- Home
- बिजनेस
- देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी ने अगस्त डिस्काउंट का अनाउंसमेंट कर दिया है। कंपनी एरेना डीलरशिप पर मिलने वाले कई मॉडल पर धमाकेदार डिस्काउंट दे रही है। कंपनी अपने ग्राहकों को 50 हजार रुपए के साथ 5 हजार रुपए का एडिशन कॉर्पोरेट डिस्काउंट दे रही है। ग्राहकों को मिलने वाले ऑफर में कैश डिस्काउंट और एक्सचेंज बोनस शामिल है। ये डिस्काउंट मारुति 800, ईको पेट्रोल, एस-प्रेसो, सेलेरियो, वैगनआर, स्विफ्ट और डिजायर पर दे रही है। इस बात का ध्यान रखें कि ये ऑफर डीलर्स के हिसाब बदल सकता है। वहीं, स्टॉक के रहने पर ही मिलेगा। इस महीने मारुति की कौन सी गाड़ी खरीदने पर कितना फायदा मिलेगा, चलिए जानते हैं।मारुति ऑल्टो 800: कंपनी अपनी इस स्मॉल हैचबैक के AC पेट्रोल वैरिएंट पर 8000 रुपए का कैश डिस्काउंट और 10 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस दे रही है। इस तरह इस को खरीदने पर 18 हजार रुपए का फायदा मिलेगा।मारुति ईको: कंपनी कमर्शियली यूज होने वाली इस कार के पेट्रोल वैरिएंट पर 10 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 10 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस दे रही है। यानी इस कार को खरीदने पर 20 हजार रुपए का फायदा मिल जाएगा। इस महीने इस हैचबैक का पेट्रोल MT वैरिएंट MT Vxi, Zxi, Zxi+ खरीदने पर 50 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 35 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 15 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।मारुति सेलेरियो MT: एस-प्रेसो की तरह इस महीने इस सेलेरियो का पेट्रोल MT वैरिएंट MT Vxi, Zxi, Zxi+ खरीदने पर 50 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 35 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 15 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।मारुति एस-प्रेसो AMT: इस महीने इस हैचबैक का पेट्रोल AMT वैरिएंट खरीदने पर 15 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 14 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस ही शामिल है।मारुति सेलेरियो AMT: इस महीने इस हैचबैक का पेट्रोल AMT वैरिएंट खरीदने पर 15 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 14 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस ही शामिल है।मारुति वैगनआर: मारुति अपनी इस पॉपुलर हैचबैक के पेट्रोल और CNG दोनों वैरिएंट पर 25 हजार रुपए का डिस्काउंट दे रही है। इसमें 10 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 15 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।मारुति स्विफ्ट: इस कार पर कंपनी 40 हजार रुपए तक का डिस्काउंट दे रही है। स्विफ्ट के MT वैरिएंट पर 10 हजार का कैश और AMT पर 20 हजार का कैश डिस्काउंट मिलेगा। इसके साथ दोनों वैरिएंट पर 20 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस भी दिया जाएगा।मारुति डिजायर: कंपनी अपनी इस सेडान पर 15 हजार रुपए तक के फायदे दे रही है। इस कार पर 5000 रुपए का कैश डिस्काउंट और 10 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।
- मुंबई।कोविड-19 महामारी-पूर्व के स्तर की तुलना में बैंकों का छोटे कारोबारियों को ऋण वितरण दोगुना हो गया है। बैंक हालांकि सतर्क बने हुए हैं और मौजूदा ग्राहकों को ऋण देने पर जोर दे रहे हैं। ऋण से जुड़े आंकड़ों को एकत्र और विश्लेषण करने वाली कंपनी ट्रांसयूनियन सिबिल की रिपोर्ट के अनुसार सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई) से ऋण की मांग वित्त वर्ष 2021-22 में महामारी-पूर्व स्तर के मुकाबले 1.6 गुना थी। रिपोर्ट के अनुसार, मार्च, 2022 तक कुल सक्रिय एमएसएमई उधारकर्ताओं की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में छह प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ 70 लाख रही। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘कुल एमएसएमई कर्जदारों की वृद्धि में कमी आई है क्योंकि ऋणदाता मौजूदा ग्राहकों को ऋण देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।'' छोटे व्यवसायों को ऋण देना दरअसल एक नीतिगत उद्देश्य है।रिपोर्ट के अनुसार, एमएसएमई को ऋण का वितरण महामारी पूर्व-स्तर की तुलना में दोगुना हो गया है, जो दर्शाता है कि ऋणदाता बढ़ती कर्ज मांग का समर्थन करने की स्थिति में हैं। वहीं, बैंकों की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 31 मार्च, 2022 तक 12.8 प्रतिशत पर थीं।
- मुंबई। वैश्विक मंदी की आशंका और मुद्रास्फीतिक दबाव के बीच जुलाई में नौकरियों के अवसरों में महज एक प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। इस दौरान डिजिटलीकरण और उपभोक्ता धारणा में बदलाव होने से कई क्षेत्रों में सुधार देखा गया। मॉन्स्टर रोजगार सूचकांक (एमईआई) की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि जुलाई में बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई), रसायन/ प्लास्टिक/ रबर, पेंट, उर्वरक/ कीटनाशक और कार्यालय उपकरण उद्योगों में नई भर्तियों की मंशा बरकरार रही। वहीं बढ़ते डिजिटलीकरण और 5जी सेवाएं शुरू होने की उम्मीद में दूरसंचार उद्योग में भर्तियों को लेकर तेजी का रुख देखा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए खुदरा क्षेत्र में भी नौकरियों की स्थिति सुधरी है। मॉन्स्टर इंडिया नौकरियों के बारे में ऑनलाइन डाली गई सूचनाओं के विश्लेषण के आधार पर यह मासिक रोजगार सूचकांक जारी करती है। रिपोर्ट कहती है कि भर्तियों के मामले में दूसरी श्रेणी के शहर महानगरों को पीछे छोड़ चुके हैं। अहमदाबाद और कोयंबटूर इस मामले में अन्य शहरों से आगे रहे। पुणे में बीएफएसआई क्षेत्र की 66 प्रतिशत कंपनियों ने भर्तियां करने की मंशा जताई। इस तरह वित्त-प्रौद्योगिकी क्षेत्र के तेजी से उभरते केंद्र के रूप में पुणे ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। पिछले महीने शीर्ष प्रबंधन स्तर के पदों पर भर्ती में 18 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता के दौर में कंपनियों को आगे बढ़ाने के लिए शीर्ष प्रबंधकों की मांग बढ़ती हुई दिख रही है। मॉन्स्टर डॉट कॉम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शेखर गरीसा ने कहा, ‘‘लंबी अनिश्चितता के बाद भारतीय नौकरी बाजार ने नौकरियों की मांग के संदर्भ में खुद को स्थिर कर लिया है। वैश्विक मंदी की आशंका के बीच जुलाई में माह-दर-माह आधार पर भले ही सिर्फ एक प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई लेकिन मौजूदा हालात में यह भी अच्छी खबर है।'' उन्होंने कहा कि उपभोक्ता खपत बढ़ने से खुदरा एवं विनिर्माण क्षेत्रों का प्रदर्शन काफी अच्छा है। त्योहारी सीजन के मद्देनजर होने वाली भर्तियां तेज हैं और इसके आगे और बढ़ने की उम्मीद है।
- -छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित, रायपुर पर 25 लाख रुपये का जुर्मानामुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कई नियमों के उल्लंघन के मामले में आठ सहकारी बैंकों पर जुर्माना लगाया है। गुजरात के मेहसाणा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक पर 40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। रिजर्व बैंक के अनुसार, मेहसाणा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक पर भारतीय रिज़र्व बैंक (सहकारी बैंक - जमा पर ब्याज दर) निर्देश, 2016 के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने पर जुर्माना लगाया गया है। केंद्रीय बैंक ने सोमवार को बयान में कहा कि ऋण मानदंडों से संबंधित कुछ प्रावधानों के उल्लंघन के लिए महाराष्ट्र के इंदापुर शहरी सहकारी बैंक, इंदापुर पर सात लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, महाराष्ट्र के वरुद अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, वरुद, मध्य प्रदेश के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित, छिंदवाड़ा और महाराष्ट्र के यवतमाल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, यवतमाल पर अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंडों में उल्लघंन को लेकर जुर्माना लगाया है। इसके अलावा कुछ केवाईसी प्रावधानों का पालन न करने पर छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित, रायपुर पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा गुना के एक सहकारी बैंक तथा पणजी के गोवा राज्य सहकारी बैंक पर भी जुर्माना लगाया गया है।
- नयी दिल्ली। गेहूं के आटे, मैदा और सूजी के निर्यातकों को निर्यात निरीक्षण परिषद से गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। एक सरकारी अधिसूचना में यह कहा गया है। जुलाई में वाणिज्य मंत्रालय के तहत विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने कहा था कि इन वस्तुओं के निर्यातकों को निर्यात के लिए गेहूं के निर्यात पर अंतर-मंत्रालयी समिति (आईएमसी) की मंजूरी की आवश्यकता होगी। डीजीएफटी ने सोमवार को कहा, ‘‘निर्यात नीति या गेहूं का आटा, मैदा, सूजी (रवा या सिरगी), साबुत आटा जैसी सामग्री नियंत्रणमुक्त है, लेकिन निर्यात के लिए गठित अंतर मंत्रालय समिति की सिफारिश की जरूरत होगी। आईएमसी द्वारा अनुमोदित सभी निर्यात की अनुमति दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में निर्यात निरीक्षण परिषद या ईआईए (निर्यात निरीक्षण एजेंसी) द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी करने के बाद दी जाएगी। वर्ष 2021-22 में, भारत ने 24 करोड़ 65.7 लाख डॉलर के आटे का निर्यात किया था। मई में भारत ने भीषण गर्मी से फसल के प्रभावित होने के कारण गेहूं की ऊंची कीमतों को नियंत्रित करने के लिए इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
- मुंबई। राज्यों के ऋण की लागत सोमवार को हुई नीलामी में 0.11 प्रतिशत बढ़कर 7.84 प्रतिशत पर पहुंच गई। पिछले सप्ताह राज्यों के ऋण की औसत लागत 0.17 प्रतिशत घटकर नौ सप्ताह के निचले स्तर 7.73 प्रतिशत पर आ गई थी। इक्रा रेटिंग्स की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि ताजा नीलामी राज्य विकास ऋण (एसडीएल) की अवधि बढ़ी है। पिछले सप्ताह राज्यों के ऋण की लागत में इस साल की सबसे अधिक गिरावट दर्ज हुई थी। इस साल की शुरुआत से राज्यों को बाजार से लिए गए कर्ज पर ऊंचा भुगतान करना पड़ रहा था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और अमेरिका में प्राप्ति घटने से इस सप्ताह केंद्र सरकार के बॉन्ड पर प्राप्ति में गिरावट आई है। सोमवार की नीलामी में आठ राज्यों ने 13,800 करोड़ रुपये जुटाए। यह उनके सांकेतिक स्तर की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी का परिदृश्य बन रहा है। केंद्र सकार के 10 साल के बॉन्ड पर प्राप्ति भी पिछले सप्ताह 0.15 प्रतिशत बढ़कर 7.20 से 7.35 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
-
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने सरकारी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप तथा मध्यम, सूक्ष्म और लघु उद्यमों को जनवरी 2023 तक 6 महीने के लिए स्वदेशी 5-जी परीक्षण सुविधा नि:शुल्क देने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य देश में 5-जी प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है, ताकि आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य पूरा किया जा सके और भारत में निर्माण की पहल आगे बढायी जा सके। यह सुविधा अत्यंत मामूली दरों पर उपलब्ध कराई जाएगी। संचार मंत्रालय ने उद्योग, अकादमिक जगत, सेवा प्रदाताओं, सरकारी संस्थाओं और उपकरण निर्माताओं सहित 5-जी का उपयोग करने वाले सभी पक्षों से परीक्षण की सुविधा उपयोग करने की अपील की है। भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं और देश में 5-जी के प्रसार को ध्यान में रखते हुए संचार विभाग ने स्वदेशी 5-जी परीक्षण सुविधा के लिए मार्च 2018 में कई संस्थानों के आपसी सहयोग की परियोजना को वित्तीय मदद की मंजूरी दी थी।
-
नयी दिल्ली. घरेलू उपभोक्ता सामान बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी रेकिट ने वर्ष 2021 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 77.5 करोड़ पाउंड (7,880 करोड़ रुपये) का योगदान दिया है। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा कि रेकिट ने इस अवधि में 69,000 से अधिक रोजगार दिए। पहले रेकिट बेंकिजर के नाम से चर्चित रही रेकिट के लिए भारत शीर्ष तीन बाजारों में से एक है। कंपनी के पास डेटॉल, हॉर्पिक, ड्यूरेक्स, वीट और स्ट्रेप्सिल्स जैसे लोकप्रिय घरेलू ब्रांडों का स्वामित्व है। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने भारत में रेकिट के आर्थिक प्रभाव के बारे में अपना स्वतंत्र विश्लेषण प्रकाशित किया है। रिपोर्ट में कहा गया कि यह कंपनी ‘‘उच्च जीडीपी गुणक'' है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘रेकिट का जीडीपी गुणक 2.5 है जो भारत में रासायनिक एवं दवा-विनिर्माण कंपनियों के औसत से लगभग दोगुना है।'' भारत का जीडीपी वित्त वर्ष 2021-22 के अंत में 147 लाख करोड़ रुपये था। इसके अलावा भारत में रेकिट की स्थानीय खरीद का 95 प्रतिशत से अधिक हिस्सा आपूर्तिकर्ताओं के पास है।
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एड्रियन कूपर ने कहा, ‘‘हमारा शोध उस महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाता है, जो रेकिट जैसी बड़ी और सफल वैश्विक कंपनी भारतीय अर्थव्यवस्था में कर सकती है।'' इस मौके पर रेकिट के सीईओ लक्ष्मण नरसिम्हन ने भारत को अपने कारोबार के लिए बड़ा स्रोत बताते हुए कहा, "सरकार के 'मेक इन इंडिया' अभियान के अनुरूप रेकिट की 95 प्रतिशत स्थानीय खरीद भारतीय आपूर्तिकर्ताओं से ही होती है। -
नयी दिल्ली. देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी जियो ने करीब 1,000 शहरों में 5जी सेवाएं शुरू करने की तैयारियां पूरी करने के साथ स्वदेश में विकसित अपने 5जी दूरसंचार उपकरणों का परीक्षण भी किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसकी दूरसंचार इकाई जियो ने वित्त वर्ष 2021-22 में अपनी शत-प्रतिशत स्वदेशी तकनीक के साथ 5जी सेवाओं के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। हाल में संपन्न 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में रिलायंस जियो सबसे बड़ी बोलीकर्ता के रूप में उभरी है। नीलामी में लगाई 1.50 लाख करोड़ रुपये की बोलियों में से जियो ने अकेले 88,078 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई थीं। आरआईएल की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘देश के 1,000 शहरों में 5जी सेवाएं देने की जियो की योजना पूरी हो गई है। इस दौरान हीट मैप, 3डी मैप और रे-ट्रेसिंग प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर लक्षित उपभोक्ता खपत और राजस्व की संभावना को आधार बनाया गया।'' कंपनी ने कहा कि जियो ने 5जी तकनीक से जुड़ी सेवाओं का जमीनी स्तर पर परीक्षण भी किया है। इस दौरान संवर्द्धित वास्तविकता (एआर), आभासी वास्तविकता (वीआर), क्लाउड गेमिंग, टीवी स्ट्रीमिंग, संबद्ध अस्पतालों एवं औद्योगिक उपयोग को परखा गया। दूरसंचार विभाग का कहना है कि 5जी स्पेक्ट्रम पर आधारित सेवाएं शुरू होने से 4जी की तुलना में 10 गुना तेजी से डाउनलोड किया जा सकेगा और स्पेक्ट्रम की सक्षमता भी करीब तीन गुना बढ़ जाएगी। -
प्रयागराज. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी ने आलू से बने फ्लेक्स एनर्जी बार के लिए पेटेंट हासिल किया है। यह एनर्जी बार धावकों, बढ़ते बच्चों, कमजोर मरीजों की ऊर्जा जरूरतों को तत्काल पूरी करने में सक्षम है। सेंटर आफ फूड टेक्नोलाजी की प्रमुख प्रोफेसर नीलम यादव ने बताया कि आलू से फ्लेक्स एनर्जी बार बनाने की परियोजना पर 2017 से पहले से काम चल रहा है और अप्रैल, 2017 में पेटेंट के लिए आवेदन किया गया था जो अब जाकर मिला है। उन्होंने बताया कि 100 ग्राम फ्लेक्स एनर्जी बार में 365 किलो कैलोरी, 11-12 प्रतिशत प्रोटीन और 4-5 प्रतिशत खनिज की मात्रा है। इस एनर्जी बार में सूखे मेवे आदि का मिश्रण है और इसे ड्रम ड्रायर में तैयार किया गया है। यादव ने बताया कि इस बार का मुख्य घटक आलू के फ्लेक्स हैं जिन्हें आलू की कुफरी फ्राइसोना किस्म से तैयार किया गया। आलू की यह किस्म मेरठ और सहारनपुर क्षेत्र में पैदा की जाती है और इसे वहां के शीत भंडार गृहों में रखा जाता है। उन्होंने बताया कि पेटेंट मिलने के बाद सेंटर आफ फूड टेक्नोलाजी कई कंपनियों से पेटेंट साझा करने के बारे में बातचीत कर रहा है और पेटेंट दिए जाने के बाद इस फ्लेक्स एनर्जी बार का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस परियोजना पर काम करने वाली पिंकी सैनी ने बताया कि परीक्षण के दौरान करीब 100 लोगों को यह फ्लेक्स एनर्जी बार खाने के लिए दिया गया और स्वाद को लेकर प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक रही। प्रोफेसर नीलम यादव के नेतृत्व में इस परियोजना पर डॉ. पिंकी सैनी और डॉ. देविंदर कौर ने काम किया और मेरठ के केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान से डॉ. विजय किशोर गुप्ता और डॉ. बंदना, नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान से डॉ. राजेंद्र कुमार और काशी हिंदू विश्वविद्यालय से डॉ. प्रज्ञा मिश्रा ने इस परियोजना में योगदान किया। -
मुंबई. अमेरिका की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी इलेक्ट्रॉनईवी ने डिलिवरी वैन, ट्रक और बसों जैसे इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों को पेश करने के साथ घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उतरने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि वह अपने उत्पादों और एंड-टू-एंड मोबिलिटी सॉल्यूशंस को बी2बी और बी2सी दोनों बाजारों में बेचने को योजना बना रही है। इलेक्ट्रॉनईवी के पास पहले से ही अमेरिका में 500 से अधिक इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों का बेड़ा है। इलेक्ट्रॉनईवी ने बयान में कहा कि कंपनी भारतीय बाजार में अनुकूलित ईवी, वाहन और बेड़ा प्रबंधन समाधान, डिजिटल कॉकपिट और आईओटी समाधान जैसी सेवाएं पेश करेगी।
-
नयी दिल्ली. स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की कंपनी यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज लिमिटेड को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है। कंपनी दिल्ली-एनसीआर में तीन सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल संचालित करती है। हाल ही में इसने मध्य प्रदेश में भी अपना विस्तार किया है। सेबी के पास जमा किए गए मसौदा दस्तावेज के अनुसार, यथार्थ हॉस्पिटल के आईपीओ में 610 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम होगा। इसके अलावा कंपनी के प्रवर्तकों और प्रवर्तक समूह की संस्थाओं द्वारा 65.51 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल होगी। आईपीओ से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल वृद्धि योजनाओं के वित्तपोषण और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
- मुंबई। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 40 पैसे की गिरावट के साथ 79.64 (अस्थायी) पर बंद हुआ। निवेशकों की जोखिम उठाने की धारणा कमजोर होने के बीच रुपया नीचे आया। बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में कमी आने तथा घरेलू शेयर बाजार में तेजी के साथ रुपये की विनिमय दर में गिरावट पर कुछ अंकुश लगा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.50 के स्तर पर कमजोर खुला। कारोबार के दौरान 79.45 से 79.65 रुपये के दायरे में रहने के बाद अंत में 40 पैसे टूटकर 79.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपया शुक्रवार को 79.24 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.25 प्रतिशत घटकर 94.38 रह गया। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.54 प्रतिशत घटकर 94.38 डॉलर प्रति बैरल रह गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 465.14 अंकों की तेजी के साथ 58,853.07 अंक पर बंद हुआ। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 1,605.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
- मुंबई। स्थानीय शेयर बाजार में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 465 अंक से अधिक चढ़कर चार महीने के उच्चस्तर पर बंद हुआ। वैश्विक बाजार में सकारात्मक रुख के साथ एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि. तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 465.14 अंक यानी 0.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,853.07 अंक पर बंद हुआ। 11 अप्रैल के बाद यह सेंसेक्स का उच्चस्तर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 127.60 अंक यानी 0.73 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,525.10 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा को सर्वाधिक लाभ रहा। कंपनी के शेयर में 3.13 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, एचडीएफसी, डॉ. रेड्डीज, इंडसइंड बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक में सर्वाधिक 1.95 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले इंडिया, विप्रो और सन फार्मा भी नुकसान में रहे।कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) फिर से घरेलू शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया है। इससे बाजार को गति मिल रही है। पिछले कुछ महीने से एफआईआई लगातार शुद्ध रूप से बिकवाल बने हुए थे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों की सतत लिवाली और कच्चे तेल के दाम में नरमी से बाजार में तेजी रही। आज की बढ़त में प्रमुख कंपनियों के शेयरों का उल्लेखनीय योगदान रहा। सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक का वित्तीय नतीजा उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा है। इससे बैंक शेयर दबाव में रहे।'' एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की लाभ में रहे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 94.32 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 1,605.81 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
- नयी दिल्ली। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 97 रुपये की तेजी के साथ 52,490 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में उछाल तथा रुपये के मूल्य में गिरावट से सोना मजबूत हुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 52,393 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी भी 527 रुपये की तेजी के साथ 58,465 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 57,938 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को सुबह के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य 22 पैसे घटकर 79.46 रुपये प्रति डॉलर रह गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,777 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। चांदी 20.07 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘न्यूयॉक स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने का हाजिर भाव 1,777 डॉलर प्रति औंस था जिससे यहां भी पीली धातु में मजबूती रही।''
- नयी दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी ने लगातार दूसरे साल अपनी प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज से कोई वेतन नहीं लिया। अंबानी ने कोरोना वायरस महामारी के चलते व्यापार और अर्थव्यवस्था प्रभावित होने के कारण स्वेच्छा से अपना पारिश्रमिक छोड़ दिया था। आरआईएल ने अपनी ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अंबानी का पारिश्रमिक ‘‘शून्य’’ था।रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने जून 2020 में स्वेच्छा से 2020-21 के लिए अपने वेतन को छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के चलते यह फैसला किया, जिसने देश के आर्थिक और औद्योगिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाला। अंबानी ने 2021-22 में भी अपना वेतन नहीं लिया।उन्होंने इन दोनों वर्षों में अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में अपनी भूमिका के लिए रिलायंस से किसी भी भत्ते, अनुलाभ, सेवानिवृत्ति लाभ, कमीशन या स्टॉक विकल्प का लाभ नहीं उठाया।इससे पहले उन्होंने एक व्यक्तिगत उदाहरण पेश करते हुए अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के वेतन को 2008-09 से 15 करोड़ रुपये तक सीमित कर दिया था।उनके चचेरे भाई निखिल और हीतल मेसवानी का पारिश्रमिक 24 करोड़ रुपये पर अपरिवर्तित रहा, लेकिन इस बार इसमें 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन शामिल था।कार्यकारी निदेशक पीएमएस प्रसाद और पवन कुमार कपिल के पारिश्रमिक में मामूली गिरावट हुई।
- नयी दिल्ली। दूरसंचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि लंबे समय से प्रतीक्षित उच्च गति वाली 5जी सेवाएं लगभग एक महीने में शुरू हो सकती हैं। चौहान ने एशिया और ओशिनिया क्षेत्र के लिए अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ के क्षेत्रीय मानकीकरण मंच (आरएसएफ) के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह उम्मीद जताई।उन्होंने कहा कि भारत इस साल के अंत तक 5जी सेवाओं के लिए स्वदेश में विकसित और निर्मित 5जी दूरसंचार गियर तैनात कर सकता है।उन्होंने कहा, ‘‘लगभग एक महीने में देश में 5जी मोबाइल सेवाएं शुरू हो जाएंगी, जिसका सभी क्षेत्रों के विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एक 6जी प्रौद्योगिकी नवाचार समूह भी स्थापित किया गया है, जो स्वदेशी 6जी स्टैक के विकास की दिशा में काम कर रहा है।’’चौहान ने कहा कि सरकार स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित उन्नत दूरसंचार प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रही है, और इसके चलते भारत में आज एक मजबूत घरेलू 5जी मोबाइल संचार पारिस्थितिकी तंत्र है।मंत्री ने कहा, ‘‘हमने पूरी तरह से स्वदेशी 5जी ‘टेस्ट बेड’ विकसित किया है, जो 5जी नेटवर्क तत्वों के परीक्षण की सुविधा देगा। भारत में 5जी नेटवर्क को लागू करने के लिए हमें वर्ष के अंत तक स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित 5जी स्टैक तैयार होने की संभावना है।’’मंत्री ने कहा कि भारतीय दूरसंचार बाजार में वृद्धि मोदी सरकार की बाजार अनुकूल नीतियों से हुई है।चौहान ने कहा, ‘‘हमने दूरसंचार क्षेत्र में कई संरचनात्मक और प्रक्रियात्मक सुधारों की शुरुआत की है। इन सुधारों ने दूरसंचार उद्योग के लिए एक बेहद सकारात्मक और भविष्योन्मुखी वातावरण तैयार किया है। नतीजतन, भारत में हाल ही में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 20 अरब अमेरिकी डॉलर (1.5 लाख करोड़ रुपये) की बोलियां मिलीं।’’उन्होंने कहा कि भारतीय इंजीनियरों ने 5जी मानकों का एक सेट विकसित किया है, जिससे ग्रामीण इलाकों में 5जी नेटवर्क के प्रसार में आसानी होगी।
-
नयी दिल्ली। ऑटो उद्योग को उम्मीद है कि इस त्योहारी सत्र में नई पेशकश और उत्पादन बढ़ने से कारों की बिक्री तेजी से होगी। हालांकि, त्योहारों के बाद उद्योग कारोबार को लेकर सतर्क रूप से आशावादी है। त्योहारी सत्र में आमतौर पर ऑटोमोबाइल की बिक्री में बढ़ोतरी होती है। इस साल त्योहारी सत्र 11 अगस्त को रक्षाबंधन से शुरू होकर 25 अक्टूबर को दिवाली तक चलेगा। ऑटोमोबाइल डीलरों के निकाय के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने बताया, ‘‘हमें उम्मीद है कि नई पेशकश और बेहतर उत्पादन गतिविधियों के चलते इस साल त्योहारी सत्र यात्री वाहनों की बिक्री के लिहाज से सबसे अच्छा रहेगा।'' उन्होंने बताया, ‘‘उद्योग पिछले 4-5 महीनों में औसतन तीन लाख से अधिक इकाइयों का उत्पादन कर रहा है। इससे खुदरा विक्रेताओं को मदद मिली है।'' आने वाले दिनों में कुछ चुनौतियों के बारे में पूछने पर उन्होंने देश के कुछ हिस्सों में अनिश्चित मानसून, मुद्रास्फीति के दबाव और चीन-ताइवान युद्ध के आसन्न खतरे का जिक्र किया। फाडा देश भर में 15,000 से अधिक ऑटोमोबाइल डीलरों का प्रतिनिधित्व करता है।
किआ इंडिया के उपाध्यक्ष और बिक्री तथा विपणन प्रमुख हरदीप सिंह बराड़ के मुताबिक ऐसे संकेत हैं कि आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दे अब कम हो रहे हैं और बाजार की धारणा तेज बनी हुई है। टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (यात्री वाहन और इलेक्ट्रिक वाहन) शैलेश चंद्र ने कहा कि कंपनी को त्योहारी सत्र के अंत तक ग्राहकों की मांग के बारे में कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि दूसरी तिमाही में बेहतर सेमीकंडक्टर उपलब्धता के साथ वाहनों की आपूर्ति में सुधार होगा। उन्होंने साथ ही जोड़ा कि उच्च मुद्रास्फीति और ब्याज दर ऑटो मांग को प्रभावित कर सकती है, हालांकि दूसरी तिमाही में कोई तनाव नहीं है। -
नयी दिल्ली. दूरसंचार कंपनियों के जल्द से जल्द 5जी सेवा चालू करने की तैयारियों में जुटने से भारत आने वाले वक्त में बेहतर डेटा स्पीड और रुकावट मुक्त वीडियो के लिए मुस्तैद हो रहा है। इन सेवाओं के आने के बाद लोगों को स्मार्ट एंबुलेंस से लेकर क्लाउड गेमिंग तक सब कुछ मिलेगा। यहां तक कि खरीदारी के दौरान ग्राहकों को एकदम नए तरह के अनुभव भी हो सकते हैं। पांचवीं पीढ़ी यानी 5जी दूरसंचार सेवाओं के जरिए कुछ ही सेकंड में मोबाइल और अन्य उपकरणों पर उच्च-गुणवत्ता वाले लंबी अवधि के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है। यह एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा। यह सेवा सुपरफास्ट स्पीड (4जी से लगभग 10 गुना तेज), संपर्क में होने वाली देरी में कटौती और अरबों संबद्ध उपकरणों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाती है। इसके जरिये 3डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स अनुभव और शैक्षिक अनुप्रयोगों को नए सिरे से परिभाषित किया जा सकता है। भारतीय उपभोक्ताओं को जल्द ही चुनिंदा शहरों में 5जी सेवाएं मिलने लगेंगी और अगले 12-18 महीनों में इसका व्यापक प्रसार देखने को मिलेगा। समय के साथ नयी तकनीक जीवन के उन अनुप्रयोगों को भी हकीकत में तब्दील कर देगी जो महज कुछ साल पहले दूर की कौड़ी नजर आते थे। खुदरा विक्रेता 5जी परिवेश में संवर्धित वास्तविकता (एआर) के साथ काम कर रहे हैं। इसके जरिये खरीदारों को इस तरह का अनुभव दिया जा सकता है कि एक नया फर्नीचर उनके घरों में किस तरह नजर आएगा। 5जी सेवा शिक्षा प्रदान करने के तरीके को भी बदल सकती है। यहां तक कि दूरदराज के क्षेत्रों में भी शिक्षकों या अतिथि व्याख्याताओं को संचालित होलोग्राम के माध्यम से जोड़कर या मिश्रित-वास्तविकता वाली सामग्री को कक्षाओं में प्रसारित करके शिक्षा दी जा सकती है। इस साल की शुरुआत में एयरटेल ने अपोलो हॉस्पिटल्स और सिस्को के साथ मिलकर 5जी कनेक्टेड एम्बुलेंस का प्रदर्शन किया था। इसकी मदद से अस्पताल में डॉक्टरों और विशेषज्ञों को वास्तविक समय में मरीज के टेलीमेट्री डेटा की जानकारी मिल सकती है।
- नयी दिल्ली। भारतीय विमानन कंपनी विस्तारा ने शनिवार को कहा कि उसने एक बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमान को किराये पर लिया है, जिससे उसे फ्रैंकफर्ट और पेरिस तक अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह पहला ड्रीमलाइनर विमान है, जिसे विस्तारा ने किराये पर लिया है। कंपनी के पास पहले से ही दो ड्रीमलाइनर विमान हैं, जो उसने बोइंग से खरीदे थे। विस्तारा को विमान किराये पर लेना पड़ा है, क्योंकि बोइंग ने दो साल से उसे चार और ड्रीमलाइनर विमान नहीं दिए हैं, जो कि उसे देने थे। अमेरिका का संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) चाहता है कि बोइंग विमानों की आपूर्ति करने से पहले ड्रीमलाइनर की गुणवत्ता में सुधार करे। विस्तारा ने 2018 में छह ड्रीमलाइनर विमानों का ऑर्डर दिया था, लेकिन फिलहाल उसे बोइंग से केवल दो विमान मिले हैं। दूसरा विमान अगस्त 2020 में हासिल हुआ था। ड्रीमलाइनर में बड़ा ईंधन टैंक होता है, जो लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए मददगार है।विस्तारा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वह जर्मनी में फ्रैंकफर्ट और फ्रांस में पेरिस तक अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ा रही है, क्योंकि उसे ‘‘बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमान मिलने वाला है, जो उसने हाल ही में किराये पर लिया है।'' अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विमान कब दिया जाएगा।कंपनी ने कहा कि वह 30 अक्टूबर से दिल्ली-फ्रैंकफर्ट मार्ग पर छह साप्ताहिक उड़ानों का संचालन करेगी, जबकि अभी उसकी तीन साप्ताहिक उड़ानें परिचालन में हैं। विस्तारा अक्टूबर से दिल्ली-पेरिस मार्ग पर पांच साप्ताहिक उड़ानों का संचालन करेगी, जबकि अभी उसकी दो साप्ताहिक उड़ानें परिचालन में हैं।
- नयी दिल्ली। वाणिज्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में बासमती चावल का निर्यात 25.54 प्रतिशत बढ़कर 1.15 अरब डॉलर का हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह निर्यात 92.2 करोड़ डॉलर का हुआ था। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अप्रैल-जून तिमाही 2022 में गैर-बासमती चावल का निर्यात भी पांच प्रतिशत बढ़कर 1.56 अरब डॉलर का हो गया। इस अवधि में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात 31 प्रतिशत बढ़कर 7.4 अरब डॉलर का हो गया।वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात के लिए 23.56 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य तय किया है। समीक्षाधीन अवधि के दौरान ताजा फल और सब्जियों के अलावा अनाज के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई।मंत्रालय ने कहा, ‘‘मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। डेयरी उत्पादों ने अकेले 67.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की क्योंकि इसका निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में बढ़कर 19.1 करोड़ डॉलर का हो गया।'' एपीडा के अध्यक्ष एम अंगमुथू ने कहा कि कृषि-निर्यात मूल्य श्रृंखला में प्रमुख हितधारकों के सहयोग से निर्यात का एक आवश्यक पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर चालू वित्त वर्ष में भी भारत के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात में वृद्धि को बनाए रखने का लक्ष्य रखा गया है।
- नई दिल्ली । मारुति सुजुकी न्यू-जेनरेशन Alto K10 (ऑल्टो के10) को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। हालांकि 2022 Maruti Suzuki Alto K10 के आधिकारिक डेब्यू से पहले ही, इस एंट्री-लेवल हैचबैक कार की तस्वीरें, स्पेसिफिकेशंस और अन्य डिटेल्स इंटरनेट पर लीक हो गए हैं। नई 2022 मारुति सुजुकी ऑल्टो k10 को चार ट्रिम लेवल और 6 पेंट स्कीम में पेश किया जाएगा। ऑल्टो के10 को भारत में छह रंगों के विकल्पों में पेश किया जाएगा। वे हैं - सॉलिड व्हाइट, सिल्की सिल्वर, ग्रेनाइट ग्रे, सिजलिंग रेड, स्पीडी ब्लू और अर्थ गोल्ड। इसके अलावा, इस एंट्री-लेवल हैचबैक को चार ट्रिम लेवल - Std (एसटीडी), LXi (एलएक्सआई), VXi (वीएक्सआई), और VXi+ (वीएक्सआई+) में पेश किया जाएगा, जो 12 वैरिएंट में उपलब्ध होंगे।ऑल्टो के10 में एक अपडेटेड के-सीरीज 1.0-लीटर इंजन मिलेगा। इस इंजन का इस्तेमाल नई S-Presso में भी किया गया है। यह इंजन 65.7 bhp का पावर और 89 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। इस इंजन में 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और एएमटी (एजीएस) मिलता है। फीचर्स की बात करें तो ये ग्राहकों की मॉडर्न जरूरतों के मुताबिक होंगी। यह कार स्टीयरिंग-माउंटेड ऑडियो कंट्रोल, 7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम (टॉप-स्पेक वैरिएंट में ही मिलेगा), पावर-एडजस्टेबल ओआरवीएम, फ्रंट पावर विंडो, रिमोट की और मैनुअल एयर कंडीशनिंग से लैस होगी। ड्यूल फ्रंट एयरबैग, रियर पार्किंग सेंसर और एबीएस सभी को स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स के रूप में शामिल किया जाएगा। ऑल्टो के10 कार के ग्रिल और हेडलैम्प्स जैसे एक्सटीरियर के लिए कुछ विजुअल अपडेट के साथ अपने छोटे और आकर्षक डिजाइन को बरकरार रखता है। यह कार निर्माता के अन्य मॉडलों में इस्तेमाल किए जाने वाले हार्टेक्ट मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म पर आधारित होगा। साइज की बात करें तो, नई ऑल्टो K10 में 2,380 mm लंबा व्हीलबेस होगा और इसकी लंबाई 3,530 mm, चौड़ाई 1,490 mm और ऊंचाई 1,520 mm होगी। कार का कुल वजन 1,150 किलो है। नई ऑल्टो K10 इस साइज के साथ ऑल्टो से 85 mm से लंबी और 45 mm ऊंची है, और व्हीलबेस भी 20 mm लंबा है।कितनी होगी कीमत2022 मारुति सुजुकी ऑल्टो K10 को 18 अगस्त को भारत में लॉन्च किया जाएगा और तभी हमें इसकी आधिकारिक कीमतों का पता चलेगा। इसे ऑल्टो 800 से ऊपर पोजिशन किया जाएगा और इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 3.99 लाख रुपये होने की उम्मीद है। नई मारुति सुजुकी ऑल्टो के10 का मुकाबला Renault Kwid (रेनो क्विड) और Maruti Suzuki S-Presso (मारुति सुजुकी एस-प्रेसो) से होगा।
-
देश में 21 करोड़ से अधिक दोपहिया और सात करोड़ चारपहिया एवं ऊपर की श्रेणी के वाहन पंजीकृत: मंत्री
नयी दिल्ली. सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में 21 करोड़ से अधिक दोपहिया वाहन और सात करोड़ से ज्यादा चार पहिया वाहन एवं इससे ऊपर की श्रेणी के वाहन पंजीकृत हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि 5,44,643 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन और 54,252 इलेक्ट्रिक चारपहिया एवं इससे ऊपर की श्रेणी के वाहन हैं। - नयी दिल्ली. आटा मिल मालिकों के एक निकाय ने बृहस्पतिवार को मांग की कि सरकार को घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रित करने के लिए गेहूं पर 40 प्रतिशत आयात शुल्क को समाप्त करना चाहिए। रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सदस्यों ने बुधवार को खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय से मुलाकात की और बाजार में गेहूं की कीमत वृद्धि और इस अनाज की कमी के मुद्दे पर चर्चा की। महासंघ के अध्यक्ष अंजनी अग्रवाल ने कहा कि पिछले 15 दिन में गेहूं की कीमत में 300-350 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है। उद्योग निकाय ने गेहूं की अनुपलब्धता और पिछले 20 दिनों में कीमतों में भारी वृद्धि के बारे में चिंता जताई है। हालांकि, फसल का मौसम अभी एक महीने पहले समाप्त हुआ है और नई फसल अब से आठ महीने बाद ही बाजार में आएगी। इसने मुक्त बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत वास्तविक उपयोगकर्ता उद्योगों के लिए निविदा प्रक्रिया के माध्यम से गेहूं जारी करने की मांग की है। इसके अलावा, उद्योग निकाय ने गेहूं पर आयात शुल्क को 40 प्रतिशत से घटाकर शून्य प्रतिशत करने की मांग की है। एसोसिएशन के अनुसार, खाद्य सचिव ने आटा मिल मालिकों को आश्वासन दिया है कि अगर गेहूं की उपलब्धता की समस्या बनी रहती है और गेहूं की कीमत एक विशेष मूल्य सीमा से अधिक बढ़ जाती है तो सरकार हस्तक्षेप करेगी। बयान में कहा गया है कि सचिव ने मिल मालिकों को 15 दिन के बाद समीक्षा बैठक के लिए बुलाया है।गर्मी में लू के कारण घरेलू उत्पादन में गिरावट के बीच कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने 13 मई को गेहूं के निर्यात को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
-
मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के तहत समय से पहले निकासी पर भुगतान रुपये में किया जाएगा। वहीं परिपक्वता अवधि पूरी होने पर जमाकर्ता भौतिक सोने का विकल्प चुन सकते हैं।
स्वर्ण मौद्रीकरण योजना नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी। इस योजना का मकसद परिवारों और संस्थानों के पास सोने को निकालना और उसे उत्पादक उद्देश्य में लगाना है। दीर्घावधि में इससे देश की पीली धातु के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘परिपक्वता पर निकासी की स्थिति में जमाकर्ता के पास विकल्प चुनने का अधिकार होगा। वह इसे रुपये या सोने किसी में भी प्राप्त कर सकता है। वहीं समय से पहले निकासी पर भुगतान रुपये में ही होगा।

.jpg)

.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)






.jpg)

.jpg)
.jpg)
.jpg)


.jpg)
.jpg)

.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)

