कैसा और कहां होगा आपका मकान, ऐसे चलेगा पता
हस्तरेखा में जीवन रेखा बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस रेखा पर बने चिह्न भी जीवन पर व्यापक असर डालते हैं। व्यक्ति की रेखाओं से उसके मकान, अचल संपत्ति के बारे में भी बहुत कुछ पता चलता है। रेखाओं की स्थिति मकान और उसमें सुविधाओं तक का भी संकेत देती हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार जिन लोगों की जीवन रेखा में त्रिकोण होता है और एक से अधिक भाग्य रेखाएं होती हैं तो ऐसे व्यक्ति खुले स्थान में अपना मकान बनाना पंसद करते हैं। एक से अधिक भाग्य रेखाएं होने के साथ ही शनि की उंगली लंबी हो तो ऐसे लोगों के मकान में पार्क या बगीचा अवश्य होता है। कई भाग्य रेखाओं के साथ जीवन रेखा पर त्रिकोण और मुख्य भाग्य रेख चंद्र पर्वत से निकली हो तो मकान या बंगले में जलाशय होता है।
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार जिस उम्र में भाग्य रेखा मस्तिष्क रेखा के किसी त्रिकोण से गुजरती हो तो व्यक्ति उसी उम्र में मकान बनाते हैं। जिन लोगों की भाग्य रेखा मोटी होती है वे अपना मकान किसी पेड़ के निकट और पास में बड़ा मकान की छाया में रहता है। जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा का जोड़ लंबा, टूटी जीवन रेखा और दोषपूर्ण मस्तिष्क रेखा हो तो ऐसे व्यक्ति के घर के पास का वातावरण अच्छा नहीं होता। मस्तिष्क रेखा या उसकी कोई शाखा चंद्र पर्वत पर जाती हो और भाग्य रेखा भी चंद्र पर्वत से निकलती हो तो ऐसे व्यक्ति का घर समुद्र अथवा झील के निकट होता है।
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