भक्ति के विषय में जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा एक जिज्ञासा का समाधान, वैधी और रागानुगा भक्ति रहस्य!
जगदगुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन - भाग 179
साधक का प्रश्न ::: मन से भक्ति कैसे की जाये?
जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा उत्तर ::: पहले सिद्धांत समझिये। भक्ति दो प्रकार की होती है - (1) वैधी और (2) रागानुगा। बुद्धि-प्रधान लोगों के लिए वैधी भक्ति, वे शास्त्र-वेदों में वर्णित वर्णाश्रम धर्म का पालन भी करें और भगवान की भक्ति भी करें । मन-प्रधान लोग भावुक होते हैं वे केवल भगवान् की भक्ति करते हैं।
०० प्रवचनकर्ता ::: जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज
०० सन्दर्भ ::: जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज साहित्य
०० सर्वाधिकार सुरक्षित ::: राधा गोविन्द समिति, नई दिल्ली के आधीन।
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