तुर्कीए और सीरिया में भूकंप से दो हजार से अधिक लोगों की मृत्यु, भारत एनडीआरफ की टीमें और राहत सामग्री से मदद को तैयार
नई दिल्ली । तुर्कीए और सीरिया में बड़े पैमाने पर आए भूकंपों के कारण मरने वालों की संख्या दो हजार से अधिक हो गई है जबकि इस क्षेत्र में हजारों लोग घायल हुए हैं। तुर्कीए और सीरिया में 7 . 8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में मृतकों की संख्या एक हजार सात सौ हो गई है और हजारों लोग घायल हुए हैं। भूकम्प का केन्द्र सीरिया सीमा से 90 किलोमीटर गेजि़यनटेप में था।
तुर्कीए की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि देश में सोमवार को सुबह आए भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर एक हजार 498 हो गई है। सीरिया के अधिकारियों ने 810 लोगों के मारे जाने और 2,000 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि की है।
अधिकारियों ने बताया कि शक्तिशाली भूकम्प के बाद लगभग 20 झटके महसूस किये गये। इस बीच दक्षिण-पूर्वी तुर्कीए में 7. 6 तीव्रता का दूसरा भूकम्प आया। भूकंप के कारण सैकड़ों इमारतें ढह गईं। तुर्कीए के राष्ट्रपति रिसेप तैयिप एर्दोगन ने बताया है कि देश में दो हजार 818 इमारतें ढह गई हैं। 1939 के बाद देश में यह सबसे बडी आपदा है।भारत और अन्य देशों सहित अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों ने भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों में सहायता की घोषणा की है।
भारत सरकार ने तुर्किए में भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र राहत और बचाव दल भेजने का निर्णय लिया है। इसमें राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और चिकित्सा दलों के साथ राहत सामग्री भेजी जाएंगी। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉक्टर पी.के. मिश्रा ने सोमवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में ये फैसला लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप पीड़ितों को हर संभव सहायता और राहत देने के निर्देश दिये है।एनडीआरएफ की दो टीमों में सौ कर्मी विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड और आवश्यक उपकरणों के साथ भूकंप प्रभावित क्षेत्र में खोज और बचाव कार्यों के लिए जाएंगे। चिकित्सा दल में प्रशिक्षित डॉक्टर और नर्स के साथ आवश्यक दवाएं भी भेजी जाएंगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तुर्कीए और सीरिया में भूकम्प में मारे गये लोगों के प्रति सम्वेदना व्यक्त की है। एक टवीट में श्री मोदी ने कहा कि इस कठिन समय में भारत हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रॉस एडनॉम घेब्रेसियस ने कहा है कि आपातकालीन स्वास्थ्य दलों को घायलों की देखभाल और अत्याधिक प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए भेज दिया गया है।
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