साधक को यदि यह लगे कि उसकी साधना की स्पीड कम है, तो वह उसे कैसे तेज करे? जगदगुरु श्री कृपालु महाप्रभु जी द्वारा समाधान!!
जगदगुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन - भाग 236
साधक का प्रश्न ::: साधना की जो स्पीड है हमारी उसे कैसे और तेज़ करें?
जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा उत्तर ::: वही उपाय है जो थोड़े से का होता है, वही अधिक का होता है। अधिक समय सावधान रहे, अधिक समय भगवद् चिंतन करे। अधिक समय दोषों से बचे। काम, क्रोध, लोभ, मोह से बचे। ये हर समय सावधान रहने से साधना बनती है। हर समय भगवान् हमारे साथ हैं इस रियलाइज़ेशन का अभ्यास कि कभी हम अकेले नहीं हैं, ये सबसे पहला और सबसे इम्पॉर्टेन्ट अभ्यास है।
हम तुरंत भूल जाते हैं कि हम अकेले नहीं हैं। जो सोच रहे हैं कोई नहीं जानता - ये बहुत बुरी आदत है। दो ('हमारे साथ हरि-गुरु सर्वदा हैं' की भावना) की फीलिंग सदा रहे। इसका जितना अधिक अभ्यास कर ले उतना ही शांत हो जायेगा, निश्चिन्त रहेगा हमेशा।
०० प्रवचनकर्ता ::: जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज
०० सन्दर्भ ::: जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज साहित्य
०० सर्वाधिकार सुरक्षित ::: राधा गोविन्द समिति, नई दिल्ली के आधीन।
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