- Home
- छत्तीसगढ़
-
-मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की ली जानकारी
बिलासपुर, /चिकित्सा शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ के डायरेक्टर डॉ. यू.एस. पैकरा ने छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स), बिलासपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉ. पैकरा ने विभिन्न विभागों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मरीजों को दी जा रही सुविधाओं, अस्पताल की स्वच्छता और निर्माण कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निःशुल्क दवा वितरण कक्ष, मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही दवाओं की व्यवस्था और वितरण प्रक्रिया की जानकारी ली। आपातकालीन विभाग के सामने मरीजों को दी जा रही सहूलियतों का निरीक्षण किया। भर्ती मरीजों से उपचार व सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और लगने वाले समय की समीक्षा की। आयुष्मान कार्डधारी भर्ती मरीजों की संख्या और सुविधा प्रबंधन का जायजा लिया। उन्होंने निर्माणाधीन वार्ड का निरीक्षण कर एजेंसी को तय समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। मेडिकल वार्ड, डायलिसिस यूनिट एवं परिजन शेड, स्वच्छता और उपकरणों की स्थिति की जांच की गई। उपकरणों की कार्यस्थिति और अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति, अन्य अधिकारी एवं विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे। -
बिलासपुर /नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन और कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देशानुसार बिलासपुर जिले की समस्त मिठाई दुकानों का सघन निरीक्षण किया जा रहा है। मिलावट की आशंका के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा अधिकारी, अविषा मरावी एवं अंकित गुप्ता खाद्य एवं औषधि प्रशासन टीम के साथ मेसर्स हरिओम स्वीट्स, तखतपुर से बुन्दी लड्डू एवं काजू बरफी का नमूना, मेसर्स सत्यम स्वीट्स तखतपुर से रोल बरफी का नमूना, मेसर्स रायल स्वीट्स राजेन्द्र नगर बिलासपुर से बेसन पात्रा, महेश स्वीट्स तारबाहर से काला जामुन बेकर्स फर्म तारबाहर से मथुरा पेडा, दिल्ली स्वीट्स रिंगरोड बिलासपुर से गोंद लड्डू का नमूना संकलित कर परीक्षण और विश्लेषण हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है।
टीम ने इसके साथ ही मेसर्स मनोज स्वीट्स मुगेली नाका, महामाया स्वीट्स मुंगेली नाका एवं सूर्या रॉयल स्वीट्स पुराना बस स्टैण्ड बिलासपुर का मिलावट की आशंका के आधार पर टीम द्वारा औचक निरीक्षण कर जांच किया गया है। संकलित नमूनों के राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर से परीक्षण और विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त होने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 नियम विनियम 2011 के सुसंगत प्रावधानों के अंतर्गत कार्यवाही की जावेगी। इसके साथ साथ विभागीय चलित खाद्य प्रयोगशाला वाहन (मोबाईल वैन) के माध्यम से अभियान चलाकर ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों में स्थित खाद्य प्रतिष्ठानों का मौके पर ही जांच किया जा रहा है। यह जांच अभियान निरंतर जारी रहेगा। गौरतलब है कि दीपावली त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए नकली खोवा तथा गुणवत्ताहीन मिठाई की बिक्री की संभावना हो सकती है, जिससे लोगो के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। -
-चित्रकोट वाटरफॉल को ग्लोबल डेस्टिनेशन में शामिल करने पर बनी सहमति
-पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन में हुए शामिल-देश में 50 ग्लोबल डेस्टिनेशन विकसित करने का लक्ष्यरायपुर। लेकसिटी उदयपुर में पिछले दिनों आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने सम्मिलित होकर राज्य केे पर्यटन संभावनाओं और योजनाओं पर केंद्र और अन्य राज्यों के मंत्रियों-अधिकारियों संग विचार-विमर्श किया। श्री अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों को वन स्टेट वन डेस्टिनेशन में शामिल करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट वॉटरफाल को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इस संबंध में उन्होंने अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सम्मेलन में राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के पर्यटन मंत्री विभागीय सचिवों सहित सम्मिलित हुए। इस वर्ष सम्मेलन की थीम ‘वन स्टेट-वन ग्लोबल टूरिज्म डेस्टिनेशन‘ था, जिसके अंतर्गत प्रत्येक राज्य ने अपने प्रमुख पर्यटन स्थलों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने हेतु प्रस्तुतिकरण दिया।इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र शेखावत ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का योगदान अब भारत की जीडीपी में लगभग 6 प्रतिशत तक पहुंच चुका है, जो अगले कुछ वर्षों में 10 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य आने वाले वर्षों में विश्व के शीर्ष दस पर्यटन देशों में शामिल होना है। वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल इंडेक्स में भारत की रैंकिग 2014 में जहां 60 के आसपास थी, वहीं अब यह 39वें स्थान पर पहुंच गई है। यदि केन्द्र और राज्य सरकारें मिलकर काम करें तो अगले पांच वर्षों में भारत इस रैंकिंग को 20वें स्थान तक ला सकता है, और 10 वर्षों में शीर्ष दस देशों में अपना स्थान बना सकता है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने 50 ग्लोबल डेस्टिनेशन विकसित करने का लक्ष्य तय किया है। उन्होेंने कहा कि दो दिन के सम्मेलन में बहुमूल्य सुझाव मिले हैं, जो पीएम नरेन्द्र मोदी के वन स्टेट, वन ग्लोबल डेस्टिनेशन के विजन को साकार करने में मील का पत्थर साबित होंगे।पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि वन स्टेट वन डेस्टिनेशन के लिए छत्तीसगढ़ के नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट वॉटरफाल व ऐतिहासिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के सिरपुर को भी वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हमारी सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और जनजातीय संस्कृति कीे भव्यता को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में हम कार्यरत हैं। पर्यटन के माध्यम से स्थानीय युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी वहीं पर्यटकों को स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को जानने समझने का बेहतर माध्यम बनेगा। सम्मेलन के दौरान चित्रकोट वाटरफॉल एवं इसके आसपास के प्रमुख स्थलों को भी विकसित करने के लिए कार्ययोजना में जोड़ने की सहमति बनी। वर्ल्डक्लास टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए जो पैरामीटर होनी चाहिए विकसित करने की दिशा में कार्य करने के निर्देश संबंधितों को दिए गए।छत्तीसगढ़ के पर्यटन विभाग के सचिव डॉ. रोहित यादव ने पीएम नरेन्द्र मोदी के वन स्टेट, वन ग्लोबल डेस्टिनेशन के विजन के तहत छत्तीसगढ़ के धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों के विकास के लिए अपनाई जा रही बेहतरीन योजनाएं साझा की। उन्होंने राज्य की आदिवासी संस्कृति, जैव-विविधता, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थलों दंतेश्वरी मंदिर, बस्तर, रामगढ़ की गुफाएं, बारनवापारा अभ्यारण्य, मधेश्वर पर्वत आदि को केंद्र में रखते हुए प्रस्तुतिकरण दिया तथा पर्यटक सर्किट, ग्रामीण पर्यटन एवं स्थानीय हस्तशिल्प की वैश्विक ब्रांडिंग पर जोर देते हुए अपनी योजनाएं साझा की। अन्य राज्यों से आए हुए प्रतिनिधि मंडलों से पर्यटन उन्नयन, होमस्टे योजना, इको-टूरिज्म पर भी चर्चा हुई।सम्मेलन का उद्देश्य सतत, उत्तरदायी एवं नवाचार-प्रधान पर्यटन मॉडल को बढ़ावा देना, केंद्र व राज्यों के मध्य नीति निर्माण में समन्वय स्थापित करना, देश में 50 प्रमुख पर्यटन ग्लोबल डेस्टिनेशन्स का विकास व रोजगार सृजन, नए पर्यटन सर्किट का निर्माण एवं ग्लोबल डेस्टिनेशन की ओर उन्मुखता है। छत्तीसगढ़ सहित राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, तमिलनाडु, तेलंगाना, पूर्वी व दक्षिणी राज्यों ने अपनी क्षेत्रीय विशेषताओं, पर्यटन सर्किट एवं नवाचार योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया। सम्मेलन में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री श्रीमती दिया कुमारी, विभिन्न राज्यों के पर्यटन मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे। - -कोरिया जिला फिर हुआ गौरवान्वितरायपुर। रजत जयंती महोत्सव 2025 के अंतर्गत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, रायपुर एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी 2025 का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता विगत दिनों शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर में संपन्न हुआ।संगोष्ठी का विषय था ‘क्वांटम युग का आगाज- संभावनाएं एवं चुनौतियां’। इस प्रतियोगिता में सेजेस महलपारा, बैकुंठपुर (जिला कोरिया) की प्रतिभाशाली छात्रा कु. अंशिका कश्यप ने अपने उत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया।क्या है क्वांटम युगइसे श्नई वैज्ञानिक-तकनीकी क्रांतिश् कहा जाता है, क्योंकि इसमें कंप्यूटिंग, संचार व सेंसरिंग जैसी प्रणालियां क्वांटम कणों के असामान्य व्यवहार का लाभ उठाकर काम करती हैं। इसे इस तरह से समझ जा सकता है, सिक्के को उछालने पर गिरते ही वह या तो हेड होगा या टेल, लेकिन हवा में घूमते समय वह दोनों स्थितियों में ‘एक साथ‘ रहता है, इसी तरह क्वांटम कण भी एक ही समय में बहुत-सी अवस्थाओं में हो सकते हैं, जिसे सुपरपोज़िशन कहते हैं।अंशिका ने यह उपलब्धि भौतिकी विषय की व्याख्याता श्रीमती शिल्पी सिंह के कुशल मार्गदर्शन में हासिल की है। राज्य स्तर पर शीर्ष स्थान प्राप्त करने के साथ ही कु. अंशिका कश्यप को अब राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करने का गौरव प्राप्त होगा। यह उपलब्धि न केवल उनके विद्यालय, बल्कि पूरे कोरिया जिले के लिए गर्व का विषय है।शिक्षाविदों और विज्ञान प्रेमियों ने अंशिका को इस शानदार सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि कोरिया की प्रतिभाओं की क्षमता और परिश्रम का प्रमाण है।
- -10 लाख से अधिक हितग्राही बने आयुष्मान कार्डधारी, 27 हजार वरिष्ठजन को मिला वय वंदन कार्ड का लाभरायपुर। रजत जयंती वर्ष 2025-26 के अवसर पर महासमुंद जिला जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल हो रहा है। शासन की मंशानुरूप आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का लक्ष्य समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को गुणवत्तापूर्ण, कैशलेस और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना है।कलेक्टर श्री विनय लंगेह के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 257 जन आरोग्य मंदिरों के माध्यम से जन-जागरूकता और सेवा विस्तार का कार्य निरंतर जारी है। इन केंद्रों पर नागरिकों को योजना की जानकारी, पात्रता जांच, दस्तावेज सत्यापन और आयुष्मान कार्ड निर्माण की सुविधा एक ही स्थान पर प्रदान की जा रही है।अब तक जिले में 10 लाख 16 हजार 800 हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं, जो निर्धारित लक्ष्य का लगभग 88.4 प्रतिशत है। इनमें ग्रामीण क्षेत्र के 9 लाख 9 हजार 955 और शहरी क्षेत्र के 1 लाख 6 हजार 845 लाभार्थी शामिल हैं। विकासखण्ड स्तर पर पिथौरा, बागबाहरा, बसना, सरायपाली और महासमुंद सभी क्षेत्रों में विशेष शिविरों एवं घर-घर संपर्क अभियान के माध्यम से कार्ड निर्माण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है।वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य संरक्षण हेतु जिले में 27 हजार 816 आयुष्मान वय वंदन कार्ड बनाए गए हैं, जिनमें से अधिकांश लाभार्थी ग्रामीण अंचलों से हैं। यह कार्ड 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है।उल्लेखनीय है कि आयुष्मान कार्डधारी परिवार सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में बिना किसी अग्रिम भुगतान के कैशलेश इलाज प्राप्त कर सकते हैं। योजना से स्वास्थ्य सेवाओं में न केवल विश्वास बढ़ा है, बल्कि लोगों की चिकित्सा पहुँच भी अधिक सहज और समान हुई है।
- -महतारी वंदन योजना से मिली आर्थिक मदद से बढ़ाया उत्पादन, दोगुनी हुई कमाईरायपुर । अम्बिकापुर जिले के ग्राम कुमरता की कुम्हार महिला ललमोतिया की इस बार की दिवाली पहले से कहीं ज्यादा खास रहने वाली है। मिट्टी के दीये बनाकर लोगों के घरों को रोशन करने वाली ललमोतिया की मेहनत को अब शासन की महतारी वंदन योजना से नया सहारा मिला है। योजना से मिली आर्थिक सहायता के चलते उन्होंने इस वर्ष दीयों और कलशों की मात्रा बढ़ाई, जिससे उनकी कमाई दोगुनी हो गई है। ललमोतिया बताती हैं कि यह उनका पारंपरिक व्यवसाय है वे मिट्टी से दीये, कलश और अन्य सामग्री बनाकर जीवन-यापन करती हैं। पहले सीमित आमदनी के कारण उत्पादन बढ़ाना मुश्किल था, क्योंकि मिट्टी की व्यवस्था से लेकर भट्टी में पकाने तक हर चरण में मेहनत और खर्च दोनों अधिक लगते थे। लकड़ी, कोयला और अन्य सामग्रियों की व्यवस्था करने में भी कठिनाई होती थी।उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना के तहत हर माह मिलने वाले एक हजार रुपये को उन्होंने बचाकर दिवाली के लिए उपयोग किया। इस राशि से आवश्यक सामग्री खरीदी और उत्पादन की मात्रा बढ़ा दिया। अब वे पहले की तुलना में अधिक दीये बना रही हैं, जिससे बिक्री और आय दोनों में वृद्धि हुई है। पहले वे केवल अपने गांव के बाजार में सामग्री बेचती थीं, पर अब नवानगर, दरिमा, कर्रा और टपरकेला जैसे आसपास के बाजारों में भी अपने उत्पाद बेचने जाती हैं। ललमोतिया कहती है कि पहले लगा था कि पारंपरिक काम छोड़कर मजदूरी करनी पड़ेगी, लेकिन महतारी वंदन योजना ने हमारी उम्मीदों को फिर से जगाया। इस योजना ने न केवल हमारी आर्थिक स्थिति सुधारी है बल्कि हमारी कला और परंपरा को भी संजोने का अवसर दिया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह योजना उनके परिवार के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इस बार उनकी भी दिवाली खुशियों और रोशनी से भरपूर होगी।
- -माँ और शिशु दोनों सुरक्षित, एब्डोमिनल प्रेग्नेंसी डिलीवरी का छत्तीसगढ का पहला मामला, अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सकों ने कर दिखाया--विश्व मेडीकल लिटरेचर में भी पूर्व में ऐसा कोई उदाहरण नहीं जहां गर्भवती महिला जिसे इमर्जेंसी एंजियोप्लास्टी से बचाया गया हो उसके पेट में, बच्चेदानी से बाहर नौ माह के जीवित शिशु को निकालकर दिया गया हो-डॉक्टरों के अनुसार यह दुनिया के अत्यंत दुर्लभ केस में से एक-भ्रूण गर्भाशय में न पलकर पेट (एब्डोमिनल कैविटी) में बड़ा हुआरायपुर । नि:स्वार्थ सेवा, जीवन बचाने की चिकित्सा क्षमता और मानवीय करुणा के कारण डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। कई बार रोगी की जान बचाने के लिए अपने अधिकतम प्रयास की सीमा से ऊपर उठकर वे रोगी को मौत के मुँह से भी निकालकर ले आते हैं। कुछ ऐसे ही सेवा, समर्पण और करुणा की परिभाषा और मिसाल कायम करते हुए चिकित्सालय के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डॉक्टरों ने न केवल महिला का जीवन सुरक्षित किया बल्कि महिला के जटिलताओं से भरे गर्भ को बचाते हुए उसे मातृत्व सुख का अहसास भी दिलाया।पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल रायपुर के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की टीम ने अत्यंत दुर्लभ और जटिल परिस्थिति में 40 वर्षीय एक गर्भवती महिला की सफल डिलीवरी कर माँ और शिशु दोनों को जीवनदान दिया।यह मामला सेकेंडरी एब्डोमिनल प्रेग्नेंसी का है, जिसमें भ्रूण गर्भाशय में न होकर पेट (एब्डोमिनल कैविटी) में विकसित हो रहा था। डॉक्टरों के अनुसार यह मध्य भारत का पहला और दुनिया के अत्यंत दुर्लभ मामलों में से एक है।कई जटिलताएँ और सफल उपचार , दो बार मिला जीवन दानइस गर्भावस्था के दौरान महिला इमर्जेंसी में चौथे महीने के मध्यरात्रि में अम्बेडकर अस्पताल रेफर होकर आई। स्त्री रोग विभाग ने गंभीरता समझ तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट से संपर्क किया और तुरंत एंजियोप्लास्टी हुई। अम्बेडकर अस्पताल के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में हुई इस प्रक्रिया में डॉक्टरों ने विशेष सावधानी बरती ताकि गर्भस्थ शिशु को कोई हानि न पहुँचे। महिला खून पतला करने की दवाओं पर भी थी, गर्भ सुरक्षित रहा।यह गर्भावस्था के दौरान एंजियोप्लास्टी करने का पहला मामला था।स्त्री प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति जायसवाल स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. रुचि किशोर गुप्ता बताती हैं कि - गर्भावस्था के 37वें हफ्ते में महिला पुन: स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग आई और उसे तुरंत भर्ती किया गया। केस की गंभीरता को देखते हुए गायनी, सर्जरी, एनेस्थीसिया और कार्डियोलॉजी विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई। ऑपरेशन के दौरान हमने पाया कि शिशु गर्भाशय में नहीं, बल्कि पेट में विकसित हो रहा था और आंवल कई अंगों से रक्त ले रही थी। टीम ने सुरक्षित रूप से शिशु को बाहर निकाला। साथ ही भारी रक्तस्राव की संभावना को रोकने के लिए सावधानीपूर्वक चिपकी प्लेसेंटा के साथ गर्भाशय को भी निकालना पड़ा। दोनों डॉक्टरों का कहना है कि इस केस पर विस्तृत अध्ययन कर इसे अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल में प्रकाशित करने की तैयारी की जा रही है।माँ और शिशु दोनों स्वस्थटीम के अथक प्रयासों से शिशु सकुशल पैदा हुआ और माँ भी पूरी तरह स्वस्थ है। महिला की डिलीवरी के बाद उसमें कोई जटिलता ना आए और उसका शिशु भी पूरी तरीके से स्वस्थ रहे इसके लिए हमने लगातार एक महीने तक महिला एवं शिशु को अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद अपने यहां फॉलोअप के लिए बुलाया। तब हमने इस केस के बारे में बाकी लोगों को जानकारी दी क्योंकि यह शिशु महिला के लिए “प्रेशियस चाइल्ड” है। उसकी कोई संतान नहीं थी। कई वर्ष पूर्व महिला को एक बच्चा हुआ था जो डाउन सिंड्रोम और हृदय रोग से ग्रस्त था और उसकी मृत्यु हो गई। अतः ऐसी महिला को मातृत्व सुख का एहसास कराना हमारे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी एवं अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में मरीज जब अस्पताल आई, तब स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की टीम ने अद्भुत तत्परता और समर्पण के साथ उसका जीवन बचाया। इस कार्य में सभी टीमों ने आपसी सहयोग और समन्वय की मिसाल पेश की। यह सामूहिक प्रयास चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल परिवार की उत्कृष्ट कार्य संस्कृति को दर्शाता है। पूरी चिकित्सक टीम इस सफलता की हार्दिक बधाई की पात्र है। आशा है कि भविष्य में भी इसी एकजुटता और समर्पण के साथ संस्थान निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेगा।विशेषज्ञों की रायडॉ. ज्योति जायसवाल ने बताया कि सेकेंडरी एब्डोमिनल प्रेग्नेंसी एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का वह रूप है, जिसमें भ्रूण पहले गर्भाशय/ट्यूब में ठहरता है और बाद में पेट के अंगों में जाकर विकसित होने लगता है। यह माँ के लिए अत्यंत खतरनाक स्थिति होती है और अधिकांशतः भ्रूण जीवित नही रहते। ऑपरेशन ही इसका एकमात्र समाधान है। ”सेकेंडरी” इसलिए कहा जाता है क्योंकि संभवतः भ्रूण पहले गर्भाशय/फैलोपियन ट्यूब में ठहरता है और प्रारम्भिक समय में ही वहां से हट कर पेट के अंगों (जैसे- आंत, लिवर, स्प्लीन या ओमेंटम या गर्भाशय की बाहरी सतह ) पर जाकर चिपक जाता है। यह माँ के लिए बेहद खतरनाक स्थिति है, क्योंकि इसमें भारी रक्तस्राव और जटिलताओं का खतरा रहता है। माँ और शिशु की जान का पूरा जोखिम रहता है।डॉक्टरों की टीमइस ऑपरेशन में स्त्री रोग विभाग से डॉ. ज्योति जायसवाल, डॉ. रुचि किशोर गुप्ता, डॉ. सुमा एक्का , डाॅ. नीलम सिंह, डाॅ. रुमी, एनेस्थीसिया विभाग से डाॅ. शशांक, डाॅ. अमृता , जनरल सर्जरी विभाग से डॉ. अमित अग्रवाल (मल्टीडिसीप्लीन टीम) थी। ऑपरेशन के बाद भी मरीज के स्वास्थ्यलाभ के लिये स्त्री रोग विभाग, कार्डियोलॉजी विभाग और मेडिसिन विभाग से विशेषज्ञ शामिल रहे। मरीज एवं उनके परिवार ने भी डॉक्टर्स की टीम के प्रति अपना आभार प्रकट किया।
- -दीदियों की दुकान 18 अक्टूबर तक, पहले दिन हजारों में हुई बिक्रीबिलासपुर /राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की बिहान योजना से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भरता की नई राह पर चल पड़ी है योजना के तहत विभिन्न कौशल में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी ये दीदियां समूह के माध्यम से अपने हाथों से विभिन्न सामाग्री का निर्माण कर रही हैं और बाजार में बेचकर आय अर्जित कर रही हैं। समूह की इन्हीं दीदियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिला कार्यालय परिसर में बिहान दीदियों ने जिला कार्यालय परिसर में स्टॉल लगाया है यहां दिवाली पूजा के लिए जरूरी समानों की बिक्री की जा रही है। 18 अक्टूबर तक चलने वाले स्टॉल के पहले दिन दीदियों ने अच्छी आय अर्जित की, समूह की दीदियों ने सभी से स्टॉल विजिट कर समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की खरीदारी की अपील की है।यहां दीपावली त्यौहार से जुड़ी आवश्यक सामग्री अच्छी गुणवत्ता में उपलब्ध है, जिसकी कीमत भी काफी कम है। कलेक्ट्रेट परिसर में स्व सहायता की दीदियों द्वारा सजाए गए दुकानों में किफायती दर पर गुणवत्ता पूर्ण सामग्री बेची जा रही है। यहां रंगीन दीए, मोमबत्ती, अगरबत्ती, रंगोली, धूपबत्ती,बाती सहित अन्य सजावटी सामग्री उपलब्ध है।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्व सहायता समूह की दीदी रानी शर्मा ने बताया कि जिले में विभिन्न समूहों द्वारा आजीविका गतिविधि चलाई जा रही है जिससे होने वाली आय से वे अपने परिवार को आर्थिक सहयोग देते हैं उन्होंने बताया कि यहां स्व सहायता समूहों द्वारा हस्तनिर्मित सामग्री कम दाम में उपलब्ध है यही कारण है कि आज पहले ही दिन उन्हें सामग्री बिक्री पर अच्छी आमदनी हुई है, और उम्मीद है आने वाले दिनों में उनकी बिक्री में और अधिक बढ़ोतरी होगी। उन्होंने शहर वासियों से अपील की कि वे स्व सहायता समूह की दीदियों द्वारा बनाई सामग्री खरीदकर मोदी जी के स्वदेशी अपनाने के आह्वान में शामिल हों और दीदियों का मनोबल बढ़ाएं।
- -बालोद जिले के वेटलिफ्टिंग खिलाड़ियों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीबालोद। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने बुधवार 15 अक्टूबर को संयुक्त जिला कार्यालय स्थित अपने कक्ष में राज्य स्तरीय वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में शामिल होने वाले राजहरा वेटलिफ्टिंग एसोशिएशन के प्रतिभागी खिलाड़ियों से मुलाकात कर उन्हें मेडल पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिले के वेटलिफ्टिंग खिलाड़ियों के उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने वेटलिफ्टिंग खिलाड़ियों के मांग पर दल्लीराजहरा में खिलाड़ियों के जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
- भिलाईनगर। प्रधानमंत्री ने सबके लिए आवास के संकल्प को साकार करने की दिशा में नगर निगम भिलाई द्वारा एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। निगम आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 अंतर्गत स्वीकृत आवास के हितग्राहियों को दिपावली पर्व के उपलक्ष्य में 250 लाभार्थियों को आवासीय सहायता का पहला किस्त के रूप में लगभग 1 करोड़ 57 लाख रूपये एवं द्वितीय किस्त 25 लाभार्थियों को लगभग 21 लाख 75 हजार रूपये का लाभ प्रदान किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के बैंक खातों में सीधे राशि हस्तांतरित कर दिया गया है। निगम आयुक्त द्वारा दिपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत पात्र हर परिवार को उसके सपनों का घर मिले और सभी को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना किए है।
- -बिरबिरा गांव में जल जीवन मिशन से लौटी जीवनधारा-अब महिलाएं घर के बाहर लाइन में नहीं, घर के नल से भरती हैं शुद्ध जलरायपुर / रायपुर जिले के आरंग विकासखण्ड का ग्राम बिरबिरा, जो कभी प्यास और पानी की समस्या से जूझता था, आज “हर घर नल से जल” की मिसाल बन चुका है। पथरीली भूमि और सीमित जलस्रोतों के कारण यहां वर्षों तक ग्रामीणों को रोजाना कई किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ता था। लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। जल जीवन मिशन की बदौलत बिरबिरा गांव के घरों में शुद्ध पेयजल की धारा बह रही है।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में यह परिवर्तन संभव हुआ है। नल से बहते जल ने न केवल ग्रामीणों की प्यास बुझाई है, बल्कि उनके चेहरों पर उम्मीद और खुशी की मुस्कान भी लौटाई है।मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशन तथा कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के मार्गदर्शन में जल जीवन मिशन के अंतर्गत रायपुर जिला ने उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है। जिले में 1,89,755 के लक्ष्य के विरुद्ध 1,81,301 घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, जो 95.54 प्रतिशत उपलब्धि है। वहीं हर घर जल ग्राम प्रमाणीकृत कार्य में 477 ग्रामों में से 248 ग्रामों में योजनाएं हस्तांतरित की जा चुकी हैं। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते रायपुर जिला प्रदेश में द्वितीय स्थान पर रहा है।आरंग विकासखण्ड में 158 ग्रामों में योजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जिनसे 2,67,344 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। इनमें से 59,162 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन मिल चुका है। अब तक 138 ग्रामों में कार्य पूर्ण और 83 ग्रामों में योजनाएं हस्तांतरित की जा चुकी हैं।गांव के 62 वर्षीय किसान श्री रामआसरा साहू कहते हैं कि “पहले हमें दूसरे गांवों से पानी लाना पड़ता था। पानी की कमी से घरों में तनाव का माहौल रहता था। अब हमारे घर में नल से शुद्ध पानी आ रहा है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी राहत है। मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने हमारे जैसे गांवों तक यह योजना पहुंचाई।”वहीं 43 वर्षीय किसान श्री देवेंद्र साहू बताते हैं कि “कभी हमारे गांव में पानी की कमी इतनी थी कि लोग यहां बेटी की शादी करने से भी हिचकिचाते थे। अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं। घर में नल से स्वच्छ पानी आ रहा है, बच्चे और महिलाएं खुश हैं। जल जीवन मिशन ने हमारे गांव का जीवन बदल दिया है।”ग्राम सरपंच श्री छम्मन साहू ने कहा कि “पथरीली जमीन में जलस्रोत ढूंढना बहुत कठिन था, लेकिन प्रशासन ने हार नहीं मानी। निरंतर प्रयासों से गांव में जलापूर्ति संभव हुई। आज 90 प्रतिशत घरों में नल से जल उपलब्ध है। पहले महिलाएं रातभर बोरिंग के पास लाइन में खड़ी रहती थीं, अब घर पर ही नल से पानी भर रही हैं। यह हमारे गांव के लिए ऐतिहासिक बदलाव है।”लोक सेवा यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री अनिल कुमार बच्चन ने बताया कि योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को उनके घर में शुद्ध पेय जल प्रदान किया जा रहा है। विभाग का प्रयास है कि शासन द्वारा दिए गए लक्ष्य को जल्द से जल्द प्राप्त कर लिया जाए। इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है।बिरबिरा गांव की यह कहानी सिर्फ एक योजना की सफलता नहीं, बल्कि उस बदलाव की गवाही है जिसने ग्रामीण जीवन में सहजता, स्वच्छता और मुस्कान वापस लौटा दी है। अब हर घर में नल से नहीं, उम्मीदों से भी बह रहा है पानी।
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई जोन क्रमांक-4 खुर्सीपार अंतर्गत साफ-सफाई व्यवस्था, उद्यान, दुकान, शौचालय सहित केनाल रोड का आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय द्वारा निरीक्षण किया गया।निगम आयुक्त एवं जोन आयुक्त अमरनाथ दुबे ने वार्ड 48 के शिव मंदिर के समीप उद्यान का निरीक्षण करते हुए झूला, मंच एवं प्रकाश व्यवस्था संधारण कराने सहायक अभियंता प्रिया करसे को निर्देशित किए है। वार्ड के मोहल्लों एवं बैंक लाईन के साफ-सफाई व्यवस्था का अवलोकन किया गया और प्रतिदिन कचरा उठवाने जोन स्वास्थ्य अधिकारी हेमंत मांझी को निर्देशित किए हैं। मोहल्ले के सड़क किनारे पूर्व में पेवर ब्लाक लगाया गया है, जिसमें से कुछ पेवर ब्लाक बीच-बीच में उखड़ गया है, जिसका संधारण कराने निर्देशित किया गया है। स्थानीय निवासी द्वारा नाली पानी के बहाव को लेकर विवाद होने से नाली को बाधित कर दिया गया था, नाली के उपर का अतिक्रमण हटाने निर्देशित किया गया है। जिससे पानी का बहाव निरंतर हो सके। वार्ड में दुकान संचालकों को दुकान के सामने डस्टबिन रखने को कहा गया है। कुछ दुकानदारों द्वारा अपने दुकान के सामने डस्टबिन रखा गया है। केनाल रोड में दोसा सेंटर चलाया जा रहा है, जिसके पार्किंग एवं भीड़ से रोड एवं आवागमन बाधित हो रही है। सुगम व्यवस्था के लिए जोन आयुक्त को निर्देशित किया गया है। केनाल रोड साइड घर में कोचिंग सेंटर चलाया जाता है, जिसमें लगभग 40 बच्चे पड़ने आते है। पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है, मकान व्यवसायिक गतिविधि संचालित करने हेतु उचित नहीं है। उचित व्यवस्था बनाने हेतु कोचिंग संचालक को निर्देशित किया गया है।आयुक्त द्वारा केनाल रोड के समीप सुलभ शौचालय का अवलोकन किया गया। शौचालय में लगाए गए नल की टोटी का चोरी कर लिया गया था। चोरी के समान खरीदने वाले कबाड़ संचालको के उपर कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है। इसके लिए जोन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा चोरी का समान खरीदने वाले कबाड़ संचालको का पता लगाया जा रहा है। मौके पर शौचालय संचालित करने वाले समूह नहीं पाए गये, जिसको हटाने की कार्यवाही हेतु स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली को निर्देशित किए है। केनाल रोड से लगा हुआ जोन 04 से निर्माणाधीन उद्यान का निरीक्षण किया गया। उद्यान के भीतर लगाए गए जिम सामग्रियो को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा चोरी के उददेश्य से उखाड़ कर जमीन पर रख दिया गया था। जिसका संधारण कर शीध्र लगाए जाने सहायक अभियंता को निर्देशित किया गया है। केनाल रोड के किनारे भारी वाहन चालकों द्वारा अपना वाहन खड़ा कर दिया गया है, जिसके कारण आवागमन में परेशानी आ रही थी। वाहन चालकों के उपर चालानी कार्यवाही करने सहायक राजस्व अधिकारी बालकृष्ण नायडू को निर्देशित किया गया है।
- बिलासपुर, /कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर खनिज विभाग द्वारा कल और आज दो दिनों में 8 वाहनों के विरुद्ध अवैध खनिज परिवहन का मामला दर्ज कर कार्रवाई किया गया। उप संचालक खनिज प्रशासन किशोर गोलघाटे के मार्गदर्शन मे जिला बिलासपुर में खनिज विभाग द्वारा खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन एंव भण्डारण पर लगातार कार्रवाई जारी है। श्री गोलघाटे ने बताया कि 15 अक्टूबर को खनिज अमला बिलासपुर द्वारा कुदुदंड,मंगला,पाटबाबा एंव लोखड़ी क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। जहाँ मंगला पाटबाबा क्षेत्र अंतर्गत बिना वैध अभिवहन पास के परिवहन कर रहे खनिज रेत लोड 03 ट्रैक्टर व मिट्टी ईट लोड 01 ट्रेक्टर कुल 04वाहनो को जप्त किया गया।उक्त वाहनों को पुलिस थाना सकरी की अभिरक्षा मे रखा गया है। इसी प्रकार 16 अक्टूबर को कोनी,निरतु, सकरी रतनपुर एंव गढ़वट क्षेत्र का निरीक्षण किया गया, जहाँ गढ़वट क्षेत्र से खनिज रेत का अवैध परिवहन करते 04 ट्रेक्टर ट्राली वाहन को जप्त कर पुलिस थाना रतनपुर की अभिरक्षा मे रखा गया है। खनिजों के अवैध खनन,परिवहन,भण्डारण पर खनिज विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई जारी है।
- -बिर्रा गांव की रश्मि अब 20 हजार महीने की कमाई से बनी आत्मनिर्भर महिला उद्यमी-प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण सहित अन्य निर्माण कार्यों में सेंटरिंग प्लेट लगाकर रश्मि के हौसले बुलंदरायपुर / जांजगीर चांपा जिले के जनपद पंचायत बम्हनीडीह के बिर्रा गांव की महिला श्रीमती रश्मि कहरा ने यह साबित कर दिखाया है कि अगर हौसला बुलंद हो और अवसर मिले, तो गांव की मिट्टी से भी सफलता की कहानी लिखी जा सकती है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण सहित गांव के अन्य निर्माण कार्यों में सेंटरिंग प्लेट की आपूर्ति कर आज वह हर महीने 20 हजार रुपये की आमदनी अर्जित कर रही हैं। यह सफलता उन्हें बिहान योजना और स्व-सहायता समूह के माध्यम से मिली जिसने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी।श्रीमती रश्मि कहरा ने बताया कि पहले परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी। बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च दोनों ही मुश्किल में थे। तब उन्होंने हिम्मत जुटाकर रानी लक्ष्मीबाई स्व सहायता समूह से जुड़ने का निर्णय लिया। समूह के सहयोग और बिहान के मार्गदर्शन से उन्हें आत्मनिर्भरता की राह मिली। उन्होंने ग्राम संगठन की सहायता से समुदायिक निवेश कोष से 25 हजार रुपये का ऋण लिया। इस राशि से उन्होंने 1000 वर्गफीट का सेटरिंग प्लेट तैयार कराया, जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य निर्माण कार्यों में किराये पर दिया जा रहा है। इसी से आज उनकी नियमित आय 20,000 रुपये मासिक हो गई है। वे कहती हैं पहले जीवन बहुत कठिन था, लेकिन बिहान समूह से जुड़ने के बाद आत्मविश्वास बढ़ा। अब मैं खुद कमा रही हूँ, बच्चों की पढ़ाई कराती हूँ और दूसरों को भी प्रेरित कर रही हूँ। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया।गांव की साथी महिलाओं के अनुसार, रश्मि की सफलता से अब कई अन्य महिलाएं भी समूहों से जुड़कर प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य आजीविका गतिविधियों में सक्रिय हो रही हैं। बिहान के जिला अधिकारी का कहना है कि रश्मि की उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि अगर महिला को अवसर, प्रशिक्षण और सहयोग मिले तो वह न केवल अपने परिवार, बल्कि समाज की भी आर्थिक रीढ़ बन सकती है। आज बिर्रा गांव में रश्मि का नाम गर्व से लिया जाता है कभी जो परिवार आर्थिक तंगी में था, वही अब दूसरों की प्रेरणा बन चुका है। सच में, यह है बिहान से निकली उड़ान की मिसाल है जिसने गांव की एक साधारण महिला को आत्मनिर्भरता की पहचान दिलाई।
- महासमुन्द / आयुक्त खाद्य सुरक्षा तथा कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा दीपावली पर्व को दृष्टिगत रखते हुए जिले में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच का विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है।निरीक्षण में 14 से 16 अक्टूबर 2025 तक खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री शंखनाद भोई द्वारा त्यौहारी सीजन में अत्यधिक उपयोग होने वाली मिठाइयों और अन्य खाद्य पदार्थों जैसे पेड़ा, खोवा, कलाकंद, पनीर, सलोनी, बेसन लड्डू आदि के कुल 07 सर्विलेंस एवं आटा, चावल के विधिक नमूने संकलित कर राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, कालीबाड़ी, रायपुर को जांच हेतु प्रेषित किए गए हैं।दीपावली पर्व के मद्देनजर 25 सितम्बर 2025 से अब तक महासमुन्द जिले से कुल 27 सर्विलेंस एवं 09 विधिक नमूने संकलित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा विभिन्न होटलों का निरीक्षण कर 50 नमूनों का मौके पर प्रारंभिक परीक्षण किया गया, जिनमें से 03 खाद्य पदार्थ अवमानक पाए गए हैं। निरीक्षण के दौरान होटल संचालकों को स्वच्छता बनाए रखने एवं गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थों के विक्रय के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही चेतावनी दी गई है कि अवमानक खाद्य पदार्थों का विक्रय पाए जाने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि दीपावली पर्व को दृष्टिगत रखते हुए जिले में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच एवं निरीक्षण की कार्यवाही सतत रूप से जारी रहेगी।
- -10वीं पास और 16 वर्ष की उम्र के अभ्यर्थी कर सकते हैं आवेदनकोरिया। छत्तीसगढ़ में शीघ्रलेखन (स्टेनोग्राफर) एवं मुद्रलेखन (टाईपिंग) कम्प्यूटर कौशल परीक्षा के लिए 30 अक्टूबर तक ऑनलाईन आवेदन किए जा सकते हैं। हिन्दी एवं अंग्रेजी स्टेनोग्राफी में 100 शब्द प्रति मिनट की गति एवं हिन्दी तथा अंग्रेजी कम्प्यूटर मुद्रलेखन में 5 हजार, 8 हजार, 10 हजार की-डिप्रेशन प्रति घंटा की गति के लिए यह परीक्षाएँ आयोजित की जा रही हैं। इस संबंध में जरूरी जानकारी और आवेदन शीघ्रलेखन एवं मुद्रलेखन कौशल परीक्षा परिषद् की वेबसाईट https://ctsp.cg.nic.in पर उपलब्ध हैं। इस परीक्षा में 10वीं कक्षा पास और 16 वर्ष की आयु पूरी कर चुके अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है।कौशल परीक्षा परिषद् से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑनलाईन आवेदन भरते समय अभ्यर्थियों को अपनी सभी प्रविष्टियां भली भांति जांच समझकर एवं स्वयं संतुष्ट होने के बाद ही सम्मिट करना चाहिए। एक बार आवेदन सबमिट कर देने के पश्चात् संशोधन इत्यादि के लिए पृथक से कोई समय नहीं दिया जायेगा। परिषद द्वारा यथा संभव परीक्षा केन्द्रों में उपलब्ध कम्प्यूटर सिस्टम के अनुपात में निकटतम परीक्षा केन्द्र आवंटित करने का प्रयास किया जाएगा। परीक्षार्थी को उसी आवंटित परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा देनी होगी। आवेदन पत्र भरते समय अभ्यर्थी को अपना नवीनतम रंगीन पासपोर्ट आकार, स्पष्ट फोटो का प्रयोग करना होगा। साईड पोज फोटो मान्य नहीं होगा। अभ्यर्थी को नमूना हस्ताक्षर के लिए काली स्याही का ही प्रयोग करना होगा। इसके बाद दोनों स्कैन कर आवेदन पत्र में निर्धारित स्थान पर अपलोड करना होगा।हिन्दी अंग्रजी शीघ्रलेखन परीक्षा के लिए अनारक्षित एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को चार सौ रूपए एवं अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों को दो सौ रूपए परीक्षा शुल्क जमा करना होगा। इसी तरह सभी हिन्दी एवं अंग्रेजी कम्प्यूटर टाईपिंग परीक्षाओं के लिए अनारक्षित एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को तीन सौ रूपए एवं अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों को एक सौ पचास रूपए परीक्षा शुल्क जमा करना होगा।परिषद द्वारा परीक्षण के बाद आवेदन पत्र अपूर्ण, त्रुटिपूर्ण या भ्रामक जानकारी युक्त पाये जाने पर बिना किसी पूर्व सूचना के आवेदन निरस्त किया जा सकता है साथ ही परीक्षा शुल्क वापसी योग्य नहीं होगा। इसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व परीक्षार्थी का होगा। आवेदक किसी एक विषय हिन्दी, अंग्रेजी (गति 5000, 8000 एवं 10000 की डिप्रेशन प्रतिघंटा के मान से) की परीक्षा हेतु पृथक-पृथक गति के लिए आवेदन तो कर सकते हैं किन्तु एक ही गति की परीक्षा के लिए अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों के लिए आवेदन नहीं कर सकते। इस प्रकार के आवेदन करने पर आवेदन निरस्त कर दिया जायेगा। आवेदक को ऑनलाईन आवेदन पत्र, व परीक्षा शुल्क की सम्पूर्ण प्रक्रिया उपरान्त लिये गये प्रिंट की एक प्रति अपने पास सुरक्षित रखने की सलाह दी जाती है। आवश्यकता पड़ने पर परिषद द्वारा मांगे जाने पर ऑनलाईन आवेदन पत्र इत्यादि अनिवार्यतः दिखाया जाना होगा। परिषद द्वारा आवेदनों के परीक्षण उपरान्त प्रवेश पत्र जारी किये जाएंगे जिसे ऑनलाईन ही डाऊनलोड किये जा सकेंगें। प्रवेश पत्र में अंकित परीक्षा केन्द्र पर ही अभ्यर्थी को परीक्षा दी जानी होगी। परीक्षा केन्द्र में परिवर्तन नहीं किया जावेगा।परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने के लिए अपना प्रवेश पत्र एवं शासन द्वारा जारी पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड,पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र आदि में से एक मूल दस्तावेज साथ लाना अनिवार्य होगा अन्यथा प्रवेश नहीं दिया जावेगा। हिन्दी एवं अंग्रेजी शीघ्रलेखन परीक्षा हेतु परिषद् द्वारा छोटी शीघ्रलेखन पुस्तिका जिस पर बोर्ड की पहचान होगी, प्रदाय की जायेगी। परीक्षार्थी द्वारा शीघ्रलेखन पुस्तिका में लिखे गये आलेख को कम्प्यूटर पर टाईप करने के पश्चात् लिये गये प्रिंट पर नीचे की ओर अपने हस्ताक्षर करने होंगे साथ ही शीघ्रलेखन पुस्तिका के अंत में भी हस्ताक्षर करने होंगे। कम्प्यूटर पर मुद्रित करने हेतु प्रदाय किये गये पेपर के दाहिने सिरे पर अपना नाम एवं रोल नंबर अंकित करना होगा।परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में परिचय पत्र, प्रवेश पत्र, काला बॉल पाईंट पेन एवं पेंसिल-इरेजर के अतिरिक्त कोई भी सामग्री लाने की अनुमति नहीं होगी। सभी प्रकार के मोबाईल,स्मार्ट वाच, ब्लूटूथ उपकरण, इयरफोन, माइकोफोन इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या अन्य कोई सामग्री परीक्षा हॉल में ले जाना मना होगा।मुद्रलेखन कम्प्यूटर कौशल परीक्षा हेतु परीक्षा केन्द्र पर कम्प्यूटर पर परीक्षा प्रारंभ होने के 5 मिनट पूर्व अभ्यर्थी अपनी आई.डी. से लॉग-इन करने के पश्चात् प्रश्न-पत्र अवलोकन करने के लिए वितरित किए जाऐंगे तथा पर्यवेक्षकों का निर्देश मिलने के बाद अभ्यर्थी स्टार्ट बटन से परीक्षा प्रारंभ करेंगे और 15 मिनट के बाद परीक्षा स्वतः ही समाप्त हो जावेगी।
- महासमुंद / रजत जयंती वर्ष के अवसर पर जिला आयुष अधिकारी डॉ. ज्योति गजभिए के मार्गदर्शन में आज माता कर्मा शासकीय कन्या महाविद्यालय, मचेवा (महासमुंद) में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी शासकीय आयुष पॉली क्लिनिक डॉ. सर्वेश दूबे ने अपने व्याख्यान में आयुर्वेद के माध्यम से आहार-विहार, ऋतुचर्या, दिनचर्या, जठराग्नि, ओज, मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम के विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। डॉ. दूबे ने आचार रसायन के महत्व तथा असम्यक निद्रा से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को दैनिक जीवन में आयुर्वेदिक सिद्धांतों को अपनाकर स्वस्थ, संतुलित एवं तनाव मुक्त जीवन जीने के उपाय बताए। संगोष्ठी में कुल 52 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें 47 छात्राएँ एवं 5 स्टाफ सदस्य शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आयोजन लाइफस्टाइल क्लिनिक, शासकीय आयुष पॉली क्लिनिक महासमुंद द्वारा किया गया।
- --सफाई, पेयजल, वाहन पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रूप से कायम, सभी दुकानों के सामने अग्निशमन यँत्र, रेत की व्यवस्था, सिक्योरिटी गार्ड, काउंटर व्यवस्था, अग्निशमन वाहन की व्यवस्था तत्काल करवाने एमआईसी सदस्य, जोन 5 कमिश्नर ने दिए निर्देशरायपुर/नगर पालिक निगम रायपुर की विद्युत एवं अभियांत्रिकी विभाग अध्यक्ष श्रीमती सुमन अशोक पाण्डेय ने नगर निगम जोन 5 जोन कमिश्नर श्री खीर सागर नायक, कार्यपालन अभियता श्री लाल महेन्द्र प्रताप सिह, सहायक राजस्व अधिकारी श्री प्रमोद जाघव सहित नगर निगम जोन 5 के अन्य अधिकारियों, फटाका एसोसिएशन रायपुर के अध्यक्ष श्री असरफ हुसैन सचिव श्री सुनील गुप्ता एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में नगर निगम रायपुर के जोन 5 राजस्व बाजार विभाग द्वारा राजधानी शहर के हिन्द स्पोर्टिंग मैदान लाखे नगर में लगाये जा रहे अस्थायी फटाका बाजार की व्यवस्थाओ का प्रत्यक्ष अवलोकन किया, 65 दुकानों के अस्थायी फटाका बाजार में सभी दुकानों ke सामने अग्निशमन यँत्र और रेत की व्यवस्था की गयी है, सिक्योरिटी गार्ड रूम, काउंटर की व्यवस्था की गयी है।एमआईसी सदस्य श्रीमती सुमन अशोक पाण्डेय और जोन 5 जोन कमिश्नर श्री खीर सागर नायक को फटाका एसोसिएशन रायपुर के अध्यक्ष श्री असरफ हुसैन ने सफाई व्यवस्था पेयजल व्यवस्था एव अन्य व्यवस्थाओ को लेकर पूर्व वर्षों की अपेक्षा अच्छी व्यवस्था रायपुर नगर निगम से किये जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही अग्निशमन वाहन की भी व्यवस्था अस्थायी फटाका बाजार में उपलब्ध हो जायेगी। इस पर एमआईसी सदस्य एव जोन 5 जोन कमिश्नर ने तत्काल अग्निशमन वाहन की व्यवस्था अस्थायी फटाका बाजार में सुनिश्चित करने के निर्देश प्रशासनिक व्यवस्था के अनुरूप संबंधित अधिकारियों को दिये। फटाका एसोसिएशन रायपुर के पदाधिकारियो ने रायपुर लाखे नगर हिन्द स्पोर्टिंग मैदान में अस्थायी फटाका बाजार मे वाहन पार्किंग व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियो ने एमआईसी सदस्य और जोन 5 जोन कमिश्नर को बताया कि आवश्यक प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर उन्हें कोई शिकायत नहीं है। व्यवस्था सतोषजनक है और पूर्वपेक्षा अच्छी व्यवस्था नगर निगम जोन 5 द्वारा की गई है।
- बिलासपुर. एकीकृत बाल विकास परियोजना तखतपुर अंतर्गत वार्ड क्रमांक 7 में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र 7-1 में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पद की पूर्ति हेतु आवेदन मंगाए गए थे। प्राप्त आवेदनों की जांच कर अनंतिम सूची जारी कर दी गई है। जिसका अवलोकन एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय तखतपुर, नगर पालिका परिषद तखतपुर, आंगनबाड़ी केंद्र 7-1 में किया जा सकता है। जारी सूची के संबंध में दावा-आपत्ति 24 अक्टूबर तक प्रस्तुत किये जा सकते है।
- 628 उपभोक्ताओं को मिला सब्सिडी का लाभबिलासपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, बिलासपुर क्षेत्र के अंतर्गत प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत अब तक 5 हजार 969 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 930 उपभोक्ताओं के यहां सोलर प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं, जबकि 628 उपभोक्ताओं को उनकी सब्सिडी की राशि का भुगतान शासन द्वारा कर दिया गया है। योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए क्षेत्र के विभिन्न कार्यालयों में कार्यशालाएं और शिविरों का आयोजन लगातार किया जा रहा है। कार्यपालक निदेशक श्री ए. के. अम्बस्थ ने योजना के सफल और त्वरित क्रियान्वयन हेतु अधीक्षण अभियंताओं, कार्यपालन अभियंताओं एवं सोलर वेंडरों को निर्देशित किया है कि वे सम्मिलित प्रयासों से लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेष रूप से उन उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित करने पर बल दिया है, जिन्होंने पूर्व में पंजीयन कराया है, ताकि शीघ्र सोलर प्लांट स्थापना का कार्य पूरा हो सके।श्री अम्बस्ट ने बताया कि बिलासपुर रीजन में प्राप्त 5969 आवेदनों में से कोरबा वृत्त के 1395, बिलासपुर नगर वृत्त के 1526 तथा बिलासपुर (संचा./संधा.) वृत्त के 3048 उपभोक्ता सम्मिलित हैं। इनमें से 930 उपभोक्ताओं के घरों में सोलर प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं और 628 उपभोक्ता शासन की सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर चुके हैं। सोलर प्लांट स्थापना के सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। बिलासपुर रीजन के 21 उपभोक्ताओं के बिजली बिल अब “जीरो बिल” में परिवर्तित हो गए हैं, जिससे योजना की सफलता और उपयोगिता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
- बिलासपुर.कभी बारिश की बूंदों से टपकती छत और मिट्टी की दीवारों के बीच जीवन गुज़ार रही धुरीपारा मंगला की दुलारी के जीवन में एक बड़ी खुशहाली आई है , प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनका पक्का आशियाना बना है, इस बार वे पहली बार अपने पक्के घर में दिवाली मनाएंगी इससे उनके त्यौहार का उत्साह दुगुना हो गया है। योजना के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया है।धुरीपारा मंगला की दुलारी अपने परिवार के साथ वर्षों से एक कच्चे घर में रह रही थीं। बरसात के दिनों में घर में पानी भर जाता था और दीवारों पर नमी से रहना मुश्किल हो जाता था। आमदनी इतनी नहीं थी कि पक्का घर बनवा सकें ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत उन्हें सरकारी सहायता मिली, पति स्वयं राज मिस्त्री हैं उन्होंने स्वयं अपना मजबूत घर बना लिया है। उनका नया घर न केवल सुरक्षा का प्रतीक है बल्कि आत्मनिर्भरता का भी, इस बार वे पहली बार अपने पक्के घर में दिवाली मनाएंगी ये उनके लिए बड़ी खुशी है। दुलारी खुश होकर बताते हैं कि अब बच्चों के लिए एक अलग कमरा है, रसोई साफ-सुथरी है और बरसात का डर खत्म हो गया है। घर में बिजली, पानी और शौचालय की सुविधा ने उनके जीवन को आसान बना दिया है।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी से कई गरीब परिवारों को लाभ मिला है, जिससे उन्हें कच्चे घर की मुश्किलों से निजात मिली है।
- -जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी ने किया शुभारंभ-चार दिवसीय प्रतियोगिता में 5 संभाग के 1060 खिलाड़ी ले रहे है भागबिलासपुर /25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ आज पुलिस ग्राउंड मैदान में किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी ने किया। 15 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक होने वाले इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर से 14 से 19 वर्ष के बालक-बालिका भाग लेंगे। कबड्डी में 14, 17 वर्ष बालक-बालिका, बेसबॉल में 14,17 एवं 19 वर्ष बालक-बालिका, कराते में 14, 17 एवं 19 वर्ष के बालक-बालिका सहित प्रदेश के 5 संभाग से लगभग 1060 खिलाड़ी एवं लगभग 100 कोच प्रशिक्षक भाग लेंगे।कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी ने अपने ठेठ छत्तीसगढ़िया अंदाज में खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी के गोद एवं आंचल म छत्तीसगढ़ के पांचो संभाग ले आए मोर भाई-बहिनी, नोनी बाबू, शिक्षक और अधिकारी मन के मोर बिलासपुर जिला म स्वागत हे। जेन प्रकार ले हमार प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी हर खेलो इंडिया के माध्यम से पूरा देश म खेल आऊ खिलाड़ी मन के उत्साह के बढ़ाए हे आऊ हमर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी हर जऊंन सुशासन के जोत जलाए हे एखर ले हमर खिलाड़ी मन बहुत अच्छा प्रदर्शन करत हुए अपन आऊ हम सबके नाम ला रोशन करत हावय। मैं आप सब झन ल शुभकामना देत हांवव खूब खेला अऊ खूब आगे बढ़व।कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि चारों दिशाओं से अलग-अलग क्षेत्र के बच्चे इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आए हैं। इस तरह के आयोजन में आप सभी अलग-अलग क्षेत्र से होने के बावजूद बेहतर समन्वय के साथ प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। यही अनुशासन और समन्वय जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में होना चाहिए। प्रतियोगिता में आपको किसी भी प्रकार की कोई कमी महसूस ना हो इसकी पूरी कोशिश हम कर रहे हैं। कार्यक्रम में नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल, एडीएम श्री शिवकुमार बनर्जी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय टांडे, एडिशनल एसपी श्री करियारे, खेल अधिकारी श्री एक्का, श्री रामेश्वर जायसवाल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, खेल संघ के पदाधिकारी, और सभी संभाग से आए खेल अधिकारी और खिलाड़ी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
- -16 अक्टूबर को महिला व बाल विकास मंत्री राजवाड़े सहयोग केंद्र में कार्यकर्ताओं से मिलेंगींरायपुर। भारतीय जनता पार्टी के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बुधवार को कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनकी समस्याएँ सुनीं एवं उनके समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।बुधवार को सहयोग केंद्र में 200 से अधिक कार्यकर्ता व आमजन पहुँचे और मंत्री श्री जायसवाल से मुलाकात कर आवेदन दिए। बाद में मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि सभी समस्याओं का तेजी से निराकरण किया जाएगा। प्रदेश की भाजपा सरकार सबके विकास के लिए कार्य कर रही है। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश महामंत्री अखिलेश सोनी, प्रदेश कार्यालय मंत्री अशोक बजाज एवं सहयोग केन्द्र प्रभारी सचिदानंद उपासने सहित पदाधिकारीगण व कार्यकर्तागण उपस्थित रहे। गुरुवार 16 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से प्रदेश की महिला-बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहयोग केंद्र में उपस्थित रहकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर प्राप्त आवेदनों पर कार्रवाई कर उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण करेंगीं।
- -पीएलजीए बटालियन नंबर 01 में सक्रिय 02 हार्डकोर माओवादी सहित अन्य क्षेत्रों में सक्रिय माओवादियों के द्वारा किया गया आत्मसमर्पण।-आत्मसमर्पित माओवादियों में सीवायसीएम 01, पार्टी सदस्य 15 एवं अन्य 11 अग्र संगठन में सक्रिय सदस्यों के द्वारा किया गया आत्मसमर्पण।- आत्मसमर्पित माओवादियों में से 10 महिला सहित 17 पुरूष माओवादियों के द्वारा किया गया आत्मसमर्पण।-छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से किया गया आत्मसमर्पण।-आत्मसमर्पित 01 माओवादी पर 10 लाख, 03 माओवादी पर 08-08 लाख, 01 माओवादी पर 03 लाख, 02 माओवादी पर 02-02 लाख एवं 09 माओवादियों पर 01-01 लाख कुल 50 लाख रूपये के घोषित है ईनाम।- माओवादियों को मुख्य धारा में जोड़ने हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला बल, डीआरजी, विआशा. सुकमा, इंटेरोगेशन सेल, आसूचना शाखा, एसटीएफ, सीआरपीएफ 02, 74, 131, 151, 216, 217 वाहिनी एवं कोबरा 203 वाहिनी के आसूचना शाखा कार्मिकों की रही है विशेष भूमिका।सुकमा । जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व माओवादियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी माओवादियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर माओावादी संगठन में सक्रिय 10 महिला सहित 27 माओवादियों के द्वारा माओवादी संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से आज दिनांक 15.10.2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में श्री किरण चव्हाण पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, श्री सुरेश सिंह पायल द्वितीय कमान अधिकारी डीआईजी ऑफिस सुकमा, श्री गौरव कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी 203 कोबरा वाहिनी, श्री अमित प्रकाश द्वितीय कमान अधिकारी 131 वाहिनी सीआरपीएफ, श्री विरेन्द्र कुमार द्वितीय कमान अधिकारी 217 वाहिनी सीआरपीएफ, श्री रोहित शाह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा, श्री अभिषेक वर्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा, श्री मनीष रात्रे उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुुकमा, श्री राजेंद्र कुमार मीणा सहायक कमांडेंट 02 री वाहिनी सीआरपीएफ, निरीक्षक जगदीश पंडा 216 वाहिनी सीआरपीएफ एवं पीसी. राजेश कुमार अतरा, एसटीएफ सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया???????? उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित माओवादियों को शासन के नवीन पुनर्वास नीति ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति -2025’’ के तहत् प्रत्येक को 50-50 हजार रूपये के मान से प्रोत्साहन राशि एवं अन्य सुविधायें प्रदान करायें जायेंगे।♦️ -ः आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की सूची:-???? कुल ईनाम - 50 लाख।???? (1) ओयाम लखमू पिता स्व0 ओयाम पस्से उम्र लगभग 53 वर्ष जाति दोरला निवासी बुर्कलंका पांतापारा थाना किस्टाराम जिला सुकमा (छ0ग0),(ईनाम 10 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद -पीएलजीए बटालियन नम्बर 01, हेड क्वाटर प्लाटून नंबर 02 सप्लाई टीम कमांडर (सीवायपीसीएम)???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 1997 से 1998 तक ग्राम बुर्कलंका जंगल कमेटी सदस्य।◾ वर्ष 1999 से 2001 तक ग्राम बुर्कलंका जंगल कमेटी अध्यक्ष।◾ वर्ष 2002 से 2005 तक प्लाटून नम्बर 04 का पार्टी सदस्य, धारित शस्त्र-12 बोर।◾ वर्ष 2006 से 2009 अगस्त तक किस्टाराम एरिया कमेटी अन्तर्गत कम्पनी नम्बर 03, प्लाटून नम्बर 02, सेक्षन ‘‘सी’’ का कमाण्डर/पीपीसीएम, धारित शस्त्र-एसएलआर।◾ वर्ष 2009 माह सितम्बर से वर्ष 2015 माह जून तक पीएलजीए बटालियन नम्बर 01, कम्पनी नम्बर 02, प्लाटून 02, सेक्षन ‘‘बी’’ का कमाण्डर/पीपीसीएम, धारित शस्त्र-एसएलआर।◾ वर्ष 2015 माह जुलाई से 2018 माह मार्च तक कम्पनी नम्बर 02, प्लाटून 02 का कमाण्डर/सीवायपीसीएम, धारित शस्त्र-एके 47◾ वर्ष 2018 माह अप्रैल से अब तक पीएलजीए बटालियन नम्बर 01, हेड क्वाटर प्लाटून नंबर 02 सप्लाई टीम कमांडर/सीवायपीसीएम।???? (2) .माड़वी भीमा उर्फ तामो भीमा पिता स्व0 माड़वी केशा उम्र लगभग 18 वर्ष जाति मुरिया निवासी करकापारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा (ईनामी 08 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - पीएलजीए बटा0 नं0 01, कम्पनी नंबर 02 प्लाटून नं0 02, सेक्षन ‘‘ए’’ का पार्टी सदस्य???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2022 माह जनवरी से 2024 माह जुलाई तक पीएलजीए बटालियन नंबर 01, कम्पनी नंबर 02, प्लाटून नंबर 02, सेक्षन ‘‘ए’ का पार्टी सदस्य, धारित शस्त्र-इंसास।???? (3) सुनिता उर्फ कवासी सोमड़ी पिता स्व0 पोज्जा उम्र लगभग 24 वर्ष जाति मुरिया निवासी काउरगट्टा मिस्सीपारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर (ईनामी 08 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - रिजनल मिलिट्री कम्पनी नम्बर 02 की पार्टी सदस्या।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2022 माह अगस्त से 2024 माह नवम्बर तक रिजनल मिलिट्री कम्पनी नम्बर 02 की पार्टी सदस्या।???? (4 ) सोड़ी मासे पिता पाकलू उम्र लगभग 22 वर्ष जाति मुरिया निवासी गुण्डराजगुड़ा थाना पामेड़ जिला बीजपुर,(ईनामी 08 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद -◾ रिजनल मिलिट्री कम्पनी नम्बर 01 की पार्टी सदस्या◾ वर्ष 2020 से 2021 तक ग्राम गुण्डराजगुड़ा बाल संघम सदस्या।◾ वर्ष 2022 से 2025 माह मार्च तक पामेड़ एलओएस पार्टी सदस्या, धारित शस्त्र-खाली हाथ।◾ वर्ष 2025 माह अप्रैल से 2025 माह जून तक रिजनल मिलिट्री कम्पनी नम्बर 01 की पार्टी सदस्या, धारित शस्त्र-.303 रायफल।???? (5) मुचाकी हड़मा पिता स्व0 जोगा उम्र लगभग 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी गोगुण्डा मिस्सीपारा थाना केरलापाल जिला सुकमा (ईनाम 03 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद -गोगुण्डा पंचायत मिलिशिया कमाण्डर।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2009 से 2012 तक गोगुण्डा मिस्सीपारा बाल संघम सदस्य।◾ वर्ष 2013 से 2015 तक गोगुण्डा मिस्सीपारा जीआरडी मिलिशिया सदस्य।◾ वर्ष 2016 से 2020 तक गोगुण्डा पंचायत मिलिशिया सेक्षन ‘‘बी‘‘ कमाण्डर, धारित शस्त्र छोटा बीजीएल 01 नग, सेल 10 नग।◾ वर्ष 2021 से अब तक गोगुण्डा पंचायत मिलिशिया कमाण्डर।???? (6) सोड़ी दुला पिता स्व. नंदा उम्र 40 वर्ष जाति मुरिया निवासी कामावरम थाना किस्टाराम जिला सुकमा(ईनाम 02 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - सिंघनमडगू आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2019 से 2020 तक ग्राम कामावरम डीएकेएमएस सदस्य।◾ वर्ष 2021 से अब तक सिंघनमड़गू आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष।???? (7) कुहरम बुधरा उर्फ पदाम बुधरा पिता स्व. पदाम हिड़मा उम्र 31 वर्ष जाति मुरिया निवासी जिनेतोंग (जिनेलतोंग) थाना कोंटा जिला सुकमा (ईनाम 2 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - नीलामड़गू पंचायत डीएकेएमएस अध्यक्ष।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2010 से 2016 तक ग्राम जिनेतोंग संघम सदस्य।◾ वर्ष 2017 से अब तक नीलामड़गू पंचायत डीएकेएमएस अध्यक्ष।???? (8) विद्या उर्फ मुचाकी जोगी पिता स्व0 हड़मा उम्र लगभग 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी पीलावाया (कोरेवाया) थाना कोण्टा जिला सुकमा (ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - पष्चिम बस्तर डिवीजन डीव्हीसीएम सुरक्षा दलम पार्टी सदस्या???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2018 से 2019 तक किस्टाराम एलजीएस सदस्या, धारित शस्त्र-12 बोर।◾ वर्ष 2020 से 2025 माह फरवरी तक पष्चिम बस्तर डिवीजन डीव्हीसीएम सुरक्षा दलम सदस्या, धारित शस्त्र-12 बोर।???? (9) दुर्राे/मड़कम हड़मे उर्फ मड़कम पोज्जे पिता जोगा उम्र 24 वर्ष जाति मुरिया निवासी पोटकपल्ली बड़ापारा थाना किस्टाराम जिला सुकमा (ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - किस्टाराम एरिया कमेटी पार्टी सदस्या???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2020 से 2024 माह जून तक किस्टाराम एरिया कमेटी पार्टी सदस्या।???? (10) माडवी देवे पिता हिड़मा उम्र लगभग 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी पीलावाया थाना कोंटा जिला सुकमा (ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - कोन्टा एलओएस पार्टी सदस्या ।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2014 से 2016 तक केरलापाल एरिया कमेटी अन्तर्गत प्लाटून नम्बर 30 की पार्टी सदस्या।◾ वर्ष 2017 में माताजी का बीमारी से मृत्यु होने के कारण संगठन छोड़कर वर्ष 2023 माह अगस्त तक घर पर निवासरत थी।◾ वर्ष 2023 माह सितम्बर से 2024 माह अक्टूबर तक पुनः कोंटा एलओएस पार्टी सदस्या, धारित शस्त्र-खाली हाथ।???? (11) रोहन उर्फ कलमू हिड़मा पिता पोज्जा उम्र लगभग 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी पेंटापाड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा (ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - माड़ डिवीजन अन्तर्गत इंद्रावती एलजीएस पार्टी सदस्य???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2021 माह जनवरी से 2021 माह दिसम्बर तक किस्टाराम एरिया कमेटी कैडर, धारित हथियार - खाली हाथ।◾ वर्ष 2022 माह जनवरी में 2023 माह दिसम्बर तक दक्षिण सब जोनल ब्युरो स्टॉप टीम पार्टी सदस्य, धारित हथियार- .303 रायफल।◾ वर्ष 2024 माह जनवरी से 2024 माह सितम्बर तक उत्तर सब जोनल ब्युरो स्टॉप/समन्वय टीम का पार्टी सदस्य, धारित हथियार - .303 रायफल।◾ वर्ष 2024 माह अक्टूबर से अब तक माड़ डिवीजन अन्तर्गत इंद्रावती एलजीएस पार्टी सदस्य, धारित हथियार - .303 रायफल।???? (12) वेको देवे उर्फ विमला पिता गंगा निवासी छोटेकेड़वाल थाना चिंतागुफा जिला सुकमा, (ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - डीजीएन (धमतरी, गरियाबंद एवं नुआपाडा डिवीजन अन्तर्गत सीतानदी एलजीएस पार्टी सदस्या।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2017 से 2018 तक ग्राम छोटेकेड़वाल बाल संघम सदस्या।◾ वर्ष 2019 से 2021 तक सिंघनमड़गू आरपीसी सीएनएम सदस्या।◾ वर्ष 2022 माह सितम्बर से 2022 माह दिसम्बर तक प्लाटून नम्बर 08 की पार्टी सदस्या, धारित शस्त्र-सिंगल शॉट।◾ वर्ष 2023 माह जुलाई से 2025 माह अगस्त तक डीजीएन डिवीजन अन्तर्गत सीतानदी एलजीएस पार्टी सदस्या, धारित शस्त्र-12 बोर।???? (13) रजनी उर्फ वेट्टी कोसी पिता स्व0 हड़मा उम्र लगभग 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी डब्बामरका थाना किस्टाराम जिला सुकमा(ईनाम 01 लाख) ।???? नक्सल संगठन में पद - एओबी पार्टी सदस्या???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2021 माह सितम्बर से 2021 माह दिसम्बर तक किस्टराम एरिया कमेटी दल सदस्या, धारित शस्त्र - खाली हाथ।◾ वर्ष 2022 माह जनवरी से 2025 माह मई तक एओबी पार्टी सदसया, धारित शस्त्र-बीजीएल+08 नग बीजीएल सेल।???? (14) अंजू उर्फ मड़कम बुस्की उर्फ पिता मड़कम हुंगा उम्र लगभग 22 वर्ष जाति मुरिया निवासी एंटापाड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा (छ0ग0)(ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - कोण्टा एरिया कमेटी पार्टी सदस्या।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2018 माह मई से 2019 माह जून तक एंटापाड़ जीआरडी मिलिशिया सदस्या।◾ वर्ष 2019 माह सितम्बर से 2019 माह अक्टूबर तक पोलमपल्ली एलओएस पार्टी सदस्या।◾ वर्ष 2019 माह नवम्बर से 2020 फरवरी तक बीमार होने के कारण घर पर निवासरत थी।◾ वर्ष 2020 माह मार्च से 2020 अप्रैल तक कोंटा एरिया कमेटी पार्टी सदस्या।◾ वर्ष 2020 माह मई से 2025 माह अगस्त तक पोलमपल्ली एलओएस पार्टी सदस्या, धारित शस्त्र- खाली हाथ।???? (15) मड़कम सुनिता उर्फ सुन्नी पिता बुस्का उम्र लगभग 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी एंटापाड़ चिंतागुफा जिला सुकमा(ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - कोंटा एरिया कमेटीपार्टी सदस्या।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2023 माह सितम्बर से मई 2025 तक कोंटा एरिया कमेटी पार्टी सदस्या।???? (16) सोड़ी बुधरा पिता स्व. नंदा उम्र लगभग 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी कामावरम् (कामाराम) थाना किस्टाराम जिला सुकमा (ईनाम 01 लाख)।???? नक्सल संगठन में पद - सिंघनमडगू आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2005 माह दिसम्बर से 2006 माह जून तक प्लाटून नम्बर 04 का पार्टी सदस्य, धारित शस्त्र-12 बोर।◾ वर्ष 2006 माह जुलाई से 2007 माह दिसम्बर तक दरभा डिवीजन अन्तर्गत मलांगेर एरिया कमेटी आई टीम सदस्य, धारित शस्त्र-खाली हाथ।◾ वर्ष 2008 माह जनवरी संगठन छोड़कर घर पर निवासरत था।◾ वर्ष 2009 से 2011 तक ग्राम कामावरम जीआरडी मिलिशिया कमाण्डर।◾ वर्ष 2012 से 2015 माह दिसम्बर तक सिंघनमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य।◾ वर्ष 2016 माह जनवरी से 2018 माह दिसम्बर तक सिंघनमड़गू आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष।◾ वर्ष 2019 से अब तक सिंघनमड़गू आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष।⬛ (17) माड़वी भीमा पिता स्व. परदेशी उम्र लगभग 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी पोट्टेमंगू थाना किस्टाराम जिला-सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद -साकलेर आरपीसी जंगल कमेटी सदस्य।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2003 से 2015 तक एरिया जनताना सरकार स्कूल पोटेमंगू का गुरूजी।◾ वर्ष 2016 माह जनवरी से 2016 माह दिसम्बर तक संगठन छोड़कर घर पर निवासरत था।◾ वर्ष 2017 से अब तक साकलेर आरपीसी जंगल कमेटी सदस्य।???? (18 ) वेट्टी सूला पिता स्व. लखमा उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मुरिया निवासी मड़पेदुलोड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद - मेटागुड़ा आरपीसी मिलिषिया सदस्य ।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2016 से 2019 तक ग्राम मड़पेदुलेड़ संघम सदस्य।◾ वर्ष 2020 से अब तक मेटागुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य।???? (19) कवासी देवा पिता स्व. भीमा उम्र लगभग 50 वर्ष निवासी मड़पेदुलेड थाना चिंतागुफा जिला सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद - मेटागुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2016 से 2019 तक ग्राम मड़पे दुलेड़ संघम सदस्य।◾ वर्ष 2020 से अब तक मेटागुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य।???? (20) सोड़ी हुंगा पिता स्व0 बुधरा उम्र लगभग 31 वर्ष जाति मुरिया निवासी सिंघनमड़गू थाना किस्टाराम जिला सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद - सिंघनमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2018 से 2020 तक ग्राम सिंघनमड़गू बाल संघम सदस्य।◾ वर्ष 2021 से अब तक सिंघनमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य।???? (21) सोड़ी मासा पिता स्व0 हुंगा उम्र लगभग 29 वर्ष जाति मुरिया निवासी सिंघनमड़गू थाना चिंतागुफा जिला सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद - सिंघनमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2020 से अब तक सिंघनमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य।???? (22) तेलाम मासा पिता नंदा उम्र लगभग 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी जोन्नागुड़ा जिला सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद - जोन्नागुड़ा आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2007 माह दिसम्बर से 2008 माह नवम्बर तक ग्राम जोन्नागुड़ा कृषि शाखा सदस्य।◾ वर्ष 2008 माह दिसम्बर से 2010 माह जुलाई तक जगदलपुर जेल में निरूद्ध था।◾ वर्ष 2014 माह अगस्त से अब तक ग्राम जोन्नागुड़ा डीएकेएमएस सदस्य।???? (23) माड़वी कोसी पिता स्व. भीमा उम्र लगभग 36 वर्ष जाति मुरिया निवासी तुमालपाड़ बण्डीपारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद - जोन्नागुड़ा आरपीसी केएएमएस उपाध्यक्ष।???? (24) सोम्बारू उर्फ सोड़ी सोमड़ू पिता स्व0 हड़मा उम्र लगभग 46 वर्ष जाति मुरिया निवासी गुण्डराजगुड़ा मुरियापारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर।???? नक्सल संगठन में पद - ग्राम गुण्डराजगुड़ा डीएकेएमएस सदस्य।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2024 से अब तक ग्राम गुण्डराजगुड़ा डीएकेएमएस सदस्य।???? (25) हेमला मुत्ता पिता देवा उम्र लगभग 31 वर्ष जाति मुरिया निवासी गुण्डराजगुड़ा थाना पामेड़ जिला बीजापुर।???? नक्सल संगठन में पद - कंचाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य ।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2022 से अब तक कंचाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य।???? (26) हेमला अर्जुन पिता चंद्रा उम्र लगभग 46 वर्ष जाति दोरला निवासी गुण्डराजगुड़ा थाना पामेड़ जिला बीजापुर।???? नक्सल संगठन में पद -*पूर्व कंचाल आरपीसी डीएकेएमएस उपाध्यक्ष ।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2020 से 2021 तक ग्राम गुण्डराजगुडा डीएकेएमएस सदस्य।◾ वर्ष 2022 से अब तक ग्राम गुण्डराजगुड़ा डीएकेएमएस उपाध्यक्ष।???? (27) मड़कम देवा पिता स्व0 सुक्का उम्र लगभग 33 वर्ष जाति मुरिया निवासी उसकावाया थाना कोंटा जिला सुकमा।???? नक्सल संगठन में पद - नीलामड़गू पंचायत मिलिशिया सदस्य।???? नक्सल संगठन में कार्यवधि-◾ वर्ष 2012 से 2014 तक ग्राम नीलामड़गू बाल संघम सदस्य।◾ वर्ष 2015 से अब तक नीलामड़गू पंचायत मिलिशिया सदस्य।
- -राज्य में PM-JAY के तहत पंजीकृत अस्पतालों में से 97% आयुष्मान योजना अंतर्गत सक्रिय , पूरे देश में यह सर्वाधिक, यह योजना में राज्य के अस्पतालों के विश्वास का प्रमाण-स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से राज्य में संदिग्ध दावों की संख्या में आई भारी गिरावट-राज्य सरकार का लक्ष्य, प्रदेश के सभी पात्र परिवारों को मिले गुणवत्तापूर्ण एवं सम्मानजनक स्वास्थ्य सुविधा : श्री श्याम बिहारी जायसवालरायपुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्यों और शून्य लंबितता (Zero Pendency) सुनिश्चित करने की दिशा में किए गए उल्लेखनीय प्रयासों के लिए छत्तीसगढ़ को “सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य” घोषित किया गया है। यह सम्मान आज भोपाल में आयोजित एनएचए कॉन्क्लेव के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के CEO श्री सुनील कुमार बर्नवाल द्वारा राज्य नोडल एजेंसी (SNA) की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. प्रियंका शुक्ला एवं प्रोजेक्ट डायरेक्टर (ऑपरेशन) श्री धर्मेंद्र गहवाई को प्रदान किया गया। यह उपलब्धि राज्य नोडल एजेंसी द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही को सुदृढ़ करने के लिए की गई निरंतर पहल का परिणाम है।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हाल ही में आयोजित हुई कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में पहली बार आयुष्मान भारत योजना को एक एजेंडे के रूप में शामिल किया गया था। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टर्स को जिलों में योजना की नियमित समीक्षा करने के भी निर्देश दिए हैं।छत्तीसगढ़ राज्य की प्रमुख पहलराज्य नोडल एजेंसी द्वारा हाल के महीनों में कई सशक्त कदम उठाए गए, जिनमें संदिग्ध दावों की पहचान कर व्यापक फील्ड ऑडिट का संचालन, क्लेम प्रोसेसिंग के टर्न-अराउंड टाइम (TAT) में उल्लेखनीय कमी, सभी हितधारकों का उन्मुखीकरण एवं संवेदनशीलता प्रशिक्षण, स्टेट एंटी फ्रॉड यूनिट (SAFU) टीम का सशक्त गठन और एम्पैनल्ड हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स (EHCPs) के साथ नियमित संवाद एवं समन्वय तंत्र की स्थापना शामिल है।जनवरी 2025 में NHA की समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ में संदिग्ध दावों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक पाई गई थी। इस स्थिति में सुधार के लिए राज्य नोडल एजेंसी ने त्वरित कार्ययोजना तैयार कर अमल में लाई।सख्त कार्रवाई और पारदर्शितास्वास्थ्य विभाग की टीम ने जनवरी–फरवरी 2025 के बीच राज्यभर में 52 अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया गया। योजना के मानकों का पालन न करने पर 45 अस्पतालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की गई — जो अब तक की सर्वाधिक कार्रवाई रही। इसके अलावा, 32 हजार से अधिक मामलों में फील्ड ऑडिट किए गए, जिससे फर्जी दावों की रोकथाम और दावे निपटान प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाया गया।स्वास्थ्य सचिव एवं CEO - SNA की अध्यक्षता में जिला एवं राज्य स्तर पर सघन समीक्षाराज्य में सभी जिलों द्वारा सचिव (स्वास्थ्य) के निर्देशानुसार अस्पतालों का पुनः निरीक्षण किया गया। सचिव श्री अमित कटारिया की अध्यक्षता में आयोजित मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की तिमाही समीक्षा बैठक में PM-JAY को प्रमुख एजेंडा बनाया गया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्टेट नोडल एजेंसी के नेतृत्व में जिलों की मासिक समीक्षा बैठकें प्रारंभ की गईं, वहीं दैनिक उपलब्धियों के आधार पर जिलों को रोजाना फीडबैक और दिशा-निर्देश जारी करने की प्रणाली भी विकसित की गई।अस्पतालों से निरंतर संवादएम्पैनल्ड अस्पतालों की समस्याओं के निराकरण हेतु इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों और निजी अस्पतालों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जा रही हैं। हाल ही में एनएचए विशेषज्ञों की उपस्थिति में स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन भी हुआ, जिसमें अस्पतालों की समयाओं का निराकरण किया गया ,उन से सुझाव प्राप्त किए गए और उन्हें योजना की नवीनतम प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई।उल्लेखनीय सुधार,संदिग्ध दावों की संख्या में भारी गिरावटस्वास्थ्य विभाग के इन प्रयासों के परिणामस्वरूप संदिग्ध दावों की संख्या में भारी गिरावट आई है — जहां पहले प्रति सप्ताह 2,000 से अधिक संदिग्ध दावे दर्ज होते थे, वहीं अब यह घटकर 500 से भी कम रह गए हैं। वहीं क्लेम अप्रूवल का समय घटकर अब केवल 7–10 दिन रह गया है।राज्य के 97% अस्पताल सक्रियराष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में PM-JAY के तहत पंजीकृत 97% अस्पताल सक्रिय हैं,जो योजना में अस्पतालों के विश्वास का प्रमाण है। जबकि पड़ोसी मध्यप्रदेश में यह दर मात्र 62% और देश का औसत मात्र 52% है।प्रशासनिक प्राथमिकता के रूप में योजनास्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा है कि PM-JAY को सभी जिलों की समीक्षा बैठकों के प्रमुख एजेंडा में शामिल किया गया है। राज्य स्तर पर भी प्रत्येक माह जिलों के साथ समीक्षा कर योजना की प्रगति का आकलन किया जा रहा है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के सभी पात्र परिवारों को गुणवत्तापूर्ण, निःशुल्क एवं सम्मानजनक स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने अल्प समय में स्वास्थ्य क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार करते हुए अपनी कार्यकुशलता और प्रतिबद्धता का राष्ट्रीय स्तर पर लोहा मनवाया है।




















.jpg)






