दशहरा पर जरूर करें वास्तु के ये ख़ास उपाय
हिंदू पंचाग के अनुसार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा या विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार 15 अक्टूबर के दिन विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन रावण और महिषासुर का वध हुआ था, इसके बाद से ही आज के दिन ये पर्व मनाने की परंपरा है। ये पर्व हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना गया है और इसे काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन विजय मुहूर्त में किया गया कोई भी कार्य हमेशा लाभदायक होता है। वास्तु शास्त्र में भी दशहरा के दिन को काफी शुभ माना गया है। कहते हैं कि अगर इस दिन कुछ खास उपाय आजमा लिए जाएं, तो घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। साथ ही सफलता के मार्ग खुल जाते हैं। वास्तु के अनुसार दशहरा के दिन विजय मुहूर्त में अस्त्र-शस्त्र की पूजा करने से शत्रुओं का नाश होता है। मान्यता है कि यदि वास्तु का यह उपाय किया जाए तो शत्रु पर विजय सुनिश्चित है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार दशहरा के दिन घर के ईशान कोण मतलब उत्तर-पूर्व दिशा में रोली, कुमकुम या लाल रंग के फूलों से रंगोली बनाना शुभ होता है। माना जाता है कि घर के कोने में अष्टकमल या रंगोली बनाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन सपंदा आती है।
दशहरा के दिन शमी-वृक्ष का पूजन भी विशेष महत्व रखता है। इस दिन पूजन में शमी के पत्ते अर्पित करने से आर्थिक लाभ होता है। इतना ही नहीं, शमी-वृक्ष की मिट्टी पूजा स्थान पर रखने से घर में बुरी शक्तियों का प्रभाव खत्म हो जाता है.
घर में से नकारात्मकता और बुरी शक्तियों को दूर करने के लिए दशहरा के दिन रावण दहन की राख को सरसों के तेल में मिलाकर घर की हर दिशा में छिड़कने से लाभ होगा।
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