जानें कौन से ग्रह की शांति के लिए किसके नाम से मंदिर में ध्वजा चढ़ाने से लाभ मिलेगा...
जिस प्रकार मनुष्य एक जैसा नहीं रहता । समय के साथ अलग-अलग परेशानियों का सामना करता रहता है । उसी प्रकार ग्रह की स्थिति भी बदलती रहती है। ग्रह की स्थिति बदलने से ही व्यक्ति को कई प्रकार की बीमारियों का, आर्थिक परेशानियों का और पारिवारिक झगड़ों का सामना करना पड़ता है ।
वैसे ही अलग-अलग रिश्तों के लिए मंदिर में ध्वजारोहण करने से ग्रहों में सुधार होता है। शास्त्रों की मानें तो शिखर दर्शन ध्वजा को संपूर्ण फल प्रदान कारक कहा गया है । जैसे मनुष्य की संपूर्ण ऊर्जा का केंद्र सहस्त्रधार चक्र होता है उसी प्रकार मंदिर का केंद्र उसका ध्वज दर्शाता है। जो आकाशीय ब्रह्मांड ऊर्जा का टावर कहा जाता है ।। वैज्ञानिक अनुसार हमारा शरीर पांच तत्वों से बना है और ग्रहों के प्रभाव से शरीर में अनेक प्रकार के विकार आते हैं । अपने जन्म नक्षत्र के अनुसार मंदिर में ध्वजा लगाएं।
आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि किसी मंदिर के ध्वजारोहण से हम ग्रहों की मारक शक्ति व अपनी सहनशक्ति कैसे बढ़ाएं -
सूर्य - सूर्य ग्रह पिता , ह्रदय और हड्डियों के कारक हैं। अगर पिता से संबंध अच्छे नहीं चल रहे हो या कुंडली में सूर्य का दोष हो तब पिता के नाम से ध्वजा लगाएं।
चंद्र - यह ग्रह माता , मन और फेफड़े संबंधी कारक का ग्रह चंद्र है । पत्रिका में चंद्र दोष हो तो मां के नाम से मंदिर में ध्वजा लगाएं।
मंगल - यह ग्रह भाई संबंधी है। यह ग्रह रक्त संबंधी दिक्कतें और अधिक क्रोध के कारक हैं। भाई संबंधी परेशानियों के लिए अपने भाई के नाम का ध्वजा लगाएं।।
बुध - यह ग्रह त्वचा , ज्ञान और आंतों में दिक्कत जैसी समस्याओं के कारक है। अपने मामा के नाम से ध्वजा लगाएं।
गुरु - लीवर जैसी समस्या,पति-पत्नी में विवाद, व आध्यात्मिक गुरु का कारक है । यह समस्याएं होने पर अपने पति-पत्नी या आध्यात्मिक गुरु के नाम से ध्वजा लगवाएं ।
शुक्र- यह सुख -समृद्धि और आराम का कारक है । यौन संबंधित विकार होने पर या शुक्र ग्रह पीडि़त होने पर अपनी पत्नी के नाम से ध्वजा लगाएं ।
शनि -बार-बार नौकरी में समस्या आना, कार्य में देरी होना, घुटने में दर्द या साढ़ेसाती के समय भी कानूनी समस्या आना शनि ग्रह पीडि़त दर्शाता है। इसके लिए अपने घर के नौकर के नाम से ध्वजा लगाएं।।
राहु - राहु ग्रह लगाव का कारक है , शराब की आदत लगना, या कोई छुपा रोग होने पर अपने दादाजी के नाम से ध्वजा लगवाना फलकारी रहेगा।।
केतु - केतु ग्रह नौकरी में अस्थिरता या क्रोनिक समस्याओं से पीडि़त होने पर अपने नाना जी के नाम से ध्वजा लगवाए। अलग-अलग तरह के ध्वज लगाने से ग्रहों में सुधार आएगा ।
अक्सर लोग भगवान के सामने आंखें खोल-बंद करते रहते हैं। जबकि आध्यात्मिक शक्ति से आंखें स्वयं ही बंद होकर भगवान को याद करती हैं। अत: कभी मंदिर में दर्शन ना कर पाएं तब शिखर दर्शन ध्वजा दर्शन मात्र से ही मन को शांति मिलेगी । हवा में एक तरफ ध्वज लहरा रहा हो तो यह केतु ग्रह का प्रतिनिधित्व दर्शाता है ।
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