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- बालोद। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समस्त कलेक्टर को कंजक्टिवाइटिस संक्रमण के रोकथाम हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जारी निर्देश में कहा गया है कि राज्य में मौसम के कारण ष्आँख आने की बीमारीष् (कंजक्टिवाइटिस) बढ़ गई है। यह एक संक्रामक रोग है जो कि सम्पर्क से फैलने वाली बीमारी है जो सघन आवासी क्षेत्र में अधिक फैलता है। इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक निर्देश प्रसारित करने को कहा है।जिले के समस्त स्कूलों, छात्रावासों, पोटाकेबिन, आश्रमों में कंजक्टिवाइटिस संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक उपाय किया जाए। समस्त स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर आवश्यक जाॅच एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। दवा दुकानों द्वारा बिना डॉक्टरों की सलाह/पर्ची के स्टेराईड युक्त आई ड्राप विकय किया जा रहा है। यह आँखों के लिये हानिकारक हो सकता है। अतः इस पर निगरानी आवश्यक है। चूँकि यह एक संक्रामक बिमारी है अनावश्यक भीड़-भाड़ का नियंत्रण किया जाए तथा जन सामान्य को विभिन्न प्रचार प्रसार माध्यम समाचार पत्र, सोशल मिडिया, मायकिंग के द्वारा जागरूक कर आवश्यक स्थानों पर इससे बचाव के उपाय किया जाए। एंटिबायोटिक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।स्कूल, छात्रावास तथा अन्य क्लस्टर इंफेक्शन की संभावना वाले स्थान पर विशेष ध्यान देना है। भीड़भाड़ वाले स्थान जैसे सिनेमा थियेटर, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि में यह तेजी से फैलता है।यदि किसी स्थान पर अधिक प्रकरण मिलते हैं तो शिविर लगाकर उपचार किया जा सकता है। अस्पताल में आये कंजंक्टिवाईटिस के रोगियों की संख्या की जानकारी प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग के अंधत्व नियंत्रण शाखा में भेजना सुनिश्चित करें। यदि क्लस्टर इंफेक्शन मिला हो तो उसका अलग से उल्लेख करें।कंजक्टिवाइटिस आंख की आम बीमारी है जिसे हम आँख आना भी कहते हैं। इस बीमारी में रोगी की आँख लाल हो जाती है, कीचड़ आता है, आँसू आते हैं, चुभन होती है तथा कभी-कभी सूजन भी आ जाती है। कंजक्टिवाइटिस होने पर एंटीबायोटिक ड्रॉप जैसे जेंटामिसिन, सिप्रोफ्लॉक्सिन, मॉक्सीफ्लॉक्सिन आई ड्रॉप आँखों में छह बार एक-एक बूंद तीन दिनों के लिए मरीज को देना चाहिए। तीन दिनों में आराम न आने पर किसी अन्य बीमारी की संभावना हो सकती है। ऐसे में नेत्र विशेषज्ञ के पास दिखाना उचित होता है। अन्यथा गंभीर स्थिति निर्मित हो सकती है। कंजक्टिवाइटिस की जाँच एवं उपचार की सुविधा चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध है। कंजक्टिवाइटिस संक्रामक बीमारी है जो सम्पर्क से फैलती है। अतः मरीज को अपनी आँखों को हाथ न लगाने की सलाह देनी चाहिए। रोगी से हाथ मिलाने से बचकर एवं उसकी उपयोग की चीजें अलग कर इस बीमारी के फैलाव को रोका जा सकता है। संक्रमित आँख को देखने से इस बीमारी के फैलने की धारणा केवल भ्रम है। यह बीमारी केवल सम्पर्क से ही फैलती है।
- रायपुर / राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के स्पेशल मॉनीटर श्री बालकृष्ण गोयल ने रायपुर जिले के दो दिवसीय प्रवास पर रहें और उन्होंने जिला अस्पताल ऑबजर्वेशन होम, प्लेस ऑफ सेफ्टी शासकीय बालगृह (बालक) और ओेेल्ड एज होम इत्यादि संस्थाओं का अवलोकन किया। श्री बालकृष्ण ने जिला अस्पताल के ओपीडी, पीडियाट्रिक वार्ड, जीडियाट्रिक वार्ड और हमर लैब सहित सभी वार्डों का निरीक्षण किया और अस्पताल में आए और भर्ती मरीजों से बातचीत की। उन्होंने ओपीडी पंजीयन में बुजुर्गों और महिलाओं के लिए पृथक व्यवस्था और आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण और साफ-सफाई तथा भोजन में गुणवत्ता बनाए रखने कहा। उन्होंने अच्छे कार्य करने वाले कर्मचारियों-सुरक्षागार्ड को सम्मानित करने का सुझाव दिया। साथ ही विभिन्न प्रकार की आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षण देने को भी कहा। श्री बालकृष्ण ने शासकीय बाल संपेक्षण गृह में अपचारी बालकों के रखने की व्यवस्था तथा कार्यालय में अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने अपचारी बालकों की निरंतर काउंसलिंग करने साफ-सफाई रखने चिकित्सकों की व्यवस्था और उनके स्किल डेवलपमेंट का प्रशिक्षण देने को कहा। साथ ही वृद्धा आश्रम में भी वृद्धों की देख-रेख करने और आश्रम में साफ-सफाई रखने चिकित्सकीय और दवाईओं का उचित इंतेजाम करने कहा। साथ ही शासकीय बालगृह (बालक) का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
- भिलाई नगर/ राष्ट्रीय हरित अधिकरण ;एन.जी.टी. की मंशा के अनुरूप नगर पालिक निगम, भिलाई के सम्पूर्ण क्षेत्र से नालों के माध्यम से निकलने वाले गंदा पानी को शुद्व करने ग्राम समोदा एवं झेंझरी के दस एकड़ भूमि में नगर निगम भिलाई द्वारा सिवरेज ट्रिटमेंट प्लांट स्थापित किया जावेगा।निगम महापौर नीरज पाल एवं आयुक्त रोहित व्यास ने ग्राम समोदा एवं झेंझरी के दस एकड़ भूमि का स्थल अवलोकन किया जहाॅ निगम द्वारा 180 एम.एल.डी. क्षमता का सिवरेज ट्रिटमेंट प्लांट स्थापित किया जाना प्रस्तावित है, जिसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाना है। निगम क्षेत्र के नालों से बहने वाले गंदा पानी जो समोदा नाला में प्रवाहित होता है, उसका ट्रिटमेंट कर सिंचाई योग्य एवं मांग के आधार पर उद्योगों को प्रदान करने की योजना को मूर्तरूप प्रदान करने महापौर एवं आयुक्त ने अधिकारियों के साथ स्थल पर पहुॅचे और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस ट्रिटमेंट प्लांट के स्थापित होने से गंदा पानी जो बेकार में बह रहा है उसका शुद्विकरण कर खेतों में सिंचाई तथा उद्यागों में उपयोग हो सकेगा, बता दे की ;एन.जी.टी. के गाईडलाईन अनुसार शहरो से निकलने वाले गंदा पानी को ट्रिटमेंट कर बहु उपयोगी तथा नदी में प्रवाहित करने के निर्देश है। निगम भिलाई इसी दिशा में ग्राम समोदा एवं झेंझरी के दस एकड़ भूमि में नगर निगम भिलाई द्वारा सिवरेज ट्रिटमेंट प्लांट स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है। स्थल अवलोकन के दौरान संजय शर्मा, अधीक्षण अभियंता जलकार्य, सहायक अभियंता वसीम खान, एवं उपअभियंता अर्जित बंजारे परियोजना उपस्थित थे।
- -बहतराई इंडोर स्टेडियम में 01 अगस्त को आने की संभावना-कलेक्टर , एसपी ने स्थल निरीक्षण कर लिया तैयारियों का जायजाबिलासपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 1 अगस्त को बिलासपुर संभाग के युवाओं से भेंट मुलाकात के लिए मुख्यालय बिलासपुर आने की प्रबल संभावना व्यक्त की गई है। इस कार्यक्रम का आयोजन बहतराई इंडोर स्टेडियम में होगा। मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए कलेक्टर श्री सौरभ कुमार एवं एसपी संतोष कुमार ने आज बहतराई इंडोर स्टेडियम पहुंचे एवं मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को लेकर भेंट मुलाकात कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। कलेक्टर ने तैयारियों के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ श्री अजय अग्रवाल, नगर निगम के आयुक्त श्री कुणाल दुदावत ,अतिरिक्त जिलाधीश श्री आर ए रघुवंशी समेत जिला प्रशासन के तमाम आला अधिकारी बहतराई इंडोर स्टेडियम पहुंचे । संभावना है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बिलासपुर संभाग के 8 जिलों के युवाओं के साथ भेंट मुलाकात के लिए 1 अगस्त को बिलासपुर आ सकते हैं । मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आज कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने जिला प्रशासन के आला अफसरों की बैठक लेकर कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कार्यक्रम के लिए कानून व्यवस्था, बैठक व्यवस्था सहित आयोजन संबंधी तमाम इंतजामों को समय पर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। युवाओं के साथ भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुंगेली, कोरबा,गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, जांजगीर-चांपा , सक्ति, रायगढ़, सारंगगढ़-बिलाईगढ़ जिले के युवाओं, महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों सहित अन्य सभी युवा 1 अगस्त को बहतराई इंडोर स्टेडियम में मुख्यमंत्री से सीधी बातचीत करेंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल युवाओं से लगातार रूबरू हो रहे हैं। युवाओं से भेंट मुलाकात के इस कार्यक्रम में श्री बघेल छत्तीसगढ़ के विकास के मुददे, युवाओं के लिए संचालित योजनाओं, उनकी उपलब्धियों और आकांक्षाओं पर बात करेंगे। इस कार्यक्रम में बिलासपुर संभाग के सभी 8 जिलों से युवा यहां हजारों की तादाद में पहुंचेंगे, जिसकी तैयारी जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही है।
- - जल मितान युवा उद्यमियों द्वारा वन स्टॉप सॉल्यूशन के तहत गांव में जल जीवन मिशन योजना के संचालन और रखरखाव का कार्य किया जा रहा है- विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर 8 जल मितानों ने 3 माह में कमाए लगभग 3 लाख रुपएदुर्ग / कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने शुक्रवार 28 जुलाई को कलेक्टर कक्ष में जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे "जल मितान - कौशल विकास" कार्यक्रम की समीक्षा बैठक ली। जल जीवन मिशन के अंतर्गत योजना के पूर्ण होने के पश्चात नियमित रख- रखाओ और सञ्चालन ग्रामीणों द्वारा ही किया जाना है। इस सम्बन्ध में ग्राम द्वारा चयनित प्रतिभागियों को जिला जल एवं स्वच्छता मिशन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर, एवं हेल्पर 3 ट्रेड में एक दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है जिन्हे हम "जल मितान" कहते है। साथ ही जल मितान को बहु कौशल बनाने एवं उद्यमिता (स्व-रोजगार) से जोड़ने हेतु जल जीवन मिशन छत्तीसगढ़ एवं यूनिसेफ के सयुक्त तत्वाधान से " जल मितान - युवा उद्यमी " पहल भी की गयी है जिसके तहत विभाग द्वारा प्रारंभिक प्रशिक्षण प्राप्त जल मितानो को यूनिसेफ द्वारा 12 तथा 21 दिवसीय, विशिष्ट एवं उद्यमी प्रशिक्षण दिया जाता है। दुर्ग जिले में इस परियोजना की तहत अब तक लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 117 जल मितान को प्रारंभिक प्रक्षिक्षण दिया गया है। जिनमे से यूनिसेफ द्वारा 51 जल मितानो विशिष्ट बहु कौशल प्रक्षिक्षण एवं 8 जल मितानो को उद्यमी प्रक्षिक्षण दिया गया है जो की बहुत ही सफल पाया गया है। उद्यमी प्रशिक्षिण के पश्चात जल मितान की अधिकतम आय 3 हजार रुपये एवं औसतन आय 19 हजार रुपये प्रति माह तक की कमाई कर रहे है। कलेक्टर श्री मीणा द्वारा इस परियोजना को आगे बढ़ाने और जिले स्तर पर प्रत्येक ग्राम पंचायत से जल मितान के कौसल विकास हेतु कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए है।
- -स्वास्थ्य विभाग का अमला नहर नालियों के सफाई कर रहेभिलाईनगर। भिलाई निगम की टीम शहर की नालो एवं नालियो की सफाई कर रहा है ताकि बारिश का पानी कही जाम न हो। आयुक्त रोहित व्यास ने आज सुबह से रुक रुक कर हो रही तेज बारिश को देखते हुए स्वास्थ विभाग की टीम को क्षेत्र मे मुस्तैद रह कर शहर की नालियो का गहराई से सफाई करने कहा है जिससे बारिश का पानी नाली के माध्यम से अपने गंतव्य की ओर बहकर निकल जाय। पानी बहाव में अवरोध बनने वाले झिल्ली पन्नी के कचरे, नाली किनारे के मलबे को हटा कर पानी निकासी मे निरंतरता बनाने रखने के निर्देश भी दिए है। निगम स्वास्थ अमला प्रत्येक वार्ड मे होने वाले नियमित सफाई के साथ ही बारिश की वजह से होने वाले जल भराव को रोकने के लिए नाला तथा नाली मे बह कर आने वाले कचरा हटाया जा रहा और नाली के किनारे उगे खर्पतवार व मध्मय उंचाई के पौधो की कटाई का कार्य भी किया जा रहा ताकि पानी के बहाव मे कोई अवरोध न उत्पन्न हो। स्वास्थ विभाग द्वारा लोगो को जलजनित बिमारियों से बचने के लिए समाधान कारक उपायो का प्रचार प्रसार हेतु मोहल्लों मे मुनादी भी करवा जा रहा है। इसके साथ ही आयुक्त ने अधिकारियो को निर्देश दिए है की निगम क्षेत्र के अंडरब्रिज जलमग्न न हो इसकी मॉनिटरिंग करते रहे।महापौर नीरज पाल ने स्वास्थ अमले को पुरे निगम क्षेत्र मे कोई जल भराव की स्थिति न बने यह सुनिश्चित करने को कहा है और शिकायत प्राप्त होने पर त्वरित समाधान के निर्देश दिए है।
- -राजमार्ग एवं सड़को से मवेशियों को हटाए जाने के संबंध में अधिकारियों को दिए निर्देश, ग्रामीणों से सहयोग की अपील की-कर्मचारियों को आमजनता के प्रति सहानुभूति पूर्वक विचार कर दायित्वों का निर्वहन करने के दिए निर्देश-अनुपस्थित कर्मचारियों को थमाया नोटिसदुर्ग /राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ के कार्यालयों में उस समय हड़कंप मच गया। जब संभागायुक्त श्री महादवे कावरे शुक्रवार 28 जुलाई को सुबह 10 बजे कार्यालयीन समय पर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय एवं तहसील कार्यालय डोंगरगढ़ पहुँचे। निरीक्षण के दौरान उन्होने सभी कर्मचारियों के टेबल पर नाम पट्टिका आवश्यक रूप से रखे जाने के निर्देश दिए एवं अनुपस्थित पाए गए 03 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस थमाया गया।अधिकारी कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन करे, आमजनमानस को कार्यों में करें सहयोग:-निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त श्री कावरे तहसील कार्यालय डोंगरगढ़ में सुबह आयोजित होने वाले दैनिक प्रार्थना में शामिल हुए, प्रार्थना पश्चात उन्होने उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों को राजस्व के कार्योंं के सुचारू संपादन करने एवं दायित्वों का निर्वहन करने के संबंध में दिशा-निर्देश दिया।राष्ट्रीय राजमर्ग एवं विभिन्न सड़को से मवेशियो का हटाने के संबंध में अधिकारियों को दिए निर्देश एवं पाॅलिटेक्निक विद्यार्थियों को जागरूकता के संबंध में दिए निर्देशसंभागायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्षा ऋतु एवं ग्रीष्म ऋतु में आए दिन गाय, बैल एवं आवारा मवेशिया सड़को में एकत्रित होती है। जिससे कि दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है एवं यातायात अवरूद्ध होने की भी समस्या रहती है। इस हेतु ग्राम पंचायत में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराकर एवं ग्राम सभा के सहयोग से ग्राम में सूचना दी जाए कि संबंधित ग्रामीण अपने मवेशियो को सड़क पर ना छोड़े एवं मवेशिया को अपने घरों में बांध कर रखे। आवारा मवेशियों को शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों कांजी हाउस में रखे जाने के संबंध में भी निर्देशित किया।राजनांदगांव जिले के ग्राम बोरी में स्थित वेटनरी पाॅलीटेक्निक के निरीक्षण के दौरान भी संभागायुक्त एवं कुलपति श्री कावरे ने पाॅलिटेक्निक काॅलेज के विद्यार्थियों को सुझाव दिया कि वे अपने आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले किसानों एवं ग्रामीणों को मवेशियों को सड़क में न छोड़ने के संबंध में निर्देशित करें।संभागायुक्त ने कहा राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु स्थल चिन्हांकन कर शिविर आयोजित करें:-न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ में 209 प्रकरण एवं न्यायालय तहसीलदार में .311 प्रकरण जिनमें 02 वर्ष से अधिक 31 प्रकरण लंबित पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की साथ ही प्रकरण के निराकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए एवं अनुविभागीय अधिकारी श्री गिरीश रामटेके को निर्देशित किया कि वे अपने अधीनस्थ न्यायालयों का समय-समय पर निरीक्षण करें।संभागायुक्त श्री कावरे ने उपस्थित समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिन ग्रामों में प्रकरण ज्यादा लंबित है ऐसे स्थलो का चिन्हांकन कर शिविर आयोजित करें।इसी प्रकार न्यायालय लाल बहादुर नगर में 343 प्रकरण लंबित पाए गए जिनमें 05 वर्ष सं अधिक 47 प्रकरणों के लंबित पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित पीठासीन अधिकारी श्री भूपेन्द्र नेताम को राजस्व प्रकरणों के नियमित सुनवाई कर यथाशीघ्र निराकरण के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त ने अधिवक्ताओं से न्यायालयीन प्रक्रिया एवं निराकरण के संबंध में चर्चा की, जिस दौरान उपस्थित अधिवक्ता श्री अशोक लिल्हारे, श्री अरविंद सिंह, श्री जवाहर विश्वकर्मा एवं श्री श्याम प्रकाश शर्मा ने संतुष्टता व्यक्त की।रिकार्ड रखे अद्यतन, वसूली की कार्यवाही में लाए तेजी:-संभागायुक्त ने तहसील कार्यालय के विभिन्न शाखाओं के निरीक्षण के दौरान कार्यालय में संधारित किए जाने वाले कोटवारी पंजी, सर्किल नोट बुक, अभिलेख निरीक्षण पंजी, बी-7 पंजी अद्यतन नही पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी को फटकार लगाते हुए एक सप्ताह के भीतर रिकार्ड अद्यतन किए जाने के निर्देश दिए।श्री कावरे ने अर्थदण्ड वसूली हेतु शेष राशि की वसूली की कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए एवं 3000 से अधिक निराकृत प्रकरणों को अभिलेख कोष्ठ में जमा करने के निर्देश दिए गए।
- -स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने हेतु जरूरी उपाय सुनिश्चित करने के दिए निर्देश-न्यूनतम 90 प्रतिशत मतदान कराने का दिया लक्ष्यबालोद। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुलदीप शर्मा ने आज नगर पंचायत गुरूर के सामुदायिक भवन एवं जिला पंचायत सभाकक्ष बालोद में आयोजित बीएलओ एवं सुपरवाईजरों के प्रशिक्षण कार्यक्रम मंे शामिल होकर उन्हें आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने निर्वाचन कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने में बीएलओ एवं सुपरवाईजरांे की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने सभी बीएलओ एवं सुपरवाईजरों को अपने -अपने मतदान केन्द्रों में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने हेतु जरूरी उपाय सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए। श्री शर्मा ने पिछले आम चुनाव में बालोद जिले में हुए बेहतरीन मतदान प्रतिशत की सराहना करते हुए सभी बीएलओ एवं सुपरवाईजरो को आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2023 में न्यूनतम 90 प्रतिशत मतदान सम्पन्न कराने का लक्ष्य दिया। इस दौरान उन्होंनेें प्रशिक्षण में उपस्थित सभी अधिकारी-कर्मचारियांे को आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2023 में अनिवार्य रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री शशांक पांडेय ,उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री योगेन्द्र श्रीवास ,एसडीएम गुरूर श्री जी.डी.वाहिले ,एसडीएम बालोद श्रीमती शीतल बंसल,डिप्टी कलेक्टर सुश्री प्राची ठाकुर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।कलेक्टर श्री शर्मा ने बीएलओ एवं सुपरवाईजरों को उनके कार्याे एवं दायित्वों के सम्बंध विस्तार से जानकारी दी।उन्होंने कहा कि निर्वाचन संबंधी कार्यो मे त्रुटि की गुंजाईश बिल्कुल भी नहीं होती। इस कारण से निर्वाचन कार्य को पूरी तरह से त्रुटिरहित एवं शत प्रतिशत सही करना आवश्यक है। श्री शर्मा ने कहा कि मतदान को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु मतदाता सूची का त्रुटिरहित एवं बेहतर होना अत्यंत आवश्यक है। इसलिए इस कार्य में विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित कराने को कहा कि कोई भी मतदाता मतदान से वंचित नहीं होना चाहिए । इस दौरान श्री शर्मा ने दो अगस्त से शुरू हो रहे निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य के संबंध में भी जानकारी दी। उन्हांेने 1 अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूरा करने वाले मतदाता का अनिवार्य रूप से मतदाता पहचान पत्र बनाने के निर्देश भी दिए। श्री शर्मा ने कहा कि किसी भी स्थिति में 1 अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूरा करने वाले व्यक्तियों का नाम मतदाता सूची में शामिल होने से वंचित न रहें। श्री शर्मा ने फार्म 7 को भरते समय विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी मतदाता का नाम गलती से नही कटना चाहिए। यदि वाजिब कारनों से नाम काटे जाने पर उसकी जानकारी उसके परिवार वाले को अनिवार्य रूप से दिया जाना आवश्यक है।श्री शर्मा ने गुरूर विकासखण्ड के बीएलओ एवं सुपरवाईजरो की सराहना की तथा गुरूर विकासखण्ड में पिछले आम चुनाव हुए 70 प्रतिशत मतदान को बढाकर आगामी विधानसभा चुनाव में न्यूनतम 90 प्रतिशत वृद्वि कराने के निर्देश भी दिए।श्री शर्मा ने भारत निर्वाचन आयेाग द्वारा 80 वर्ष से अधिक की आयु के लोगों एवं दिव्यांग मतदाताओ के लिए प्रदान की गई होम वोंटिग की संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने बीएलओ एवं सुपरवाईजरों के अलावा सभी अधिकारियों को जिले के सभी मतदान केन्द्रो में पेयजल,शौचालय, विद्युत एवं रैम्प आदि के अलावा सभी सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । इस दौरान उन्होंने मतदान केन्द्रो में चल रहें मरम्मत आदि कार्यो के संबंध मंे जानकारी ली तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों को इसे शीध्र बनाने के निर्देश दिए।
- -कलेक्टर ने आमजनों से चुनावी प्रक्रिया की जानकारी लेने की अपीलरायपुर /आगामी विधानसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में कलेक्टर एव जिला मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में जिले के चारो विकासखण्ड़ों में ईव्हीएम, वीवीपीएटी तथा मॉक पोल के प्रदर्शन माध्यम से आमजन में जागरुकता लाने अभियान चलाया जा रहा है।रायपुर कलेक्टोरेट परिसर में भी आमजनों के लिए ईव्हीएम वीवीपीएटी के जानकारी एवं मॉक पोल का प्रदर्शन किया जा रहा है। डॉ भुरे ने अपील कि अधिक से अधिक लोग इस प्रक्रिया को समझने के लिए कलेक्टोरेट परिसर में आयोजित प्रदर्शन कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते है तथा चुनाव के निष्पक्ष प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर सकते है।
- -मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने लोगों से सहभागिता बढ़ाने की अपील की-मतदाता सूची में जोड़े जाएंगे नए मतदाताओं के नामरायपुर /मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आगामी 2 अगस्त से शुरू हो रहे मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण में लोगों से सहभागिता बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने निर्वाचक नामावली को त्रुटिरहित बनाने मृत एवं स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटवाने तथा 1 अक्टूबर को 18 वर्ष पूर्ण कर रहे युवाओं को अपना नाम जुड़वाने के लिए आवेदन करने की अपील की है।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती कंगाले ने बताया कि राज्य में 2 अगस्त से 31 अगस्त तक मतदाता सूची में नया नाम जुड़वाने और इसमें संशोधन का कार्य किया जाएगा। इस दौरान मतदाता के पते में संशोधन व परिवर्धन तथा नया ईपिक कार्ड बनाने की भी कार्यवाही की जाएगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने राज्य के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे लोकतंत्र की इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी में अपनी सहभागिता निभाएं।
- रायपुर । माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सबसे बड़े बिजली संयंत्र को 1320 मेगावॉट सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के नाम पर इस संयंत्र का नामकरण करने की घोषणा की।उन्होंने कहा कि जनरेशन कंपनी ने सारी प्रक्रिया तेजी से की है, पर्यावरण और कोयला की अनुमति मिल चुकी है। इसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने 12 हजार 915 करोड़ रूपए के लागत से बनने वाले छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी हसदेव ताप विद्युत गृह की नवीन सुपरक्रिटिकल ताप विद्युत परियोजना कोरबा (पश्चिम) के शिलान्यास एवं विकास कार्यों के लोकार्पण भूमिपूजन कोरबा में किया। उन्होंने समारोह में कहा कि कोरबा ऊर्जा की राजधानी है। नेहरु जी ने 1957 में यहां बिजली प्लांट की शुरुआत की थी। अब तक के सबसे बड़े 1320 मेगा वाट के पावर प्लांट के लिए आप सबको बधाई।हमारे यहां बिजली की खपत प्रति व्यक्ति देश में सबसे ऊपर है।हमारे यहां 42 लाख परिवारों को आधे रेट में 400 यूनिट तक बिजली दे रहे हैं। किसानों को हमने 12357 करोड रुपए की सब्सिडी उपलब्ध कराई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सोलर ऊर्जा से पंप स्टोरेज तकनीक से 7700 मेगावाट के पांच संयंत्र लगाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। बिजली व्यवस्था को लेकर हम लगातार काम कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मोर बिजली एप के नए वर्जन से आप लाइन में फाल्ट आने, बिजली कटने, खराब होने की शिकायत भी कर सकते हैं।इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि विकास के काम पूरे हो रहे है। आज पांवर प्लांट का भूमिपूजन हुआ है। क्रिटिकल पॉवर प्लांट से प्रदूषण कम होगा। आने वाले दिनों कोयले से नहीं बल्कि पानी से बिजली बनाई जाएगी।ऊर्जा सचिव व पावर कंपनी के चेयरमेन श्री अंकित आनंद ने कहा कि यहां पर 660 मेगावाट की दो इकाइयां स्थापित होंगी। भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए कोरबा में 660-660 मेगावाट की दो नई इकाइयों की स्थापना की जा रही है। 1320 मेगावाट का यह सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर स्टेशन प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक संयंत्र होगा। इससे एक ओर प्रदेश बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर होंगा वहीं दूसरी ओर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने की। समारोह में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, राजस्व मंत्री श्री जय सिंह अग्रवाल, सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत, श्री दीपक बैज, विधायक श्री मोहित राम, श्री पुरूषोत्तम कंवर, श्री ननकीराम कंवर, महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद एवं जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला छत्रपाल सिंह कंवर, जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार विशेष रूप से उपस्थित थे।
- -उपभोक्ताओं को नए वर्जन से घर बैठे मिलेगी 36 प्रकार की सेवाएं-बिजली बिल हाफ योजना में प्राप्त छूट की भी मिलेगी जानकारी-योजना के प्रारंभ से लेकर अब तक बिजली बिल में मिली छूट का देख सकेंगे विवरण-छत्तीसगढ़ी में जानकारी देने वाला पहला शासकीय एप बना मोर बिजली एप 2.0-मोर बिजली एप के पहले वर्जन को उपभोक्ताओं का मिला अच्छा प्रतिसाद-13 लाख 25 हजार से अधिक उपभोक्ता कर रहे हैं उपयोगरायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने कोरबा प्रवास के दौरान ‘मोर बिजली एप 2.0‘ का शुभारंभ किया। मोर बिजली एप के पहले वर्जन को बिजली उपभोक्ताओं का अच्छा प्रतिसाद मिलने के कारण ही नागरिक सेवाओं को विस्तार देते हुए एप के दूसरे वर्जन को तैयार किया गया है। मोर बिजली एप 2.0 के माध्यम से अब उपभोक्ताओं को 36 प्रकार की सेवाएं मिलेंगी।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को इस पहल के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को अब मोर बिजली एप के पहले वर्जन से अधिक सुविधाएं घर बैठे ही मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के लिए मोर बिजली एप दूसरा दफ्तर बन गया है और खुशी की बात है कि बिजली विभाग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां छत्तीसगढ़ी बोली में उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि इस नए एप में हमारी सरकार द्वारा चलायी जा रही बिजली बिल हाफ योजना अंतर्गत उपभोक्ता को योजना के प्रारंभ से लेकर अब तक बिजली बिल में प्राप्त छूट की राशि के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही उपभोक्ता छूट की राशि का प्रमाण पत्र भी डाउनलोड कर पायेंगे।कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद श्री दीपक बैज तथा ऊर्जा विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद उपस्थित थे।मोर बिजली एप 2.0-मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा लांच किए गए मोर बिजली एप 2.0 में 36 प्रकार की उपभोक्ता सेवाएं प्राप्त होगी। जिसमें बिल की जानकारी, गणना, दरें, बिल भुगतान सुविधाएं, जैसे ऑनलाईन भुगतान, नजदीकी भुगतान केन्द्र, पिछले दो वर्षों का बिल भुगतान विवरण, बिजली बिल हाफ योजना में प्राप्त छूट की जानकारी, विद्युत आपूर्ति तथा बिल से जुड़ी शिकायतें जैसे बिजली बंद, बिल संबंधी शिकायतें, आपातकालीन तथा विद्युत अवरोध, ट्रांसफार्मर की खराबी आदि की सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही नए बिजली कनेक्शन, नाम परिवर्तन, टैरिफ परिवर्तन, लोड बढ़ाने-घटाने, मीटर शिफ्टिंग जैसी सुविधाओं के लिए ऑनलाईन आवेदन कर सकते है। उपभोक्ता अपने ऑनलाईन आवेदन की स्थिति की जानकारी भी प्राप्त कर पाएंगे। उपभोक्ता अपनी व्यक्तिगत प्रोफाइल जैसे- मोबाइल नम्बर जोड़ने-बदलने, ई-मेल आईडी के साथी बिजली कनेक्शन प्रोफाईल एप के माध्यम से बना पाएंगे। एसएमएस और मोबाईल एप की भाषा का चुनाव भी आसानी से हो सकेगा।बिजली कनेक्शन और नजदीकी विद्युत कार्यालय की जानकारी भी एप में-बिजली उपभोक्ताओं को उनके बिजली कनेक्शन से संबंधित कई जानकारियां जैसे संबंधित बिजली ऑफिस, फ्यूज ऑफ कॉल सेन्टर तथा भुगतान केन्द्र का पता, सहायक/कनिष्ठ अभियंता का नाम तथा अन्य कई आवश्यक जानकारियां मालूम नहीं रहती है, इसलिए मोर बिजली मोबाइल ऐप वर्जन 2.0 में उपभोक्ता को ये सभी जानकारियां बिजली कनेक्शन प्रोफाइल में उपलब्ध करायी गई है। इसमें उपभोक्ता से संबंधित मीटर, पोल, ट्रांसफार्मर, 11 के.व्ही. फीडर तथा सबस्टेशन और अन्य आवश्यक जानकारियां भी शामिल हैं।छत्तीसगढ़ी बोली में जानकारी देने वाला पहला शासकीय एप बना मोर बिजली एप 2.0-नए मोर बिजली एप को प्रदेशवासियों की सुविधा के लिए छत्तीसगढ़ी बोली में उपलब्ध कराया गया है। जिन उपभोक्ताओं ने छत्तीसगढ़ी बोली को एसएमएस की भाषा के रूप में चुना है, उन्हें मासिक बिजली बिल, बिल भुगतान, बिल भुगतान रिमाइन्डर और बिल भुगतान की जानकारी छत्तीसगढ़ी में भेजी जाएगी। इसके साथ ही यह छत्तीसगढ़ी बोली का प्रदेश का पहला शासकीय मोबाइल एप बन चुका है।मोर बिजली एप ने रचा नया कीर्तिमान-छत्तीसगढ़ के भुईयां मोबाइल एप के बाद सिर्फ मोर बिजली एप का हीे 10 लाख से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है। 6 अक्टूबर 2020 को लांच हुए मोर बिजली एप के पहले वर्जन को 13 लाख 25 हजार से अधिक उपभोक्ता डाउनलोड कर उपयोग में ला रहे है। गूगल प्ले स्टोर में निःशुल्क उपलब्ध इस मोबाइल ऐप को 36 हजार 700 से अधिक उपभोक्ताओं द्वारा 5 में से 4.4 की रेटिंग दी गई है। राज्य में मोर बिजली के एप की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है, यही इसकी सफलता का परिणाम है।ग्रामीण क्षेत्रों में मोर बिजली एप सर्वाधिक लोकप्रिय-छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिल की जानकारी, बिजली बिल का भुगतान और बिजली बंद होने की शिकायत के लिए मोर बिजली ऐप का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। बिजली बंद होने की लगभग 50 प्रतिशत से अधिक शिकायतें मोर बिजली ऐप के माध्यम से प्राप्त हो रही है। शिकायतों का समय-सीमा में निराकरण भी 70 प्रतिशत से बढ़कर अब 94 प्रतिशत हो गया है।
- -मुख्यमंत्री ने नया दायित्व मिलने पर श्री देवांगन को दी बधाईरायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन ने सौजन्य मुलाकात की। गौरतलब है कि श्री देवांगन को उनके वर्तमान दायित्वों के साथ-साथ ‘राजीव युवा मितान क्लब योजना‘ के राज्यस्तरीय संचालन, क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण के लिए समन्वयक नामांकित किया गया है। मुख्यमंत्री ने श्री देवांगन को उनके नवीन दायित्वों के लिये बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
- -हजारों महिलाओं के स्वावलंबन की बनी सूत्रधार-गोधन सेवा और जैविक खेती से सफल उद्यमी बनने कारायपुर, / जब मन में कुछ अच्छा करने की ललक और इरादे नेक हों, तो रास्ते खुद-ब-खुद बनते जाते हैं और कामयाबी कदम चूमती है। जीवों के प्रति दया का भाव और पर्यावरण के प्रति प्रेम ने वेदेश्वरी शर्मा को जैविक खेती और गौसेवा के क्षेत्र में एक नई पहचान दी है। कोण्डागांव की रहने वाली वेदेश्वरी शर्मा आज पूरे क्षेत्र में बिन्दु दीदी के नाम जानी जाती है। गोधन की सेवा और जैविक खेती को अपने जीवन का लक्ष्य मानने वाली वेदेश्वरी शर्मा ने इस काम से हजारों महिलाओं को न सिर्फ जोड़ा है, बल्कि उनके स्वावलंबन की भी सूत्रधार बनी है। गौसेवा और जैविक खेती के प्रोत्साहन के उनके प्रयासों को गौसेवा आयोग से लेकर कई संस्थाओं ने न सिर्फ सराहा है बल्कि उन्हें सम्मानित भी किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में संचालित छत्तीसगढ़ सरकार की गौठान निर्माण और गोधन न्याय योजना की तारीफ करते हुए वह कहती है कि इसके माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था, रोजगार और पर्यावरण को बेहतर बनाया जा सकता है। छत्तीसगढ़ सरकार गोधन न्याय योजना ने गौ-सेवा और जैविक खेती को लेकर उनके उत्साह को दोगुना कर दिया है।लावारिश, अशक्त और बीमार गोधन की सेवा-जतन का 13 वर्ष पूर्व बीड़ा उठाने वाली वेदेश्वरी शर्मा कोण्डागांव से 20 किलोमीटर दूर बड़ेकनेरा गांव में कामधेनु गौसेवा संस्था का संचालन कर रही हैं, जहां सैकड़ों की संख्या में लावारिश एवं अशक्त गौवंशीय पशुओं की देख-भाल, उपचार एवं चारे-पानी का बेहतर प्रबंध है। इस गौशाला में पलने वाले गाय और बछड़ों को जरूरतमंद ग्रामीणों और किसानों को दान में दिए जाने का भी चलन है, ताकि इससे उन्हें आय के साथ-साथ जैविक खेती में मदद मिल सके। गौशाला में गोबर और गौमूत्र से जैविक खाद, जैविक कीटनाशक, फसल वृद्धिवर्धक जीवामृत तैयार करने के साथ-साथ कंडा, दीया, गमला भी बनाएं जाते हैं, ताकि वहां गोधन की देख-रेख में लगे गौसेवकों एवं त्रिवेणी स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आय हो सके।कामधेनु गौसेवा संस्था बड़ेकनेरा वर्ष 2010 से गौसेवा आयोग में पंजीकृत है। यह गौशाला ढाई एकड़ रकबे में बनी है। यहां पशुओं के चारे के प्रबंध के लिए एक एकड़ में हरे चारे की खेती भी होती है। कोण्डागांव अंचल में जैविक खेती को जी-जान से प्रोत्साहित करने में जुटी वेदेश्वरी शर्मा दण्डकारण्य एग्रो प्रोड्यूस कंपनी भी संचालित कर रही हैं। इस कंपनी से हजारों ऐसे कृषक जुड़े हुए हैं, जो जैविक खेती करते हैं। कंपनी का उद्देश्य किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उन्हें इसके लिए आवश्यक मदद एवं उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना है। कोण्डागांव ब्लॉक के करगी, कोकोड़ी, फरसगांव बेड़ा सहित दर्जनों गांवों के किसान आज सुगन्धित धान की जैविक खेती कर रहे हैं। किसानों को जैविक पद्धति से उपजाए गए धान की अच्छी कीमत मिल रही है। किसानों से सुगन्धित धान खरीदने बाहर की ऑर्गेनिक फर्मे भी आती हैं। दण्डकारण्य एग्रो प्रोड्यूस कंपनी की संचालक वेदेश्वरी शर्मा बताती है कि शुरूआती दौर में उन्होंने अपने परिचित की पड़त भूमि रेगहा पर लेकर खेती की शुरूआत की और खूब मेहनत से इसमें अच्छा मुनाफा हासिल किया। उन्हें शुरू से ही खेती-किसानी और गोधन सेवा का जुनून रहा है। सच्चे मन से गोधन और प्रकृति की सेवा के फलस्वरूप इस क्षेत्र वह लगातार आगे बढ़ती गई। लोग जुड़ते गए और आज किसानों और महिलाओं का एक कारवां बन गया है, जो जैविक खेती के साथ-साथ पर्यावरण को बेहतर बनाने में उनके साथ सच्चे मन से जुटे हैं। छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री श्री रविन्द्र चौबे और गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ. रामसुन्दर दास ने उन्हें भूईंया का भगवान अवार्ड से सम्मानित किया है। गोधन की सेवा के लिए उन्हें लाईफ टाईम एचीवमेंट अवार्ड सहित अन्य कई सम्मान मिल चुके हैं।कोण्डागांव अंचल में जैविक खेती को प्रोत्साहित करने में जुटी वेदेश्वरी शर्मा का मानना है कि भूमि किसी भी स्थिति में बेकार पड़ती नहीं रहनी चाहिए, यदि हम थोड़ा सा परिश्रम करें तो भूमि से अन्न, फल, साग-सब्जी उपजाकर अपने परिवार की जरूरतों के साथ-साथ अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने हजारों ग्रामीण किसानों को इसके लिए प्रेरित किया है, जिसके चलते किसान अब खेतों की मेड़ों पर भी फलदार पौधे, जिमीकंद, तिखूर, अरबी, दलहन आदि की खेती कर मुनाफा कमाने लगे हैं। खेती से लगातार आय बनी रहे, उनके इस मंत्र को किसानों से अपनाया है। खेती के साथ-साथ किसान पशुपालन, जैविक पद्धति से सब्जी उत्पादन, मसाला आदि की खेती भी कर रहे हैं। किसानों के जैविक उत्पाद, सब्जी के विक्रय के लिए कोण्डागांव के मंडी में पृथक से जैविक उत्पादों की दुकान शुरू करने की कोशिश है।
- रायपुर। पिछले साल की बात है, अलीना नाम की एक छोटी बच्ची अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना कर रही थी। महासमुंद के ग्राम तेन्दुवाही के आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों में वह सबसे कमजोर थी और किसी भी काम या खेल में जल्द थक जाती थी। थकान ने उसे स्वाभाविक जीवन से दूर कर दिया था। उसकी सेहत भी धीरे-धीरे खराब हो रही थी, जिससे परिवार में भी तनाव बढ़ रहा था। अभिभावकों ने अलीना का कई जगह इलाज कराया, लेकिन उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया। एक दिन चिरायु टीम ग्राम तेन्दुवाही के आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने पहुंची, इससे नन्हीं अलीना का जीवन ही बदल गया। आज वह स्वस्थ है और थकान भरे जीवन से मुक्ति पा चुकी है।परीक्षण के बाद टीम ने संभावना व्यक्त किया कि बालिका अलीना पटेल हृदय रोग से पीड़ित हो सकती है। बालिका अलीना के माता-पिता से चर्चा में उन्हें पता चला कि, बच्ची जन्म से ही अत्यंत दुर्बल है। वह खेलने, चलने में थोड़े समय पर ही थक जाती है। खान-पान में भी अरूचि दिखाती है। अलीना का शारीरिक विकास भी अन्य बच्चों की तुलना में बहुत कम पाया गया।चिरायु टीम द्वारा अलीना को जिला अस्पताल महासमुन्द लाकर नये सिरे से स्वास्थ्य की गहन जांच की गई। जांच में पाया गया कि वह हृदय रोग से पीड़ित है और उसकी तुरंत सर्जरी किया जाना जरूरी है, इससे बच्ची के माता-पिता घबरा गए। चिरायु टीम ने बच्ची अलीना के माता-पिता को चिरायु योजना एवं निःशुल्क सर्जरी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बच्ची को ऑपरेशन हेतु रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अलीना की सफल सर्जरी की गई। उसकी सेहत बहुत सुधर गई और अब वह बच्चों के साथ खेल भी सकती है। उसके परिवार में खुशियां वापस आ गई और उसके चेहरे पर मुस्कान फिर से लौट आई।चिरायु योजना ने अलीना को नया जीवन दिया। अलीना के माता पिता ने सहयोग और बेहतर इलाज के लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि चिरायु योजना से मेरी बेटी को नई जिंदगी मिली है।
- -124 एकड़ में 325 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा कोरबा का स्व. बिसाहूदास महंत मेमोरियल मेडिकल कॉलेजरायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज कोरबा जिले को एक बड़ी सौगात देते हुए स्व. बिसाहूदास महंत स्मृति मेडिकल कॉलेज कोरबा के नए भवन की नींव रखी। मेडिकल कॉलेज के नए भवन निर्माण हेतु कोरबा जिले के ग्राम भुलसीडीह, तहसील-भैंसमा में 124.24 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है। इसके निर्माण के लिए 325 करोड का बजट स्वीकृत किया गया है। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा का उद्घाटन दिनांक 02 मार्च 2021 को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया था । स्थानीय लोगों की मांग अनुसार कोरबा मेडिकल कॉलेज का नामकरण स्व. बिसाहू दास महंत के नाम पर रखा गया है।इस महाविद्यालय को सत्र 2022-23 के लिए एम.बी.बी.एस. की 100 सीट की प्रथम मान्यता दिनांक 09 सितंबर 2022 को प्राप्त हुई। वर्तमान में इस महाविद्यालय में 121 छात्र-छात्राएं मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। चिकित्सा महाविद्यालय में 23 विभागों में लगभग 130 चिकित्सक कार्यरत है।स्व. बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध इंदिरा गांधी चिकित्सालय कोरबा में 357 बिस्तर का चिकित्सालय संचालित है, जिसमें विभिन्न प्रकार के जटिल रोगों का ईलाज हो रहा है। पूर्व में बेहतर ईलाज के लिए बड़े शहरों पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन अब जटिल से जटिल बीमारियों का उपचार मेडिकल कॉलेज कोरबा में हो रहा है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने एक दिवसीय जिले के प्रवास के दौरान कलेक्टरेट कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया। जिला प्रशासन द्वारा स्थापित किए जा रहे छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा 10 फीट ऊंची है, जिसकी कुल लागत 10 लाख रुपये है।
- -मुख्यमंत्री ने ई-लाइब्रेरी में अध्ययनरत युवाओं को सब्सक्रिप्शन कार्ड देकर ई-लाइब्रेरी का किया शुभारंभरायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज कोरबा जिले के प्रवास के दौरान डिंगापुर में नवनिर्मित प्यारेलाल कवर स्मृति पुस्तकालय का डिजिटल माध्यम से एक क्लिक कर लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने रीडिंग जोन में अध्ययनरत युवाओं को सब्सक्रिप्शन कार्ड दिया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रीडिंग जोन में कोरबा निवासी अध्ययनरत छात्रा के स्नेहा राव से लाइब्रेरी के बारे में जानकारी ली। जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि लाइब्रेरी में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं स्वयं एक युवा और बेरोजगारी भत्ता योजना की हितग्राही हूं। उन्होंने मुख्यमंत्री को बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए धन्यवाद दिया और बताया कि उन्हें तीन किस्त मिल चुके हैं और प्राप्त पैसों से उनके द्वारा किताबें, लाइब्रेरी का सब्सक्रिप्शन, आवागमन आदि अन्य खर्च के लिए उपयोग कर रही है। जिससे उन्हें काफी सुविधा मिल रही है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री से सारिका सिन्हा, अविनाश, लक्ष्मी नारायण तथा अन्य युवाओं ने भी मुख्यमंत्री से चर्चा की और उन्हें सब्सक्रिप्शन कार्ड दिया।
- -युवाओं को प्रतियोगी माहौल में तैयारी के लिए सभी जरूरी संसाधनों की गई है व्यवस्थारायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने एक दिवसीय कोरबा प्रवास के दौरान जिले को ई-लाइब्रेरी की सौगात दी है। कोरबा के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने के लिए के लिए डिंगापुर में ई-लाइब्रेरी की स्थापना की गई है। ई-लाइब्रेरी की 3 करोड़ 95 लाख की लागत से स्थापना की गई है। यहां प्रतिभागियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी में स्मार्ट लाईब्रेरी एवं स्मार्ट किड रूम निर्मित की गई है। लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर विशेष फोकस करते हुए जरूरी किताबें और मासिक मैगजीन, ई बुक, ई न्यूज पेपर, प्रतियोगी परीक्षा के लिए लेटेस्ट उपयोगी किताबें उपलब्ध होगी।लाइब्रेरी में बड़े शहरों की तर्ज पर स्टडी केबिन बनाए गए हैं। यह छात्रों के लिए व्यक्तिगत स्टडी टेबल की तरह होगा। जिससे छात्र लाइब्रेरी में एकाग्रचित होकर पढ़ाई कर पाएंगे। तीन मंजिला इस लाइब्रेरी में फ्री वाईफाई की भी सुविधा दी गई है। जिससे शहर में बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए एक अनुकूल जगह मिल पाएगी। यहां प्रतिभागियों के ऑनलाइन पढ़ाई के लिए 40 कम्प्यूटर लगाए गए हैं। इसी प्रकार स्मार्ट किड्स रूम में 10 टेबलेट उपलब्ध है, साथ ही बच्चों के लिए इंटरैक्टिव पैनल निर्मित किया गया है जहां टेलीविजन के माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास एवं ड्राइंग पेंटिग जैसी अन्य चीजें सीख सकेंगे। यहां एक साथ करीब 100-150 बच्चों के एक साथ बैठने की सुविधा है। साथ ही यहां छात्रों के लिए एक कैंटीन की व्यवस्था भी है।
- बिलासपुर । छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय श्री रमेश सिन्हा ने आज बिलासपुर स्थित केन्द्रीय जेल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान जेल स्थित पुरूष बंदीगृह तथा महिला बंदीगृह दोनों का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने बंदियों से बातचीत करते हुए मूलभूत सुविधाओं व व्यवस्था जैसे कि स्वास्थ्य, इलाज, दवाईयाँ आदि की जानकारी ली। बंदियों से उनको दिये जाने वाले भोजन तथा साफ-सफाई का जानकारी भी प्राप्त की। साथ ही उन्होंने विचाराधीन बंदियों से जानकारी ली कि वह किन-किन अपराधों में बंद है। महिला बंदीगृह का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने वहां की साफ-सफाई की प्रशंसा की। बच्चों के साथ जेल में रहने वाली महिला बंदियों की एक सूची बनाने के निर्देश दिये। सीआरपीसी की धारा-432 के संबंध में कार्यवाही हेतु बंदियों की जानकारी भी ली गई। बच्चों के साथ जेल में रहने वाली महिला बंदियों से उनके बच्चों हेतु शिक्षा, खेलकूद व स्वास्थ्य संबंधी उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली और उनमें आवश्यक सुधार करने हेतु निर्देशित किया।मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने जेल अधीक्षक से जेल की क्षमता तथा बंदियों की संख्या की जानकारी ली. उन्होनें बताया कि केन्द्रीय जेल बिलासपुर की क्षमता 2290 बदियों की है। वर्तमान में जेल में बंदियों की कुल संख्या 3153 है जिसमें से पुरुष बंदियों की संख्या 2946 तथा महिला बंदियों की संख्या 207 है। इस पर माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा छोटे अपराधों में बंद विचाराधीन बंदियों की एक सूची त्वरित बनाये जाने हेतु जेल अधीक्षक, केन्द्रीय जेल, बिलासपुर को निर्देशित किया गया। मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा द्वारा केन्द्रीय जेल, बिलासपुर में कैदियों को मिलने वाली विधिक सेवा की जानकारी ली तथा उन्होंने निर्देशित किया कि बंदियों को विधि का वास्तविक ज्ञान सरल भाषा में दिया जाये ताकि भविष्य में उनके जीवन में सुधार आये तथा वे अपराध की ओर अग्रसर नहीं हों।गौरतलब है कि माननीय मुख्य न्यायाधिपति द्वारा यह औचक निरीक्षण का लगातार तीसरा दिन था औचक निरीक्षण में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल श्री अरविन्द कुमार वर्मा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बिलासपुर श्री अशोक कुमार साहू, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट श्री सौरभ कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह एवं न्यायाधिपति महोदय के एडिशनल रजिस्ट्रार कम प्रिंसिपल प्राईवेट सेकेटरी एन. सुब्रहमन्यम भी शामिल थे। ज्ञात हो कि माननीय मुख्य न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में आये हुए मात्र 03 माह ही व्यतीत हुए हैं, उक्त 03 माह के कार्यकाल में ही जिला न्यायालय रायपुर बिलासपुर, कॉकेर, जगदलपुर दंतेवाड़ा, कोरबा, कटघोरा, मुंगेली व जांजगीर-चांपा का निरीक्षण कर मुलभूत सभी कार्य को शीघ्रातिशीघ्र दुरूस्त करने का निर्देश दे चुके हैं ।
- - 100 सीटर खेल अकादमी में तैयार होंगे राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ीरायपुर ।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज कोरबा के प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम परिसर में आवासीय खेल अकादमी का शुभारंभ किया। खेल अकादमी में खिलाड़ियों को फुटबॉल, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और स्विमिंग जैसे खेल का प्रशिक्षण मिलेगा। आवासीय खेल अकादमी में फुटबॉल में बालक वर्ग में 20 खिलाड़ी, बालिका वर्ग में 20 खिलाड़ी, वॉलीबॉल में बालक वर्ग में 12 व बालिका वर्ग में 12 खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था है।इसी तरह बास्केट बॉल में बालक व बालिका वर्ग के 10-10 और स्विमिंग में 8-8 बालक-बालिका वर्ग के खिलाड़ियों के प्रशिक्षण सह- आवासीय व्यवस्था है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के घोषणा अनुरूप आवासीय खेल अकादमी के संचालन के लिए प्रियदर्शनीय इंदिरा स्टेडियम परिसर में सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से एकेडमी के संचालन के लिए सभी संसाधन विकसित किए गए हैं। अकादमी में 100 खिलाड़ियों के प्रशिक्षण व आवास की व्यवस्था की गई है जिससे खेल अकादमी में राष्ट्रीय स्तर के खिलाडी तैयार होंगे।
- -नवीन भवन निर्माण हेतु 2 करोड़ 40 लाख रूपये का प्रावधानरायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा जिले में छात्रों को अंग्रेजी माध्यम में उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए कोरबा में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का शुभारंभ किया। इस सत्र से अंग्रेजी महाविद्यालय कला, वाणिज्य, विज्ञान एवं कम्प्यूटर विज्ञान विषय के साथ प्रारम्भ हो रहा है। यह महाविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर से संबंद्ध है। सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ है, जिसमें सभी संकायों में विद्यार्थी प्रवेश ले रहें है।यह महाविद्यालय परम्परागत अध्यापन की सुविधा के साथ-साथ आधुनिकतम उपकरणों से भी सुसज्जित है। जिसका लाभ यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्राप्त होगा। सुरक्षात्मक दृष्टि से सम्पूर्ण परिसर को सी.सी.टी.व्ही. कैमरा के निगरानी में रखा गया है । क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक गतिविधि हेतु आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की गयी है। जिससे विद्यार्थियों का बौद्धिक, शारीरिक, मानसिक एवं बहुआयामी विकास हो सके।शासन द्वारा इस महाविद्यालय के संचालन हेतु प्राचार्य, सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल, कीड़ाधिकारी तथा तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कुल 34 पद स्वीकृत किए गए हैं एवं नवीन भवन निर्माण हेतु 2 करोड़ 40 लाख रूपये का भी प्रावधान किया गया है।जिले में अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के प्रारम्भ होने से जिले में संचालित आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल एवं निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को अन्य जगहों में जाकर अध्ययन नहीं करना पड़ेगा। उन्हें उनके शहर में ही गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्राप्त होगी।
- रायपुर। राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा के 14 अधिकारियों के नवीन पदस्थापना आदेश जारी कर दिए हैं। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। जितेन्द्र कुमार शुक्ला को पर्यटन मंडल का एमडी बनाया गया है। इसके साथ ही उन्हें खाद्द एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के संचालक की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार को कोरबा जिले की जिम्मेदारी दी गई है। इसी प्रकार कोरबा के कलेक्टर संजीव कुमार झा को बिलासपुर कलेक्टर बनाया गया है।देखें पूरी सूची-----


- -उप मुख्यमंत्री श्री सिंहदेव की अध्यक्षता में पीसीपीएनडीटी एक्ट के राज्य पर्यवेक्षक मंडल की हुई बैठकरायपुर.। . उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने राज्य में पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मितानिनों और स्वसहायता समूहों की महिलाओं को जागरूक करने को कहा है। उन्होंने कहा कि ये दोनों वर्ग महिलाओं से सीधे जुड़े होते हैं और इस एक्ट के पालन में वे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने एक्ट के प्रावधानों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को भी कहा। उप मुख्यमंत्री श्री सिंहदेव ने शुक्रवार को रायपुर के नवीन विश्राम भवन में आयोजित पीसीपीएनडीटी एक्ट के राज्य पर्यवेक्षक मंडल की बैठक में ये निर्देश दिए।पीसीपीएनडीटी एक्ट के राज्य पर्यवेक्षक मंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में मंडल में शामिल नए सदस्यों का स्वागत किया गया। पीसीपीएनडीटी एक्ट के संयुक्त संचालक डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बैठक में बताया कि राज्य में संचालित 51 एफआरयू (First Referral Unit) में से 40 संस्थाओं में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध हैं। शेष 11 संस्थाओं में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन के माध्यम से मशीनों की आपूर्ति प्रक्रियाधीन है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत पिछले कैलेंडर वर्ष 2022 में जनवरी से दिसम्बर के बीच कुल 960 सोनोग्राफी सेंटर्स का निरीक्षण किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में अप्रैल से जून के बीच 586 सेंटर्स का निरीक्षण किया गया है।राज्य पर्यवेक्षक मंडल की बैठक में सदस्यगण विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े और श्रीमती छन्नी साहू, स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. विष्णु दत्त, स्वास्थ्य विभाग के उप संचालक डॉ. महेन्द्र सिंह, एम्स (AIMS) रायपुर के डॉ. अतुल जिंदल, डॉ. अशोक भट्टर, डॉ. सुधीर शुक्ला, डॉ. रवि चौबे और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
- -मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ बुनकर शिल्पी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात कीरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से शुक्रवार को यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ बुनकर शिल्पी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान संघ द्वारा राज्य के बुनकरों को हाथकरघा वस्त्र उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की पहल की सराहना की गई। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बुनकरों को प्रोत्साहित करते हुए राज्य में हाथकरघा उद्योग न केवल हमारे नियमित रोजगार का साधन है, बल्कि ये हमारी धरोहर एवं संस्कृति भी है। यहां ग्रामीण क्षेत्र में हाथकरघा उद्योग के माध्यम से रोजगार की असीम संभावना को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार द्वारा बुनकरों के हित में अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बुनकरों को हाथकरघा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक तथा अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए भी प्रोत्साहित किया, ताकि उन्हें अधिक से अधिक रोजगार और आय प्राप्त हो सके।इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में सर्वश्री विशाल राम देवांगन, शैलेश देवांगन, अवधराम देवांगन, लखनलाल, खोरबाहरा देवांगन, शंकरलाल डडसेना, कामता प्रसाद साहू तथा चेतनलाल देवांगन आदि उपस्थित थे।























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