ब्रेकिंग न्यूज़

सिंगापुर भारत का 6वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर, देश को 2023-24 में सिंगापुर से मिला सबसे ज्यादा एफडीआई

 नई दिल्ली।  पिछले कुछ वर्षों में भारत-सिंगापुर सहयोग गहरा हुआ है। सितंबर 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान भारत-सिंगापुर संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया। भारत और सिंगापुर बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जिन्होंने उन्नत विनिर्माण, कनेक्टिविटी, डिजिटलीकरण, स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा, स्थिरता, और शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में हमारे विस्तारित सहयोग को एक मजबूत आधार प्रदान किया है। सिंगापुर भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो-पैसिफिक विजन का एक प्रमुख स्तंभ है। वित्त वर्ष 2023-24 में सिंगापुर भारत में एफडीआई का सबसे बड़ा स्रोत था। दोनों देशों के मध्य राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के लिए, कई स्मारक कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है, जो द्विपक्षीय साझेदारी को भारत और सिंगापुर द्वारा दिए जाने वाले महत्व को दर्शाते हैं।

दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग
गौरतलब हो, सिंगापुर आसियान में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। यह बाह्य वाणिज्यिक उधार और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के सबसे बड़े स्रोतों में से एफडीआई का प्रमुख स्रोत है।
सिंगापुर भारत का 6वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर
सीईसीए (CECA) के समापन के बाद द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2004-05 में 6.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 35.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। सिंगापुर भारत के साथ कुल व्यापार में 3.2% हिस्सेदारी के साथ 6वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर (2023-24) है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में सिंगापुर से हमारा आयात 21.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (पिछले वर्ष की तुलना में 10.2% की गिरावट) था और सिंगापुर को निर्यात कुल 14.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (पिछले वर्ष की तुलना में 20.2% की वृद्धि) था।
सिंगापुर से करीब 11.77 अरब डॉलर का निवेश आया
वित्त वर्ष 2023-24 में सिंगापुर भारत में एफडीआई का सबसे बड़ा स्रोत था। 2023-24 के दौरान सिंगापुर से भारत में एफडीआई इक्विटी प्रवाह 11.774 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। सिंगापुर से भारत में संचयी एफडीआई प्रवाह 167.4743 बिलियन अमेरिकी डॉलर (अप्रैल 2000-सितंबर 2024) था, जो भारत में कुल एफडीआई प्रवाह का 24 प्रतिशत है। सिंगापुर से एफडीआई इक्विटी प्रवाह को आकर्षित करने वाले शीर्ष क्षेत्र हैं- सर्विस सेक्टर, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर, व्यापार, दूरसंचार और ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स। वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 में सिंगापुर के लिए बाहरी भारतीय एफडीआई 4.872 बिलियन अमेरिकी डॉलर और वित्त वर्ष 2023-24 में (नवंबर 2024 तक) 5.92 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
सिंगापुर में लगभग 9000 भारतीय कंपनियां पंजीकृत
आपको बता दें, सिंगापुर में लगभग 9000 भारतीय कंपनियां पंजीकृत हैं। इसके अतिरिक्त 6 सार्वजनिक उपक्रमों, 9 बैंकों, सीआईआई, फिक्की के कार्यालय सिंगापुर में हैं। सितंबर 2024 में प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान यह घोषणा की गई थी कि इन्वेस्ट इंडिया सिंगापुर से निवेश की सुविधा के लिए यहां एक ऑफिस खोलें। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने 22 सितंबर 2024 को सिंगापुर में इन्वेस्ट इंडिया कार्यालय का उद्घाटन किया।
वहीं, सिंगापुर की 440 से अधिक कंपनियां भारत में पंजीकृत हैं, दो सिंगापुर बैंक (डेवलपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर और यूनाइटेडओवरसीज बैंक), एंटरप्राइज सिंगापुर (ईएस), इकोनॉमिक डेवलपमेंट बोर्ड (ईडीबी) और सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड के कार्यालय भारत में हैं।

Related Post

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Chhattisgarh Aaj

Chhattisgarh Aaj News

Today News

Today News Hindi

Latest News India

Today Breaking News Headlines News
the news in hindi
Latest News, Breaking News Today
breaking news in india today live, latest news today, india news, breaking news in india today in english