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- रायपुर। भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय, नई दिल्ली में ‘सरदार@150 एकता मार्च’ अभियान हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में भाजपा छत्तीसगढ़ प्रतिनिधि मंडल ने शामिल होकर कार्यशाला की विभिन्न विषयगत चर्चाओं में सहभागिता की।कार्यशाला में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने देश भर से पहुचे भाजपा पदाधिकारियों को मार्गदर्शन प्रदान कर कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी। 'एकता मार्च’ के माध्यम से देशभर के युवाओं में एकता, अनुशासन, और देशभक्ति की भावना को सशक्त बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने के लिए युवाओं को सक्रिय सहभागिता हेतु प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान के तहत देशभर में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। छत्तीसगढ़ भी इस अभियान में बढ़ चढकर सहभागी बनेगा।कार्यशाला में भाजपा छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी प्रदेश महामंत्री डॉ. नवीन मार्कण्डेय, प्रदेश उपाध्यक्ष जी. वेंकटेश्वर, प्रदेश मंत्री जितेन्द्र वर्मा, सुश्री ऋतु चौरसिया, जिला उपाध्यक्ष अंबिकेश केशरी सहित विभिन्न प्रदेशों से आए भाजपा पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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-मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित कार्यशाला में हुए शामिल*
रायपुर // मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित सिविल लाइन के कन्वेंशन हॉल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यशाला में शामिल हुए और इसका शुभारंभ किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गत वर्ष भी इसी सभागार में जनजातीय गौरव दिवस की कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित हुई थी, जिसे पूरे प्रदेश में उत्साहपूर्वक मनाया गया। जशपुर में आयोजित 10 किलोमीटर लंबी पदयात्रा में केंद्रीय मंत्री श्री मनसुख मांडविया शामिल हुए थे, जिसमें जनजातीय समाज की पारंपरिक वेशभूषा, व्यंजन, आभूषण और संस्कृति का आकर्षक प्रदर्शन किया गया था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा था कि ऐसे आयोजन देशभर में प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लेकर जनजातीय नायकों की गौरवशाली विरासत को सम्मानित किया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने पहली बार आदिवासी कल्याण मंत्रालय का गठन कर जनजातीय समाज के सम्मान और उत्थान की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया था।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में पीएम जनमन योजना और प्रधानमंत्री धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में तीव्र गति से विकास कार्य हो रहे हैं। जनमन योजना के अंतर्गत प्रदेश में 2,500 किलोमीटर सड़कों का निर्माण और 32,000 प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए हैं।उन्होंने बताया कि नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ के 14 जनजातीय विद्रोहों और अमर शहीद वीर नारायण सिंह के जीवन पर आधारित ट्राइबल म्यूजियम का निर्माण किया गया है, जो आदिवासी इतिहास और गौरव की धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में हमारी सरकार की एक बड़ी पहल है। मुख्यमंत्री ने शिक्षाविदों और प्रबुद्धजनों से आग्रह किया कि जनजातीय गौरव और इतिहास को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाए, ताकि नई पीढ़ी अपने पूर्वजों की समृद्ध विरासत से प्रेरणा ले सके।उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि यह कार्यशाला हमारे जनजातीय समाज की समृद्ध परंपराओं और इतिहास को रेखांकित करने के साथ-साथ आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इसका उद्देश्य जनजातीय समाज के उत्थान के लिए ठोस रणनीति बनाना तथा उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और रोजगार से जोड़ना है।आदिम जाति विकास एवं कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम ने कहा कि इस कार्यशाला की रूपरेखा आप सभी प्रबुद्धजनों द्वारा तैयार की जाएगी और राज्य सरकार उसी दिशा में ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रदेश के लगभग सभी जिलों में जनजातीय गौरव दिवस का सफल आयोजन हुआ था, इस वर्ष इसे और अधिक प्रभावी और भव्य रूप से मनाने का प्रयास किया जाएगा।वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि पिछले वर्ष आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में 70,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया था। इस आयोजन से यह संदेश पूरे देश में गया कि छत्तीसगढ़ ने जनजातीय समाज के उत्थान को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है। हमारे महान जनजातीय नायकों की बदौलत हमें यह समृद्ध विरासत प्राप्त हुई है, जिसे सहेजकर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के महामंत्री श्री योगेश बापट ने कहा कि जनजातीय समाज आत्मनिर्भर समाज है और उसके गौरव को पुनः स्थापित करना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जनजातीय समाज के उत्थान के लिए विशेष रूप से समर्पित हैं। उन्होंने आग्रह किया कि इस कार्यशाला के माध्यम से ऐसी ठोस योजनाएं तैयार की जाएं जो जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को और ऊंचा उठाने में सहायक बनें।इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग डॉ. सारांश मित्तर, संचालक रोजगार एवं प्रशिक्षण श्री विजय दयाराम के., विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्य तथा विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। - -* पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 डिप्टी कमाण्डर, पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्य, उत्तर ब्यूरो टेक्निकल टीम (डीवीसीएम), माड़ डिवीजन स्टाप टीम एसीएम, पार्टी सदस्य, कुतुल एलजीएस सदस्य, जनताना सरकार सदस्य और मिलिशिया सदस्य सहित 16 माओवादियों ने समाज की मुख्य धारा में जुड़ने की ली शपथ।*-* वर्ष 2025 में कुल 192 बड़े/छोटे कैडर के माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण।*--* आत्मसमर्पित माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 50 हजार का चेक किया गया प्रदाय और उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।*-* सरेण्डर नक्सलियों ने इंट्रोगेशन में किया खुलासा - शीर्ष कैड़र के माओवादी लीडर्स आदिवासियों के सबसे बड़े और असली दुश्मन, समानता और न्याय के झूठे सपने दिखाकर बस्तर के लोगों बनाते हैं गुलाम*नारायणपुर। नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर आज दिनांक 08-10-2025 को श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.), पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के समक्ष पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 डिप्टी कमाण्डर, पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्य, उत्तर ब्यूरो टेक्निकल टीम (डीवीसीएम), माड़ डिवीजन स्टाप टीम एसीएम, पार्टी सदस्य, कुतुल एलजीएस सदस्य, जनताना सरकार सदस्य और मिलिशिया सदस्य सहित 16 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया।आत्मसमर्पित माओवादी नक्सली ने इंट्रोगेशन के दौरान खुलासा किया कि ‘‘शीर्ष कैड़र के माओवादी लीडर्स आदिवासियों के सबसे बड़े और असली दुश्मन हैं, वो आदिवासियों के सामने उनके जल, जंगल और जमीन की रक्षा, समानता का अधिकार और न्याय दिलाने, जैसे दर्जनों झूठे सपने दिखाकर बस्तर के लोगों गुलाम बनाते हैं। नक्सली संगठन में स्थानीय मूल के नक्सलियों का बहुत शोषण होता है इससे इनकार नहीं कर सकते किन्तु महिला नक्सलियों का तो जीवन ही नर्क बन चूकी है। महिला नक्सलियों का शारीरिक और मानसिक दोनो तरीके से भरपूर शोषण होता है। शहरों और विदेशों में बसाने के सपने दिखाकर अधिकतर नक्सली लीडर्स इनके साथ व्यक्तिगत दासी की तरह व्यवहार करते हैं।"आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादी नक्सलियों को अच्छी जिंदगी जीने के लिये 50-50 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया। आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।आत्मसमर्पण के दौरान श्री रोशन सिंह आसवाल सेनानी 38वीं वाहिनी आईटीबीपी, श्री मोहम्मद इजराईल कमांडेंट बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय नारायणपुर, श्री बीएस चंदेल टूआईसी/ कार्यवाहक सेनानी 133वीं वाहिनी बीएसएफ, श्री एनएस कुटियाल टूआईसी 133वीं वाहिनी बीएसएफ, डिप्टी कमांडेंट सही जयदीप अग्रवाल बीएसएफ, सहायक सेनानी श्री गुंजन कुमार 29वीं वाहिनी आईटीबीपी, अति.पुलिस अधीक्षक भापुसे श्री अजय कुमार, अति.पुलिस अधीक्षक श्री सुशील कुमार नायक, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री लौकेश बंसल, उप पुलिस अधीक्षक श्री परवेज कुरैशी, उप पुलिस अधीक्षक श्री आशीष नेताम, सहित मीड़ियाकर्मी, पत्रकार, पुलिस अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।आत्मसमर्पित के नाम, पद और राज्य सरकार द्वारा घोषित ईनाम की राशि –1- पोदिया मरकाम उर्फ रतन उर्फ फगनू पिता सोमारू उम्र 34 वर्ष जाति मुरिया निवासी पोल्लेवाया पंचायत किंरगेल थाना बंगापाल जिला बीजापुर छत्तीसगढ़।धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 डिप्टी कमाण्डरईनाम की राशि : 08 लाख2- मनोज दुग्गा उर्फ संकेर उर्फ शंकर उर्फ भारत पिता स्व0 धनाजी उम्र 35 वर्ष जाति गोण्ड निवासी कुदुरपाल पंचायत गवाड़ी थाना आमाबेड़ा जिला कांकेरधारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख3- सुमित्रा उर्फ सन्नी कुर्साम पिता स्व0 बोजा उम्र 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी $ पंचायत मनकेली थाना$ जिला बीजापुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख4- मड्डा कुंजाम उर्फ सोनारू पिता लखमू उम्र 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी टाडोम पंचायत थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर ।धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख5- रवि उर्फ गोपाल वड्डे पिता आयतूराम उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी छोटे परलनार / गदाडी पंचायत कोडोली थाना ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख6- कारे कोर्राम पिता बुधू उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी ओयंगेर पंचायत मण्डाली थाना ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख7- वनीला फरसा पिता स्व0 मोड्डी उम्र 35 वर्ष निवासी माडोडा पंचायत कुतुल थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-6 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख8- श्री गावडे उर्फ दिवाकर पिता स्व0 बैसाखू गावडे उम्र 45 वर्ष जाति गोण्ड निवासी कुर्सेबोडी पंचायत कडमें थाना दुर्गकोंदल जिला कांकेरधारित पद : उत्तर ब्यूरो टेक्निकल टीम (डीवीसीएम)ईनाम की राशि : 08 लाख9- बुधू उर्फ कमलेश उसेण्डी पिता सुक्कू उम्र 32 वर्ष जाति माड़िया निवासी कोडेलियार मिचिंगपारा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़।धारित पद : माड़ डिवीजन स्टाप टीम एसीएमईनाम की राशि : 05 लाख10- सोमलो कश्यप उर्फ मनीषा पिता पीलू राम उम्र 23 वर्ष निवासी रेंगाबेड़ा पंचायत पोच्चोवाडा थाना ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : कुतुल एलजीएस सदस्यईनाम की राशि : 01 लाख11- नरसू वड्डे पिता जोगा उम्र 25 वर्ष जाति माडिया निवासी जटवर पंचायत घमण्डी थाना सोनपुर जिला नारायणपुर।धारित पद : घमण्डी पंचायत जनताना सरकार सदस्य12- सोनू जटी पिता अडवे उम्र 31 वर्ष जाति माडिया निवासी जटवर पंचायत घमण्डी थाना सोनपुर जिला नारायणपुर।धारित पद : घमण्डी पंचायत जनताना सरकार13- इरगू वड्डे पिता विज्जा उम्र 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी कोड़पारा पंचायत गोमांगाल थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गूमरका पंचायत जनताना सरकार सदस्य14- बुधनी गोटा उर्फ रेश्मा पिता स्व0 फगलू उम्र 24 वर्ष जाति माड़िया निवासी अरवेल/ कुमुडआदी पंचायत जाटलूर थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गुमरका पंचायत मिलिशिया सदस्य15- राजे गोटा उर्फ वनिता पिता कोसा उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया निवासी अरवेल/ कुमुडआदी पंचायत जाटलूर थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गुमरका पंचायत मिलिशिया सदस्य16- मासे गोटा उर्फ ललिता पिता महरू गोटा उम्र 20 वर्ष जाति माड़िया निवासी अरवेल/ कुमुडआदी पंचायत जाटलूर थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गुमरका पंचायत मिलिशिया सदस्यएसपी नारायणपुर श्री रोबिनसन गुरिया (भा.पु.से.) ने कहा कि- अबूझमाड़ दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थतियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतो के आकर्षण से बाहर निकालना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्म समर्पण पुर्नवास नीति को अपनाकर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर हथियार एवं नक्सलवाद विचारधारा का पूर्णतः त्याग एवं विरोध करें। अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों को सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके।पुलिस महानिरीक्षक श्री सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) ने कहा कि-* वर्ष 2025 में माआवेादी संगठनों के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा बलो के द्वारा भारी क्षति पहुंचाई गई है। प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है। अतः माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुड़ें।
- -नारायणपुर में 16 माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में की वापसी-आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति और ‘पूना मारगेम : पुनर्वास से पुनर्जीवन’ अभियान से बस्तर में लौटी शांति की उम्मीदरायपुर।, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि बस्तर बदल रहा है — अब यहां बंदूक और बारूद का धुआं नहीं, बल्कि विकास और विश्वास की बयार बह रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार की “आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025” और “पूना मारगेम : पुनर्वास से पुनर्जीवन” जैसे मानवीय अभियानों ने उन लोगों के दिलों में आशा का दीप जलाया है, जो कभी भटककर लाल आतंक के रास्ते पर चले गए थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज नारायणपुर जिले में 16 माओवादी कैडरों ने हिंसा का मार्ग त्यागकर मुख्यधारा में लौटने का साहसिक निर्णय लिया है। आत्मसमर्पण करने वाले इन कैडरों पर कुल ₹48 लाख का इनाम घोषित था। उन्होंने अब शांति, शिक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन की नई राह चुनी है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों पर जन-जन का विश्वास बढ़ा है और सुरक्षा बलों की दृढ़ता ने विकास और विश्वास का माहौल स्थापित किया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले 20 महीनों में कुल 1,837 माओवादी हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। यह परिवर्तन इस बात का साक्षी है कि “डबल इंजन सरकार” की नीतियां न केवल शांति ला रही हैं, बल्कि बस्तर को एक नए युग की ओर अग्रसर कर रही हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य केवल नक्सलवाद को समाप्त करना नहीं, बल्कि बस्तर के हर गांव तक विकास, शिक्षा और आत्मनिर्भरता की रोशनी पहुँचाना है।
- -राज्य में 33 हजार से अधिक श्रद्धालु कर चुुके है रामलला के दर्शनरायपुर, । आज रायपुर रेलवे स्टेशन से रायपुर संभाग के 850 तीर्थ यात्रियों को लेकर स्पेशल ट्रेन प्रभु श्री रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या धाम रवाना हुई। इस यात्रा के दौरान तीर्थ यात्री काशी भी जाएंगे और वहां विश्वनाथ जी के दर्शन भी करेंगे।इस अवसर पर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, इंद्र कुमार साहू, अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा एवं प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया एवं श्रद्धालुओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला प्रशासन, पर्यटन, रेलवे और आईआरसीटीसी के अधिकारी-कर्मचारी एवं मीडिया प्रतिनिधि भी मौजूद थे।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार की श्री रामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना का उद्देश्य प्रदेशवासियों को प्रभु श्री रामलला के दर्शन कराना है। अब तक इस योजना के माध्यम से कुल 39 ट्रेनों से 33 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को निःशुल्क अयोध्या धाम एवं काशी विश्वनाथ की यात्रा करायी जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत श्रद्धालुओं के लिए नाश्ता, भोजन, चिकित्सा तथा ठहरने की व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से निःशुल्क किया जाता है।रायपुर रेलवे स्टेशन में आज अयोध्या धाम यात्रा पर जाने का श्रद्धालुओं में अत्याधिक उत्साह का वातावरण था। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से अयोध्या धाम एवं काशी विश्वनाथ की यात्रा का उनका सपना पूरा होने जा रहा था। श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल का इस यात्रा हेतु आभार व्यक्त किया।
- -जनजातीय संस्कृति, परंपराओं की झलक बिखेरेंगे नर्तक दल-छत्तीसगढ़ में डेढ़ माह तक मनाया जाएगा करमा महोत्सवरायपुर ।छत्तीसगढ़ जनजातीय कला, संस्कृति और परंपराओं की विविधता से परिपूर्ण राज्य है। यहां की आदिवासी संस्कृति, लोक नृत्य, लोकगीत और पारंपरिक पर्व न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन हेतु निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में पूरे राज्य में भव्य करमा महोत्सव 2025 का आयोजन किया जा रहा है। करीब डेढ़ माह तक चलने वाला यह कार्यक्रम 04 चरणों में आयोजित होगी। ग्राम स्तर पर इसकी शुरूआत 01 अक्टूबर से हो चुकी है। समापन राज्य स्तर पर 15 नवंबर को होगा। इसमें राज्य के अनुसूचित क्षेत्र, माडा पाकेट क्षेत्र एवं विशेष रूप से सरगुजा एवं बिलासपुर संभाग के ग्राम शामिल होंगे। सरगुजा संभाग अंतर्गत जिले सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, सूरजपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और बिलासपुर संभाग अंतर्गत बिलासपुर, कोरबा, रायगढ जिले में होगा।चार चरणों में आयोजित होगी करमा महोत्सव, बिखरेगी सांस्कृतिक छटाकरमा महोत्सव ग्राम पंचायत स्तर, विकासखंड, जिला और राज्य स्तर परं आयोजित की जाएगी। ग्राम स्तर पर 01 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक, विकासखंड स्तर पर 16 से 31 अक्टूबर तक, जिला स्तर पर 01 नवंबर से 07 नवंबर तक और राज्य स्तर पर 08 नवंबर से 15 नंवबर तक मनाया जाएगा। करमा महोत्सव में करमा नृत्य, करमा गीत, जनजातीय लोक गायकों का प्रतिनिधित्व एवं जनजातीय समुदायों में प्रचलित परम्परागत वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन किया जाएगा। विकासखण्डों के अंतर्गत आने वाले चयनित ग्राम पंचायत में करमा त्यौहार कार्यकम आयोजन प्रति ग्राम 02 हजार रूपए के मान से तथा विकास खंड स्तरीय कार्यक्रम हेतु प्रति वि.ख. 01 लाख तथा जिला स्तर में कार्यक्रम हेतु राशि 5 लाख रूपए तथा राज्य स्तरीय कार्यक्रम हेतु क्षेत्र एवं बजट उपलब्धता के आधार पर उपलब्ध करायी जायेगी। विकासखण्ड स्तर पर चयनित 02 करमा नर्तक दलों को चिन्हांकित करते हुए जिलों में कार्यक्रम के प्रस्तुतीकरण हेतु भेजा जाएगा। जिला स्तर से चयनित 01 करमा नर्तक दलों को राज्य स्तर में प्रस्तुतीकरण हेतु भेजा जायेगा।राज्य स्तर पर प्रथम स्थान हासिल करने वाले करमा नर्तक दल को मिलेंगे 02 लाख रूपए पुरस्कारजिला स्तर पर आयोजित जनजातीय करमा महोत्सव में प्रथम आने वाले को 50 हजार द्वितीय को 25 हजार एवं तृतीय आने वाले दल को 15 हजार रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त जिला स्तरीय समिति द्वारा अनुशंसित नर्तक दल को 10,000 रूपए के मान से सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसी तरह राज्य स्तर पर आयोजित जनजातीय करमा महोत्सव में प्रथम आने वाले दल को 02 लाख रूपए, द्वितीय को 01 लाख रूपए एवं तृतीय आने वाले दल को 50 हजार रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त राज्य स्तरीय समिति द्वारा अनुशंसित नर्तक दल को 25 हजार रूपए के मान से सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा। राज्य स्तरीय करम महोत्सव के आयोजन के लिए स्थान का निर्धारण बाद में किया जाएगा।करमा महोत्सव 2025 का आयोजन संचालक, आदिम जाति अनुसंधान तथा प्रशिक्षण संस्थाना नवा रायपुर के समन्वय एवं मार्गदर्शन में आयोजित किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम के साथ-साथ विभिन्न चरणों में जनजातीय लोक गायकों का प्रतिनिधित्व एवं जनजातीय समुदायों में प्रचलित परम्परागत वाद्य यंत्रों आदि की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।करम महोत्सव विभिन्न स्तरों मेंप्रत्येक ग्राम की करमा नृत्य दल का चयन ग्राम स्तर पर किया जाएगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत केवल एक ही दल को विकासखण्ड स्तर के महोत्सव के लिए चयनित करेंगें। विकासखण्ड मुख्यालय में होने वाले प्रदर्शन के आधार पर प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले करम नृत्य दल जिला स्तर में आयोजित होने वाले महोत्सव में अपनी प्रस्तुतीकरण देंगें। जिला स्तर के प्रस्तुतीकरण में अपने जिले से प्रथम स्थान पाने वाला दल प्रदेश स्तरीय नृत्य महोत्सव में अपना प्रस्तुतीकरण देंगें।जिला एवं राज्य स्तर में प्रदर्शन करने वाली प्रत्येक करमा नृत्य दल को प्रदर्शन हेतु अधिकतम 15 मिनट की समय-सीमा निर्धारित है। राज्य स्तर पर प्रदर्शन करने वाले प्रत्येक करमा नृत्य दल अपने पारंपरिक वेशभूषा एवं वाद्ययंत्रों के साथ प्रस्तुतीकरण करेंगें। करम महोत्सव आयोजन में सम्मिलित होने वाले जिले एवं प्रदेश स्तर के प्रतिभागी महिला एवं पुरुषों के लिए परिवहन, भोजन और आवास की समूचित व्यवस्था की जाएगी। मुख्य कार्यकम के साथ-साथ विभिन्न चरणों में जनजाति लोक गायकों का प्रतिनिधित्व एवं जनजाति समुदायों में प्रचलित परम्परागत वाद्ययंत्रों आदि की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।करमा विशेष प्रकार का पूजनीय और मनोकामना पूर्ण करने वाला वृक्षकरमा महोत्सव मनाए जाने का उद्देश्य जनजातीय समुदायों द्वारा मनाये जाने वाले त्यौहारों में करम उत्सव एक महत्वपूर्ण उत्सव है। इसके साथ ही सेंदों दो नृत्य एवं अन्य स्थानीय नृत्यों को भी महोत्सव के माध्यम से जनजातीय संस्कृति एव परम्परा को संरक्षित करना तथा मूल स्वरूप में आगामी पीढी को हस्तांतरण तथा सांस्कृतिक परम्पराओं को अभिलेख करना है। करम अर्थात विशेष प्रकार का पूजनीय और मनोकामना पूर्ण करने वाला वृक्ष माना जाता है। करमा डाल को करम राजा, करम सेनी के नाम से पुकारा जाता है। करम राजा अर्थात् देवता एवं करम सेनी अर्थात् देवी। सरगुजा संभाग के सभी जिलों में देवता के रूप में तथा जिला रायगढ में देवी के रूप में करम सेनी की सेवा की जाती है। इस त्यौहार के माध्यम से जनजातीय संस्कृति, उनके पारंपरिक रीति-रिवाज और कला संस्कृति का बढावा देना और संरक्षित करना है। राज्य में करम उत्सव को चार भिन्न-भिन्न उद्देश्यों के साथ अगस्त-सितम्बर माह (भादो) से अक्टूबर-नवम्बर माह (कार्तिक) तक संपूर्ण सरगुजा संभाग के जिले एवं रायगढ, महासमुंद, कोरबा बिलासपुर एवं गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिलों में स्थानीय जनजातीय समूहों के द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
- -हार्ट की बड़ी नसों से सुरक्षित निकाला गया गाँठ-अम्बेडकर अस्पताल में थाइमस ग्रंथि के आक्रामक कैंसर की गाँठ को हटाने 5 घंटे चली दुर्लभ सर्जरी- हार्ट की बड़ी नसों से सुरक्षित निकाला गया गाँठरायपुर। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर के डॉक्टरों ने एक बार फिर 35 वर्षीय युवक के हृदय से चिपकी 11x7 सेंटीमीटर की जटिल कैंसरग्रस्त गांठ की सफल सर्जरी कर मरीज को नई जिंदगी दी है। मरीज को थाइमस ग्रंथि से उत्पन्न होने वाला दुर्लभ और आक्रामक कैंसर - इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस (Invasive carcinoma of thymus) नामक बीमारी थी। पाँच घंटे चले जटिल ऑपरेशन के बाद गांठ को सफलतापूर्वक निकाल दिया गया। कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष गुप्ता और हार्ट सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत साहू के नेतृत्व में सर्जन की टीम ने हार्ट और फेफड़े से चिपके कैंसरग्रस्त हिस्से के साथ गांठ को निकालते हुए लगातार पांच घंटे की जटिल सर्जरी की। डॉक्टरों के अनुसार सम्भवत: यह मध्य भारत में इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस का पहला केस है।डॉ. आशुतोष गुप्ता के अनुसार यह गांठ इतनी गहराई से हृदय की बड़ी रक्त नलियों जैसे - एओर्टा, जुगलर वेन और सुपीरियर वेनाकेवा (Aorta, Jugular Vein & SVC), से जुड़ी थी कि इसे पूरी तरह निकाल पाना चिकित्सीय दृष्टि से अत्यंत चुनौतीपूर्ण माना जाता है। पैथोलॉजी रिपोर्ट में इसे इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस बताया गया जो कि अत्यंत दुर्लभ कैंसरों में से एक है।चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी एवं अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने दोनों विभाग के डॉक्टरों के संयुक्त प्रयासों से की गई इस सफल सर्जरी को अस्पताल के लिए एक और उपलब्धि बताया है और कहा है कि यह सर्जरी अस्पताल की कैंसर सर्जरी (आंकोसर्जरी) और कार्डियक सर्जरी टीम की दक्षता एवं आपसी समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है। ओडिशा निवासी 35 वर्षीय पुरुष मरीज सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत लेकर अस्पताल के कैंसर सर्जरी ओपीडी में पहुंचे थे। डॉ. आशुतोष गुप्ता के मार्गदर्शन में मरीज की जांचें की गईं, जिनमें खून की जांच, सीटी स्कैन एवं सोनोग्राफी शामिल थीं। जांचों में मरीज की छाती के हृदय के सामने स्थित छाती के क्षेत्र (anterior mediastinum) क्षेत्र में 11×7 सेंटीमीटर की गांठ पाई गई, जो हृदय की बड़ी रक्त नलियों से चिपकी हुई थी। बायोप्सी रिपोर्ट में थाइमोमा (Thymoma) होने की जानकारी मिली जो एक दुर्लभ प्रकार का ट्यूमर है।गांठ की जटिल स्थिति को देखते हुए कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष गुप्ता ने हार्ट सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. के.के. साहू से परामर्श किया। उसके बाद विशेषज्ञों की टीम ने ऑपरेशन का निर्णय लिया।कैंसर सर्जरी एवं हार्ट सर्जरी विभाग के डॉक्टरों का ज्वाइंट ऑपरेशनऑपरेशन के दौरान मेडियन स्टर्नोटॉमी (Median Sternotomy) शल्य प्रक्रिया के माध्यम से छाती की हड्डी को काटकर हृदय तक पहुंच बनाई गई। गांठ हृदय की सतह (Pericardium) और बड़ी रक्त वाहिकाओं - एओर्टा, जुगलर वेन और सुपीरियर वेनाकेवा (Aorta, Jugular Vein & SVC) से गहराई तक चिपकी हुई थी। लगभग पाँच घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन में रक्त वाहिकाओं को गांठ से सावधानीपूर्वक अलग करके रिपेयर किया गया तथा गांठ को दाएँ फेफड़े के कुछ हिस्से सहित पूरी तरह निकाला गया।ऑपरेशन सफल रहा और मरीज की स्थिति अब स्थिर एवं बेहतर है। पैथोलॉजी जांच में गांठ को इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस (Invasive carcinoma of thymus) बताया गया, जो अत्यंत दुर्लभ कैंसरों में से एक है।डॉ. के.के. साहू के अनुसार, यह सर्जरी सेंट्रल इंडिया में इसलिए विशेष है क्योंकि इस कैंसर का पता देर से चलता है और तब तक यह सर्जरी संभव नहीं हो पाती, और हर अस्पताल में ये सर्जरी हो, यह भी कई बार संभव नहीं होता क्योंकि इसकी सर्जरी के लिए कैंसर सर्जन और हार्ट सर्जन की बड़ी टीम चाहिए होती है। इस जटिल सर्जरी में डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. के.के. साहू, डॉ. किशन सोनी, डॉ. गुंजन अग्रवाल, डॉ. सुश्रुत अग्रवाल, डॉ. के. लावण्या, डॉ. समृद्ध, डॉ. सोनम, डॉ. अनिल, तथा निश्चेतना विभाग से डॉ. रचना एवं डॉ. अविनाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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बलौदाबाजार- स्कूल का फर्नीचर बेचने के मामले में शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय टुण्डरा के प्रभारी प्राचार्य रमेशर बंजारे को संचालक लोक शिक्षण द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय टुण्डरा के प्रभारी प्राचार्य रमेशर बंजारे के विरूद्ध शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की सहमति से विद्यालय के टेबल-बेंच (फर्नीचर) को निजी विद्यालयों को बेच देने के संबंध में ग्रामवासियों के द्वारा विरोध एवं दिनांक 13.09.2025 को विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल को दूरभाष प्राप्त मौखिक शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार-भाटापारा द्वारा तहसीलदार टुण्डरा, विकास खंड शिक्षा अधिकारी कसडोल, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक कसडोल तथा संकुल समन्वयक टुण्डरा, नरघा एवं कुम्हारी के द्वारा स्थल में निरीक्षण एवं जांच करायी गयी। स्थल निरीक्षण एवं जांच में शाला के प्रभारी प्राचार्य रमेशर बंजारे द्वारा निजी विद्यालयों को शाला के उपयोगी टेबल-बेंच (फर्नीचर) ज्ञान अमृत विद्याालय टुण्डरा को 67 नग टेबल-बेंच एवं धाविका पब्लिक स्कूल शिवरीनारायण जिला-जांजगीर चांपा को 40 नग शाला प्रबंधन एवं विकास समिति द्वारा अनुशंसा करके बेचने में श्री बंजारे की संलिप्तता पाये जाने से प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया। प्रभारी प्राचार्य के उक्त कृत्य को पदीय उत्तरदायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता माना गया जो छतीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम-3 का उल्लंघन है।परिणामस्वरूप रमेशर बंजारे, प्रभारी प्राचार्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के नियम 9(1) (क) के प्रावधान अनुसार तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार-भाटापारा नियत किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। -
बेमेतरा /आधुनिक प्रतिस्पर्धा के इस युग में जहां हर व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की जद्दोजहद में लगा हुआ है, वहीं मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। यह सर्वविदित है कि किसी व्यक्ति का संपूर्ण विकास माँ के गर्भ से ही आरंभ होता है। गर्भावस्था के दौरान लिए गए संतुलित आहार और पोषण से न केवल माँ का स्वास्थ्य बेहतर रहता है बल्कि शिशु का भी समुचित विकास होता है।
*मोहभट्ठा की राधिका बनी उदाहरण*ग्राम मोहभट्ठा (सेक्टर देवरबीजा-02, विकासखण्ड बेरला) की निवासी राधिका ने अपने जीवन में इस बात को पूरी तरह आत्मसात किया। महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता योगेश्वरी यादव द्वारा गृहभेंट के दौरान राधिका को नियमित रूप से संतुलित आहार, स्वच्छता, और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभों के बारे में बताया गया। राधिका का गर्भ का पाँचवाँ माह पूर्ण होते ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत प्रथम किस्त हेतु पंजीयन किया गया। कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक द्वारा उसे कैल्शियम, आयरन तथा रेडी टू ईट आहार का उपयोग करने के लिए निरंतर प्रेरित किया गया।*मिलने वाली सहायता बनी वरदान*गर्भावस्था के दौरान जब राधिका को पता चला कि वह जुड़वा बच्चों की माँ बनने वाली है, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ऐसे समय में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की पहली किस्त ₹3,000 उसके खाते में प्राप्त हुई, जो उसके लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हुई। राधिका ने इस राशि का सदुपयोग अपने पोषण और स्वास्थ्य सुधार में किया।प्रसव के पश्चात राधिका ने जुड़वा दो बच्चियों को जन्म दिया। जब बच्चियों का प्रथम टीकाकरण चक्र पूर्ण हुआ, तब योजना के अंतर्गत द्वितीय किस्त के लिए आवेदन किया गया। जल्द ही राधिका को डीबीटी के माध्यम से ₹2,000 की दूसरी किस्त भी प्राप्त हो गई।इस प्रकार उसे कुल ₹5,000 की राशि सीधे बैंक खाते में हस्तांतरित की गई।*योजना से मिला सुरक्षित मातृत्व*राधिका बताती हैं कि यह राशि उनके और उनकी बच्चियों के लिए “रामबाण” साबित हुई। इससे उन्हें बेहतर आहार, स्वास्थ्य देखभाल और बच्चों के लिए पोषण सामग्री की व्यवस्था में मदद मिली। वर्तमान में राधिका और उनकी जुड़वा बच्चियाँ पूरी तरह स्वस्थ हैं तथा उन्हें महिला एवं बाल विकास विभाग की अन्य योजनाओं — जैसे पूरक पोषण आहार, टीकाकरण, एवं स्वास्थ्य परामर्श सेवाओं का लाभ निरंतर मिल रहा है।*शासन के प्रति आभार*राधिका कहती हैं कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ने मेरे जैसे अनेक माताओं को सशक्त बनाया है। गर्भावस्था के समय मिली आर्थिक सहायता ने मुझे और मेरी बच्चियों को स्वस्थ जीवन की राह दिखाई। इसके लिए मैं शासन एवं महिला बाल विकास विभाग की आभारी हूँ।*सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में पहल*प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के माध्यम से बेमेतरा जिले में हजारों गर्भवती एवं धात्री माताओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। यह योजना मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने, पोषण स्थिति सुधारने तथा महिलाओं में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। -
*मुख्यमंत्री श्री साय ने उच्च शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला तकनीशियन के पद पर चयनित 233 अभ्यर्थियों को प्रदान किए नियुक्ति पत्र*
रायपुर // मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सभागार में उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत प्रयोगशाला तकनीशियन के पद पर चयनित 233 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शी और विश्वसनीय भर्ती प्रक्रियाओं से प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हुआ है। उन्होंने बताया कि विगत 20 महीनों में विभिन्न विभागों में 10 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान की जा चुकी हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को पुलिस विभाग, विद्युत विभाग, सहकारिता विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, आदिम जाति विकास विभाग सहित कई अन्य विभागों में नियुक्तियाँ दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उच्च शिक्षा विभाग में 700 सहायक प्राध्यापकों और स्कूल शिक्षा विभाग में 5000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज का यह अवसर ऐतिहासिक और अत्यंत हर्ष का विषय है — पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति पत्र एक साथ प्रदान किए जा रहे हैं। यह निश्चित रूप से विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने सभी नवनियुक्त प्रयोगशाला तकनीशियनों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए अपने कर्तव्यों का शत-प्रतिशत निष्ठा और ईमानदारी के साथ निर्वहन करने का आह्वान किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ने नई औद्योगिक नीति को अपनाया है, जिसके माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस नई उद्योग नीति के तहत अब तक लगभग ₹7 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं, और इनमें से कई प्रस्तावों के अंतर्गत औद्योगिक इकाइयों की स्थापना का कार्य प्रारंभ भी हो गया है। इन उद्योगों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से राज्य की जनता को व्यापक लाभ प्राप्त होगा।उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में पिछले 20 महीनों में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं। पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ प्रत्येक विभाग की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री वर्मा ने नवचयनित प्रयोगशाला तकनीशियनों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी निश्चित रूप से अपने महाविद्यालयों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में योगदान देंगे। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भी सराहना की और कहा कि मात्र तीन माह की अवधि में बिना किसी विवाद के तीन चरणों में संपूर्ण काउंसलिंग प्रक्रिया को पारदर्शी एवं निष्पक्ष रूप से पूर्ण करना अत्यंत सराहनीय उपलब्धि है।इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री खुशवंत साहेब, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ला, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन सहित विभागीय अधिकारी एवं नवनियुक्त प्रयोगशाला तकनीशियन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
दंतेवाड़ा,। जिले के अंतर्गत संचालित 42 शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में छात्राओं के लिए रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र 2025-26 आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ाना और उन्हें आत्मरक्षा के कौशल सिखाना है। इसके साथ ही पूरा भरा हुआ आवेदन पत्र जिला शिक्षा कार्यालय, समग्र शिक्षा (माध्यमिक स्तर), दंतेवाड़ा में 18 अक्टूबर 2025 तक कार्यालयीन समय में जमा करना अनिवार्य है। अपूर्ण या निर्धारित समयावधि के बाद प्राप्त आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
इस संबंध में जिला प्रशासन दंतेवाड़ा की आधिकारिक वेबसाइट https:// dantewada-nic-in/en/notice_category/recruitment पर जारी किया गया -
दंतेवाड़ा,। जिले में संचालित नवगुरुकुल के जावंगा परिसर स्थित ऑडिटोरियम में मंगलवार को स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग एवं स्कूल ऑफ बिजनेस (बैच 2025) के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्री चैतराम अटामी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा, जिला प्रशासन के अधिकारी, नवगुरुकुल के शिक्षण एवं प्रबंधन टीम के सदस्य, छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विधायक श्री चैतराम अटामी ने कहा कि “नवगुरुकुल ने यह सिद्ध किया है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्र में भी हमारे बच्चे आधुनिक तकनीक, कोडिंग और बिजनेस मैनेजमेंट जैसी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जो जिले के लिए गर्व की बात है। उन्होंने आगे कहा कि नवगुरुकुल जैसी संस्थाएं युवाओं को सिर्फ रोजगार के लिए नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और नवाचार की दिशा में प्रेरित कर रही हैं। यहाँ से निकलने वाले विद्यार्थी आने वाले समय में रोजगार देने वाले और समाज के परिवर्तनकारी बनेंगे।इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ श्री नाहटा ने कहा कि नवगुरुकुल की इस उल्लेखनीय यात्रा पर आज हम सब एक साथ खड़े हैं, यह अपने आप में गर्व और प्रेरणा का क्षण है। जब हमने नवगुरुकुल की शुरुआत की थी, तब हमारे सामने एक ही लक्ष्य था। युवाओं को तकनीकी और व्यक्तित्व विकास के ऐसे अवसर देना, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में अपनी सशक्त भूमिका निभा सकें। आज नवगुरुकुल की बैठने की क्षमता 100 एसओपी और 50 सिस्टरों (छात्राओं) की है। यहाँ पर विद्यार्थियों को सिर्फ टेक्निकल स्किल्स ही नहीं, बल्कि सॉफ्ट स्किल्स जैसे भाषा शैली, नेतृत्व क्षमता, तर्क निर्माण और व्यक्तित्व विकास की दिशा में भी निरंतर प्रेरित किया जाता है। यही संतुलन नवगुरुकुल को एक विशेष और प्रभावी शिक्षण संस्था बनाता है। पिछले दो वर्षों में नवगुरुकुल ने लगातार प्रगति की है। हमने आईडी साल सोब कोर्स की भी शुरुआत की है, जिसमें 50 छात्रों की क्षमता है, ताकि अधिक से अधिक युवा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें। इन दो वर्षों में नवगुरुकुल के काम और प्रभाव का दायरा लगातार बढ़ा है यह हमारे सामूहिक प्रयास और समर्पण का परिणाम है। इस दौरान नवगुरुकुल अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। -
*स्वच्छता को जन आंदोलन बनाने की अपील*
बिलासपुर/ स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की राज्य सलाहकार ने जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर स्वच्छता से जुड़े कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। मिशन की राज्य सलाहकार श्रीमती मोनिका सिंह ने तखतपुर के विभिन्न गांवों में स्वच्छता कार्यों, शौचालय निर्माण व अपशिष्ट प्रबंधन गतिविधियों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से स्वच्छता को जन आंदोलन बनाने की अपील की और साफ रहोगे, स्वस्थ रहोगे का संदेश दिया।स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की राज्य सलाहकार श्रीमती मोनिका सिंह ने आज तखतपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत भरनी, चोरभट्टी खुर्द, पोड़ीभरनी, निरतु एवं घुटकु का दौरा किया। उन्होंने इन ग्राम पंचायतों में निर्मित सामुदायिक शौचालयों, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयों तथा गांवों में चल रहे कचरा संग्रहण कार्यों का गहन निरीक्षण किया और स्वच्छाग्राहियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता मिशन केवल सरकारी अभियान नहीं, बल्कि हर नागरिक का दायित्व होना चाहिए। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि गांव को स्वच्छ बनाए रखने के लिए प्रत्येक परिवार की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने गांव-गांव में घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। स्वच्छाग्राही समूहों के सदस्यों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वे लोगों को कचरा पृथक्करण (गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखने) की जानकारी दें, ताकि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन कार्य प्रभावी रूप से संचालित हो सके।राज्य सलाहकार ने ग्राम पंचायतों के सरपंचों और सचिवों को निर्देशित किया कि जो व्यक्ति सार्वजनिक स्थलों या नालियों में कचरा फेंकते हैं, उन्हें पहले नम्रता से समझाया जाए। यदि चेतावनी के बाद भी वे सुधार नहीं करते तो उन पर जुर्माने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कचरा फेंकने वालों की जानकारी देने वालों को प्रोत्साहन स्वरूप कुछ राशि देने की भी व्यवस्था की जाए, ताकि लोगों में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना विकसित हो। श्रीमती सिंह ने ग्रामीणों से अपील की कि स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और ‘स्वच्छ गांव, स्वस्थ गांव’ के संकल्प को साकार करें। उन्होंने कहा कि यदि सभी मिलकर प्रयास करें तो हर गांव स्वच्छता के क्षेत्र में उदाहरण बन सकता है।इस अवसर पर जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत की टीम, संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, स्वच्छाग्राही, ग्रामीणजन एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। -
- *मुख्यमंत्री श्री साय से इसरो के वैज्ञानिकों ने की सौजन्य भेंट*
-*इसरो की यात्रा में छत्तीसगढ़ की भागीदारी, युवाओं के लिए नए अवसर और शासन की कार्यकुशलता बढ़ाने में इसरो की तकनीक के उपयोग पर हुई विस्तृत चर्चा*रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में इसरो अहमदाबाद केंद्र के निदेशक डॉ. एन. एम. देसाई के नेतृत्व में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य भेंट की।बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय और वैज्ञानिकों के बीच इसरो की यात्रा में छत्तीसगढ़ की भागीदारी को बढ़ाने, राज्य के युवाओं के लिए नए अवसर सृजित करने, शासन के कामकाज में पारदर्शिता और दक्षता लाने के लिए इसरो की तकनीक के उपयोग तथा स्कूल–कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए इसरो द्वारा संचालित गतिविधियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।मुख्यमंत्री श्री साय ने इसरो की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में जो ऊँचाइयाँ प्राप्त की हैं, वह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नवाचार और तकनीकी शिक्षा को प्रोत्साहित कर रही है, ताकि प्रदेश के युवा स्पेस साइंस के प्रति रुचि लेकर देश के अंतरिक्ष अभियानों में सक्रिय भागीदारी निभा सकें।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इसरो द्वारा प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएँ, जिससे उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान की व्यावहारिक जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि इसरो की तकनीक का उपयोग कृषि, खनन नियंत्रण, भू-अतिक्रमण की निगरानी तथा धान खरीदी के दौरान अवैध गतिविधियों की पहचान जैसे कार्यों में प्रभावी रूप से किया जा सकता है।इस अवसर पर इसरो अहमदाबाद केंद्र के निदेशक डॉ. एन. एम. देसाई ने मुख्यमंत्री को इसरो द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान से जोड़ने के लिए इसरो कई अभिनव कार्यक्रम चला रहा है, जिन्हें छत्तीसगढ़ में भी विस्तारित किया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में एक ‘स्पेस गैलरी’ की स्थापना को लेकर भी सकारात्मक चर्चा हुई।डॉ. देसाई ने मुख्यमंत्री श्री साय को इसरो अहमदाबाद केंद्र के भ्रमण हेतु आमंत्रित किया और उन्हें इसरो द्वारा हाल ही में लॉन्च किए गए उपग्रहों तथा मिशन चंद्रयान की प्रतिकृतियाँ स्मृति स्वरूप भेंट कीं।*इसरो के वैज्ञानिक भगवान मधेश्वर की तस्वीर देखकर हुए अभिभूत*मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक के दौरान इसरो के वैज्ञानिकों की नजर जब भगवान मधेश्वर की तस्वीर पर पड़ी, तो वे उसे देखकर अभिभूत हो गए। जिज्ञासावश उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से इसके बारे में जानकारी प्राप्त की।मुख्यमंत्री ने बताया कि मधेश्वर पहाड़ जशपुर जिले में स्थित है, जहाँ भगवान शिव विशाल प्राकृतिक शिवलिंग स्वरूप में पूजे जाते हैं। स्थानीय लोग भगवान शिव के इस स्वरूप की अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा-अर्चना करते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी वैज्ञानिकों को भगवान मधेश्वर के छायाचित्र भेंटस्वरूप प्रदान किए।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, राजस्व विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबा साहब कंगाले, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, संचालक रोजगार एवं प्रशिक्षण श्री विजय दयाराम के., संचालक भू-अभिलेख श्री विनीत नंदनवार, इसरो के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. डी. के. पटेल, डॉ. दीपक कुमार सिंह, कलेक्टर श्री गौरव कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। - 0- दुर्घटना रोकने पालन करने दिए निर्देशबिलासपुर. जिला अग्निशमन अधिकारी सह जिला सेनानी श्री दीपांकुर नाथ ने पटाखा दुकानदारों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने दीपावली पर्व के दौरान निर्मित स्थायी, अस्थायी संरचना एवं पण्डालों मे संचालित पटाखा दुकानो में निर्धारित सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए तथा अग्निशमन यंत्र को रखते हुए सावधानियों को अपनाना सुनिश्चित करने को कहा है। किसी भी तरह की चूक अथवा सुरक्षा का पालन नहीं किए जाने पर संबधित संचालक व दुकानदार स्वयं जिम्मेदार होगें।जिला अग्निशमन अधिकारी श्री नाथ ने कहा कि पटाखा दुकान रिहायशी या फिर बाजार के पास नहीं खोले जायें। पटाखा दुकान का निर्माण किसी भी ज्वलनशील पदार्थ जैसे-कपड़ा, बांस, रस्सी, टेंट इत्यादि का न होकर, अज्वलनशील सामग्री से बने टिन (शेड) द्वारा निर्मित होना चाहिए तथा अग्निमंदक घोल से उपचारित किया होना चाहिए। पटाखा दुकान एक दूसरे से कम से कम तीन मीटर की दूरी (साईड) पर एवं एक दूसरे के सामने न बनाई जाए। पटाखा दुकानों में प्रकाश व्यवस्था हेतु किसी भी प्रकार के तेल का लैंप, गैस लैम्प एवं खुली बिजली बत्ती का प्रयोग प्रतिबंधित किया गया है। किसी भी पटाखा दुकान से 50 मीटर के अंदर आतिशबाजी प्रदर्शन प्रतिबंधित होना चाहिए। विद्युत तारों में ज्वाइंट खुला नहीं होना चाहिए एवं प्रत्येक मास्टर स्विच में फ्यूज या सर्किट बेकर लगा होना चाहिए, जिससे शार्ट सर्किट की स्थिति में विद्युत प्रवाह अपने आप बंद हो जाए। दुकाने ट्रांसफार्मर के पास न हो और उनके ऊपर से हाई टेंशन पावर लाईन न गुजरती हो।प्रत्येक पटाखा दुकान में 5 किलोग्राम क्षमता का डीसीपी अग्निशामक यंत्र होना चाहिए। इसकी मास्क क्षमता 6 फिट की होती है। प्रत्येक दुकान में 100 लीटर पानी दुकान के अंदर तथा 100 लीटर पानी दुकान के बाहर होना चाहिए। पटाखा दुकानों के सामने बाईक व कार की पार्किंग प्रतिबंधित होना चाहिये। अग्निशमन विभाग एवं एम्बुलेंस का फोन नम्बर दुकान परिसर के कुछ स्थानों में लगाया जाए। अग्निशमन वाहन के मूवमेंट के लिए पर्याप्त स्थान होना चाहिए। भारतीय मानक 8758:2013 का पालन करते हुये अस्थाई संरचना और पण्डाल का निर्माण किया जावे।
- बिलासपुर. एकीकृत बाल विकास परियोजना तखतपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत मोछ के आंगनबाड़ी केंद्र क्र. 3 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 1 रिक्त पद एवं समडील के आंगनबाड़ी केंद्र क्र. 1 में सहायिका के 1 रिक्त पद पर 24 अक्टूबर 2025 तक आवेदन किये जा सकते है। इच्छुक आवेदिका निर्धारित प्रपत्र में 24 अक्टूबर तक कार्यालयीन समय में उपस्थित होकर या पंजीकृत डाक द्वारा आवेदन प्रस्तुत कर सकती है। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना तखतपुर से संपर्क किया जा सकता है।
- 0- दुर्ग संभाग में 15-16 अक्टूबर को होगी प्रतियोगिता, 13 वर्ष तक के बच्चे ले सकेंगे भागदुर्ग. डाक विभाग द्वारा ‘सुकन्या चैलेंजर्स बैडमिंटन ट्रॉफी’ का आयोजन 15 और 16 अक्टूबर को दुर्ग संभाग में किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में संभाग के सभी जिलों के प्रतिभागी भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों में खेल प्रतिभा को प्रोत्साहन देना और साथ ही सुकन्या समृद्धि योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।डाक विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, प्रतियोगिता में केवल 13 वर्ष तक की आयु के बालक एवं बालिकाएं भाग ले सकेंगी। बालक प्रतिभागियों के लिए पीपीएफ खाता और पीओएसबी बचत खाता से लिंक आईपीपीबी खाता अनिवार्य किया गया है, जबकि बालिका प्रतिभागियों के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना खाता और उससे लिंक आईपीपीबी खाता होना आवश्यक है। प्रतियोगिता में मेंस सिंगल्स और वूमेन्स सिंगल्स मुकाबले खेले जाएंगे। प्रारंभिक मुकाबले 15 अंकों, जबकि सेमीफाइनल और फाइनल 21 अंकों के होंगे। सभी मुकाबले बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार आयोजित किए जाएंगे और खेल में ए एस 10 अथवा बाजार में उपलब्ध शटल कॉक का उपयोग किया जाएगा। प्रतियोगिता को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है- 9 वर्ष तक के प्रतिभागी, 11 वर्ष तक के प्रतिभागी, एवं 13 वर्ष तक के प्रतिभागी। विजेताओं को नगद पुरस्कार, मेडल और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा। प्रथम पुरस्कार-सात हजार, द्वितीय पुरस्कार-पांच हजार रुपए, तृतीय पुरस्कार (दो प्रतिभागियों को) तीन हजार रुपए। प्रतिभागियों को यात्रा, आवास और भोजन का व्यय स्वयं वहन करना होगा। प्रतियोगिता के साथ-साथ अभिभावकों के लिए वर्कशॉप और सेमिनार का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें डाक विभाग के उत्पादों, योजनाओं और फिलाटेली से संबंधित जानकारी दी जाएगी। आयोजन स्थल पर जन-संपर्क हेतु सूचना स्टॉल भी लगाए जाएंगे।डाकघर अधीक्षक ने बताया कि प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य सुकन्या समृद्धि योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इसके लिए प्रत्येक शाखा डाकघर को 2, उप डाकघर को 20, और प्रधान डाकघर को 50 प्रतिभागियों को शामिल करने का लक्ष्य दिया गया है। इस आयोजन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इच्छुक प्रतिभागी या अभिभावक इन अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं- श्री प्रेमराज जाचक, विकास अधिकारी (पीएलआई), दुर्ग-मो. 93290 23553, श्री अरुण कुमार तिवारी, सहायक अधीक्षक, बिलासपुर डाक संभाग-मो. 70241 83156 या अपने नजदीकी डाकघर से संपर्क करें।
- 0- कैदियों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण, नेत्र शिविर आयोजितबिलासपुर. केन्द्रीय जेल में छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 3 अक्टूबर से 10 अक्टूबर 2025 तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में आज राजयोग भवन पुराना बस स्टैंड बिलासपुर के स्वाति दीदी एवं संतोष दीदी द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि ईश्वर से आप कैसे जुड़ सकते है तथा आपने जो भी अपराध किया है, उसे आप भूल जाइये, पश्चाताप करते हुए नए जिंदगी की शुरुवात करे। जेल में रहते हुए भक्ति भावना से जुड़े और एक दुसरे से प्रेम से रहे।सवेरे 9.30 बजे मनोरोग विशेषज्ञ श्रीमती विभा बंजिरियार द्वारा आत्महत्या नियंत्रण एवं तनाव प्रबंधन के शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे कुल 60 बंदियों का चेकअप हुआ एवं सवेरे 11 बजे शहरी खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक कुमार कौशिक द्वारा नेत्र शिविर का कार्यक्रम रखा गया जिसमे 135 बंदियों का चेकअप किया गया। दोपहर 1 बजे ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा पुरुष जेल में कार्यक्रम रखा गया। जिसमे 150 बंदी उपस्थित थे। वहां पर भी उन्होंने ईश्वर से जुड़ने का रास्ता बताया तथा बंदियों को सजा काटते हुए नए जीवन की शुरुवात करने के लिए किया। सभी कार्यक्रम में जेल अधीक्षक श्री खोमेश मंडावी, जेल चिकित्सक श्री चिरंजीव सर, प्रभारी उप जेल अधीक्षक श्रीमती कोकिला वर्मा, परिवीक्षा एवं कल्याण अधिकारी श्री रामपाल सिंह कंवर, प्रभारी महिला प्रकोष्ठ प्रभारी नामा अली, शिक्षक श्री हेमंत नामदेव, श्री धरम कोठारी, श्री मोहन मानिकपुरी, फार्मासिस्ट श्री प्रणव गर्ग एवं श्री भगत एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। 8 अक्टूबर को विधिक सहायता कार्यक्रम एवं रक्तदान शिविर एवं कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के द्वारा जेल भ्रमण किया जाएगा तथा शहीदों के नाम कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। 9 अक्टूबर को महिला प्रकोष्ट में रंगोली एवं पेंटिंग कार्यक्रम रखा गया है।
- 0- जिले के 1100 मिडिल और प्राइमरी स्कूलों में जनसहयोग से दी जाएगी टीवी0- शहर के 31 स्कूलों को बांटी गई स्मार्ट टीवी,महापौर,सभापति और निगम कमिश्नर ने किया वितरण0- जिला प्रशासन की अभिनव पहल,जिन स्कूलों में टीवी या प्रोजेक्टर नहीं है,उसे संसाधन युक्त बनाया जाएगा0- उद्योग,व्यापारी,निजी संस्था,जनप्रतिनिधि कर रहें सहयोग0- संपर्क फाउंडेशन निःशुल्क उपलब्ध कराएगी ई लर्निंग पाठ्यक्रमबिलासपुर. जिला प्रशासन बिलासपुर की अभिनव पहल पर शहर समेत जिले के मिडिल और प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट टीवी उपलब्ध कराया जा रहा है,जिसके जरिए बच्चें ऑनलाइन स्टडी और शिक्षक की अनुपस्थिति में भी अपना पढ़ाई जारी रख सकेंगे। इस अभिनव पहल की खासियत यह है कि जनसहयोग से स्कूलों में स्मार्ट टीवी उपलब्ध कराया जाएगा,जिसमें जिले औद्योगिक समूह,बैंक,निजी संस्था,व्यापारिक प्रतिष्ठान और जनप्रतिनिधि अपना सहयोग दे रहें हैं। जिले के 1100 ऐसे स्कूलों को चिन्हिंत किया गया हैं जहां स्मार्ट क्लास के लिए एक भी टीवी या प्रोजेक्टर नहीं हैं,इन सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस के लिए टीवी उपलब्ध कराने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने तय किया हैं।मंगलवार को इसकी शुरूआत नगर निगम क्षेत्र के 31 स्कूलों से की गई,जहां नगर निगम द्वारा एक निजी बैंक के सहयोग से शहर के 31 प्राइमरी और मिडिल स्कूलों को स्मार्ट टीवी दिया गया। स्कूलों को स्मार्ट टीवी का वितरण महापौर श्रीमती पूजा विधानी,सभापति श्री विनोद सोनी और निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार के हाथों किया गया। इस अवसर पर महापौर श्रीमती पूजा विधानी ने कहा कि यह पहल काबिले तारीफ है,जहां स्कूली बच्चों को वर्तमान समय के अनुरुप अत्याधुनिक तकनीक से पढ़ाने के लिए प्रयास किया जा रहा है,उन्होंने आगे कहा कि जहां की शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी वह शहर भी मजबूत होगा और आगे बढ़ेगा,स्मार्ट टीवी के जरिए हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य बेहतर बनेगा,बच्चें नई तकनीक सिखेंगे और इस सिस्टम के शुरू होने से बच्चों का पढ़ाई कभी भी प्रभावित नहीं होगा। निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन की पहल पर पूरे जिले में स्मार्ट टीवी विहिन प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में स्मार्ट टीवी उपलब्ध कराने और इसके जरिए बच्चों को पढ़ाने का प्रयास है,जिसकी शुरूआत आज नगर निगम सीमा क्षेत्र के 31 शासकीय स्कूलों से की जा रही है,निगम कमिश्नर ने कहा कि हाईटेक तरीके से पढ़ाई करने से छात्रों को काफी सहूलियत मिलेगी। सामान्य तरीके से पढ़ाई में अगर कुछ चीजे समझ में ना आएं तो शिक्षको और छात्रों दोनों को काफी मेहनत करनी पड़ती है,पर स्मार्ट टीवी के ज़रिए पढ़ाई के दौरान चीजों को समझाने के लिए तत्काल उदाहरण दिया जा सकता है इसके अलावा कभी शिक्षक के अवकाश या उपलब्ध नहीं होने पर इस टीवी के जरिए पढ़ाया जा सकेगा,निगम कमिश्नर ने नागरिकों,संस्थाओं से जिला प्रशासन की इस मुहिम में अपना सहयोग देने की अपील की। आज वितरण कार्यक्रम में डीएमसी श्री ओम पांडे,यूआरसी श्री वासूदेव पांडे समेत स्कूलों के प्राचार्य और निगम के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।संपर्क फाउंडेशन निःशुल्क उपलब्ध करा रही पाठ्यक्रमजिला प्रशासन की इस मुहिम में अपना सहयोग देते हुए संपर्क फाउंडेशन स्कूलों में वितरित किए जा रहे स्मार्ट टीवी में निःशुल्क ई पाठ्यक्रम उपलब्ध करा रही है। ई लर्निंग पाठ्यक्रम से बच्चें आसानी से अपना सिलेबस पूरा और पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
- बिलासपुर. कलेक्टर संजय अग्रवाल ने साप्ताहिक जनदर्शन में मंगलवार को दूर-दराज से पहुंचे ग्रामीणों की फरियादें सुनी। उन्होंने एक-एक कर प्रत्येक व्यक्ति से मुलाकात कर उनका आवेदन लिया और आवश्यक कार्रवाई के लिए मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए। बिल्हा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सारधा के सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत में स्थित उप-स्वास्थ्य केंद्र के जर्जर हो जाने के कारण नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र बनाये जाने की मांग की। कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।जनदर्शन में ग्राम बैमा निवासी दिव्यांग श्री लक्ष्मीनारायण ने शौचालय निर्माण के लिए सहायता दिलाने हेतु आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि वे 90 प्रतिशत दिव्यांग है, उनके घर में शौचालय नहीं होने के कारण शौच के लिए उन्हें बाहर जाना पड़ता है। सीईओ जिला पंचायत को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए। तखतपुर ब्लॉक के बुटेना निवासी लखराम साहू ने कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि पूर्व में वे ग्राम खैराखुर्द में निवास करते थे जहां उन्हें हर महीने विकलांगता पेंशन मिलती थी। किसी कारणवश खैराखुर्द छोड़कर वे ग्राम बुटेना में निवासरत है। पिछले कई माह से वर्तमान गांव में पेंशन प्राप्त करने के लिए नाम जुड़वाने आवेदन दे चुके है परंतु अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।कलेक्टर ने जनपद पंचायत सीईओ तखतपुर को उनका आवेदन सौंपते हुए इसका समाधान कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बोदरी तहसील के ग्राम पोड़ी निवासी 74 वर्षीय वृद्ध श्री रामसहाय दिवाकर ने वृद्धा पेंशन राशि दिलाने की मांग की। कलेक्टर ने जनपद पंचायत सीईओ बिल्हा को कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन सौंपा। गोकने नाला के स्टाप डेम में गेट लगवाने के लिए जनपद पंचायत तखतपुर के उपाध्यक्ष श्री राकेश तिवारी द्वारा मांग की गई है ताकि डेम में जलभराव हो सके इससे आसपास रहने वाले 20 से 25 गांव का जलस्तर बढ़ेगा। इसके साथ ही निस्तारी की समस्या भी दूर होगी। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। जनदर्शन में जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल एवं निगम आयुक्त श्री अमित कुमार ने भी लोगों की समस्याएं सुनी। लगभग 62 लोगों ने जनदर्शन में व्यक्तिगत एवं सामुदायिक हित से जुड़े विषयों को लेकर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए आवेदन दिए।
- दुर्ग. छ.ग. शासन ग्रामोद्योग विभाग के सौजन्य से रजत जयंती के अवसर पर कोसा एवं कॉटन ऑफ छत्तीसगढ़ हाथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी सह विक्रय का आयोजन 06 से 12 अक्टूबर 2025 तक अग्रसेन भवन स्टेशन रोड दुर्ग में आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में नगर निगम दुर्ग की महापौर श्रीमती अलका बाघमार, श्री सुरेन्द्र कौशिक, श्री विनोद अरोरा, पूर्व अध्यक्ष छ.ग. राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणनन श्री कमललाल एवं जिले के बुनकरों के आतिथ्य में 06 अक्टूबर 2025 को शुभारंभ किया गया। हाथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी में छ.ग. राज्य के जांजगीर-चांपा, शक्ति, चन्द्रपुर, बलौदाबाजार-बिलाईगढ़, रायगढ़, खैरागढ़ एवं दुर्ग आदि जिलों की 25 बुनकर संस्थाओं द्वारा भाग लिया। भारत सरकार के सिल्क बोर्ड से प्रमाणित पुरस्कृत बुनकरों एवं फैब इंडिया के वस्त्र निर्माता बुनकर कारीगरों द्वारा विभिन्न आधुनिक डिजाइनों के उपभोक्ताओं के मांग अनुसार कलात्मक स्वदेशी वस्त्र स्वास्थ्य के लिए अनुकूल कोसा शर्टिंंग, कोसा साड़ियां, साल दुपट्टा, जाकेट ड्रेस मटेरियल एवं कॉटन बेडशीट, पीलो कव्हर, टावेल, गमछा आदि वस्त्रों एवं छ.ग. हस्तशिल्प विकास निगम के शबरी एम्पोरियम द्वारा बस्तर के शिल्पियों द्वारा बेल मेटल, आयरन क्रॉफ्ट, उड़न क्रॉफ्ट का प्रदर्शन सह विक्रय 20 प्रतिशत विशेष छूट पर किया जा रहा है।
- दुर्ग. जिले में प्रत्येक माह की 07 तारीख को आयोजित होने वाला ’रोजगार दिवस’ इस बार डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में सामने आया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में जिले की सभी ग्राम पंचायतों में क्यूआर कोड लगाए गए, जिनके माध्यम से ग्रामीण अब अपनी पंचायतों में चल रहे मनरेगा कार्यों की जानकारी सीधे अपने मोबाइल फोन से प्राप्त कर सकते हैं।कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत भवनों में चस्पा किए गए क्यूआर कोड की कार्यप्रणाली और उपयोगिता के बारे में ग्रामीणों को लाइव डेमो के माध्यम से समझाया गया। ग्रामीणों ने यह जाना कि स्मार्टफोन के कैमरे से क्यूआर कोड स्कैन कर वे 2021 से 2025 तक के स्वीकृत कार्यों का विवरण देख सकते हैं। इसमें यह जानकारी शामिल है कि कौन सा कार्य प्रगतिरत है या पूर्ण हो चुका है, कितनी राशि खर्च की गई है, मजदूरी का भुगतान हुआ है या नहीं, रोजगार दिवस कितने मिले, और क्या उन्हें बेरोजगारी भत्ता का दावा करना चाहिए।जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बजरंग कुमार दुबे ने बताया कि यह क्यूआर कोड ग्रामीणों के लिए एक क्रांतिकारी उपकरण है, जो उन्हें पारदर्शिता, रोजगार जानकारी, डिजिटल सुविधा और शिकायत निवारण जैसे अनेक लाभ प्रदान करता है। अब ग्रामीण मनरेगा परियोजनाओं की स्थिति, स्वीकृत बजट और प्रगति की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। इससे योजनाओं में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। साथ ही जॉब कार्डधारक अपने रोजगार से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। जानकारी हिंदी और छत्तीसगढ़ी में उपलब्ध होने से यह तकनीक महिलाओं और युवाओं के लिए भी सुलभ हो गई है। इसके अतिरिक्त क्यूआर कोड के माध्यम से हेल्पलाइन और शिकायत पोर्टल तक सीधी पहुंच सुनिश्चित की गई है, जिससे ग्रामीण अपनी समस्याएं आसानी से दर्ज कर सकते हैं।
- दुर्ग. कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा), प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा पंचायतों में संचालित निर्माण कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।मनरेगा योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अनुमोदित लेबर बजट और मानव दिवस सृजन व युक्तधारा पोर्टल के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2026-27 की कार्य योजना शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिये गये। जिले की कुल 300 ग्राम पंचायतों में से 92 जल संकट ग्रसित, 166 अर्द्ध जल संकट ग्रसित तथा 42 ग्रीन ज़ोन क्षेत्र के रूप में केंद्रीय भू-जल बोर्ड द्वारा चिन्हांकित किये गये हैं। अधिक से अधिक ग्राम पंचायतों की कार्य योजना में इन क्षेत्रों को सम्मिलित करने के निर्देश दिये गये। युक्तधारा पोर्टल पर दो श्रेणियों में कार्य प्रस्तावित हैं। पहली श्रेणी में वृक्षारोपण, तालाबों में मछली पालन, रिचार्ज पिट और नाली निर्माण जैसे कार्य शामिल होंगे, वहीं दूसरी श्रेणी में पशु शेड, आंगनबाड़ी भवन, मुक्तिधाम शेड जैसे निर्माण कार्य रखे जायेंगे। जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को इन कार्यों की योजना तैयार करने को कहा गया है।बैठक में सीईओ श्री बजरंग दुबे ने बताया कि जिले में अब तक 130 अमृत सरोवर निर्माण किए जा चुके हैं, जिनमें से 69 में आजीविका गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। शेष सरोवरों में शीघ्र आजीविका गतिविधियाँ जैसे मत्स्य पालन, बत्तख पालन और सिंघाड़ा उत्पादन शुरू करने के निर्देश दिए गए। स्व-सहायता समूहों को इस दिशा में प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत जिले में जनपद पंचायत धमधा के 889, दुर्ग के 283 और पाटन के 431 कुल मिलाकर 1603 आवास अपूर्ण हैं। जनपद धमधा द्वारा 20 अक्टूबर 2025 तक 300, दुर्ग द्वारा 150 तथा पाटन द्वारा 300 आवास पूर्ण करने की जानकारी दी गई। कलेक्टर ने सभी आवासों को तय समय में पूर्ण करने के निर्देश दिये। वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री आवास योजना के 649 अप्रारंभ आवासों को अक्टूबर 2025 के अंत तक प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत कुल 212 छत स्तर आवासों को अक्टूबर माह के अंत तक, 279 छत स्तर आवासों को नवंबर के अंत तक तथा 207 लिंटल स्तर आवासों को दिसंबर के अंत तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गये हैं। साथ ही 1952 (2024-25), 1097 (2025-26) तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के 648 अपात्र हितग्राहियों की सूची को अपीलीय समिति की स्वीकृति के पश्चात राज्य कार्यालय को भेजने हेतु निर्देश दिये गये।सभी जनपदों को आर-सेटी (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) के माध्यम से रूरल मेसन ट्रेनिंग के लक्ष्यों को शीघ्र प्रारंभ कर पूर्ण करने को कहा गया है। जिन हितग्राहियों का एनपीसीआई मैपिंग नहीं हो पाया है, उनके बैंक खातों का मैपिंग कार्य तीन दिवस के भीतर पूर्ण करने हेतु संबंधित सचिव, नोडल अधिकारी एवं रोजगार सहायकों की ड्यूटी लगाने को कहा गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बिहान मॉडल सीएलएफ को वितरण केन्द्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये गये। साथ ही सीएमटीसी (कम्युनिटी मैनेज ट्रेनिंग सेंटर) के लिए 15 दिवस में भवन चयन कर उसे स्थापित करने तथा जीआरसी (जेंडर रिसोर्स सेंटर) की स्थापना हेतु दुर्ग एवं पाटन जनपद में भवन चयन कर खाता खोलने व स्क्रीनिंग कमेटी से स्वीकृति प्राप्त करने को कहा गया।लखपति महिला पहल योजना अंतर्गत वर्ष 2025-26 में प्राप्त 42664 लक्ष्यों की त्रैमासिक आय प्रविष्टि आजीविका सीआरपी के माध्यम से समय पर कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिले और जनपद स्तर के अधिकारी एवं कर्मचारी 10 प्रतिशत लखपति दीदी की गणना का भौतिक सत्यापन भी करें।समीक्षा बैठक में सामुदायिक शौचालयों की स्थिति पर भी चर्चा की गई। कुल 433 स्वीकृत शौचालयों में से 419 पूर्ण हो चुके हैं जबकि 09 कार्य प्रगति पर हैं। दुर्ग जनपद के ग्राम झोला एवं धमधा जनपद के ग्राम ढौर (खे) में शौचालय निर्माण कार्य अधूरा है, जिसकी राशि पूर्व सरपंच एवं सचिव द्वारा खर्च कर ली गई है। कलेक्टर ने इस संबंध में वसूली की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही 404 पूर्ण हो चुके सामुदायिक शौचालयों को क्रियाशील रखने व समूहों को संचालन हेतु सौंपे जाने के निर्देश भी दिए गये। हॉट बाजार एवं मुख्य राज्य मार्गों के समीप आवश्यकतानुसार भौतिक सत्यापन कर नये शौचालय निर्माण के प्रस्ताव भेजने तथा उन्हें आजीविका से जोड़ते हुए संचालन की कार्य योजना बनाकर एमओयू प्रस्तुत करने पर प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान करने की बात कही गई।स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत घर-घर कचरा संग्रहण और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन यूनिट की समीक्षा करते हुए बताया गया कि जिले के 381 ग्रामों में यह कार्य किया जा रहा है। इनमें से 165 ग्रामों में यूज़र चार्ज वसूला जा रहा है जिससे 42.42 लाख रुपये की आय हुई है। प्लास्टिक विक्रय से 0.66 लाख की अतिरिक्त आय हुई है। 369 ग्रामों में स्वच्छाग्राही समूहों को सेवा शुल्क प्रदान किया जा रहा है। विभिन्न ग्राम पंचायतों में सप्ताह में 1 से 7 दिन तक घर-घर कचरा संग्रहण हो रहा है।कलेक्टर ने मिशन संचालक कार्यालय के निर्देश अनुसार प्रत्येक स्वच्छाग्राही समूह को 15वें वित्त आयोग से न्यूनतम 3000 रुपये प्रतिमाह मानदेय प्रदान करने के निर्देश दिये। साथ ही सभी ग्रामों से प्रतिमाह प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, सप्ताह में कम से कम 3 से 4 दिन कचरा संग्रहण कराने तथा प्रति घर न्यूनतम 50 से 100 रुपये प्रतिमाह यूज़र चार्ज वसूलने की कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री बजरंग कुमार दुबे, संचालक पंचायत श्री आकाश सोनी, समस्त जनपद पंचायतों के सीईओ, सहायक परियोजना अधिकारी, विभागीय अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
- 0- तात्यापारा हनुमान मंदिर में आयोजित शोकसभा में वक्ताओं ने सुधीर को उनके शानदार व्यक्तित्व व नि:स्वार्थ सेवाओं के लिए किया यादरायपुर। नि:स्वार्थ भाव से समर्पित होकर समाजसेवा करने वाले सुधीर मिश्रा का हम सब के बीच से इस तरह असमय चले जाना असहनीय और अपूरणीय क्षति है। हम सभी के जीवन में उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। तात्यापारा हनुमान मंदिर में आयोजित सुधीर मिश्रा की शोकसभा में इस आशय के विचार लगभग सभी वक्ताओं के रहे। सुधीर मिश्रा का निधन 21 सितंबर को एक निजी अस्पताल में हुआ था।हनुमान मंदिर समिति तात्यापारा के मिलिंद शेष ने कहा कि मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष रहे सुधीर मिश्रा का निधन अपूरणीय क्षति है। ऐसा सरल व्यक्ति, जिसे कभी क्रोध नहीं आया, कभी किसी से ऊंची आवाज में बात नहीं की, का अब मिलना मुश्किल है। बैंक इंप्लाइज फेडरेशन के शिरीष नलगुंडवार ने अपने संबोधन में सुधीर को बैंक के सभी अधिकारियों- कर्मचारियों का शुभचिंतक बताया।अरुण कठोटे ने सुधीर के महाराष्ट्र मंडल में किए गए कार्यों का स्मरण किया। सुरेखा हिशीकर ने बड़े भाई के रूप में जीवन के प्रसंगों को याद किया। निशा राहटगांवकर ने सुधीर मिश्रा द्वारा हनुमान मंदिर में किए गए नि:स्वार्थ सेवाओं की याद दिलाई। रवि तिवारी ने सुझाव दिया कि सुधीर के कार्यों का हमेशा स्मरण बनाए रखने के लिए मंदिर समिति को कुछ अतिरिक्त सेवा कार्य करने चाहिए।रवि रामटेके ने परिवार की ओर से साधुवाद देते हुए कहा कि संसार में अच्छे लोगों को ईश्वर जल्दी बुला लेते हैं। मंडल अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने आदरांजलि देते हुए कहा कि सुधीर का जाना, उनके परिवार, समाज, मंदिर को अखर गया। उनकी कमी उनसे जुड़ी हर संस्था व समिति में महसूस की जाएगी। शोकसभा में बड़ी संख्या में तात्यापारावासी, सुधीर के मित्र, मंदिर समिति के सदस्य, महाराष्ट्र मंडल के सभासद उपस्थित रहे।
- 0- महाराष्ट्र मंडल में खचाखच भरे संत ज्ञानेश्वर सभागृह में प्रवेश नहीं कर पाने वाले रंगप्रेमियों को इस नाटक को देखने का एक और मौकारायपुर। महाराष्ट्र मंडल में खेला गया सुपरहिट नाटक ‘मैं अनिकेत हूं’ का एक बार और मंचन एम्स में होने जा रहा है। एम्स के सभागृह में नौ अक्टूबर को शाम सात बजे मंचित होने वाले इस सुपरहिट नाटक को वे रंगप्रेमी दर्शक भी देख सकेंगे, जो शनिवार को संत ज्ञानेश्वर सभागृह में ओवर क्राउड होने के कारण इस नाटक को देखने से वंचित हो गए थे।अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर के निदेशक लेफ्टनेंट जनरल डॉ. अशोक जिंदल ने बतौर मुख्य अतिथि संत ज्ञानेश्वर सभागृह में कुमुदिनी वरवंडकर रंगमंच पर महाराष्ट्र मंडल की ओर से प्रस्तुत नाटक ‘मैं अनिकेत हूं’ का पूरा मंचन देखा। इससे वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसकी प्रशंसा करते हुए इसे एम्स में दोबारा मंचन कराने की इच्छा जताई थी। इसी परिप्रेक्ष्य में मंगलवार को उनकी बैठक नाटक के निर्देशक शशि वरवंडकर और मंडल के पूर्व पदाधिकारी अरविंद जोशी के साथ हुई। इसमें लिए गए निर्णय के अनुसार अब ‘मैं अनिकेत हूं’ का मंचन एम्स के सभागृह में गुरुवार को शाम सात बजे होगा। नाट्य दर्शकों को एम्स के गेट नंबर 5 से आडिटोरियम आना होगा, वो भी बिल्कुल नि: शुल्क।मंडल अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने बताया कि महाराष्ट्र मंडल के जो सभासद शनिवार को यह बेहतरीन नाटक देखने से रह गए थे, वे भी एम्स के सभागृह में तय तिथि व समय पर पहुंचकर नाटक का लुत्फ ले सकते हैं। बताते चलें कि शनिवार को मंडल के पांच सौ दर्शकों की क्षमता वाले संत ज्ञानेश्वर सभागृह में करीब 750 दर्शकों के प्रवेश करने और तमाम सीट भरने के कारण लोगों को खड़े होकर नाटक देखना पड़ा था। यही नहीं बड़ी संख्या में रंगदर्शकों को बिना नाटक देखे ही निराश लौटना भी पड़ा था।90 मिनट के मूल मराठी नाटक ‘मैं अनिकेत हूं में अनिकेत की केंद्रीय भूमिका शशि वरवंडकर ने और उनकी पत्नी मीनाक्षी शर्मा का रोल डॉ. अनुराधा दुबे ने निभाया है। इसके अलावा चेतन दंडवते, दिलीप लांबे, प्रकाश खांडेकर, रंजन मोडक, प्रीता लाल, रविंद्र ठेंगड़ी, समीर टुल्लू, भारती पलोसकर, विनोद राखुंडे, पंकज सराफ, डॉ. अभया जोगलेकर और श्याम सुंदर खंगन की अहम भूमिकाएं हैं।नाटक में रूप सज्जा दिनेश परमार, वेशभूषा डॉ. अभया जोगलेकर व प्रकाश व्यवस्था लोकेश साहू व नितिश यादव की है। मंच पर अदालत का जीवंत सेट अजय पोतदार और प्रवीण क्षीरसागर खड़ा करेंगे। नेपथ्य में अस्मिता कुसरे और रंजना ध्रुव होंगी।








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