हुंदै मोटर इंडिया का लक्ष्य उभरते बाजारों में निर्यात के लिए उत्पादन केंद्र बनना
नयी दिल्ली/ हुंदै मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक उन्सू किम ने कहा है कि कंपनी अफ्रीका और पड़ोस के उभरते बाजारों को निर्यात के लिए खुद को एक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करना चाहती है। कंपनी अपने निर्यात बाजारों में विविधता लाने पर विचार कर रही है, क्योंकि लाल सागर और अन्य भू-राजनीतिक मुद्दों के कारण पश्चिम एशिया जैसे क्षेत्रों में निर्यात के संबंध में उसे चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। किम ने कहा, हम कंपनी को उभरते बाजारों के लिए उत्पादन केंद्र के रूप में स्थापित कर रहे हैं। हम अपने लागत-अनुकूलित वाहनों का विनिर्माण तथा निर्यात उभरते बाजारों में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोटर वाहन विनिर्माता के पास घरेलू तथा निर्यात मात्रा का संतुलित मिश्रण है, जिससे उसे न केवल अच्छा मुनाफा मिलता है बल्कि यह बाजार में किसी भी उतार-चढ़ाव से बचाव भी प्रदान करता है। किम ने कहा, ‘‘ उभरते बाजारों के लिए बेहद उपयुक्त उत्पाद पर हमारा काम जारी है।''
उन्होंने कहा कि हुंदै ने अफ्रीका, मेक्सिको और लातिनी अमेरिका जैसे करीब सभी क्षेत्रों में वृद्धि दर्ज की है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में हुंदै ने 40,386 वाहनों का निर्यात किया, जबकि 2023-24 की इसी तिमाही में 43,650 वाहनों का निर्यात किया था। वर्ष 2024 में सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, मेक्सिको, चिली और पेरू मात्रा के हिसाब से कंपनी के लिए सबसे बड़े निर्यात बाजार बनकर उभरे। हुंदै ने कैलेंडर वर्ष 2024 में कुल 1,58,686 वाहनों का निर्यात किया।
वाहन विनिर्माता कंपनी ने इस महीने भारत से निर्यात के 25 साल पूरे किए है। हुंदै मोटर इंडिया ने 1999 में निर्यात शुरू करने के बाद से आज तक 37 लाख से अधिक यात्री वाहनों का निर्यात किया है। इसने पिछले 25 वर्षों में दुनियाभर के 150 से अधिक देशों में यात्री वाहनों का निर्यात किया है और वर्तमान में 60 से अधिक देशों को निर्यात करती है। किम ने कहा, ‘‘ दक्षिण कोरिया के बाहर हुंदै के लिए सबसे बड़ा निर्यात केंद्र बनने के लक्ष्य के साथ, हम आने वाले वर्षों में अपनी विकास गति को जारी रखने की उम्मीद रखते हैं।
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