भाजपा ने गरीब राज्यों की कमर तोड़ दी है, झारखंड को नींबू की तरह निचोड़ दिया: हेमंत सोरेन
रांची:। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि इसने करीब दो दशक तक ‘‘राज्य को नींबू की तरह निचोड़ा’’ और गरीब राज्यों की कमर तोड़ दी है।
सोरेन ने एक साक्षात्कार में दावा किया, ‘‘भाजपा ने पिछले 20 वर्षों में झारखंड को नींबू की तरह निचोड़ दिया लेकिन अब यह बंद होना होगा। गाय को हम खिलाते हैं और दूध वे ले जाते हैं। अब इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने झारखंड की संपदा को लूटा। यह विडंबना ही है कि खनिज संसाधनों से समृद्ध झारखंड सबसे गरीब राज्यों में से एक बन गया है।’’उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम संसाधनों - कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, डोलोमाइट से समृद्ध हैं लेकिन हमारा राजस्व संग्रह केंद्र सरकार की जीएसटी व्यवस्था से बाधित है जिसने झारखंड जैसे राज्यों की कमर तोड़ दी है। इसने हमारी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया।’’
सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बार-बार पत्र लिखने के बावजूद राज्य को 1.36 लाख करोड़ रुपये का कोयला बकाया अभी तक नहीं मिला है।उन्होंने भाजपा पर ‘‘सत्ता हथियाने के लिए विभाजनकारी राजनीति, हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण और सांप्रदायिक घृणा के तय एजेंडे’’ पर काम करने का आरोप लगाया तथा दावा किया कि यह देश का दुर्भाग्य है कि स्वस्थ राजनीतिक प्रतिस्पर्धा खत्म हो रही है।’’
सोरेन ने आरोप लगाया, ‘‘उनके (भाजपा) पास विकास, रोजगार या आर्थिक समृद्धि के लिए कोई एजेंडा नहीं है। उन्हें सिर्फ एक एजेंडा पता है और वह है विभाजन का। वे विभाजनकारी राजनीति की बात करते हैं, सांप्रदायिक नफरत को बढ़ावा देते हैं और हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण को बढ़ावा देते हैं।’’उन्होंने दावा किया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ‘‘एक आदिवासी मुख्यमंत्री का पांच साल का कार्यकाल पूरा करना पचा नहीं सकी।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को कमजोर करने के लिए समय से पहले चुनाव कराए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री सोरेन ने केंद्र सरकार पर ‘‘खरीद फरोख्त में माहिर’’ होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नीत केंद्र सरकार खरीद-फरोख्त में माहिर है। वे विधायकों, सांसदों की खरीद-फरोख्त करने और सरकारें गिराने में विशेषज्ञ हैं।’’सोरेन ने दावा किया, ‘‘ जब से हम सत्ता में आए हैं उन्होंने हम पर अप्रासंगिक आरोप लगाए, षड्यंत्र रचे और बदनाम करने वाले अभियान चलाए। उन्होंने सोचा कि वे हमारी पार्टी को तोड़ सकते हैं, हमारे विधायकों को खरीद सकते हैं, लेकिन लोगों के आशीर्वाद से मैं पहले से कहीं अधिक मजबूत होकर बाहर आया।’’उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘अगर प्रधानमंत्री मोदी का बस चलता तो वह झारखंड चुनाव जीतने के लिए विदेश से स्टार प्रचारक लाते।’’
झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में होगा।
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