केजी शंकर पिल्लई ‘एझुथाचन पुरस्कार' के लिए चुने गए
तिरुवनंतपुरम,। प्रख्यात कवि केजी शंकर पिल्लई को मलयालम भाषा और साहित्य में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए केरल सरकार के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ‘एझुथचन पुरस्कारम' के लिए चुना गया है। राज्य के संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने शनिवार को यहां पुरस्कार की घोषणा की और मलयालम कविता पर पिल्लई के उल्लेखनीय प्रभाव की प्रशंसा की। मंत्री ने कहा, ‘‘पिछले पांच दशकों में उनकी काव्य रचनाओं ने प्रत्येक मलयाली को गौरव के क्षण का आभास कराया है।'' पिल्लई को इस पुरस्कार के लिए लेखक एन.एस. माधवन की अध्यक्षता वाले निर्णायक मंडल ने चुना है। साहित्यकार के.आर. मीरा, डॉ. के.एम. अनी निर्णायक मंडल के सदस्य हैं तथा केरल साहित्य अकादमी के सदस्य सचिव सी.पी. अबूबकर निर्णायक मंडल सचिव थे। मलयालम कविता के क्षेत्र में एक उच्च स्थान रखने वाले पिल्लई को इससे पहले 1998 और 2002 में केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार मिल चुका है। उनके बहुप्रशंसित संग्रहों में ‘केजीएस कविताकल' और ‘केजी शंकर पिल्लैयुडे कविताकल' शामिल हैं जिनका कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।

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