टीसीएस का दूसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 8.4 प्रतिशत बढ़कर 10,431 करोड़ रुपये पर
मुंबई| देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा निर्यातक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 8.4 प्रतिशत बढ़कर 10,431 करोड़ रुपये रहा। टाटा समूह की कंपनी ने हालांकि कहा है कि परिचालन का माहौल अभी ‘चुनौतीपूर्ण' है और इसपर निगाह रखने की जरूरत है। हालांकि, इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि अमेरिका के उसके सबसे बड़े बाजार में मंदी, दुनिया में बढ़ती महंगाई और मुद्राओं में उतार-चढ़ाव का असर अभी उसकी ऑर्डर पाइपलाइन पर नहीं पड़ा है। टीसीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि कंपनी इन घटनाक्रमों से पूरी तरह बची रहेगी। हालांकि, साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी इन जोखिमों को जितना संभव हो सकेगा, कम करने का प्रयास करेगी। टीसीएस ने सोमवार को कहा कि सेवाओं से उसकी कुल आय आलोच्य तिमाही में 18 प्रतिशत बढ़कर 54,309 करोड़ रुपये रही। कंपनी की आय एक साल पहले 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 46,867 करोड़ रुपये जबकि शुद्ध लाभ 9,624 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, टीसीएस का परिचालन मार्जिन 1.24 प्रतिशत कम होकर 24 प्रतिशत रहा।
टीसीएस के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) समीर सेकसरिया ने कहा कि मानव संसाधन सलाहकार शुल्क में बढ़ोतरी से उसके मार्जिन पर एक प्रतिशत का प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा यात्रा और विपणन जैसे विवेकाधीन खर्च बढ़ने से यह असर और गहरा हुआ है। उन्होंने कहा कि मार्जिन को मुद्रा के उतार-चढ़ाव से फायदा मिला है। इसका प्रभाव 1.60 प्रतिशत अंक रहा है। कंपनी ने सितंबर तिमाही में शुद्ध रूप से 9,840 कर्मचारियों को नौकरी दी। इसके साथ उसके कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 6.16 लाख हो गयी है। इस मामले में वह क्षेत्र में सबसे बड़ी नियोक्ता हो गई है। टीसीएस का शेयर बीएसई में 1.84 प्रतिशत बढ़कर 3,121.20 रुपये पर बंद हुआ।
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