चंद्र ग्रहण में क्या करें, क्या ना करें......जानें चंद्रग्रहण का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा....
8 नवंबर , कार्तिक पूर्णिमा पर भारत में भी चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा। 15 दिन के अंतराल पर यह दूसरा ग्रहण होगा। भारत में इस पूर्ण चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा। भारत के कुछ हिस्सों में पूर्ण चंद्रग्रहण जबकि ज्यादातर हिस्सों में आंशिक चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा। भारत में ग्रहण की शुरूआत 08 नवंबर को चंद्रोदय होने के साथ हो जाएगी।
भारत में कितने बजे शुरू होगा चंद्र ग्रहण ?
चंद्र ग्रहण की तिथि: 08 नवंबर, सोमवार 2022
चंद्रग्रहण का समय : शाम 04 बजकर 23 मिनट से 06 बजकर 19 मिनट तक
चंद्रोदय का समय- 08 नवंबर शाम 5 बजकर 28 मिनट पर
इस राशि और नक्षत्र में लगेगा चंद्र ग्रहण
ज्योतिष गणना के मुताबिक साल का यह चंद्र ग्रहण 08 नवंबर 2022 को मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगेगा। मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल होते हैं और इस दिन ये तीसरे भाव में वक्री अवस्था में रहेंगे। इसके अलावा चंद्रमा राहु के साथ मौजूद होंगे और सूर्य केतु,शुक्र और बुध के साथ स्थित होंगे। देवगुरु बृहस्पति अपनी स्वयं की राशि मीन और शनिदेव भी अपनी स्वयं की राशि मकर में विराजमान रहेंगे।
चंद्र ग्रहण का सूतक काल
वैदिक ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य ग्रहण होने पर सूतक काल ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले जबकि चंद्र ग्रहण होने पर 9 घंटे पहले से सूतक शुरू हो जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण पर सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता है। सूतक काल के दौरान पूजा-पाठ और शुभ कार्य वर्जित होता है। 08 नवंबर को सुबह 6 बजकर 39 मिनट से सूतक काल आरंभ हो जाएगा जो ग्रहण की समाप्ति के साथ खत्म हो जाएगा।
चंद्र ग्रहण में क्या करें और क्या न करें?
08 नवंबर को साल का आखिरी ग्रहण होगा। कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा इस कारण से इसका सूतक काल मान्य होगा। ऐसे में ग्रहण के लगने के 09 घंटे पहले से सूतक काल लग जाएगा। शास्त्रों में सूतक काल को अशुभ माना गया है इसलिए सूतक लगने पर पूजा-पाठ,धार्मिक अनुष्ठान और शुभ काम नहीं किए जाते हैं। मंदिर के पट बंद दो जाते हैं। ग्रहण में न तो खाना पकाया जाता है और न ही खाना खाया जाता है। ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप और ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान और दान किया जाता है। ग्रहण की समाप्ति होने पर पूरे घर में गंगाजल से छिड़काव किया जाता है।
चंद्र ग्रहण में क्या न करें
चंद्र ग्रहण के दौरान कभी भी कोई शुभ काम या देवी-देवताओं की पूजा नहीं करनी चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान न ही भोजन पकाना चाहिए और न ही कुछ खाना-पीना चाहिए।
चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं का ग्रहण नहीं देखना चाहिए और न ही घर से बाहर जाना चाहिए।
चंद्रग्रहण के दौरान तुलसी समेत अन्य पेड़-पौधों नहीं छूना चाहिए।
चंद्र ग्रहण में क्या करें
ग्रहण शुरू होने से पहले यानी सूतक काल प्रभावी होने पर पहले से ही खाने-पीने की चीजों में पहले से तोड़े गए तुलसी के पत्ते को डालकर रखना चाहिए।
ग्रहण के दौरान अपने इष्ट देवी-देवताओं के नाम का स्मरण करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान इसके असर को कम करने के लिए चंद्रमा से जुड़े हुए मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ग्रहण खत्म होने पर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
राशियों पर इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव
मेष- साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण आपकी राशि में लग रहा है। आपके लिए यह ग्रहण अशुभ और हानि पहुंचाने वाला रहेगा। सतर्क रहें।
वृष-आपके लिए यह चंद्र ग्रहण अच्छा नहीं रहेगा। धन हानि और मेहनत ज्यादा करनी पड़ सकती है।
मिथुन-आपके लिए यह चंद्र ग्रहण अच्छा रह सकता है। शुभ फल और करियर-कारोबार में अच्छा फायदा हो सकता है।
कर्क- कार्यों में सफलताएं प्राप्ति होंगी। मेहनत का अच्छा फल मिलेगा।
सिंह- आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरी में अच्छे पद की प्राप्ति हो सकती है।
कन्या- इस राशि के जातकों का इस चंद्र ग्रहण के कारण कष्ट सहने पड़ सकते हैं।
तुला- परेशानियां आ सकती हैं। धन हानि होने से आपके काम बिगड़ सकते हैं। संभलकर चलें।
वृश्चिक- आपको धैर्य बनाएं रखना होगा नहीं तो यह ग्रहण आपको काफी नुकसान देने वाला हो सकता है। सावधानी बरतें।
धनु- आपको सेहत संबधित कुछ समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
मकर- इस राशि के जातकों को धन की हानि, मुकदमों में हार का सामना करना पड़ सकता है।
कुंभ- इस राशि के जातकों को लाभ और सौभाग्य में वृद्धि के योग हैं।
मीन- ज्यादा नुकसान होने की संभावना है।
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