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 अर्थशास्त्र के नोबेल के साथ पुरस्कारों की घोषणा प्रक्रिया पूरी हुई

 स्टॉकहोम। आर्थिक विकास पर नवाचार के प्रभाव की व्याख्या और ‘रचनात्मक विनाश' नाम की एक प्रमुख आर्थिक अवधारणा पर शोध के लिए जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को सोमवार को इस साल के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किये जाने की घोषणा के साथ सभी श्रेणियों में विजेताओं के ऐलान की प्रक्रिया पूरी हो गई। नोबेल शांति पुरस्कारों की घोषणा शुक्रवार को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में की गई थी, जबकि बाकी सभी पुरस्कारों की घोषणा स्टॉकहोम में की गई। पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को इसके संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर आयोजित किए जाएंगे इस साल के विजेता इस प्रकार हैं :
चिकित्सा
छह अक्टूबर को, मैरी ई ब्रुनको, फ्रेड रैमस्डेल और शिमॉन साकागुची को ‘पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस' से संबंधित उनकी खोजों के लिए इस साल का चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई। ब्रुनको (64) सिएटल स्थित इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम्स बायोलॉजी में वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक हैं। रैमस्डेल (64) सैन फ्रांसिस्को स्थित सोनोमा बायोथेरेप्यूटिक्स के वैज्ञानिक सलाहकार हैं, वहीं 74 वर्षीय साकागुची जापान के ओसाका विश्वविद्यालय के इम्यूनोलॉजी फ्रंटियर रिसर्च सेंटर में प्रोफेसर हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली में विषाणु, जीवाणु और अन्य हानिकारक कारकों का पता लगाने और उनसे लड़ने के लिए कई प्रणालियां होती हैं। टी कोशिकाओं जैसे प्रमुख प्रतिरक्षा योद्धाओं को हानिकारक कारकों की पहचान करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। अगर कुछ कारक इस तरह से गड़बड़ा जाते हैं कि स्वप्रतिरक्षी (ऑटो इम्यून) रोग उत्पन्न हो सकते हैं, तो उन्हें थाइमस में नष्ट कर दिया जाना चाहिए - इस प्रक्रिया को ‘सेंट्रल टॉलरेंस' (केंद्रीय सहनशीलता) कहा जाता है। नोबेल विजेताओं ने शरीर द्वारा इस प्रणाली को नियंत्रित रखने के एक अतिरिक्त तरीके का खुलासा किया।
भौतिकी
सात अक्टूबर को, जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को डिजिटल प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने वाली ‘क्वांटम टनलिंग' पर शोध के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गई। इससे एमआरआई मशीनों द्वारा अति संवेदनशील माप प्राप्त करना संभव हुआ और बेहतर मोबाइल फोन तथा तेज कंप्यूटर के लिए आधार तैयार हुआ है। क्लार्क (83) ने अपना शोध कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में किया। वहीं, मार्टिनिस(67) ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता बारबरा में तथा डेवोरेट (72) ने येल में और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता बारबरा में भी अपना शोध किया। क्वांटम यांत्रिकी का यह 100 साल पुराना क्षेत्र, असंभव प्रतीत होने वाले उप-परमाणु जगत से संबंधित है, जहां स्विच एक ही समय पर चालू और बंद हो सकते हैं और परमाणुओं के कुछ हिस्से अभेद्य प्रतीत होने वाली बाधाओं को भेदकर सुरंग बना सकते हैं। पुरस्कार विजेता तिकड़ी के काम ने इसे विश्व फलक पर व्यापक रूप से ले जाने में मदद की है, जहां इसमें कंप्यूटिंग और संचार को गति देने की क्षमता है।
रसायन
आठ अक्टूबर को, तीन वैज्ञानिकों को रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला, क्योंकि उन्होंने नई आणविक संरचनाएं विकसित की हैं जो भारी मात्रा में गैस को अपने अंदर समाहित कर सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कार्य वायुमंडल से ग्रीनहाउस गैसों को सोखने या रेगिस्तानी वातावरण से नमी इकट्ठा करने का आधार तैया करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉब्सन और उमर एम. याघी का काम ‘‘मानव जाति की कुछ सबसे बड़ी चुनौतियों को हल करने में योगदान दे सकता है।'' कितागावा (74) जापान के क्योटो विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं, जबकि 88 वर्षीय रॉब्सन ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। याघी (60) कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से संबद्ध हैं।
साहित्य
नौ अक्टूबर को, हंगरी के लेखकलास्लो क्रास्नाहोरकाई को साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गइ। पुरस्कार निर्णायक मंडल सदस्यों ने बताया, ‘‘सर्वनाशकारी आतंक'' के बीच कला की शक्ति को मजबूत करता है। उनके अतियथार्थवादी और अराजक उपन्यासों में एक निराशाजनक विश्वदृष्टि और तीखे हास्य का संगम है। लास्लो क्रास्नाहोरकाई की पहली कृति ‘‘सैटानटैंगो' के साथ ही ‘‘द मेलांकली ऑफ रेसिस्टेंस'' सहित कई कृतियों को हंगेरियन निर्देशक बेला टार ने फिल्मों में रूपांतरित किया है। क्रास्नाहोरकाई (71) हंगरी के निरंकुश प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान के मुखर आलोचक रहे हैं और खासकर रूसी आक्रमण के बाद उनकी सरकार द्वारा यूक्रेन को समर्थन न देने के विरोधी रहे हैं। उन्होंने इस साल ‘येल रिव्यू' को दिए एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘जब रूस अपने पड़ोसी देश पर आक्रमण करता है, तो कोई देश तटस्थ कैसे रह सकता है?''
शांति
वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को 10 अक्टूबर को इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की शुक्रवार को घोषणा की गई। मारिया को एक ऐसी महिला के रूप में मान्यता दी गई, जिन्होंने “गहराते अंधकार के बीच लोकतंत्र की लौ जलाए रखी है।” नोबेल शांति पुरस्कार एकमात्र नोबेल पुरस्कार है, जो ओस्लो (नॉर्वे) में प्रदान किया जाता है। मारिया इस पुरस्कार को हासिल करने वाली 20वीं महिला हैं।
अर्थशास्त्र
 आर्थिक विकास पर नवाचार के प्रभाव की व्याख्या और ‘रचनात्मक विनाश' नाम की एक प्रमुख आर्थिक अवधारणा पर शोध के लिए जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को सोमवार को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई। मोकिर(79) नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से, एगियन(69) कॉलेज डी फ्रांस और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से तथा हॉविट (79) ब्राउन यूनिवर्सिटी से हैं। नोबेल समिति ने कहा कि मोकिर ने “यह प्रदर्शित किया कि अगर एक के बाद एक नये नवाचार की स्व-उत्पादक प्रक्रिया सुनिश्चित करनी है, तो हमें न केवल यह जानना होगा कि कौन-सी चीज काम करती है, बल्कि हमें इस बात की वैज्ञानिक समझ भी हासिल करनी होगी कि वह क्यों काम करती है।” ‘रचनात्मक विनाश' से आशय इस आर्थिक अवधारणा से है कि जब एक नया और बेहतर उत्पाद बाजार में दस्तक देता है, तो पुराने उत्पाद बेचने वाली कंपनियां नुकसान में आ जाती हैं। 

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