खत्म होगी शनि की उल्टी चाल, जानिए किन राशियों को मिलेगी परेशानियों से मुक्ति
ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की विशेष भूमिका होती है। ग्रहों की चाल और स्वभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। सभी नौ ग्रहों में शनि ग्रह का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है, क्योंकि शनि सबसे धीमी चाल से चलते हैं इस कारण से जातकों पर इसका प्रभाव देर तक रहता है। मान्यताओं के अनुसार शनि को अशुभ फल देने वाला ग्रह माना गया है, लेकिन यह सच नहीं है। शनिदेव न्याय के देवता हैं और यह व्यक्तियों को उनके कर्मों के अनुसार ही शुभ या अशुभ फल प्रदान करते हैं। शनि एक राशि में करीब ढाई वर्षों तक रहते हैं फिर इसके बाद दूसरी राशि में जाते हैं। शनि के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा शनि की वक्री और मार्गी चाल भी जातकों के जीवन पर असर डालते हैं। शनि 2020 से मकर राशि में हैं और 23 मई 2021 से इस राशि में उल्टी चाल से चल रहे हैं।
इस साल शनि का राशि परिवर्तन नहीं होगा, हालांकि 11 अक्तूबर 2021 को वक्री से मार्गी हो रहे हैं। शनि की उल्टी चाल चलने से जिन जातकों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या लगी हुई होती है,उन्हें कई तरह की बाधाओं का सामना करना पडता है। अगले साल यानी 29 अप्रैल 2022 को शनि राशि बदल देंगे। शनि मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस वजह से धनु राशि पर से शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा।
शनि के मार्गी होने पर धनु, मकर और कुंभ राशि वालों की परेशानियां कम हो जाएंगी। इसके अलावा मिथुन और तुला राशि वालों पर जिनके ऊपर शनि की ढैय्या चढ़ी है उनको भी कुछ राहत मिलेगी। शनि के मार्गी होने पर मेष, कर्क, कन्या, मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए समय अब अच्छा होने लगेगा। जीवन में चल आ रही बाधाएं खत्म हो जाएंगी।
शनि के मार्गी होने का समय
शनिदेव 11 अक्तूबर 2021 को मकर राशि में सुबह 8 बजे से मार्गी हो जाएंगे।
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