फादर्स-डे पर अपने सनातन पिता भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण करें! जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा 'फादर्स-डे' संदेश!!
Happy
FATHER'S DAY
To All Of You..
आप सभी सुधी पाठक समुदाय को 'फादर्स-डे' की हार्दिक शुभकामनाएं!! आइये आज इस अवसर हम सभी अपने सनातन पिता भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण करें!
जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा 'फादर्स-डे' के महत्व पर यह विशेष प्रवचन हम सभी के कल्याणार्थ दिया गया था, हम सभी इसमें निहित शब्दों पर गम्भीरता से मनन करें और अधिकाधिक लाभ प्राप्त करने का सौभाग्य अर्जित करें!!
★ 'भगवान् ही हमारे वास्तविक पिता हैं'
'..भगवान् समस्त जीवों के वास्तविक पिता हैं. भगवान् के सोचने मात्र से संसार बन गया. संसार बन जाने के बाद भगवान् संसार के एक एक परमाणु में व्याप्त हो गए अर्थात् सर्वव्यापक हो गए. भगवान् ने जीवों को शरीर दिया और भगवान् अनेक रूप बनाकर प्रत्येक जीव के साथ उसके शरीर में बैठे, शरीर में चेतना दी. जीव को भगवान् ने शक्ति दी और जीव ने शरीर को शक्ति दी. जीव के पूर्व जन्म के कर्मानुसार भगवान् प्रत्येक जीव को जन्म देते हैं..
भगवान् के अनंत जीव हैं और समस्त जीव भगवान् के पुत्र हैं परंतु वे भगवान् को अपना पिता नहीं मानते हैं. संसारी पिता को पिता मानते हैं, परंतु जो वास्तविक पिता है भगवान्, उसको मानते ही नहीं. शरीर के पिता के लिए संसार में 'फादर्स डे' मनाते हैं और आत्मा का वास्तविक पिता परमात्मा है, उसको कोई नहीं मानता, उसके विषय में कोई नहीं सोचता. संसारी पिता तो एक जन्म भी साथ नहीं दे सकता क्योंकि सर्वप्रथम तो मानव देह क्षणभंगुर है, किसी की आयु निश्चित नहीं है और दूसरे संसार में सब अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए ही एक दूसरे से प्रेम का दिखावा करते हैं और स्वार्थ सिद्धि न होने पर परस्पर एक दूसरे के शत्रु बन जाते हैं.
संसारी पिता से जीव का संबंध क्षणभंगुर है, नाशवान है परंतु भगवान से जीव का संबंध नित्य है, अटूट है, सदा से है और सदा के लिए है. जीव, भगवान् को अपना पिता माने न माने, परंतु भगवान् फिर भी उसका सदा साथ देते हैं. अतः 'फादर्स डे' पर हमें अपने वास्तविक पिता भगवान् की अनन्त कृपाओं को अनुभव करते हुए उनसे अपने अपराधों के लिए क्षमा माँगते हुए रोकर उनसे उनकी सेवा माँगनी चाहिए, क्योंकि भगवान् का नित्य दासत्व हमारा वास्तविक स्वरुप है. जब तक भगवान् नहीं मिलते तब तक हमें अपने गुरु को ही अपना पिता, अपना संरक्षक मानते हुए साधना करनी चाहिए, तभी 'फादर्स डे' मनाना सार्थक होगा..'
••- जगद्गुरुत्तम् स्वामी श्री कृपालु जी महाराज...
+++ ध्यानाकर्षण/नोट ::: जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा प्रगटित सम्पूर्ण साहित्यों की जानकारी/अध्ययन करने, साहित्य PDF में प्राप्त करने अथवा उनके श्रीमुखारविन्द से निःसृत सनातन वैदिक सिद्धान्त का श्रवण करने के लिये निम्न स्त्रोत पर जायें -
(1) www.jkpliterature.org.in (website)
(2) JKBT Application (App for 'E-Books')
(3) Sanatan Vedik Dharm - Jagadguru Kripalu Parishat (App)
(4) Kripalu Nidhi (App)
(उपरोक्त तीनों एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर पर Android तथा iOS के लिये उपलब्ध हैं.)
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