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- नयी दिल्ली ।भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और पूर्व हरफनमौला युसूफ पठान कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव पाये गए हैं और अपने घर पर पृथकवास में हैं । हाल ही में सड़क सुरक्षा लीजैंड क्रिकेट श्रृंखला में साथ खेलने वाले दोनों क्रिकेटरों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसकी पुष्टि की । तेंदुलकर ने बताया कि परिवार के अन्य सदस्यों की कोविड-19 जांच रिपोर्ट निगेटिव है।तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा, मैं खुद जांच करवा रहा था और कोविड-19 से बचने के लिए सभी जरूरी सावधानी भी बरत रहा था। हालांकि बीमारी के हल्के लक्षणों के बाद आज जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई है।'' उन्होंने बताया, ‘‘ घर के अन्य सदस्य जांच में नेगेटिव आये है। मैं घर में पृथक-वास में हूं और डॉक्टरों के सलाह के अनुसार सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन कर रहा हूं। मैं उन सभी स्वास्थ्य पेशेवरों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जो मेरी और देशभर के अन्य लोगों की देखभाल कर रहे हैं। सभी सावधानी बरते।'' वहीं शाम को युसूफ ने लिखा , मैं कोरोना जांच में पॉजिटिव पाया गया हूं । हल्के लक्षण थे और पुष्टि होने के बाद पृथकवास पर हूं और सारी एहतियात बरत रहा हूं ।'' महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में पिछले कुछ समय में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े है। शुक्रवार को इसके 36,000 से अधिक मामले दर्ज किये गये।
- मुंबई। टीम इंडिया के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। सचिन ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी दी है।सचिन ने ट्वीट करके बताया कि वह कोरोना से बचाव के लिए हर तरह की सावधानी बरत रहे थे, लेकिन वह आज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सचिन ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैं खुद की लगातार टेस्टिंग कर रहा था और सभी जरूरी सावधानी बरत रहा था ताकि मैं कोरोना मुझसे दूर रहे। हाला्ंकि, मैं आज हल्के लक्षण होने के बाद पॉजिटिव पाया गया हूं। घर के बाकी सभी लोगों की कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मैं खुद को घर में क्वारंटाइन कर रहा हूं और डॉक्टर द्वारा बताए गए सभी प्रोटोकॉल को भी फॉलो कर रहा हूं। मैं सभी हेल्थ वर्करों को धन्यवाद कहना चाहता हूं जो मुझे पूरे देशभर से सपोर्ट कर रहे हैं। सभी अपना ध्यान रखें।'सचिन ने हाल में ही रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज में हिस्सा लिया था और इंडिया लेजेंड्स की टीम ने फाइनल मैच में श्रीलंका को हराकर खिताब पर कब्जा किया था। सचिन का प्रदर्शन बल्ले से टूर्नामेंट में बेहद शानदार रहा था। भारत की तरफ से टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन सचिन के बल्ले से ही निकले थे और उन्होंने सात मैचों में 38 के औसत से 233 रन बनाए थे।--
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की आजादी के 50वें सालगिरह के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी ढाका पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने ढाका में कई स्थानी कलाकारों और अन्य सेलिब्रिटीज से मुलाकात की। कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद यह पीएम मोदी की यह पहली विदेश यात्रा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार के दिन ढाका में कई हस्तियों से मुलाकात की। वो बांग्लादेश के यंग एचीवर्स से भी मिले जिसमें बांग्लादेश के स्टार क्रिकेटर शाकिब अल हसन शामिल रहे। शाकिब के साथ बांग्लादेशी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार भी पीएम मोदी से मिलने पहुंचे थे।पीएमओ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरें शेयर की गई हैं जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और शाकिब अल हसन साथ नजर आ रहे हैं। इस मुलाकात के बाद शाकिब ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री का यह दौरा दोनों देशों के लिए बेहतर साबित होगा।शाकिब ने कहा, 'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वास्तव में सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मुझे लगता है कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के लिए बेहतर साबित होगी। उन्होंने जिस तरह भारत का नेतृत्व किया है, वह जबरदस्त है। मुझे उम्मीद है कि वह भारत के विकास में योगदान देते रहेंगे और पड़ोसी देश के साथ हमारे संबंध दिन-प्रतिदिन बेहतर होते जाएंगे।'बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के तरफ से आईपीएल 2021 में खेलने की इजाजत मिल गई है। 28 मार्च को शाकिब चेन्नई पहुंचेंगे। इस साल की नीलामी के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा है। - नई दिल्ली। भारत के विजयवीर सिंधू ने आईएसएसएफ विश्व कप में शुक्रवार को 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीत लिया ।एस्तोनिया के पीटर ओलेस्क को स्वर्ण पदक मिला । दोनों 40 शॉट के फाइनल में 26 निशाने लगाकर बराबरी पर थे । शूटआउट में पीटर ने पांच में से चार निशाने लगाये जबकि विजयवीर ही निशाना लगा सके ।अन्य भारतीय निशानेबाजों में अनीश भानवाला और गुरप्रीत सिंह पांचवें और छठे स्थान पर रहे जबकि पोलैंड के ओस्कर मिलिवेक को कांस्य पदक मिला । दूसरे क्वालीफिकेशन में गुरप्रीत तीसरे स्थान पर और अनीश पांचवें स्थान पर रहे थे।
- नई दिल्ली। दिल्ली में चल रहे निशानेबाजी विश्व कप में शुक्रवार को भारत ने पुरुषों की 50 मीटर राईफल थ्री पोजिशंस टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीत लिया है। भारत के संजीव राजपूत और तेजस्विनी सांवत ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन मिक्स्ड इवेंट में भी स्वर्ण पदक देश के नाम किया। 12 स्वर्ण के साथ भारत 25 पदक जीत कर तालिका में शीर्ष पर है।
- दुबई । भारतीय फुटबॉल टीम ने दूसरे हॉफ में शानदार वापसी करके गुरुवार को यहां अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में ओमान को 1-1 से ड्रा पर रोका। भारत ने 42वें मिनट में गोल गंवा दिया था। तब चिंगलेनसना सिंह ने गोल बचाने के प्रयास में आत्मघाती गोल कर दिया था। मनवीर सिंह ने 55वें मिनट में बराबरी का गोल किया जिससे भारत कोविड-19 लॉकडाउन के बाद अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच को ड्रा करवाने में सफल रहा। भारत के मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने 10 खिलाड़ियों को पदार्पण का मौका दिया। उन्होंने मैच से पहले कहा था कि वह अधिक से अधिक खिलाड़ियों को अवसर देंगे ताकि वे बड़े मैचों का अनुभव हासिल कर सकें। पहले हॉफ में ओमान ने लगातार हमले किये और इस बीच भारत एक बार भी लक्ष्य पर शॉट नहीं लगा पाया। भारत के खिलाफ विश्व कप क्वालीफाईंग के दोनों चरणों के मैच जीतने वाले ओमान को 27वें मिनट में पेनल्टी मिली क्योंकि राउलिन बोर्जेस ने अब्दुल अजीज अल गिलानी के खिलाफ बॉक्स में फाउल किया। अजीज ने स्वयं पेनल्टी ली लेकिन उनका शॉट सीधे गोलकीपर अमरिंदर सिंह के पास चला गया। भारत के पहले हाफ में पिछड़ने के बाद दूसरे हाफ के शुरू में दो बदलाव किये। जैकसन सिंह ओर बोर्जेस की जगह लालेंगमाविया और रेनियर फर्नाडिस को उतारा गया। भारतीयों ने दूसरे हॉफ में बेहतर खेल दिखाया। उन्होंने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। इस बीच खेल के 55वें मिनट में मनवीर ने बिपिन सिंह के क्रास पर हेडर से गोल किया। भारत अपना दूसरा अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच सोमवार को यूएई के खिलाफ खेलेगा।
- पेरिस। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजता साइना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत ने बुधवार को यहां ओरलियांस मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट में जीत के साथ शुरूआत की जबकि किरण जॉर्ज ने हमवतन एच एस प्रणय को दूसरे दौर में हरा दिया । साइना ने महिला एकल के शुरूआती दौर में आयरलैंड की रशेल डाराग को सीधे गेमों में पराजित कर में अपना अभियान जीत से शुरू किया। चौथी वरीयता प्राप्त यह भारतीय खिलाड़ी अपने चौथे ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने की मुहिम के अंतर्गत रैंकिंग प्वाइंट हासिल करने के लिये बेताब है, उन्होंने महज 21 मिनट में रशेल को 21-9 21-5 से शिकस्त दी। अब उनका सामना फ्रांस की मैरी बैटोमीन से होगा। साइना ने जांघ की चोट के कारण पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन चैम्पियनशिप के शुरूआती दौर में हटने का फैसला किया था। शीर्ष भारतीय पुरूष खिलाड़ी और नंबर एक वरीयता प्राप्त किदाम्बी श्रीकांत ने हमवतन अजय जयराम को 25 मिनट में 21-15 21-10 से हराकर तीसरे दौर में प्रवेश किया। पहले दौर में श्रीकांत को बाई मिली थी जबकि अजय ने साथी भारतीय आलाप मिश्रा को 19-21 23-21 21-16 से पराजित किया था। मंगलवार को भारत के किरण जार्ज ने नीदरलैंड के मार्क कालजोऊ को शुरूआती दौर में 13-21 21-18 22-20 से हराकर उलटफेर किया जो पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल तक पहुंचे थे। वहीं किरण ने प्रणय को 13 . 21, 21 . 16, 23 . 21 से मात दी । अब उनका सामना फ्रांस के ब्राइस लीवरडेज से होगा । चिराग सेन भी इंडोनेशिया के चिको औरा डी वार्डोयो को 21 . 13, 21 . 12 से हराकर अगले दौर में पहुंच गए । महिला एकल में ईरा शर्मा ने फ्रांस की लियानिस हुएत को 12 . 21, 21 . 14, 21 . 17 से हराया । वहीं पूर्व राष्ट्रमंडल खेल चैम्पियन पारूपल्ली कश्यप फ्रांस के तोमा जूनियर पोपोव से हारकर बाहर हो गए । प्रणव जेरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी की मिश्रित युगल जोड़ी ने आस्ट्रिया के डोमिनिक स्टिपसिट्स और सेरेना यू यियोंग को 21-7 21-18 से मात दी। अब भारतीय जोड़ी का सामना डेनमार्क के निकलास नोहर और अमाली मागेलंड की जोड़ी से होगा। महिला एकल क्वालीफिकेशन से मुख्य ड्रा में पहुंची इरा शर्मा ने फ्रांस की लियोनिस हुएत को 12-21 21-14 21-17 से हराया और अब उनकी भिड़ंत बुल्गारिया की मारिया मितसोवा से होगी। मिथुन मंजूनाथ ने फ्रांस के लुकासा क्लेयरबोट को 21-14 21-10 से हराया जबकि शुभंकर डे शुरूआती दौर में डेनमार्क के दितलेव जेगर होम से 17-21 13-21 से हार गये।
- नयी दिल्ली। ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर के बुधवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप के पुरूषों की 50 मीटर राइफल थ्री स्पर्धा के फाइनल में ऐतिहासिक स्वर्ण के बाद भारत ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के तीनों पदक जीत लिये जिसमें चिंकी यादव ने पहला स्थान हासिल किया। ऐश्वर्य 20 साल की उम्र में इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले युवा भारतीय निशानेबाज भी बन गये, उन्होंने डा कर्णी सिंह शूटिंग रेंज पर 462.5 अंक से पहला स्थान हासिल किया और हंगरी के स्टार राइफल निशानेबाज इस्तवान पेनी (461.6) और डेनमार्क के स्टेफेन ओलसेन (450.9) से आगे रहे। चिंकी ने अनुभवी राही सरनोबत के साथ कड़ी प्रतिद्वंद्वी मनु भाकर को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया जिससे भारत ने स्पर्धा तीनों पदक जीत लिये। इस प्रदर्शन से भारत की निशानेबाजी में प्रतिभा की गहराई का भी अंदाजा लग जाता है जिससे भारत के स्वर्ण पदकों की संख्या नौ हो गयी। देश के कुल 19 पदक (पांच रजत और इतने ही कांस्य) हो गये हैं। तेईस साल की चिंकी ने समान 32 अंक के कारण हुए शूट-ऑफ में सरनोबत को 4-3 से पछाड़ दियाउन्नीस साल की मनु ने एलिमिनेशन चरण में 28 अंक से कांस्य पदक से संतोष किया जिसके बाद चिंकी और सरनोबत के बीच शीर्ष स्थान के लिये मुकाबला हुआ। ये तीनों निशानेबाज तोक्यो ओलंपिक के लिये पहले ही कोटा हासिल कर चुकी हैं।चिंकी ने 2019 में दोहा में हुई 14वीं एशियाई चैम्पियनशिप में दूसरे स्थान पर रहकर ओलंपिक कोटा जीता था। पहले 20 निशानों में वह 14 के स्कोर से आगे चल रही थी। उनके बाद मनु 13 अंक से दूसरे स्थान पर थीं। फिर भोपाल की निशानेबाज चिंकी ने 21 के स्कोर से बाकियों पर बढ़त बना ली जिसके बाद शुरू में जूझने वाली अनुभवी सरनोबत ने भी वापसी की। फाइनल्स में चिंकी ने दो सही निशानों से शुरूआत की लेकिन फिर दो बार (एलिमिनेशन चरण की दूसरी और छठी सीरीज) पाचों के पांचों निशाने सही लगाये। चिंकी ने कहा, ‘‘मैंने फाइनल में टाई होने के लिये भी पहले ही ट्रेनिंग की हुई थी, मुझे सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ करना था। मुझे इस बारे में नहीं सोचना था कि प्रतिस्पर्धा में कौन मेरे साथ है और उनका स्तर कैसा है। '' इन तीनों में सबसे अनुभवी सरनोबत ने पहले चरण की तीसरी सीरीज में सभी पाचों निशानों पर अंक जुटाये जिसके बाद एलिमिनेशन में चौथी, सातवीं और नौंवी सीरीज में चार चार निशाने लगाये। तीसरी रैंकिंग की मनु चौथी सीरीज में ही पांचों के पांचों निशाने सही लगा पायी।इससे पहले सुबह ऐश्वर्य ने भारत के लिये दिन की शुरूआत सोने के तमगे से की। उन्होंने सीनियर विश्व कप में अपना पहला स्वर्ण जीतने के बाद कहा, ‘‘तोक्यो ओलंपिक से पहले इस पदक से मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। '' फाइनल में भारत के अनुभवी संजीव राजपूत और नीरज कुमार ने भी क्वालीफाई किया था लेकिन वे क्रमश: छठे और आठवें स्थान पर रहे। ऐश्वर्य ने शानदार शुरूआत करते हुए कुछ समय तक बढ़त भी बनाये रखी लेकिन उन्होंने स्टैंडिंग एलिमिनेशन चरण में 10.4, 10.5 और 10.3 अंक जुटाकर वापसी की। ऐश्वर्य तोक्यो ओलंपिक के लिये कोटा हासिल कर चुके हैं। उन्होंने 2019 एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत के लिये ओलंपिक कोटा हासिल किया था। उन्होंने तीन दिन पहले दीपक कुमार और पंकज कुमार के साथ मिलकर पुरूष टीम एयर राइफल स्पर्धा में रजत पदक भी जीता था। राजपूत क्वालीफिकेशन में 1172 अंक से शीर्ष पर थे जबकि ऐश्वर्य और नीरज कुमार ने 1165 का समान स्कोर जुटाया। ऐश्वर्य नीलिंग पोजिशन में 155.0 अंक से आठ पुरूषों के फाइनल में सबसे आगे थे जबकि प्रोन में 310.5 अंक से ओलसेन (311.4) के पीछे और पेनी (309.5) से आगे दूसरे स्थान पर रहे। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में तेजस्विनी सावंत (12वें स्थान) सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल करने वाली भारतीय रहीं। अंजुम मोदगिल (16वें) और सुनिधि चौहान (17वें) उनके पीछे रहीं।
- मियामी। अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी वीनस विलियम्स अपने घरेलू टूर्नामेंट मियामी ओपन के शुरूआती दिन 89वीं रैंकिंग की जरीना डियास से हारकर बाहर हो गयीं। चालीस साल की वीनस 21वीं बार टूर्नामेंट में शिरकत कर रही हैं लेकिन पिछले 20 साल से घरेलू टूर्नामेंट में खिताब हासिल नहीं कर पायी हैं। वह मंगलवार को कजाखस्तान की जरीना से 2-6 6-7 से पराजित हो गयीं। उन्हें टूर्नामेंट में 79वीं वरीयता मिली थी जिसमें उन्होंने ट्राफी 2001 में हासिल की थी। उन्होंने टूर्नामेंट के फाइनल में तब जेनिफर कैप्रियाती को हराया था। वीनस ने 1998 और 1999 खिताब भी जीते थे। टूर्नामेंट में सेरेना विलियम्स और पुरूष टेनिस में नोवाक जोकोविच, रोजर फेडरर और राफेल नडाल जैसे दिग्गज शिरकत नहीं कर रहे हैं।
- - सेवती ध्रुव को मिला 'बेस्ट-फाइटर' अवार्डरायपुर। लखनऊ में आयोजित 9वीं राष्ट्रीय श्रवण व मूकबधिर एवं दृष्टीबाधित जुडो प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला की सेवती ध्रुव को प्रथम स्वर्ण पदक व रजनी जोशी को दृष्टिबाधित जुडो में द्वितीय स्थान रजत पदक मिला वही श्रवण व मूकबधिर जुडो में तिलक सिन्हा ने तृतीय स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता व महिला वर्ग में शकुंतला ने तृतीय स्थान हासिल कर कांस्य पदक अपने नाम किया।दिनांक 18मार्च से 22 मार्च को लखनऊ मे आयोजित इस प्रतियोगिता मे एक्जेक्ट फाउंडेशन संस्था रुद्री से कु.देवश्री जोशी के अगुवाई मे 7 छात्र- छात्राएं सम्मिलित हुए। जिसमे से सेवती ध्रूव प्रथम स्थान गोल्ड मेडल, रजनी जोशी द्वितीय स्थान सिल्वर मेडल तथा तिलक सिन्हा व शकुंतला तृतीय स्थान ब्राउंस मेडल प्राप्त किये। सेवती ध्रुव को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के हाथों 'बेस्ट फाइटर' अवार्ड से सम्मानित किया गया।महेश्वर यादव, विजय कुलदीप, तोषन साहू, सेवती ध्रुव, रजनी जोशी, शकुंतला साहू, तिलक सिन्हा एक्ज़ेक्ट फाउंडेशन दिव्यांग आवासीय प्रशिक्षण केंद्र के विद्यार्थी हंै, जो रुद्री धमतरी में संचालित है। इस संस्था के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने पहले भी राष्ट्रीय व राज्य स्तर प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन देकर संस्था व प्रदेश का नाम रौशन किया है।बेस्ट फाइटर अवार्ड से सम्मानित होने वाली सेवती ध्रुव शहीद कौशल यादव राज्य पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी है जिसे महिला वर्ग जूनियर में बेस्ट फाइटर अवार्ड राज्यपाल आनंदी बेन के करकमलों से मिला। कु.सेवती ध्रुव ने अपनी सफलता का श्रेय एक्ज़ेक्ट फाउंडेशन के अध्यापिकाओं को दिया और कहा कि देवश्री मैडम के कारण हम लोग इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सके,अच्छे प्रदर्शन के लिए संस्था की सभी मैडम लक्ष्मी सोनी, रूबी कूर्रे और शशि निर्मलकर हमें हमेशा प्रोत्साहित करती है और इनके कारण ही हम आज किसी मुकाम पर पहुचे है, इनके द्वारा हमारे हुनर को पहचाना व तराशा गया है जिसके कारण हम इतना बेहतर प्रदर्शन कर पाते है, हमारी संस्था का मदद करने वाले सभी को मैं धन्यवाद देती हूं कि आपके सहयोग से हम जीवन मे कुछ हासिल कर पा रहे है।बेस्ट फाइटर अवार्ड से सम्मानित होने वाली सेवती ध्रुव शहीद कौशल यादव राज्य पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी है। सेवती ध्रुव ने अपनी सफलता का श्रेय एक्ज़ेक्ट फाउंडेशन के अध्यापिकाओं को दिया और कहा कि देवश्री मैडम के कारण हम लोग इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सके,अच्छे प्रदर्शन के लिए संस्था की सभी मैडम लक्ष्मी सोनी, रूबी कूर्रे और शशि निर्मलकर हमें हमेशा प्रोत्साहित करती है और इनके कारण ही हम आज किसी मुकाम पर पहुचे है। उनके द्वारा हमारे हुनर को पहचाना व तराशा गया है जिसके कारण हम इतना बेहतर प्रदर्शन कर पाते है, हमारी संस्था का मदद करने वाले सभी को मैं धन्यवाद देती हूं कि आपके सहयोग से हम जीवन मे कुछ हासिल कर पा रहे है।उल्लेखनीय है कि दिव्यांगो के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए शेख समीर प्रदेश सचिव पैरा जुडो के मार्गदर्शन में प्रदेश के दिव्यांग खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रौशन कर रहे है। एक्ज़ेक्ट फाउंडेशन की देवश्री जोशी छत्तीसगढ़ प्रदेश जुडो महिला टीम की कोच भी है, उन्होंने प्रतियोगिता से लौटकर खिलाडिय़ों के प्रदर्शन व उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि हमारे प्रदेश के दिव्यांग खिलाडिय़ों ने एकबार फिर साबित कर दिया की राष्ट्रीय ही नही अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में हम सफलता अर्जित कर सकते है बशर्ते इन्हें मौका मिले व अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा व प्रशिक्षण प्राप्त हो।
- लखनऊ। राजेश्वरी गायकवाड़ (नौ रन देकर तीन विकेट) की शानदार गेंदबाजी के बाद शेफाली वर्मा (60) और कप्तान स्मृति मंधाना (नाबाद 48) की ताबड़तोड़ पारी के दम पर भारतीय महिला टीम ने मंगलवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से करारी शिकस्त दी। दक्षिण अफ्रीका ने हालांकि तीन मैचों की श्रृंखला को 2-1 से अपने नाम किया।दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 112 रन का स्कोर खड़ा किया। भारतीय टीम ने नौ ओवर शेष रहते हुए एक विकेट पर 114 रन बनाकर मैच अपने नाम किया। टी20 रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज शेफाली ने 30 गेंद की पारी में सात चौके और पांच छक्को की मदद से 60 रन बनाने के साथ पहले विकेट के लिए शेफाली के साथ 96 रन की साझेदारी की। शेफाली ने 28 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके लगाये। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को शेफाली ने पहले ओवर में ही तीन चौके और एक छक्का लगाकर 18 रन बटोर शानदार शुरूआत दिलायी। उन्होंने तीसरे ओवर में टुमी सेखुखुने के ओवर में एक और फिर चौथे ओवर में नाडिन डि क्लार्क के खिलाफ दो छक्के लगाये। स्मृति ने इसके बाद इस्माइल के ओवर में हैट्रिक चौका लगाया। शेफाली ने भी इस ओवर में एक चौका लगाया। भारतीय टीम ने पावरप्ले के छह ओवर में बिना किसी नुकसान के 71 रन बना लिये थे। पावरप्ले के बाद भी भारतीय बल्लेबाजों की आतिशी पारी जारी रही। शेफाली ने सेखुखुने की गेंद पर चौका लगाकर 26 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने नौवें ओवर में नोंडुमिसो शांगेज की पहली गेंद पर छक्का लगाया लेकिन तीसरी गेंद पर एक और बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में इस्माइल को कैच थमा बैठी। इसके बाद स्मृति ने 11वें ओवर की आखिरी तीन गेदों पर लगातार तीन चौके लगाकर भारतीय टीम को नौ विकेट से शानदार जीत दिला दी। इससे पहले भारत ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला किया जिसे राजेश्वरी ने दूसरे ओवर में ही ऐनेक बॉश को खाता खोले बगैर पवेलियन भेज कर सही साबित किया। राजेश्वरी ने इसके बाद पारी का चौथा ओवर मेडन डाला। सलामी बल्लेबाज लिजेल ली को दीप्ति शर्मा ने कैच छोड़कर जीवन दान दिया लेकिन राजेश्वरी ने छठे ओवर की चौथी गेंद पर उन्हें बोल्ड कर भारतीय टीम का बड़ी राहत दिलायी। दक्षिण अफ्रीका की टीम छह ओवर के पावर प्ले में दो विकेट पर सिर्फ 15 रन बना सकी जिस दौरान राजेश्वरी ने अपने तीन ओवर में दो रन देकर दो विकेट झटके। इसके बाद गेंदबाजी के लिए आयी राधा यादव ने लौरा वॉलवार्ट को खाता खोले बगैर पवेलियन भेजा। दीप्ति ने इस बार डाइव लगाकर शानदार कैच पकड़ा। भारतीय गेंदबाजों ने इसके दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजों को बाउंड्री नहीं लगाने दी। श्रृंखला में पहला मैच खेल रही फेय ट्यूनेक्लिफ ने 11वें ओवर में चौका लगाकर दबाव को कम किया लेकिन सिमरन बहादुर ने इसी ओवर में उन्हें बोल्ड कर 35 गेंद में उनकी 18 रन की पारी को खत्म किया। कप्तान सुने लुस ने 14वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी हरलीन देओल के ओवर में दो चौके लगाकर रनगति तेज करने की कोशिश की। स्मृति ने अगले ओवर में गेंद राजेश्वरी का थमाई और उन्होंने नाडिन डि क्लर्क (नौ रन) को आउट कर टीम को एक और सफलता दिलायी। दीप्ति ने शानदार लय में चल रही कप्तान सुने लुस को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका दिया। लुस ने 25 गेंद की पारी में तीन चौके की मदद से 28 रन बनाये। लारा गुडॉल और विकेटकीपर सिनालो जाफ्ता ने आखिरी ओवरों में तेजी से रन जुटा कर दक्षिण अफ्रीका के स्कोर को 112 तक पहुंचाया। जाफ्ता ने मैदान में उतरते ही सिमरन बहादुर की गेंद पर लगतार दो चौके लगाये । पारी की इस 17वें ओवर में गुडॉल ने भी गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा। अरूंधति ने हालांकि जाफ्ता को बोल्ड कर नौ गेंद में उनकी 16 रन की पारी को खत्म किया। गुडॉल 17 गेंद में 25 रन बनाकर नाबाद रही। उन्होंने अपनी पारी में दो चौके लगाये। भारत के लिए अरुंधति, राधा, दीप्ति और सिमरन ने एक-एक विकेट लिये।
- नयी दिल्ली। भारतीय निशानेबाज गनीमत सेखों और अंगद वीर सिंह बाजवा की जोड़ी ने आईएसएसएफ विश्व कप में प्रतिस्पर्धा के पांचवें दिन मंगलवार को यहां स्कीट स्पर्धा के मिश्रित टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीत कर मेजबान टीम का दबदबा कायम रखा। क्वालीफिकेशन में 141 अंक के साथ शीर्ष पर रहने वाली 20 साल की गनीमत और 25 साल के अंगद की भारतीय जोड़ी ने फाइनल में कजाखस्तान की ओग्ला पनारिना और अलेक्जेंडर येचशेंको की जोड़ी को 33-29 से शिकस्त दी। तालिक में शीर्ष पर चल रहे भारत के नाम अब सात स्वर्ण पदक हो गये है। भारत ने इसके साथ चार रजत और इतने ही कांस्य पदक जीते है जिससे उसके पदकों की संख्या 15 हो गयी है। इस स्पर्धा में भाग ले रही परिनाज धालीवाल और मेराज अहमद खान की एक और भारतीय जोड़ी हालांकि यहां डा. कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गई। कतर की रीम ए शारशानी और राशिद हमद की मिश्रित जोड़ी ने कांस्य पदक मुकाबले में भारतीय जोड़ी को 32-31 से हराया। स्वर्ण पदक के मैच में विश्व रैंकिंग में 62वें स्थान पर काबिज अंगद पूरे लय में दिखे और उनका 20 में से सिर्फ एक निशाना चूका जबकि गनीमत छह बार सटीक निशाना लगाने से चूक गयी। पहले सेट के 20 निशाने के बाद भारत और कजाखस्तान की टीमें 16-16 अंकों के साथ बराबरी पर थी।गनीमत ने दूसरे हाफ में शानदर वापसी की और चार सटीक निशाने लगाये। इस दौरान अंगद एक निशाना लगाने से चूक गये। ओग्ला और अलेक्जेंडर की जोड़ी इस दौर में दो-दो बार चूकीं जिससे भारतीय टीम ने 23-20 की बढ़त हासिल कर ली। अंतिम चार शॉट (निशाने) में, अंगद ने एक बार फिर आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन किया लेकिन गनीमत आखिरी निशाने पर चूक गयी। इससे हालांकि कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि कजाखस्तान के निशानेबाजों के तीन शॉट सही नहीं लगे। मौजूदा टूर्नामेंट में यह गनीमत का तीसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने सोमवार को महिला स्कीट के फाइनल में परिनाज और कार्तिकी सिंह शख्तावत के साथ रजत पदक जीता था। बीस साल की गनीमत ने इससे पहले महिला स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। वह आईएसएसएफ विश्व कप के स्कीट के व्यतिगत महिला वर्ग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी। अंगद के लिए यह टूर्नामेंट का दूसरा स्वर्ण है। उन्होंने सोमवार को पुरूषों के स्कीट फाइनल में गुरजोत खांगुरा, मैराज अहमद खान के साथ पीला तमगा हासिल किया था। दिन के अन्य स्पर्धाओं में अनुभवी संजीव राजपूत ने पुरुष के 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में 1172 के स्कोर के साथ शीर्ष पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। बुधवार को खेले जाने वाले फाइनल में तीनों भारतीय निशानेबाजों ने अपनी जगह पक्की की। ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर ने 1165 के स्कोर के साथ पांचवें, जबकि नीरज कुमार ने आठवां और अंतिम क्वालीफाइंग स्थान हासिल किया। महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के प्रीसिशन दौर के बाद तीन भारतीय खिलाड़ी तालिका में शीर्ष पर है। राही सरनोबत 291 अंक के साथ पहले स्थान पर है जबकि चिंकी यादव (289) और मनु भाकर (288) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। इसका रैपिड फायर दौर और फाइनल बुधवार को होगा।
- नयी दिल्ली। भारत ने आईएसएसएफ विश्व कप में सोमवार को प्रतिस्पर्धा के चौथे दिन पुरूषों की स्कीट टीम स्पर्धा में स्वर्ण और महिला वर्ग में रजत पदक जीता । गुरजोत खांगुरा, मैराज अहमद खान और अंगद वीर सिंह बाजवा की भारतीय टीम ने कतर के नासिर अल अतिया, अली अहमद ए ओ अल इशाक और राशिद हमाद को 6 . 2 से हराया । महिला फाइनल में भारत की परिनाज धालीवाल, कार्तिकी सिंह शक्तावत और गनीमत सेखों ने रजत पदक जीता जो फाइनल में कजाखस्तान की रिनाता नासिरोवा, ओल्गा पनारिना और जोया क्राचेंको से 4 . 6 से हार गई। क्वालीफिकेशन में भारतीय टीम के 341 और कजाखस्तान के 327 अंक थे । भारतीय पुरूष टीम क्वालीफिकेशन में 503 अंक लेकर कतर से चार अंक पीछे रही थी ।
- नयी दिल्ली। भारत के दिव्यांश सिंह पंवार और इलावेनिल वलारिवान ने बेहतरीन निशानेबाजी का प्रदर्शन करते हुए आईएसएसएफ विश्व कप में सोमवार को यहां 10 मीटर एयर राइफल में मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में 16 अंक बनाये और हंगरी की विश्व में नंबर एक इस्तावान पेनी और इस्जतर डेनेस को पीछे छोड़ा। हंगरी की टीम 10 अंक ही बना पायी। भारत का इस प्रतियोगिता में यह चौथा स्वर्ण पदक है। डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में चल रही प्रतियोगिता में भारत के दोनों खिलाड़ियों ने अंतिम शॉट में समान 10.4 अंक बनाये जबकि हंगरी की जोड़ी ने 10.7 और 9.9 अंक बनाये। इससे पहले वाले दौर में भारतीय खिलाड़ियों ने 10.8 का समान स्कोर बनाकर अपनी जीत पक्की कर दी थी क्योंकि हंगरी के दोनों खिलाड़ी समान 10.4 अंक ही बना पाये थे। मैरी कारोलिन टकर और लुकास कोजेनीस्की की अमेरिकी जोड़ी ने पोलैंड की अनेटा स्टेनकीवज और टॉमस बर्टनिक को हराकर कांस्य पदक जीता। इससे पहले इलावेनिल और दिव्यांश ने दूसरे क्वालीफिकेशन में क्रमश: 211.2 और 210.1 अंक बनाकर कुल 421.3 का स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था। पेनी और डेनेस ने क्वालीफिकेशन में कुल मिलाकर 419.2 अंक हासिल किये थे। इस स्पर्धा में भाग ले रही भारत की अन्य जोड़ी अंजुम मोदगिल और अर्जुन बाबुता फाइनल में जगह नहीं बना पाये। वह 418.1 के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहे थे। फाइनल्स में दिव्यांश और इलावेनिल ने 10.4 और 10.7 से शुरुआत की जबकि हंगरी के खिलाड़ियों ने समान 10.1 का स्कोर बनाया। भारतीय जोड़ी ने लगातार 10.4 या इससे अधिक का स्कोर बनाया और हंगरी की टीम को कोई मौका नहीं दिया। दिव्यांश का यह टूर्नामेंट में दूसरा पदक है। उन्होंने पहले दिन व्यक्तिगत वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इलावेनिल हालांकि व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतने से चूक गयी थी।
- मैड्रिड । लुई सुआरेज के करियर के 500वें गोल और गोलकीपर जॉन ओबलॉक ने 86वें मिनट में पेनल्टी पर किये गये शानदार बचाव से एटलेटिको मैड्रिड ने अलावेस को 1-0 से हराकर स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा। एटलेटिको की यह पिछले सात लीग मैचों में तीसरे जीत है। इससे वह दूसरे स्थान पर पहुंचने वाले बार्सिलोना से चार अंक आगे हो गया है। बार्सिलोना ने एक अन्य मैच में पांचवें स्थान की टीम रीयाल सोसिडाड को 6-1 से करारी शिकस्त दी। बार्सिलोना की तरफ से लियोनेल मेस्सी और अमेरिका के डिफेंडर सर्जिनो डेस्ट ने दो-दो गोल किये।मेस्सी का यह बार्सिलोना की तरफ से 768वां मैच था और उन्होंने क्लब की तरफ से सर्वाधिक मैच खेलने का नया रिकार्ड बनाया। मेस्सी ने झावी हर्नाडेज के रिकार्ड को तोड़ा। बार्सिलोना की तरफ से एंटोनी ग्रीजमैन ने 37वें मिनट में पहला गोल किया जिसके बाद डेस्ट ने 43वें और 53वें मिनट में गोल दागे। मेस्सी ने 56 और 89वें मिनट में गोल करके लीग में अपने कुल गोल की संख्या 23 पहुंचा दी है। इस बीच ओसमाने डेमेबेल ने 71वें मिनट में गोल किया था। सोसिडाड की तरफ से एकमात्र गोल आंदेर बारेनएक्सिटिया ने 77वें मिनट में किया।
- लखनऊ । दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम ने लिजेल ली (70) और लौरा वोलवार्ट (नाबाद 53) के अर्धशतकों की बदौलत रविवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय रोमांचक मुकाबले में भारत को छह विकेट से पराजित कर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली। इस तरह भारत ने वनडे श्रृंखला 1-4 से गंवाने के बाद टी20 श्रृंखला में भी वापसी का मौका खो दिया।सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा के 47 रन की पारी से मंच तैयार करने के बाद रिचा घोष ने अंत में 26 गेंद में 44 रन की नाबाद पारी खेलकर भारत को चार विकेट पर 158 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा करने में मदद की। दक्षिण अफ्रीका ने अंतिम चार ओवरों के रोमांच में भारतीय गेंदबाजों के दबाव से उबरते हुए अंतिम गेंद में जीत हासिल की। दक्षिण अफ्रीका ने ली के अर्धशतक की बदौलत अच्छी शुरूआत की जिन्होंने 45 गेंद में 11 चौके औंर एक छक्का लगाकर 70 रन बनाये। भारतीय गेंदबाज राजेश्वरी गायकवाड़ ने हालांकि टीम को दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज एनेके बॉश का विकेट दिला दिया था लेकिन इसके बाद ली ने कप्तान सुने लुस (20) के साथ मिलकर शानदार तरीके से पारी आगे बढ़ायी। पर लुस रन आउट हो गयी और इस 58 रन की साझेदारी का भी अंत हुआ। लुस के जाने के बाद लौरा ने जिम्मेदारी संभाली और ली के साथ भी मिलकर 50 रन जोड़े।राधा यादव ने भारतीय टीम को 16वें ओवर में ली के रूप में अहम विकेट दिलाया जिनके जाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम थोड़ी दबाव में आ गयी थी। अंतिम चार ओवर में टीम को जीत के लिये 36 रन चाहिए थे। लौरा ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखी, पर दूसरे छोर पर मिगनोन डि प्रूज (10) के 19वें ओवर में हरलीन देओल की गेंद पर पवेलियन लौटने से टीम थोड़ी मुश्किल में दिख रही थी। लेकिन लौरा ने इसी ओवर में लगातार दो चौके जड़कर मैच का रोमांच बरकरार रखा। अंतिम ओवर में अब टीम को छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। अरूधंती रेड्डी ने चार गेंद में तीन रन दिये लेकिन पांचवीं गेंद नो बॉल कर बैठी जिसमें दो रन भी बने और एक गेंद भी मिली। तभी लौरा ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया और अब दो गेंद में तीन रन चाहिए थे जो टीम ने आसानी से बना लिये। लौरा ने 39 गेंद का सामना करते हुए सात चौके लगाये।इससे पहले शेफाली ने 31 गेंद की पारी के दौरान छह चौके और दो छक्के जमाने के साथ हरलीन देओल (31) के साथ 79 रन की भागीदारी निभायी जिसने भारत को ‘करो या मरो' के मैच में अच्छा स्कोर खड़ा करने की नींव रखी। रिचा घोष ने फिर अंत में 26 गेंदों का सामना करते हुए अपनी पारी के दौरान आठ बार गेंद सीमारेखा के पार करायी जिससे टीम 160 रन के करीब पहुंच गयी। दक्षिण अफ्रीका के लिये शबनिम इस्माल, एन मलाबा, नादिने डि क्लर्क और एनेके बॉश ने एक एक विकेट हासिल किये। बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद कप्तान स्मृति मंधाना (07) एक बार फिर जल्दी आउट हो गयी। वह दूसरे ही ओवर में इस्माइल की बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआकर विकेटकीपर को कैच देकर पवेलियन पहुंची। शेफाली ने चौथे ओवर में तीन चौके जड़कर गेंदबाजों पर दबाब बनाया और पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अर्धशतक जड़ने वाली हरलीन ने अयाबोंगा खाका पर अपनी पहली बाउंड्री लगायी जिससे पांच ओवर के बाद भारत का स्कोर एक विकेट पर 31 रन था। शेफाली ने नादिने डि क्लर्क का स्वागत स्ट्रेट शॉट से किया जिसके बाद उन्होंने बड़ा छक्का जमाया।हालांकि इस भारतीय को सातवें ओवर में एनेके बॉश ने जीवनदान दिया लेकिन इसके बाद हरलीन ने इस गेंदबाज पर लगातार चौके जड़ दिये। दसवें ओवर में भारतीय टीम ने 14 रन जोड़े जिसमें इन दोनों बल्लेबाजों ने नादिने डि क्लर्क पर एक एक चौका लगाया। शेफाली ने फिर अगले ओवर में स्लॉग स्वीप शॉट से मलाबा की गेंद को छक्के के भेजा लेकिन अंतिम गेंद पर लेग साइड में फिर स्लॉग करने की कोशिश में आउट हो गयीं। हरलीन भी अगले ओवर में बॉश का शिकार बनीं।रिचा के तीन चौकों और जेमिमा रोड्रिग्स (16) के एक चौके से 14 ओवर में 18 रन जोड़े।रोड्रिग्स के आउट होने के बाद रिचा ने चार और बाउंड्री लगाकर भारत को प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा करने में मदद की।
- नयी दिल्ली । युवा भारतीय निशानेबाज गनीमत सेखों ने रविवार को यहां अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में प्रतिस्पर्धा के तीसरे दिन महिलाओं की स्कीट में कांस्य पदक जीता। वह आईएसएसएफ विश्व कप के स्कीट स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बनी।पुरूषों के स्कीट फाइनल में हालांकि भारतीय निशानेबाज गुरजोत खांगुरा 17 अंक के साथ छठे स्थान पर रहे। उन्होंने क्वालीफिकेशन में भी छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। इससे पहले यहां कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर की शॉटगन रेंज में विश्व रैंकिंग में 82वें स्थान पर काबिज 20 साल की गनीमत ने महिलाओं के मुकाबले में 40 सटीक निशाने लगाये। फाइनल में जगह पक्की करने वाली एक अन्य भारतीय निशानेबाज कार्तिका सिंह शेखावत 32 निशाने के साथ चौथे स्थान पर रही। प्रतियोगिता के दौरान ज्यादातर समय तक दूसरे स्थान पर रही गनीमत लगातार तीन बार सही निशाना लगाने से चूक गयी जिससे ब्रिटेन की अम्बर हिल और कजाखस्तान की जोया करावचेंको के बीच स्पर्ण पदक के लिए बेहद करीबी मुकाबला हुआ। स्वर्ण पदक के लिए हुए शूट-ऑफ में हिल ने करावचेंको को पछाड़ दिया।क्वालीफिकेशन में गनीमत ने 117 अंक के साथ तीसरे जबकि कार्तिका ने 116 अंक के साथ चौथे स्थान पर थी। भारत की एक अन्य खिलाड़ी परीनाज धालीवाल 108 अंक के साथ नौवें स्थान पर रही। गनीमत इससे पहले 2018 में आईएसएसएफ विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय स्कीट निशानेबाज बनी थी। उन्होंने सिडनी में हुए जूनियर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। वह 2018 एशियाई खेलों में इस स्पर्धा में 10वें स्थान पर रही थी।पुरूष वर्ग में तोक्यो ओलंपिक के कोटाधारी अंगद सिंह बाजवा और मेराज अहमद खान फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे। इस प्रतियोगिता में डेनमार्क के जैसपर हानसेन (58) ने स्वर्ण जबकि यूएई के बिन फुतैस सैफ (51) ने रजत और कतर के नासेर सालेह अल-अतियाह (44) ने कांस्य पदक जीता । नासेर कई बार डकार रैली के चैम्पियन भी रहे है।
- नयी दिल्ली। भारतीय शैली के भारतीय कुश्ती संघ (आईएसडब्ल्यूएआई) को खेल मंत्रालय से राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के रूप में आधिकारिक मान्यता मिल गयी है और अब वह सरकार से आवश्यक धनराशि और सहयोग लेने का हकदार बन गया है। आईएसडब्ल्यूआई ने शनिवार को जारी बयान में यह जानकारी दी।बयान में कहा गया है, ‘‘खेल मंत्रालय ने हमें राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता प्रदान की है तथा अन्य महासंघों को जो सुविधाएं मिलती हैं अब वे भारतीय शैली के भारतीय कुश्ती संघ को भी मिलेंगी। '' खेल मंत्रालय ने आठ मार्च के अपने आदेश में आईएसडब्ल्यूएआई को एनएसएफ के रूप में मान्यता प्रदान की थी। इस संघ का गठन 1958 में किया गया था और यह पिछले 60 वर्षों से अस्तित्व में है।
- नयी दिल्ली । भारत की यश्वस्विनी सिंह देसवाल, मनु भाकर और श्री निवेथा की टीम ने रविवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप निशानेबाजी में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल की टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में 16 शॉट जमाये और वह पोलैंड की जूलिता बोरेक, योआना इवोना वावरजोनोवस्का और एग्निस्का कोरेजवो को पीछे छोड़ने में सफल रही। कर्णी सिंह रेंज में चल रही प्रतियोगिता में पोलैंड की टीम आठ अंक ही बना पायी। भारतीय टीम ने दूसरे क्वालीफिकेशन में 576 अंक बनाकर शीर्ष स्थान हासिल किया था जबकि पोलैंड की टीम 567 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। पहले क्वालीफिकेशन में भारतीयों ने छह सीरीज में 290, 287, 288, 287, 293 और 287 के साथ कुल 1731 अंक बनाये। पोलैंड ने 286, 283, 286, 286, 286 और 287 की सीरीज के साथ 1701 अंक बनाये थे। इससे पहले शनिवार को 23 वर्षीय देसवाल ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में हमवतन भाकर को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक जीता था।
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तोक्यो । कई खबरों और अफवाहों के बाद अंत में अधिकारिक हो गया कि स्थगित हुए तोक्यो ओलंपिक में विदेशी दर्शकों को आने की अनुमति नहीं दी जायेगी जिनका आयोजन चार महीने बाद किया जायेगा। इस फैसले की घोषणा शनिवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति, जापान सरकार, तोक्यो सरकार, अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति और स्थानीय आयोजकों की ऑनलाइन बैठक के बाद की गयी। अधिकारियों ने कहा कि महामारी के दौरान विदेशों से आने वाले दर्शकों को अनुमति देने से जोखिम काफी ज्यादा था। जापान की जनता ने भी विदेशी दर्शकों का विरोध किया था। कई सर्वे भी सामने आये जिसमें 80 प्रतिशत लोगों ने ओलंपिक आयोजन का विरोध किया और इतने ही प्रतिशत लोगों ने विदेशी दर्शकों के आने का भी विरोध किया था। जापान में कोविड-19 से करीब 8,800 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन उसने अन्य देशों की तुलना में वायरस को बेहतर तरीके से काबू किया है। तोक्यो आयोजन समिति ने एक बयान में कहा, ‘‘टिकट खरीदने वाले विदेशी दर्शकों पर स्पष्टता देने के लिये और उनकी यात्रा योजनाओं को इस चरण पर रोकने के लिये जापान में सभी पक्ष इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उन्हें ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के समय पर जापान में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा। '' आयोजकों ने कहा कि जापान के बाद 600,000 टिकट विदेशियों को बेचे गये थे। उन्हें रिफंड (राशि लौटाने) का वादा किया गया है लेकिन इसका निर्धारण जापान के बाहर टिकट बिक्री की जिम्मेदारी देख रहे तथाकथित अधिकृत टिकट विक्रेताओं द्वारा किया जायेगा।-file phto
- नयी दिल्ली। भारत के सौरभ चौधरी और अभिषेक वर्मा ने शनिवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप के प्रतिस्पर्धा के दूसरे दिन दिन पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में क्रमशः रजत और कांस्य पदक अपने नाम किये। विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज चौधरी आखिरी निशाने पर ईरान के जावेद फोरोघी से पिछड़ गये। फोरोघी विश्व रैंकिंग में 107वें स्थान पर है। फोरोघी के पास आखिरी निशाना लगाने के लिए सिर्फ 14 सेकेंड का समय था लेकिन उन्होंने 10.5 अंक बटोरे जबकि चौधरी आखिरी प्रयास में सिर्फ 9.8 बना सके। फोरोघी ने कुल 243.6 अंक के साथ स्वर्ण हासिल किया जबकि चौधरी 243.2 अंक के साथ दूसरे और वर्मा 221.8 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहे। पूर्व विश्व नंबर एक शहजार रिजवी 177.1 अंक के साथ पांचवें स्थान पर रहे। इससे पहले क्वालीफिकेशन में युवा ओलंपिक और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता चौधरी 587 अंक के साथ शीर्ष जबकि वर्मा 583 अंक के साथ दूसरे स्थान पर थे।
- अहमदाबाद ।भारत ने सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (64 रन) की शानदार पारी के बाद कप्तान विराट कोहली (नाबाद 80 रन) के अर्धशतक से शनिवार को यहां पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड को 36 रन से हराकर श्रृंखला 3-2 से अपने नाम की। श्रृंखला में भारतीय टीम के प्रदर्शन से दिखता है कि उसकी टी20 विश्व कप की तैयारियां सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं जिसने दो बार पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए सीरीज जीती। टीम ने श्रृंखला में चौथी बार टॉस गंवाया लेकिन इसके बावजूद टी20 अंतरराष्ट्रीय में इंग्लैंड के खिलाफ अपना सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया। निर्णायक मुकाबले में बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद भारत ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रोहित और कोहली के अर्धशतकों से दो विकेट पर 224 रन बनाये जो उसका इस श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रयास भी है। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम जोस बटलर (52 रन) और डेविड मलान (68, 46 गेंद, नौ चौके और दो छक्के) के अर्धशतकों के बावजूद आठ विकेट पर विकेट पर 188 रन ही बना सकी। भारत के लिये शार्दुल ठाकुर ने 45 रन देकर तीन और भुवनेश्वर कुमार ने 15 रन देकर दो विकेट चटकाये जबकि आलराउंडर हार्दिक पंड्या ने 34 रन देकर और टी नटराजन ने 39 रन देकर एक एक विकेट हासिल किया। अब भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ जीत की इस (टेस्ट श्रृंखला से शुरू हुई) लय को वनडे श्रृंखला में भी जारी रखना चाहेगी जिसका पहला मैच 23 मार्च को पुणे में खेला जायेगा। जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड ने शुरू के मैचों में अपनी तेज रफ्तार से भारतीयों को परेशान किया था लेकिन रोहित (34 गेंद में चार चौके और पांच छक्के) और कोहली (52 गेंद में सात चौके और दो छक्के) ने इनके खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाते हुए टीम को पॉवरप्ले में 60 रन बनाने में मदद की। इन दोनों के बीच पहले विकेट के लिये 54 गेंद में 94 रन की साझेदारी बनी। इनके अलावा सूर्यकुमार यादव (17 गेंद में 32 रन, तीन चौके, दो छक्के) और पंड्या (17 गेंद में नाबाद 39 रन, चार चौके, दो छक्के) ने भी योगदान दिया। मेजबानों ने अंतिम पांच ओवरों में 67 रन जोड़कर विपक्षी टीम को जीत के लिये विशाल लक्ष्य दिया।बेन स्टोक्स और आदिल राशिद को छोड़कर इंग्लैंड के सभी गेंदबाजों ने 10 रन प्रति ओवर से ज्यादा लुटाये जिसमें क्रिस जोर्डन (57 रन देकर कोई विकेट नहीं) सबसे ज्यादा खर्चीले रहे। भारत ने सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल को बाहर रखने का फैसला किया ताकि तेज गेंदबाज टी नटराजन के रूप में अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सके। राहुल के नहीं खेलने से कोहली ने रोहित के साथ पारी का आगाज करने का फैसला किया जो टीम के लिये काफी बढ़िया साबित हुआ। इस भागीदारी में रोहित से ज्यादातर रन बटोरे और कोहली दूसरे छोर पर स्ट्रोक्स भरी पारी का लुत्फ उठाते दिखे। पहले दो मैचों में रोहित को आराम दिया गया था लेकिन वह अगले दो मैचों में कुछ अच्छा नहीं कर सके लेकिन उन्होंने शनिवार को बड़े मैच में अपनी ख्याति के अनुरूप पारी खेली। रोहित ने अपने पांचों छक्के अपने ‘ट्रेडमार्क' शॉट से लगाये। उनके स्ट्रेट ड्राइव्स भी काफी मनोरंजक रहे जिसमें इंग्लैंड के खतरनाक गेंदबाज मार्क वुड के पहले ही ओवर में लगा शॉट था। कोहली ने भी वुड की गेंद को स्टैंड तक पहुंचाया जिसके बाद वह भी जोश में भर गये।रोहित ने अपना अर्धशतक छक्का लगाकर 30 गेंद में पूरा किया जो बिलकुल भी हैरानी भरा नहीं था। पर वह स्टोक्स की गेंद पर बोल्ड हो गये। इसके बाद कोहली ने अपनी पारी को खूबसूरत ढंग से आगे बढ़ाया जिसमें उन्हें दूसरे छोर पर सूर्यकुमार का साथ मिला जिन्होंने अपने पदार्पण मैच की लय को यहां भी जारी रखा और क्रीज पर उतरते ही अपने इरादे दिखा दिये। मुंबई के इस बल्लेबाज ने लेग स्पिनर आदिल राशिद पर लगातार दो छक्के जड़े। इसके बाद जोर्डन पर लगातार तीन चौके जमाये जिससे इस ओवर में 19 रन बने और तब भारत का स्कोर 12 ओवर में एक विकेट पर 133 रन था। सूर्यकुमार 14वें ओवर में राशिद की गेंद का शिकार बने और दूसरे विकेट के लिये 49 रन की भागीदारी का अंत हुआ। कोहली ने फिर हार्दिक के साथ मिलकर भारत को 200 रन के पार कराया। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 40 गेंद में नाबाद 81 रन की साझेदारी निभायी। इंग्लैंड को पहला झटका पहले ही ओवर में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर ने दिया जिन्होंने सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय को दूसरी ही गेंद पर बोल्ड कर दिया। हालांकि मेहमान टीम जल्द ही इस झटके से उबर गयी। बटलर और मलान क्रीज पर डट गये, दोनों ने अपने अर्धशतक पूरे किये और विकेट नहीं गिरने दिया। इससे मुकाबला रोमांचक हो गया। लेकिन भुवनेश्वर ने ही दूसरे विकेट की इस 130 रन की भागीदारी का अंत बटलर को आउट कर किया जिनका कैच पंड्या ने लपका। बटलर ने 34 गेंद में दो चौके और चार छक्के जड़े। शार्दुल ने फिर अपने तीसरे ओवर में दो विकेट झटक लिये। पारी के 15वें ओवर में जोस बटलर को पवेलियन भेजने के बाद उन्होंने क्रीज पर जमे मलान की पारी खूबसूरत गेंद पर बोल्ड कर समाप्त की। अगले ही ओवर में इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन (01) पंड्या की गेंद का शिकार हुए। इससे इंग्लैंड का स्कोर 13वें ओवर से 16वें ओवर तक दो विकेट पर 130 रन से पांच विकेट पर 142 रन हो गया। जोफ्रा आर्चर रन आउट हुए और शार्दुल ने अंतिम ओवर में एक विकेट हासिल किया।
- नयी दिल्ली ।भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन (51 किग्रा) और गौरव सोलंकी (57 किग्रा) को इस्तांबुल में चल रहे बोसफोरस मुक्केबाजी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपने-अपने मुकाबलों में हार का सामना करने के बाद कांस्य पदक के साथ संतोष करना पड़ा। एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता निकहत ने इससे पहले प्री क्वार्टर फाइनल में रूस की 2019 की विश्व चैंपियन पेल्टसेवा इकटेरिना और क्वार्टर फाइनल में कजाखस्तान की दो बार की विश्व चैंपियन नजीम कजाइबे को हराकर अंतिम चार में जगह पक्की की थी। सेमीफाइनल में उन्हें विश्व चैम्पियनशिप 2019 की रजत पदक विजेता तुर्की की बुसेनाज कैकिरोगलु से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। शुरुआती दौर में दोनों मुक्केबाजों ने संयम के साथ खेला लेकिन बाद के दौर ने उनके हमले में तेजी आयी। बुसेनाज को हालांकि, घरेलू माहौल का फायदा मिला और उसने सर्वसम्मति से जीत हासिल की। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता सोलंकी को अर्जेंटीना के निर्को क्युलो ने 5-0 से हराया।पिछले मुकाबले में स्थानीय मुक्केबाज अयकोल मिजान को पराजित करने वाले सोलंकी ने इस मुकाबले में भी सटीक पंच के साथ अच्छी शुरूआत की लेकिन वह इसे आखिरी तक जारी नहीं रख सके। टूर्नामेंट में भारत का सफर दो कांस्य पदक के साथ खत्म हुआ।
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बर्मिंघम। गत विश्व चैम्पियन पी वी सिंधु ने तीसरी वरीयता प्राप्त जापान की अकाने यामागुची को हराकर आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया । पांचवीं वरीयता प्राप्त सिंधु ने पहला गेम गंवाने के बाद शानदार वापसी करते हुए 16 . 21, 21 . 16, 21 . 19 से जीत दर्ज की । एक घंटे 16 मिनट तक चला मुकाबला जीतकर सिंधु दूसरी बार इस टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंची । अब उनका सामना थाईलैंड की छठी वरीयता प्राप्त पोर्नपावी चोचुवोंग से होगा ।
इससे पहले यामागुची के खिलाफ सिंधु का कैरियर रिकॉर्ड 10 . 7 का था लेकिन पिछले तीन मुकाबलों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था । सिंधु ने कहा ,‘‘ मैं लंबे समय बाद उसके खिलाफ खेल रही थी। शायद आखिरी बार 2019 में खेली थी । उसने भी काफी अभ्यास किया था और यह अच्छा मैच था ।'' दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने कहा ,‘‘ पहले गेम में मैने काफी गलतियां की लेकिन दूसरे गेम से संभल गई । मैच में कई लंबी रेलियां लगी और दूसरा गेम जीतना बहुत जरूरी था । तीसरे गेम में मैने नियंत्रण नहीं खोया और कोच ने काफी सहयोग किया । हर अंक अहम था क्योंकि कोई भी जीत सकता था । मुझे खुशी है कि जीत मेरे नाम रही ।'' ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु का दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी चोंचुवोंग के खिलाफ रिकार्ड 4 . 1 का है । उन्होंने कहा ,‘‘ मैने यहां तक पहुंचने के लिये काफी मेहनत की है और अब फोकस बनाये रखना जरूरी है । पोर्नपावी अच्छा खेल रही है और मुझे उसके खिलाफ सौ प्रतिशत देना होगा।'' स्विस ओपन फाइनल खेलने वाली सिंधु ने ककाफी आक्रामक खेल दिखाया लेकिन पहले गेम में सहज गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा । यामागाची ने 17 . 11 से बढत बना ली लेकिन सिंधु ने वापसी करते हुए अंतर 15 . 18 का कर दिया । इसके बाद हालांकि यामागाची ने लगातार अंक लेकर पहला गेम जीत लिया । दूसरे गेम में दोनों ने गलतियों के साथ शुरूआत की । सिंधु ने 6 . 2 की बढत बनाई जो बाद में 8 . 4 की हो गई । यामागुची ने दो बार शटल नेटमें डाल दी । ब्रेक के बाद सिंधु ने पांच अंक लगातार बनाये और क्रासकोर्ट पर शानदार स्मैश लगाकर बढत 19 . 13 की कर ली । इसके बाद यामागुची का एक और शॉट वाइड चला गया और सिंधु ने पांच अंक लेकर वापसी की । निर्णायक गेम में मुकाबला बराबरी का था और स्कोर 2 . 2 से 7 . 7 हो गया । छोर बदलने के बाद सिंधु ने 14 . 10 से बढत बनाई लेकिन यामागुची ने वापसी की और स्कोर 13 . 15 कर दिया । जापानी खिलाड़ी की सहज गलती से स्कोर 17 . 17 हो गया । सिंधु ने 19 . 18 से बढत बनाई जबकि यामागुची का शॉट वाइड चला गया और सिंधु ने मैच प्वाइंट के साथ मैच जीता । -
रायपुर. रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के फाइनल में पहुंचने वाली दोनों टीम का एलान हो चुका है। 21 मार्च को खिताबी मुकाबले में इंडिया लीजेंड्स और श्रीलंका लीजेंड्स की टक्कर होगी। 19 मार्च की देर रात दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका लीजेंड्स को पीटकर श्रीलंका ने फाइनल में जगह बनाई। इसी तरह सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली इंडिया लीजेंड्स, वेस्टइंडीज को हराते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। इसे कुछ लोग 2011 विश्व कप फाइनल की पुनरावृत्ति भी कह रहे हैं, जहां भारत चैंपियन बना था।
नया रायपुर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में नुवान कुलसेकरा ने कमाल कर दिया। घातक गेंदबाजी करते हुए उन्होंने पांच विकेट चटकाए और दक्षिण अफ्रीका को 125 रन पर समेट दिया। फिर 17.2 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्य भी हासिल कर लिया। कप्तान तिलकरत्ने दिलशान (18) और सनथ जयसूर्या (18) के रूप में दो विकेट गिरे। उपुल थरंगा (39) और चिंतका जयसिंघे (47) नाबाद लौटे।दूसरी ओर इंडिया लीजेंड्स के कप्तान ने भारत की 'बेंच स्ट्रेंथ' तैयार करने के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को श्रेय देते हुए कहा कि इस लुभावनी लीग में लगातार विश्व स्तरीय खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने से मौजूदा क्रिकेटरों को काफी फायदा मिला है। आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टी-20 श्रृंखला में शानदार पारियां खेली और तेंदुलकर ने उनकी सफलता का श्रेय लीग को दिया।