क्या सभी मॉर्निंग डिटॉक्स वॉटर वाकई में फायदेमंद होते हैं?
आजकल सोशल मीडिया पर हर दूसरी रील मॉर्निग डिटॉक्स वॉटर से जुड़ी मिल जाती है। इसी वजह से morning detox water आजकल बहुत ट्रेंड भी कर रहा है। इसी वजह से लोग बिना सोचे-समझे नींबू पानी से लेकर खीरा,नींबू अदरक का वॉटर पी रहे हैं। इससे होने वाले नुकसान के बारे में रील्स में कुछ भी नहीं बताया जाता। अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या खाली पेट सुबह उठकर ये डिटॉक्स वॉटर पीना सेहतमंद है या फिर सिर्फ ट्रेंड ही है। सबसे पहले जानते हैं कि मॉर्निंग डिटॉक्स वॉटर क्या होता है?
मार्निंग डिटॉक्स वॉटर क्या है?
आयुर्वेद के अनुसार, रोज सुबह शरीर से टॉक्सिन्स निकालना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए प्राकृतिक तरीके अपनाने चाहिए ताकि पेट का डायजेशन सही रहे और मेटाबॉल्जिम तेज हो। लेकिन इसके साथ यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि सभी डिटॉक्स वॉटर हर किसी को फायदा नहीं पहुंचाते। मार्निंग वॉटर लेने से पहले वात, पित्त, कफ चेक करना जरूरी है। इसके साथ प्रत्येक व्यक्ति की पाचन शक्ति के बारे में जानना भी जरूरी है।"
सुबह लेने वाले डिटॉक्स वॉटर
गुनगुना नींबू पानी
" नींबू का रस शरीर को Alkaline असर देता है। इससे पाचन ठीक होता है और साथ ही कब्ज से भी राहत देता है। नींबू में विटामिन C होता है, जो शरीर की इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद होता है। गुनगुना नींबू पानी खाली पेट पीने से शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। लेकिन इसके साथ नींबू पानी का रोजाना इस्तेमाल दांतों के इनेमिल को नुकसान पहुंचा सकता है। जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या होती हैं, उनके लिए ये नुकसानदायक हो सकता है। जिन लोगों को कफ की समस्या होती हैं, उनके लिए नींबू पानी अच्छा नहीं है।
ग्रीन टी
वैसे तो ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं। इससे मेटाबॉल्जिम में सुधार होता है और जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए ग्रीन टी फायदेमंद है लेकिन ग्रीन टी में कैफीन होता है, जो खाली पेट पीने से एसिडिटी को बढ़ा देता है। इससे कई लोगों को घबराहट भी होने लगती है। जो लोग दिनभर कई कप ग्रीन टी के पीते हैं, उन्हें नींद की समस्या भी हो सकती है।
खीरा, नींबू, हल्दी और अदरक का पानी
"खीरा शरीर को हाइड्रेट करता है और अदरक पाचन बढ़ाता है और सूजन कम करता है। हल्दी में तो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम करने और इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन जिन लोगों का पाचन कमजोर होता है, उन्हें ये डिटॉक्स वॉटर नहीं पीना चाहिए। जो लोग सारा दिन पानी पीते हैं, उन्हें गैस की समस्या बढ़ सकती है।"
हल्का गुनगुना पानी
आयुर्वेद के अनुसार खाली पेट गुनगुना पानी पीना सबसे असरदार है। यह वात, पित्त और कफ वाले सभी लोगों को फायदा पहुंचाता है। इससे शरीर से आम यानी कि टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। पाचन दुरुस्त करता है और कब्ज में कमी लाता है। दिनभर पेट में हल्कापन महसूस होता है। इससे किसी भी तरह के साइड इफैक्ट्स नहीं होते ।
-सुबह उठकर सिर्फ गुनगुना पानी पिएं।
-बाकी डिटॉक्स वॉटर दिन में कभी भी ले सकते हैं।
-अपने शरीर की जरूरत को देखते हुए ड्रिंक्स चुनें।
-अगर किसी भी तरह की तकलीफ हो तो तुरंत बंद कर दें।
-आयुर्वेदाचार्य से सलाह लेकर मॉर्निंग डिटॉक्स वॉटर लें।
Leave A Comment