प्रधानमंत्री मोदी ने किया द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन
गुरुग्राम (हरियाणा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को द्वारका एक्सप्रेसवे के 19 किलोमीटर लंबे हरियाणा खंड का उद्घाटन किया, जिससे यातायात सुगम बनेगा और राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर दिल्ली तथा गुरुग्राम के बीच यातायात जाम कम तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है, जिसमें से 18.9 किमी का हिस्सा हरियाणा में पड़ता है, जबकि शेष 10.1 किमी दिल्ली में है। नौ मार्च, 2019 को तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और नितिन गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी थी। एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक सभा को संबोधित किया और कहा कि यह दिल्ली और हरियाणा के बीच यात्रा के अनुभव को हमेशा के लिए बदल देगा और इससे न केवल वाहनों बल्कि क्षेत्र के लोगों के जीवन का ‘‘गियर'' भी बदल जाएगा। उन्होंने कहा "द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन और 112 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का आरंभ देश के बुनियादी ढांचे के विकास में एक मील का पत्थर है। द्वारका एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।" प्रधानमंत्री ने लंबे समय से लंबित कई ऐसी परियोजनाओं का उल्लेख किया जिन्हें वर्तमान सरकार द्वारा पूरा किया गया है जैसे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (2008 में घोषित) 2018 में पूरा हुआ। इसी प्रकार द्वारका एक्सप्रेस-वे भी पिछले 20 साल से अटका हुआ था। उन्होंने कहा “आज हमारी सरकार जिस काम का शिलान्यास करती है, उसे समय पर पूरा करने के लिए उतनी ही मेहनत करती है और तब हम ये नहीं देखते हैं कि चुनाव हैं या नहीं। मोदी ने कहा, ‘‘आज आप देख लीजिए…देश के गांवों को लाखों किलोमीटर ऑप्टिक फाइबर केबल्स से जोड़ा गया है।'' प्रधानमंत्री ने यहां रोड शो भी किया।
उन्होंने कहा एक्सप्रेसवे के निर्माण से ग्रामीण भारत के लिए बहुत सारे अवसर खुलते हैं, जिसका द्वारका एक्सप्रेसवे अपने आप में एक बड़ा उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को समय पर सफलतापूर्वक पूरा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने द्वारका एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे सहित बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को समय पर पूरा किया है। उन्होंने कहा "मेट्रो लाइनों के विस्तार और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के निर्माण के साथ-साथ इन परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्र में यातायात को आसान करना और प्रदूषण को कम करना है।" प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अच्छी सड़कों के विकास से दो-पहिया और चार-पहिया ऑटोमोबाइल कंपनियों को भी मदद मिलती है। उन्होंने कहा "एक्सप्रेसवे के निर्माण से औद्योगिक गलियारों के विकास में भी मदद मिलती है जिससे रोजगार के अधिक अवसर पैदा होते हैं।" प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार 9000 किलोमीटर उच्च गति-पहुंच नियंत्रित राजमार्गों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिनमें से 4,000 किलोमीटर का निर्माण पूरा हो चुका है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे, अतीत में, वह क्षेत्र जहां अब एक्सप्रेसवे बनाया गया है, असुरक्षित माना जाता था, लोग सूर्यास्त के बाद वहां जाने से बचते थे, लेकिन आज यह क्षेत्र जहां अब एक्सप्रेसवे बनाया गया है, यह कारपोरेट जगत के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है। आठ लेन वाले द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण केंद्र की 60,000 करोड़ रुपये की राजमार्ग विकास योजना के तहत 9,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। द्वारका एक्सप्रेसवे का 19 किलोमीटर लंबा ‘हरियाणा खंड' लगभग 4,100 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस खंड के तहत दो पैकेज शामिल हैं। पहले पैकेज के तहत दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से बसई रेल-ओवर-ब्रिज (आरओबी) तक की 10.2 किलोमीटर लंबी सड़क आती है। दूसरे पैकेज के तहत बसई रेल-ओवर-ब्रिज से खेड़की दौला तक 8.7 किमी लंबी सड़क आती है। यह दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और गुरुग्राम बाईपास से सीधा संपर्क भी प्रदान करेगा। इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी उपस्थित थे। गडकरी ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे एक अत्याधुनिक परियोजना है। उन्होंने कहा "सरकार ने द्वारका एक्सप्रेसवे के ठेके देने में अनुमान के मुकाबले निर्माण लागत में 20 प्रतिशत की बचत की।" उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में सड़कों, राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 65,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं हैं। उन्होंने कहा इनमें से 35,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और बाकी दिसंबर तक पूरी हो जाएंगी। गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेसवे का डिज़ाइन यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी दुकान या घर इसके मार्ग पर अतिक्रमण न करें। एक बार पूरी तरह से चालू होने के बाद द्वारका एक्सप्रेसवे पिछले छह वर्ष में एनसीआर में चालू होने वाला पांचवां एक्सप्रेसवे होगा। इसका निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा किया जा रहा है।
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