धनतेरस पर खरीदें इन 5 धातुओं के बर्तन, सेहत के लिए होते हैं फायदेमंद
दिवाली की शुरुआत धनतेरस के पर्व से होती है। धनतेरस के दिन सोना, चांदी और खास तौर पर बर्तन खरीदने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। धनतेरस के खास मौके पर आज हम आपको बताना जा रहे हैं उन 5 धातुओं के बर्तन के बारे में, जो सेहत के लिए फायदेमंद हंै।
चांदी के बर्तन में खाने के फायदे
चांदी के बर्तन खरीदना और उसमें खाना खाना आज के जमाने में थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन इन बर्तनों में खाना खाए तो शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद मिल सकती है। चांदी का एक खास गुण ये है कि इसमें बैक्टीरिया नहीं जमते है, जिसकी वजह से पेट दर्द और प्यास को लंबे समय तक कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
पीतल के बर्तन में खाने के फायदे
पीतल के बर्तन में खाना पकाने और खिलाने की परंपरा राजा-महाराजाओं के जमाने से चली आ रही है। आयुर्वेद के अनुसार पीतल के बर्तन में खाना पकाने और खाने से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। इसके साथ ही ये कफ और कृमि रोगों की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। नियमित तौर पर पीतल के बर्तन में खाना खाने से दिमागी शक्ति तेज होती है।
तांबे के बर्तन में खाने के फायदे
तांबे में जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। ये पेट की सूजन को कम करने और पेट में मौजूद खराब बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद कर सकता है। नियमित तौर पर तांबे के बर्तन में पकाया हुआ खाना खाने से अल्सर, अपच और संक्रमण जैसी बीमारियां दूर रहती हैं।
मिट्टी के बर्तन में खाना के फायदे
मिट्टी के बर्तन में खाना पकाने से ये उसकी सुगंध और स्वाद को बढ़ाने का काम करते हैं। मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने से ऐसे पोषक तत्व मिलते हैं, जो हर बीमारी को शरीर से दूर रखते थे। आयुर्वेद के अनुसार मिट्टी के बर्तन में खाना पकाने से शरीर को 100 प्रतिशत पोषक तत्व मिलते हैं। साथ ही ये पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
स्टील के बर्तन में खाने के फायदे
किसी भी अन्य धातु के मुकाबले स्टील के बर्तन में खाना पकाना काफी आसान होता है। स्टील के बर्तनों को धोने में ज्यादा वक्त भी नहीं लगता है, इसलिए आज घरों में स्टील का इस्तेमाल बढ़ गया है। स्टील के बर्तन नुकसानदायक नहीं होते क्योंकि ये ना ही गर्म से क्रिया करते हैं और ना ही ठंडे इसलिए ये किसी भी रूप में हानि नहीं पहुंचाते हैं।
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