यदि कोई साधक वर्तमान जीवन में भगवत्प्राप्ति न कर सके तो क्या अगले जीवन (जन्म) में वह अपने गुरु से मिलेगा?
जगदगुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन - भाग 206
साधक का प्रश्न ::: अगर साधक को इस जीवन में लक्ष्य प्राप्ति नहीं हो पाती तो क्या अगले जीवन में वो अपने गुरु से मिलेगा?
जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा उत्तर ::: हाँ मिलेगा। वो तो लिंक बन जायेगी भगवत्प्राप्ति तक। लेकिन उधार नहीं करना चाहिए। उसको लक्ष्य ये बनाना चाहिए, इसी जन्म में करना है क्योंकि उधार करने में फिर वो लापरवाही हो जाती है, अगले जन्म में। अरे! अगर अगले जन्म में ही करना है, तो ठीक है, जो है इतना ही काफी है।
ये उधार की प्रवृत्ति जो है बहुत ही डेंजरस है। एक बीमारी है लोगों की कि भजन-वजन तो बुढ़ापे की चीज है। बुढ़ापे की क्या परिभाषा है तुम्हारी? साठ वर्ष, सत्तर वर्ष, अस्सी वर्ष कितने साल तुम रहोगे ये गारण्टी है कुछ?
युवैव धर्मशीलस्यात् अनित्यं खलु जीवितम्।
को हि जानात् कस्याद्य मृत्युकालोभविष्यति।।
(महाभारत)
कौन जानता है कल का दिन मिले न मिले?
०० प्रवचनकर्ता ::: जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज
०० सन्दर्भ ::: जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज साहित्य
०० सर्वाधिकार सुरक्षित ::: राधा गोविन्द समिति, नई दिल्ली के आधीन।
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