ऑपरेशन से अलग किये गए सिर से जुड़े दो जुड़वां बच्चों में से एक की हालत अच्छी: ओडिशा सरकार
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने रविवार को कहा कि नई दिल्ली स्थित एम्स में 2017 में अलग किये गए सिर से जुड़े जुड़वां बच्चों में से एक जग्गा' की हालत ठीक है। गौरतलब है कि आपस में सिर से जुड़े पैदा हुए इन जुड़वां बच्चों को अलग करने की ‘क्रेनियोपेगस' सर्जरी भारत में पहली बार की गई थी। ओडिशा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जग्गा के स्वास्थ्य की पूरी जांच की गई जिसमें वह स्वस्थ पाया गया। एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के प्रख्यात मस्तिष्क रोग एवं स्नायु तंत्र विशेषज्ञ दीपक गुप्ता डॉक्टरों के उस दल के सदस्य थे जिसने जग्गा के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। जग्गा का जुड़वां भाई कालिया सर्जरी के तीन साल से अधिक समय बाद तक जीवित रहा और 25 नवंबर 2020 को उसकी मौत हो गई थी। जग्गा और कालिया को अलग करने की सजर्री करने वाले डॉ अशोक महापात्र और डॉ दीपक कुमार गुप्ता के नेतृत्व वाले दल ने 18 और 19 जून को एससीबी अस्पताल का दौरा किया और जग्गा के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। जग्गा की उम्र इस समय सात साल की है और उसे मोबाइल फोन से खेलता हुआ पाया गया। ओडिशा के कंधमाल जिले के मिलीपाड़ा गांव के 28 महीने के जुड़वां बच्चों की सर्जरी का प्रथम चरण 28 अगस्त 2017 को किया गया था। यह प्रक्रिया 25 घंटे तक चली थी। सर्जरी के अंतिम चरण को 25 अक्तूबर 2017 को अंजाम दिया गया जो 20 घंटे चली थी।
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