3 मील दूर दो टापू, फिर भी वक्त में 21 घंटे का अंतर कैसे?
- अमेरिका और रूस के दो टापू हैं 3 मील दूर
- फिर भी दोनों के बीच 21 घंटे का है अंतर
- बीच से गुजरती है इंटरनैशनल डेट लाइन
- कोल्ड वॉर के बाद दोनों में 'बढ़ी दूरी'
मॉस्को/वॉशिंगटन। बिग डायोमीड और लिटिल डायोमीड नाम के दो टापू एक-दूसरे से सिर्फ तीन मील दूर हैं लेकिन इनके बीच आती है प्रशांत महासागर से गुजरने वाली इंटरनैशनल डेट लाइन। इससे बड़ा टापू छोटे टापू से एक दिन आगे रहता है। इंटरनैशनल डेट लाइन एक काल्पनिक रेखा है जो उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक जाती है। यह कैलेंडर के एक दिन और दूसरे दिन के बीच की सीमा होती है।
इसकी वजह से बिग डायोमीड को टू मारो और लिटिल डायोमीड को यस्टरडे आइसलैंड भी कहते हैं। ये दोनों इतने करीब हैं कि सर्दियों में बर्फ का पुल बनने पर इनके बीच पैदल जाया जा सकता है। हालांकि, कानूनी रूप से इसकी इजाजत नहीं है।
रूस और अमेरिका के बीच
दोनों टापू अलास्का और साइबेरिया के बीच बेरिंग स्ट्रेट पर हैं। बड़ा टापू रूस के हिस्से में है और छोटा अमेरिका के हिस्से में। इन्हें ग्रीक संत डायोमीडीस का नाम दिया गया है। इनकी खोज 16 अगस्त, 1728 को डैनिश-रूसी नैविगेटर वाइटस बेरिंग ने की थी। इसी दिन रूस की ऑर्थोडॉक्स चर्च संत की याद में मनाती है। बिग डायोमीड पूरी तरह सुनसान रहता है जबकि लिटिल डायोमीड पर 110 लोग रहते हैं।
इनके बीच के रास्ते को बर्फ का पर्दा भी कहते हैं। हालांकि, ऐसा तापमान की वजह से नहीं बल्कि शीत युद्ध के दौरान दोनों देशों के बीच आए तनाव के कारण है। शीतयुद्ध के बाद रूस ने यहां से अपने लोगों को साइबेरिया भेज दिया था जबकि अमेरिका के लोग अभी भी इस टापू पर रहते हैं।
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