राखी बांधते समय जरूर रखें इन बातों का ध्यान....
रक्षाबंधन भाई-बहन के पवित्र प्रेम का त्यौहार है। इस दिन बांधा गया राखी का यह सूत्र मात्र एक धागा नहीं बल्कि यह भाई को अकाल मृत्यु के भय से भी बचाता है और उसके जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा दिलाता है। रक्षाबंधन को सलोनो नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को अध्र्य देने से सभी पापों का नाश हो जाता है। इस पवित्र दिन पंडित और ब्राह्मण पुरानी जनेऊ का त्याग कर नई जनेऊ धारण करते हैं। इस मंगलमय पावन और पवित्र त्योहार को मनाते हुए हमें कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए ....
राखी बांध के वक्त बहन कुछ बातों का ध्यान रखें*
1*रक्षाबंधन के दिन बहन को सूर्योदय होने से पहले उठकर स्नान कर लेना चाहिए और स्वच्छ वस्त्रों को धारण करना चाहिए ।
2*इसके बाद अपने इष्ट देव की पूजा करनी चाहिए ।
3*बहन जो राखी अपने भाई के कलाई में बांधनी है उसकी भी पूजा स्वर्ण, केसर, चन्दन, अक्षत और दूर्वा रख कर करनी चाहिए ।
4*राखी की खाली सजाते समय थाली के अंदर बहन को रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखनी चाहिए।
5*राखी की पूजा के बाद बहन भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा का पवित्र सूत्र यानी कि राखी बांधें ।
6*भाई को तिलक करने के बाद टीके पर अक्षत जरूर लगाएं फिर भाई को मिठाई खिलाएं ।
7*भाई को अपनी बहन के पैर छुकर उसका आर्शीवाद लेना चाहिए और अपने सामथ्र्य के अनुसार भाई को अपनी बहन को कुछ भी उपहार भी करना चाहिए ।
8*भाई को राखी बांधने से पहले बहनों को कुछ भी ग्रहण नहीं करना चाहिए ।
रक्षाबंधन पर भाई क्या ना करें*
1*रक्षाबंधन के दिन मास या मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए ।
2* भाई को किसी भी प्रकार का झूठ अपनी बहन से नहीं बोलना चाहिए ।
3*रक्षाबंधन के दिन बहन को नाराज न करें और न हीं किसी भी स्त्री का अपमान करें ।
4*भाई को चाहिये की वह अपनी बहन को राखी के लिए इंतजार न कराएं ।
5*भाई को रक्षाबंधन के दिन बहन पर गुस्सा नहीं करना चाहिए औरअगर बहन से कोई गलती भी हो जाए तो उसे माफ कर देना चाहिए ।
6.रक्षाबंधन पर भाई को अपनी बहन और अपने से बड़ों का आर्शीवाद लेना चाहिए ।
Leave A Comment