चलते हुए मेडिटेशन कैसे करें, जानें दिलचस्प तरीका और फायदे
मेडिटेशन यानी ध्यान लगाना काफी फायदेमंद है. मेडिटेशन के अनेक तरीके हैं, जो अलग-अलग लक्ष्यों के मुताबिक अपनाए जाते हैं. ऐसी ही एक तरीका वॉल्किंग मेडिटेशन यानी चलते हुए ध्यान लगाना है. ध्यान लगाने का यह तरीका बिल्कुल अलग और दिलचस्प है, जो कि कई फायदे देता है. आइए ध्यान लगाने के इस दिलचस्प तरीके के बारे में जानते हैं.
कैसे करते हैं वॉल्किंग मेडिटेशन --
कैलिफोर्निया विश्वविद्यायल के द ग्रेटर गुड साइंस सेंटर के मुताबिक वॉल्किंग मेडिटेशन करते हुए धीमी गति से चलना होता है. इसमें हम चलने की प्रक्रिया पर बहुत बारीकी से ध्यान लगाते हैं. जैसे कि मुड़ना, पैर उठाना, जमीन से पैर उठना, जमीन पर पैर रखना व शरीर को आगे की तरफ ले जाना. हम रोजाना यह कार्य करते हैं, लेकिन इसके प्रति सजग नहीं होते हैं.
वॉल्किंग मेडिटेशन करने के लिए सबसे पहले शांत जगह चुनें और एक रास्ते या जगह का चुनाव करें. जहां कोई आपको डिस्टर्ब ना कर सके और आप 10 से 15 कदम सीधा चल सकें.
अब गहरी सांस लीजिए और धीरे-धीरे 10 से 15 कदम चलिए.
इसके बाद जितनी हो सके, उतनी गहरी सांस लीजिए.
अब वापिस मुड़िए और शुरुआती पोजीशन तक वापिस जाइए.
अब दोबारा जितनी गहरी और लंबी सांस ले सकते हैं, लीजिए.
इस दौरान आपको कदमों और प्रक्रिया को धीमा रखना है और हर चीज को महसूस करना है.
आपके दिमाग में जो भी विचार आएं, उन्हें आने और जाने दीजिए.
इसी तरह 10 से 15 मिनट करिए.
वॉल्किंग मेडिटेशन के फायदे --
शरीर शांत और आरामदायक बनता है.
एकाग्रता बढ़ती है.
शारीरिक संतुलन बनता है.
शरीर के प्रति सजग होते हैं.
पाचन तंत्र बेहतर होता है.
ऊर्जा प्राप्त होती है.
तनाव कम होता है.
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