हमें भगवान और महापुरुष संबंधी जो सपने आते हैं, वे क्या मनगढ़ंत होते हैं? जगदगुरु श्री कृपालु महाप्रभु जी द्वारा तत्वचर्चा!!
जगदगुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन - भाग 209
साधक का प्रश्न ::: जो भगवान् महापुरुष का सपना आता है वह मनगढ़ंत होता है?
जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा उत्तर ::: सब सपने मनगढ़ंत होते हैं। ज्यादा कुछ सपने आते हैं वर्तमान चिंतन के अनुसार। हमने वर्तमान, आज दिन में तमाम चिंतन इस सब्जेक्ट का किया तो वह सपने में आ जाते हैं और कभी-कभी इसका उलटा भी हो जाता है। इसलिए भगवान् का चिंतन आ जाए सपने में, महापुरुष का आ जाए, अच्छा है। सपना भी हमारा अच्छे समय से बीता, खराब आएगा तो उतनी ही देर के लिए वह खराब है बस, जब तक सपना देखा।
जागने पर फिर उसको नहीं सोचना। वो गया, जीरो हो गया। बहुत कम लोग हैं जो सपने पर विचार करते हैं। अरे! रोज आप लोग सपना देखते हैं। कहाँ विचार करने बैठते हैं। क्या-क्या देखते रहते हैं, अंड-बंड। अपना कामधाम कर रहे हैं सब।
०० प्रवचनकर्ता ::: जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज
०० सन्दर्भ ::: जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज साहित्य
०० सर्वाधिकार सुरक्षित ::: राधा गोविन्द समिति, नई दिल्ली के आधीन।
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