजरिया ही बदल गया। जब मैं मोटी थी, तो मुझसे कोई बात नहीं करता था और ना ही मेरी तरफ देखता था। मुझे देखकर लोगों का ऐसा बर्ताव था कि जैसे मैं अदृश्य हूं। वर्कऑउट और हेल्दी डाइट के सहारे जोसी ने 63 किलो वजन कम कर लिया है। वैसे जोसी ने वजन कम करने का सफर अपने ब्वॉयफ्रेंड से बदला लेने के लिए शुरू किया था। लेकिन उन्हें कुछ समय बाद ये एहसास हुआ कि ये सफर मेरे लिए है।
- हर इंसान सुख-सुविधाओं भरा जीवन गुजारना चाहता है। अपनी ख्वाहिशों के साथ जरुरतों को पूरा करने के लिए भी इंसान को पैसों की जरुरत होती है। कभी-कभी ऐसा होता है हम अपने परिवार की जरुरतों को पूरा करने के दिन-रात मेहनत करते हैं। लेकिन अंत में हमारे हाथ खाली ही रहते हैं। कई बार घर में धन के टिकने का न कारण वास्तु दोष भी होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, वास्तु दोष को कुछ उपायों और टोटकों से दूर किया जा सकता है। जानिए अगर आपके घर का भी वास्तु खराब है तो उसे कैसे कर सकते हैं दूर, ताकि घर में टिकने लगे धन-1. वास्तु शास्त्र के अनुसार, आप जहां पैसे रखते हैं उस अलमारी या तिजोरी का मुख उत्तर दिशा में होना चाहिए। कहा जाता है कि इससे धन में वृद्धि के साथ खर्चा भी कम होता है।2. वास्तु के अनुसार, घर के पानी का निकास दक्षिण और पश्चिम दिशा से ही होना चाहिए। सही दिशा से जल निकासी का रास्ता होने से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।3. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में अक्सर टोटियों या नल से पानी गिरते रहना अशुभ होता है। इसके धन पानी की तरह बहता है और बेवजह के खर्च भी बढ़ता है।4. कहा जाता है कि घर में टूटे शीशे रखना अशुभ होता है। ऐसा करने से घर में नेगेटिव एनर्जी का वास होता है और आर्थिक नुकसान भी होता है।ये 3 चीजें बदल सकती हैं घर का माहौल-1. माना जाता है कि घर में स्वास्तिक का निशान होना जरुरी होता है। कहते हैं कि जिस घर में स्वास्तिक चिन्ह होता है वहां नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।2. कहते हैं कि घर में कलश रखना बेहद शुभ होता है। इससे घर में खुशियां आती हैं और आर्थिक लाभ भी होता है।3. कहते हैं कि घर में ओम का चिन्ह बनाने से वास्तु दोष दूर होता है और घर के सदस्यों के बीच प्यार बढ़ता है।
- गर्मियों के शुरू होते ही लंच हो या डिनर भोजन के साथ रायते खाने का मन हर किसी का करता है। आपने भी भोजन के साथ परोसने के लिए आज तक कई तरह के रायते बनाए होंगे, पर क्या आपने कभी अपनी किचन में मेथी का रायता ट्राई किया है। जी हां मेथी का रायता सेहत में फायदेमंद होने के साथ-साथ स्वाद में भी बेहद लाजवाब होता है। तो देर किस बात की आइए जानते हैं कैसे बनाया जाता है यह टेस्टी रायता।मेथी रायता बनाने के लिए सामग्री--1/2 कप मेथी के पत्ते-1 कप दही-1 टी स्पून लहसुन कटा हुआ-1 हरी मिर्च कटी हुई-1/2 टी स्पून जीरा-स्वादानुसार काला नमक-तड़के के लिए तेल-गार्निश करने के लिए चाट मसालामेथी रायता बनाने की विधि-मेथी रायता बनाने के लिए सबसे पहले कढ़ाई में तेल गर्म करके उसमें जीरा और लहसुन डालकर भून लें।जब लहसुन की कच्ची महक हट जाए तो कढ़ाई में मेथी के पत्ते डालकर तेज आंच पर एक मिनट के लिए और पकाएं। इसके बाद इसमें हरी मिर्च डालकर आंच बंद कर दें। इसे थोड़ी देर के लिए ठंडा होने दें। अब दही में थोड़ा सा नमक डालकर उसे अच्छी तरह फेंट लें। जब दही थोड़ा पतला हो जाए तो इसमें मेथी लहसुन मिश्रण डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब रायते में थोड़ा सा चाट मसाला डालकर गार्निश करें।
- ताजा शोध बताते हैं कि नियमित रूप से अखरोट और बादाम खाने से दिल का दौरा पडऩे का खतरा कम होता है और वजन काबू में रखने में भी मदद मिलती है।मेवे सेहत के लिए अच्छे होते हैं लेकिन इन्हें जरूरत से ज्यादा भी नहीं खाना चाहिए. तो क्या है काजू, बादाम या अखरोट को खाने का सही तरीका? और इन्हें खाने से शरीर में किस तरह के बदलाव होते हैं? विशेषज्ञों के अनुसार इससे ब्लड शुगर और लिपिड मेटाबोलिज्म के पैरामीटर पर असर होता है जिससे टाइप टू डायबिटिज के अलावा दिल की बीमारियों और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम होता है। " बादाम हमारा जीवन लंबा करता है. लेकिन यह होता कैसे है, इस पर दुनिया भर के वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं।म्यूनिख मेडिकल कॉलेज में अखरोट पर एक स्टडी की गई है। स्टडी में भाग लेने वाले एक व्यक्ति हैं डीटर गैर्शवित्स। आठ हफ्तों तक उन्होंने हर दिन एक मु_ी यानि 43 ग्राम अखरोट खाया. उसके बाद तुलनात्मक अध्ययन के लिए आठ हफ्ते तक कोई अखरोट नहीं। हर दिन बराबर कैलरी का सेवन। अखरोट खाने से पहले और उसके बाद दोनों ही उन्होंने अपनी मेडिकल जांच करवाई। जांच के नतीजे ने उन्हें हैरान कर दिया। वह कहते हैं, "मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि नियमित रूप से अखरोट खाने पर ऐसा नतीजा हो सकता है। " अखरोट का सबसे महत्वपूर्ण असर खून में मौजूद वसा पर था। खराब कोलेस्ट्रॉल समझे जाने वाले एलडीएल में अखरोट की वजह से 7 प्रतिशत की कमी आई।म्यूनिख मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर पारहोफर लका कहना है, "शायद यही संभव कारण है कि नियमित रूप से अखरोट खाने वाले मरीजों को दिल का दौरा कम पड़ता है, क्योंकि हमें पता है कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियों के मामले में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। " क्लाउस गैर्शवित्स उसके बाद से अखरोट और बादाम के फैन हो गए हैं। सिर्फ कोलेस्ट्रॉल की वजह से नहीं, बल्कि इसलिए भी कि इससे उनका वजन भी कम हुआ है।यह बहुत ही आश्चर्यजनक बात है क्योंकि आम तौर पर बादाम और अखरोट को कैलरी बम कहा जाता है। अखरोट में 65 फीसदी फैट और 15 प्रतिशत प्रोटीन होता है। प्रोफेसर ग्लाई कहते हैं, "इस बात के लगातार सबूत मिल रहे हैं कि नियमित रूप से अखरोट खाने पर हमारे शरीर के वजन पर सकारात्मक असर पड़ता है और यह वजन कम करने में मदद करता है। " लेकिन इसकी एक महत्वपूर्ण शर्त यह है कि बादाम सामान्य खाने के अलावा नहीं, बल्कि खाने के किसी हिस्से को छोड़कर लिया जाए। वजन पर हुआ सकारात्मक असर इस वजह से भी हो सकता है कि बादाम खाते समय हम उसे थोड़ा तोड़ते भर हैं, उसे चबाकर अत्यंत महीन नहीं करते। शायद अखरोट के टुकड़े पेट में पूरी तरह पचते नहीं।
- जब हम किसी के साथ रिश्ते में बंधते हैं, तो हमारी कई जिम्मेदारियां भी बनती हैं। लेकिन कई बार देखा गया है कि लोग इन जिम्मेदारियों से या तो दूर भागते हुए नजर आते हैं या फिर इन्हें सही ढंग से निभा नहीं पाते हैं। ऐसे में कई बार इसकी वजह से रिश्ता तक बिगड़ जाता है और ये सब ज्यादातर प्यार के रिश्ते में देखने को मिलता है। कई बार न चाहते हुए भी कई ऐसी गलती हो जाती हैं कि हमारा अपने पार्टनर से रिश्ता बिगड़ जाता है। ऐसे में अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान रखकर आप अपने रिश्ते में खटास पड़ने से बचा सकते हैं।शक न करेंअगर आप अपने रिश्ते को लेकर शक करते हैं, तो फिर आपके रिश्ते में खटास आना लाजमी है। आपको एक-दूसरे पर विश्वास करना चाहिए न की शक करना चाहिए। अगर आप अपने पार्टनर का मोबाइल फोन चेक करते हैं, पर्स चेक करते हैं, वो कहां जा रहे हैं, कहां से आ रहे हैं, उनके सोशल मीडिया के पासवर्ड अपने पास रखते हैं आदि तो आपके रिश्ते में खटास आ सकती है। इसकी जगह पर आपको अपने पार्टनर पर विश्वास करना चाहिए।छोटी-छोटी बातों पर नाराज न होरिश्ता कोई भी हो, वहां रूठना-मनाना तो चलता ही रहता है। लेकिन अगर आप अपने पार्टनर से छोटी-छोटी बातों पर रूठ जाते हैं तो ये गलत है। कई बार छोटी-छोटी बातों पर हम अपने पार्टनर से इतना रूठ जाते हैं कि हम उनकी किसी बात का जवाब नहीं देते, उनके फोन नहीं उठाते, उनके मैसेज का कोई जवाब नहीं देते। इसकी वजह से हमारे पार्टनर हमसे चिढ़ जाते हैं, और हमारे रिश्ते में खटास तक पड़ सकती है।पैसे को बीच में नहीं आने देंकहते हैं पैसा एक ऐसी चीज है, जिससे रिश्ते बनते हैं, तो अच्छे-अच्छे रिश्ते बिगड़ जाते हैं। लेकिन आपको कभी भी अपने रिश्ते में पैसों को नहीं लाना चाहिए, क्योंकि इससे आपका रिश्ता बिगड़ सकता है। जब भी बात पैसे की आए, तो कोशिश करें कि हमेशा समझदारी से काम लें। क्योंकि पैसा तो दोबारा जोड़ा जा सकता है, लेकिन रिश्ता दोबारा नहीं जोडा़ जा सकता।समय के पाबंद रहेरिलेशनशिप में समय की काफी अहमियत होती है। अगर आप समय के पाबंद रहेंगे तो आपके रिलेशन में कभी झगड़े नहीं होंगे और कभी किसी तरह की खटास भी नहीं आएगी। अगर आप अपने पार्टनर से मिलने जा रहे हैं, तो कोशिश करें की उन्हें लंबा इंतजार न करवाएं। ऐसा करने से आपके पार्टनर की नजरों में आपकी अहमियत कम हो जाएगी। इसलिए मिलने जा रहे हैं तो हमेशा समय पर पहुंचने की कोशिश करें।