बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक ने ऋण दरें बढ़ाईं, एसबीआई ने जमा दर में वृद्धि की
मुंबई. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन ओवरसीज बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) बढ़ा दी है। भारतीय स्टेट बैंक ने भी कर्ज के साथ जमा पर ब्याज दरें बढ़ायी हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आठ फरवरी को मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि के बाद बैंकों ने ब्याज दर बढ़ायी है। बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने सभी अवधि की एमसीएलआर 0.05 प्रतिशत बढ़ा दी है। नई दरें 12 फरवरी से प्रभावी हैं। बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, एक साल के लिये एमसीएलआर 8.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.55 प्रतिशत कर दी गयी है। एक दिन, एक महीने और तीन महीने की अवधि के लिये एमसीएलआर क्रमश: 7.9 प्रतिशत, 8.2 प्रतिशत और 8.3 प्रतिशत होगी। वहीं, इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने सभी अवधि के कर्ज के लिये एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस वृद्धि के साथ एक साल की अवधि के लिये एमसीएलआर 8.30 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.45 प्रतिशत की गयी है। इसी प्रकार, एक महीने, तीन महीने और छह महीने की एमसीएलआर 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर क्रमश: 7.9 प्रतिशत, 8.2 प्रतिशत और 8.35 प्रतिशत की गयी है। वहीं एक दिन, दो साल और तीन साल के लिये एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। दोनों बैंकों ने जमा दरों में वृद्धि नहीं की है।
इस बीच, भारतीय स्टेट बैंक ने एमसीएलआर से संबद्ध कर्ज के लिये ब्याज दर 0.10 प्रतिशत बढ़ायी। इसके तहत एक दिन और तीन साल की अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर आधारित ब्याज 7.95 प्रतिशत से 8.70 प्रतिशत तक होगी। नई दरें 15 फरवरी से प्रभावी हैं। देश के सबसे बड़े बैंक ने जमा दरों में भी 0.05 प्रतिशत से 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की है।
संशोधित दर के तहत वरिष्ठ नागरिकों को अब पांच साल से अधिक की जमा पर 8.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। वहीं अन्य को तीन साल की जमा पर 0.05 प्रतिशत अधिक ब्याज मिलेगा। जबकि लंबी अवधि की जमा पर ब्याज अब 0.25 प्रतिशत अधिक होगा।
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