जैविक ई-कॉमर्स मंच को सुदृढ़ किया जा रहा है-केंद्र
नई दिल्ली। कृषि मंत्रालय ने कहा है कि जैविक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैविक खेती को खुदरा के साथ-साथ थोक खरीदारों के साथ किसानों को सीधे जोडऩे के लिए सुदृढ़ किया जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 महामारी से पीडि़त दुनिया में, स्वस्थ और सुरक्षित भोजन की मांग पहले से बढ़ रही है और इसलिए यह किसानों, उपभोक्ताओं और पर्यावरण तीनों के लिए लाभ की स्थिति हो, इस बात को भुनाने के लिए एक उपयुक्त मौका है।
मंत्रालय ने कहा कि मंडियों में भीड़भाड़ को कम करने के लिए प्रत्यक्ष विपणन का समर्थन करने के संबंध में जारी परामर्श के कारण कई राज्यों ने कानून में संशोधन किए हैं और आदेश जारी किए हैं जिससे किसानों के लिए बाजार के विकल्प बढ़ गए हैं। बयान में कहा गया है लॉजिस्टिक्स में व्यवधान, नियमित बाजारों तक पहुंच, मांग में कमी, राज्यों की संख्या और संकुल के कारण उत्पन्न बाधाओं के भीतर काम करना, इस संकट को एक अवसर में बदल देता है। उदाहरण के लिए, कोहिमा के ग्रीन कारावन ने नगालैंड के सभी गांवों से लेकर सब्जियों, हस्तशिल्प और हस्तनिर्मित जिंसों के लिए शहरी क्षेत्रों के साथ बाजार संपर्क बनाए हैं। बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, मणिपुर ऑर्गेनिक एजेंसी (एमओएमए) ने मिशन ऑर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट (एमओवीसीडी) के सभी 15 किसान उत्पादक केंद्रों को एकत्रित कर उन्हें किसानों के खाद्य उत्पादों का संग्रहण करने और उन्हें इम्फाल में संजेंथोंग और चिंगमेइरॉन्ग में के दो जैविक थोक केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जुटाया है जहां से आगे उपभोक्ताओं तक इन्हें भेजा जा सके।
Leave A Comment