पंजाब में भाजपा 65 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, पंजाब लोक कांग्रेस 37, शिअद (संयुक्त) 15 सीटों पर : नड्डा
नयी दिल्ली। आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 65 सीटों पर जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब लोक कांग्रेस 37 और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा नीत शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में सिंह और ढींढसा के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को यह घोषणा की और कहा कि पंजाब सीमा पर स्थित राज्य है और देश की सुरक्षा के लिए पंजाब में स्थिर और मजबूत सरकार बनना आवश्यक है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है। पाकिस्तान द्वारा पंजाब में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी और ड्रोन के माध्यम से देश की सुरक्षा को चुनौती देने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश बहुत तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है लेकिन देशविरोधी ताकतें हमेशा इसे पटरी से उतारने की कोशिश करती रहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का ही माध्यम नहीं है। सरकार बदलना ही इस चुनाव का उद्देश्य नहीं है। यह चुनाव आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित करने के लिए और पंजाब को स्थिरता देने के लिए है क्योंकि पंजाब सुरक्षित रहता है तो देश सुरक्षित रहता है।'' पंजाब की 117 विधानसभा सीट के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उसने 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि वह मात्र तीन सीट ही जीत सकी थी। वर्तमान में उसके दो ही विधायक हैं क्योंकि एक सीट पर उपचुनाव में उसके उम्मीदवार को पराजय का मुंह देखना पड़ा था। नड्डा ने कहा, ‘‘पंजाब में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) गठबंधन हुआ है। इसके तहत भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और शिअद (संयुक्त) मिलकर पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा 65 सीटों पर, पंजाब लोक कांग्रेस 37 सीटों पर और 15 सीटों पर शिअद (संयुक्त) चुनाव लड़ेगी।'' भाजपा अध्यक्ष ने पंजाब पर आज विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पंजाब पहले जहां विकास की ओर अग्रसर था, आज वह पिछड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब को आर्थिक दृष्टि से सबल बनाना भी हमारी जिम्मेदारी होती है। केंद्र-राज्य के रिश्ते स्थिरता और सुरक्षा के लिए बहुत आवश्यक है। इसलिए पंजाब में डबल इंजन की सरकार जरूरी है।'' पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और राज्य के कल्याण के लिए तीनों दलों ने गठबंधन किया है। बड़ी मुश्किल से पंजाब में शांति बहाल होने का उल्लेख करते हुए सिंह ने दावा किया कि पंजाब में बड़ी संख्या में हथियार पहुंच रहे हैं और यह सुरक्षा के लिए बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पिछले साढ़े चार साल के कार्यकाल (मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले तक) के दौरान कम से कम 1000 राइफल, 500 पिस्तौल, आरडीएक्स और बड़ी संख्या में गोला बारूद सीमाओं पर पकड़े गए थे । भाजपा ने शुक्रवार को पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 34 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। पार्टी की इस सूची में किसान परिवारों के 12 नेताओं, 13 सिखों और आठ दलितों को टिकट दिया गया था। अमरिंदर सिंह ने भी 22 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है, जिसमें भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान अजितपाल सिंह को नकोदर से प्रत्याशी बनाया गया है। अमरिंदर खुद पटियाला शहर सीट से चुनाव लड़ेंगे।
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