रिलायंस केजी-डी 6 में बढ़ाएगा गैस उत्पादन, सरकार ने दी मंजूरी
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को बंगाल की खाड़ी स्थित अपने केजी-डी 6 गैस ब्लॉक में गैस भंडारों के विकास के लिए सरकार से अतिरिक्त निवेश करने की अनुमति मिल गई है। इस अतिरिक्त निवेश से रोजाना गैस उत्पादन में 4 से 5 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर की बढ़ोतरी होने की संभावना है। बता दें कि फिलहाल रिलायंस और उसकी साझेदार कंपनी बीपी पीएलसी केजी-डी6 ब्लॉक से लगभग 30 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन करती हैं, जो भारत के कुल गैस उत्पादन का लगभग 30% है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अन्वेषण और उत्पादन विभाग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय रॉय ने निवेशकों को तिमाही आय की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने उत्पादन बढ़ाने के लिए विकास योजना को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा, कंपनी को बंगाल की खाड़ी स्थित अपने केजी-डी6 ब्लॉक में गैस उत्पादन बढ़ाने की अनुमति मिल गई है। आने वाले कुछ सालों में इस ब्लॉक से रोजाना 4 से 5 मिलियन मानक क्यूबिक मीटर अतिरिक्त गैस मिलने की संभावना है। इससे मौजूदा उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
बता दें कि फिलहाल रिलायंस और उसकी साझेदार कंपनी बीपीपीएलसी इस ब्लॉक से लगभग 30 मिलियन मानक क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन करती हैं, जो देश के कुल उत्पादन का लगभग 30% है। हालांकि, कंपनी ने इस परियोजना में किए जाने वाले निवेश का विवरण नहीं दिया है। केजी-डी6 ब्लॉक में गैस की तीन खोजें पहले ही की जा चुकी हैं और इन्हें धीरे-धीरे उत्पादन में लाया गया है। इनमें से आखिरी खोज, एमजे तेल और गैस क्षेत्र, मई 2023 में चालू हुई। कुल मिलाकर केजी-डी6 ब्लॉक भारत के प्राकृतिक गैस उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है।
इस गैस का उपयोग बिजली बनाने, उर्वरक बनाने, गाड़ियों को चलाने और रसोई में खाना पकाने के लिए किया जाता है। गौरतलब है कि हाल ही में भारत का प्राकृतिक गैस उत्पादन 99 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर के कई सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
भारत में रोजाना गैस की कुल मांग लगभग 188 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर है, लेकिन पूरा गैस हम खुद नहीं बना पाते। कुछ मात्रा हमें आयात करनी पड़ती है।रॉय ने कहा, अच्छी बात ये है कि हाल के सालों में घरेलू गैस उत्पादन बढ़ा है, खासकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के केजी-डी6 ब्लॉक की वजह से। इस ब्लॉक ने वित्त वर्ष 2021 के बाद से कुल घरेलू गैस उत्पादन में करीब 90% की वृद्धि की है। हालांकि, देश के अन्य गैस क्षेत्रों का उत्पादन स्थिर बना हुआ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी केजी-डी6 ब्लॉक को चलाती है, जिसमे बीपी नामक कंपनी की भी थोड़ी हिस्सेदारी (33.33%) है। इस ब्लॉक में अब तक 19 स्रोत खोजे गए हैं। इनमे से दो सबसे बड़े स्रोत डी-1 और डी-3, साल 2009 में चालू किए गए थे।साथ ही, ब्लॉक का इकलौता तेल क्षेत्र, एमए, 2008 में उत्पादन के लिए शुरू हुआ था। हालांकि, सितम्बर 2018 में एमए क्षेत्र और फरवरी 2020 में डी-1 और डी-3 गैस क्षेत्रों से उत्पादन बंद कर दिया गया।
इसके बाद, रिलायंस और बीपी ने मिलकर केजी-डी6 ब्लॉक में तीन नई गहरे पानी की गैस परियोजनाओं पर 5 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है। इनमे से एक है एमजे क्षेत्र, जो डी1 और डी3 के ठीक नीचे करीब 2,000 मीटर की गहराई में स्थित है। यह क्षेत्र उच्च दबाव और उच्च तापमान वाला है और उम्मीद है कि यह गैस के साथ-साथ रोजाना 25,000 बैरल कंडेनसेट का भी उत्पादन करेगा।
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