12 साल तक बिना पेट के जीने वाली फूड ब्लॉगर नताशा डिड्डी का निधन
नई दिल्ली। 'द गटलेस फूडी' के नाम से जानी जाने वाली पॉपुलर फूड ब्लॉगर नताशा डिग्गी का महाराष्ट्र के पुणे में निधन हो गया है। उन्होंने 50 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। उनके पति ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर उनके निधन की जानकारी दी। उनकी मौत होने के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन उनके द्वारा दिए गए कुछ पुराने इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्हें उल्टी, मतली आने के साथ ही चक्कर आने जैसी भी समस्या थी। चलिए विस्तार से जानते हैं पूरी खबर के बारे में।
बिना पेट के जी रही थीं नताशा
नताशा दुनिया की ऐसी पॉपुलर फूड ब्लॉगर थीं, जो पिछले 12 सालों से बिना पेट के जिंदगी जी रही थीं। दरअसल, ट्यूमर का पता लगने के बाद ही उनका पेट निकाल दिया गया था। नताशा पेशे से शेफ थीं और वे अपना खुद का फूड ब्लॉगर चैनल भी चलाती थीं। वे कई लोगों की पसंदीदा फूड ब्लॉगर थीं। पिछले कुछ इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि वे डंपिंग सिंड्रॉम नामक बीमारी से पीड़ित थीं। इसके चलते उन्हें उल्टी, मतली आदि जैसे लक्षण महसूस हो रहे थे।
क्या है डंपिंग सिंड्रोम?
डंपिंग सिंड्रोम पेट से जुड़ी एक बीमारी है, जिसमें उल्टी, मतली, दस्त, खाना खाने के बाद चक्कर आने या फिर थकान आदि जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। इस स्थिति में आप द्वारा खाए जाने वाला हाई शुगर फूड तुरंत पेट के रास्ते छोटी आंत में पहुंच जाता है। कई बार पेट की सर्जरी होने के बाद यह समस्या हो सकती है। ऐसे में खाना आपके पेट में टिकने के बजाय सीधा आंतों में पहुंच जाता है। ऐसे में आतों तक बिना पचा हुआ खाना पहुंचता है, जिससे पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
डंपिंग सिंड्रोम से बचने के तरीके
-डंपिंग सिंड्रोम से बचने के लिए आपको ज्यादा खाना खाने के बजाय कम और हल्का भोजन करना चाहिए।
-डंपिंग सिंड्रोम से बचने के लिए आपको कार्बोहाइड्रेट्स खाने के बजाय प्रोटीन और हेल्दी फैट्स से भरपूर डाइट लेनी चाहिए।
-खाना खाने से 30 मिनट पहले तक आपको पानी नहीं पीना चाहिए।
-ऐसे में चीनी या फिर जंक फूड खाने से परहेज करें।
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