दीपावली पर सोना आम खरीदारों से दूर, भारी मांग के चलते चांदी की किल्लत
इंदौर. मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में दीपावली के त्योहार से पहले सोना अपनी ऊंची कीमतों के कारण आम ग्राहकों की पहुंच से दूर हो गया है, जबकि कारोबारियों के मुताबिक खरीदारों की भारी मांग के चलते थोक बाजार में चांदी की किल्लत पैदा हो गई है। सर्राफा कारोबार के जानकारों ने बताया कि यह स्थिति इसलिए भी है क्योंकि बढ़िया प्रतिफल के कारण चांदी को निवेश के आकर्षक माध्यम के तौर पर भी देखने वाले लोगों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है। जानकारों के मुताबिक, स्थानीय सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 1,31,200 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 1,80,500 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर बिकी। सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की ऊंची कीमतों के कारण बने असामान्य हालात ने दीपावली के त्योहार की खरीदारी की तस्वीर को बदल कर रख दिया है। दीपावली की उल्टी गिनती शुरू होने के बीच दुल्हन की तरह सजे सर्राफा बाजार में सोने के जेवरात की दुकानों के मुकाबले चांदी के आभूषणों की दुकानों में ज्यादा ग्राहक नजर आ रहे हैं।
सर्राफा बाजार के कारोबारी रतन जैन ने बताया,‘‘पिछले एक साल के दौरान चांदी के भाव जिस तरह बढ़े हैं, उससे आकर्षित होकर लोग इसकी खरीद को तरजीह दे रहे हैं। जाहिर है कि बढ़िया प्रतिफल की उम्मीद के कारण चांदी में लोगों का निवेश बढ़ रहा है।" उन्होंने बताया कि गुजरे एक साल के दौरान चांदी के भाव में उछाल के कारणों में निवेशकों की मांग के साथ ही औद्योगिक उपयोग और त्योहारों की खरीदारी में इजाफा शामिल है। सर्राफा बाजार के अन्य कारोबारी जिनेंद्र डुंगरवाल ने कहा, ‘‘चांदी के भाव बढ़ने के बावजूद इसकी मांग में इजाफा हो रहा है। फिलहाल थोक बाजार में प्रचलित कीमत से 20,000 रुपये अधिक मूल्य की पेशकश पर भी चांदी मिलना मुश्किल हो गया है। हालत यह है कि हम अगर आज चांदी खरीदने का सौदा करें, तो हमें 15 दिन बाद इसकी आपूर्ति की जाएगी।'' उन्होंने बताया कि स्वर्णाभूषणों के दाम अधिक होने के कारण कई लोग चांदी के जेवरात को तोहफे में देना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। डुंगरवाल ने बताया, ‘‘शादियों का मौसम अभी दूर है, लेकिन आने वाले वक्त में सोने-चांदी के जेवरात और महंगे होने के कयासों के कारण लोग अगले साल जनवरी-फरवरी में होने वाली शादियों के लिए भी अभी से आभूषण खरीदने में जुटे हैं।'' इस बीच, दीपावली के त्योहार से पहले सोने-चांदी के आसमान छूते दामों से ग्राहकों का एक तबका निराश है। अपनी मां के साथ सर्राफा बाजार पहुंची रितिका भावसार ने कहा,‘‘निम्न मध्यम वर्ग के लोग सोना खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। इससे दीपावली के त्योहार पर उनके परिवारों की खुशियों पर असर पड़ना तय है।



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