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- लखनऊ। राजेश्वरी गायकवाड़ (नौ रन देकर तीन विकेट) की शानदार गेंदबाजी के बाद शेफाली वर्मा (60) और कप्तान स्मृति मंधाना (नाबाद 48) की ताबड़तोड़ पारी के दम पर भारतीय महिला टीम ने मंगलवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से करारी शिकस्त दी। दक्षिण अफ्रीका ने हालांकि तीन मैचों की श्रृंखला को 2-1 से अपने नाम किया।दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 112 रन का स्कोर खड़ा किया। भारतीय टीम ने नौ ओवर शेष रहते हुए एक विकेट पर 114 रन बनाकर मैच अपने नाम किया। टी20 रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज शेफाली ने 30 गेंद की पारी में सात चौके और पांच छक्को की मदद से 60 रन बनाने के साथ पहले विकेट के लिए शेफाली के साथ 96 रन की साझेदारी की। शेफाली ने 28 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके लगाये। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को शेफाली ने पहले ओवर में ही तीन चौके और एक छक्का लगाकर 18 रन बटोर शानदार शुरूआत दिलायी। उन्होंने तीसरे ओवर में टुमी सेखुखुने के ओवर में एक और फिर चौथे ओवर में नाडिन डि क्लार्क के खिलाफ दो छक्के लगाये। स्मृति ने इसके बाद इस्माइल के ओवर में हैट्रिक चौका लगाया। शेफाली ने भी इस ओवर में एक चौका लगाया। भारतीय टीम ने पावरप्ले के छह ओवर में बिना किसी नुकसान के 71 रन बना लिये थे। पावरप्ले के बाद भी भारतीय बल्लेबाजों की आतिशी पारी जारी रही। शेफाली ने सेखुखुने की गेंद पर चौका लगाकर 26 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने नौवें ओवर में नोंडुमिसो शांगेज की पहली गेंद पर छक्का लगाया लेकिन तीसरी गेंद पर एक और बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में इस्माइल को कैच थमा बैठी। इसके बाद स्मृति ने 11वें ओवर की आखिरी तीन गेदों पर लगातार तीन चौके लगाकर भारतीय टीम को नौ विकेट से शानदार जीत दिला दी। इससे पहले भारत ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला किया जिसे राजेश्वरी ने दूसरे ओवर में ही ऐनेक बॉश को खाता खोले बगैर पवेलियन भेज कर सही साबित किया। राजेश्वरी ने इसके बाद पारी का चौथा ओवर मेडन डाला। सलामी बल्लेबाज लिजेल ली को दीप्ति शर्मा ने कैच छोड़कर जीवन दान दिया लेकिन राजेश्वरी ने छठे ओवर की चौथी गेंद पर उन्हें बोल्ड कर भारतीय टीम का बड़ी राहत दिलायी। दक्षिण अफ्रीका की टीम छह ओवर के पावर प्ले में दो विकेट पर सिर्फ 15 रन बना सकी जिस दौरान राजेश्वरी ने अपने तीन ओवर में दो रन देकर दो विकेट झटके। इसके बाद गेंदबाजी के लिए आयी राधा यादव ने लौरा वॉलवार्ट को खाता खोले बगैर पवेलियन भेजा। दीप्ति ने इस बार डाइव लगाकर शानदार कैच पकड़ा। भारतीय गेंदबाजों ने इसके दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजों को बाउंड्री नहीं लगाने दी। श्रृंखला में पहला मैच खेल रही फेय ट्यूनेक्लिफ ने 11वें ओवर में चौका लगाकर दबाव को कम किया लेकिन सिमरन बहादुर ने इसी ओवर में उन्हें बोल्ड कर 35 गेंद में उनकी 18 रन की पारी को खत्म किया। कप्तान सुने लुस ने 14वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी हरलीन देओल के ओवर में दो चौके लगाकर रनगति तेज करने की कोशिश की। स्मृति ने अगले ओवर में गेंद राजेश्वरी का थमाई और उन्होंने नाडिन डि क्लर्क (नौ रन) को आउट कर टीम को एक और सफलता दिलायी। दीप्ति ने शानदार लय में चल रही कप्तान सुने लुस को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका दिया। लुस ने 25 गेंद की पारी में तीन चौके की मदद से 28 रन बनाये। लारा गुडॉल और विकेटकीपर सिनालो जाफ्ता ने आखिरी ओवरों में तेजी से रन जुटा कर दक्षिण अफ्रीका के स्कोर को 112 तक पहुंचाया। जाफ्ता ने मैदान में उतरते ही सिमरन बहादुर की गेंद पर लगतार दो चौके लगाये । पारी की इस 17वें ओवर में गुडॉल ने भी गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा। अरूंधति ने हालांकि जाफ्ता को बोल्ड कर नौ गेंद में उनकी 16 रन की पारी को खत्म किया। गुडॉल 17 गेंद में 25 रन बनाकर नाबाद रही। उन्होंने अपनी पारी में दो चौके लगाये। भारत के लिए अरुंधति, राधा, दीप्ति और सिमरन ने एक-एक विकेट लिये।
- नयी दिल्ली। भारतीय निशानेबाज गनीमत सेखों और अंगद वीर सिंह बाजवा की जोड़ी ने आईएसएसएफ विश्व कप में प्रतिस्पर्धा के पांचवें दिन मंगलवार को यहां स्कीट स्पर्धा के मिश्रित टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीत कर मेजबान टीम का दबदबा कायम रखा। क्वालीफिकेशन में 141 अंक के साथ शीर्ष पर रहने वाली 20 साल की गनीमत और 25 साल के अंगद की भारतीय जोड़ी ने फाइनल में कजाखस्तान की ओग्ला पनारिना और अलेक्जेंडर येचशेंको की जोड़ी को 33-29 से शिकस्त दी। तालिक में शीर्ष पर चल रहे भारत के नाम अब सात स्वर्ण पदक हो गये है। भारत ने इसके साथ चार रजत और इतने ही कांस्य पदक जीते है जिससे उसके पदकों की संख्या 15 हो गयी है। इस स्पर्धा में भाग ले रही परिनाज धालीवाल और मेराज अहमद खान की एक और भारतीय जोड़ी हालांकि यहां डा. कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गई। कतर की रीम ए शारशानी और राशिद हमद की मिश्रित जोड़ी ने कांस्य पदक मुकाबले में भारतीय जोड़ी को 32-31 से हराया। स्वर्ण पदक के मैच में विश्व रैंकिंग में 62वें स्थान पर काबिज अंगद पूरे लय में दिखे और उनका 20 में से सिर्फ एक निशाना चूका जबकि गनीमत छह बार सटीक निशाना लगाने से चूक गयी। पहले सेट के 20 निशाने के बाद भारत और कजाखस्तान की टीमें 16-16 अंकों के साथ बराबरी पर थी।गनीमत ने दूसरे हाफ में शानदर वापसी की और चार सटीक निशाने लगाये। इस दौरान अंगद एक निशाना लगाने से चूक गये। ओग्ला और अलेक्जेंडर की जोड़ी इस दौर में दो-दो बार चूकीं जिससे भारतीय टीम ने 23-20 की बढ़त हासिल कर ली। अंतिम चार शॉट (निशाने) में, अंगद ने एक बार फिर आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन किया लेकिन गनीमत आखिरी निशाने पर चूक गयी। इससे हालांकि कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि कजाखस्तान के निशानेबाजों के तीन शॉट सही नहीं लगे। मौजूदा टूर्नामेंट में यह गनीमत का तीसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने सोमवार को महिला स्कीट के फाइनल में परिनाज और कार्तिकी सिंह शख्तावत के साथ रजत पदक जीता था। बीस साल की गनीमत ने इससे पहले महिला स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। वह आईएसएसएफ विश्व कप के स्कीट के व्यतिगत महिला वर्ग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी। अंगद के लिए यह टूर्नामेंट का दूसरा स्वर्ण है। उन्होंने सोमवार को पुरूषों के स्कीट फाइनल में गुरजोत खांगुरा, मैराज अहमद खान के साथ पीला तमगा हासिल किया था। दिन के अन्य स्पर्धाओं में अनुभवी संजीव राजपूत ने पुरुष के 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में 1172 के स्कोर के साथ शीर्ष पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। बुधवार को खेले जाने वाले फाइनल में तीनों भारतीय निशानेबाजों ने अपनी जगह पक्की की। ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर ने 1165 के स्कोर के साथ पांचवें, जबकि नीरज कुमार ने आठवां और अंतिम क्वालीफाइंग स्थान हासिल किया। महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के प्रीसिशन दौर के बाद तीन भारतीय खिलाड़ी तालिका में शीर्ष पर है। राही सरनोबत 291 अंक के साथ पहले स्थान पर है जबकि चिंकी यादव (289) और मनु भाकर (288) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। इसका रैपिड फायर दौर और फाइनल बुधवार को होगा।
- नयी दिल्ली। भारत ने आईएसएसएफ विश्व कप में सोमवार को प्रतिस्पर्धा के चौथे दिन पुरूषों की स्कीट टीम स्पर्धा में स्वर्ण और महिला वर्ग में रजत पदक जीता । गुरजोत खांगुरा, मैराज अहमद खान और अंगद वीर सिंह बाजवा की भारतीय टीम ने कतर के नासिर अल अतिया, अली अहमद ए ओ अल इशाक और राशिद हमाद को 6 . 2 से हराया । महिला फाइनल में भारत की परिनाज धालीवाल, कार्तिकी सिंह शक्तावत और गनीमत सेखों ने रजत पदक जीता जो फाइनल में कजाखस्तान की रिनाता नासिरोवा, ओल्गा पनारिना और जोया क्राचेंको से 4 . 6 से हार गई। क्वालीफिकेशन में भारतीय टीम के 341 और कजाखस्तान के 327 अंक थे । भारतीय पुरूष टीम क्वालीफिकेशन में 503 अंक लेकर कतर से चार अंक पीछे रही थी ।
- नयी दिल्ली। भारत के दिव्यांश सिंह पंवार और इलावेनिल वलारिवान ने बेहतरीन निशानेबाजी का प्रदर्शन करते हुए आईएसएसएफ विश्व कप में सोमवार को यहां 10 मीटर एयर राइफल में मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में 16 अंक बनाये और हंगरी की विश्व में नंबर एक इस्तावान पेनी और इस्जतर डेनेस को पीछे छोड़ा। हंगरी की टीम 10 अंक ही बना पायी। भारत का इस प्रतियोगिता में यह चौथा स्वर्ण पदक है। डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में चल रही प्रतियोगिता में भारत के दोनों खिलाड़ियों ने अंतिम शॉट में समान 10.4 अंक बनाये जबकि हंगरी की जोड़ी ने 10.7 और 9.9 अंक बनाये। इससे पहले वाले दौर में भारतीय खिलाड़ियों ने 10.8 का समान स्कोर बनाकर अपनी जीत पक्की कर दी थी क्योंकि हंगरी के दोनों खिलाड़ी समान 10.4 अंक ही बना पाये थे। मैरी कारोलिन टकर और लुकास कोजेनीस्की की अमेरिकी जोड़ी ने पोलैंड की अनेटा स्टेनकीवज और टॉमस बर्टनिक को हराकर कांस्य पदक जीता। इससे पहले इलावेनिल और दिव्यांश ने दूसरे क्वालीफिकेशन में क्रमश: 211.2 और 210.1 अंक बनाकर कुल 421.3 का स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था। पेनी और डेनेस ने क्वालीफिकेशन में कुल मिलाकर 419.2 अंक हासिल किये थे। इस स्पर्धा में भाग ले रही भारत की अन्य जोड़ी अंजुम मोदगिल और अर्जुन बाबुता फाइनल में जगह नहीं बना पाये। वह 418.1 के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहे थे। फाइनल्स में दिव्यांश और इलावेनिल ने 10.4 और 10.7 से शुरुआत की जबकि हंगरी के खिलाड़ियों ने समान 10.1 का स्कोर बनाया। भारतीय जोड़ी ने लगातार 10.4 या इससे अधिक का स्कोर बनाया और हंगरी की टीम को कोई मौका नहीं दिया। दिव्यांश का यह टूर्नामेंट में दूसरा पदक है। उन्होंने पहले दिन व्यक्तिगत वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इलावेनिल हालांकि व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतने से चूक गयी थी।
- मैड्रिड । लुई सुआरेज के करियर के 500वें गोल और गोलकीपर जॉन ओबलॉक ने 86वें मिनट में पेनल्टी पर किये गये शानदार बचाव से एटलेटिको मैड्रिड ने अलावेस को 1-0 से हराकर स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा। एटलेटिको की यह पिछले सात लीग मैचों में तीसरे जीत है। इससे वह दूसरे स्थान पर पहुंचने वाले बार्सिलोना से चार अंक आगे हो गया है। बार्सिलोना ने एक अन्य मैच में पांचवें स्थान की टीम रीयाल सोसिडाड को 6-1 से करारी शिकस्त दी। बार्सिलोना की तरफ से लियोनेल मेस्सी और अमेरिका के डिफेंडर सर्जिनो डेस्ट ने दो-दो गोल किये।मेस्सी का यह बार्सिलोना की तरफ से 768वां मैच था और उन्होंने क्लब की तरफ से सर्वाधिक मैच खेलने का नया रिकार्ड बनाया। मेस्सी ने झावी हर्नाडेज के रिकार्ड को तोड़ा। बार्सिलोना की तरफ से एंटोनी ग्रीजमैन ने 37वें मिनट में पहला गोल किया जिसके बाद डेस्ट ने 43वें और 53वें मिनट में गोल दागे। मेस्सी ने 56 और 89वें मिनट में गोल करके लीग में अपने कुल गोल की संख्या 23 पहुंचा दी है। इस बीच ओसमाने डेमेबेल ने 71वें मिनट में गोल किया था। सोसिडाड की तरफ से एकमात्र गोल आंदेर बारेनएक्सिटिया ने 77वें मिनट में किया।
- लखनऊ । दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम ने लिजेल ली (70) और लौरा वोलवार्ट (नाबाद 53) के अर्धशतकों की बदौलत रविवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय रोमांचक मुकाबले में भारत को छह विकेट से पराजित कर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली। इस तरह भारत ने वनडे श्रृंखला 1-4 से गंवाने के बाद टी20 श्रृंखला में भी वापसी का मौका खो दिया।सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा के 47 रन की पारी से मंच तैयार करने के बाद रिचा घोष ने अंत में 26 गेंद में 44 रन की नाबाद पारी खेलकर भारत को चार विकेट पर 158 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा करने में मदद की। दक्षिण अफ्रीका ने अंतिम चार ओवरों के रोमांच में भारतीय गेंदबाजों के दबाव से उबरते हुए अंतिम गेंद में जीत हासिल की। दक्षिण अफ्रीका ने ली के अर्धशतक की बदौलत अच्छी शुरूआत की जिन्होंने 45 गेंद में 11 चौके औंर एक छक्का लगाकर 70 रन बनाये। भारतीय गेंदबाज राजेश्वरी गायकवाड़ ने हालांकि टीम को दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज एनेके बॉश का विकेट दिला दिया था लेकिन इसके बाद ली ने कप्तान सुने लुस (20) के साथ मिलकर शानदार तरीके से पारी आगे बढ़ायी। पर लुस रन आउट हो गयी और इस 58 रन की साझेदारी का भी अंत हुआ। लुस के जाने के बाद लौरा ने जिम्मेदारी संभाली और ली के साथ भी मिलकर 50 रन जोड़े।राधा यादव ने भारतीय टीम को 16वें ओवर में ली के रूप में अहम विकेट दिलाया जिनके जाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम थोड़ी दबाव में आ गयी थी। अंतिम चार ओवर में टीम को जीत के लिये 36 रन चाहिए थे। लौरा ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखी, पर दूसरे छोर पर मिगनोन डि प्रूज (10) के 19वें ओवर में हरलीन देओल की गेंद पर पवेलियन लौटने से टीम थोड़ी मुश्किल में दिख रही थी। लेकिन लौरा ने इसी ओवर में लगातार दो चौके जड़कर मैच का रोमांच बरकरार रखा। अंतिम ओवर में अब टीम को छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। अरूधंती रेड्डी ने चार गेंद में तीन रन दिये लेकिन पांचवीं गेंद नो बॉल कर बैठी जिसमें दो रन भी बने और एक गेंद भी मिली। तभी लौरा ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया और अब दो गेंद में तीन रन चाहिए थे जो टीम ने आसानी से बना लिये। लौरा ने 39 गेंद का सामना करते हुए सात चौके लगाये।इससे पहले शेफाली ने 31 गेंद की पारी के दौरान छह चौके और दो छक्के जमाने के साथ हरलीन देओल (31) के साथ 79 रन की भागीदारी निभायी जिसने भारत को ‘करो या मरो' के मैच में अच्छा स्कोर खड़ा करने की नींव रखी। रिचा घोष ने फिर अंत में 26 गेंदों का सामना करते हुए अपनी पारी के दौरान आठ बार गेंद सीमारेखा के पार करायी जिससे टीम 160 रन के करीब पहुंच गयी। दक्षिण अफ्रीका के लिये शबनिम इस्माल, एन मलाबा, नादिने डि क्लर्क और एनेके बॉश ने एक एक विकेट हासिल किये। बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद कप्तान स्मृति मंधाना (07) एक बार फिर जल्दी आउट हो गयी। वह दूसरे ही ओवर में इस्माइल की बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआकर विकेटकीपर को कैच देकर पवेलियन पहुंची। शेफाली ने चौथे ओवर में तीन चौके जड़कर गेंदबाजों पर दबाब बनाया और पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अर्धशतक जड़ने वाली हरलीन ने अयाबोंगा खाका पर अपनी पहली बाउंड्री लगायी जिससे पांच ओवर के बाद भारत का स्कोर एक विकेट पर 31 रन था। शेफाली ने नादिने डि क्लर्क का स्वागत स्ट्रेट शॉट से किया जिसके बाद उन्होंने बड़ा छक्का जमाया।हालांकि इस भारतीय को सातवें ओवर में एनेके बॉश ने जीवनदान दिया लेकिन इसके बाद हरलीन ने इस गेंदबाज पर लगातार चौके जड़ दिये। दसवें ओवर में भारतीय टीम ने 14 रन जोड़े जिसमें इन दोनों बल्लेबाजों ने नादिने डि क्लर्क पर एक एक चौका लगाया। शेफाली ने फिर अगले ओवर में स्लॉग स्वीप शॉट से मलाबा की गेंद को छक्के के भेजा लेकिन अंतिम गेंद पर लेग साइड में फिर स्लॉग करने की कोशिश में आउट हो गयीं। हरलीन भी अगले ओवर में बॉश का शिकार बनीं।रिचा के तीन चौकों और जेमिमा रोड्रिग्स (16) के एक चौके से 14 ओवर में 18 रन जोड़े।रोड्रिग्स के आउट होने के बाद रिचा ने चार और बाउंड्री लगाकर भारत को प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा करने में मदद की।
- नयी दिल्ली । युवा भारतीय निशानेबाज गनीमत सेखों ने रविवार को यहां अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में प्रतिस्पर्धा के तीसरे दिन महिलाओं की स्कीट में कांस्य पदक जीता। वह आईएसएसएफ विश्व कप के स्कीट स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बनी।पुरूषों के स्कीट फाइनल में हालांकि भारतीय निशानेबाज गुरजोत खांगुरा 17 अंक के साथ छठे स्थान पर रहे। उन्होंने क्वालीफिकेशन में भी छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। इससे पहले यहां कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर की शॉटगन रेंज में विश्व रैंकिंग में 82वें स्थान पर काबिज 20 साल की गनीमत ने महिलाओं के मुकाबले में 40 सटीक निशाने लगाये। फाइनल में जगह पक्की करने वाली एक अन्य भारतीय निशानेबाज कार्तिका सिंह शेखावत 32 निशाने के साथ चौथे स्थान पर रही। प्रतियोगिता के दौरान ज्यादातर समय तक दूसरे स्थान पर रही गनीमत लगातार तीन बार सही निशाना लगाने से चूक गयी जिससे ब्रिटेन की अम्बर हिल और कजाखस्तान की जोया करावचेंको के बीच स्पर्ण पदक के लिए बेहद करीबी मुकाबला हुआ। स्वर्ण पदक के लिए हुए शूट-ऑफ में हिल ने करावचेंको को पछाड़ दिया।क्वालीफिकेशन में गनीमत ने 117 अंक के साथ तीसरे जबकि कार्तिका ने 116 अंक के साथ चौथे स्थान पर थी। भारत की एक अन्य खिलाड़ी परीनाज धालीवाल 108 अंक के साथ नौवें स्थान पर रही। गनीमत इससे पहले 2018 में आईएसएसएफ विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय स्कीट निशानेबाज बनी थी। उन्होंने सिडनी में हुए जूनियर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। वह 2018 एशियाई खेलों में इस स्पर्धा में 10वें स्थान पर रही थी।पुरूष वर्ग में तोक्यो ओलंपिक के कोटाधारी अंगद सिंह बाजवा और मेराज अहमद खान फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे। इस प्रतियोगिता में डेनमार्क के जैसपर हानसेन (58) ने स्वर्ण जबकि यूएई के बिन फुतैस सैफ (51) ने रजत और कतर के नासेर सालेह अल-अतियाह (44) ने कांस्य पदक जीता । नासेर कई बार डकार रैली के चैम्पियन भी रहे है।
- नयी दिल्ली। भारतीय शैली के भारतीय कुश्ती संघ (आईएसडब्ल्यूएआई) को खेल मंत्रालय से राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के रूप में आधिकारिक मान्यता मिल गयी है और अब वह सरकार से आवश्यक धनराशि और सहयोग लेने का हकदार बन गया है। आईएसडब्ल्यूआई ने शनिवार को जारी बयान में यह जानकारी दी।बयान में कहा गया है, ‘‘खेल मंत्रालय ने हमें राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता प्रदान की है तथा अन्य महासंघों को जो सुविधाएं मिलती हैं अब वे भारतीय शैली के भारतीय कुश्ती संघ को भी मिलेंगी। '' खेल मंत्रालय ने आठ मार्च के अपने आदेश में आईएसडब्ल्यूएआई को एनएसएफ के रूप में मान्यता प्रदान की थी। इस संघ का गठन 1958 में किया गया था और यह पिछले 60 वर्षों से अस्तित्व में है।
- नयी दिल्ली । भारत की यश्वस्विनी सिंह देसवाल, मनु भाकर और श्री निवेथा की टीम ने रविवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप निशानेबाजी में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल की टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में 16 शॉट जमाये और वह पोलैंड की जूलिता बोरेक, योआना इवोना वावरजोनोवस्का और एग्निस्का कोरेजवो को पीछे छोड़ने में सफल रही। कर्णी सिंह रेंज में चल रही प्रतियोगिता में पोलैंड की टीम आठ अंक ही बना पायी। भारतीय टीम ने दूसरे क्वालीफिकेशन में 576 अंक बनाकर शीर्ष स्थान हासिल किया था जबकि पोलैंड की टीम 567 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। पहले क्वालीफिकेशन में भारतीयों ने छह सीरीज में 290, 287, 288, 287, 293 और 287 के साथ कुल 1731 अंक बनाये। पोलैंड ने 286, 283, 286, 286, 286 और 287 की सीरीज के साथ 1701 अंक बनाये थे। इससे पहले शनिवार को 23 वर्षीय देसवाल ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में हमवतन भाकर को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक जीता था।
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तोक्यो । कई खबरों और अफवाहों के बाद अंत में अधिकारिक हो गया कि स्थगित हुए तोक्यो ओलंपिक में विदेशी दर्शकों को आने की अनुमति नहीं दी जायेगी जिनका आयोजन चार महीने बाद किया जायेगा। इस फैसले की घोषणा शनिवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति, जापान सरकार, तोक्यो सरकार, अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति और स्थानीय आयोजकों की ऑनलाइन बैठक के बाद की गयी। अधिकारियों ने कहा कि महामारी के दौरान विदेशों से आने वाले दर्शकों को अनुमति देने से जोखिम काफी ज्यादा था। जापान की जनता ने भी विदेशी दर्शकों का विरोध किया था। कई सर्वे भी सामने आये जिसमें 80 प्रतिशत लोगों ने ओलंपिक आयोजन का विरोध किया और इतने ही प्रतिशत लोगों ने विदेशी दर्शकों के आने का भी विरोध किया था। जापान में कोविड-19 से करीब 8,800 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन उसने अन्य देशों की तुलना में वायरस को बेहतर तरीके से काबू किया है। तोक्यो आयोजन समिति ने एक बयान में कहा, ‘‘टिकट खरीदने वाले विदेशी दर्शकों पर स्पष्टता देने के लिये और उनकी यात्रा योजनाओं को इस चरण पर रोकने के लिये जापान में सभी पक्ष इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उन्हें ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के समय पर जापान में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा। '' आयोजकों ने कहा कि जापान के बाद 600,000 टिकट विदेशियों को बेचे गये थे। उन्हें रिफंड (राशि लौटाने) का वादा किया गया है लेकिन इसका निर्धारण जापान के बाहर टिकट बिक्री की जिम्मेदारी देख रहे तथाकथित अधिकृत टिकट विक्रेताओं द्वारा किया जायेगा।-file phto
- नयी दिल्ली। भारत के सौरभ चौधरी और अभिषेक वर्मा ने शनिवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप के प्रतिस्पर्धा के दूसरे दिन दिन पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में क्रमशः रजत और कांस्य पदक अपने नाम किये। विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज चौधरी आखिरी निशाने पर ईरान के जावेद फोरोघी से पिछड़ गये। फोरोघी विश्व रैंकिंग में 107वें स्थान पर है। फोरोघी के पास आखिरी निशाना लगाने के लिए सिर्फ 14 सेकेंड का समय था लेकिन उन्होंने 10.5 अंक बटोरे जबकि चौधरी आखिरी प्रयास में सिर्फ 9.8 बना सके। फोरोघी ने कुल 243.6 अंक के साथ स्वर्ण हासिल किया जबकि चौधरी 243.2 अंक के साथ दूसरे और वर्मा 221.8 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहे। पूर्व विश्व नंबर एक शहजार रिजवी 177.1 अंक के साथ पांचवें स्थान पर रहे। इससे पहले क्वालीफिकेशन में युवा ओलंपिक और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता चौधरी 587 अंक के साथ शीर्ष जबकि वर्मा 583 अंक के साथ दूसरे स्थान पर थे।
- अहमदाबाद ।भारत ने सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (64 रन) की शानदार पारी के बाद कप्तान विराट कोहली (नाबाद 80 रन) के अर्धशतक से शनिवार को यहां पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड को 36 रन से हराकर श्रृंखला 3-2 से अपने नाम की। श्रृंखला में भारतीय टीम के प्रदर्शन से दिखता है कि उसकी टी20 विश्व कप की तैयारियां सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं जिसने दो बार पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए सीरीज जीती। टीम ने श्रृंखला में चौथी बार टॉस गंवाया लेकिन इसके बावजूद टी20 अंतरराष्ट्रीय में इंग्लैंड के खिलाफ अपना सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया। निर्णायक मुकाबले में बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद भारत ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रोहित और कोहली के अर्धशतकों से दो विकेट पर 224 रन बनाये जो उसका इस श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रयास भी है। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम जोस बटलर (52 रन) और डेविड मलान (68, 46 गेंद, नौ चौके और दो छक्के) के अर्धशतकों के बावजूद आठ विकेट पर विकेट पर 188 रन ही बना सकी। भारत के लिये शार्दुल ठाकुर ने 45 रन देकर तीन और भुवनेश्वर कुमार ने 15 रन देकर दो विकेट चटकाये जबकि आलराउंडर हार्दिक पंड्या ने 34 रन देकर और टी नटराजन ने 39 रन देकर एक एक विकेट हासिल किया। अब भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ जीत की इस (टेस्ट श्रृंखला से शुरू हुई) लय को वनडे श्रृंखला में भी जारी रखना चाहेगी जिसका पहला मैच 23 मार्च को पुणे में खेला जायेगा। जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड ने शुरू के मैचों में अपनी तेज रफ्तार से भारतीयों को परेशान किया था लेकिन रोहित (34 गेंद में चार चौके और पांच छक्के) और कोहली (52 गेंद में सात चौके और दो छक्के) ने इनके खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाते हुए टीम को पॉवरप्ले में 60 रन बनाने में मदद की। इन दोनों के बीच पहले विकेट के लिये 54 गेंद में 94 रन की साझेदारी बनी। इनके अलावा सूर्यकुमार यादव (17 गेंद में 32 रन, तीन चौके, दो छक्के) और पंड्या (17 गेंद में नाबाद 39 रन, चार चौके, दो छक्के) ने भी योगदान दिया। मेजबानों ने अंतिम पांच ओवरों में 67 रन जोड़कर विपक्षी टीम को जीत के लिये विशाल लक्ष्य दिया।बेन स्टोक्स और आदिल राशिद को छोड़कर इंग्लैंड के सभी गेंदबाजों ने 10 रन प्रति ओवर से ज्यादा लुटाये जिसमें क्रिस जोर्डन (57 रन देकर कोई विकेट नहीं) सबसे ज्यादा खर्चीले रहे। भारत ने सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल को बाहर रखने का फैसला किया ताकि तेज गेंदबाज टी नटराजन के रूप में अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सके। राहुल के नहीं खेलने से कोहली ने रोहित के साथ पारी का आगाज करने का फैसला किया जो टीम के लिये काफी बढ़िया साबित हुआ। इस भागीदारी में रोहित से ज्यादातर रन बटोरे और कोहली दूसरे छोर पर स्ट्रोक्स भरी पारी का लुत्फ उठाते दिखे। पहले दो मैचों में रोहित को आराम दिया गया था लेकिन वह अगले दो मैचों में कुछ अच्छा नहीं कर सके लेकिन उन्होंने शनिवार को बड़े मैच में अपनी ख्याति के अनुरूप पारी खेली। रोहित ने अपने पांचों छक्के अपने ‘ट्रेडमार्क' शॉट से लगाये। उनके स्ट्रेट ड्राइव्स भी काफी मनोरंजक रहे जिसमें इंग्लैंड के खतरनाक गेंदबाज मार्क वुड के पहले ही ओवर में लगा शॉट था। कोहली ने भी वुड की गेंद को स्टैंड तक पहुंचाया जिसके बाद वह भी जोश में भर गये।रोहित ने अपना अर्धशतक छक्का लगाकर 30 गेंद में पूरा किया जो बिलकुल भी हैरानी भरा नहीं था। पर वह स्टोक्स की गेंद पर बोल्ड हो गये। इसके बाद कोहली ने अपनी पारी को खूबसूरत ढंग से आगे बढ़ाया जिसमें उन्हें दूसरे छोर पर सूर्यकुमार का साथ मिला जिन्होंने अपने पदार्पण मैच की लय को यहां भी जारी रखा और क्रीज पर उतरते ही अपने इरादे दिखा दिये। मुंबई के इस बल्लेबाज ने लेग स्पिनर आदिल राशिद पर लगातार दो छक्के जड़े। इसके बाद जोर्डन पर लगातार तीन चौके जमाये जिससे इस ओवर में 19 रन बने और तब भारत का स्कोर 12 ओवर में एक विकेट पर 133 रन था। सूर्यकुमार 14वें ओवर में राशिद की गेंद का शिकार बने और दूसरे विकेट के लिये 49 रन की भागीदारी का अंत हुआ। कोहली ने फिर हार्दिक के साथ मिलकर भारत को 200 रन के पार कराया। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 40 गेंद में नाबाद 81 रन की साझेदारी निभायी। इंग्लैंड को पहला झटका पहले ही ओवर में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर ने दिया जिन्होंने सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय को दूसरी ही गेंद पर बोल्ड कर दिया। हालांकि मेहमान टीम जल्द ही इस झटके से उबर गयी। बटलर और मलान क्रीज पर डट गये, दोनों ने अपने अर्धशतक पूरे किये और विकेट नहीं गिरने दिया। इससे मुकाबला रोमांचक हो गया। लेकिन भुवनेश्वर ने ही दूसरे विकेट की इस 130 रन की भागीदारी का अंत बटलर को आउट कर किया जिनका कैच पंड्या ने लपका। बटलर ने 34 गेंद में दो चौके और चार छक्के जड़े। शार्दुल ने फिर अपने तीसरे ओवर में दो विकेट झटक लिये। पारी के 15वें ओवर में जोस बटलर को पवेलियन भेजने के बाद उन्होंने क्रीज पर जमे मलान की पारी खूबसूरत गेंद पर बोल्ड कर समाप्त की। अगले ही ओवर में इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन (01) पंड्या की गेंद का शिकार हुए। इससे इंग्लैंड का स्कोर 13वें ओवर से 16वें ओवर तक दो विकेट पर 130 रन से पांच विकेट पर 142 रन हो गया। जोफ्रा आर्चर रन आउट हुए और शार्दुल ने अंतिम ओवर में एक विकेट हासिल किया।
- नयी दिल्ली ।भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन (51 किग्रा) और गौरव सोलंकी (57 किग्रा) को इस्तांबुल में चल रहे बोसफोरस मुक्केबाजी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपने-अपने मुकाबलों में हार का सामना करने के बाद कांस्य पदक के साथ संतोष करना पड़ा। एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता निकहत ने इससे पहले प्री क्वार्टर फाइनल में रूस की 2019 की विश्व चैंपियन पेल्टसेवा इकटेरिना और क्वार्टर फाइनल में कजाखस्तान की दो बार की विश्व चैंपियन नजीम कजाइबे को हराकर अंतिम चार में जगह पक्की की थी। सेमीफाइनल में उन्हें विश्व चैम्पियनशिप 2019 की रजत पदक विजेता तुर्की की बुसेनाज कैकिरोगलु से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। शुरुआती दौर में दोनों मुक्केबाजों ने संयम के साथ खेला लेकिन बाद के दौर ने उनके हमले में तेजी आयी। बुसेनाज को हालांकि, घरेलू माहौल का फायदा मिला और उसने सर्वसम्मति से जीत हासिल की। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता सोलंकी को अर्जेंटीना के निर्को क्युलो ने 5-0 से हराया।पिछले मुकाबले में स्थानीय मुक्केबाज अयकोल मिजान को पराजित करने वाले सोलंकी ने इस मुकाबले में भी सटीक पंच के साथ अच्छी शुरूआत की लेकिन वह इसे आखिरी तक जारी नहीं रख सके। टूर्नामेंट में भारत का सफर दो कांस्य पदक के साथ खत्म हुआ।
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बर्मिंघम। गत विश्व चैम्पियन पी वी सिंधु ने तीसरी वरीयता प्राप्त जापान की अकाने यामागुची को हराकर आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया । पांचवीं वरीयता प्राप्त सिंधु ने पहला गेम गंवाने के बाद शानदार वापसी करते हुए 16 . 21, 21 . 16, 21 . 19 से जीत दर्ज की । एक घंटे 16 मिनट तक चला मुकाबला जीतकर सिंधु दूसरी बार इस टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंची । अब उनका सामना थाईलैंड की छठी वरीयता प्राप्त पोर्नपावी चोचुवोंग से होगा ।
इससे पहले यामागुची के खिलाफ सिंधु का कैरियर रिकॉर्ड 10 . 7 का था लेकिन पिछले तीन मुकाबलों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था । सिंधु ने कहा ,‘‘ मैं लंबे समय बाद उसके खिलाफ खेल रही थी। शायद आखिरी बार 2019 में खेली थी । उसने भी काफी अभ्यास किया था और यह अच्छा मैच था ।'' दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने कहा ,‘‘ पहले गेम में मैने काफी गलतियां की लेकिन दूसरे गेम से संभल गई । मैच में कई लंबी रेलियां लगी और दूसरा गेम जीतना बहुत जरूरी था । तीसरे गेम में मैने नियंत्रण नहीं खोया और कोच ने काफी सहयोग किया । हर अंक अहम था क्योंकि कोई भी जीत सकता था । मुझे खुशी है कि जीत मेरे नाम रही ।'' ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु का दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी चोंचुवोंग के खिलाफ रिकार्ड 4 . 1 का है । उन्होंने कहा ,‘‘ मैने यहां तक पहुंचने के लिये काफी मेहनत की है और अब फोकस बनाये रखना जरूरी है । पोर्नपावी अच्छा खेल रही है और मुझे उसके खिलाफ सौ प्रतिशत देना होगा।'' स्विस ओपन फाइनल खेलने वाली सिंधु ने ककाफी आक्रामक खेल दिखाया लेकिन पहले गेम में सहज गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा । यामागाची ने 17 . 11 से बढत बना ली लेकिन सिंधु ने वापसी करते हुए अंतर 15 . 18 का कर दिया । इसके बाद हालांकि यामागाची ने लगातार अंक लेकर पहला गेम जीत लिया । दूसरे गेम में दोनों ने गलतियों के साथ शुरूआत की । सिंधु ने 6 . 2 की बढत बनाई जो बाद में 8 . 4 की हो गई । यामागुची ने दो बार शटल नेटमें डाल दी । ब्रेक के बाद सिंधु ने पांच अंक लगातार बनाये और क्रासकोर्ट पर शानदार स्मैश लगाकर बढत 19 . 13 की कर ली । इसके बाद यामागुची का एक और शॉट वाइड चला गया और सिंधु ने पांच अंक लेकर वापसी की । निर्णायक गेम में मुकाबला बराबरी का था और स्कोर 2 . 2 से 7 . 7 हो गया । छोर बदलने के बाद सिंधु ने 14 . 10 से बढत बनाई लेकिन यामागुची ने वापसी की और स्कोर 13 . 15 कर दिया । जापानी खिलाड़ी की सहज गलती से स्कोर 17 . 17 हो गया । सिंधु ने 19 . 18 से बढत बनाई जबकि यामागुची का शॉट वाइड चला गया और सिंधु ने मैच प्वाइंट के साथ मैच जीता । -
रायपुर. रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के फाइनल में पहुंचने वाली दोनों टीम का एलान हो चुका है। 21 मार्च को खिताबी मुकाबले में इंडिया लीजेंड्स और श्रीलंका लीजेंड्स की टक्कर होगी। 19 मार्च की देर रात दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका लीजेंड्स को पीटकर श्रीलंका ने फाइनल में जगह बनाई। इसी तरह सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली इंडिया लीजेंड्स, वेस्टइंडीज को हराते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। इसे कुछ लोग 2011 विश्व कप फाइनल की पुनरावृत्ति भी कह रहे हैं, जहां भारत चैंपियन बना था।
नया रायपुर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में नुवान कुलसेकरा ने कमाल कर दिया। घातक गेंदबाजी करते हुए उन्होंने पांच विकेट चटकाए और दक्षिण अफ्रीका को 125 रन पर समेट दिया। फिर 17.2 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्य भी हासिल कर लिया। कप्तान तिलकरत्ने दिलशान (18) और सनथ जयसूर्या (18) के रूप में दो विकेट गिरे। उपुल थरंगा (39) और चिंतका जयसिंघे (47) नाबाद लौटे।दूसरी ओर इंडिया लीजेंड्स के कप्तान ने भारत की 'बेंच स्ट्रेंथ' तैयार करने के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को श्रेय देते हुए कहा कि इस लुभावनी लीग में लगातार विश्व स्तरीय खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने से मौजूदा क्रिकेटरों को काफी फायदा मिला है। आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टी-20 श्रृंखला में शानदार पारियां खेली और तेंदुलकर ने उनकी सफलता का श्रेय लीग को दिया। -
नई दिल्ली. दिल्ली के कर्णी सिंह रेंज में जारी ISSF शूटिंग विश्व कप में भारत के दिव्यांश सिंह पंवार ने कांस्य पदक पर निशाना साधा। दुनिया के यह नंबर एक शूटर 228.1 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहे। अमेरिका के पास गोल्ड और हंगरी निशानेबाज को सिल्वर मेडल मिला। 18 वर्षीय दिव्यांश एयर राइफल प्रतिस्पर्धा में किस्मत आजमां रहे थे। इसी के साथ 29 मार्च तक चलने वाले इस विश्व कप के दूसरे दिन शनिवार को भारत का खाता भी खुल गया।
फाइनल में भारत के अर्जुन बाबुता पांचवें स्थान पर रहे, जिन्होंने आठ प्रतियोगियों के फाइनल में तीन राउंड में खराब स्कोर किया। अमेरिका के लुकास कोजेनिएस्की ने 249.8 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि हंगरी के इस्तवान पेनी को 249.7 के स्कोर पर रजत पदक मिला। टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके दिव्यांश ने कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में इस्राइल के सर्जेइ रिक्टर को हराया । - दोहा में जीता मिश्रित युगल का फाइनलनई दिल्ली। भारत की अचंता शरत कमल और मनिका बत्रा की स्टार टेबल टेनिस जोड़ी ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के मिश्रित युगल का फाइनल अपने नाम किया। इस जीत के साथ 2021 टोक्यो ओलंपिक के लिए मिश्रित युगल में क्वालीफाई भी कर लिया। भारतीय जोड़ी ने शनिवार को खेले गए मुकाबले में कोरिया की सांग सु ली और जिही जनियोन को 4-2 से हराया। दुनिया की आठवीं नंबर की जोड़ी से 0-2 से पिछडऩे के बाद भारतीय खिलाडिय़ों की जीत को ऐतिहासिक माना जा रहा है।शरत और मनिका गुरुवार को एकल में पहले ही कोटा हासिल कर चुके हैं और अब मिश्रित युगल में भी क्वालीफाई कर लिया। शरत और मनिका सहित चार भारतीयों ने टोक्यो ओलंपिक के एकल वर्ग के लिए क्वालीफाई किया है।दुनिया की 19वें नंबर की भारतीय जोड़ी ने इससे पहले शुक्रवार को सिंगापुर के कोएन पांग यियू एन और लिन यि को सेमीफाइनल में 4-2 से हराया था। एशियाई खेल 2018 की कांस्य पदकधारी जोड़ी ने तब 50 मिनट तक चले मुकाबले में 12-10, 9-11, 11-5, 5-11, 11-8, 13-11 से जीत हासिल की थी।
- अहमदाबाद। दबाव की परिस्थितियों में इंग्लैंड पर पार पाकर आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारत शनिवार को यहां होने वाले पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जीत दर्ज करके श्रृंखला अपने नाम करने के साथ विश्व कप के लिये अपनी मुख्य टीम का खाका तैयार करने की तरफ एक और मजबूत कदम आगे बढ़ाने की कोशिश करेगा।विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इससे पहले हर तरह की परिस्थितियों में पार पाने में नाकाम रही थी लेकिन उसे अब इशान किशान और सूर्यकुमार यादव के रूप में तुरुप के इक्के मिले हैं। इन दोनों ने अच्छी पारियां खेलकर टीम को नये विकल्प उपलब्ध कराये हैं।सूर्यकुमार की गुरुवार को खेली गयी पारी से कोहली भी हैरान थे। इस बल्लेबाज को इसके बाद एकदिवसीय टीम में भी जगह मिल गयी। किशन और सूर्यकुमार ने जहां अपनी पहली श्रृंखला में बड़ा प्रभाव छोड़ा वहीं हरियाणा के आलराउंडर राहुल तेवतिया टीम में शामिल एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें पदार्पण का मौका नहीं मिला है। शनिवार को हालांकि उन्हें अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका मिल सकता है।भारत के लिये इस श्रृंखला का एक और सकारात्मक पहलू हार्दिक पंड्या का गेंदबाजी में योगदान देना रहा। गुरुवार को उन्होंने चार ओवर में केवल 16 रन देकर दो विकेट लिये थे। युजवेंद्र चहल की जगह चुने गये लेग स्पिनर राहुल चहर ने भी अच्छी गेंदबाजी की जबकि वाशिंगटन सुंदर प्रभाव नहीं छोड़ पाये थे। शीर्ष क्रम में केएल राहुल की फार्म भारत के लिये चिंता का विषय है। उन्होंने पहले तीन मैचों में एक, शून्य और शून्य का स्कोर बनाया और चौथे मैच में भी 14 रन से आगे नहीं बढ़ पाये थे।कोहली इस बात से संतुष्ट होंगे कि भारत ने अच्छा स्कोर बनाया और रात में ओस के असर के बावजूद उसका बचाव करने में सफल रहा। यह श्रृंखला में पहला अवसर था जबकि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की।इंग्लैंड भी जोस बटलर और विश्व के नंबर एक बल्लेबाज डाविड मलान के प्रदर्शन में निरंतरता की उम्मीद कर रहा होगा। तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड ने प्रभाव छोड़ा लेकिन उन्हें क्रिस जोर्डन से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला जिन्होंने चौथे टी20 में सर्वाधिक रन लुटाये। लेकिन क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में बादशाहत की जंग में इंग्लैंड की निगाहें श्रृंखला जीतकर विश्व कप के लिये अपनी तैयारियों को मूर्तरूप देना है। इंग्लैंड के कप्तान इयान मोर्गन ने कहा, हम वास्तव में इस तरह के मैचों में खेलना चाहते हैं जहां स्थिति करो या मरो वाली होती है। विदेशी धरती पर खेलना और श्रृंखला जीतना शानदार होगा।टीमें इस प्रकार हैं :भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), केएल राहुल, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, दीपक चहर, राहुल चहर, राहुल तेवतिया, इशान किशन ।इंग्लैंड: इयोन मोर्गन (कप्तान), जोस बटलर, जैसन रॉय, लियाम लिविंगस्टोन, डाविन मलान, बेन स्टोक्स, मोइन अली, आदिल राशिद, रीस टॉपले, क्रिस जॉर्डन, मार्क वुड, सैम करने, टॉम करेन, सैम बिलिंग्स, जॉनी बेयरस्टो, जोफ्रा आर्चर ।मैच शाम सात बजे से शुरू होगा।
- कराची। पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान सुपर लीग छह के स्थगित होने के लिये पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की आलोचना की और कहा कि इससे साबित हो गया कि उसके पास दूसरी योजना तैयार नहीं थी।अफरीदी ने लाहौर में एक कार्यक्रम में बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) को स्थगित नहीं किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, पीएसएल पाकिस्तान और पाकिस्तानी क्रिकेट के लिये बहुत बड़ा ब्रांड है और दुर्भाग्यपूर्ण है कि पीसीबी के पास इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के लिये दूसरी योजना तैयार नहीं थी। उन्होंने कहा, लेकिन ऐसा लगता है कि जब कुछ खिलाडिय़ों और अधिकारियों में कोविड-19 के कुछ मामले सामने आये तो उनके पास दूसरी योजना नहीं थी और मुझे इससे काफी हैरानी हुई। लीग के स्थगित होने से अच्छा संदेश नहीं गया। क्वेटा ग्लैडिएटर्स फ्रेंचाइजी के मालिक नदीम ओमर ने भी कराची में बायो-बबल को बरकरार रखने में असफल होने के लिये पीसीबी को जिम्मेदार ठहराया।
- पटियाला। तमिलनाडु की एस धनलक्ष्मी ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए फेडरेशन कप राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गुरुवार को यहां महिलाओं के 200 मीटर दौड़ में हिमा दास को पीछे छोड़ा और नया मीट रिकार्ड बनाया। इससे पहले 100 मीटर फाइनल में दुती चंद को हराने वाली धनलक्ष्मी 23.26 सेकेंड का समय निकाला और पीटी ऊषा का 1998 में चेन्नई में बनाया गया 23.80 सेकेंड का मीट रिकार्ड तोड़ा। लंबे विश्राम के बाद वापसी करने वाली स्वप्ना बर्मन ने हेप्टाथलान में 5636 अंक बनाकर पहला स्थान हासिल किया। केरल की मरीना जार्ज दूसरे स्थान पर रही।
- अहमदाबाद। सूर्यकुमार यादव के आकर्षक अर्धशतक तथा शार्दुल ठाकुर और हार्दिक पंड्या की शानदार गेंदबाजी से भारत ने चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवार को यहां इंग्लैंड को आठ रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला 2-2 से बराबर की।सूर्यकुमार ने विवादास्पद तरीके से आउट दिये जाने से पहले 31 गेंदों पर 57 रन बनाये जिसमें छह चौके और तीन छक्के शामिल हैं। उनके अलावा श्रेयस अय्यर (18 गेंदों पर 37 रन, पांच चौके, एक छक्का) और ऋषभ पंत (23 गेंदों पर 30 रन, चार चौके) ने उपयोगी योगदान दिया जिससे भारत ने पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किये जाने पर आठ विकेट पर 185 रन बनाये। इंग्लैंड की तरफ से आर्चर सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 33 रन देकर चार विकेट लिये, लेकिन उसका कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल पाया। जैसन रॉय (27 गेंदों पर 40, छह चौके, एक छक्का) और बेन स्टोक्स (23 गेंदों पर 46, चार चौके, तीन छक्के) ने भारत के समीकरण बिगाडऩे की कोशिश की जबकि आर्चर (आठ गेंदों पर नाबाद 18) ने मैच को रोमांचक बनाया लेकिन आखिर में इंग्लैंड आठ विकेट पर 177 रन तक ही पहुंच पाया। भारत की तरफ से पंड्या ने चार ओवर में 16 रन देकर दो विकेट लिये। ठाकुर (42 रन देकर तीन) भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे जबकि लेग स्पिनर राहुल चहर ने 35 रन देकर दो विकेट हासिल किये। भुवनेश्वर कुमार ने 30 रन देकर एक विकेट लिया। भुवनेश्वर ने पिछले मैच के नायक जोस बटलर (नौ) को शुरू में चलता कर दिया लेकिन रॉय ने कुछ करारे शॉट जमाकर रन गति बनाये रखी। जिससे इंग्लैंड ने पावरप्ले में 48 रन बनाये। पावरप्ले के बाद गेंद संभालने वाले चहर ने अपने पहले ओवर में ही गुगली पर डाविड मलान (17 गेंदों पर 14) को बोल्ड किया जो उसे रिवर्स स्वीप करना चाहते थे। पंड्या ने रॉय को पटकी गेंद पर डीप मिडविकेट खड़े सूर्यकुमार के हाथों कैच कराकर इंग्लैंड पर दबाव बना दिया। स्टोक्स ने दोनों स्पिनरों वाशिंगटर सुंदर और चहर पर छक्के जड़कर इंग्लैंड की उम्मीदें जगायी जबकि जॉनी बेयरस्टॉ (25) ने सुंदर के आखिरी ओवर में दो चौके और छक्का लगाकर उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ दिया। सुंदर ने चार ओवर में 52 रन लुटाये। चहर ने बेयरस्टॉ का विकेट लेकर अपना गेंदबाजी विश्लेषण सुधारा। स्टोक्स और बेयरस्टॉ ने चौथे विकेट के लिये 65 रन जोड़े। ठाकुर ने स्टोक्स और इयोग मोर्गन (चार) को लगातार गेंदों पर आउट करके भारत का पलड़ा भारी कर दिया। इन दोनों ने ऑफ कटर पर आसान कैच दिये। इंग्लैंड को आखिरी ओवर में 23 रन चाहिए थे। आर्चर ने ठाकुर पर चौका और छक्का लगाया लेकिन इससे हार का अंतर ही कम हुआ। इससे पहले रोहित शर्मा ने आदिल राशिद की मैच की पहली गेंद लॉग ऑफ पर छक्के के लिये भेजी। उन्होंने इस बीच टी20 क्रिकेट में 9000 रन भी पूरे किये लेकिन उनकी पारी लंबी नहीं खिंची। आर्चर की धीमी लेग कटर पर उन्होंने वापस गेंदबाज को आसान कैच दे दिया। उनकी जगह लेने के लिये उतरे सूर्यकुमार ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहली गेंद ही छक्के के लिये भेजी। उन्होंने इसके बाद भी बेपरवाह बल्लेबाजी की और लेग स्पिनर राशिद पर भी छक्का जड़ा लेकिन दूसरे छोर से केएल राहुल (17 गेंदों पर 14) और कप्तान विराट कोहली (एक) के लगातार ओवरों में आउट होने से भारत का स्कोर तीन विकेट पर 70 रन हो गया। राहुल लगातार चौथे मैच में नाकाम रहे। वह स्टोक्स की धीमी गेंद को नहीं समझ पाये और मिड ऑफ पर आसान कैच दे बैठे। कोहली को राशिद ने गुगली पर गच्चा दिया और जोस बटलर ने उन्हें आसानी से स्टंप आउट किया। सूर्यकुमार ने दूसरे छोर से लय बनाये रखी। उन्होंने राशिद की गेंद प्वाइंट क्षेत्र से चार रन के लिये भेजकर केवल 28 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। वह टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपनी पहली पारी में अर्धशतक जडऩे वाले पांचवें भारतीय बल्लेबाज हैं। इसके बाद पंत ने स्टोक्स पर दो चौके लगाकर 13वें ओवर में स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। सूर्यकुमार का सैम करेन पर फाइन लेग पर लगाया गया छक्का उनके आत्मविश्वास का प्रतीक था लेकिन उन्हें विवादास्पद तरीके से आउट दिया गया। अगली गेंद पर मलान ने सीमा रेखा पर उनका कैच लिया जिसमें रीप्ले से साफ लग रहा था कि गेंद ने जमीन को स्पर्श किया है लेकिन कई कोण से रीप्ले देखने के बाद तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का आउट का फैसला बने रहने दिया। आर्चर ने पंत को गुडलेंथ गेंद पर बोल्ड किया, लेकिन अय्यर शुरू से आक्रामक मूड में दिखे। उन्होंने और पंड्या (11) ने क्रिस जोर्डन के 18वें ओवर में छक्के जड़कर 18 रन बटोरे। ये दोनों हालांकि तीन गेंद के अंदर आउट हो गये जिससे भारत आखिरी दो ओवरों में 18 रन ही बना पाया। ठाकुर 10 रन बनाकर नाबाद रहे। अब पांचवां और अंतिम टी20 मैच निर्णायक बन गया है जो इसी मैदान पर 20 मार्च को खेला जाएगा।
- नयी दिल्ली। तोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में लगे पहलवान बजरंग पूनिया ने सोनीपत में भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में राष्ट्रीय शिविर से जुड़ने के बाद गुरुवार को कोविड-19 का पहला टीका लगाया। बजरंग (65 किग्रा) रोम में मैटियो पेलिकोन प्रतियोगिता में भाग लेकर लौटे हैं जहां उन्होंने अपने रक्षण में काफी सुधार दिखाया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन सभी नियमों का पालन किया जो कि एक आम आदमी के लिये बनाये गये हैं। मैंने इसके लिये पंजीकरण करवाया था। मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। टीका लेने के बाद थोड़ा सरदर्द और भारीपन महसूस हो रहा था लेकिन अब मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं।
- नयी दिल्ली। मैरीकोम क्षेत्रीय मुक्केबाजी फाउंडेशन ने इंफाल की छह महिला मुक्केबाजों की मदद के लिये ड्रीम स्पोर्ट्स फाउंडेशन (डीएसएफ) के साथ करार किया है। इस करार के तहत डीएसएफ इन उदीयमान मुक्केबाजों को अगले एक साल तक अभ्यास की सुविधा देगा और इसके अलावा शिक्षा और वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराएगा। मैरीकोम ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इन युवा मुक्केबाजों की उनके करियर के महत्वपूर्ण चरण में मदद करने के लिये हम ड्रीम स्पोर्ट्स फाउंडेशन का हमारे साथ जुड़ने के लिये आभार व्यक्त करते हैं।
- बर्मिंघम। भारत के चार पुरूष शटलरों ने यहां ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के दूसरे दौर में प्रवेश किया जबकि पूर्व नंबर एक खिलाड़ी साइना नेहवाल को चोट लगने के कारण अपने शुरूआती महिला एकल मैच से रिटायर होने के लिये बाध्य होना पड़ा।साइना को दायीं जांघ में परेशानी हो रही थी जिससे उन्होंने बुधवार की रात को डेनमार्क की सातवीं वरीयता प्राप्त मिया ब्लिचफेल्ट के खिलाफ शुरूआती दौर के मैच में रिटायर होने का फैसला किया, तब वह 8-21 4-10 से पिछड़ रही थीं। पुरूष एकल में दुनिया के 15वें नंबर के खिलाड़ी बी साई प्रणीत ने फ्रांस के टोमा जूनियर पोपोव को 21-18 22-20 से शिकस्त दी जबकि एच एस प्रणय ने मलेशिया के डेरेन लियू की चुनौती 21-10 21-10 से समाप्त की।समीर वर्मा ने ब्राजील के यगोर कोल्हो को 21-11 21-19 से पराजित किया और युवा लक्ष्य सेन ने थाईलैंड के कांटाफोन वांगचारोएन को 21-18 21-12 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। प्रणय और प्रणीत को हालांकि अब दूसरे दौर में कड़ी चुनौती का सामना करना होगा जिन्हें गुरूवार को क्रमश: दुनिया के नंबर एक केंटो मोमोटा और दुनिया के दूसरे नंबर के विक्टर एक्सेलसेन से भिडऩा है।समीर का सामना डेनमार्क के तीसरे वरीय एंडर्स एंटोनसेन से होगा और यह भारतीय खिलाड़ी जनवरी में टोयोटा थाईलैंड ओपन में मिली करीबी हार का बदला चुकता करना चाहेगा। वर्ष 2019 में पांच खिताब जीतने वाले लक्ष्य की भिड़ंत फ्रांस के थामस रोक्सेल से होगी। मिश्रित युगल में प्रणव जेरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी को शुरूआती दौर में डेनमार्क के रास्मस एस्पर्सन और क्रिस्टिन बुश की जोड़ी से 15-21 17-21 से हार का सामना करना पड़ा। ओलंपिक रजत पदकधारी पीवी सिंधु भी गुरूवार को दूसरे दौर में डेनमार्क की एल क्रिस्टोफरसेन से भिड़ेंगी।
- लखनऊ । दक्षिण अफ्रीका की महिला क्रिकेट टीम ने पांचवें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में बुधवार को यहां भारत को पांच विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला 4-1 से जीत ली। भारतीय टीम कप्तान मिताली राज के नाबाद 79 रन के बावजूद 188 रन पर ढेर हो गई।दक्षिण अफ्रीका ने इसके जवाब में एनेके बोश (58) और मिगनोन डु प्रीज (57) के अर्धशतकों की बदौलत 48.2 ओवर में पांच विकेट पर 189 रन बनाकर जीत दर्ज की। इस श्रृंखला के साथ भारतीय महिला क्रिकेट टीम को 12 महीने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिला। श्रृंखला की शुरुआत में टीम का लय में नहीं होना स्वाभाविक था लेकिन श्रृंखला खत्म होने पर तय हो गया कि अगले साल की शुरुआत में विश्व कप में खिताब का दावेदार बनने के लिए टीम को काफी मेहनत करनी होगी। टीम को आक्रामक बल्लेबाजों की जरूरत है और गेंदबाजी भी चिंता का सबब है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ स्पिनर जूझते दिखे जबकि वे भारत का मजबूत पक्ष रहे हैं। लक्ष्य का पीछा करने उतरे दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और टीम ने कप्तान सुने लुस (10) सहित तीन शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट 27 रन के स्कोर तक ही गंवा दिए। डु प्रीज और बोश ने इसके बाद चौथे विकेट के लिए 96 रन जोड़कर पारी को संभाला। भारतीय गेंदबाजों ने हालांकि इन दोनों को जल्दी-जल्दी पवेलियन भेजकर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर पांच विकेट पर 131 रन किया। इस समय टीम को जीत के लिए 13 ओवर में 58 रन की दरकार थी। बोश ने 70 गेंद की अपनी पारी में आठ चौके मारे जबकि डु प्रीज ने 100 गेंद का सामना करते हुए चार चौके जड़े। मारिजेन केप (नाबाद 36) और नेदिन डि क्लर्क (नाबाद 19) ने इसके बाद टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। दोनों ने छठे विकेट के लिए 58 रन की अटूट साझेदारी की। भारत की ओर से बायें हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ ने सिर्फ 10 ओवर में सिर्फ 13 रन देकर तीन विकेट चटकाए। इससे पहले भारत ने 13वें ओवर में 53 रन के स्कोर तक ही तीन विकेट गंवा दिए थे जिसके बाद मिताली ने पारी को संवारा। मिताली ने हरमनप्रीत कौर (30) के साथ चौथे विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की। हरमनप्रीत पैर में जकड़न के कारण 31वें ओवर में रिटायर्ड हर्ट हुई। मिताली ने 104 गेंद में आठ चौके और एक छक्का मारा। भारत ने सलामी बल्लेबाज प्रिया पूनिया (18) का विकेट जल्दी गंवा दिया जिसके बाद शानदार फॉर्म में चल रही पूनम राउत (10) और स्मृति मंधाना (18) भी लगातार ओवरों में पवेलियन लौट गईं। डायलन हेमलता (02) और सुषमा वर्मा (00) भी मिताली का साथ देने में नाकाम रहीं।अनुभवी बल्लेबाज मिताली ने 38वें ओवर में 78 गेंद में श्रृंखला का दूसरा और करियर का 55वां अर्धशतक पूरा किया। मिताली ने एक छोर संभाले रखा लेकिन झूलन गोस्वामी (05) और मोनिका पटेल (09) भी अधिक देर नहीं टिक सकीं। पदार्पण कर रही सी प्रत्युषा भी दो रन बनाकर पवेलियन लौट गईं जिससे 47वें ओवर में टीम का स्कोर आठ विकेट पर 176 रन हो गया। मिताली हालांकि एक छोर पर अकेली रह गई और पूरी टीम 49.3 ओवर में सिमट गई।दक्षिण अफ्रीका की ओर से नेदिन डि क्लर्क ने 35 रन देकर तीन विकेट चटकाए। आफ स्पिनर नोंदुमिसो शंगासे (43 रन पर दो विकेट) और टुमी शेखुखुने (26 रन पर दो विकेट) ने दो-दो विकेट हासिल किए जबकि मारिजेन केप ने एक विकेट चटकाया।



















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