अंतरराष्ट्रीय मुद्रा के अनुसार वैश्विक मंदी के बावजूद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष-आई.एम.एफ. ने कहा है कि विपरीत वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद भारत तीव्र गति से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने आज अपने विश्व आर्थिक दृष्टिकोण के जनवरी अपडेट को जारी किया है। इसमें कहा गया है कि घरेलू मांग में लचीलेपन के कारण वर्ष 2024 में छह दशमलव आठ प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने से पहले वर्ष 2023 में भारत का छह दशमलव एक प्रतिशत की दर से विकास होगा।
मुद्राकोष ने यह भी कहा है कि विकासशील और उभरते हुए एशियाई क्षेत्र में वर्ष 2023 में पांच दशमलव तीन प्रतिशत की दर से वृद्धि होगी, जबकि वर्ष 2024 में यह दर पांच दशमलव दो प्रतिशत रहेगी। मुद्राकोष ने सकारात्मक रुख व्यक्त करते हुए कहा है कि मंदी के डर के बावजूद वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद या प्रति व्यक्ति वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में नकारात्मक वृद्धि की सम्भावना नहीं है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने यह भी कहा है कि चीन में वर्ष 2023 में पांच दशमलव दो प्रतिशत की दर से वृद्धि का आकलन है।
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