धनतेरस, दिवाली और भाई दूज की तारीख को लेकर न हों कंफ्यूज, जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में दिवाली के त्योहार का विशेष महत्व है। दिवाली का पर्व धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज को समाप्त होता है। इस साल दिवाली 14 नवंबर (शनिवार) को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन ही भगवान श्रीराम लंकापति रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। भगवान राम की वापसी पर अयोध्या में घी के दीपक जलाकर उनका स्वागत किया गया था। कहते हैं कि तभी से इस खुशी में दिवाली मनाई जाती है। हालांकि इस साल धनतेरस, नरक चतुर्दशी और दिवाली की तिथियों को लेकर लोगों के बीच असमंजस की स्थिति है।
इस बारे में ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्करे ने धनतेरस, छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) और दिवाली की सही तिथि और शुभ मुहूर्त की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धनतेरस 13 और दिवाली 14 नवंबर को मनाई जाएगी।
धनतेरस
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 13 नवंबर को मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्करे के अनुसार गुरुवार 12 नवंबर की रात्रि 9.31 मिनट से त्रयोदशी प्रारंभ हो रही है, जो 13 नवंबर को शाम 5.59 मिनट तक रहेगी। इसलिए धनतेरह 13 नवंबर शुक्रवार को ही मनाया जाएगा क्योंकि उदया तिथि में ही त्योहार मनाया जाता है।
छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी)
चतुर्दशी की तिथि 13 नवंबर की शाम 6.00 बजे से प्रारंभ हो रही है, जो 14 नवंबर को दोपहर 2.17 मिनट तक रहेगी। चूंकि चतुर्दशी चंद्रोदय व्यापनी होती है और चंद्रोदय 14 तारीख शनिवार को प्रात:काल 4.58 मिनट का है इसलिए 14 नवंबर को प्रात:काल ही नरक चतुर्दशी या रूप चौदस मनाएं। नरक चतुर्दशी पर स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5:23 से सुबह 6:43 बजे तक रहेगा। इसके बाद अमावस्या लगने से दिवाली भी इसी दिन मनाई जाएगी।
दिवाली
14 नवंबर को दोपहर 2. 18 मिनट से अमावस्या तिथि प्रारंभ होगी, जो 15 नवंबर रविवार को प्रात: 10.36 मिनट तक रहेगी। चंूकि अमावस्या को लक्ष्मी पूजन किया जाता है, जो रात्रिव्यापनी होती है, जो 14 नवंबर को है। इसलिए इसी दिन दिवाली मनाई जाएगी। 14 तारीख को रात्रि को ही लक्ष्मी, गणेश पूजन, कुबेर पूजन और बही खाते का पूजन करें।
भाईदूज 2020
15 नवंबर 2020 को गोवर्धन पूजा होगी और अंतिम दिन 16 नवंबर को भाई दूज या चित्रगुप्त जयंती मनाई जाएगी। दरअसल इस बार हिंदी पंचांग के अनुसार द्वितीय तिथि नहीं है जिसके कारण तिथि घट रही हैं।
जानिए शुभ मुहूर्त.....
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