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- अपनी कंफर्टेबल फिटिंग और स्टाइलिश लुक के लिए सलवार आज भी महिलाओं के बीच काफी पॉपुलर है। सलवार जितनी भी सिंपल हो अगर आप उसकी मोहरी के साथ थोड़ा एक्सपेरिमेंट करें, तो पूरा लुक और भी ज्यादा फैंसी लग सकता है। यहां हम आपके लिए चुनिंदा मोहरी के डिजाइन ले कर आए हैं, जो आपकी सलवार में चार चांद लगा देंगे।मोहरी पर कराएं फैंसी कट वर्कसलवार की मोहरी को सिंपल रखने के बजाए आप ये फैंसी कट वर्क करा सकती हैं। ये फ्लोरल कट वर्क आपकी सलवार को काफी स्टाइलिश लुक देगा। खासतौर से प्रिंटेड सूट के साथ ये डिजाइन काफी क्लासी लगता है।कढ़ाई वाली मोहरी बनवाएंअगर आपका सूट हेवी है तो मोहरी को प्लेन ना रखें। इसकी जगह आप मोती-सितारों की हेवी कढ़ाई करा सकती हैं। सूट के साथ का मैचिंग बॉर्डर या लेस भी मोहरी पर अटैच की जा सकती है। ये देखने में बेहद ही अट्रैक्टिव लगेगा।स्टाइलिश मोहरी डिजाइनडेली वियर के सिंपल प्रिंटेड या प्लेन सूटों के साथ कुछ इस तरह की मोहरी वाली सलवार परफेक्ट रहेगी। इसमें सिलाई से ही बेहद खूबसूरत फ्लोरल पैटर्न बनाया गया है, जो सारा ध्यान अपनी ओर खींचता है। साथ ही, मैचिंग लेस या कॉन्ट्रास्ट शेड का कपड़ा अटैच करा के भी लुक को और ज्यादा फैंसी बना सकती हैं।डेली वियर के लिए परफेक्ट डिजाइनडेली वियर के लिए सलवार स्टिच करा रही हैं, तो ये फैंसी डिजाइन एकदम परफेक्ट रहेगा। इसमें भी सारा पैटर्न स्टिचिंग से बनाया गया है। नीचे बॉर्डर पर कॉन्ट्रास्ट शेड के धागे से क्रॉस पैटर्न बनाया गया है, जो देखने में बेहद फैंसी और अट्रैक्टिव लग रहा है।ब्यूटीफुल मोहरी पैटर्नसिंपल से सूट को स्टाइलिश लुक देने के लिए ये सुंदर सा पैटर्न भी बेस्ट रहेगा। इसमें बॉर्डर पर कट वर्क किया गया है और स्टिचिंग से क्रिस-क्रॉस पैटर्न बनाया गया है। देखने में ये पैटर्न बेहद ही फैंसी और स्टाइलिश लग रहा है।स्टाइलिश मोहरी डिजाइनसलवार की मोहरी को फैंसी और थोड़ा हेवी लुक देने के लिए ये पैटर्न एकदम परफेक्ट रहेगा। इसमें कपड़े की पतली पाइपिंग बनाकर सुंदर सा पैटर्न बनाया गया है, जो देखने में बेहद स्टाइलिश लग रहा है। प्लेन मोहरी की जगह इसमें सीधी स्टिचिंग की गई है, जो काफी फैंसी लुक दे रही है।मोहरी पर लगवाएं मोतीज्यादा सिंपल डिजाइन नहीं रखना चाहती हैं, तो मोहरी पर कुछ इस तरह से छोटे मोती-सितारे अटैच करा सकती हैं। ये देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं। साथ ही मोहरी पर सिलाई से बेहद खूबसूरत पैटर्न बनाया गया है, जो देखने में काफी सुंदर है।
- जब भी कोई महिला एथनिक आउटफिट पहनकर तैयार होती है, तो वो अपने मेकअप से लेकर ज्वेलरी तक का चयन काफी सोच-समझ के करती है। मेकअप और ज्वेलरी के अलावा अब तो मैचिंग के पर्स कैरी करने का भी ट्रेंड है। पर्स और बैग वैसे तो हर आउटफिट के साथ जचते हैं, लेकिन जब बात एथनिक आउटफिट की आती है तो इसके साथ तो हमेशा पोटली ही प्यारी लगती है।बाजार में आजकल कई तरह के फैब्रिक और वर्क वाली पोटली मिल जाती है। इसका चयन आप अपने आउटफिट के हिसाब से कर सकते हैं। बहुत सी महिलाओं को ये समझ ही नहीं आता कि वो कैसे एथनिक के साथ कैरी पोटली कैरी करें। इसी बारे में हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं। इन बातों को ध्यान में रखकर आप अपने लिए पोटली का चयन कर सकती हैं।रंग हो सही : एथनिक ड्रेस के साथ पोटली बैग का रंग ऐसे चुनें जो आपके पहनावे से मेल खाता हो। अगर आपकी ड्रेस बहुत रंगीन है, तो एक सादा रंग का पोटली बैग अच्छा लगेगा, जबकि सादी ड्रेस के साथ एक रंग-बिरंगा पोटली बैग आकर्षक लगेगा। ध्यान रखें कि ज्यादा चमक-धमक वाला पोटली बैग न सिर्फ आपके लुक को अच्छा बना सकता है, बल्कि ये लुक को बिगाड़ भी सकता है।सही फैब्रिक का चयन: एथनिक के साथ कैरी करने के लिए बाजार में कई तरह के पोटली बैग मिलते हैं। इनके फैब्रिक भी काफी अलग होते हैं। ज्यादातर पोटली बैग सिल्क, जरी, कढ़ाई, मखमल, और जूट में ही बनते हैं। सिल्क और जरी वाले बैग पारंपरिक पहनावे के साथ बेहतरीन दिखते हैं।सही हो कढ़ाई : अगर आपका एथनिक आउटफिट कढ़ाई या अन्य हैवी डिटेलिंग वाला है, तो आपके पोटली बैग पर ज्यादा वर्क नहीं होना चाहिए। इसके विपरीत, अगर आपका पहनावा साधारण है, तो बैग में भरी कढ़ाई या चमकदार बीड्स का प्रयोग करें।इससे आपका लुक प्यारा दिखेगा।पोटली बैग खरीदते वक्त उसके साइज पर खास ध्यान दें। एक छोटा पोटली बैग फिटिंग वाले आउटफिट्स के साथ अच्छा लगता है, जबकि बड़ी पोटली बैग फ्लोइंग या लूज ड्रेस के साथ बेहतर दिखाई देती है।अवसर के हिसाब से करें चयनपोटली बैग को शादी, त्योहार या अन्य खास अवसरों के लिए चुनते समय अवसर का खास ध्यान रखें। कढ़ाई हो फिर चमकदार स्टोन वाली पोटली ये शादी-विवाह के लिए परफेक्ट रहती हैं। साधारण आयोजनों के लिए हल्के रंगों और बिना भारी कढ़ाई वाले बैग अच्छे रहते हैं।
- ‘वेलवेट’ जिसे ‘मखमल’ भी कहते हैं। ये हल्के बुनाई के रोयेंदार रेशमी कपड़ा होता है। पहले के वक्त में लोग इसे सामाजिक, धार्मिक और राजकीय अवसरों पर पहना करते थे. लेकिन आज इस कपड़े को किसी भी ऑकेजन पर पहन सकते हैं। खासतौर पर महिलाओं के लिए वेलवेट कपड़े में बाजार में इतने सारे ऑप्शन हैं कि इनको सेलेक्ट करने में मुश्किलें आ जाती है। इसमें इतनी सुंदर एम्ब्रोइडरी की जाती है कि आप इन्हें शादियों पर भी वियर कर सकती हैं।वेलवेट कोट : महिलाएं इसे वेडिंग में अपनी मैन अट्रैक्शन बना सकती हैं। इसमें रंग बिरंगे कलरों से बहुत खूबसूरत एम्ब्रॉयडरी की जाती है। आप इसे प्लाजो, साड़ी, जींस के साथ पहन कप लुक को शानदार बना सकती है। इसको मुलायम और मोटा कपड़ा गर्म रखने में मदद करेगा।वेलवेट वेस्टर्न ड्रेस : वेलवेट में कई तरह की वेस्टर्न ड्रेस भी मिलती हैं। ये आपको कट, फुल स्लीव्स दोनो में यूनिक डिजाइन में मिलती हैं। अपने फंक्शन के हिसाब से इसे परचेज कर सकती हैं। ये लुक को स्टाइलिश और फैशनेबल बना देगी।वेलवेट साड़ी : कई बार सिर्फ साड़ी के पल्लू में वेलवेट लगा होता है, तो कई बार पूरी की पूरी साड़ी ही वेलवेट की होती है। फुली रेडी होने के बाद जो वेलवेट साड़ी का लुक आता है, वो बेहद शानदार लगता है। ऐसी साड़ियों पर ज्यादातर चौड़े बॉर्डर का वर्क हुआ होता है, जो साड़ी को अच्छे से कवर करता है।वेलवेट शॉल : वेलवेट की शॉल में हेवी एम्ब्रॉयडरी हुई होती है। आप इसे साड़ी के साथ कैरी कर सकती हैं, इसमें सिंपल और हेवी दोनों तरह की शॉल बाजार में मिल जाती है। अगर साड़ी भारी है तो अपने लुक को क्लासी बनाने के लिए सादा और चौड़े बॉर्डर की शॉल पहन कर ऑकेजन को अटेंड कर सकती हैं।वेलवेट सूट : वेलवेट सूट मार्केट में नार्मल, पाकिस्तानी पैटर्न में बेहद एलिगेंट और यूनिक डिजाइन में बहुत रीजनेबल प्राइस में मिल जाएंगे. अगर आप साड़ी या गाउन जैसा हेवी कपड़ा नहीं पहनना चाहती तो आप इसे ट्राई कर सकती हैं।
- शायद ही कोई महिला होगी, जिसे लिपस्टिक लगाना पसंद न हो। अब तो छोटी-छोटी बच्चियों से लेकर कॉलेज जाने वाली लड़कियों के पास तक लिपस्टिक का शानदार कलेक्शन होता है। लिपस्टिक लगाने से लुक एकदम बदल सा जाता है। लिपस्टिक लगाना जितना आसान है, उतना ही कठिन होता है लंबे समय तक इसे टिकाए रखना।दरअसल, ज्यादा महिलाओं की यही शिकायत रहती है कि उनकी लिपस्टिक जल्दी मिट हो जाती है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी ही ट्रिक्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको फॉलो करने के बाद आपकी सस्ती सी लिपस्टिक भी घंटो तक टिकी रहेगीहोंठों को पहले करें स्क्रबचेहरे के साथ-साथ होंठों की डेड स्किन निकालना भी काफी जरूरी हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यदि आपके होंठों पर डेड स्किन जमा रहेगी तो इसपर लिपस्टिक का ज्यादा लंबे समय तक टिकना मुश्किल होगा। इसलिए हफ्ते में कम से कम तीन बार अपने होंठों को एक्सफोलिएट करें। इसके लिए पिसी हुई चीनी और शहद के मिश्रण को होंठों पर लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें। इसके बाद किसी मुलायम ब्रश की मदद से होंठों को साफ कर लें।लिप बाम लगाएंसूखे होंठों पर लिपस्टिक ज्यादा समय तक टिक नहीं पाती है। इसलिए जब भी कभी लिपस्टिक लगा रही हैं तो पहले अपने बालों में लिप बाम अवश्य लगाएं। इससे आपके होंठ मुलायम बने रहेंगे। ध्यान रखें कि यदि आप ज्यादा लिप बाम का इस्तेमाल करेंगे तो इससे आपकी लिपस्टिक ग्लॉसी दिखेगी। ऐसे में एक टिशू से एक्स्ट्रा बाम हल्के से हटा दें। ताकि होंठ मुलायम भी हो जाएंलिप प्राइमर या कंसीलर का इस्तेमाल करेंअब तो बाजार में चेहरे की तरह लिप प्राइमर भी आने लगा है। लिपस्टिक लगाने से पहले इस लिप प्राइमर का इस्तेमाल करें, इससे भी आपकी लिपस्टिक लंबे समय तक टिकी रहेगी। चाहें तो हल्का सा कंसीलर भी आप अपने होंठों पर अप्लाई कर सकते हैं। इससे लिपस्टिक का रंग उभर कर सामने आता है और लिपस्टिक लंबे समय तक चिटी रहती है।डबल कोट अप्लाई करेंयदि आप डबल कोट में लिपस्टिक अप्लाई करेंगी तो इससे भी ये लंबे समय तक टिकी रहेगी। लिपस्टिक का डबल कोट लगाने के लिए सबसे पहले लिपस्टिक की एक परत लगाने के बाद टिशू से हल्के से दबाएं, फिर दूसरी लेयर लगाएं। इससे आपकी लिपस्टिक हल्की ड्राई हो जाएगी, और लंबे समय तक टिकी रहेगी।ट्रांसलूसेंट पाउडर से सेट करेंजिस तरह से मेकअप को सेट करने के लिए ट्रांसलूसेंट पाउडर का इस्तेमाल होता है, ठीक उसी तरह से अपनी लिपस्टिक को भी इससे सेट करें। इसके लिए टिशू को होंठों पर रखें और ऊपर से थोड़ा ट्रांसलूसेंट पाउडर ब्रश से लगाएं। ये लिपस्टिक को लॉक कर देता है और लिपस्टिक लंबे समय तक टिकी रहती है।
- हर कोई ये चाहता है कि उनकी त्वचा हमेशा दमकती और चमकती रहे, इसके लिए लोग महंगे-महंगे स्किन केयर और ब्यूटी प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं। पर, कई बार इसका असर चेहरे पर दिखता नहीं है।इसकी एक वजह ये मानी जाती है कि ज्यादातर लोग अपनी स्किन टाइप के हिसाब से प्रोडक्ट नहीं करते, क्योंकि उन्हें अपने स्किन टाइप के बारे में पता ही नहीं होता है। इसी के चलते हम आपको यहां अपना स्किन टाइप पता करने के टिप्स देने जा रहे हैं। ताकि आपका चेहरा भी खिला-खिला रहे और आपक पैसे बर्बाद न हों।ऐसे करें अपनी स्किन टाइप की पहचानस्किन टाइप पता करने के लिए सबसे पहले माइल्ड फेसवॉश की मदद से अपने चेहरे को साफ करें। इसके बाद किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें। अब अपने चेहरे को ऐसे ही एक घंटे के लिए छोड़ दें। एक घंटे के बाद आप पता कर सकते हैं, कि आपकी त्वचा का टाइप क्या है। इसके लिए टिशू पेपर को अपने माथे, नाक, गाल और ठुड्डी पर रखें और फिर इससे आपको जानकारी मिल जाएगी। नीचे जानकारी दी जा रही है कि टिश्यू पेपर कैसे आपका स्किन टाइप पहचानेगा।यदि स्किन ऑयली है तोयदि आपके चेहरे पर काफी चमक आ गई है, यानी कि पूरे चेहरे पर पसीना है तो समझ लीजिए कि आपकी स्किन काफी ऑयली है। जिन लोगों की त्वचा ऑयली होती है, उनके चेहरे पर मुंहासे की दिक्कत काफी सामने आती है। ऐसे में हमेशा ऐसे प्रोडक्ट इस्तेमाल करें, जो पसीने पर रोक लगाते हों।यदि स्किन ड्राई है तोयदि चेहरा धोने के एक घंटे के बाद त्वचा पर खिंचाव, रफनेस महसूस हो रही है, या फिर चेहरे पर से पपड़ी उतर रही है, तो मतलब ये है कि आपकी स्किन ड्राई है। ऐसे में ऐसे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें, जिससे आपके चेहरे की नमी बरकरार रहे।यदि कॉम्बिनेशन स्किन है तोयदि आपकी चेहरे पर सिर्फ टी जोन यानी कि माथा और नाक पर पसीना आया है तो मतलब है कि आपकी कॉम्बिनेशन स्किन है। कॉम्बिनेशन स्किन में सिर्फ टी जोन पर पसीना आता है, जबकि बाकी का चेहरा ड्राई रहता है। इसलिए ऐसे प्रोडक्ट इस्तेमाल करें जो कॉम्बिनेशन स्किन के लिए परफेक्ट हों।यदि सेंसिटिव स्किन है तोयदि चेहरा धोने के एक घंटे के बाद चेहरे पर खुजली हो रही है या फिर जलन मच रही है तो मतलब है कि आपकी त्वचा सेंसिटिव है। ऐसे लोगों को अपनी स्किन का खास ध्यान रखने की जरूरत है। सेंसिटिव स्किन पर कुछ भी काफी जल्दी रिएक्ट करता है, इसे कई बार परेशानी भी हो जाती है। इसलिए कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट करें।
- साड़ी को प्रेस करना किसी मुसीबत की तरह लगता है। पहले तो साड़ी का फैब्रिक काफी डेलिकेट होता है। जिसकी वजह से इसके जलने का डर रहता है। वहीं पांच मीटर लंबी साड़ी को अच्छी तरह से प्रेस करने में काफी मेहनत और टाइम की जरूरत होती है। ऐसे में कुछ खास ट्रिक आपकी मदद कर सकते हैं। जिससे कम समय में बिना साड़ी के जलने के डर के आयरन करना आसान हो जाएगा।साड़ी को करें फोल्डसाड़ी की लंबाई ज्यादा होती है एकसाथ प्रेस करना मुश्किल लगता है। इसलिए पहले साड़ी को चार फोल्ड में करके लंबाई छोटी कर लें। अब पहले ऊपर के दोनों तरफ प्रेस करें। ऐसा करने से अंदर की तह पर भी आयरन हो जाएगा। फिनिशिंग के लिए एक बार ऊपरी परत हटाकर प्रेस कर दें।साड़ी के ऊपर रखें रुमालसाड़ी का फैब्रिक काफी डेलिकेट है तो एक जेंट्स रुमाल कॉटन की लें और इसे साड़ी के ऊपर रखकर प्रेस चलाएं। जरूरत के मुताबिक रुमाल को इधर-उधर घुमाते रहें।साड़ी के अंदरूनी हिस्से पर प्रेस करेंसबसे पहले साड़ी को आयरन करने की शुरुआत अंदरूनी हिस्से यानी जो हिस्सा प्लीट्स के नीचे कवर होता है, वहां से शुरू करें। ऐसा करने से साड़ी के जलने या श्रिंक होने पर पूरी साड़ी खराब होने से बच जाएगी।प्रेस में लगाएं लो टेंपरेचर सेटिंगसाड़ी पर आयरन करने से पहले प्रेस में टेंपरेचर की बिल्कुल लो सेटिंग फिक्स करें। अगर सिल्क की साड़ी तो भी पहले लो सेटिंग पर गर्म करें और कुछ स्ट्रोक करने के बाद सिल्क सेटिंग पर ले जाएं। इससे साड़ी पर कितना टेंपरेचर सही रहेगा इसका पता चल जाएगा।साड़ियों पर ना बनाएं क्रीजसाड़ियों को आयरन करते समय ध्यान रखें कि फोल्ड के किनारों पर प्रेस ना मारें। ऐसा करने से क्रीज बन जाएगी और इन साड़ियों को रख देने पर इन क्रीज को हटाना मुश्किल हो जाता है।साड़ी को स्टोर करने का तरीकासाड़ी को कभी भी एकसाथ दो या तीन स्टोर नहीं करनी चाहिए। अगर आप लांग टाइम के लिए साड़ी को फोल्ड कर रख रही हैं तो प्रेस करने के साथ ही उसमे पेपर लगा दें और फिर फोल्ड कर किसी साड़ी बैग में रखें। जिससे रिंकल्स ना पड़े। साथ ही साड़ियों को एक के ऊपर एक ना चढ़ा दें।
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अगर अपराजिता के पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, तो इन टिप्स को जरूर फॉलो करें :-
● चायपत्ती का पानी :- आधा चम्मच चायपत्ती को 1 लीटर पानी में उबालकर ठंडा करने के बाद, इसे अपराजिता के पौधे की मिट्टी में डालें। ऐसा महीने में एक बार जरूर करें।● मिट्टी :- अपराजिता के पौधे के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी चुनें। इसकी मिट्टी में वर्मीकम्पोस्ट या गोबर की खाद के साथ कोकोपीट या रेत जरूर मिलाए।● धूप :- अपराजिता के पौधे को ऐसे जगह लगाए जहां इसे कम से कम 5-6 घंटे की धूप मिल सके।● पानी की मात्रा :- अपराजिता के पौधे को ज्यादा पानी ना दें। ज्यादा पानी देने से पत्तियां ज्यादा आती हैं और फूल कम आते हैं। इसकी मिट्टी में हल्की नमी बनाए रखें और संतुलित मात्रा में पानी डालें।● प्याज के छिलके का फर्टिलाइजर :- इसमें प्याज के छिलकों से बनी लिक्विड फर्टिलाइजर डालें, इससे पौधा तेजी से बढ़ेगा और फूलों का आकार भी बढ़ेगा।● फलियां बनने ना दें :- अगर आपको अपराजिता पर ज्यादा से ज्यादा फ्लावरिंग चाहिए तो जब भी पौधे पर फलियां बने उन्हें तोड़कर निकाल दें, क्योंकि पौधा अपनी सारी एनर्जी फलियों के विकास में लगा देता हैं जिससे पौधे पर फूल आना बंद हो जाते हैं। -
अगर आप अपना वेट लॉस जल्दी करना चाहते हैं तो आपको अपने खानपान की आदतों में कुछ जरूरी बदलाव करने की जरूरत हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार अच्छी सेहत के लिए भोजन करने के कुछ नियम बताए गए हैं, जिसमें एक नियम भोजन करने के समय को लेकर भी है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो जल्दी वेट लॉस करने के लिए रात को 8 बजे से पहले डिनर देर रात भोजन करने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है। लेकिन यही भोजन रात 8 बजे से पहले करने से शरीर को भोजन पचाने और ऊर्जा को स्टोर करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। जिससे पाचन में सुधार होता है।
देर रात डिनर करने से व्यक्ति अनावश्यक कैलोरी जैसे चिप्स, मिठाई आदि स्नैक्स का अधिक मात्रा में सेवन कर लेता है। लेकिन रात 8 बजे के बाद खाना न खाने से कैलोरी की मात्रा का सेवन कम होता है, जो वजन घटाने में मदद करता है।
देर रात भोजन करने से नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, जिससे हार्मोन असंतुलन (जैसे लेप्टिन और घ्रेलिन) बढ़ता है। ये हार्मोन भूख को नियंत्रित करते हैं, और इनका असंतुलन वजन बढ़ा सकता है। रात 8 बजे के बाद न खाने से नींद बेहतर आती है, जो वेट कंट्रोल करने में मदद करती है। Pic Credit: Freepik
देर रात भोजन करने से इंसुलिन संवेदनशीलता प्रभावित हो सकती है, जिससे मोटापा और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन रात 8 बजे के पहले डिनर करने से मेटाबॉलिज्म स्वस्थ बना रहता है। रात 8 बजे के बाद खाना न खाना एक तरह की इंटरमिटेंट फास्टिंग है, जो फैट बर्निंग को बढ़ावा देती है। रात 8 बजे के बाद खाना न खाने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है, बशर्ते आप कुल कैलोरी की मात्रा और आहार की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें।
रात 8 बजे से पहले संतुलित और पौष्टिक भोजन लें, जिसमें फाइबर, प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल हों। अगर आपको पहले से ही डायबिटीज या अन्य स्वास्थ्य समस्या है तो इस तरह की डाइट रूल को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। रात में हल्का भोजन जैसे सूप, सलाद या दाल लें। इसके अलावा नियमित व्यायाम और पर्याप्त पानी पीने से भी वजन घटाने में मदद मिल सकती है। - महिलाएं साफ-सुथरी त्वचा पाना चाहती हैं। हालांकि, गर्मी में इस तरह की बेदाग स्किन के लिए स्किन की सही देखभाल करनी पड़ती है। अगर इस मौसम में स्किन को लेकर लापरवाही बरती जाए तो कई समस्याएं हो सकती हैं। दरअसल, गर्मियों में लू या गर्म हवा से टैनिंग की दिक्कत हो सकती है। वहीं चेहरे पर हर समय पसीना आने की वजह से स्किन पर मुहांसे भी हो सकते हैं। ऐसे में आम की पत्तियां आपके काम आ सकती हैं। गर्मियों में बड़े शौक से खाए जाने वाले आम के पत्ते स्किन के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इसका इस्तेमाल चेहरे पर कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां सीखिए स्किन केयर में कैसे शामिल करें आम के पत्ते।फेस मास्क की तरह लगाएंआम के पत्तों का इस्तेमाल चेहरे पर करने के लिए सबसे पहले 4-5 ताजे आम के पत्ते लें और थोड़े पानी के साथ मिलाकर उनका पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट में दही मिलाएं और इसे अपने चेहरे पर लगाएं। 15-20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।टोनर की तरह लगाएंआम के पत्तों का इस्तेमाल प्राकृतिक टोनर के रूप में कर सकते हैं। इसके लिए 4-5 ताजे आम के पत्ते लें और उन्हें 2-3 कप पानी में उबालें। अब पानी को छान लें और ठंडा करें। फिर दाग-धब्बों को कम करने के लिए इसे टोनर की तरह इस्तेमाल करें। इससे आपकी स्किन की रंगत में भी सुधार होगा।पाउडर से बनाएं फेस पैकआम के पत्तों का पाउडर बनाकर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आम के पत्तों को सुखाकर पीस लें और पाउडर बना लें। फिर पाउडर को दही या गुलाब जल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट तक लगा रहने दें। सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें।
- - संध्या शर्मासत्तू प्रोटीन से भरपूर होता है। गर्मी के मौसम में शरीर के तापमान को ठंडा रखनने के लिए इसे डायट में शामिल किया जाता है। बहुत ज्यादा फायदे होने की वजह से इसे गर्मियों का सुपरफूड भी कहा जाता है। इसे आप रोजाना की डायट में कई तरह से शामिल कर सकते हैं। जानिए, 3 तरह से सत्तू को कैसे खाएं।1) सत्तू परांठासत्तू से आप टेस्टी पराठा तैयार कर सकते है। इसे किसी भी सब्जी, अचार या दही के साथ खाया जा सकता है। इस पराठे को बनाने के लिए सबसे पहले आटा गूंथ लें और फिर स्टफिंग तैयार करें। इसके लिए आधा कप सत्तू लें और उसमें धनिया, घी, हरी मिर्च, प्याज, नींबू का रस, नमक, अदरक, अजवायन, बारीक कटा लहसुन और सरसों का तेल डालें। इसे अच्छे से मिक्स करें और अब आटे की लोई लें, फिर इसे थोड़ा बेल लें। अब इसमें स्टफिंग फिल करें और इसकी पोटली बनाकर तैयार करें। फिर पराठा बेल लें और तवे पर इसे घी से सेक लें।2) सत्तू शरबतगर्मी में सत्तू को डायट में शामिल करने का ये सबसे आसान तरीका है। इसे बनाने के लिए आपको बस कुछ ही चीजों की जरूरत होती है। इसके लिए सत्तू में ठंडा पानी मिलाएं और मीठा शरबत बनाने के लिए इसमें चीनी घोल लें। इसके अलावा एक ग्लास पानी में एक चम्मच सत्तू और नींबू का रस, काला नमक और भुना जीरा मिलाएं। इसे अच्छी तरह से मिलाएं और पिएं। सत्तू की ये ड्रिंक आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।3) सत्तू के लड्डूमीठा खाने के शौकीन हैं तो आप सत्तू से लड्डू बनाकर तैयार कर सकते हैं। इसे बनाना काफी आसान है। इसके लिए आपको सत्तू, गुड़ पाउडर, घी और इलायची पाउडर चाहिए होगा। लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले सत्तू और घी को एक साथ भूनें फिर इसमें गुड़ और इलायची पाउडर डालें। इसे तब तक मिलाएं जब तक कि यह गाढ़ा न हो जाए और फिर लड्डू का आकार दें।
- -सीमा उपाध्यायचटपटे छोले। कभी चावल के साथ, तो कभी पूड़ी, भटूरे या रोटी-पराठों के साथ; छोले हर चीज के साथ ही टेस्टी लगते हैं। खैर, अक्सर कई महिलाओं की शिकायत रहती है कि घर पर बने छोलों में वो बात नहीं आती, जो बाहर ढाबे या रेस्टोरेंट में बने छोलों में आती है। कभी इनकी रंगत फीकी रह जाती है तो कभी वो परफेक्ट चटपटा सा स्वाद नहीं मिल पाता। दरअसल, परफेक्ट ढाबा स्टाइल छोले बनाने के लिए आपको कुछ बहुत अलग करने की जरूरत नहीं है। बस कुछ ऐसी छोटी-छोटी टिप्स हैं, जिनका ध्यान रखकर आपको ठीक वही खुशबू और चटपटा स्वाद मिल सकता है। तो चलिए आज छोले बनाने की वही सिंपल और इफेक्टिव टिप्स जानते हैं।छोले बनेगे खूब चटपटे1 घर के बने छोले में बाजार जैसी रंगत लाने के लिए मसाला पकने के बाद इसमें 1/2 चम्मच से थोड़ा कम चीनी डालें। ध्यान रहे यहां हम चीनी सिर्फ रंग को बेहतर बनाने के लिए डाल रहे हैं ना कि छोले का स्वाद मीठा बनाने के लिए। आपको इस बात का ध्यान देना है कि छोले का स्वाद इससे ना बिगड़े।2 छोले में थोड़ी सी खटाई जरूरी होती है, जिससे उनका स्वाद अच्छा हो। खटाई के लिए अधिकतर अमचूर या फिर इमली आदि का इस्तेमाल होता है। अगर घर में ये ना हो तो आप आधे नीबू का रस भी इसमें डाल सकती हैं।3 सूखे हुए आंवले का इस्तेमाल आप छोले के स्वाद को बेहतर बनाने और उसकी रंगत को गाढ़ा करने के लिए कर सकती हैं। छोले को उबालते समय उसमें दो-तीन सूखे आंवले डाल दें। इसके अलावा आप छोले के लिए मसाले भूनते वक्त भी उसमें सूखा आंवला डाल सकती हैं।4 चाय पत्ती की मदद से भी छोले की रंगत को गहरा बनाया जा सकता हैं। इसके लिए आप छोले को उबालते वक्त उसमें एक टी-बैग डाल दें। छोले को अच्छी तरह से उबाल लें और फिर इस टी-बैग को निकालकर फेंक दें।5 छोले खाने से एसिडिटी की समस्या होती है, तो जिस पानी में छोले को भिगोया है, उसे हटाकर नया पानी डालें। पानी में तेज पत्ता, लौंग, पीपली और मोटी इलायची डालकर छोले को उबालें। ये सभी मसाले वात हरने वाले होते हैं। ऐसे में इन्हें खाने से भी गैस या एसिडिटी की समस्या नहीं होती है।
- - संध्या शर्मादाल हम भारतीयों की थाली का बड़ा जरूरी हिस्सा है। लंच से कर डिनर तक, रोटी से ले कर चावल तक; गरमा-गरम दाल को कभी भी, किसी भी चीज के साथ एंजॉय किया जा सकता है। हम सभी जानते हैं कि दाल हमारी सेहत के लिए भी कितनी फायदेमंद होती है। खैर, अब जरा स्वाद की बात करें तो दाल को खूब टेस्टी बनाया जा सकता है, अगर इसे पकाने का तरीका ठीक हो। रेस्टोरेंट में आपने कभी दाल खाई होगी, तो सोचा तो जरूर होगा कि ये भला इसमें ऐसा क्या डालते हैं जो दाल इतनी स्वाद बनती है। तो चलिए आज दाल बनाने की कुछ सिंपल सी टिप्स जानते हैं, जो आपकी रोजाना वाली सादी सिंपल दाल को बहुत टेस्टी बना देंगी। और टेंशन मत लीजिए, यहां आपको ज्यादा झंझट करने की भी जरूरत नहीं। तो चलिए जानते हैं ऐसी ही कुछ मजेदार सी कुकिंग टिप्स।बनाने से पहले भिगोकर रखें दालजल्दीबाजी के चक्कर में हम अक्सर दाल को बिना भिगोए सीधे कुकर में डालकर पका लेते हैं। ये आदत ना सेहत के लिए अच्छी है, ना ही दाल के स्वाद के लिए। इसलिए दाल बनाने से पहले लगभग आधे घंटे के लिए उसे भिगो जरूर लें। इससे आपकी दाल अच्छी तरह पकती है, जिससे इसका स्वाद भी बढ़कर आता है। इतना ही नहीं भिगोकर बनी दाल ज्यादा पौष्टिक भी होती है।दाल में लगाएं स्वाद का तड़काकिसी भी सादी सिंपल डिश को टेस्टी बनाना हो तो उसमें तड़का एड कर दें, उसकी खुशबू और स्वाद तुरंत बढ़ जाएंगे। दाल बना रही हैं तो उसमें साबुत लाल मिर्च, लहसुन, अदरक, हरी मिर्च और पंचफोरन का तड़का लगा सकती हैं। इससे दाल का स्वाद एकदम बढ़ जाएगा। दाल में तड़का लगाने के लिए आप देसी घी या सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे दाल की खुशबू और स्वाद दोनों बढ़ जाएंगे।ढेर सारी प्याज और टमाटर करें एडदाल को स्वादिष्ट बनाना है तो उसमें ढेर सारी लंबी-लंबी कटी हुई प्याज और टमाटर एड कर दें। इससे दाल का टेक्सचर भी इंप्रूव हो जाता है और स्वाद भी। इसके लिए कढ़ाई में अच्छी मात्रा में सरसों का तेल गर्म कर लें और प्याज को सुनहरा होने तक अच्छी तरह भूनें। इसके बाद आप कटे हुए टमाटर या टमाटर का पेस्ट एड कर सकती हैं। ध्यान रखें कि आप जितना अच्छा समय दे कर सब्जियों को भूनेंगी, उतना ही बेहतरीन स्वाद भी आएगा।मिलाएं ये मसालेसादी सी दाल को और भी ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए आप उसमें कुछ मसाले एड कर सकती हैं। मसालों का सही मेल आपकी दाल के स्वाद को दोगुना कर देगा। इसमें हींग, जीरा, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, हल्दी पाउडर जैसे बेसिक मसाले तो एड करें ही। साथ ही अगर आपको दाल को थोड़ा और रेस्टोरेंट स्टाइल बनाना है तो आप दाल मसाला, दाल मखनी मसाला, अमचूर पाउडर जैसे स्पेशल मसालों का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।दाल में एड करें सब्जियांजी हां, अपनी दाल को और भी ज्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए आप उसमें कुछ सब्जियां भी एड कर सकती हैं। इससे दाल का फ्लेवर और टेक्सचर दोनों ही बढ़ जाएंगे। आप दाल में पालक, टमाटर, मेथी, गाजर, आलू और शिमला मिर्च जैसी सब्जियां एड कर सकती हैं। इससे दाल में क्रंच एड होगा और दाल खाने में काफी फ्लेवरफुल लगेगी। दाल में सब्जियां एड करने से पहले, उन्हें हल्के तेल में अच्छी तरह फ्राई कर लें, इससे स्वाद और भी अच्छा आएगा।
- -सीमा उपाध्यायगर्मियां शुरू होते ही मन हमेशा ऐसी चीजें खाने का करता है, जिनकी तासीर ठंडी होने के साथ वो स्वाद में बेहद टेस्टी हों। कुछ ऐसी रेसिपी जिनका स्वाद चखते ही तन-मन दोनों रिफ्रेश हो जाएं। ऐसी ही बच्चों की पसंदीदा एक रेसिपी का नाम है मलाई कुल्फी। यह रेसिपी ना सिर्फ खाने में बेहद टेस्टी है बल्कि फिटनेस फ्रीक लोगों के लिए भी परफेक्ट फूड ऑप्शन हो सकती है। इस रेसिपी की खासियत यह है कि इसे बनाने के लिए आपको ना तो चीनी यूज करनी है और ही शहद। बावजूद इसके इस रेसिपी की मिठास में कोई कमी नहीं होती है। बता दें, शेफ भूपेन्द्र रावत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट ऑनेस्ट किचन में यह रेसिपी शेयर की है। तो चलिए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाई जाती है टेस्टी शुगर फ्री मलाई कुल्फी।मलाई कुल्फी रेसिपी बनाने के लिए सामग्री-100 ग्राम खजूर(बीज निकाले हुए)मलाई कुल्फी बनाने का तरीकामलाई कुल्फी बनाने के लिए सबसे पहले कजूर के बीज निकालकर उन्हें एक प्लेट में फैलाकर रख लें। इसके बाद एक पैन को गैस पर रखकर मीडियम लो फ्लेम पर बादाम, काजू, छोटी इलायची और पिस्ता डालकर ड्राई रोस्ट कर लें। ऐसा करने से कुल्फी का स्वाद और ज्यादा बढ़ जाता है। रोस्ट किए हुए मेवों को एक प्लेट में निकालकर अलग रख लें। अब एक मोटे तले वाले पैन में थोड़ा सा पानी डालकर उसमें एक लीटर दूध उबालने के लिए रख दें। जब दूध में उबाल आ जाए तो गैस की फ्लेम को मीडियम करके दूध को आधा होने तक पकाएं। इसके बाद ड्राई रोस्ट किए हुए मेवों के साथ केसर के धागे मिक्सी में डालकर उसका मोटा पाउडर बनाकर तैयार कर लें। इसके बाद मिक्सी में पहले से बीज निकाले हुए खजूर और उबाला हुआ थोड़ा सा दूध डालकर पेस्ट तैयार कर लें। अब उबालकर गाढ़े किए हुए दूध में खजूर का पेस्ट अच्छी तरह मिलाएं। इसके बाद इसमें पीसकर रखे हुए मेवे का पाउडर डालकर भी अच्छी तरह मिला लें। इस स्टेज में आप देखेंगे कि कुल्फी का गाढ़ा मिक्स बनकर तैयार हो चुका है। आप इस पेस्ट को कुल्फी के सांचों में भरकर फ्रिज में 6 से 8 घंटों के लिए जमने के लिए रख दें। तय समय बाद कुल्फी के सांचों को दोनों हाथों के बीच रखकर एक बार रगड़ लें। ऐसा करने से कुल्फी को डीमोल्ड करने में आसानी होगी। अब कुल्फी को चाकू और कांटे की मदद से निकाल लें। आपकी टेस्टी मलाईदार शुगर फ्री कुल्फी बनकर तैयार है। आप इसे मैंगो और चीकू की प्यूरी ऊपर से डालकर सर्व कर सकते हैं।
- दाल में कीड़े लगने की परेशानी से किचन में हर एक महिला परेशान रहती है। हालांकि कीड़ों से दाल को बचाने के लिए कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। ऐसे में कौनसी दाल में क्या एक चीज रखना है हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं। अक्सर लोगों को गलतफहमी रहती है कि दालों में कीड़े सिर्फ मानसून के मौसम में ही लगते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। लंबे समय तक एक ही डिब्बे में दाल रखी रहे तो परेशानी कभी भी हो सकती है। ऐसे में दाल को कीड़े से बचाने और ठीक तरह से स्टोर करना जरूरी है। इसके लिए हम आपको अलग-अलग दाल को फ्रेश रखने के लिए सस्ते और घरेलू तरीके बता रहे हैं।मसूर की दाललाल मसूर और काली मसूर को कीड़ों से बचाने के लिए लहसुन काम आएगा। आप डिब्बे के अंदर लहसुन की कली डाल दीजिए। इसकी महक से कीड़े रुकेंगे ही नहीं।चने की दालचने की दाल को स्टोर करने के लिए इसमें सूखी लाल मिर्च डाल दें। दरअसल मिर्च तीखी होती हैं जिसकी महक कीड़ों को दूर रखती है। चाहें तो नीम के सूखे पत्ते भी डाले जा सकते हैं। लौंग की खुशबू भी कीड़ों को दूर रखने में कामगार है।अरहर की दालअरहर की दाल को कीड़ों से बचाकर रखने के लिए तेजपत्ता बहुत काम आता है। चाहें तो नींबू के छिलके या लेनमग्रास के पत्ते भी इस्तेमाल कर सकते हैं।मूंग की दालप्रोटीन से भरपूर मूंग की दाल को स्टोर करते वक्त डिब्बे में थोड़ी सी हल्दी कर डाल दें। दरअसल हल्दी की खुशबू कीड़ों को पसंद नहीं होती है।इस बात का रखें ध्यानकिसी भी दाल को स्टोर करने के लिए एयरटाइट कंटेनर में रखना चाहिए। नमी डिब्बे में ना सके और सुनिश्चित करें कि डिब्बा पूरी तरह से सूखा रहे। नमी से फंगस लगने की समस्या हो जाती है।
- गुड़हल के पौधे में सफेद कीड़े की समस्या बहुत ज्यादा आ रही है। जिन्हें मिलीबग भी कहा जाता है। इससे पौधे देखने में बहुत ही ज्यादा गंदे लगते हैं और कीड़ों से वजह से शाखाएं सफेद और चिपचिपी हो जाती है। इसके अलावा चीटियों का भी प्रकोप बढ़ जाता है। जिससे हमें ज्यादा फूल भी नहीं मिलते और जो फूल खिलते हैं वह इस्तेमाल करने के लायक भी नहीं रहते हैं। तब अगर आप भी गुड़हल के पौधे में लगे इन सफेद कीड़ों से परेशान है तो चलिए इन्हें फटाफट भगाने का तरीका जानते हैं।कीड़ा भगाऊ घोल बनाने के लिए सामग्रीइस कीड़े भगाऊ घोल को बनाने के लिए आपको नीचे लिखे बिंदुओं में बताई गई सामग्री की आवश्यकता होगी।-पानी।-एक चम्मच कपड़ा धोने वाला सर्फ।-5 एमएल नीम तेल।-एक स्प्रे बोतल /इसके जगह पर आप कोल्ड ड्रिंक की बोतल छेंद करके भी इस्तेमाल कर सकते हैं।बनाने और इस्तेमाल करने का तरीकाकीड़ा भगाऊ घोल बनाने के लिए आपको स्प्रे बोतल में पानी भरना है और उसमें एक चम्मच कपड़ा धोने वाला सर्फ डालना है और 5 एमएल नीम तेल डालना है। उसके बाद इसे अच्छे से मिक्स करके पौधे में जहां पर ढेर सारे आपको कीड़े नजर आ रहे हैं खूब प्रेशर के साथ डाल देना है। जिससे कीड़े गिर जाए और फिर 10 मिनट तक आपको ऐसे ही छोड़ देना है। 10 मिनट बचने के बाद साफ पानी से पौधे को साफ कर देना है। ताकि जो सर्फ लगा है वह हट जाए।
- - संध्या शर्माकेला न्यूट्रिशन का भंडार है और ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट इसे रोजाना खाने की सलाह देते हैं। फाइबर से लेकर पोटैशियम जैसे जरूरी पोषण तत्वों के लिए केला खाना फायदेमंद है। लेकिन सबसे ज्यादा समस्या केले के स्टोरेज को लेकर होती है। अक्सर केला एक रात में ही पककर गल जाता है और खाने लायक नहीं रह जाता है। नवरात्रि में व्रत में खाने और देवी मां को भोग लगाने के लिए फलों में केला जरूर आता है। लेकिन इसे आप इसलिए नहीं खरीदते कि ये जल्दी से खराब हो जाता है तो जान लें केले को स्टोर करने का आसान तरीका।केले को गलकर खराब होने से बचाने के लिए फॉलो करें ये टिप्सकेले को धो देंकेले को मार्केट से लाने के बाद छिलका सहित धो दें। ऐसा करने से केले के ऊपर लगे केमिकल धुल जाते हैं और उसके पकने का प्रोसेस रुक जाता है। ऐसा करने से भले ही छिलके काले पड़ते दिखें लेकिन अंदर से केला कड़क और खाने लायक ही रहता है।कब फ्रिज में रखें केलाकेले को फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। अगर केला ज्यादा पक गया है तो उसे फ्रीजर में स्टोर कर दें। ऐसा करने से केले के पकने का प्रोसेस रुक जाता है और वो खाने लायक बना रहता है।केले को टांगकर रखेंअगर बहुत ज्यादा पका केला नहीं तो ये 6 दिन तक घर में रखकर खाने लायक रहता है। लेकिन ज्यादा पका केला तीन से चार दिन तक ही चलता है।रूम टेंपरेचर पर रखेंकेले को खाने लायक रखना है तो उसे कमरे के नॉर्मल टेंपरेचर पर रखें। गर्माहट और साधी धूप से बचाएं। नहीं तो केला तेजी से पककर काला पड़ जाएगा।केले की डंठल पर लगा दें प्लास्टिककेले की डंठल को प्लास्टिक से रैप कर दें। ऐसा करने से केला जल्दी पककर गलेगा नहीं और खाने लायक बना रहेगा।केले को दूसरे फलों के साथ ना रखेंकेले को रखते वक्त ध्यान रहे कि इसे दूसरे केलों के साथ भूलकर भी ना रखें।
- -सीमा उपाध्यायखाने का स्वाद आपकी सब्जियों पर भी डिपेंड करता है। ताजी, हरी और लोकल मार्केट से खरीदी गई देसी सब्जी का स्वाद बिल्कुल अलग होता है। जो आपको सुपरमार्केट या पैकेट में बंद सब्जियों में शायद ही मिले। कई बार तो लोकल मार्केट में भी सब्जियों को दो वैराइटी मिलती है। जिसे देखकर अक्सर लोग कंफ्यूज हो जाते हैं और सब्जियों का चुनाव उसकी शक्ल से करते हैं। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि खाने में स्वाद और न्यूट्रीशन दोनों मिले तो टमाटर, प्याज से लेकर खीरा जैसी चीजों को खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखें।टमाटरमार्केट में हमेशा दो तरह के टमाटर मिलते हैं। एक गोल आकार का और एक लंबे, ओवल शेप का। ज्यादातर लोग ओवल शेप वाले टमाटर खरीदते हैं क्योंकि ये ज्यादा कड़क और सुंदर दिखते हैं। जबकि अगर आप टमाटर का स्वाद चाहते हैं तो देसी वैराइटी वाले गोल टमाटरों को खरीदना चाहिए। इसमे टमाटरों का टेस्ट पता चलता है।प्याजहल्के रंग और पतले छिलके वाले प्याज का टेस्ट डार्क कलर वाले प्याज के छिलके से बेहतर होता है। इसे आप सलाद से लेकर ग्रेवी में आसानी से खा सकते हैं। वहीं जिन प्याज का छिलका मोटा होता है और किनारे ओपन होते हैं, वो स्वाद में ज्यादा तीखे होते हैं।खीरा चुनते समय ध्यान रखें ये बातजब भी मार्केट में खीरा खरीदने जाएं तो हल्के हरे रंग और उन पर बनी हल्की पीली सा धारी वाले खीरे को ही खरीदें। ये लोकल मार्केट में आसानी से मिल जाते हैं और ये लोकल वैराइटी के होते हैं। जिसमे वाटर कंटेंट ज्यादा होता है और हेल्थ के लिए अच्छा रहता है। वहीं डार्क ग्रीन, शाइन करने वाले और मुलायम खीरे अच्छे नहीं होते हैं।अदरक कैसे चुनेंमार्केट में हाइब्रिड क्वालिटी की सब्जियां ज्यादा मिलती है। सेहतमंद खाना चाहते हैं तो हमेशा देसी या लोकल वैराइटी को ही चुनें। जो अदरक पतली, आड़ी-टेढ़ी और डार्क कलर की होगी। उसमे ज्यादा रेशे होंगे वो स्वाद और महक के मामले में ज्यादा बेहतरीन होगी। वहीं हल्के रंग की मोटी और ज्यादा साफ नजर आने वाली, जिसमे रेशा नहीं होता ऐसी अदरक का स्वाद और महक काफी कम होते हैं।
- - संध्या शर्मागुजरात की फेमस डिश ढोकला को पूरे भारत में बड़े चाव के साथ खाया जाता है। कम तेल में बनने वाली इस डिश को हर कोई अलग-अलग तरह से बनाना पसंद करता है। गुजरात में इसे खमीर उठे चावल और दाल के घोल से बनाया जाता है। हालांकि, इसे आप बेसन के साथ भी बना सकते हैं। गुजरात में बेसन से बनने वाले ढोकला को खमन कहा जाता है। ज्यादातर लोग इसे घर पर बनाना पसंद करते हैं। लेकिन उनकी शिकायत रहती है कि घर का बना ढोकला टाइट और कच्चा रह जाता है। ऐसे में बाजार जैसा सॉफ्ट-स्पंजी ढोकला बनाने के लिए यहां बताई टिप्स को अपनाएं।सही मात्रा में लेना है बहुत जरूरीढोकला बेसन से बनाया जाता है। इसे सॉफ्ट और मुलायम बनाने के लिए इसमें सूजी मिलाई जा सकती है। बेसन के साथ थोड़ी मात्रा में सूजी मिलाने से ढोकला स्पंजी बनता है।सॉफ्ट बनाने के लिए फर्मेंटेशन है जरूरीबहुत सी महिलाएं शिकायत करती हैं कि घर का बना ढोकला काफी टाइट हो जाता है। घर पर बाजार जैसा सॉफ्ट-स्पंजी बनाने के लिए फर्मेंटेशन जरूरी है। इसके लिए बैटर को घोलने के बाद कम से कम 30 से 40 मिनट के लिए रखें। या फिर सोड़ा का इस्तेमाल करें।फेंटने से मिलेगा बेहतर टेक्सचरबैटर को अच्छे से फेंटना बहुत जरूरी है। कोशिश करें कि आप बैटर को कई बार फेंटें। ऐसा करने से ढोकला को एक चिकना और मुलायम बनावट मिलती है। इसके अलावा ऐसा करने से बैटर में कोई गांठ भी नहीं रहती।इस टिप से नहीं रहेगा कच्चाढोकला अगर गीला हो जाता है तो वह कच्चा रह जाता है। इसलिए गीला होने से बचाने के लिए स्टीमर के ढक्कन को तौलिए से ढक दें या फिर ढोकला को एल्युमिनियम फॉइल से ढक दें। ये दो तरकीबें ढक्कन पर जमा हुए पदार्थ को ढोकला पर गिरने से रोकती हैं और उसे गीला होने से बचाती हैं।
- -सीमा उपाध्यायहरा धनिया उन चुनिंदा चीजों में से एक है जिसका इस्तेमाल जब तक रोजाना के खाने में ना हो, तब तक स्वाद कुछ अधूरा सा ही रहता है। दाल, सब्जी, रायता या सलाद के ऊपर धनिया पत्ता की गार्निशिंग हो जाए तो उनमें जो खुशबू, रंगत और स्वाद आता है, उसका कोई जवाब नहीं। यही वजह भी है कि लोग रसोई में ढेर सारा धनिया स्टोर कर के रखते हैं। हालांकि इसके साथ सबसे बड़ी समस्या आती है इसे स्टोर करने की। दरअसल हरा धनिया बहुत जल्दी सूख जाता है, यहां तक कि अगर इसे फ्रिज में भी स्टोर किया जाए तो ये दो से तीन दिन के अंदर ही सूखने लगता है। इसलिए इसकी स्टोरेज हमेशा एक बड़ी परेशानी बनी रहती है। इसकी का हल आज हम आपके लिए ले कर आए हैं। यहां कुछ कमाल की टिप्स शेयर की गई हैं जिनकी मदद से आप हरे धनिया को लंबे समय तक स्टोर कर पाएंगे।धनिया पत्ती नहीं होगी खराब--धनिया पत्ती को लंबे समय तक तरोताजा रखने के लिए पत्तियों को अच्छी तरह से धोकर पानी सूखने के लिए रख दें। अब धनिया पत्ती को टिश्यू पेपर में लपेटकर एयर टाइट डिब्बे में डालें और फ्रिज में रखें। इससे धनिया लंबे समय तक खराब नहीं होगी और सूखेगी भी नहीं।--जिप लॉक प्लास्टिक बैग की मदद से भी आप धनिया को कई दिनों तक स्टोर करके रख सकती हैं। इसके लिए धनिया की पत्तियों को धोकर पानी सुखा लें। अब इन पत्तियों को टिश्यू पेपर में लपेट कर प्लास्टिक बैग में डाल दें और फिर बैग की जिप लॉक कर दें और फ्रिज में रखें।--धनिया की पत्तियों को स्टोर करने के लिए पानी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। गिलास में पानी भर लें। धनिया की पत्तियों को जड़ सहित इस पानी में डाल दें। जड़ें पानी में रहने से पत्तियां खराब नहीं होगी और फ्रेश रहेंगी।-- फ्रीजर में स्टोर करके भी आप धनिया की पत्तियों को लंबे समय तक फ्रेश रख सकती हैं। धनिया को धोकर बारीक काट लें। अब कटी हुई धनिया को प्लास्टिक के डिब्बे में भरकर फ्रीजर में डाल दें। इससे धनिया की पत्तियां कई दिनों तक फ्रेश और हरी बनी रहेंगी।-- धनिया की पत्ती को धोकर पानी सुखा लें। अब इन्हें बारीक-बारीक काट लें और दो दिनों तक ऐसे ही प्लेट में छोड़कर छाया में सुखाएं। सूखने के बाद धनिया पत्ती का पाउडर तैयार कर लें। एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करें और इस्तेमाल में लाएं।
- गर्मी के मौसम में चुभती-जलती धूप से बचने के लिए ज्यादातर लोग घर में ही रहना पसंद करते हैं। इस मौसम में तेज गर्मी से बचने के लिए सही कपड़ों का चुनाव करना बहुत जरूरी है। गर्मियों में घर पर रहकर लोग ऐसे कपड़ों को पहनना पसंद करते हैं जो हल्के और पुराने हों। ऐसे कपड़ों में गर्मी कम लगती है। लेकिन अगर कहीं बाहर जाना पड़ जाए तो समझ नहीं आता की ऐसे कौन-से कपड़े पहने जाएं जिनमें गर्मी कम लगे। ऐसे में यहां हम 5 फैब्रिक के बारे में बता रहे हैं जो गर्मी के लिए बेस्ट रहते हैं। इन फैब्रिक के कपड़े पहनकर शरीर ठंडा रहता है, साथ ही कम्फर्टेबल भी रहते हैं।गर्मी के लिए 5 बेस्ट फैब्रिक1) कॉटन फ्रैब्रिककॉटन का कपड़ा सबसे फेमस प्राकृतिक कपड़ों में से एक है जो गर्मियों के लिए बेस्ट माना जाता है। कपास के पौधे में पाए जाने वाले रेशेदार गेंदों से बना ये कपड़ा पसीने को आसानी से सोखने और निकालने में मदद करता है। कॉटन का कपड़ा हवा को रेशों के जरिए से बहने देते हैं और पसीने को सोख कर शरीर को ठंडा रखते हैं। यह प्राकृतिक और हल्का कपड़ा गर्मियों में पहनने के लिए बेस्ट है।2) शीर फैब्रिकशीर फैब्रिक गर्मियों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले कपड़ों में से एक है। ये पूरी तरह से सूती कपड़ा है। दूसरे भारी कपड़ों से अलग यह कपड़ा गर्मियों में आपके शरीर से चिपकता नहीं है।3) लिनन फैब्रिकलिनन फलैक्स के रेशों से बना एक नैचुरल कपड़ा है। इसे दुनिया के सबसे पुराने कपड़ों में से एक माना जाता है। कॉटन कपड़े के मुताबिक यह कपड़ा ज्यादा मजबूत होता है। हालांकि, इसकी कीमत कॉटन कपड़े से ज्यादा होती है।4) रेयानरेयान गर्मियों के लिए एक अच्छा कपड़ा है, इसकी सिंथेटिक प्रकृति के कारण यह हल्का होता है और गर्म मौसम में शरीर से चिपकता नहीं है। गर्मी के मौसम में ये कपड़ा पहनने में बेहद आरामदायक होता है।5) शिफॉनशिफॉन का कपड़ा सभी कपड़ों में सबसे हल्का, सबसे मुलायम होता है। जब स्टाइल की बात आती है, तो शिफॉन का कपड़ा आपकी गर्मियों को ज्यादा आरामदायक बनाता है। शिफॉन का कपड़ा साड़ी, ब्लाउज, शर्ट, कुर्ती बनाने के लिए अच्छा है।
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ठंडा-ठंडा रिफ्रेशिंग खीरा खाने में तो लाजवाब है ही, साथ में इसके ब्यूटी बेनिफिट्स भी कुछ कम नहीं है। गर्मियों में ये हम सभी की डाइट का बड़ा जरूरी हिस्सा बन जाता है। शरीर को हाइड्रेट रखता है और फाइबर की अधिकता होने के कारण वेट मैनेजमेंट में भी बड़ा कारगर है। कुल मिलाकर कहें तो खुद को हेल्दी और ब्यूटीफुल रखना है तो खीरा खूब दबाकर खाएं। लेकिन खीरे के अगर पूरे ब्यूटी बेनिफिट्स चाहिए तो आप इसे अपने ब्यूटी रूटीन का भी हिस्सा बना सकती हैं। आज हम आपको खीरे से जुड़ी कुछ ब्यूटी टिप्स बता रहे हैं जो आप इस समर्स ट्राई कर सकती हैं। ये ब्यूटी टिप्स आपको नेचुरली ब्यूटीफुल बनाए रखने में मदद करेंगी।
मिनटों में ग्लोइंग स्किन देगी ये फेस पैक
फटाफट ग्लोइंग स्किन पाना चाहती हैं तो खीरा इसमें आपकी बड़ी मदद कर सकता है। इसके लिए एक खीरा लें और उसे मिक्सर में डालकर उसका जूस निकाल लें। आप इसमें चिल्ड वॉटर का इस्तेमाल कर सकती हैं। अब खीरे का जूस लें और इसे अपने साफ चेहरे पर कॉटन पैड की मदद से अप्लाई कर लें। आप इसमें गुलाब जल, एलोवेरा जेल या कुछ नींबू की बूंदे भी एड कर सकती हैं। खीरे की ये फेस पैक आपकी स्किन को हाइड्रेट बनाने में मदद करेगी। खीरा आपकी स्किन को डीप क्लीन भी करेगा और पोर्स में जानी गंदगी, धूल-मिट्टी और एक्स्ट्रा ऑयल को भी रिमूव करेगा। मिनटों में फ्रेश ग्लोइंग स्किन चाहिए तो ये हैक जरूर ट्राई करें।
गर्मियों में टैनिंग और सनबर्न को ऐसे हटाएं
गर्मियों में कितना भी बच लें लेकिन धूप के थोड़े से कॉन्टैक्ट में आने से ही फेस पर टैनिंग या सनबर्न की समस्या हो जाती है। इसमें भी एक फ्रेश खीरा आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए बस खीरे का जूस निकालें और उसमें नींबू की कुछ बूंदे एड करें। ये होम रेमेडी आपके फेस को टैनिंग और सनबर्न से इंस्टेंट रिलीफ देगी। इसे और इफेक्टिव बनाने के लिए आप खीरे को या फिर इस पैक को फ्रिज में ठंडा होने के लिए कुछ सकती हैं। ये ठंडा-ठंडा पैक समर्स में आपको रिफ्रेशिंग और फ्रेश कॉम्प्लेक्शन देने में मदद करेगा।
डार्क सर्कल और पफी आईज से पाएं छुटकारा
आंखों के नीचे डार्क सर्कल बढ़ गए हों या फिर पफी आईज यानी आँखें सूजी-सूजी लग रही हों, खीरे का इस्तेमाल बहुत इफेक्टिव हो सकता है। इसके लिए फ्रिज से ठंडा-ठंडा खीरा निकालें और उसकी स्लाइसेज कट करें। अब इन स्लाइसेज को अपने आंखों पर कुछ देर रखें और खुद को रिलैक्स करें। रोजाना 10 मिनट ये छोटी सी टिप फॉलो करेंगी तो डार्क सर्कल से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलेगी। रही पफी आईज की बात तो कम से कम 20 मिनट ऐसे ही रहें, ये आपको इंस्टेंट रिजल्ट देगा।
बालों के लिए भी बेस्ट है खीरा
बालों को हाइड्रेट, सॉफ्ट और सिल्की बनाए रखने में भी खीरा आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए बस खीरे का रस निकालें और उसमें शहद, एलोवेरा जेल या मुल्तानी मिट्टी डालकर एक हेयर मास्क तैयार करें। आप अपने हिसाब से इनमें से कोई भी इंग्रीडिएंट डाल सकती हैं। अब इस पैक को अपने बालों पर कुछ देर के लिए लगाकर रखें और फिर देखें कमाल। आपके बालों में एकदम जान सी आ जाएगी और आपके रूखे सूखे बाल बिल्कुल सॉफ्ट और शाइनी दिखने लगेंगे। -
चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व शुरू होने ही वाला है। नौ दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान कई भक्त पूरे नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं। व्रत में केवल फलाहारी भोजन ही किया जाता है। ऐसे में पूरे नौ दिनों सिर्फ फलाहार करना काफी मुश्किल भरा तो होता ही है और इस दौरान क्या खाया जाए इसे ले कर भी थोड़ी कन्फ्यूजन बनी रहती है। आज हम आपको मखाना मेवा बर्फी की जो रेसिपी बता रहे हैं, उसे आप नवरात्रि शुरू होने से पहले ही बनाकर रख सकती हैं। व्रत में जब भी कुछ हल्का-फुल्का और टेस्टी सा खाने के मन हो तो दूध के साथ ये बर्फी खा सकती हैं। ये बर्फी इतनी पौष्टिक है कि आपको एनर्जी देने का भी काम करेगी और व्रत में होने वाली थकान और कमजोरी से भी बचाएगी। तो चलिए जानते हैं फलाहारी बर्फी बनाने की रेसिपी-
मखाना मेवा बर्फी बनाने की सामग्री
नवरात्रि व्रत में फलाहारी बर्फी बनाने के लिए आपको जिन सामग्रियों की जरूरत होगी वो हैं - मखाना (5 कप, लगभग 75 ग्राम), काजू (आधा कप, लगभग 75 ग्राम), नारियल का बुरादा (आधा कप), 4 छोटी इलायची, फुल क्रीम दूध (आधा लीटर), चीनी ( 3/4 कप, लगभग 150 ग्राम), देसी घी (1 चम्मच), कटे हुए पिस्ता और कटे हुए बादाम।
ऐसे बनाएं स्वादिष्ट फलाहारी बर्फी
मखाना मेवा बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले गैस पर एक पैन रखें और मीडियम आंच पर मखाने रोस्ट कर लें। इन्हें तब तक भूनें जब तक ये एकदम क्रिस्पी ना हो जाएं। अब इन्हें ठंडा होने के लिए रख दें और इनके ठंडा होते ही मिक्सर में डालकर एक फाइन पाउडर बना लें। ध्यान रहे आपको मखाने का एकदम महीन आटे जैसा पाउडर बनाकर तैयार करना है। अब काजू लें और उनका भी पाउडर बनाकर तैयार कर लें। इस पाउडर को भी मखाना पाउडर के साथ मिक्स कर दें।
इसके बाद गैस पर एक पैन रखें और उसके हल्का गर्म होने पर उसमें नारियल का बुरादा डालें। इसे कुछ मिनटों के लिए भून लें ताकि इसकी खुशबू और स्वाद दोनों बढ़ जाएं। अब इसे भी मखाना और काजू के पाउडर के साथ मिक्स कर दें। इन सभी चीजों को एक बड़ी बाउल में डालें और इसमें इलायची का पाउडर या कुटी हुई इलायची एड करें।
अब गैस पर एक बर्तन में दूध पकने के लिए रखें। दूध को चलाते हुए तब तक पकाएं जब तक ये एकदम गाढ़ा ना हो जाए। दूध जब पकते-पकते अपनी मात्रा का आधा हो जाए तो उसमें चीनी एड करें। चीनी के पिघलने तक दूध को और पकाएं फिर इसमें एक चम्मच देसी घी एड करें। गैस की फ्लेम को धीमा करें और अब इसमें मखाना, काजू और नारियल वाले पाउडर को एड करें। सभी चीजों को आपस में अच्छी तरह मिक्स करते जाएं और जब तक ये एकदम डो की शेप ना ले ले तब तक पकाएं। इसके बाद एक प्लेट पर घी लगाएं और उसमें इस मिक्सचर को डालें। इसे एक घंटे के लिए फ्रिज में या पंखे के नीचे जमने के लिए रख दें। इन्हें बर्फी की शेप में काट लें और ऊपर से कटे हुए ड्राई फ्रूट्स डाल कर गार्निश करें। - फालतू का मोटापा किसी को पसंद नहीं होता। हर किसी की चाहत होती है कि उनका शरीर स्लिम और फिट रहे। इसके लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। जिम में पसीना बहाने के साथ-साथ डाइट का भी खास ख्याल रखते हैं, जो बिल्कुल ठीक भी है। हालांकि डाइटिंग को ले कर लोगों में एक गलत तरह की धारणा बनी हुई है। लोगों को लगता है कि डाइटिंग का मतलब खाना बिल्कुल कम खाना है या फिर खाना बिल्कुल ही स्किप कर देना है। इसी चक्कर में कई लोग डिनर स्किप करना शुरू कर देते हैं, जो बिल्कुल भी हेल्दी नहीं। इसकी जगह आप डिनर के लिए कुछ लाइट और हेल्दी ऑप्शन चुन सकते हैं, जो बिना भूखा रहे वेट मैनेजमेंट में आपकी मदद करेंगे। आइए देखते हैं कुछ ऐसे ही फूड ऑप्शन -डिनर में खाएं ओट्स उपमारात के खाने के लिए उपमा बेस्ट ऑप्शन है। ये खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बहुत ही लाइट और हेल्दी होता है। सबसे खास बात है कि इस साउथ इंडियन डिश को बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता। ओट्स उपमा को और भी ज्यादा हेल्दी बनाने के लिए आप इसमें अपनी पसंद की ढेर सारी सब्जियां डाल सकती है। इसे डाइजेस्ट करना बहुत ही आसान होता है, यही वजह है कि ये डिनर के लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।मूंग दाल चीला भी है हेल्दीअपने डिनर में आप मूंग दाल चीला को भी एड कर सकते हैं। चीला बनाने के लिए अगर आप स्प्राउट मूंग का इस्तेमाल करते हैं तो ये और भी ज्यादा हेल्दी हो जाएगा। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर के साथ कई न्यूट्रियंट्स पाए जाते हैं, जो हेल्थ के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होते हैं। यह लाइट फूड की कैटेगरी में आता है क्योंकि इसे डाइजेस्ट करना आसान है। नारियल की चटनी के साथ मूंग दाल चीला, एक टेस्टी और हेल्दी वेट लॉस डिनर ऑप्शन हो सकता है।रात में पिएं सूपरात में कुछ चटपटा, लाइट और हेल्दी खाना चाहते हैं, तो आपके लिए सूप बेस्ट रहेगा। सूप कम कैलोरी का होता है जिसे पचाना बहुत ही आसान होता है। आप अपने प्रिफरेंस के हिसाब से वेज या नॉन वेज, कैसा भी सूप ट्राई कर सकते हैं। वेट लॉस के लिए डिनर में लौकी, टमाटर, गाजर या पालक आदि का सूप बनाकर पीएं। झटपट बनने वाला ये सूप, पेट को भी भर देगा और आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी मिल जाएंगे।स्टीम्ड वेजिटेबल हैं हेल्दी ऑप्शनअगर आप तेजी से अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो डिनर में स्टीम्ड वेजिटेबल या उबली हुई सब्जियां भी खा सकते हैं। गाजर, ब्रोकली, लौकी, तोरी या पालक जैसी सब्जियों को उबालकर खाने से शरीर को जरूरी पोषण मिलता है, साथ ही इन सब्जियों को पचाना भी बहुत आसान होता है। फाइबर रिच होने के कारण इन्हें खाने से पेट ज्यादा देर तक भरा रहता है और क्रेविंग कंट्रोल होती है। वेट लॉस के लिए ये एक परफेक्ट डिनर ऑप्शन हो सकता है।
- गर्मियों के मौसम में एक गिलास ठंडा-ठंडा गन्ने का जूस मिल जाए तो दिन बन जाता है। सूखते गले को तर करने के लिए जब कुछ रिफ्रेशिंग सा पीने का मन करता है तो अक्सर लोग गन्ने का जूस पीना ही पसंद करते हैं। वजह है इसका ताजगी भरा स्वाद और साथ ही ये काफी हेल्दी भी होता है। हालांकि गन्ने का जूस पीने का मन हो तो अक्सर बाजार ही जाना पड़ता है। क्योंकि घर पर इसे बनाना थोड़ा मुश्किल होता है और इसके लिए हर बार गन्ना भी होना जरूरी है। लेकिन अगर आपसे कहें कि आप मिनटों में बाजार जैसा गन्ने का जूस बनाकर तैयार कर सकते हैं वो भी बिना गन्ने के। अब ये सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लगे लेकिन रसोई में रखी कुछ चीजों से ही आप बिल्कुल बाजार जैसा रिफ्रेशिंग और ताजगी भरा गन्ने का जूस बनाकर तैयार कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसकी रेसिपी।गन्ने का जूस बनाने की सामग्रीघर पर ही बाजार जैसा गन्ने का जूस बनाने के लिए आपको जिन सामग्रियों की जरूरत होगी वो हैं - कटा हुआ गुड़ (3 से 4 चम्मच), फ्रेश पुदीना के पत्ते (6-7), एक नींबू का रस, बर्फ, काला नमक (स्वादानुसार)। इन तीन-चार चीजों से ही आप बिल्कुल बाजार जैसा गन्ने का जूस बनाकर तैयार कर सकती हैं।सबसे पहले गुड़ को काटकर उसके टुकड़े कर लें और इन्हें मिक्सर में डाल लें। इसमें फ्रेश पुदीना के पत्ते मिलाएं और एक नींबू का रस निचोड़ लें। अब इसमें कुछ आइस क्यूब्स डालें और स्वादानुसार काला नमक मिलाएं। साथ ही इसमें लगभग एक गिलास पानी एड करें और सभी चीजों को अच्छी तरह ब्लेंड करें। आपका बिना गन्ने वाला गन्ने का जूस बनकर तैयार है। इसे नींबू और पुदीना के पत्तों से गार्निश करें और गर्मियों में इस रिफ्रेशिंग ड्रिंक का मजा लें।
- कितनी बार आपने अंदर से खुश महसूस किया है? थोड़ा ठहरकर सोचेंगे तो इस सवाल का जवाब बेहतर दे पाएंगे। क्योंकि अक्सर हम ऊपर से तो खुश दिखाई पड़ते हैं या यूं कहें खुश रहने का दिखावा करते हैं लेकिन दिल से खुश हुए लंबा अरसा बीत जाता है। कई बार तो लोगों को उदास या दुखी रहने की मानों आदत सी ही हो जाती है। अब आदमी दुनियाभर की लड़ाई तो जीत ले लेकिन खुद से खुद की ये जंग काफी मुश्किल हो जाती है। उतार चढ़ाव तो सभी के जीवन में आते हैं और सुख-दुख का लंबा फेज आना भी स्वाभाविक है। लेकिन हमेशा दुखी रहना अगर आपका स्वभाव बन जाए तो यह बिल्कुल भी ठीक नहीं। दरअसल कई बार हमारी ही कुछ आदतें ही हमारे ऐसे स्वभाव की वजह बनती हैं। आज हम आपको ऐसी ही नेगेटिव आदतों के बारे में बता रहे हैं ताकि आप इन्हें जल्द से जल्द छोड़कर अपनी लाइफ को खुशनुमा और बेहतर बना पाएं।खुद को हमेशा दूसरे से कंपेयर करनाजीवन में हर किसी को एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ है। लोगों को लगता है कि लाइफ में कुछ बेहतर करना है तो सबसे आगे खड़े रहना जरूरी है। इसके लिए लोग हमेशा अपनी तुलना किसी दूसरे से करते रहते हैं और अधिकतर मामलों में खुद को कमतर ही आंकते हैं। सोशल मीडिया के जमाने में तो यह और भी ज्यादा कॉमन हो गया है। इस लगातार हो रहे कंपैरिजन से मानसिक अशांति, तनाव और दुख के अलावा दूसरा कुछ हासिल नहीं होता। इसलिए यह समझना जरूरी है कि हर इंसान अलग है, उसकी कहानी अलग है और उसके हालात अलग हैं। खुद की तुलना दूसरों से करने के बजाए अपने आप से करें तो पाएंगे कि आप बेहतर हो रहे हैं और काफी खुश भी हैं।हर चीज को ले कर जरूरत से ज्यादा सोचनावो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि चिंता चिता के समान है। बात एकदम सौ आने सच है। थोड़ा बहुत चिंता में डूबे रहना स्वाभाविक है और कई मामलों में जरूरी भी है ताकि हम बेहतर काम कर सकें। लेकिन अगर आपका स्वभाव तिल जैसी समस्याओं को ले कर पहाड़ जैसा सोचने वाला है, तो यकीन मानिए जीवन में खुश रहना आपके लिए बहुत बड़ा चैलेंज बन जाएगा। लाइफ में हमेशा यह रूल याद रखिए कि जिस चीज में आप कुछ नहीं कर सकते उसकी चिंता कैसी और अगर कुछ कर सकते हैं तो अपना बेहतर दें और बाकी ऊपर वाले पर छोड़ दें।हमेशा खुद को 'विक्टिम' बतानासुख-दुख सभी की लाइफ का हिस्सा हैं और हर किसी को अपने-अपने हिस्से का दुख खुद उठाना ही पड़ता है। लेकिन अगर आपको अक्सर यह लगता रहता है कि सब कुछ बुरा सिर्फ आपके साथ ही होता है या पूरी दुनिया मिलकर मानों आपके खिलाफ ही साजिश में लगी हुई है, तो ये 'विक्टिम मेंटेलिटी' आपको हमेशा दुखी ही रखेगी। मेरी तो किस्मत ही खराब है या कोई मुझे खुश ही नहीं देखना चाहता, इस सोच से बाहर निकलें और खुद को खुश रखने की जिम्मेदारी खुद उठाएं। विक्टिम बनकर नहीं बल्कि एक पॉजिटिव और सेल्फ लव से भरा हुआ इंसान बनकर।दूसरों से जलते रहना या अक्सर शिकायत करनादोस्त को नौकरी में तरक्की मिल गई, सहेली ने अपनी गोवा ट्रिप का फोटो पोस्ट कर दिया, सोशल मीडिया पर भी हर कोई खुश दिख रहा है लेकिन आप क्यों नहीं? बस यही सोचकर आपने दूसरों से मन ही मन कुढ़ना शुरू कर दिया और जलन की भावना आपके मन में बैठ गई। एक बार यह हो गया तो यकीन मानिए खुश रहना आपके लिए नामुमकिन सा हो जाएगा क्योंकि नई वजह आपको रोज बिना तलाशे ही मिल जाएगी। खुद को हैप्पी और पॉजिटिव रखना है तो दूसरों की खुशी में खुश होना सीखिए और जीवन से सौ शिकायतें ले कर बैठने के अलावा सॉल्यूशन ढूंढने और चीजों को बेहतर बनाने में समय लगाइए।पास्ट में अटक कर रह जाना और खुद पर काम ना करनाहर किसी को अपना पास्ट प्रेजेंट से बेहतर ही लगता है। मजे की बात है कि कल जब आप फ्यूचर में होंगे तो इस बात के काफी आसार हैं कि आपको अपना ये पास्ट उस प्रेजेंट से बेहतर ही लगेगा। इसलिए बेहतर है जो हुआ उसे अच्छी यादों की तरह समेटें और आगे बढ़ें। खुद को और इंप्रूव करें और कहीं एक जगह अटक कर ना रह जाएं। वरना आप पुराना वक्त सोचते सोचते इस वक्त को कोसने और दुखी रहने में ही गंवा देंगे और फिर आने वाला भविष्य भी कुछ ऐसा ही रहेगा।