हार, जीत जीवन का हिस्सा, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया: प्रधानमंत्री
नयी दिल्ली। तोक्यो ओलंपिक खेलों की पुरुष हॉकी स्पर्धा में भारत की हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि हार और जीत जीवन का हिस्सा है। भविष्य के लिए टीम को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यही मायने रखता है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम अंतिम 11 मिनट के अंदर तीन गोल गंवाने के कारण तोक्यो ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन बेल्जियम से 2-5 से हार गयी। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘जीत और हार जीवन का हिस्सा है। हमारी पुरुष हॉकी टीम ने तोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यही मायने रखता है। अगले मैच के लिए और भविष्य के लिए टीम को शुभकामनाएं। भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।'' बाद में प्रधानमंत्री ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह से भी बात की।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने प्रतियोगिता के दौरान भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें अगले मैच के लिए शुभकामनाएं दीं। भारतीय टीम 49 वर्ष बाद हॉकी में ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी। लिहाजा देश भर की निगाहें आज के मैच पर थी। खुद प्रधानमंत्री ने भी आज का मैच देखा। उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। बाद में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के गुजरात के लाभार्थियों से संवाद करने के बाद मोदी ने ओलंपिक दल में शामिल खिलाड़ियों की जमकर सराहना की और कहा कि इस ओलंपिक में नए भारत का बुलंद आत्मविश्वास दिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हर खेल में वह अपने से बेहतर खिलाड़ियों और टीमों को चुनौती दे रहे हैं। भारतीय खिलाड़ियों का जोश, जुनून और जज्बा आज सर्वोच्च स्तर पर है। यह आत्मविश्वास तब आता है, जब सही प्रतिभा की पहचान होती है और उसको प्रोत्साहन मिलता है। यह आत्मविश्वास तब आता है, जब व्यवस्थाएं बदलती हैं और पारदर्शी होती हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह नया आत्मविश्वास न्यू इंडिया की पहचान बन रहा है। आज भारत के हर कोने में यही आत्मविश्वास दिख रहा है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार ओलंपिक में भारत के अब तक के सबसे अधिक खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया है और वह भी 100 साल की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 से जूझते हुए। उन्होंने कहा, ‘‘कई तो ऐसे खेल हैं जिनमें हमने पहली बार क्वालीफाई किया है। सिर्फ क्वालीफाई ही नहीं किया बल्कि कड़ी टक्कर भी दे रहे हैं। हमारे खिलाड़ी हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं।'' बहरहाल, भारतीय टीम को अभी तक तोक्यो ओलंपिक में दो ही पदक हाथ लगे हैं। बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीता और उन्होंने चीन की आठवीं वरीय ही बिंग जियाओ को हराकर महिला एकल स्पर्धा का कांस्य पदक जीता। सिंधू से पहले भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने रजत पदक जीता था।
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