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- होली का त्योहार बीतने के साथ ही महिलाओं के लिए किचन में जाना किसी जंग की तरह लगता है। अगले दिन थकान की वजह से अगर खाना बनाने का मन नहीं करता और कुछ हल्का-फुल्का, टेस्टी खाने की डिमांड घर वाले करते हैं तो उन्हें मिनटों में तैयार हो जाने वाला अचारी पुलाव खिलाएं। जिसका स्वाद सबको पसंद आएगा।अचारी पुलाव बनाने की सामग्रीदो आलूअचारी पुलाव बनाने की रेसिपी-अचारी पुलाव बनाने के लिए चावलों को अच्छी तरह से धोकर पानी में ही छोड़ दें।-सोया चंक्स को पानी में डुबोकर पांच मिनट जब ये सॉफ्ट हो जाएं तो निकाल लें।-अब कुकर में सरसों का तेल डालें, तेल गर्म हो जाए जीरा चटकाएं।-साथ में हींग, हल्दी और धनिया पाउडर डाल लें।-लच्छेदार कटे प्याज डालकर फ्राई करें।-जब प्याज फ्राई हो जाए तो अदरक लहसुन का पेस्ट और मनचाहा मसाला डाल दें।-आलूओं को बड़े आकार में काट कर धो लें और भुने प्याज के साथ डाल दें। अच्छी तरह से आलूओं को भुन लें।-सोया चंक्स डालकर चलाएं और फिर चावल डाल दें।-सबसे आखिरी में अचार का मसाला, नमक, और लंबे आकार में कटी हरी मिर्ची डाल दें।-चावल की नाप से दोगुना पानी डालें।-कुकर में सीटी लगाएं और बस तैयार है टेस्टी अचारी पुलाव मिनटों। हरी धनिया ऊपर से डालें और गर्मागर्म सर्व करें।
- चाय-कॉफी पीने वालों को इसके साथ बिस्कुट या नमकीन चाहिए ही होता है। ऐसे में बाजार की जगह आप घर पर ही टेस्टी बिस्कुट बना सकते हैं। घर के बने बिस्कुट फ्रेश होते हैं और आसानी से घर पर बनाए जा सकते हैं। अगर आप भी चाय-कॉफी के साथ बिस्कुट खाना पसंद करते हैं तो गेहूं के आटे से टेस्टी बिस्कुट घर पर ही बनाएं। यहां पर बिस्कुट बनाने की आसान रेसिपी दी है।इसकी मदद से आप घर पर फटाफट टेस्टी बिस्कुट बनाकर तैयार कर पाएंगे।आटा बिस्कुट बनाने के लिए आपको चाहिए--दो कप गेहूं का आटाकैसे बनाएं आटे के बिस्कुटआटे के बिस्कुट बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े मिक्सिंग बाउल में मक्खन और थोड़ी पाउडर चीनी लें। चीनी और मक्खन को हैंड मिक्सर या व्हिस्क की मदद से अच्छी तरह से फेंटें। फिर गेहूं का आटा, बेकिंग पाउडर, बेकिंग सोडा और चुटकी भर नमक डालें। फिर असमें इलायची पाउडर भी डाल लें। अब सभी चीजों को हाथ से अच्छी तरह से मिलाएं। फिर इसमें दूध डालें और अच्छी तरह से मिलाएं और आटा गूंथ लें। अच्छे से चिकना आटा लगाएं। बस पानी का इस्तेमाल न करें। आटा लगने के बाद बेलन की मदद से इसे चपटा करके थोड़ा मोटा बेल लें। अगर किनारों पर दरारें पड़ जाएं तो अपने हाथों से किनारों को सील करें। अब इसे बिस्कुट को बेकिंग पेपर से ढकी ट्रे पर रखें। बिस्किट को पहले से गरम ओवन में 160 डिग्री सेल्सियस पर 15 मिनट या हल्के सुनहरे होने तक बेक करें। बिस्कुट को पूरी तरह से ठंडा होने दें। फिर इसे चाय के साथ सर्व करें। इन बिस्कुट को आप एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करके भी रख सकते हैं।
- होली के रंगों की बौछार के बीच गुजिया, ठंडाई, दही भल्ले, पापड़ी चाट, मालपुए और पकौड़े जैसी तली-भूनी चीजें खाने से व्यक्ति को ओवर ईटिंग की समस्या हो जाती है। ओवर ईटिंग करने से अपच, पाचन तंत्र में गड़बड़ी, शुगर और बीपी लेवल का बढ़ना, मोटापा जैसी समस्याएं भी व्यक्ति को परेशान करने लगती हैं। जिससे राहत पाने के लिए पूरी बॉडी को अच्छी तरह डिटॉक्स करने की जरूरत पड़ती है।बॉडी डिटॉक्स करने के फायदेबॉडी को डिटॉक्स करने से ना सिर्फ पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है बल्कि व्यक्ति के शरीर में एनर्जी लेवल भी अच्छा बना रहता है। अगर आप भी ओवर ईटिंग करके पछता रहे हैं तो बिना टेंशन लिए इन 7 आयुर्वेदिक तरीकों से अपनी पूरी बॉडी को डिटॉक्स करें।नींबू पानीबॉडी डिटॉक्स के लिए नींबू पानी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने, पाचन को बेहतर बनाने और ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। Pic Credit: Shutterstockदालचीनीदालचीनी से बना डिटॉक्स वाटर पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने के साथ शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसे बनाने के लिए पानी में कटे हुए सेब, अदरक का टुकड़ा और दालचीनी का स्टिक डालकर एक घंटे के लिए छोड़ दें। आपका दालचीनी डिटॉक्स वाटर बनकर तैयार है। Pic Credit: Shutterstockग्रीन टीग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट डिटॉक्सिफिकेशन को भी बढ़ावा देते हैं और लीवर में सूजन को कम करते हैं। Pic Credit:खीरे से बना डिटॉक्स ड्रिंकखीरे से बना डिटॉक्स ड्रिंक बॉडी डिटॉक्स के साथ शरीर को हाइड्रेट भी रखता है। इस डिटॉक्स ड्रिंक को बनाने के लिए खीरे के टुकड़े और पुदीने की पत्तियों को काटकर रात भर पानी में छोड़ दें। अब इस पानी को अगले दिन सुबह पिएं।गुड़-हल्दी पानीगुड़ और हल्दी दोनों ही चीजें शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती हैं। इस ड्रिंक को पीने से लिवर साफ होने के साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी होती है। गुड़-हल्दी का पानी बनाने के लिए 1 गिलास पानी को हल्का गुनगुना गर्म करके उसमें 1/2 चम्मच हल्दी और एक छोटा टुकड़ा गुड़ डालकर रोजाना सुबह खाली पेट पिएं। P
- होली के पक्के रंगों से स्किन खराब हो जाती है और चेहरे का ग्लो छिन जाता है। ऐसे में स्किन को डिटॉक्स करना बहुत जरूरी है। जब आप स्किन को सही तरह से डिटॉक्स करते हैं तो स्किन की चमक वापिस आ सकती है। यहां देखिए स्किन डिटॉक्स करने का तरीका। इस तरीके को अपनाकर स्किन का निखार लौट आएगा।स्किन को कैसे करें डिटॉक्सजेंटल क्लिंजिंगहोली के बाद स्किन से प्राकृतिक नमी को छीने बिना जिद्दी रंग और गंदगी को हटाने के लिए एक डीप लेकिन जेंटल क्लिंजिंग की जरूरत होती है। आप एक ऐसे क्लिंजर को चुनें जो हाइड्रेटिंग, केमिकल रहित हो और गंदगी को प्रभावी ढंग से हटाता हो। इसका एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फॉर्मूला डैमेज की मरम्मत और संतुलन को बहाल करने में मदद करता है।हाइड्रेट करेंरंग स्किन त्वचा से नमी छीन लेते हैं, इसलिए नमी को फिर से भरना बहुत ज़रूरी है। विटामिन ई युक्त मॉइस्चराइजिंग लोशन स्किन को गहराई से पोषण देने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फॉर्मूला केमिकल्स और सूरज के संपर्क में आने से होने वाले फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से लड़ने में मदद करता है, जिससे आपकी स्किन सॉफ्ट बनती है।त्वचा को आराम देंहोली के बाद त्वचा को हुए नुकसान की मरम्मत के लिए हाइड्रेटिंग सीरम का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है। एक ऐसे सीरम का इस्तेमाल करें जिसमें हाइलूरोनिक एसिड और विटामिन सी हो, जो त्वचा को भरपूर नमी प्रदान करता है। इस तरह का सीरम जलन को शांत करता है।धूप से स्किन की करें सुरक्षाहोली के बाद स्किन यूवी डैमेज के प्रति ज्यादा सेंसेटिव होती है, इसलिए होली के बाद स्किन की देखभाल में सनस्क्रीन लगाना जरूरी स्टेप है। एसपीएफ 50 वाली सनस्क्रीन से होली के बाद दाग-धब्बों से निपटे में मदद मिलती है। यह आपकी स्किन को हानिकारक किरणों से बचाता है और स्किन पर होने वाली जलन से बचाता है।
- होली का त्योहार मौज मस्ती और खुशियां बिखेरने का त्योहार माना जाता है। इस दिन लोग आपसी बैर भुलाकर एक दूसरे को रंग-बिरंगे प्यार के रंग लगाते हैं। लेकिन इस मस्ती में भंग उस समय पड़ जाता है जब कुर्ते की जेब में रखा आपका महंगा स्मार्ट फोन पानी और रंग लगने से खराब हो जाता है। अगर आप खुद को इस नुकसान से बचाना चाहते हैं तो इस होली अपने मोबाइल को रंग और पानी से सुरक्षित रखने के लिए ये आसान टिप्स एंड ट्रिक फॉलो करना ना भूलें।वाटरप्रूफ ट्रांसपेरेंट कवरहोली के दिन मोबाइल को पानी और रंग से सुरक्षित रखने के लिए आप वाटरप्रूफ ट्रांसपेरेंट कवर का यूज कर सकते हैं। इस तरह के कवर यूज करने से कोई जरूरी मैसेज या फोन आने पर आप उसका रिप्लाई बिना किसी टेंशन के होली खेलते हुए भी कर सकते हैं।ईयरबड्सहोली खेलते समय फोन को पानी से बचाने के लिए आप ईयरबड्स का भी यूज कर सकते हैं। ईयरबड्स यूज करने से आपको फोन पर बात करने के लिए अपने मोबाइल को जेब से बाहर नहीं निकालना पड़ेगा। जिससे वो रंग और पानी से सुरक्षित रहेगा।प्लास्टिकअगर आप होली के दिन जमकर मस्ती करने के साथ पैसे भी खर्च नहीं करना चाहते हैं तो रसोई में रखी सब्जी की कोई पॉलीथिन लें और उसमें अपना मोबाइल अच्छी तरह लपेटकर रख लें।मोबाइल में पानी घुसने पर क्या करें?-अगर सुरक्षा रखने के बावजूद फोन में पानी चला जाए तो किसी को कॉल न करें और न ही किसी का फोन पिक करें। ऐसा करने से फोन में स्पार्किंग हो सकती है। ऐसे समय में अपने फोन को तुरंत बंद करके उसकी बैटरी निकाल दें। उसके बाद फोन को एक सूखे सूती कपड़े से पोंछकर सुखा लें।-इसके अलावा फोन में पानी जाने पर उसे पोंछकर चावल के डिब्बे में बीच में घुसाकर करीब 12 घंटे के लिए रख दें। इसके बाद फोन को डिब्बे से बाहर निकालकर ऑन करें। इस उपाय को करने से फोन के अंदर की नमी सूख जाएगी।
- होली का त्योहार मौज-मस्ती का होता है। लेकिन रंगों के चक्कर में नाखूनों से लेकर स्किन और बालों की बैंड बज जाती है। अब त्योहार को एंज्वॉय करने के साथ ही अपनी ब्यूटी को बचा कर रखना है तो कुछ तैयारियां पहले से करना जरूरी है। ज्यादातर लोग रंग खेलने के पहले बालों और चेहरे को तो प्रोटेक्ट कर लेते हैं लेकिन नाखूनों को बचाना भूल जाते हैं। जबकि सबसे ज्यादा रंग नाखूनों पर ही लगता है। सबसे खास बात आप सूखे रंग से खेले या गीले, दोनों ही रंगों का धब्बा नेल्स पर दिखता है। जिसकी वजह से रंग खेलने के बाद ना केवल रंग के धब्बे नाखूनों पर बने रहते बल्कि कई बार तो ये काले होकर टूटने भी लगते हैं। अब रंगों के धब्बे से नाखून बचाने हैं तो इन प्री एंड पोस्ट होली केयर टिप्स को जरूर फॉलो कर लें।होली का गाढ़ा रंग भी नाखूनों का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, हाथ भी दिखेंगे सुंदरनाखूनों को करें मॉइश्चराइजहाथों के साथ ही नाखूनों को भी रंगों से बचाएं। नारियल का तेल पूरे हाथ में लगाने के साथ ही नाखूनों पर भी अप्लाई करें। खासतौर पर नाखूनों के किनारे जहां क्यूटिकल्स होते हैं वहां पर वैसलीन जैसी गाढ़ी चीज लगाएं। जिससे रंग आसानी से फिसल कर निकल जाए और जमने ना पाएं।नाखूनों को ना करें ट्रिमनाखूनों को होली खेलने के पहले ट्रिम करने की बजाय होली खेलने की बाद ट्रिम करें। जिससे जितना भी एक्सेस रंग हो वो नाखून के साथ बाहर निकल जाए और अंदर की स्किन पर लगा रंग भी साफ किया जा सके। नाखून ट्रिम हो जाने की वजह से उपरी पोर वाले हिस्से पर रंग ज्यादा जम जाता है। जिसे साफ करना भी मुश्किल लगता है।जेंट्स लगाएं ट्रांसपैरेंट नेलपॉलिशमहिलाएं तो कलरफुल नेलपेंट लगाकर अपने नेल्स को बचा ले जाती हैं। लेकिन जेंट्स अक्सर भूल जाते हैं और रंग चढ़ने के बाद उनके नाखून सबसे ज्यादा खराब दिखते हैं। तो इस होली जेंट्स अपने नाखूनों पर जेल बेस्ड ट्रांसपैरेंट नेलपॉलिश जरूर लगाएं। जिसे होली खेलने के बाद नेलपॉलिश रिमूवर से साफ कर सके। ये रंगों को नाखूनों पर जमने से रोकने का असरदार तरीका है।नींबू से करें साफअगर नाखूनों के किनारों पर होली का रंग जम गया है तो साफ करने के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल करें। नींबू को आधा काटकर उस पर चीनी डालें और नाखूनों के किनारों और नाखूनों पर रगड़ें। इससे सारा रंग निकल जाएगा।ऑर्टीफिशियल नेल्स आएंगे कामलड़कियां हाथों की सुंदरता को बरकरार रखना चाहती हैं तो आजकल मार्केट में आर्टीफिशियल नेल्स खूब मिलते हैं। इन्हें आसानी से चिपकाकर सुंदरता को बढ़ा लेंगी और अपने रंग लगे नाखूनों को भी छिपा सकेंगी।
- होली के त्योहार का इंतजार लोगों को सालभर रहता है। साल के सबसे पहले और बड़े त्योहार में से एक होली खुशियों का त्योहार है। इस दिन हर कोई मौज मस्ती के मूड में होता है। होली खेलने के बाद सबसे मुश्किल काम रंगों को चेहरे और शरीर से साफ करने का होता है। पक्का रंग अगर कोई लगा दे तो अक्सर लोगों के मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि इसे कैसे छुड़ाएं। होली के रंग स्किन को डैमेज कर देते हैं इसलिए इन्हें बहुत ज्यादा रगड़कर छुड़ाना सही नहीं है।ऐसे में हम आपको होली के रंग साफ करने का आसान तरीका बता रहे हैं, जिसे अपनाकर रंग आसानी से साफ हो जाएगा।रंग छुड़ाने के लिए अपनाएं ये पहला स्टेपहोली का रंग लगने से स्किन काफी ज्यादा डैमेज हो जाती है, ऐसे में केमिकल वाली चीजों को लगाकर जलन और स्किन फटने की समस्या हो सकती है। इसलिए रंग निकालने के लिए ऐसे तरीके को चुनें जिससे आसानी से रंग निकल भी जाए और दिक्कत भी न हो। इसके लिए आप एक कॉटन पैड लें और इसे नारियल के तेल में अच्छी तरह से भिगो दें। अब पूरे चेहरे पर इसे हल्के हाथों से लगाएं। ऐसा करके रंग काफी हद तक कॉटन पैड पर निकल आएगा।दूसरे स्टेप में साफ हो जाएगा चेहरा और शरीरएक बार जब आप कॉटन पैड का इस्तेमाल कर लें तो फिर बचे हुए रंग को छुड़ाने के लिए बादाम का तेल और जौ के आटे का एक गोल बनाएं। इस घोल को चेहरे और शरीर पर साबुन की तरह इस्तेमाल करें। इससे चेहरे पर लगा रंग साफ हो जाएगा। साथ ही स्किन को भी किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा।अपनाएं ये बातअगर आप होली खेलने से पहले स्किन केयर को फॉलो करते हैं तो रंगों को छुड़ाना आसाना हो जाता है। इसलिए हमेशा रंग खेलने से पहले चेहरे और शरीर पर तेल अच्छे से लगाएं। ऐसा करने से होता ये है कि अगर कोई रंग लगा भी दे तो इसे निकालना आसान हो जाता है। अगर रंग बहुत ज्यादा लगा है तो एक दिन में साफ करने की भूल न करें इससे स्किन डैमेज हो सकती है।
- फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है। इस वर्ष यह शुभ तिथि 13 मार्च, गुरुवार को है। हिंदू परंपरा में होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस पर्व का उत्साह भारत सहित कई देशों में देखा जाता है। इस दिन परिवार के साथ होली माता की पूजा की जाती है और रात के समय होलिका दहन किया जाता है। यह माना जाता है कि होलिका दहन की अग्नि में आहुति देने से घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। कुछ धार्मिक परंपराओं के अनुसार कुछ व्यक्तियों को होलिका दहन की अग्नि देखने या उसमें भाग लेने से बचने की सलाह दी जाती है।ऐसे में आइए जानते हैं कि किन लोगों को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए।इन लोगों को नहीं देखना चाहिए होलिका दहननवविवाहित महिलाएंपरंपराओं के अनुसार, जिन महिलाओं की हाल ही में शादी हुई हो, उन्हें ससुराल में पहली होली के दौरान होलिका दहन नहीं देखना चाहिए। कुछ परिवारों में इस मान्यता के कारण नवविवाहित दुल्हन को मायके भेजने की परंपरा भी होती है।शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्तिबीमार या वृद्ध लोगों को होलिका दहन के धुएं और गर्मी से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, विशेष रूप से हृदय रोग या उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों के लिए।विशेष परिस्थितियों में महिलाएंकई परंपराओं में महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने से बचने की सलाह दी जाती है। इसे व्यक्तिगत आस्था और पारंपरिक दृष्टिकोण से देखा जाता है।नवजात शिशुछोटे बच्चों को धुएं और गर्मी से बचाने के लिए होलिका दहन स्थल से दूर रखना उचित माना जाता है, ताकि उनके स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।गर्भवती महिलाएं- कुछ मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिलाओं को होलिका दहन की अग्नि देखने से बचने की सलाह दी जाती है। यह पूरी तरह व्यक्तिगत आस्था पर निर्भर करता है, लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से भी धुएं और भीड़भाड़ से बचना उचित हो सकता है।
- होलिका दहन की भस्म को धार्मिक रूप से अत्यंत शुभ और शक्तिशाली माना जाता है। मान्यता है कि यह नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर सकारात्मकता बढ़ाने में मदद करती है। धार्मिक और ज्योतिष दृष्टि से देखें तो इसे बुरी नजर, शत्रु बाधा, आर्थिक समस्याओं और ग्रह दोष से मुक्ति के लिए उपयोग किया जाता है। यदि इस भस्म का सही विधि से प्रयोग किया जाए, तो यह जीवन में सुख-समृद्धि ला सकती है।1. बुरी नजर से बचने के लिएअगर किसी व्यक्ति को बार-बार नजर दोष लगता है, तो होलिका दहन की भस्म को काले कपड़े में बांधकर ताबीज के रूप में गले या बाजू पर बांधें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और व्यक्ति पर किसी की बुरी नजर का प्रभाव नहीं पड़ता।2. घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिएहोलिका दहन की भस्म को घर के मुख्य द्वार और कोनों में हल्के-हल्के छिड़क दें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं करतीं।3. व्यापार में वृद्धि के लिएअगर व्यापार में लगातार रुकावटें आ रही हैं, तो दुकान या ऑफिस के मुख्य द्वार पर होलिका भस्म का हल्का छिड़काव करें। यह व्यापार में वृद्धि और धन लाभ दिलाने में सहायक होगा।4. ग्रह दोष से मुक्ति के लिएअगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि, राहु या केतु का अशुभ प्रभाव है, तो उसे होलिका दहन की भस्म को रोज अपने माथे पर लगाना चाहिए। इससे ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।5. धन वृद्धि के लिएयदि घर में धन की तंगी बनी रहती है या धन टिकता नहीं है, तो होलिका दहन की भस्म को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। यह उपाय आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और धन आगमन के नए रास्ते खोलने में सहायक होता है।6. विवाह में आ रही बाधा दूर करने के लिएयदि विवाह में लगातार विलंब हो रहा है या अच्छे रिश्ते नहीं आ रहे हैं, तो होलिका दहन की भस्म को शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय डालें और "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें। यह उपाय शीघ्र विवाह में सहायक होता है।7. शत्रु बाधा से मुक्ति के लिएअगर कोई शत्रु परेशान कर रहा है या तांत्रिक क्रियाओं का डर है, तो मंगलवार और शनिवार के दिन होलिका भस्म को सिर पर छिड़ककर हनुमान मंदिर जाएं। इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे शत्रु बाधा दूर होती है और व्यक्ति को सुरक्षा मिलती है।8. स्वास्थ्य लाभ के लिएअगर कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार है, तो उसके तकिए के नीचे होलिका भस्म रखकर रातभर सोने दें और सुबह इसे जल में प्रवाहित कर दें। यह उपाय बीमारियों से जल्दी छुटकारा पाने में मदद करता है।
- 'होली के दिन दिल खिल जाते हैं, रंगों में रंग मिल जाते हैं' हिंदुओं के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक होली पर बना बॉलीवुड का ये सुपरहिट गाना एकदम ठीक बैठता है। होली ऐसा त्यौहार है जो बच्चे से लेकर बड़ों तक के मन में एक नया उत्साह भर देता है। लेकिन इसी उत्साह में लोग कभी-कभी कुछ ऐसा कर देते हैं, जो रंग में भंग डालने का काम करता है। इस होली के त्योहार आपके रंग में कोई भंग न पड़े, इसके लिए होली खेलते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। कुछ सेफ्टी टिप्स को अपनाकर आप फेस्टिवल को अच्छे से एंजॉय कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि आपको होली पर किन चीजों को अवॉइड करना चाहिए।बिना इजाजत ना लगाएं रंगहोली रंगों का त्यौहार है लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर किसी को रंग लगाना पसंद हो। हर किसी को हक है कि वह कोई भी त्यौहार अपनी मर्जी के हिसाब से मनाए। यह बात होली के त्योहार पर भी लागू होती है। रंगों के इस त्यौहार में इस बात का ध्यान रखें कि किसी को भी जबरदस्ती रंग ना लगाएं। किसी के साथ भी रंग खेलने से पहले उसकी इजाजत लेना जरूरी है।गुब्बारे फेंकने से पहले जरूर सोच लेंहोली के त्योहार पर गुब्बारे में रंग भरकर किसी के भी ऊपर फेंक देना बच्चों को बहुत भाता है। लेकिन ये खतरनाक हो सकता है। इससे किसी को चोट लग सकती है और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अगर आपको सेफ होली खेलना है, तो इस बार गुब्बारे वाली होली को टाटा, बाय-बाय करें और रंगों से खेलकर होली मनाएं।जानवरों पर ना फेंके रंगइंसान होने के नाते हमारा फर्ज बनता है कि हमारी वजह से किसी जानवर को नुकसान ना पहुंचे। होली के त्योहार पर भी इस बात का खास ध्यान रखें कि जानवरों पर भूलकर भी रंग ना डालें। क्योंकि इंसान तो इन रंगों को बाद में दो कर साफ कर लेंगे लेकिन जानवरों पर ये रंग लंबे समय तक लगा रहेगा, जो उनकी त्वचा को गहरा नुकसान पहुंचा सकता है।रंगों के त्योहार में ना खेलें कीचड़ की होलीहोली का त्यौहार रंग और गुलाल का त्योहार है और इन्हीं के साथ मर्यादित ढंग में होली खेली जाए, वही बेहतर है। लेकिन कुछ लोग इस त्यौहार पर अति उत्साहित होकर लोगों को कीचड़ और नाली में धकेलना शुरू कर देते हैं। त्यौहार के नाम पर इस तरह की चीजें करना फूहड़ता की निशानी है। अगर आपको ऐसी होली खेलनी भी है तो इसे सिर्फ अपने तक सीमित रखें। किसी को जबरदस्ती इन सबमें शामिल न करें।होली खेलते समय रखें मर्यादा का ध्यानकई बार होली के त्योहार पर महिलाएं काफी असुरक्षित महसूस करती हैं। क्योंकि कई बार कुछ फूहड़ और बदतमीज लोग त्यौहार के नाम पर महिलाओं के साथ अश्लीलता पर उतर आते हैं। रंग लगाने के नाम पर महिलाओं को गलत तरीके से छूना, उनके साथ बुरा आचरण करना, इस तरह के कई मामले देखने सुनने को मिल जाते है। त्यौहार की मर्यादा को बनाए रखने के लिए, मर्यादित तरीके से होली खेलना जरूरी है। इसलिए महिलाओं को सेफ फील कराएं और मिलकर त्यौहार को सेलिब्रेट करें।केमिकल वाले रंगों का ना करें इस्तेमालहोली के त्यौहार के बाद स्किन से जुड़ी समस्याएं काफी बढ़ जाती हैं और इसकी खास वजह है केमिकल वाले रंग। होली के त्योहार पर आपकी स्किन को नुकसान ना पहुंचे, इसके लिए कोशिश करें कि इस त्यौहार पर नेचुरली तैयार किए गए हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें और केमिकल वाले रंगों से दूरी बनाकर रखें। आप घर पर भी आसानी से फूलों और सब्जियों से रंग बनाकर तैयार कर सकते हैं।नशे से दूर रहेंहोली के त्योहार पर कुछ लोग शराब, बीयर का भी सेवन करते हैं। जबकि ये बिल्कुल भी सही तरीका नहीं है। शराब शरीर के लिए तो नुकसानदायक है ही, साथ ही इसे पीने के बाद लोग बहक भी जाते हैं, जिससे त्यौहार का अच्छा- खासा माहौल कई बार खराब हो जाता है
- होली की मस्ती के बीच शायद ही कोई होगा जो अपनों को रंगने का कोई मौका छोड़ता होगा। लाल,पीले, हरे रंग से लोग एक दूसरे के चेहरे को रंगते हुए नजर आते हैं। लेकिन असली समस्या तब होती है जब होली खेलने के बाद लोगों के चेहरे और दाढ़ी के बाल से कई दिनों तक होली का पक्का रंग नहीं निकलता है। ऐसे में त्योहार के बाद ऑफिस में बॉस के सामने लाल-पीली रंग की दाढ़ी लेकर जाना शायद ही किसी व्यक्ति को अच्छा लगता हो। अगर आप भी इस तरह की समस्या का सामना हर साल होली के बाद करते हैं तो ये आसान होली ब्यूटी टिप्स दाढ़ी के बालों से पक्के सिंथेटिक रंग छुड़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं।दाढ़ी के बालों से होली के पक्के रंग छुड़ाने के टिप्सनारियल तेलदाढ़ी के बालों से होली का पक्का रंग निकालने के लिए आप नारियल तेल का उपाय आजमा सकते हैं। आप चाहे तो नारियल तेल की जगह सरसों के तेल का भी यूज कर सकते हैं। इस उपाय को फॉलो करने के लिए दाढ़ी के बालों पर नारियल या सरसों का तेल लगाएं। ये दो तेल रंग को गहराई तक त्वचा पर चिपकने से रोकते हैं। जिससे दाढ़ी के बाल और त्वचा को साफ करना आसान हो जाता है। अगर तेल लगाने से पहले ही दाढ़ी के बालों पर रंग लग चुका है, तो भी यह तेल रंग को ढीला करने में मदद करता है। तेल लगाने के बाद हल्के हाथों से दाढ़ी की मसाज करें और 30 मिनट बाद माइल्ड शैम्पू से धो लें।नींबूनींबू में मौजूद प्राकृतिक ब्लीचिंग गुण रंग को हल्का करने में मदद करते हैं। जबकि शहद त्वचा को नमी देकर ड्राई होने से बचाता है। इस उपाय को करने के लिए नींबू और शहद का मिश्रण बनाकर दाढ़ी पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद दाढ़ी के बालों को गुनगुने पानी से धो लें।दहीदही और बेसन का लेप न सिर्फ होली का पक्का रंग हटाने में मदद करता है, बल्कि बालों को पोषण देने का काम भी करता है। इस उपाय को करने के लिए एक कटोरी में दही और दो चम्मच बेसन मिलाकर एक पेस्ट तैयार करके दाढ़ी के बालों पर 20 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। तय समय बाद लेप को हल्के हाथों से रगड़ते हुए साफ कर लें।
- होली का नाम सुनते ही दिमाग में आती है ढेर सारी मौज-मस्ती, पार्टी, खुशियां और रंग में रंगे हुए नाचते-गाते लोग। हमारी बॉलीवुड फिल्मों में भी होली के जश्न को कुछ यूं ही दिखाया गया है। होली और बॉलीवुड आपस में ऐसे जुड़ गए हैं कि दोनों-मानों एक दूसरे के बिना अधूरे। जब तक डीजे पर 'होली खेले रघुबीरा' और 'आज बिरज में होली रे रसिया' की धुन ना बजे, तब तक भला कैसी होली? बॉलीवुड फिल्मों का कोई भी दौर उठा लें कोई एक ना होली से जुड़ा हुआ एक ऐसा सदाबहार गीत मिल ही जाएगा, जो आज भी लोगों की जुबां पर चढ़ा रहता हो। आपको भी होली पर अपना जश्न दोगुना करना है तो होली से जुड़े ये बॉलीवुड गाने जरूर सुन डालें। अपनी होली पार्टी में ढेर सारी मस्ती और फन एड करें इन बॉलीवुड की सदाबहार धुनों के साथ।फिल्म सिलसिला का 'रंग बरसे'...होली का जश्न बिना इस सदाबहार गाने के अधूरा है। अमिताभ बच्चन की आवाज में गाया गया ये गाना आज भी उन चुनिंदा गानों में से एक है, जिनके बिना होली का त्यौहार अधूरा सा लगता है। कोई होली का नाम भी ले तो अचानक से ये गाना फुट पड़ता है और हर कोई गा उठता है- 'रंग बरसे भीगे चुनरवाली रंग बरसे'....'बदरी की दुल्हनिया' (टाइटल सॉन्ग)फिल्म बदरीनाथ की दुल्हनिया का टाइटल सॉन्ग 'बदरी की दुल्हनियां '; होली पार्टी के लिए परफेक्ट बॉलीवुड सॉन्ग है। इसकी मॉडर्न डे लिरिक्स, पंजाबी और बॉलीवुड बिट्स का धमाकेदार फ्यूजन और लाउड म्यूजिक इसे एक परफेक्ट पार्टी सॉन्ग बनाता है। होली पर धमाकेदार पार्टी करनी है और दिल खोलकर नाचना है, तो ये गाना बजाना ना भूलें।फिल्म ये जवानी है दीवानी का 'बलम पिचकारी'...साल 2013 में आई फिल्म ये जवानी है दीवानी का 'बलम पिचकारी' सॉन्ग मूवी की तरह ही खूब हिट हुआ। यंग जनरेशन को एक ऐसा होली सॉन्ग मिला जिसकी लिरिक्स और म्यूजिक बिल्कुल उनके टेस्ट से मैच करता था। इसमें ट्रेडिशनल फॉक सॉन्ग, देसी वाइब्स और मॉडर्न डे बिट्स का ऐसा फ्यूशन बिठाया गया कि आज भी जैसे ही यह गाना किसी पार्टी में बजता है हर कोई झूमने को मजबूर हो जाता है।'गोरी तू लठ मार '.. (फिल्म - टॉयलेट: एक प्रेम कथा)होली की बात हो तो मथुरा की लठमार होली का जिक्र तो जरूर आता है।इसी लठमार होली को बड़ी खूबसूरती के साथ पिरोया गया है फिल्म टॉयलेट: एक प्रेम कथा के सॉन्ग 'गोरी तू लठ मार' में। सोनू निगम और पलक मुच्छल की आवाज में गाया गया ये गाना आपको पानी बिट्स पर थिरकने को मजबूर कर देगा।'जय जय शिवशंकर'... (फिल्म - वॉर)साल 2019 में आई फिल्म वॉर का गाना 'जय जय शिवशंकर' भी काफी पसंद किया गया। गाने को यंग जनरेशन के बीच पॉपुलर बनाती है इसकी पावरफुल बिट्स और हिन्दुस्तानी म्यूजिक का खूबसूरत फ्यूजन। साथ ही होली और भोलेनाथ का भी बड़ा खास कनेक्शन है, जो इस सॉन्ग को और भी परफेक्ट बनाता है।'सोनी-सोनी'... (फिल्म -मोहब्बतें)होली पार्टी पर किसी रोमांटिक और प्लेफुल सॉन्ग पर थिरकना चाहते हैं तो फिल्म मोहब्बतें का गाना 'सोनी-सोनी', एकदम परफेक्ट रहेगा। अपनी ढोल बिट्स और खूबसूरत लिरिक्स के चलते यह गाना डांस के लिए बेस्ट है। यंग जनरेशन हो या ओल्ड जनरेशन ये सॉन्ग सभी को नाचने पर मजबूर कर देगा।
- होली की मौजमस्ती सबको अच्छी लगती है लेकिन ये रंग अगर घर या बाथरूम के फ्लोर पर रह गए तो गाढ़ा धब्बा छोड़ जाते हैं। जिन्हें छुड़ाने के लिए कई बार मशक्कत करनी पड़ती है। तो अगर आप चाहती हैं कि घर के टाइल्स और मार्बल होली के रंग में ना रंगे तो इन क्लीनिंग टिप्स को जरूर याद रखें। जिससे कि फौरन आप इन मार्बल-टाइल्स को साफ कर फिर से चमका सकें और किसी भी तरह के रंग के धब्बे इन पर ना रह जाएं।मार्बल से रंग साफ करने का तरीका-मार्बल के फ्लोर पर अगर रंग गिर गया है तो इसे साफ करने का तरीका बहुत आसान है। बस सूखे रंग को कपड़े से झाड़कर हटा दें।-गीले रंग को साफ करने के लिए पहले गर्म पानी डालकर ब्रश रगड़ें। इससे एक्स्ट्रा कलर साफ हो जाएगा।-फिर साबुन पानी के घोल में कपड़ा डुबोकर पोछें। इससे रंग साफ हो जाता है।-अगर साबुन के पानी से रंग साफ नहीं हो रहा तो आरारोट का पेस्ट बनाकर धब्बों पर लगाएं और कुछ देर के लिए छोड़ दें। फिर गीले कपड़े से पोछ दें।-इससे मार्बल पर लगा रंग आसानी से साफ हो जाता है।टाइल्स पर लगे होली के रंग को कैसे साफ करेंहोली का रंग अगर टाइल्स पर जम गया है तो इसे साफ करने के लिए बस विनेगर और बेकिंग सोडा का घोल बनाकर फैलाएं और ब्रश से रगड़कर साफ करें।व्हाइट टूथपेस्ट और नींबू से साफ होगा होली का रंगबाथरूम या कमरे के टाइल्स पर होली का रंग लगा है तो इसे साफ करने के लिए किसी बाउल में व्हाइट टूथपेस्ट और नींबू का रस डालकर मिला लें। फिर इसे धब्बे वाली जगह लगाकर स्क्रब पैड से रगड़ें। कुछ ही देर में सारे रंग साफ हो जाएंगे। फिर साफ पानी से अच्छी तरह से धो लें।
- होली की मस्ती रंगों के बिना अधूरी मानी जाती है। होली से कई दिन पहले ही बाजार लाल, पीला, नीला और हरे रंग से सजे हुए नजर आने लगते हैं। लोग एक दूसरे को रंगने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। लेकिन होली के इस हुड़दंग के बीच रंग में भंग तब पड़ जाता है, जब हर साल केमिकल रंग की वजह से लोगों को होने वाली स्किन प्रॉब्लम की खबरों से अखबार भरे हुए रहते हैं। ऐसे में हर किसी के मन में एक सवाल आता है कि क्या कोई ऐसा तरीका है, जिससे बाजार से रंग खरीदते समय उसके असली और नकली होने के बारे में पता लगाया जा सके। अगर आप भी इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो आपको बता दें, ऐसे एक नहीं बल्कि 3 तरीके हैं, जिनकी मदद से आप होली के रंग में केमिकल की मिलावट की पहचान कर सकते हैं।मिलावटी होली के रंग की पहचान करने के टिप्सचमकीले रंग ना खरीदेंबाजार में मिलने वाले होली के अधिक चमकदार और गहरे रंग असल में नकली होते हैं। इस तरह के रंग में कांच के पाउडर, बारीक रेत, मरकरी सल्फाइड जैसी चीजों की मिलावट की जाती है। जिसकी वजह से होली का रंग देखने में अधिक चमकीला लगता है और त्वचा पर लगने पर स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए होली पर बहुत ज्यादा चमकदार रंग खरीदने से बचें।हाथों में लेकर करें पहचानगुलाल खरीदने से पहले उसे एक बार हाथों में लेकर चेक करें। अगर रंग छूने पर बहुत ज्यादा चिकना या रूखा लगे तो समझ जाए की रंग में सिंथेटिक केमिकल की मिलावट हो सकती है। जबकि प्राकृतिक रंगों में मिलावट नहीं होने की वजह से वो ना तो बहुत ज्यादा चिकने होते हैं और ना ही बहुत ज्यादा रूखे होते हैं।सूंघकर चेक करेंयह उपाय होली के रंग में मिलावट की पहचान करने का सबसे अच्छा और आसान तरीका है। इस उपाय को करने के लिए थोड़ा सा गुलाल हथेली पर रखकर सूंघे। अगर गुलाल से पेट्रोल, मोबिल ऑयल, केरोसिन तेल, केमिकल, या खुशबूदार किसी चीज की गंध आ रही हो तो समझ जाएं गुलाल और रंग नकली है। इस बात का खास ख्याल रखें कि कभी भी प्राकृतिक रंगों की गंध तेज नहीं होती है।
- - संध्या शर्मादही खाना लगभग सभी को पसंद होता है। कई पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ-साथ दही खाने में भी काफी स्वादिष्ट होती है। यानी सेहत के साथ-साथ ये आपके स्वाद का भी पूरा ध्यान रखती है। यूं तो घर में भी बड़ी ही आसानी से दही जमाई जा सकती है लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग मार्केट वाली दही खाना पसंद करते हैं। इसके पीछे वजह है कि बाजार वाली दही गाढ़ी और थक्केदार होती है, जैसा घर पर बनाना मुश्किल लगता है। इसके अलावा घर पर दही जमाने में काफी समय भी लग जाता है। आज हम आपके साथ एक ऐसी ट्रिक शेयर करने जा रहे हैं, जिससे आप मात्र 15 से 20 मिनट में दही जमा सकती हैं। और ये दही बिल्कुल मार्केट जैसी गाढ़ी और थक्केदार बनकर तैयार होगी। तो चलिए जानते हैं ये कमाल की किचन टिप्स।15 मिनट में दही जमाने की मजेदार ट्रिकफटाफट बिल्कुल बाजार जैसी सही जमाने के लिए सबसे पहले दूध को गैस पर गर्म होने के लिए रखें। दूध में लगभग एक उबाल आने तक पकाएं ताकि दही बनने के बाद किसी भी तरह का पानी ना छोड़े। अब दूध को गुनगुना होना के लिए रख दें। जबदूद हल्का गुनगुना हो जाए तो इसमें एक चम्मच जामन यानी दही डालकर अच्छी तरह मिला लें। यहां तक सारी प्रक्रिया वही रहेगी, जो आप आमतौर पर दही जमाने के लिए करती हैं। एक बात और याद रखें कि अगर आपको ज्यादा खट्टी दही नहीं जमानी है, तो जामन भी कम खट्टा ही इस्तेमाल करें।इसके बाद इस जामन वाले दूध को किसी बर्तन में करें और उसे एल्यूमिनियम फॉयल से अच्छी तरह ढक दें। अब एक प्रेशर कुकर गैस पर चढ़ाएं और उसमें लगभग आधे से एक गिलास पानी को उबलने के लिए रख दें। जैसे ही पानी उबलने लगे उसमें अपना दही वाला बर्तन रखें। अब कुकर का ढक्कन बंद करें और ध्यान रहे इस दौरान कुकर की सीटी निकालना बिल्कुल ना भूलें। प्रेशर कुकर में लगभग 15 मिनट तक जामन वाले दूध को पकने दें। इसके बाद बर्तन बाहर निकालें और इसे ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद आप देखेंगी कि आपकी बिल्कुल बाजार जैसी गाढ़ी, थक्केदार दही बनकर तैयार हो जाएगी।
- -सीमा उपाध्यायआजकल बड़े शहरों में लोग अपार्टमेंट और फ्लैट में रहते हैं। जहां पर्याप्त मात्रा में धूप मिलना काफी सारे लोगों के लिए मुश्किल होता है। वहीं मौसम का मिजाज भी हर दिन बदलता रहता है। ऐसे में आपके फेवरेट आलू के पापड़ कैसे बनेंगे? इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन बहुत आसान है। जिसकी मदद से आप केवल आलू ही नहीं बल्कि सूजी, चावल या साबुदाने के पापड़ों को भी सुखा सकती हैं।बिना धूप में सुखाएं आलू के पापड़ बनाने की ट्रिकआलू के पापड़ों को बनाने के लिए पहले मम्मियां छत पर घंटो धूप में बिताती थीं। जिससे पापड़ धूप में सूखकर क्रिस्पी बनते थे। लेकिन अब अगर आपको पापड़ क्रिस्पी बनाने और धूप नहीं लगानी तो इस ट्रिक को अपनाएं। आलू के पापड़ों को बनाने के लिए किसी कॉटन का कपड़ा लें। जिससे कि ये आसानी से सूख जाए। अब इस कपड़े के ऊपर हल्का सा तेल लगा दें। जिससे कि पापड़ पूरी तरह चिपक ना जाएं। अब रात को पापड़ बनाकर इस कॉटन के कपड़े के ऊपर फैलाएं और पंखा चलाकर छोड़ दें। ध्यान रहे इस दौरान खिड़की वगैरह ना खुली हो। कमरे की गर्माहट और पंखे की हवा में पापड़ एक रात में ही काफी ज्यादा सूख जाते हैं। अगले दिन इन पापड़ों को निकालकर किसी बर्तन में इकट्ठा कर लें और खुली जगह या कमरे में रख दें। मात्र एक दिन बाद ही ये पापड़ अच्छी तरह सूख जाएंगे और खाने में क्रिस्पी भी लगेंगे।माइक्रोवेव या तवे पर कर लें क्रिस्पीअगर पापड़ में मॉइश्चर महसूस हो रहा तो इन्हें एक मिनट माइक्रोवेव में डाल दें या गर्म तवे पर एक मिनट के लिए छोड़ दें। जिससे कि ये पापड़ क्रिस्पी हो जाएं और तलने पर टेस्टी लगें।
- - संध्या शर्माअब रात का खाना कितना भी सोच-समझकर बना लें लेकिन थोड़ा बहुत तो बच ही जाता है। इस बचे हुए खाने को लोग अक्सर फ्रिज में स्टोर कर देते हैं और सुबह गर्म कर के खाते हैं। लेकिन दोबारा गर्म किए हुए खाने का टेस्ट काफी बदल जाता है। ना तो इसकी खुशबू ही सेम रहती है और ना ही उसका स्वाद और टेक्सचर। ऐसे में ये बचा हुआ खाना अक्सर वेस्ट ही हो जाता है या फिर मन मार कर खाना पड़ता है। दरअसल हर फूड आइटम को गर्म करने का एक अलग तरीका होता है। अगर आप सही तरीके से फूड को गर्म करते हैं, तो ये बिल्कुल फ्रेश खाने की तरह टेस्ट करता है। यहां हम आपको कुछ बेसिक फूड आइटम्स को गर्म करने का सही तरीका बता रहे हैं। इस तरह खाने को गर्म कर के खाएंगे तो उसका स्वाद, खुशबू और फ्लेवर बिल्कुल फ्रेश खाने की तरह बरकरार रहेगा।बासी खाने को इस तरह करें गर्म1) कई दफा परांठे बनाते वक्त मैश किया उबला आलू बच जाता है और आप उन्हें फ्रिज में रख देती हैं। इन बचे हुए आलू को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए फ्रिज से निकले आलू को पहले सामान्य तापमान पर लाएं और फिर इसमें गर्म बटर डाल दें। स्वाद भी बढ़ेगा और कड़ापन भी खत्म हो जाएगा।2) बचे हुए पास्ता को अगले दिन गर्म करते वक्त उसमें पास्ता सॉस मिलाएं। पैन में थोड़ा बटर पिघलाएं और उसमें पास्ता को गर्म करें। वहीं, चाउमीन को दोबारा गर्म करने के लिए उसके ऊपर पानी का हल्का छींटा देकर गर्म करें। स्वाद भी बरकरार रहेगा और सूखापन भी दूर हो जाएगा।3) बचे हुए चावल को फ्रिज से निकालकर सामान्य तापमान पर लाएं। सॉसपैन में पानी उबालें। स्टील की छन्नी में चावल डालें और छन्नी में रखे चावल पर खौलता पानी डालें। पानी की गर्माहट से चावल गर्म और बिल्कुल ताजे हो जाएंगे।4) अगर फ्रिज में बासी सूप रखा है तो उसे गर्म करने के लिए सीधे आंच पर न चढ़ाएं। सूप में एक कप गर्म पानी डाल दें और फिर उसे गैस पर रखकर गर्म करें। इससे सूप में गुठलियां नहीं पड़ेंगी, स्वाद पर कोई असर नहीं पड़ेगा और सूप का टेक्सचर भी अच्छा रहेगा।5) नान को दोबारा गर्म करने के लिए नॉनस्टिक पैन में नान रखकर गैस ऑन करें। नान के चारों ओर थोड़ा पानी छिड़कें और पैन को ढक दें। धीमी आंच पर नान को दो मिनट तक पकाएं। नान अच्छी तरह से गर्म और मुलायम भी हो जाएगा।
- -सीमा उपाध्यायहोली के दिन हर घर में तरह-तरह की खाने की चीजों को तैयार किया जाता है। इस खास त्योहार पर ज्यादातर घरों में दही भल्ले बनाए जाते हैं। होली के दिन अगर आपके घर पर भी मेहमान मिलने के लिए आते हैं तो आप उन्हें दही भल्ले सर्व कर सकते हैं। घर पर बने दही भल्लों को लेकर महिलाओं की शिकायत रहती है कि ये बहुत सख्त हो जाते हैं। ऐसे में रुई जैसे सॉफ्ट वड़े बनाने के लिए आप यहां बताई गई ट्रिक्स को अपना सकते हैं।सही मात्रा में लें दालदही भल्ले के वड़े उड़द दाल से तैयार किए जाते हैं। इसी के साथ इसमें मूंग की दाल भी मिलाई जाती है। ऐसे में दोनों को सही मात्रा में मिलाना बहुत जरूरी है। इसके लिए 75 प्रतिशत उड़द दाल और 25 प्रतिशत मूंग दाल का इस्तेमाल कर सकते हैं।एक रात पहले ही भिगोएं दालआपको जिस भी दिन दही भल्ले बनाने हैं, उससे एक रात पहले ही दोनों दालों को मिलाकर भिगो दें। ऐसा करने से दाल अच्छे से फूल जाएगी और आप आसानी से इसका स्मूद पेस्ट बना पाएंगे।बहुत ज्यादा पानी न डालेंघोल को पीसने के लिए कितना पानी सही मात्रा में डालना बहुत जरूरी है। बहुत ज्यादा पानी मिक्स को खराब कर सकता है। कितना पानी डालना है यह दाल की क्वालिटी और ग्राइंडर की क्षमता पर निर्भर करता है। लेकिन ध्यान रखें कि बहुत ज्यादा पानी न डालें क्योंकि इससे भल्ले बहुत कुरकुरे हो जाएंगे और बहुत ज्यादा तेल सोख लेंगे।अच्छे से करें मिक्सजब दाल का घोल तैयार हो जाए तो उसे कुछ देर तक तेजी से हिलाएं क्योंकि इससे घोल हल्का और फूला हुआ हो जाएगा। तेजी से मिक्स करने के लिए आप विस्कर का फिर हाथों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।सॉफ्ट बनाने के लिए डालें तेलदही भल्ले सॉफ्ट बनाने के लिए बैटर मिक्सिंग के समय इसमें गरम तेल मिला दें। ये दादी-नानी की ट्रिक है जिससे भल्ले बहुत सॉफ्ट बनकर तैयार होते हैं।तलने से पहले जरूर करें फ्लोटिंग टेस्टजब बैटर तैयार हो जाए तो एक छोटी कटोरी पानी में एक चम्मच बैटर डालें। अगर यह तैरता है, तो यह सही है। अगर नहीं तैरता है, तो इसका मतलब है कि ये पतला है। इसे ठीक करने के लिए बैटर को गाढ़ा करना होगा। इसके के लिए उसमें थोड़ी सूजी या चावल का आटा मिला सकते हैं।गर्म तेल में तलेंभल्ले तलने के लिए तेल सही तापमान पर होना चाहिए। अगर तेल ठंडा होगा तो भल्ले नरम हो जाएंगे और अगर तेल ज्यादा गरम होगा तो वड़े बाहर से जल्दी भूरे हो जाएंगे और बीच का हिस्सा कच्चा रह जाएगा। इसलिए तेल को सही मात्रा में गर्म करने के बाद ही भल्ले तलें।
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आपने बड़े चाव से अपनी ड्रेस के मेचिंग के लेदर फुटवियर खरीदें, लेकिन एक दो बार पहनने के बाद ही दबाव पड़ने से अगर उनमें लकीरें बनने लगे तो आपका मूड और लुक दोनों खराब हो जाता है। फैशन की दुनिया में आपके लुक को कंप्लीट करने के साथ अट्रैक्टिव बनाए रखने में जूतों को सबसे अहम रोल माना जाता है। यही वजह है कि पैरों में पहने जाने के बावजूद लोग अच्छी क्वालिटी के ही फुटवियर खरीकर पहनना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन कई बार अच्छी क्वालिटी के होने के बावजूद भी जूतों और बूट को कुछ दिन पहनने के बाद ही उन पर लाइनें नजर आने लगती हैं, जो सामने से देखने में बहुत खराब लगती हैं। अगर आप भी अपने जूतों का कम्फर्ट और लुक अच्छा बनाए रखना चाहते हैं तो ये सोशल मीडिया पर वायरल शिवानी गौतम का यह फैशन हैक आपके काम आ सकता है।
जूतों की दरारों को गायब कर देगा ये फैशन हैक
जूतों की दरारों को गायब करने के लिए आपको सबसे पहले एक अखबार या कपड़ा लेकर उसे अपने जूतों या बूट्स के अंदर डाल देना है। कपड़े या अखबार को जूतों में डालते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि आपका जूता अंदर से दबा हुआ नहीं रहना चाहिए। इसके बाद अब एक बर्तन में पानी लेकर उसमें तौलिया डुबोएं। अब पानी में भीगे हुए तौलिए को अच्छी तरह निचोड़कर लकीरों वाले जूतों या बूट्स के ऊपर लपेट दें। अब एक हल्की गर्म प्रेस को एक से दो मिनट के लिए जूतों पर लिपटे गीले तौलिए पर चलाएं। आपके इस ईजी फैशन हैक की मदद से जूतों पर मौजूद सभी लाइन्स और दरारें गायब हो जाएंगी। इमरजेंसी में यह फैशन ट्रिक आपके बहुत काम आने वाली है। -
सर्दियां जब खत्म होने लगती हैं और हवाएं चलती हैं तो स्किन में रूखापन बढ़ जाता है। खासतौर पर हाथ-पैर जो अभी तक स्वेटर के अंदर छिपे थे। वहां की स्किन बिल्कुल बेजान और सख्त दिखती है। इस सख्त और बेजान रूखी स्किन को सॉफ्ट और शाइनी बनाने के लिए रोज नहाने के बाद इस घर में बने स्पेशल मॉइश्चराइजर को लगाना शुरू कर दें।
घर में ऐसे बनाएं मॉइश्चराइजर
मार्केट में मिलने वाले बॉडी लोशन से पर्याप्त मात्रा में मॉइश्चर और न्यूट्रीशन स्किन को नहीं मिलती। इसीलिए जैसे ही इनका असर खत्म होता है स्किन फिर से रूखी और बेजान दिखने लगती है। लेकिन घर में नेचुरल ऑयल और इंग्रीडिएंट्स की मदद से जब मॉइश्चराइजर बनाकर लगाते हैं। तो ये स्किन को अंदर से नरिश करती है और सॉफ्ट बनाती है।
घर में मॉइश्चराइजर बनाने का तरीका
एक चम्मच बोरोलीन या कोई बॉडी लोशन
एक चम्मच एलोवेरा जेल
एक चम्मच ग्लिसरीन
दो चम्मच बेबी ऑयल
दो चम्मच तिल का तेल
किसी कांच के बाउल में बोरोलीन क्रीम और एलोवेरा जेल को लेकर फेंट लें। फिर इसमे ग्लिसरीन, बेबी ऑयल और तिल के तेल को डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें। अब किसी साफ शीशी में ये मॉइश्चराइजर भरकर रख लें।
नहाने के फौरन बाद बाथरूम में ही इस मॉइश्चराइजर को हाथ-पैरों में लगाकर मसाज कर लें। ये स्किन को सॉफ्ट और शाइनी बनाने में मदद करेगी। - लाइफस्टाइल सिर्फ फिजिकल हेल्थ को ही इंपैक्ट नहीं करता बल्कि साथ ही हमारे ब्रेन पर भी असर डालता है। ऐसे में अगर आप अपने ब्रेन को शार्प और हेल्दी बनाए रखना चाहते हैं, तो अपने डेली रूटीन में कुछ छोटी हैबिट्स को शामिल कर सकते हैं। खासतौर से रात का समय ब्रेन को रीसेट करने और आराम देने के लिए बेस्ट टाइम होता है। ऐसे में अगर आप अपने नाइट टाइम रूटीन में कुछ हेल्दी आदतों को शामिल कर लेते हैं, तो ये आपकी ब्रेन हेल्थ और ब्रेन फंक्शनिंग को इंप्रूव करने में मदद करती हैं। ये हैबिट्स आप अपने साथ-साथ अपने बच्चों के रूटीन में भी एड कर सकते हैं, जिससे उनकी ब्रेन हेल्थ भी बूस्ट हो सके।डीप ब्रीदिंग और योग को बनाएं नाइट टाइम रूटीन का हिस्सादिन भर की थकान और स्ट्रेस के बाद, रात के समय ब्रेन को शांत करना बहुत जरूरी होता है। इससे ब्रेन रेस्ट और रिपेयर मोड में आ जाता है, जो ब्रेन की फंक्शनिंग को इंप्रूव करने के साथ-साथ डीप स्लीप में भी मदद करता है। इसके लिए आप सोने से पहले डीप ब्रीदिंग यानी गहरी सांस लेना और बेड पर होने वाले कुछ योगासन जैसे सुखासन, शवासन आदि प्रैक्टिस कर सकते हैं। इनसे स्ट्रेस रिलीज होने के साथ-साथ ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव होता है, जो ओवरऑल ब्रेन हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है।अपना स्क्रीन टाइम करें कमरात में सोने से पहले आपको अपना स्क्रीन टाइम कम कर देना चाहिए। कोशिश करें कि लगभग आधा घंटा पहले फोन, लैपटॉप या टीवी से दूरी बना लें। दरअसल जब आप सोने से पहले भी स्क्रीन पर अपनी आंखे गड़ाए रहते हैं, तो ये आपके ब्रेन को एक्टिव मोड में ले आते हैं; जिससे नींद आने में भी परेशानी होती है। इसके अलावा ज्यादा फोन चलाने से ब्रेन का अटेंशन और फोकस भी कम होता है।हेल्दी नट्स और सीड्स को करें डाइट में शामिलरात को सोने से पहले अपने ब्रेन को हेल्दी डोज देना ना भूलें। इसके लिए आप बादाम और अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं; जो ब्रेन हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। सोने से पहले एक गिलास गुनगुना दूध और मुट्ठी भर ड्राई फ्रूट्स आपकी ओवरऑल हेल्थ के साथ-साथ ब्रेन हेल्थ के लिए जादूई साबित हो सकता है।किताब पढ़ें या खेलें कोई दिमागी खेलरात को सोने से पहले आप फोन में बिजी रहने के बजाए अपने पसंदीदा टॉपिक से जुड़ी किताबें पढ़ सकते हैं। सोने से पहले किताब पढ़ना आपके ब्रेन के लिए काफी रिलैक्सिंग हो सकता है। दिनभर के स्ट्रेस और मेंटल लोड को कम करने का यह सबसे बेहतरीन तरीका है। इसके अलावा सोने से पहले किसी तरह का पजल या पहेली सॉल्व कर सकते हैं। ये शॉर्ट टर्म मेमोरी को बढ़ाने के अलावा आपके मूड, मेमोरी और फोकस तीनों को बूस्ट करने का काम करते हैं।किसी करीबी से करें दिल खोलकर बातदिन भर की थकान और स्ट्रेस के बाद कोई ऐसा मिल जाए जिससे दिल खोलकर बातें कर ली जाएं, तो बड़ी राहत मिलती है। कई स्ट्डीज में भी यह बात सामने आई है कि किसी करीबी से कुछ घंटों बातें करने से स्ट्रेस भी कम होता है और साथ ही मेंटल हेल्थ भी सही रहती है। ऐसे में कोशिश करें कि डिनर के बाद किसी करीबी से कुछ खुलकर गपबाजी करें। इस दौरान काम की स्ट्रेस भरी बातों को लाने से बचें और उन मुद्दों पर बात करें जो आपके चेहरे पर हंसी लाते हों।
- कुछ सब्जियां सर्दियों के मौसम की जान होती हैं, 'हरी मटर' भी इन्हीं में से एक है। मटर से ढेरों डिशेज बनाकर तैयार की जाती हैं, और तो और दूसरी सब्जियों में भी मटर डाल दो तो उनका स्वाद भी दोगुना हो जाता है। हालांकि हरी-हरी फ्रेश मटर का स्वाद सिर्फ सर्दियों में ही मिल पाता है। गर्मियों में अगर आपको मटर खानी है तो फ्रोजन मटर का ऑप्शन ही बचता है। अब ना तो इनमें फ्रेश मटर जैसा स्वाद होता है और केमिकल से प्रिजर्व होने के चलते ये हमारी सेहत के लिए भी ठीक नहीं होते। अब क्या कुछ ऐसा तरीका है कि आप सालभर फ्रेश हरी मटर का स्वाद ले सकें? जी, बिल्कुल है और उसी से जुड़ी कुछ कमाल की टिप्स हम आपके साथ साझा कर रहे हैं।इन टिप्स से साल भर लें मटर का मजा1) मटर का मौसम खत्म होने के बाद भी अगर इसका मजा लेना चाहती हैं, तो इसके लिए सरसों तेल की मदद लें। मटर का छिलका छील लें। एक किलो मटर में एक चम्मच सरसों तेल लगाएं। मटर के दानों को कुछ देर सूखने दें और फिर जिपर बैग में डालकर फ्रीजर में स्टोर करें।2) पानी उबालें। दूसरे पैन में बर्फ वाला पानी रखें। उबलते पानी में मटर के दानों को डालें। तीन-मिनट बाद इन्हें गर्म पानी से निकालकर बर्फ वाले पानी में डाल दें। मटर को पानी से निकालकर सूती कपड़े पर फैलाएं। जब पानी सूख जाए तो जिपर बैग में डालकर फ्रीजर में स्टोर करें।3) अगर आप साल भर मीठे-मीठे मटर का स्वाद लेना चाहती हैं, तो इसके लिए सामान्य मटर की जगह पेंसिल मटर चुनें। इनके दाने छोटे-छोटे और मीठे होते हैं। इनमें स्टार्च की मात्रा कम होती है, जिस वजह से वे लंबे समय तक फ्रेश रहते हैं।4) फ्रीजर में मटर को रखने के लिए कंटेनर का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे मटर सुरक्षित रहेंगे और उन्हें आसानी से निकाला भी जा सकेगा। आप मटर को सूखे बोतल या जार में भी स्टोर कर सकती हैं। इससे मटर लंबे समय तक फ्रेश रहेंगे।5) वैक्यूम सील्ड पैकेट्स में मटर को रखें और इनमें से हवा निकाल दें। अब मटर वाले इस पैकेट को फ्रीजर में रखें। इससे मटर की ताजगी बनी रहती है और ये लंबे समय तक इस्तेमाल भी किए जा सकते हैं।
- - संध्या शर्मादही को ज्यादातर लोग घर पर बनाना पसंद करते हैं। लेकिन सर्दियों में इसे जमाना काफी मुश्किल होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि को दही को जमने के लिए गर्माहट चाहिए होती है। लेकिन सर्दी के दिनों में ठंड बहुत ज्यादा होती है इसलिए दही जमाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में यहां बताए गए तरीके ठंड में परफेक्ट दही जमाने में आपकी मदद कर सकते हैं।ठंड में जल्दी तैयार होगा दही1 ठंड के मौसम में स्टील के बर्तन की जगह कैसरोल में दही जमाएं। यह सर्दियों में दही जमाने का सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि कैसरोल को गर्मी बनाए रखने के लिए डिजाइन किया गया है। ऐसे में दूध लंबे समय तक गर्म रहता है, जो जल्दी दही जमने के लिए बहुत जरूरी है।2 दूध को अच्छी तरह से उबाल लें और इसमें एक चम्मच दही डालकर इसे दूध में अच्छी तरह से फेंट लें। अब एक हरी मिर्च को धोकर सुखाएं और इसे दूध में डाल दें। मिर्च का डंठल ना तोड़ें वरना दही में तीखापन आ जाएगा। अब बर्तन को ढककर कपड़े या गर्म पानी में रखकर एक कोने में रख दें।3 ठंड के मौसम में दही हमेशा दिन में ही जमाएं क्योंकि ठंड के मौसम में दिन का समय थोड़ा गर्म रहता है, ऐसे में दही जमने में आसानी होगी। वहीं, ठंड के मौसम में रात के वक्त तापमान और ज्यादा कम हो जाता है।4 ठंड के मौसम में दही को जमाने के लिए एक बर्तन में पानी गरम करके रख लें। अब उसमें दही जमाने वाले बर्तन को अच्छे से ढककर रख दें। यह भी दही जमाने का असरदार तरीका है क्योंकि पानी की गर्माहट से दूध का सही तापमान बरकरार रहता है।5 ठंड में दही को अच्छी तरह से जमाने के लिए गर्म दूध में जामन की मात्रा औसत से थोड़ी ज्यादा डालें। इससे भी बहुत ज्यादा ठंड वाले मौसम में भी दही जमाना आपके लिए थोड़ा आसान हो जाएगा।
- -सीमा उपाध्यायसुबह के नाश्ते में जमकर खाया जाता है। पराठे की स्टफिंग अलग-अलग चीजों से आसानी से की जा सकती है। हालांकि, कुछ महिलाएं स्टफ पराठे घर में बनाने की जगह बाहर से ऑर्डर करती हैं, क्योंकि उनके द्वारा बनाए गए स्टफ पराठे या तो फट जाते हैं या फिर उनकी स्टफिंग एक तरफ चली जाती है। ऐसे में परफेक्ट पराठे बनाने के लिए यहां टिप्स देखें-अब नहीं फटेगा पराठा1) सही तरीके से आटा गूंदने से बेलते वक्त आपका स्टफ्ट पराठा भी नहीं फटेगा। इसके लिए आटा गूंदते वक्त उसमें एक चम्मच बेसन और एक चम्मच घी मिला लें। इसके बाद गुनगुने पानी से आटा गूंदें। आटा मुलायम होगा और परांठा फटने का डर कम रहेगा।2) कुछ लोग आटा गूंदने के तुरंत बाद परांठा बनाना शुरूकर देते हैं, जिसके कारण परांठा अच्छा नहीं बन पाता है। आटा को अच्छी तरह से गूंदने के बाद उसे 10 से 15 मिनट ढककर रख दें। इससे ग्लूटेन सेट हो जाएगा और परांठा काफी स्वादिष्ट बनेगा।3) पराठे के लिए भरावन तैयार करते वक्त सब्जियों से अतिरिक्त पानी निकाल दें। उबले आलू से नमी कम करने के लिए उसे फ्रिज में रख दें। वहीं गोभी, मूली और मेथी जैसी सब्जियों को निचोड़कर पानी निकाल लें।4) साधारण पराठों की तुलना में डबल लेयर वाला परांठा बेहद स्वादिष्ट होता है। रोटी बेलकर आधे हिस्से पर स्टफिंग रखें और फिर रोटी को बीच से मोड़ दें। फिर से आधे हिस्से पर भरावन लगाकर रोटी को दोबारा मोड़ें और तिकोना आकार दें। अब पराठे को बेलकर तवे पर सेंक लें।5) भरावन कम होने पर पराठे में कोई खास स्वाद नहीं आता है। वहीं ज्यादा भरावन होने से पराठा बेलना मुश्किल हो जाता है और फटने लगता है। स्वादिष्ट और खूबसूरत भरावन परांठा बनाना चाहती हैं, तो ऐसे में भरावन की मात्रा का ध्यान रखें।
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लंच हो या डिनर, गरमा-गरम दाल खाना भला किसे नहीं पसंद। दाल चावल हों या दाल फुल्का, हम भारतीयों की डाइट का एक बड़ा हिस्सा हैं। स्वाद के साथ-साथ सेहत से भी भरपूर, अब इससे बेहतर ऑप्शन भला क्या होगा। खैर, दाल बनाने की बात करें तो हर घर की अपनी एक अलग ही रेसिपी होती है। अब रोज-रोज वही सेम तरीके से दाल खाना थोड़ा तो बोरिंग हो ही जाता है। तो चलिए आज आपको बिल्कुल ढाबे जैसी दाल बनाने की एक सीक्रेट टिप बताते हैं। इसके लिए आपको एक ड्राई मसाला बनाकर तैयार करना है और तड़के के वक्त बस एक चम्मच इसे मिला लेना है। इस मसाले से दाल बनाएंगी तो यकीन मानिए दाल इतनी टेस्टी बनेगी कि उसके आगे ढाबे वाली दाल भी फीकी लगेगी।
दाल मसाला बनाने के लिए सामग्रीदाल को और भी स्वादिष्ट बनाने वाले इस दाल मसाला को बनाने के लिए आपको जिन सामग्रियों की जरूरत होगी वो हैं - जीरा (3 छोटी चम्मच), दो बड़ी इलायची, काली मिर्च (आधी चम्मच), लौंग (लगभग 7 से 8), छोटा सा दालचीनी का टुकड़ा, साबुत धनिया (एक चम्मच), तेज पत्ता (लगभग 3), साबुत सूखी लाल मिर्च ( 10-12), कसूरी मेथी ( दो बड़े चम्मच), हल्दी ( एक चौथाई चम्मच), सूखी हुई लहसुन की कलियां ( लगभग 15 से 20), आमचूर ( आधी चम्मच), जायफल का पाउडर (दो चुटकी) और आधा छोटा चम्मच हींग।ऐसे बनाएं दाल मसाला पाउडरदाल मसाला पाउडर बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में कुछ खड़े मसाले जैसे जीरा, बड़ी इलायची, काली मिर्च, लौंग, दालचीनी का टुकड़ा, साबुत धनिया और तेज पत्ता डालें। अब इन्हें बहुत ही धीमी आंच पर भून लें। लगभग एक से दो मिनट रोस्ट करने के बाद इनमें साबुत सूखी हुई लाल मिर्च भी मिलाएं। अब इन सभी को चलाते हुए लो फ्लेम पर भूनते रहें। जब जीरे में से थोड़ा-थोड़ा धुआं उठने लगे उसी वक्त गैस को बंद कर दें। गैस बंद होते ही मसाले में कसूरी मेथी मिलाएं और कुछ देर चलाने के बाद एक प्लेट में अलग निकाल कर रख लें।अब बारी आती है मसाले पीसने की। इसके लिए मिक्सर जार में सभी रोस्ट की हुई चीजों को डालें। इसके साथ हल्दी और सूखी हुई लहसुन की कलियां भी मिलाएं। आप चाहें तो गार्लिक पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें अमचूर पाउडर, दो चुटकी जायफल का पाउडर और आधा चम्मच हींग मिलाएं। अब इन सभी चीजों को पीसकर एक फाइन पाउडर बनाकर तैयार करें। आपका सीक्रेट दाल मसाला पाउडर रेडी है। इसे आप एयरटाइट डब्बे में स्टोर कर के रख सकते हैं।ऐसे करें इस्तेमालदाल मसाला पाउडर को इस्तेमाल करना बहुत आसान है। इसके लिए आप नॉर्मली जैसे दाल कुक करते हैं, वैसे कर लें। तड़का लगाने के बाद जब दाल को पकाने के लिए रखें तो उसमें एक चम्मच दाल पाउडर एड कर दें। इसके बाद आपको ज्यादा देर डाल पकाने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि ये मसाला पहले से ही अच्छी तरह पका हुआ है। इससे आपकी दाल बहुत ही स्वादिष्ट और खुशबूदार बनेगी।