स्त्री नहीं कमाती और पुरुष कमाई करता है, तो ऐसे में यदि पुरुष स्त्री से दान करवाये तो दान का फल किसे मिलेगा?
जगदगुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन - भाग 293
साधक का प्रश्न ::: महाराज जी! यदि कोई स्त्री कमाती नहीं है और पुरुष कमाता है, लेकिन स्त्री से पुरुष दान करवाता है, तो दान का फल किसे मिलेगा?
जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा दिया गया उत्तर ::: वो जिस निमित्त दान कर रहा है, वो चाहे स्त्री से करवाये, चाहे नौकर से करावे, चाहे तुम से करावे, उससे क्या मतलब है? फल तो उसी को मिलेगा, जो करा रहा है। भगवान् के यहाँ स्त्री-पति नहीं चलता, स्वर्ग तक चलता है। यज्ञ हो रहा है, जो स्वर्ग सम्बन्धी काम है, उनमें स्त्री आधे की हकदार है और संसार में भी आधे की हकदार है ही है। लेकिन भगवान् के यहाँ नहीं।
अब किसी के द्वारा करावे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। दान तो जितना गुप्त हो उतना अधिक फल मिलता है।
ऐसे भी हमारे सत्संग में चार-छः लोग हैं जो चुपचाप तकिया के नीचे रख जाते हैं। हल्ला मचाते रहो, किसका रुपया है? किसने रखा है? बोलते ही नहीं। कुछ लोग दूसरे से दिला देते हैं। ये तो अच्छी बात है।
लेकिन फल उसी को मिलेगा जिसने परिश्रम करके कमाया है, जिसका पैसा है। लेकिन जिसके पास पैसा नहीं है, तो कोई स्त्री निराश न हो कि हमारा क्या होगा? मन से ही स्मरण करे और मन से ही दान की भावना रखे। तन और मन ये दो चीज तो सबके पास है। धन नहीं है तो इसके लिये माफी है भगवान् के यहाँ। जिसके पास कम धन है, कम दान करो। बिल्कुल नहीं है, बिल्कुल मत करो। उसके लिये दण्ड नहीं है। जिसके पास है और नहीं दान करता, उसके लिये दण्ड है।
द्वावंभसि निवेष्टव्यौ गले बद्ध्वा दृढ़ां शिलाम्। (महाभारत)
(अर्थात) ऐसे व्यक्ति को गले में चट्टान पत्थर बाँध के कुएँ में डाल दो जो पैसा हो और दान न करे (दान की महत्त्वता बतलाने के लिये 'महाभारत' में यह श्लोक आया है)। ये जानते हुए कि ये सब छोड़ कर जाना पड़ेगा। ये हम ले नहीं जायेंगे। और फिर भी दान नहीं करता।
०० प्रवचनकर्ता ::: जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज
०० सन्दर्भ ::: 'द द द' पुस्तक ('दान' विषयक प्रश्नोत्तरी)
०० सर्वाधिकार सुरक्षित ::: राधा गोविन्द समिति, नई दिल्ली के आधीन।
+++ ध्यानाकर्षण/नोट ::: जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा प्रगटित सम्पूर्ण साहित्यों की जानकारी/अध्ययन करने, साहित्य PDF में प्राप्त करने अथवा उनके श्रीमुखारविन्द से निःसृत सनातन वैदिक सिद्धान्त का श्रवण करने के लिये निम्न स्त्रोत पर जायें -
(1) www.jkpliterature.org.in (website)
(2) JKBT Application (App for 'E-Books')
(3) Sanatan Vedik Dharm - Jagadguru Kripalu Parishat (App)
(4) Kripalu Nidhi (App)
(उपरोक्त तीनों एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर पर Android तथा iOS के लिये उपलब्ध हैं.)
Leave A Comment